Old/New Testament
मुखिया लोगन क खरा अउर सच्चा होइ चाही
32 लखा, राजा लोग आपन राज्ज क निआव बरे सासन करब्या। अधिकारियन भुइँया क निआव करइ बरे सक्ती राखब्या। 2 जदि अइसा होइ तउ राजा उ जगहिया क नाई होइ जाइ जहाँ लोग आँधी अउ बर्खा स बचइ बरे आस्रय लेत हीं। इ झुरान धरती मँ जल धारन क नाई होइ। इ अइसा ही होइ जइसे गरम प्रदेस मँ कउनो बड़की चट्टान क ठण्डी छाया। 3 तब लोग ओका ठीक स देखत ही जउन ओकर आँख लखत ह। लोग ओका धियान स सुनिही जउन ओकर कान सुनत ह। 4 उ पचे लोग जउन उतावला अहइँ, उ सबइ सही फैसला लेइहीं। उ सबइ लोग जउन अबहिं साफ साफ नाहीं बोल पावत हीं, उ पचे साफ साफ अउर जल्दी बोलइ लगिहीं। 5 मूरख लोग महान मनई नाहीं कहवइहीं। लोग सड्यंत्र करइवालन क सम्मान जोग्ग नाहीं कहिहीं।
6 एक मूरख मनई तउ बेवकूफी स भरी बातन कहत ह अउर उ आपन मने मँ बुरी बातन क ही जोजनन बनावत ह। मूरख मनई अनुचित कारज करइ क ही सोचत ह। मूरख मनई यहोवा क बारे मँ गलत बातन कहत ह। मूरख मनई भुखान क खइया क खाइ नाहीं देत। मूरख मनई पियासे लोगन क पानी नाहीं पिअइ देत। 7 उ मूरख मनई बुराई क एक हथियार क रूप मँ इस्तेमाल करत ह। उ निर्धन लोगन स झूठ क जरिये बरबाद करइ बरे बुरे बुरे राहन बनावत ह। ओकर इ सबइ झूठी बातन गरीब लोगन क निस्पच्छ निआव मिलाइ स दूर रखत ह।
8 मुला एक ठु नीक मुखिया नीक काम करइ क योजना बनावत ह अउर ओकर उ सबइ नीक बातन ही ओका एक बढ़िया नेता बनावत ह।
बुरा समय आवत अहइ
9 तोहमाँ स कछू मेहररूअन अबहिं खुस अहइँ। तू पचे सुरच्छित अनुभव करति अहा। मुला तू पचन खड़े होइके जउन बचन मइँ बोलत हउँ ओनका सुनइ चाही। 10 मेहररूओ तू पचे अबहिं सुरच्छित अनुभव करति अहा किन्तु एक बरिस पाछे तू पचन बिपत्ति आवइवाली अहइ। काहेकि तू पचे अगले बरिस अंगूर एकट्ठा नाहीं करिब्यू एकट्ठा करइ बरे अँगूर होइहीं ही नाहीं।
11 मेहररूओ, अबहिं तू पचे चइन स अहा, किन्तु तू पचन्क डेराइ चाही। मेहररूओ, अबहिं तू पचे सुरच्छित अनुभव करति अहा, किन्तु तू पचन्क चिन्ता नाहीं करइ चाही। आपन सुन्नर ओढ़नन क उतारि बहावा अउर सोक वस्त्रन क धारण कइ ल्या। ओन वस्त्रन क आपन कमर पइ लपेट ल्या। 12 आपन सोक स भरी छातियन पइ ओन सोक वस्त्रन क पहिर ल्या। विलाप करा काहेकि तोहार खेत उजरि गवा अहइँ। तोहार पचन्क अंगूरे क बगीयन जउन कबहुँ अंगूर दिया करत रहेन, अब खाली पड़ा अहइँ। 13 मोरे लोगन क धरती बरे बिलाप करा। बिलाप करा, काहेकि हुवाँ बस काँटन अउ खरपतवार ही उगा करिहीं। विलाप करा इ नगर बरे अउर ओन सब भवनन बरे जउन कबहुँ आनन्द स भरे भए रहेन।
14 लोग इ प्रमुख नगर क छोड़ जइहीं। इ महल अउर इ मीनारन वीरान छोड़ दीन्ह जइहीं। उ पचे जनावरन क माँद जइसे होइ जइहीं। नगर मँ जंगली गदहन बिहार करिहीं। हुवाँ भेड़िन घास चरत फिरिहीं।
15-16 तब तलक अइसा ही होत रही, जब तलक परमेस्सर ऊपर स हमका आपन आतिमा नाहीं देइ। अब धरती पइ कउनो अच्छाई नाहीं अहइ। इ रेगिस्तान स बनी भई अहइ मुला आवइवाले समय मँ इ रेगिस्तान उपजाऊ मैदान होइ जाइ अउर इ उपजाऊ मैदान एक हरे भरे वन जइसा वन जाइ। चाहे जंगल होइ चाहे उपजाऊ धरती हर कहूँ निआव अउ निस्पच्छता मिली। 17 उ नेकी सदा-सदा क बरे सान्ति अउ सुरच्छा क लियाइ। 18 मोर लोग सान्ति क इ सुन्नर छेत्र मँ बसा करिहीं। मोर लोग सुरच्छा क तम्बुअन मँ रहा करिहीं। उ पचे निहचिंतता क संग सान्ति स पूर्ण जगहन मँ निवास करिहीं।
19 किन्तु इ सबइ बातन घटइँ एहसे पहिले उ वन क गिरब होइ। उ नगर क पराजित होइ क होइ। 20 तू पचन्मँ स कछू लोग हर जलधारा क निअरे बिआ बोवत अहा। तू पचे आपन मवेसियन अउ आपन गदहन क एहर-ओहर चरइ बरे खुला छोड़ देत अहा। तू लोग बहोत खुस रहब्या।
बुराई स जियादा बुराई पइदा होत ह
33 लखा, तू लोग लड़ाई करत अहा अउर ओन लोगन क वस्तुअन लूटत अहा अउर उ भी अइसे लोगन क जउन कबहुँ कउनो तोहार पचन्क वस्तु नाहीं चोराएन। तू पचे अइसे लोगन क धोखा देत रह्या जउन कबहुँ तू पचन्क धोखा नाहीं दिहन। एह बरे जब तू पचे चोरी करब बंद कइ देब्या तउ दूसर लोग तोहार वस्तुअन चोरी करब सुरू कइ देइहीं। जब तू लोगन क धोखा देब बंद कइ देब्या तउ लोग तू पचन्क धोखा देब आरम्भ कइ देइहीं। तब तू पचे कहब्या,
2 “हे यहोवा, हम पइ दाया करा।
हम पचे तोहरे सहारे बाट जोहा ह।
हे यहोवा, हर सुबह तू हमका सक्ति द्या
जब हम बिपत्ति मँ होइ, तू हमका बचाइ ल्या।
3 तोहरी सक्तिसाली ध्वनि स लोग डरा करत हीं अउर उ पचे तोहसे दूर भाग जात हीं।
तोहरी महानता क कारण रास्ट्र दूर भाग जाती हीं।”
4 तू पचे जुद्ध मँ लूटेस, किन्तु तू पचन्क छीना जाइ अउर तोहस लइ लेइ जाइ! इ अइसा ही होइ जइसा टिड्डियन आवा रहा अउर तोहार सारा फसल खाइ लेत रहा!
5 यहोवा बहोत महान अहइ, काहेकि उ बहोत ऊँचाइ (सरग) पइ रहत ह। यहोवा सिय्योन क सच्चाई अउर निआव स भरि दिहेस ह।
6 हे यरूसलेम, तोहार धार्मिक सभा लगातार होत रही। परमेस्सर क बुद्धि अउ गियान कवच क नाईं होइ जउन तोहार छाती क रच्छा करी। यहोव स तोहार डर अइसा होइ जइसा तू पचन क धन क खजाना।
7 मुला सुना! सरगदूत बाहेर गोहरावत अहइँ अउर सान्ति-संदेसवाहक बहोत रोवत अहइँ। 8 उच्च मार्गन रौंदा ग अहइँ। गलियन मँ कउनो नाहीं चलत फिरत अहइ। लोगन उ करार क उल्लंघन करिहीं जउन उ बनाए रहा। लोग साच्छी क जउन गवाही क रूप मँ पेस करि स जाइ इन्कार करी। कउनो भी कउनो दूसर लोगन क आदर नाहीं करत। 9 भुइँया बेरामी अहइ अउर अइसा लागत अहइ कि उ आपन आखरी सांस लेत अहइ। लबानोन आपन आखरी साँस लेत अहइ अउर सारोन क घाटी झुरान अउ उजाड़ अहइ। बासान अउ कर्मेल जउन कबहुँ पौधन अउर बृच्छन स हरा भरा रहा किन्तु अब हुआँ कछू नाहीं उगत ह।
10 यहोवा कहत ह, “मइँ अब खड़ा होब अउर आपन बड़कइ देखाउब। अब मइँ लोगन बरे एक महत्वपूर्ण बनब। 11 तू लोग बेकार क काम किहा ह। उ सबइ चिजियन भूसा अउर झुरान घासे क जइसे अहइँ। उ पचे बेकार अहइँ। तोहार पचन्क आतिमा आगी क नाई होइ जाइ अउर तू पचन्क बारि देइ। 12 लोग तब तलक बरत रइहीं जब तलक ओनकर हाड़न बरिके चूना जइसी नाहीं होइ जातीं। लोग काँटन अउर झुरान झाड़ियन क समान हाली स बरि जइहीं।
13 “दूर देसन क लोगो, जउन काम मइँ किहेउँ ह, तू पचे ओनके बारे मँ सुनत अहा। हे मोरे लगे क लोगो, तू पचे मोर सक्ति क समुझत अहा।”
14 सिय्योन मँ पापी डेरान अहइँ। उ पचे जउन बुरे करम किया करत हीं, डर स थर-थर काँपत अहइँ। उ पचे कहत हीं, “का इ बिनासकारी आगी स हम पचन क कउनो बचि सकत ह? कउन रह सकत ह इ आगी क निअरे जउन हमेसा हमेसा बरे बरत रहत ह?”
15 उ सबइ लोग इ आगी मँ स बचि पइहीं जउन अच्छा अहइँ, सच्चा अहइँ। उ सबइ लोग पइसा बरे दुसरन क नोस्कान नाहीं पहुँचावइ चाहतेन। उ सबइ लोग घूस नाहीं लेतेन। दूसर लोगन क कतल क जोजनन क उ पचे सुनइ तलक स मना कइ देत हीं। बुरे करम करइ क जोजनन क उ पचे लखब भी नाहीं चाहतेन। 16 अइसे लोग ऊँच ठउरन पइ सुरच्छा क साथ निवास करिहीं। ऊँच चट्टानन क गढ़ियन मँ उ पचे सुरच्छित रइहीं। अइसे लोगन क लगे सदा ही खाइ क भोजन अउर पिअइ क पानी रही।
17 तोहार पचन्क आँखिन उ राजा (परमेस्सर) क सुन्नरता क दर्सन करिहीं। तू पचे उ महान भइँया क लखब्या। 18-19 बीते भए दिनन मँ तू पचे जउन कस्ट उठाया ह, तू पचे ओकरे बारे मँ सोचब्या, “दूसर देसन क उ सबइ लोग कहाँ अहइँ? उ सबइ लोग अइसी बोली बोला करत रहेन, जेका हम समुझ नाहीं सकत रहेन। दूसर देसन क उ सबइ सेवक अउर कर एकट्ठा करइवाले कहाँ अहइँ? उ पचे गुप्तचर जउन हमार सुरच्छा मीनारन क लेखा जोखा लिए रहेन, कहाँ अहइँ? उ सबइ सब खतम होइ गएन।”
परमेस्सर यरूसलेम क बचाई
20 हमरे धार्मिक उत्सवन क नगरी, सिय्योन क लखा। विस्राम निवास क उ सुन्नर ठउर यरूसलेम क लखा। यरूसलेम उ तम्बू क समान अहइ जेका कबहुँ उखाड़ा नाहीं जाई। उ सबइ खूँटन जउन ओका आपन ठउरे पइ थामे रखत हीं, कबहुँ उखाड़ा नाहीं जइहीं। ओकर रस्सन कबहुँ टुटिहीं नाहीं। 21-23 हुवाँ हमरे बरे सक्तिसाली यहोवा विस्तृत झरनन अउर नदियन वाले एक ठउरे क समान होइ। किन्तु ओन नदियन पइ कबहुँ सत्रु क नउकन या सक्तिसाली जहाज वाहीं होइहीं। ओन नउकन पइ काम करइवाले तू लोग रस्सियन क नाहीं थामे रख सक्या। तू पचे मस्तूल क मजबूत नाहीं बनाए नाहीं रख सक्या। तउ तू पचे आपन पालन क भी नाहीं खोल पउब्या। काहेकि यहोवा हमार निआवकर्ता अहइ। यहोवा हमारे बरे नेम बनावत ह। यहोवा हमार राजा अहइ। उ हमार रच्छा करत ह। इहइ स यहोवा हमका बहोत सा धन देइ। हिआँ तलक कि अपाहिज लोग भी जुद्ध मँ बहुत सा धन जीत लेइहीं। 24 हुवाँ रहइवाला कउनो भी मनई अइसा नाहीं कही, “मइँ रोगी हउँ।” हुवाँ रहइवाले लोग अइसे लोग अहइँ जेनकर पाप छिमा कइ दीन्ह गवा अहइँ।
1 पौलुस जउन परमेस्सर क इच्छानुसार मसीह ईसू क प्रेरित बा ओकर, अउर हमरे भाई तीमुथियुस कइँती स।
2 मसीह मँ स्थित कुलुस्से मँ रहइवालान बिसवासी भाइयन तथा बाहिनियन अउर सन्त जनन क नाउँ:
हमरे परमपिता परमेस्सर कइँती स तोहे सबन क अनुग्रह अउर सान्ति मिलइ।
3 जब हम तोहरे बरे पराथना करित ह, हमेसा अपने पर्भू ईसू मसीह क परमपिता परमेस्सर क धन्यबाद करित ह। 4 काहेकि हम मसीह ईसू मँ तोहरे बिसवासे अउर सभन परमेस्सर जनन क बरे तोहरे पिरेम क बारे मँ सुने हई। 5 इ ओह आसा क कारण भवा बा जउन तोहरे बरे सरगे मँ सुरच्छित बा अउर जेकरे बारे मँ तू पहिलेन-सच्चा संदेस अर्थात सुसमाचार क सुनि चुका अहा। 6 सुसमाचार पूरे संसारे मँ सफलता पावत बा। इ वइसेन ही सफल होत बा जइसे तोहरे बीच इ ओह समइ स ही सफल होइ लगा रहा। जब स तू परमेस्सर क अऩुग्रह क बारे मँ सुने रह्या अउर सही-सही ओका समझा जात रहा। 7 हमार प्रिय साथी दास इपफ्रास स, जउन हमरे बरे मसीह क बिसवासी सेवक अहइ, तू सुसमाचार क सिच्छा पाये रह्या। 8 पवित्तर आतिमा क द्वारा उत्तेजित-तोहरे पिरेम क बारे मँ उहउ हमका बताए अहइ।
9 इही बरे जेह दिना स हम एनके बारे मँ सुने हई, हमहूँ तोहरे बरे पराथना करब अउर इ बिनती करब नही छोड़े हई किः
परमेस्सर क इछा तोहे पूर्ण ग्यान होइ सब तरह क समझ-बूज जउन आतिमा देत ह, अउर बुद्धि उ पावा करा तू 10 ताकि उ तरह जी सका, जेहसे परमेस्सर क प्रतिस्ठा होत ह सब तरह स करा खुस हमेसा तू पर्भू क। सदैव अच्छे फल उत्पन्न करइँ। अउर परमेस्सर क गियान हमेसा बढ़ई तोहरा। 11 अपने महिमा-भरी सक्ती स मजबूत बनवत जाइ तोहे उ ताकि विपत्ती क काल मँ जो कछू रास्ते मँ आवइ खुसी स महाधीरज स तू सब सहि ल्या।
12 ओह परमपिता क धन्यबाद करा, जेका तोहका एह योग्य बनायेस कि परमेस्सर क उन संत जनन क साथे जउन प्रकासमय जीवन जिअत हीं, तू उनके लोगन क उत्तराधिकार पावइ मँ सहभागी बनि सका। 13 परमेस्सर तउ अँधियारे क सक्ती स हमार उद्धार किहेस अउर अपने प्रिय बेटवा क राज्य मँ हमार प्रवेश कराएस। 14 ओह बेटवा क जरिये ही हमका छुटकारा मिला बा आनी हमका मिली बा हमरे पापन क छमा।
मसीह क दरसन मँ, परमेस्सर क दरसन
15 उ न देखाइ देइवाला परमेस्सर क
देखाइ देइवाल रूप अहइ।
उ सभन सिस्टी क ऊपर सासन करत ह।
16 काहेकि जउन कछू सरगे मँ बा अउर धरती पर बा,
उही क सक्ती स पैदा भवा बा।
कछूउ चाहे देखाई देइ अउर चाहे न देखाइ देइ चाहे सिंहासन होइ चाहे साम्राज्य, चाहे केउ सासक होइ अउर चाहे अधिकारी,
सब कछू उही क द्वारा रचा गवा बा अउर उही बरे रचा गवा बा।
17 सबसे पहिले उही क मौजूदगी रही।
ऊही क सक्ती स सब बस्तु स्थिर बनी रहत हीं।
18 एह देह अउर कलीसिया क मुखिया उहइ अहई।
उहइ आदि अहइ अउर मरेन क
फिन स जी उठावइ क उहइ सबसे बड़का अधिकारी भी उही अहई
ताकि सब बाते मँ पहिला स्थान उही क मिलइ।
19 काहेकि परमात्मा क इहइ माया क पूरे जने क साथे परमेस्सर उही मँ वास करइ चाहेस।
20 उही क जरिये पूरा ब्रह्माण्ड क परमेस्सर तउ अपने स फिन जोड़इ चाहेस।
सभन क जउन धरती क हयेन अउर सरगे क हयेन।
उही लहू क द्वारा परमेस्सर तउ सान्ति कराएस जेका तउ क्रूस पर बहाए रहा।
21 एक समइ रहा जब तू अपने बिचारन अउर बुरे कामन क कारण परमेस्सर क बरे अनजान अउर ओकर दुस्मन रहेन। 22 परन्तु अब जब मसीह अपने भौतिक देहे मँ रहा, तब मसीह क मउत क द्वारा परमेस्सर तउ तोहे खुद अपने आपेन स जोडि लिहेस। ताकि तोहे अपने सम्मुख पवित्तर, निहकलंक अउर निर्दोष बनाइके पेस कीन्ह जाई। 23 इ तबइ होइ सकत ह जब तू अपने बिसवासे मँ स्थिरता क साथे अटल बना रहा अउर इ सुसमाचर क दुवारा दीन्ह गइ ओह आसा क परित्याग न करा, जेका तू सुने अहा। एह अकास क नीचे हर कीहीउ परानी क ओकर उपदेस कीन्ह गवा था। अउर मइँ पौलुस उही क सेवक बना हउँ।
कलीसिया क बरे पौलुस क काम
24 अब देखा! मइँ तोहरे बरे जउन कस्ट उठाइत ह, ओहमाँ आनन्द क अनुभव करत हउँ अउर मसीह क देह, अउर कलीसिया क बरे मसीह क जातना मँ जउन कछू कमी रहि गइ रही, ओका अपने सरीरी मँ पूरा करत हउँ 25 परमेस्सर तउ जउन तोहरे सबन क लाभ बरे मोका आदेस दिहे रहा, उही क अनुसार मइँ कलीसिया का एक सेवक ठहरावा गवा हउँ। ताकि मइँ परमेस्सरर क उपदेस क पूरी तरह प्रचार करउँ। 26 इ सुसमाचार सन्तन का गुप्त सत्य अहइ। जउन आदिकाल स सबहिं आपन लोगन क आँखी स ओझल रहा। परन्तु अब ऐका परमेस्सर द्वारा लोगन प परगट कई दीन्ह गवा बा। 27 परमेस्सर अपने लोगन क इ परगट कई देई चाहत ह कि उ रहस्यपूर्ण सत्य केतना वैभवपूर्ण बा। ओकरे लगे इ रहस्यपूर्ण सत्य सभन क बरे बा। अउर उ रहस्यपूर्ण सत्य इ अहइ कि मसीह तोहरे भित्तरई रहत ह अउर परमेस्सर क महिमा पावइ बरे उहइ हमार एक मात्र आसा अहइ। 28 हमका जउन गियान मिला बा ओह पूरा क उपयोग करत भए हम हर कीहीउ क निर्देस अउर सिच्छा प्रदान करत अही ताकि हम ओका मसीह मँ एक पूरा व्यक्तित्व बनि के परमेस्सर क आगे हाजिर कइ सकी। 29 मइँ इही प्रयोजन स जउन मसीह मोका दिहेस, अउर जउन हममे सक्रिय अहइ, संघर्ष करत भए मइँ कठोर मेहनत करत अहउँ।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.