Old/New Testament
यहूदा क राजा सिदकिय्याह क चिताउनी
34 यहोवा क इ सँदेसा यिर्मयाह क मिला। इ सँदेसा उ समइ मिला जब बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर यरूसलेम अउर ओकरे चारिहुँ ओर क सबहिं नगरन स जुद्ध करत रहा। नबूकदनेस्सर अपने सारी फउज अउर सासित राज्जन अउ साम्राज्य क लोगन क मिलाए भए रहा।
2 सँदेसा इ रहा: “यहोवा इस्राएल क लोगन क परमेस्सर जउन कहत ह, उ इ अहइ: यिर्मयाह, यहूदा क राजा सिदकिय्याह क लगे जा अउर ओका इ सँदेसा द्या: ‘सिदकिय्याह, यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ: मइँ यरूसलेम नगर क बाबुल क राजा क हाली ही दइ देब अउर उ ओका जराइ डाइ। 3 सिदकिय्याह, तू बाबुल क राजा स बचिके निकरि नाहीं पउब्या। तू निहचय ही पकड़ा जाब्या अउर ओका दइ दीन्ह जाब्या। तू बाबुल क राजा क आपन आँखिन स लखब्या। उ तोहसे आमने सामने बातन करी अउर तू बाबुल जाब्या। 4 किन्तु यहूदा क राजा सिदकिय्याह यहोवा क दीन्ह ग वचन क सुना। यहोवा तोहरे बारे मँ जउन कहत ह, उ इ अहइ: तू तरवारे स नाहीं मारा जाब्या। 5 तू सान्ति पूर्वक मरब्या। तोहार स पहिले जउन राजा राज्ज करत रहेन ओन पुरखन क सम्मान क बरे लोग आगी तैयार किहन। उहइ तरह तोहरे सम्मान बरे लोग आगी बनइहीं। उ पचे तोहरे बरे रोइहीं। उ पचे सोक मँ बूड़ा भवा कहिहीं, “हे स्वामी,” मइँ खुद तोहका इ बचन देत हउँ,’” यहोवा कहत ह।
6 एह बरे यिर्मयाह यहोवा क सँदेसा यरूसलेम मँ सिदकिय्याह क दिहेस। 7 इ उ समइ भवा जब बाबुल क राजा क सेना यरूसलेम क खिलाफ लड़त रही। बाबुल क फउज यहूदा क ओन नगरन क खिलाफ भी लड़त रही जेन पइ अधिकार नाहीं होइ सका रहा। उ सबइ लाकीस अउ अजेका नगर रहेन। उ सबइ ही सिरिफ किलाबंद नगर रहेन जउन यहूदा प्रदेस मँ बचा रहेन।
लोग करार मँ स एक क तोड़ेन
8 सिदकिय्याह यरूसलेम क सबहिं निवासियन स इ करार किहे रहा कि मइँ सबहिं यहूदी दासन क मुक्त कइ देब। जब सिदकिय्याह उ करार कइ लिहेस, ओकरे पाछे यिर्मयाह क यहोवा क इ सँदेसा मिला। 9 हर मनई स आसा कीन्ह जात ह कि उ आपन यहूदी दासन क अजाद करइ। सबहिं यहूदी दास-दासी अजाद कीन्ह जाब रहेन। यहूदा क परिवार समूह क कउनो भी मनई क दास रखइ क संभावना कउनो भी मनई स नाहीं कीन्ह जाइ सकत रही। 10 एह बरे सबहिं प्रमुखन अउर यहूदा क सबहिं लोग इ करार क अंगीकार किहे रहेन। हर एक मनई आपन दास-दासियन क अजाद कइ देइ अउर ओनका अउर जियादा समइ तलक दास क रूप मँ नाहीं राखी। हर एक मनई सहमत रहा अउर इ तरह सबहिं दास अजाद कइ दीन्ह गएन। 11 किन्तु ओकरे पाछे ओन लोग जेनके लगे दास रहेन, आपन निर्णय क बदलाइ दिहन। एह बरे उ पच अजाद कीन्ह गए लोगन क फुन धइ लिहन अउर ओनका दास बनाएन।
12 तब यहोवा क सँदेसा क यिर्मयाह क मिला: 13 “यिर्मयाह, यहोवा इस्राएल क लोगन क परमेस्सर जउन कहत ह उ इ अहइ: ‘मइँ तोहरे पचन्क पुरखन क मिस्र स बाहेर लाएउँ जहाँ उ पचे दास रहेन। जब मइँ अइसा किहेउँ तब मइँ ओनसे एक करार किहेउँ। 14 मइँ तोहरे पचन्क पुरखन स कहेउँ, “हर एक सात बरिस क आखीर मँ प्रत्येक मनई क आपन यहूदी दासन क अजाद कइ देइ चाही। जदि तोहरे पचन्क हिआँ तोहार पचन्क अइसा यहूदी साथी अहइ जउन आपन क तोहरे पचन्क हाथ बेच चुका अहइ तउ तोहका ओका छ: महीना सेवा क पाछे अजाद कइ देइ चाही।” मुला तोहार पचन्क पुरखन न तउ मोर सुनेन, न ही ओह पइ धियान दिहेन। 15 कछू समइ पहिले तू पचे आपन हिरदय क, जउन उचित अहइ, ओका करइ बरे बदला। तू पचन्क मँ स हर एक ओन यहूदी साथियन क अजाद किहेस जउन दास रहेन अउर तू पचे मोर समन्वा उ मन्दिर मँ जउन मोरे नाउँ पइ अहइ एक करार भी किहा। 16 मुला अब तू पचे आपन इरादा बदल दिहे अहा। तू पचे इ परगट किहे अहा कि तू पचे मोरे नाउँ क सम्मान नाहीं करत्या। तू पचे इ कहेस किहा? तू पचन्मँ स हर एक आपन दास दासियन क वापस लइ लिहस ह जेनका तू पचे अजाद किहे रह्या। तू लोग ओनका फुन दास होइ बरे मजबूर किहा ह।’
17 “एह बरे जउन यहोवा कहत ह, उ इ अहइ: ‘तू लोग मोर आग्या क पालन नाहीं किहा ह। तू पचे आपन साथी यहूदियन क अजादी नाहीं दिहा ह। काहेकि तू पचे इ करार पूरी नाहीं किहा ह, एह बरे मइँ तोहका अजादी देब। इ यहोवा क सँदेसा अहइ। तरवार स, भयंकर बीमारी स अउर भूख स मारे जाइ क अजादी मइँ देब। मइँ तोहका पचन्क अइसा कर देब कि जब उ पचे तोहरे पचन्क बारे मँ सुनिहीं तउ पृथ्वी क समूचइ राज्ज भयभीत होइ उठिहीं। 18 मइँ ओन लोगन क दूसर लोगन क हाथ देब जउन मोर करार क तोड़ेन ह अउर उ प्रतिग्या क पालन नाहीं किहन जेका उ पचे मोरे समन्वा किहन ह। एन लोग मोरे समन्वा एक ठु बछवा क दुइ टुकन मँ काटेन अउर उ पचे दुइ टुकन क बीच स गुजरेन। 19 जउन उ समइ बछवा क टूकन बीच स गुजरेन जब उ पचे मोरे संग करार किहे रहेन: उ यहूदा अउ यरूसलेम क प्रमुख, कचहरी क बड़के अधिकारी, याजकन अउ उ देस क लोग। 20 एह बरे मइँ ओन लोगन क ओनकर दुस्मन क देब जउन ओनका मारि डावइ चाहत हीं। ओन मनइयन क ल्हास हवा मँ उड़इवाले पंछियन अउर पृथ्वी पइ क जँगली जनावरन क भोजन बनिहीं। 21 मइँ यहूदा क राजा सिदकिय्याह अउर ओकर प्रमुखन क ओनकर दुस्मनन अउर जउन ओनका मारि डावइ चाहत हीं, क देब। मइँ सिदकिय्याह अउर ओनके लोगन क बाबुल क राजा क फउज क तब भी देब जब उ फउज यरूसलेम क तजि चुकी होइ। 22 मुला मइँ कसदी फउज क यरूसलेम मँ फुन लउटइ क आदेस देब।’ इ सँदेसा यहोवा क अहइ। ‘उ फउज यरूसलेम क खिलाफ लड़ी। उ पचे एह पइ अधिकार करिहीं, एहमाँ आगी लगइहीं अउ एका बारि डइहीं अउर मइँ यहूदा क नगरन क बर्बाद कइ देब। उ सबइ नगर सूना रेगिस्तान होइ जइहीं। हुआँ कउनो मनई नाहीं रही।’”
रेकाबी परिवार क उत्तिम उदाहरण
35 जब यहोयाकीम यहूदा क राजा रहा तब यहोवा क सँदेसा यिर्मयाह क मिला। यहोयाकीम राजा योसिय्याह क पूत रहा। यहोवा क सँदेसा इ रहा: 2 “यिर्मयाह, रेकाबी परिवार क लगे जा। ओनका यहोवा क मन्दिर क बगल क कमरन मँ स एक मँ आवइ बरे निमन्त्रित करा। ओनका पिअइ बरे दाखरस द्या।”
3 एह बरे मइँ (यिर्मयाह) याजन्याह स मिलइ गएउँ। याजन्याह उ यिर्मयाह नाउँ क एक मनई क पूत रहा जउन हबस्सिन्याह नाउँ क मनई क पूत रहा अउर मइँ याजन्याह क सबहिं भाइयन अउ पूतन स मिलेउँ। मइँ पूरे रेकाबी परिवार क एक संग बटोरेउँ। 4 तब मइँ रेकाबी परिवार क यहोवा क मन्दिर मँ लइ आएउँ। हम लोग उ कमरे मँ गए जउन परमेस्सर क मनई यिग्दल्याह क पूत हानान क पूतन क नाउँ स जाना जात ह। इ उ कमरा स अगला कमरा रहा जेहमाँ राजा क अधिकारी ठहरत रहेन। इ सल्लूम क पूत मासेयाह क कमरा क ऊपर रहा। मासेयाह मन्दिर मँ दुआरपाल रहा। 5 तब मइँ (यिर्मयाह) रेकाबी परिवार क समन्वा कछू पियालन क संग दाखरस स भरे कछू कटोरन धरेउँ अउ मइँ ओनसे कहेउँ, “थोड़ी दाखरस पिआ।”
6 किन्तु रेकाबी लोगन जवाब दिहन, “हम दाखरस कबहुँ नाहीं पीइत। हम ऍह बरे नाहीं पीइत काहेकि हमार पुरखा रेकाबी क पूत योनादाब इ आदेस दिहे रहा: ‘तू पचन्क अउर तोहरे सन्तानन क दाखरस कबहुँ नाहीं पिअइ चाही। 7 तू पचन्क कबहुँ घर बनावइ, पौधन रोपब अउर अंगूरे क लता कबहुँ नाहीं लगावइ चाही। तू पचन्क ओनमाँ स कछू भी नाहीं करइ चाही। तू पचन्क सिरिफ तम्बूअन मँ रहइ चाही। जदि तू पचे अइसा करब्या तउ उ पहँटा मँ जियादा समइ रहब्या जहाँ तू पचे एक ठउर स दूसर ठउरे पइ घूमत रहत ह।’ 8 एह बरे हम रेकाबी लोग ओन सब चीजन क पालन करित ह जेनका हमरे पुरखा योनादाब हमका आदेस दिहस ह। हम अउर हमार मेहररूअन अउर गदेलन दाखरस कबहुँ नाहीं पीतेन। 9 हम रहइ बरे घर कबहुँ नाहीं बनाइत अउर हम लोगन क अंगूरे क बगिचा या खेत कबहुँ नाहीं होतेन अउर हम फसलन कबहुँ नाहीं उगाइत। 10 हम तम्बूअन मँ रहत अही अउर उ सब माना ह जउन हमरे पुरखा योनादाब आदेस दिहेन ह। 11 किन्तु जब बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर यहूदा देस पइ हमला किहस तब हम लोग यरूसलेम क गए। हम लोग आपुस मँ कहा, ‘आवा हम यरूसलेम नगर मँ सरण लेइ जेहसे हम कसदी अउर अरामी फउज स बचि सकी।’ एह बरे हम लोग यरूसलेम मँ ठहर गए।”
12 तब यिर्मयाह क यहोवा क सँदेसा मिला: 13 “इस्राएल क लोगन क परमेस्सर सर्वसक्तीमान यहोवा कहत ह: यिर्मयाह, जा यहूदा अउ यरूसलेम क लोगन क इ सँदेसा द्या: ‘लोगो, तू पचन्क सबक सीखइ चाही अउर मोरे सँदेसा क पालन करइ चाही।’ इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 14 ‘रेकाब क पूत योनादाब आपन पूतन क आदेस दिहस कि उ पचे दाखरस न पिअइँ, अउर उ आदेस क पालन भवा ह। आजु तलक योनादाब क संतान आपन पुरखन क आदेस क पालन किहस ह। उ पचे दाखरस नाहीं पीतेन। किन्तु मइँ तउ यहोवा हउँ अउर यहूदा क लोगो, मइँ तू पचन्क बार बार सँदेसा दिहेउँ ह, मुला तू पचे ओकर पालन नाहीं किहा। 15 इस्राएल अउर यहूदा क लोगो, मइँ आपन सेवक नबियन क तू पचन्क लगे पठएउँ। मइँ ओनका तोहरे पचन्क लगे बार-बार पठएउँ। ओन नबियन तू पचन्स कहेन, “इस्राएल अउर यहूदा क लोगो, तू सबन्क बुरा करब तजि देइ चाही। तू पचन्क अच्छा होइ चाही। दूसर देवतन क अनुसरण न करा। ओनका न पूजा, न ही ओनकर सेवा करा। जदि तू पचे मोर आग्या क पालन करब्या तउ तू पचे उ देस मँ होब्या जेका मइँ तू पचन्क अउर तोहरे पचन्क पुरखन क दिहेउँ ह।” किन्तु तू लोग मोरे सँदेसे पइ धियान नाहीं दिहा। 16 किन्तु योनादाब क सन्तानन आपन पुरखन क आदेस क, जउन उ दिहस मान ल्या। मुला यहूदा क लोग मोर आग्या क पालन नाहीं किहन।’
17 “एह बरे इस्राएल क परमेस्सर सर्वसक्तीमान यहोवा करत ह: ‘मइँ कहेउँ कि यहूदा अउ यरूसलेम बरे बहोत स बुरी घटनन घटिहीं। मइँ ओन बुरी घटनन क हाली ही घटित कराउब। मइँ इ करब काहेकि मइँ ओन लोगन क बात किहस, किन्तु उ पचे मोर एक न सुनेन। मइँ ओनका पुकारेउँ, किन्तु उ पचे जवाब नाहीं दिहन।’”
18 तब यिर्मयाह रेकाबी परिवार क लोगन स कहेस, “इस्राएल क परमेस्सर सर्वसक्तिमान यहोवा कहत ह, ‘तू लोग आपन पुरखा योनादाब क आदेस क पालन किहा ह। तू पचे योनादाब क सारी सिच्छन क अनुसरण किहा ह। तू पचे उ सब किहा ह जेकरे बरे उ आदेस दिहे रहा।’ 19 एह बरे इस्राएल क परमेस्सर सर्वसक्तिमान यहोवा कहत ह: ‘रेकाब क पूत योनादाब क सन्तानन मँ स एक अइसा सदैव होइ जउन मोर सेवा करी।’”
राजा यहोयाकीम यिर्मयाह क पत्रकन क बार देत ह
36 यहोवा क सँदेसा यिर्मयाह क मिला। इ योसिय्याह क पूत यहोयाकीम क यहूदा मँ राज्जकाल क चउथे बरिस भवा। यहोवा क सँदेसा इ रहा: 2 “यिर्मयाह, पत्रक ल्या अउर ओन सँदेसन क ओह पइ लिख डावा जेनका मइँ तोहसे कहेउँ ह। मइँ तोहसे इस्राएल अउर यहूदा क अउर बाकी रास्ट्रन क बारे मँ बातन किहेउँ ह। जब स योसिय्याह राजा रहा तब स अब तलक मइँ जउन सँदेसा तोहका दिहेउँ ह, ओनका लिख डावा। 3 सायद, यहूदा क परिवार इ सुनइ कि मइँ ओनके बरे का करइ क जोजना बनावत हउँ अउर सायद उ पचे बुरा काम करब तजि देइँ। जदि उ पचे अइसा करिहीं तउ मइँ ओनका, जउन बुरे करम उ पचे किहन ह, ओकरे बरे छिमा कइ देब।”
4 एह बरे यिर्मयाह नेरिय्याह क पूत बारूक नाउँ क एक मनई क बोलाएस। यिर्मयाह ओन सँदेसन क कहेस जेनका यहोवा ओका दिहे रहा। जउने समइ यिर्मयाह ऊँची आवाज़ मँ सँदेसा देत रहा उहइ समय बारूक ओनका पत्रक पर लिखत रहा। 5 तब यिर्मयाह बारूक स कहेस, “मइँ यहोवा क मन्दिर मँ नाहीं जाइ सकत। मोका हुआँ जाइ क आग्या नाहीं अहइ। 6 एह बरे मइँ चाहत हउँ कि तू यहोवा क मन्दिर मँ आवा। हुआँ उपवास क दिन जा अउर पत्रक स लोगन क सुनावा। ओन सँदेसन क जेनका यहोवा तोहका दिहस अउर जेनका तू पत्रक मँ लिख्या, ओनका लोगन क समन्वा बाँचा। ओन सँदेसन क यहूदा क सबहिं लोगन क समन्वा बाँचा जउन आपन रहइ क सहरन स यरूसलेम मँ आएन। 7 सायद, उ सबइ लोग यहोवा स मदद क याचना करइँ। होइ सकत ह हर एक मनई बुरा काम करब तजि देइ। यहोवा इ घोसित कइ दिहस ह कि उ ओन लोगन पइ किरोधित अहइ।” 8 एह बरे नेरिय्याह क पूत बारूक क सबइ किहस जेका यिर्मयाह नबी करइ क कहेस। बारूक उ पत्रक जोर स बाँचेस जेहमाँ यहोवा क सँदेसन लिखा रहेन। उ एका यहोवा क मन्दिर मँ बाँचेस।
9 यहोयाकीम क राज्जकाल क पँचए बरिस क नवे महीना मँ यहोवा क पराथना बरे एक उपवास घोसित भवा। इ आग्या रही कि यरूसलेम मँ रहइवाले सबहिं लोग अउर यहूदा क नगरन स यरूसलेम मँ आवइवाले लोग यहोवा क समन्वा उपवास रखिहीं। 10 उ समइ बारूक उ पत्रक क जेहमाँ यिर्मयाह क कथन रहेन उ सबहिं लोगन क समन्वा जउन यहोवा क मन्दिर मँ बाँचेस रहेन। बारूक ऊपरी आँगन मँ यमरिया क कमरा मँ खड़ा भवा रहा जब उ पत्रक स पढ़त रहा। (इ कमरा सापान क पूत यमरिया क रहा। उ मन्दिर मँ सास्त्री रहा अउर उसका कमरा मन्दिर क नया प्रवेस दुआर क लगे रहा।)
11 मीकायाह नाउँ क एक मनई यहोवा क ओन सारे सँदेसन क सुनेस जेनका बारूक पत्रक स बाँचेस। मीकायाह उ गमर्याह क पूत रहा जउन सापान क पूत रहा। 12 जब मीकायाह पत्रक स सँदेसा क सुनेस तउ उ राजा क महल मँ सचिव क कमरा मँ गवा। राजकीय सबहिं अधिकारी राजमहल मँ बइठा रहेन। ओन अधिकारियन क नाउँ इ सबइ अहइँ: सचिव एलीसामा, समायाह क पूत दलायाह, अबबोर क पूत एलनातान, सापान क पूत गमर्याह, हनन्याह क पूत सिदकिय्याह अउर दूसर सबहिं अधिकारी भी हुआँ रहेन। 13 मीकायाह ओन अधिकारियन स उ सबइ कहेस जउन उ बारूक क पत्रक स बाँचन सुने रहा।
14 तबइ ओन अधिकारियन बारूक क लगे यहूदी नाउँ क मनई क पठएन। (यहूदी सेलेम्याह क पूत नतन्याह क पूत रहा। सेलेम्याह कूसी क पूत रहा।) यहूदी बारूक स कहेस, “उ पत्रक तू लिआवा जेका तू बाँच्या अउर मोरे संग चला।” नेरिय्याह क पूत बारूक पत्रक क लिहस अउर यहूदी क संग अधिकारियन क लगे गवा।
15 तब ओन अधिकारियन बारूक स कहेन, “बइठा अउर पत्रक क हम लोगन क समन्वा बाँचा।”
एह बरे बारूक उ पत्रक क ओनका सुनाएस।
16 ओन राजकीय अधिकारियन उ पत्रक स सबहिं सँदेसा सुनेन। अउर डेराइ गएन। उ पचे बारूक स कहेन, “हमका पत्रक क सँदेसा क बारे मँ राजा यहोयाकीम स कहब होइ।” 17 तब अधिकारियन बारूक स एक सवाल किहन। उ पचे पूछेन, “बारूक इ बतावा कि तू इ सबइ सँदेसन कहाँ स पाया जेनका तू इ पत्रक पइ लिख्या? का तू ओन सँदेसन क लिख्या जेनका यिर्मयाह तोहका बताएस?”
18 बारूक जवाब दिहस, “हाँ, यिर्मयाह कहेस अउर मइँ सारे सँदेसन क सियाही स इ पत्रक पइ लिखेउँ।”
19 तब राजकीय अधिकारियन बारूक स कहेन, “तोहका अउर यिर्मयाह क कहूँ जाइके छुप जाइ चाही। कउनो न जिन बतावा कि तू कहाँ लुकान अहा।”
20 तब राजकीय अधिकारियन सास्त्री एलीसामा कमरा मँ पत्रक क रखेन। उ पचे राजा यहोयाकीम क लगे गएन अउर पत्रक क बारे मँ ओका सब कछू बताएन।
21 एह बरे राजा यहोयाकीम यहूदी क पत्रक लेइ पठएस। यहूदी सास्त्री एलीसामा क कमरा स पत्रक क लिआवा। तब यहूदी राजा अउर ओकरे चारिहुँ कइँती खड़े सेवकन क पत्रक बाँचिके सुनाएस। 22 इ जउने समय भवा, नवाँ महीना रहा, एह बरे राजा यहोयाकीम सीतकालीन महल खण्ड मँ बइठा रहा। राजा क समन्वा अंगीठी मँ आगी जरत रही। 23 यहूदी पत्रक स पढ़ब सुरू किहस। मुला जब उ दुइ या तीन पंकितयन बाँचत, राजा यहोयाकीम पत्रक क उससे धइ लेता अउर उ भाग क जउन अभी पढ़ा गवा रहा एक नान्ह चाकू स काट डारत रहा अउर ओनका आग मँ डाइ देत रहा। आखिर मँ पूरा पत्रक आगी मँ जराइ दीन्ह गवा 24 जब राजा यहोयाकीम अउर ओकर सेवकन पत्रक स सँदेसा सुनेन तउ उ पचे डेरानेन नाहीं। उ पचे आपन ओढ़ना इ परगट करइ बरे नाहीं फाड़ेन कि ओनका आपन बुरे कर्मन बरे दुःख अहइ।
25 एलनातान, दलइया अउर यिर्मयाह राजा यहोयाकीम स पत्रक क न जरावइ बरे बात करइ क जतन किहस। किन्तु राजा ओनकर एक न सुनेस 26 अउर राजा यहोयाकीम कछू मनइयन क आदेस दिहस कि उ पचे सास्त्री बारूक अउर यिर्मयाह नबी क बन्दी बनावइँ। इ सबइ मनई राजा क एक ठु पूत अज्राएल क पूत सरायाह अउर अब्देल क पूत सेलेम्याह रहेन। किन्तु उ सबइ मनई बारूक अउर यिर्मयाह क न ढूँढ़ि सकेन काहेकि यहोवा ओनका छुपाइ दिहे रहा।
27 यहोवा क सँदेसा यिर्मयाह क मिला। इ तब भवा जब यहोयाकीम यहोवा क ओन सबहिं सँदेसनवाले पत्रक क जराइ दिहे रहा, जेनका यिर्मयाह बारूक स कहे रहा अउर बारूक सँदेसन क पत्रक पइ लिखे रहा। यहोवा क जउन सँदेसा यिर्मयाह क मिला, उ इ रहा:
28 “यिर्मयाह, दूसर पत्रक तइयार करा। एह पइ ओन सबहिं सँदेसन क लिखा जउन पहिले पत्रक पइ रहेन। यानि उहइ पत्रक जेका यहूदा क राजा यहोयाकीम जराइ दिहे रहा। 29 यिर्मयाह, यहूदा क राजा यहोयाकीम स इ भी कहा, यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ: ‘यहोयाकीम तू उ पत्रक क जराइ दिहा। तू कहया, “यिर्मयाह काहे लिख्या कि बाबुल क राजा निहचइ ही आइ अउर इ देस क बर्बाद करी? उ काहे कहत ह कि बाबुल क राजा इ देस क लोगन अउर जनावरन दुइनउँ क बर्बाद करी?” 30 एह बरे यहूदा क राजा यहोयाकीम क बारे मँ जउन यहोवा कहत ह, उ इ अहइ: यहोयाकीम क संतान दाऊद क राज सिंहासन पइ नाहीं बइठहीं। जब यहोयाकीम मरी ओका राजा जइसे अन्त्येस्टि नाहीं दीन्ह जाइ, बल्कि ओकर अर्थी भुइँया पइ पेंक दीन्ह जाइ। ओकर अर्थी दिन क गर्मी मँ अउर रात क ठंडे पाले मँ छोड़ दीन्ह जाइ। 31 मइँ, यहोयाकीम, ओकर सन्तान अउ ओकरे अधिकारियन क ओनकइ दुट्ठ करम बरे सजा देब। मइँ यरूसलेम क लोगन पइ अउर यहूदा क लोगन पइ भयंकर विपत्ति ढावइ क प्रतिग्या किहेउँ ह। मइँ आपन प्रतिग्या क अनुसार ओन पइ सबहिं बुरी विपत्तियन ढाउब काहेकि उ पचे मोर चिताउनी नाहीं सुनेन।’”
32 तब यिर्मयाह दूसर पत्रक लिहस अउर ओका नेरिय्याह क पूत सास्त्री बारूक क दिहस। जइसे यिर्मयाह बोलत जात रहा वइसे ही बारूक ओनही सँदेसन क पत्रक पइ लिखत जात रहा जउन उ पत्रक पइ रहेन जेका राजा यहोयाकीम आगी मँ जराइ दिहे रहा अउर ओनहीं सँदेसन क तरह बहोत सी दूसर बातन दूसर पत्रक मँ जोरी गइन।
सावधान रहइ क चेतावनी
2 एह बरे हमका अउर जियादा सावधानी क साथे, जउन कछू सुने अही, ओह प धियान देइ चाही ताकि हम भटकइ न पाइ। 2 काहेकि अगर सरगदूतन द्वारा दीन्ह गवा उपदेस सत्य होत ह अउर ओकरे हर एक उल्लंघन अउर अवज्ञा क बरे उचित सजा दीन्ह गवा तउन अगर हम अइसेन महान उद्धार क अपेच्छा कइ देत अही तउ हम दण्ड स कइसे बची। 3 एह उद्धार क पहिली घोसना पर्भू क जरिये की गइ रही। अउर फिन जे एका सुने रहेन, उ हमरे बरे एकर पुस्टि किहेस। 4 परमेस्सर तउ अचरजन, अद्भुत चिन्हन तरह-तरह क अद्भुत कारजन उ पवित्तर आतिमा क उन उपहारन द्वारा जउन ओकर इच्छा क अनुसार बाँटा गवा रहा, एका प्रमाणित किहेस।
उद्धारकर्ता मसीह क मानुस देह धारण
5 ओह भावी संसार क, जेकर हम चरचा करत अही उ सरगदूतन क अधीन नाहीं किहेस, 6 बल्कि पवित्तर सास्तरन मँ कउनउ स्थान पर कउनो इ साच्छी दिहे अहइः
“परमेस्सर का बा मनई जउन
तू ओकर सुध लेत अहा?
का अहइ हर मनई क पूत
जेकर बरे अहा चितिंत तू?
7 तू सरगदूतन स किंचित ओका कम कीहा
तनिक स समइ क रख दिहा ओका सिर महिमा अउर सम्मान क राजमुकुट
8 अउर ओकरे चरनन तरे ओकरे अधीनता मँ रख दिहा सभन कछू।” (A)
सब कछू क ओकरे अधीन रखत भए परमेस्सर तउ कछू भी अइसेन नाही छोड़ेस जउन्न ओकरे अधीन न होइ। फिन भी आजकाल हम हर एक चीज क ओकरे अधीन नाहीं देखत हई। 9 मुला हम इ देखित हई कि उ ईसू जेका तनिक समइ क बरे सरगदूतन स नीचे कइ दीन्ह गवा रहा, अब ओका महिमा अउर सम्मान क मुकुट पहिनावा गवा बा काहेकि उ मउत क यातना झेले रहा। जे परमेस्सर क अनुग्रह क कारण उ हर एक लोग क बरे मउत क अनुभव किहेस।
10 परमेस्सर एक ही बाटइ जउन सबहिं चीजन क बनएस। अउर सबहिं चीजन ओकरी महिमा बरे अहइँ। कइयउ बेटवन क महिमा प्रदान करत भवा उ परमेस्सर क बरे जेकर द्वारा अउर जेकरे बरे सब क अस्तित्व बना भवा बा, तउ उ ईसू क पूर्ण बनाएस। ओकरे बेटवन क इ सोभा देत ह कि उ ओनके छुटकारा क विधाता क जातनन क द्वारा पूरा सिद्ध करइ।
11 उ दुइनउँ ही-उ (ईसू) जउन मनई क पवित्तर बनावत ह अउर उ पचे जउन पवित्र बनावा जात हीं, एक्कई परिवार क अहइँ। इहीं बरे उ (ईसू) ओन्हन क भाइयन तथा बहिनियन कहइ मँ लज्जा नाहीं करत ह। 12 ईसू कहेस,
“आपन भाइयन मँ नाउँ क उद्घोस तोहरे मइँ करबइ
सभा क बीच सबके सामने प्रसंसा गीत तोहरे गउबइ मइँ।” (B)
13 अउर फिन,
“मइँ ओकर बिसवास करबइ।” (C)
अउर फिन उ कहत ह:
“मइँ इहाँ हउँ, अउर उ पचे सन्तान जउन हइन साथे मोरे हई दीन्ह जेनका मोरे परमेस्सर।” (D)
14 काहेकि संतान माँस अउर लहू स युक्त रही इही बरे ऊहउ ओनकइ इ मानुसता मँ सहभागी होइ गवा ताकि अपने मउत क जरिये उ ओका मतलब सइतान क खतम कइ सकइ जेकरे लगे मारइ का सक्ती बाटइ। 15 अउर ओन्हन क मुक्त कइ लेइ जेकर सम्पूर्ण जीवन मउत क बरे आपने भय क कारण दासता मँ बीता बा। 16 काहेकि उ निस्चित बा कि उ सरगदूतन नाहीं बल्कि इब्राहीम क बंसजन क सहायता भी करत अहइ। 17 इही बरे उ सब तरह स ओकरे भाइयन क जइसा बनावा गवा ताकि उ परमेस्सर क सेवा मँ दयालु अउर बिसवासी महाजायक बनि सकइ। अउर लोगन क ओनके पापन क छमा देवॉवइ क बरे बलि दइ सकइ। 18 काहेकि उॅ खुदइ ओह समइ, जब ओकर परीच्छा लीन्ह जात रही खूबइ जातना भोगे अहइ। इही बरे जेकर परीच्छा लीन्ह जात बाटइ उ ओकर सहायता करइ मँ समर्थ बा।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.