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Old/New Testament

Each day includes a passage from both the Old Testament and New Testament.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
यिर्मयाह 22-23

बुरे राजा लोगन क खिलाफ निआव

22 यहोवा कहेस, “यिर्मयाह राजा क महल क जा। यहूदा क राजा क लगे जा अउर हुआँ ओका उ सँदेसा क उपदेस द्या। ‘यहूदा क राजा, यहोवा क हिआँ स सँदेसा सुना। तू दाऊद क सिंहासन स सासन करत अहा, एह बरे सुना। राजा, तू पचन्क अउर तोहरे अधिकारियन क इ अच्छी तरह सुनइ चाही। यरूसलेम क दुआरन स आवइवाले सबहिं लोगन क यहोवा क सँदेसा सुनइ चाही। यहोवा कहत ह: उ सबइ काम करा जउन नीक अउ निआव स पूर्ण होइँ। उ मनई क रच्छा करा जेका डाकूअन क जरिय लूट लीन्ह ग होइ। प्रवासी, अनाथ बच्चन अउ राँड़न क जिन दुःख द्या। बेगुनाह लोगन क जिन मारा। जदि तू एन आदेसन क पालन करत अहा तउ जउन घटित होइ उ इ अहइ: जउन राजा दाऊद क सिंहासने पइ बइठिहीं, उ पचे यरूसलेम नगर मँ इ महल क दुआरन स आवत रहिहीं। उ पचे राजा, ओनकर उत्तराधिकारी अउर ओनकर लोग रथन अउर घोड़न पइ चढ़िके अइहीं। किन्तु जदि तू एन आदेसन क पालन नाहीं करब्या तउ यहोवा कहत ह: मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि राजा क महल ध्वस्त कइ दीन्ह जाइ इ ध्वस्त जगह क तरह रहि जाइ।’”

यहोवा ओन महलन क बारे मँ इ कहत ह जेनमाँ यहूदा क राजा रहत हीं:

“गिलाद वन क तरह इ महल ऊँचा अहइ।
    इ लबानोन पर्वत क समान ऊँचा अहइ।
किन्तु मइँ ऍका फुरइ रेगिस्ताने सा बनाउब।
    इ महल उ नगर क तरह सूना होइ जेहमाँ कउनो मनई न रहत होइ।
मइँ लोगन क महल क नस्ट करइ पठउब।
    हर एक मनई क लगे आपन औजार होइहीं।
उ सबइ लोग तोहार सबन्त उत्तिम देवदार सहतीर क काट डइहीं।
    अउर ओका आगी मँ लोकाइ देइहीं।

“अनेक रास्ट्रन स लोग इ नगर स गुजरिहीं। उ पचे एक दूसर स पूछिहीं, ‘यहोवा इ महान नगर यरूसलेम क संग अइसा भयंकर काम काहे किहस?’ उ सवाल क जवाब इ होइ, ‘परमेस्सर यरूसलेम क नस्ट किहेस, काहेकि यहूदा क लोग यहोवा आपन परमेस्सर स संग कीन्ह गइ करार क मानब तजि दिहस। ओन लोग दूसर देवतन क पूजा अउर सेवा किहन।’”

राजा यहोसाहाज क खिलाफ निआव

10 उ राजा बरे जिन रोआ जउन मरि गवा।
    ओकरे बरे जिन रोवा।
किन्तु उ राजा बरे फूट-फूट के रोआ
    जउन हिआँ स जात अहइ।
ओकरे बरे रोआ, काहेकि उ फुन कबहुँ वापस नाहीं आइ।
    सल्लूम (यहोसाहाज) आपन जन्मभूमि क फुन कबहुँ नाहीं लखी।

11 यहोवा योसिय्याह क पूत सल्लूम क बारे मँ जउन कहत ह, उ इ अहइ (सल्लूम आपन बाप योसिय्याह क मउत क पाछे यहूदा क राजा भवा।) “सल्लूम यरूसलेम स दूर चला गवा। उ फुन यरूसलेम क वापस नाहीं लौटी। 12 सल्लूम हुवँइ मरी जहाँ ओका मिस्री लइ जइहीं। उ इ भुइँया क फुन नाहीं लखी।”

राजा यहोयाकीम क बिरूद्ध निआव

13 “राजा यहोयाकीम बरे इ बहोत बुरा होइ।
    उ बुरे करम करत अहइ एह बरे उ आपन महल बनाइ लेइ।
उ लोगन क ठगत अहइ, एह बरे उ ऊपर कमरन बनाइ सकत ह।
    उ आपन लोगन स बेगार लेत अहइ।
    उ ओनके काम क मजदूरी नाहीं देत अहइ।

14 “यहोयाकीम कहत अहइ,
    ‘मइँ अपने बरे एक ठु बिसाल महल बनाउब।
मइँ दूसर मंजिल पइ बिसाल कमरन बनाउब।’
    एह बरे उ बिसाल खिड़कियन वाला महल बनावत अहइ।
उ देवदार क कड़ियन क दीवारन पइ मढ़ावत बाटइ
    अउर एन पाइ लाल रंग चढ़ावत अहइ।

15 “यहोयाकीम, आपन घरे मँ देवदार क जियादा लकड़ी क उपयोग
    तोहका महान सम्राट नाहीं बनावत।
तोहार बाप योसिय्याह भोजन पान पाइके सतुंट्ठ रहा।
    उ उ किहस जउन ठीक अउर निआवपूर्ण रहा।
    योसिय्याह उ किहस, एह बरे परमेस्सर ओका आसीस दिहा।
16 योसिय्याह दीन-दीन लोगन क मदद दिहस।
    योसिय्याह उ किहस, एह बरे ओकरे बरे सब कछू अच्छा भवा।
यहोयाकीम ‘परमेस्सर क जानइ’ क का अरथ होत ह?
    मोका जानइ क अरथ,
ठीक रहब अउर निआवपूर्ण होब अहइ।
    इ सँदेसा यहोवा क अहइ।

17 “यहोयाकीम, तोहार आँखिन सिरिफ तोहार आपन लाभ क लखत हीं,
    तू सदा ही आपन बरे जियादा स जियादा पावइ क सोचत अहा।
तू निरपराध लोगन क मारइ बरे इच्छुक रहत अहा।
    तू दूसर लोगन क चीजन क चोरी करइ क इच्छुक रहत अहा।”

18 एह बरे योसिय्याह क पूत यहोयाकीम स यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ:
“यहूदा क लोग यहोयाकीम बरे रोइहीं नाहीं।
    उ पचे आपुस मँ इ नाहीं कहिहीं, ‘हे मोर भाई यहोयाकीम क बारे मँ एतना दुःखी हउँ।
    हे मोर बहिन, मइँ यहोयाकीम क बारे मँ एतना दुःखी हउँ।’
उ पचे ओकरे बरे रोइहीं नाहीं।
    मइँ उ पचे ओकरे बारे मँ नाहीं कहिहीं,
‘हे स्वामी, हम एतने दुःखी अही।
    हे राजा, हम एतने दुःखी अही।’
19 यरूसलेम क लोग यहोयाकीम क एक ठु मरे गदहे क तरह दफनइहीं।
    इ पचे ओकरे ल्हास क दूर घसीट लइ जइहीं अउर उ पचे ओकरे ल्हास क यरूसलेम स दुआरे क बाहेर एक खेत मँ लोकाइ देइहीं।

20 “यहूदा, लबानोन क पहाड़न पइ जा अउर चिल्लाअ।
    बासान क पहाड़न मँ आपन रोउब सुनाई पड़इ द्या।
अबारीम क पहाड़न मँ जाइके चिल्लाअ।
    काहेकि तोहार सबहिं ‘प्रेमी’ नस्ट कइ दीन्ह जइहीं।

21 “हे यहूदा जब तू आपन क सुरच्छित समुझा,
    किन्तु मइँ तोहका चिताउनी दिहेउँ,
परन्तु तु सुनइ स इन्कार किहा
    अउर यहूदा जब स तू युवती रहिउ,
    तू मोर आग्या क पालन नाहीं किहा।
22 हे यहूदा, मोर सजा आँधी क तरह आइ
    अउर इ तोहार सबहिं गड़रियन (प्रमुखन) क उड़ाइ लइ जाइ।
तोहार प्रेमियन क बन्दी बना लीन्ह जाइ।
    तब तू लज्जित होउबिउ।
    तू जउन कछू बुरे करम किहा, ओनके कारण अपमानित होउबिउ।

23 “हे राजा, तू लबानोन स लीन्ह भवा ऐस व आराम क सामन स
    घेरा भवा सुरच्छित रहत ह।
किन्तु तू फुरइ तब कराह उठब्या जब तोहका सजा मिली।
    तू बच्चा पइदा करत मेहरारू क तरह पीड़ित होब्या।”

राजा कोन्याह क खिलाफ निआव

24 इ सँदेसा यहोवा क अहइ: “मइँ आपन जिन्नगी क किरिया खात हउँ यहोयाकीम क पूत अउर यहूदा क राजा कोनयाह (यहोयाकीन) बरे कि जदि तू मोरे दाहिने हाथ क मुहर क अँगूठी (राजमुद्रा) होतेन तउ भी मइँ तोहका बाहेर निकार फेंकतेन। 25 कोन्याह मइँ तोहका बाबुल अउ कसदियन क राजा नबूकदनेस्सर क देब। उ पचे ही लोग अइसे अहइँ जेनसे तू डेरात ह। उ सबइ लोग तोहका मार डावइ चाहत हीं। 26 मइँ तोहका अउर महतारी क अइसे देस मँ लोकाउब कि जहाँ तू दुइनउँ मँ स कउनो भी पइदा नाहीं भवा रहा। तू अउर तोहार महतारी उहइ देस मँ मरिहीं। 27 उ पचे आपन भुइँया मँ जाइ क इच्छा करब्या, किन्तु उ पचन्क कबहुँ लउटइ नाहीं दीन्ह जाइ।”

28 कोन्याह उ टूट बर्तन क तरह अहइ जेका कउनो लोकाइ दिहेस ह।
    उ अइसे बर्तन क तरह अहइ जेका कउनो मनई नाहीं चाहत।
कोन्याह अउर ओकर सन्तानन काहे बाहेर लोकाइ दीन्ह जइहीं?
    उ पचे कउनो भी बिदेस मँ काहे लोकावा जइहीं?
29 भुइँया, भुइँया, यहूदा क भुइँया।
    यहोवा क सँदेसा सुना।
30 यहोवा कहत ह, “कोन्याह क बारे मँ इ लिख ल्या:
    ‘उ अइसा मनई अहइ जेका भविस्स मँ अब बच्चन नाहीं होइहीं।
कोन्याह आपन जिन्नगी मँ सफल नाहीं होइ।
    ओकर सन्तान मँ स कउनो भी यहूदा पइ सासन नाहीं करी।’”

23 “यहूदा क गड़रियो क बरे इ बहोत बुरा होइ। उ सबइ गड़रियन भेड़िन क नस्ट करत अहइँ। उ पचे भेड़िन क मोर चरागाह स चारिहुँ कइँती भगावत अहइँ।” इ यहोवा क सँदेसा अहइ।

उ सबइ गड़रियन मोरे लोगन बरे उत्तरदायी अहइँ अउर इस्राएल क परमेस्सर यहोवा ओन गड़रियन स इ कहत ह, “गड़रियो, तू मोर भेड़िन क चारिहुँ कइँती भगाया ह। तू ओनका चला जाइ क मजबूर किहा ह। तू ओनकर देखरेख नाहीं रख्या ह। किन्तु मइँ तू लोगन क लखब, मइँ तू पचन्क बुरे करमन बरे सजा देब जउन तू किहा ह।” इ सँदेसा यहोवा क हिआँ स अहइ। “मइँ आपन भेड़िन (लोगन) क अलग-अलग देसन मँ पठउब। किन्तु मइँ आपन ओन भेड़िन क एक संग बटोरब जउन बची रहि ग अहइँ अउर मइँ ओनका ओनकर चरागाह (देस) मँ लिआउब। जब मोर भेड़िन अपनी चरागाह मँ वापस अइहीं तउन ओनकर बहोत बच्चन होइहीं अउर ओनकर संख्या बढ़ि जाइ। मइँ आपन भेड़िन बरे नवे गड़रियन राखब उ सबइ गड़रियन मोरे भेड़िन क देखरेख करिहीं अउर मोर भेड़िन भयभीत या डेरइहीं नाहीं। मोर भेड़िन मँ स कउनो हेरइहीं नाहीं।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ।

सच्चा अकुंर

यहोवा कहत ह:
“समइ आवत अहइ
    जब मइँ दाऊद क कुल मँ एक ठु सच्चा ‘अंकुर’ उगाउब।
उ अइसा राजा होइ जउन बुद्धिमानी स सासन करी
    अउर उ उहइ करी जउन देस मँ उचित अउर निआउपूर्ण होइ।
उ सच्चे अंकुर क समइ मँ यहूदा क लोग सुरच्छित रहिहीं
    अउर इस्राएल सुरच्छित रही।
ओकर नाउँ इ होइ
    यहोवा हमार सच्चाई अहइ।”

यहोवा कहत ह: “एह बरे समइ आवत अहइ जब लोग पुरान प्रतिग्या नाहीं करिहीं। जउन उ पहिले किया करत रहेन उ कहत रहे: ‘यहोवा क किरिया, जउन इस्राएल क लोगन क मिस्र देस स बाहेर लिआए रहा।’ किन्तु अब लोग कछू नवा कहिहीं, ‘यहोवा जिअत अहइ, यहोवा ही उ अहइ जउन इस्राएल क लोगन क उत्तर क देस स बाहेर लिआवा। उ ओनका ओन सबहिं देसन स बाहेर लिआवा जेनमाँ उ ओनका पठए रहा।’ तब इस्राएल क लोग आपन देस मँ ही रहिहीं।”

झूठे नबियन क विरूद्ध निआव

नबियन बरे सँदेस अहइ:
“मइँ बहोत दुःखी हउँ, मोर हिरदय विदीर्ण होइ ग अहइ।
    मोर सारी हड्डियन काँपत अहइँ।
मइँ (यिर्मयाह) मतवाला क तरह अहउँ।
    काहे? यहोवा अउर ओकर पवित्तर सँदेसा क कारण।
10 यहूदा अइसे लोगन स भरा अहइ
    जउन परमेस्सर बरे बिस्सासघाती अहइँ।
यहोवा भुइँया क अभिसाप दिहस
    अउर इ बहोत झुराइ गइ।
पौधन चरागाहन मँ झुरात अहइँ
    अउर मरत अहइँ।
खेत रेगिस्ताने जइसा होइ ग अहइँ।
    नबियन बुरा करम करत ह अउर ओनकर सक्ति नकली अहइ।
11 नबी अउर याजक तलक भी पापी अहइँ।
मइँ ओनका आपन मँन्दिर मँ पाप करत लखेउँ ह।
    इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
12 एह बरे मइँ ओनका आपन सँदेस देब बन्द करब।
    इ अइसा होइ माना उ पचे अंधकार मँ चलइ क मजबूर कीन्ह ग होइँ।
इ अइसा होइ माना नबियन अउर याजकन बरे फिसलइवाली सड़किया होइ।
    उ अँधियारी जगह मँ उ सबइ नबी अउ याजक गिरिहीं।
मइँ ओन पइ बिपत्तियन ढाउब।
    उ समइ मइँ ओन नबियन अउर याजकन क सजा देब।”
    इ सँदेसा यहोवा क अहइ।

13 “मइँ सोमरोन क नबियन क कछू बुरा करत लखेउँ।
    मइँ ओन नबियन क लबार बाल देवता क नाउँ भविस्सवाणी करत लखेउँ।
    ओन नबियन इस्राएल क लोगन स दूर भटकाएन।
14 मइँ यहूदा क नबियन क यरूसलेम मँ बहोत भयानक करम करत लखेउँ।
    एन नबियन बिभिचार करइ क पाप किहन।
उ पचे झूठी सिच्छन पइ बिस्सास किहन,
    अउर ओन लबार उपदेसन क कबूल किहन।
उ पचे दुट्ठ लोगन क पाप करत रहइ क बरे उत्साहित किहन।
    एह बरे लोग पाप करब नाहीं तजेन।
उ पचे सबहिं लोग एदोप नगर क तरह अहइँ।
    यरूसलेम क लोग मोरे बरे अमोरा नगर क तरह अहइ।”

15 एह बरे सर्वसक्तिमान यहोवा नबियन क बारे मँ इ बातन कहत ह,
“मइँ आव नबियन क दण्ड देब।
    उ सजा बिख स भरा भोजन पानी खाइ पिअइ जइसा होइ।
नबियन आध्यात्मिक बीमारी पइदा किहन अउर उ बीमारी पूरे देस मँ फइल गइ।
    एह बरे मइँ ओन नबियन क सजा देब।
    उ बीमारी यरूसलेम मँ नबियन स आइ।”

16 सर्वसक्तिमान इ सब कहत ह:
“उ पचे नबी तू पचन स जउन कहइँ ओकर अनसुनी करा।
    उ पचे तू पचन्क मूरख बनावइ क जतन करत अहइँ।
उ पचे नबी अन्तदर्सन करइ क बात करत हीं।
    किन्तु उ पचे आपन अन्त दर्सन मोहसे नाहीं पाउतेन।
    ओनकर अन्तदर्सन ओनकर मन क उपज अहइ।
17 कछू लोग यहोवा क सच्चे सँदेसा स घिना करत हीं।
    एह बरे उ सबइ नबी ओन लोगन स अलग-अलग कहत हीं।
    उ पचे कहत हीं, ‘तू सान्ति स रहब्या।’
कछू लोग बहोत हठी अहइँ।
    उ पचे उहइ करत हीं जउन उ पचे करइ चाहत हीं।
एह बरे उ सबइ नबी कहत हीं,
    ‘तोहार पचन्क कछू भी बुरा नाहीं होइ।’
18 किन्तु एन नबियन मँ स कउनो भी स्वर्गीय परिषद मँ सामिल नाहीं भवा ह।
    ओनमाँ स कउनो भी यहोवा क सँदेसा क न लखेस ह न ही सुनेस ह।
    ओनका स कउनो भी यहोवा क सँदेसा पइ गंभीरता स धियान नाहीं दिहेस ह।
19 अब यहोवा क हिआँ स सजा आँधी क तरह आइ।
    यहोवा क किरोध बौंड़र क तरह होइ।
    इ ओन दुट्ठ लोगन क मूँड़न क कुचरत भवा आइ।
20 यहोवा क किरोध तब तलक नाहीं रूकी
    जब तलक उ पचे जउन करइ चाहत हीं, पूरा न कइ लेइँ।
जब उ दिन चला जाइ
    तब तू पचे एका ठीक ठीक समुझब्या।
21 मइँ ओन नबियन क नाहीं पठएउँ।
    किन्तु उ पचे आपन सँदेसा देइ दउड़ पड़ेन।
मइँ ओनसे बातन नाहीं किहेउँ।
    किन्तु उ पचे मोर नाउँ क उपदेस दिहन।
22 जदि उ पचे मोर स्वर्गीय परिषद मँ सामिल भए होतेन
    तउ उ पचे यहूदा क लोगन क मोर सँदेसा दिए होतेन।
उ पचे लोगन क बुरे करम करइ स रोक दिए होतेन।
    उ पचे लोगन क पाप करम करइ स रोक दिए होतेन।”

23 इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
“मइँ परमेस्सर हउँ, हिआँ हुआ अउर सर्वत्र।
    मइँ बहोत दूर नाहीं हउँ।
24 कउनो मनई कउनो छिपइ क ठउरे मँ आपन क मोहसे छिपावइ जतन कइ सकत ह।
    किन्तु ओका लखि लेब मोरे लिए सहल अहइ।
    काहेकि मइँ सरग अउ धरती दुइनउँ पइ सर्वत्र हउँ।”

यहोवा इ सबइ बातन कहेस। 25 “अइसे नबी अहइँ जउन मोरे नाउँ पइ लबार उपदेस देत हीं। उ पचे कहत हीं, ‘मइँ एक सपन लखेउँ ह! मइँ एक सपन लखेउँ ह।’ मइँ ओनका उ सबइ बातन करत सुनेउँ ह। 26 इ कब तलक चलत रही? उ सबइ नबी झूठ ही क चिन्तन करत हीं अउर तब उ पचे उ झूठ क उपदेस लोगन क देत हीं। 27 इ सबइ नबी जतन करत हीं कि यहूदा क लोग मोर नाउँ बिसरि जाइँ। उ पचे इ काम क, आपुस मँ एक दूसर स कल्पित सपन कहिके करत अहइँ। इ सबइ लोग मोरे लोगन स मोर नाउँ वइसे ही बिसराइ देइ क जतन करत अहइँ जइसे ओनकर पुरखन मोका बिसरि गए रहेन। ओनकर पुरखन मोका बिसरि गएन अउर उ पचे लबार देवता बाल क पूजा किहन। 28 भूसा उ नाहीं अहइ जउन गोहूँ अहइ। ठीक उहइ तरह ओन नबियन क सपन मोर सँदेसा नाहीं अहइँ। जदि कउनो मनई आपन सपनन क कहइ चाहत ह तउ ओका कहइ द्या। किन्तु उ मनई क मोरे सँदेसा क सच्चाई क कहइ द्या जउन मोरे सँदेसा क सुनत ह। 29 मोर सँदेसा ज्वाला क तरह अहइ। इ उ हथौड़े क तरह अहइ जउन चट्टान क चूर्ण करत ह।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ।

30 “एह बरे मइँ लबार नबियन क खिलाफ हउँ। काहेकि उ पचे मोरे सँदेसा क एक दूसर स चोरावइ मँ लगा रहत हीं।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। 31 “उ पचे आपन बात कहत हीं अउर देखावा इ करत हीं कि उ यहोवा सँदेसा अहइ। 32 मइँ ओन लबार नबियन क खिलाफ हउँ जउन सपन क उपदेस देत हीं।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “उ पचे आपन झूठ अउ झूठे उपदेसन स मोरे लोगन क भटकावत हीं। मइँ ओन नबियन क लोगन क उपदेस देइ बरे नाहीं पठएउँ। मइँ ओनका आपन बरे कछू करइ क आदेस कबहुँ नाहीं दिहेउँ। उ पचे यहूदा क लोगन क सहायता बिल्कुल नाहीं कइ सकतेन।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ।

यहोवा स दुःखपूर्ण संदेसा

33 “यहूदा क लोग, नबी अथवा याजक तू पचन्स पूछ सकत हीं, ‘यहोवा क बोझ का अहइ?’ तू पचे ओनका जवाब द्या, ‘तू पचे बोझ अहइ अउर मइँ तोहसे छुटकारा पाउब।’ यहोवा कहत ह।

34 “कउनो नबी या याजक अथवा सायद लोगन मँ स कउनो कह सकत ह, ‘इ यहोवा स बोझ अहइ।’ उ मनई इ झूठ कहेस, एह बरे मइँ उ मनई अउर ओकरे पूरे परिवार क सजा देब। 35 जउन तू आपुस मँ एक दूसर स कहब्या उ इ अहइ: ‘यहोवा का जबाव दिहस?’ या ‘यहोवा का कहेस?’ 36 किन्तु तू पचे फुन इ भाव क कबहुँ नाहीं दुहरउब्या। यहोवा क ‘बोझ’ काहेकि ‘बोझ’ लोगन क खुद क सब्द अहइ। ऍह बरे तू पचे मोरे परमेस्सर, सजीव परमेस्सर, सर्वसक्तिमान यहोवा क सब्द क ‘बोझ’ बदल ह।

37 “जदि तू परमेस्सर क सँदेसा क बारे मँ जानइ चाहत अहा तब कउनो नबी स पूछा, ‘यहोवा तोहका का जवाब दिहस?’ या ‘यहोवा का कहेस?’ 38 किन्तु इ न कहा, ‘यहोवा क हिआँ स बोझ का अहइ?’ जदि तू एन सब्दन क उपयोग करब्या तउ यहोवा तोहसे इ सब कही, ‘तोहका मोरे सँदेसा क यहोवा क हिआँ स बोझ नाहीं कहइ चाही रहा।’ मइँ तोहसे ओन सब्दन क उपयोग न करइ क कहे रहेउँ। 39 किन्तु तू मोरे सँदेसा क बोझइ कहा, ‘एह बरे मइँ तोहका एक बोझ क तरह उठाउब अउर आपन स दूर पटक देब। मइँ तोहरे पुरखन क यरूसलेम नगर दिहे रहेउँ। किन्तु अब मइँ तोहका अउर उ नगर क आपन स दूर लोकाइ देब। 40 मइँ सदा ही तोहका कलंकित बनाइ देब। तू कबहुँ आपन लज्जा क नाहीं बिसरब्या।’”

तीतुस 1

पौलुस कइँती स जेका परमेस्सर क चुना भआ प्रेरित लोगन क ओनका बिसवास मँ सहायता देइ क बरे अउर हमरे धरम क सच्चाई क पूरा गियान क रहनुमाई क बरे भेजा गवा बा, इ सब, लोगन क परमेस्सर की सेवा क मार्ग बताइ। उ मइँ अइसेन एह बरे करत हुँ कि परमेस्सर क चुने हुअन क अनन्त जीवन क आस बाँधइ। परमेस्सर, जउन कभउँ झूठ नाहीं बोलत, अनादि काल स अनन्त जीवन क बचन दिहे अहइ। उचिते समइ पइ परमेस्सर अपने सुसमाचार क संसार क जानकारी बरे परगट किहेस। उहइ संदेस हमार उद्धारकर्ता परमेस्सर क आज्ञा स मोका सउँपा गवा बा।

हमार समान बिसवास मँ मोर सच्चा बेटवा तीतुस कः हमरे परमपिता परमेस्सर,

अउर उद्धारकर्ता मसीह ईसू कइँती स अनुग्रह अउर सान्ति मिलइ।

क्रीत मँ तीतुस क काम

मइँ तोहे सबन क क्रीत मँ एह बरे छोड़ रेहउँ कि उहाँ कछू अधूरा रही गवा बा, तू ओका ठीकठाक कइ द्या अउर मोरे आदेस क अनुसार हर नगर मँ बुजुर्गन क नियुक्त करा बुजुर्ग क नियुक्त तबहिं कीन्ह जाइ जब उ निर्दोस होइ। एक पत्नी ब्रती होइ। ओकर बचवन बिसवासी होइँ अउर अनुसासनहीनता क दोस ओनपर न लगावा जाइ सकइ। अउर उ पचे निरकुंस भी न होइँ। निरीच्छक निर्दोस अउर कउनउ खराबी स अछूता होइ चाही। काहेकि जेका परमेस्सर क काम सऊँपा गवा बा, ओका अड़ियल, चिड़चिड़ा, बहुत जियादा मदिरा पियइवाला, झगड़ालू, नीच कमाई क लोलुप न होइ चाही। बल्कि ओका तउ अतिथियन क आवभगत करइवाला, नेकी क चाहइवाला, विवेक स भरा धर्मी, भगत, अउर अपने प नियन्त्रण रखइवाला होइ चाही। ओका ओह बिसवास करइ जोग्ग संदेसा क मजबूती स धारण किहे रहइ चाही जेकर ओका सिच्छा दीन्ह गइ अहइ, ताकि उ लोगन क सदसिच्छा दइके ओन्हे प्रबोधित कइ सकइ। अउर जउन एनकर विरोधी होइँ, ओनकर खण्डन कइ सकइ।

10 इ एह बरे इ बहुत जरूरी बा काहेकि उ सबइ बहुत अहइँ अउर उ पचे उपद्रवी होइके व्यर्थ क बात बनावत भए दुसरन क भटकावत हीं। मइँ विसेसरूप स गैर यहूदियन पृष्ठभूमि क लोगन क उल्लेख करत हउँ। 11 ओनकर तउ मुँह बन्द किन्ह देइ जाइ चाही। काहेकि उ पचे जउन बातन नाहीं सिखावइ क बाटिन, ओन्हे सिखावत भए घर बिगाड़त रहत हीं। खराब रस्तन धन कमाइ क बरे ही ओ अइसेन करत हीं। 12 एक क्रीत क नबियन त अपने लोगन क बारे मँ खुद कहे बाटइः “क्रीत क निवासी हमेसा झूठ बोलत हीं, उ पचे जंगली पसु अहइँ, उ सबइ आलसी बाटेन, पेटू अहइँ।” 13 इ कथन सही बा, इही बरे ओनका बलपूर्वक डाँटा-फटकारा ताकि उ सत्य बिसवास क अनुसरण कइ सकइ। 14 यहूदियन क पुरान कथनन अउर ओन्हन लोगन क हुकुमन पइ, जउन सत्य स भटकि गवा हयेन, कउनउ धियान न द्या।

15 पवित्तर लोगन क बरे सब कछू पवित्तर बाटइ, मुला जउन पापे स असुद्ध अहइँ अउर जेनमाँ बिसवास नाहीं बा, ओनके बरे कछू भी पवित्तर नाहीं बा। वरन ओनकर मन अउर विवेक दुइनो हीं असुद्ध अहइँ। 16 उ पचे परमेस्सर क जानइ क दावा करत हीं। मुला ओनकर करम दर्सावत हीं कि ओ पचे ओका जनबइ नाहीं करतेन। उ पचे घृणित अउर आज्ञा क उल्लंघन करइवाला अहइँ। अउर कउनउ अच्छा काम करइ काम क करइ मँ उ असमर्थ अहइँ।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.