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Old/New Testament

Each day includes a passage from both the Old Testament and New Testament.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
यसायाह 30-31

इस्राएल क परमेस्सर पइ बिस्सास रखइ चाही

30 यहोवा कहेस, “मोरे एन बच्चन क लखा, इ सबइ मोर बात नाहीं मानतेन। इ सबइ जोजनन बनावत हीं मुला मोर मदद नाहीं लेइ चाहतेन। इ सबइ दूसर जातियन क साथ समझौता करत हीं जबकि मोर आतिमा ओन समझौतन क नाहीं चाहत। इ सबइ लोग आपन मूँड़े पइ पाप क बोझ बढ़ावत चला जात बाटेन। इ सबइ बच्चन मोहसे कछू नाहीं पूछतेन कि का अइसा करब उचित अहइ। ओनका उम्मीद अहइ कि फिरौन ओनका बचाइ लेइ। उ पचे चाहत हीं कि मिस्र ओनका बचाइ लेइ।

“मुला मइँ तू पचन्क बतावत हउँ कि मिस्र मँ सरण लेइ स तोहार पचन्क बचाव नाहीं होइ। मिस्र तोहार सबन्क रच्छा करइ मँ सफल नाहीं होइ। तोहार पचन्क अगुअन सोअन मँ गवा अहइँ अउर तोहार पचन्क राजदूत हानेस क चला गवा अहइँ। किन्तु ओनका निरासा ही हाथे लागी। उ पचे एक अइसे रास्ट्र पइ बिस्सास करत अहइँ जउन ओनका नाहीं बचाइ पाइ। मिस्र बेकार अहइ, मिस्र कउनो मदद नाहीं देइ। मिस्र क कारण ओनका अपमानित अउ लज्जित होइ पड़ी।”

यहूदा क परमेस्सर क सँदेसा

दक्खिन क गोरूअन बरे दुःखद सँदेसा:

नेगव बिपत्तियन अउर खतरन स भरा एक ठु देस अहइ। इ पहँटा सेरन, नागन अउर उड़इवाले साँपन स भरा पड़ा अहइ। किन्तु कछू लोग नेगव स होत भए जात्रा करत अहइँ उ पचे मिस्र कइँती जात अहइँ। ओन लोग गदहन क पीठन पइ आपन धन-दौलत लादे भए अहइँ। ओन लोग आपन खजाना ऊँटन क पीठन पइ लाद रखे अहइँ अर्थात् इ सबइ लोग एक अइसे देस पइ भरोसा रखे अहइँ जउन ओनका नाहीं बचाइ सकत। मिस्र ही उ बेकार क देस अहइ। मिस्र क मदद बेकार अहइ। एह बरे मइँ मिस्र क एक ठु अइसा रहाब कहत हउँ जउन निठल्ला पड़ा रहत ह।

अब एका एक चिह्न पइ लिख द्या ताकि सबहिं लोग एका लखि सकइँ। एका एक ठु किताबे मँ लिख द्या। एनका अन्तिम दिनन बरे लिख द्या। इ सबइ बातन सुदूर भविस्स क साच्छी होइही।

इ सबइ लोग ओन बच्चन क जइसे अहइँ जउन आपन महतारी-बाप क बात नाहीं मानतेन। उ सबइ लबार अहइँ अउर यहोवा क सिच्छन क सुनइ तलक नाहीं चाहतेन। 10 उ पचे नबियन स कहा करत हीं, “हम क जउन कछू ठीक बातन करइ चाही ओनके बारे मँ दर्सन जिन किया करा। हम क सच्चाई जिन बतावा। हम स अइसी अच्छी बातन कहा, जउन हम क नीक लाग सकत। हमरे बरे केवल अच्छी बातन ही लखा। 11 जउन बातन फुरइ घटइ क अहइँ, ओनका लखब बन्द करा। हमरे राहे स हटि जा। इस्राएल क उ पवित्तर परमेस्सर क बारे मँ हम का बताउब बन्द करा।”

यहूदा क मदद केवल परमेस्सर स आवत ह

12 इस्राएल क पवित्तर परमेस्सर कहत ह, “तू लोग यहोवा स इ सँदेसा क मानइ स मना कइ दिहा ह। तू लोग सहायता बरे लड़ाई-झगड़न अउर झूठ पइ निर्भर रहइ चाहत अहा। 13 तू पचे काहेकि एन बातन बरे अपराधी अहा, एह बरे तू पचे एक ठु अइसी ऊँच देवार क समान अहा जेहमाँ दरारन आइ चुकी अहइँ। उ देवार ढह जाइ अउर नान्ह नान्ह टूकन मँ टूटिके ढेर होइ जाइ। 14 तू पचे माटी क उ बड़के बर्तन क समान होइ जाब्या जउन टूटि टूटिके नान्ह नान्ह टूकन मँ बिखरि जात ह। इ सबइ टूकन बेकार होत हँ। एन टूकन मँ स तू पचे न तउ आगी स बरत कोयला ही उठाइ सकत ह अउर न ही क उनो जोहड़ स पानी।”

15 इस्राएल क उ पवित्तर, मोर सुआमी यहोवा कहत ह, “जदि तू पचे मोरी कइँती लउट आवा तउ तू पचे बचि जाब्या। जदि तू पचे मोहे पइ भरोसा रखब्या तबहिं तू पचन्क तोहार सबन्क बल मिली मुला तू पचन्क सान्त रहब होइ।”

मुला तू पचे तउ वइसा करइ ही नाहीं चाहत्या। 16 तू पचे कहत अहा, “नाहीं, हम पचन्क घोड़न क जरूरत अहइ जेन पइ चढ़िके हम पचे दूर पलाइ जाइ।” इ फुरइ अहइ तू पचे घोड़न पइ चढ़िके दूर पलाइ जाब्या मुला दुस्मन तोहार सबन्क पाछा करी अउर उ तोहारे सबन्क घोड़न स जियादा तेज होइ। 17 एक दुस्मन ललकारी अउर तोहार पचन्क सबहिं लोग ओकरे समन्ना स भाग खड़ा होइ जइहीं। हुवाँ तू पचे अइसे अकेल्ले बचा रहि जाब्या, जइसे पहाड़ी पइ लगा तोहार पचन्क झण्डे क डण्डा।

परमेस्सर आपन लोगन क मदद करी

18 यहोवा तू पचन्पइ आपन करूणा दर्सावत ह। यहोवा बाट जोहत ह। यहोवा तू पचन्क सुख चैन देइ बरे तइयार खड़ा अहइ। यहोवा खरा परमेस्सर अहइ अउर हर उ मनई जउन यहोवा क मदद क इंतजार मँ अहइ, धन्न (आनन्दित) होइ।

19 हाँ, हे सिय्योन पर्वत पइ रहइ वालो, हे यरूसलेम क बसइयो, तू लोग रोवत बिलखत नाहीं रहब्या। यहोवा तोहरे पचन्क रोवइ क सुनी अउर उ तू पचन्पइ दाया करी। यहोवा तोहार पचन्क सुनी अउर उ तोहार पचन्क मदद करी।

20 जदपि मोर यहोवा परमेस्सर तू पचन्क दुःख अउ कस्ट दइ सकत ह अइसे ही जइसे माना उ अइसा रोटी-पानी होइ, जेका तू पचे हर दिन खात-पिअत ह्वा। किन्तु असल मँ परमेस्सर तउ तोहार पचन्क सिच्छक अहइ, अउर उ तू पचन्स छिपा नाहीं रही। तू पचे खुद आपन आँखिन स आपन उ सिच्छक क लखब्या। 21 तब अगर तू पचे बुरे काम करब्या अउर बुरी जिन्नगी जीब्या (दाहिन कइँती या बाई कइँती) तउ तू पचे आपन पाछे एक आवाज क कहत सुनब्या, “खरी राह इ अहइ। तू पचन्क इहइ राहे मँ चलब अहइ।”

22 तोहरे पचन्क लगे चाँदी सोने स मढ़ी मूरतियन अहइँ। ओन झूठे देवतन तू पचन्क (पाप पूर्ण) बनाइ दिहेन ह। लेकिन तू पचे ओन झूठे देवतन क सेवा करब तजि देब्या। तू पचे ओन देवतन क कूड़े कचरे अउर मइले चिथड़न क समान दूर लोकउब्या।

23 उ समय, यहोवा तोहरे पचन्बरे बर्खा पठइ। तू पचे खेतन मँ बिआ बोउब्या, अउर धरती तोहरे पचन्बरे भोजन उपजाइ। तू सबन्क भरपूर उपज मिली। तोहार पचन्क पसुअन बरे खेतन मँ भरपूर चारा होइ। तोहरे पचन्क पसुअन बरे हुवाँ बड़ी-बड़ी चरागाहन होइहीं। 24 तोहरे पचन्क मवेसियन अउ तोहरे सबन्क गदहन क जइसे चारा क जरूरत होइ, उ सब ओनका मिली। खइया क ऍतना इफरात होइ कि तू पचन्क आपन पसुअन क खाइ बरे भी फावड़न अउर पंजन स चारा क फइलाउव होइ। 25 हर पर्वत अउर पहाड़ियन पइ पानी स भरी जल धारन होइहीं। इ सबइ बातन तब घटिहीं जब बहोत स लोग मरि चुकिहीं अउर मीनारन ढहि चुकिहीं।

26 उ समय चाँद क चाँदनी सूरज क धूप जइसी उज्जर होइ जाइ। सूरज क रोसनी आज स सात गुना जियादा उज्जर होइ जाइ। सूरज एक दिन मँ ऍतनी रोसनी देइ लागी जितनी उ पूरे सप्ताह मँ देत ह। इ सबइ बातन उ समय घटिहीं जब यहोवा आपन टूटे लोगन क मरहम पट्टी करी अउर सजा क कारण जउन चोटन ओनका आई अहइँ, ओनका चंगा करी।

27 लखा! बहोत दूर स यहोवा क नाउँ आवत अहइ। उ बहोत किरोधित अहइ। उ सँदेसा जउन उ लावत ह भाड़ी वजन क नाईं अहइ। ओकर होंठ क सब्द रूखा अहइ, ओकर जीभ एक बरत भए आग जइसी अहइ। 28 यहोवा क साँस (आतिमा) एक अइसी बिसाल नदी क तरह अहइ जउन तब तलक चढ़त रहत ह, जब तलक उ गटइ तलक नाहीं पहुँच जात। यहोवा सबहिं रास्ट्रन क निआव करी। इ वइसा ही होइ जइसे उ ओनका बिनासे क छलनी स छान डावइ। इ नियंत्रन वइसा होइ जइसे घोड़सवार लगाम क जरिया स घोड़ा क नियंत्रन करत ह, यहोवा रास्ट्रन क नियंत्रन करब अउर ओनकर अगुवाइ उ जगह तलक करब जहाँ उ ओनका लेइ जाइ चाहत ह।

29 उ समय, तू पचे खुसी क गीत गउब्या। उ समय ओन रातिन क जइसा होइ जब तू पचे आपन उत्सव मनाउब सुरू करत अहा। तू पचे ओन मनइयन क समान खुस होब्या जउन इस्राएल क चट्टान यहोवा क पर्वत पइ जात समय बाँसुरी क सुनत भए प्रसन्न होत हीं।

30 यहोवा सबहिं लोगन क आपन महान वाणी सुनइ क मजबूर करी। यहोवा लोगन क किरोध क संग खाले आवत भइ आपन सक्तिसाली भुजा लखइ क मजबूर करी। इ भुजा उ महा आगी क नाई होइ जउन सब कछू भसम कइ डावत ह। यहोवा क सक्ति उ आँधी क जइसी होइ जउन तेज बर्खा अउ ओलन क संग आवत ह। 31 अस्सूर जब यहोवा क अवाज सुनी तउ उ डेराइ जाइ। यहोवा लाठी स अस्सूर पइ वार करी। 32 यहोवा अस्सूर क पीटी अउर इ पिटाई अइसी होइ जइसे कउनो नगाड़न अउ वीणन पइ संगीत बजावत हउँ। यहोवा आपन सक्तीसाली भुजा (सक्ति) स अस्सूर क हराई।

33 तोपेत क बहोत पहिले स ही तइयार कइ लीन्ह गवा अहइ। राजा बरे इ तइयार अहइ। इ भट्टी बहोत गहिर अउर बहोत चौड़ी बनाई गइ अहइ। हुवाँ काठे क एक बहोत बड़का ढेर अउ आगी मौजूद अहइ। यहोवा क आतिमा बरत भइ गंधक क नदी क रूप मँ आइ अउर एका भसम कइके नस्ट कइ देइ।

इस्राएल क परमेस्सर क सक्ति पइ भरोसा रखइ चाही

31 ओन लोगन क धिक्कार अहइ जउन मदद पावइ बरे मिस्र कइँती उतरत अहइँ। इ सबइ लोग घोड़न चाहत हीं, घोड़न ओनका बचाइ लेइहीं। लोगन क आसा बाटइ कि मिस्र क रथ अउर घुड़सवार सैनिक ओनका बचाइ लेइहीं। लोग सोचत हीं कि उ पचे सुरच्छित एह बरे अहइँ कि इ एक बिसाल सेना अहइ। लोग इस्राएल क पवित्तर (परमेस्सर) पइ भरोसा नाहीं रखतेन। लोग यहोवा स मदद नाहीं माँगतेन। किन्तु, यहोवा ही बुद्धिमान अहइ अउर उ यहोवा ही अहइ जउन ओन पइ विपत्तियन ढाइ। लोग यहोवा क आदेस क नाहीं बदल पइहीं। यहोवा बुरे लोगन (यहूदा) क खिलाफ खड़ा होइ अउर जुद्ध करी। यहोवा ओन लोगन (मिस्र) क खिलाफ जुद्ध करी, जउन ओनका मदद पहोंचावइ क जतन करत हीं।

मिस्र क लोग मात्र मनई अहइँ परमेस्सर नाहीं। मिस्र क घोड़न मात्र पसु अहइँ, आतिमा नाहीं। यहोवा आपन हाथ अगवा बढ़ाई अउर सहायक (मिस्र) हार जाइ अउर मदद चाहइवाले लोगन (यहूदा) क पतन होइ। उ पचे सबहिं लोग साथ साथ मिट जइहीं।

यहोवा मोहसे इ कहेस, “जब कउनो सेर या सेर क कउनो बच्चा कउनो पसु क भच्छइ बरे धरत ह तउ उ मरे भए पसु पइ खड़ा होइ जात ह अउर दहाड़त ह। उ समय उ सक्तिसाली सेर क कउनो भी डेराइ नाहीं पावत। अगर चरवाहन आवइँ अउर उ सेर क हाँका करइ लागइँ तउ भी उ सेर डेराइ नाहीं। लोग केतॅना ही सोर करत रहइँ, मुला उ सेर नाहीं पराई।”

इहइ तरह सर्वसक्तिमान यहोवा सिय्योन पर्वत पइ उतरी। उ पर्वत पइ यहोवा जुद्ध करी। सर्वसक्तीमान यहोवा वइसे ही यरूसलेम क रच्छा करी जइसे आपन घोंसलन क ऊपर उड़त भइ चिरइयन। यहोवा ओका बचाइ अउर ओकर रच्छा करी। यहोवा ऊपर स होइके निकरि जाइ अउर यरूसलेम क रच्छा करी।

हे, इस्राएल क सन्तान! तू पचे परमेस्सर स विद्रोह किहा। तू पचन्क परमेस्सर कइँती मुड़ आवइ चाही। तब लोग ओन सोना चाँदी क मूरतियन क पूजब तजिहीं अउर जेनका तू पचे बनाया ह।

अस्सूर क लोग तरवार क जरिये मारि दीन्ह जाइ, मुला उ तरवार कउनो मनई क नाहीं होइ। हाँ अस्सूर क लोग तरवार स भाग जाइ क कोसिस करी, किन्तु ओनका जवान मनइयन क धइ लेहीं अउ दास बनाइ लेहीं। ओन लोगन क पनाह क स्थान क तबाह कीन्ह जाइहीं। ओनकर नेता पराजित कइ दीन्ह जइहीं अउर उ पचे आपन झण्डन क तजि देइहीं। इ सबइ संदेसा उ यहोवा क अहइ जेकर आगी थल (वेदी) सिय्योन पवर्त पइ अहइ। हाँ ओकर भट्टी (वेदी) यरूसलेम मँ अहइ।

फिलिप्पियन 4

फिलिप्पियन क पौलुस क निर्देस

हे मेरे भाइयो, तथा बहिनियो, मइँ तू सबन स पिरेम करत हउँ, अउर तू सबन क देखइ का तरसत हउँ। तू पचे खुसी अहा, मोर गौरव अहा। तू पचन क जइसे मइँ बताए हउँ, पर्भू मँ तू सबइ वइसेन ही द्दढ़ बना रहा।

मइँ युओदिया अउर सन्तुखे दुन्नऊ क उत्साहित करत हउँ कि तू पचे पर्भू मँ एक जइसे बिचार बनाए रखा। मोरे सच्चा साथी तोहसे सबन स मोर बिनती बा कि इन्हन स्त्रियन क सहायता करा। इ क्लेमेन्स अउर मोरे दुसरे सहकर्मियन सहित सुसमाचार क प्रचार मँ मोरे साथे जुटी रहिन। एनके नाउँ जीवन क किताबे[a] मँ लिखा गवा अहइँ।

पर्भू मँ हमेसा आनन्द मनावत रहा।

ऍका मइँ फिन दोहरावत हउँ आनन्द मनावत रहा। तू पछन क सहनसील आतिमा क गियान सब जने क होइ। पर्भू लगे ही बाटइ कउनउ बाते क चिन्ता न करा, बल्कि सब परिस्थितियन मँ धन्यबाद सहित पराथना अउर बिनय क साथे आपन याचना परमेस्सर क सामने रखत जा। इही स परमेस्सर कइँती स मिलइवाली सान्ति, जउन समझ स परे बा तोहरे हिरदइ अउर तोहरे बुद्धि क मसीह ईसू मँ सुरच्छित बनाए रखी।

भाइयो, तथा बहिनियो, इन बातन क धियान करा। जउन जरुर सत्य बा, जउन आदर योग्य बा, जउन अच्छा बा। जउन पवित्तर बा, जउन सुन्दर बा, जउन सराहइ योग्य बा या कउनउ अन्य गुन या कउनउ प्रसंसा जेका तू मोसे सीखे अहा, पाए अहा या सुने अहा या जेका करत मोका देखे अहा। इन बातन क अभ्यास करत रहा। सांति क सोत परमेस्सर तोहरे साथे रही।

फिलिप्पि मसीहियन क पौलुस क धन्यवाद

10 तू सबइ निस्चय ही मोरे भलाई बरे सोचत रहत ह परन्तु तू पचन क ओका देखावइ क अवसर नाहीं मिला रहा, परन्तु अब अखिरकार तोहमें मोरे बरे फिन स फिकिर जागी बा। एहसे मइँ पर्भू मँ बहुत आनन्दित भवा हउँ। 11 कउनउ व्यक्तिगत जरूरत क कारण मइँ इ नाहीं कहत हउँ। काहेकि जइसेन परिस्थिति मँ मइँ रहउँ, मइँ उही मँ सन्तोस करइ सीख लिहे हउँ। 12 मइँ अभाव क बीच रहई क रहस्य भी जानत हउँ अउर इहउ जानत हउँ कि सप्मन्नता मँ कइसे रहा जात ह। कइसेउ समइ होइ अउर कइसेउ परिस्थिति, चाहे पेट भरा होइ अउर चाहे भूखा, चाहे पास मँ बहुत कछू होइ अउर चाहे कछू भी न होइ, मइँ ओन सबे मँ सुखी रहइ सीख लिहे हउँ। 13 मसीह क जरिये मइँ सब कछू कइ सकत हउँ काहेकि उ मोका सक्ती देत ह।

14 कछू भी होइ हमरे कस्टन मँ तू पचे मोरे कामे मँ हाथ बटाई क अच्छा ही किये अहा। 15 हे फिलिप्पियन! तू पचे तउ जनतइ अहा, सुसमाचार क प्रचार क ओन्हन सुरु क दिनवा मँ जब मइँ मैसीडोनिया छोड़े रहेउँ, तउ लेन-देन क बारे मँ केवल मात्र तोहर कलीसिया क छोड़िके कउनउ अउर कलीसिया तउ मोर हाथ नाही बटाएस। 16 मई जब थिस्सलुनीके में रहेउँ, मोर जरूरत पूरा करइ बरे तू बार-बार मोका सहायता भेजे रह्या। 17 अइसेन नाहीं कि मइँ उपहारन क इच्छुक हउँ बल्कि मइँ तउ इ चाहत हउँ कि तोहरे खाता मँ लाभ जुड़त ही चला जाइ। 18 तू पचे इपफ्रुदीतुस क हाथे जउन उपहार मधुर गंध भेट क रूप मँ मोरे लेग भेजे रह्या, उ सबइ एक अइसेन स्वीकार करइ योग्य बलिदान अहइँ जेहसे परमेस्सर खुस होत ह। ओन्हन उपहारन क कारण मोरे लगे मोरे जरूरत स कहूँ ज्यादा होइ गवा बा, मोका पूरी तरह दिहा गवा बा। बल्कि ओहसे भी जियादा भरपूरा दिहा गवा बा। उ चीजन मधुर गंध भेटे क रूप मँ बाटिन, एक अइसेन स्वीकार करइ योग्य बलिदान जेहसे परमेस्सर खुस होत ह। 19 मोरे परमेस्सर भी ईसू क महिमा स बहोत धनवान अहइ। उ अपने उस धने क अनुसार तोहार सभन जरूरतन क पूरा करी। 20 हमरे परमेस्सर अउर परमपिता क हमेसा-हमेसा महिमा होत रहइ! आमीन!

21 मसीह ईसू क सभन सन्तन क नमस्कार। मोरे साथे जउन भाई अहइँ, तू पचन क नमस्कार करत हीं। 22 तू सभन संत अउर खासकर कैसर परिवारे क लोगन नमस्कार करत हीं।

23 तोहमँ स हर एक्क पर हमरे पर्भू ईसू मसीह क अनुग्रह तू पचन क आतिमा क साथ रही।

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Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.