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Old/New Testament

Each day includes a passage from both the Old Testament and New Testament.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
यसायाह 23-25

लबानोन क परमेस्सर क सँदेसा

23 सोर क बारे मँ दुःखद सँदेसा:

हे तर्सीस क जहाजो, दुःख मनावा। तोहार बंदरगाह उजाड़ दीन्ह गवा ह।
    एन जहाजन पइ जउन लोग रहेन, ओनका इ समाचार उ समय बतावा ग रहा
    जब उ पचे कित्तियन क देस मँ आपन राहे जात रहेन।

हे सागरे क निचके बसइया लोगो, रूका अउर सोक मनावा!
    हे, सीदोन क सौदागरो सोक मनावा, सीदोन तोहरे सँदेसावाहक समुद्दर पर जावा करत रहेन।
    ओ लोग तोहका धन दौलत स भरि दिहेन।
उ सबइ लोग अनाजे क तलास मँ समुद्दर मँ जात्रा करत रहेन।
    सोर क उ सबइ लोग नील नदी क आस पास जउन अनाज पैदा होत रहा, ओका मोल लइ लेत रहा करत रहेन
    अउर फुन उ अनाज क दूसर देसन मँ बेचा करत रहेन।

हे सीदोन, तोहका सर्म आवइ चाही।
    काहेकि अब सागर अउर सागर क किला कहत ह:
मइँ सन्तान रहित हउँ।
    मोका जच्चा क बेदना क गियान नाहीं अहइ।
मइँ कउनो बच्चे क जनम नाहीं दिहेउँ।
    मइँ युवती व युवक क पालिके बड़ा नाहीं किहेउँ।

मिस्र सोर क खबर सुनी
    अउर इ खबर मिस्र क दुःख देइ।
तोहार जलयान तर्सीस क लउटि जाइ चाही।
    हे सागरतट वासियो! दुःखे मँ बूड़ जा।
बीते दिनन मँ, तू पचे सोर क महिमा स आनन्द लिहा।
    इ नगरी सुरू स ही विकसित होत रही, उ नगर क लोग नगरन स कहूँ दूर बसइ बरे जात्र किहेन।
सोर क नगर बहोत सारे नेता पैदा किहेस।
    हुवाँ क बइपारी राजपूतन क समान होत हीं
अउर उ सबइ लोग वस्तुअन खरीदत अउ बेचत हीं।
    उ पचे हर कहूँ आदर पावत हीं, तउ कउन सोर क खिलाफ जोजनन रचेस ह।
हाँ, सर्वसक्तीमान यहोवा उ सबइ जोजना बनाए रहा।
    उहइ ही ओनका महत्व स पूर्ण न बनावइ क निहचय किहे रहा।
10 हे तर्सीस क जहाजो तू पचे अपने देस क लउटि जा।
    तू पचे सागरे क अइसे पार करा जइसे उ नान्ह स नदी होइ।
    कउनो भी मनई अब तू सबन्क नाहीं रोकी।
11 यहोवा आपन हाथ सागर क ऊपर फइलाएस ह
    अउर राज्जन क कँपाइ दिहस।
यहोवा कनान देस क बारे मँ आदेस दइ दिहस
    कि ओकरे गढ़ियन क नस्ट कइ दीन्ह जाइ।
12 यहोवा कहत ह, “हे! सीदोन क कुँवारी बिटिया, तोहका बर्बाद कीन्ह जाइ।
    अब तू अउर जियादा आनन्द न मनाइ पाई।”
किन्तु सोर क निवासी कहत हीं, “हमका कित्तीम बचाई।”
    किन्तु अगर तू सागरे क पार कइके कित्तीम जा हुवाँ भी तू चैन क ठउर न पउब्या।
13 एह बरे सोर क निवासी कहा करत हीं,
    “बाबुल क लोग हम क बचइहीं।”
किन्तु तू बाबुल क लोगन क धरती पइ लखा।
    एक देस क रूप मँ आजु बाबुल क कउनो अस्तित्व नाहीं अहइ।
बाबुल क ऊपर अस्सूर चढ़ाई किहस
    अउर ओकरे चारिहुँ ओर बुर्जियन बनाएस।
फउजियन सुन्नर घरन क सब धन लूट लिहन।
    अस्सूर बाबुल क जँगली पसुअन क घर बनाइ लिहस।
    उ पचे बाबुल क खण्डहरन मँ बदल दिहन।
14 तउ तर्सीस क जलयानो तू पचे बिलाप करा।
    तोहार सबन्क सुरच्छा ठउर (सोर) बर्बाद होइ जाइ।

15 सत्तर बरिस तलक लोग सोर क बिसरि जइहीं। (इ समय, कउनो राजा क सासनकाल क बराबर समय माना जात रहा।) सत्तर बरिस क पाछे, सोर एक रण्डी क नाई होइ जाइ। इ गीत मँ:

16 हे रण्डी! जेका मनसेधूअन बिसराइ दिहन।
    तू आपन वीणा उठावा अउर इ नगर मँ घूमा।
तू आपन गीत क अच्छी तरह बजावा,
    तू अक्सत आपन गीत गावा करा।
    तबहिं तोहका लोग फुन स याद करिहीं।

17 सत्तर बरिस क पाछे, परमेस्सर सोर क समस्या पइ विचार करब। सोर फुन आपन मज़दूरी एक रण्डी क नाई धरती क सबहिं रास्ट्रन क संग बइपार कइके प्राप्त करइ लागी। 18 किन्तु सोर जउने धन क कमाई ओका रख नाहीं पाई। सोर उ लाभ क जउन उ बइपार मँ कमाएस ह, यहोवा बरे सुरच्छित रहीं। सोर ओका ओन लोगन क देइ जउन यहोवा क सेवा करत अहा। एह बरे यहोवा क सेवक भर पेट खइया क खइहीं अउर नीक ओढ़ना पहिरहीं।

परमेस्सर इस्राएल क सजा देइ

24 लखा! यहोवा इ धरती क बर्बाद करी। यहोवा भूचालन क जरिये इ धरती क मरोड़ देइ। यहोवा लोगन क कहूँ दूर जाइ क मजबूर करी। उ समय, हर कउनो क संग एक जइसी घटनन घटिहीं, साधारण मनई अउ याजक एक जइसे होइ जइहीं। सुआमी अउर सेवक एक जइसे होइ जइहीं। दासियन अउर ओनकर सुआमियन एक समान होइ जइहीं। मोल लेइवाले अउर बेसइवाले एक जइसे होइ जइहीं। कर्जा लेइवालन अउर कर्जा देइवालन लोग एक जइसे होइ जइहीं। धनवान अउर दीन लोग एक जइसे होइ जइहीं। सबहिं लोगन क हुवाँ स ढकेल बाहेर कीन्ह जाइ। सारी धन दौलत छोरी लीन्ह जइहीं। अइसा एह बरे घटी काहेकि यहोवा अइसा ही आदेस दिहस ह। देस उजड़ जाइ अउर दुःखी होइ। दुनिया खाली होइ जाइ अउर उ दुर्बल होइ जाइ। इ धरती क महान नेता सक्तिहीन होइ जइहीं।

इ धरती उ लोगन दुआरा दूसित कइ दीन्ह ग अहइ जउन एह पइ रहत हीं। अइसा कइसा होइ गवा? लोग परमेस्सर क सिच्छा क विरोध मँ गलत काम किहेन। लोग परमेस्सर क नेमन क पालन नाहीं किहन। बहोत पहिले उहइ लोग परमेस्सर क संग एक करार किहे रहेन। किन्तु परमेस्सर क समन्वा कीन्ह गवा उ करार क उ पचे उल्लंघन किहेस। इ धरती क रहइवाले लोग अपराधी अहइँ। एह बरे परमेस्सर इ धरती क नस्ट करइ क निहचय किहस। ओन लोगन क सजा दीन्ह जाइ अउर हुवाँ थोड़े स लोग ही बचि पइहीं।

अगूंर क बेलन मुरझात अहइँ। नई दाखरस क कमी पड़ति अहइ। पहिले लोग खुस रहेन। किन्तु अब उ पचे ही लोग दुःखी अहइँ। लोगन आपन खुसी बियक्त करइ तजि दिहे अहइँ। खुसी क सबहिं ध्वनियन रूकि गइ बाटिन। खँजरियन अउ वीणन क आनन्द स भरा संगीत खतम होइ चुका अहइ। अब लोग दाखरस पिअत अहइँ, तउ खुसी क गीत नाहीं गउतेन। अब जब मनई दाखरस पिअत हीं, तब उ ओका कड़ुई लागत ह।

10 इ सहर क एक नीक स नाउँ अहइ, “गड़बड़ स भरा”, इ नगर क बिनास कीन्ह गवा। लोग घरन मँ नाहीं घुस सकतेन। दुआर बंद होइ चुका अहइँ। 11 गलियन मँ दुकानन पइ लोग अबहुँ भी दाखरस क पूँछत हीं, किन्तु समूची खुसी जाइ चुकी अहइ। आनन्द तउ दूर कइ दीन्ह ग अहइ। 12 नगर बरे बस बिनास ही बचत अहइ। दुआर तलक चकनाचूर होइ चुका अहइँ।

13 फसल क समय लोग जइतून क बृच्छ स जइतून क गिरावा करिहीं।
    किन्तु केवल कछू ही जइतून बृच्छन पइ बचिहीं!
    जइसे अंगूरे क फसल उतारइ क पाछे थोड़ा स अंगूर बचे रहि जात हीं,
    अइसा ही इ धरती क रास्ट्रन क संग होइ।
14 बचे भए लोग ऊँची आवाज़ मँ स्तुति करीं।
    दूरगामी देस क लोग यहोवा क महानता क स्तुति करिहीं अउर उ पचे, खुस होइहीं।
15 उ सबइ लोग कहा करिहीं, “पूर्व क लोगो, यहोवा क तारीफ करा।
    दूर देस क लोगो,
    इस्राएल क परमेस्सर यहोवा क नाउँ क गुण गान करा।”
16 इ धरती पइ हर कहूँ हम परमेस्सर क स्तुति क गीत सुनब।
    ऍन गीतन मँ परमेस्सर क स्तुति होइ।
किन्तु मइँ कहत हउँ, “मइँ बरबाद होत रहत हउँ।
    मइँ जउन कछू भी लखत हउँ सब कछू खउफनाक अहइ।
गद्दार लोग, लोगन क विरोधी होत रहत हीं,
    अउर ओनका चोट पहोंचावत हीं।”

17 मइँ धरती क बसइयन पइ खतरा आवत लखत हउँ।
    मइँ ओनके बरे भय, गड़हन अउर फँदन लखत हउँ।
18 लोग खतरे क सुनिके
    डर स काँपि जइहीं।
कछू लोग, पराइ जइहीं
    किन्तु उ सबइ गड़हन अउर फँदन मँ जाइ गिरिहीं
अउर ओन गड़हन स कछू चढ़िके बचि निकरि अइहीं,
    किन्तु उ पचे फुन दूसर फंदन मँ फँसिहीं।
ऊपर अकासे क छाती फटि जाइ जाइसे बाढ़ क दुआर खुलि गवा होइँ।
    बाढ़न आवइ लगिहीं अउर धरती क नेंव डगमग हिलइ लागी।
19 भूचाल आइ
    अउर धरती फट जाइहीं।
20 संसार क पाप बहोत भारी अहइँ।
    उ भारे स दबिके इ धरती गहराइ जाइ।
इ धरती कउनो झोपड़ी स काँपी
    अउर नसे मँ धुन्त कउनो मनई क तरह धरती गिर जाइ।
    इ धरती बनी न रही।

21 उ समय यहोवा सब क निआव करी।
    उ समय यहोवा अकासे मँ सरग क फउजन
    अउर धरती क राजा उ निआव क विषय होइहीं।
22 एन सबन क एक संग एकट्ठा कइ दीन्ह जाइ।
    ओनमाँ स कछू काल कोठरी मँ बन्द होइहीं
अउर कछू कारागार मँ रइहीं।
    किन्तु अंत मँ बहोत समय क पाछे एन सबन्क निआव होइ।
23 यरूसलेम मँ सिय्योन क पहाड़े पइ यहोवा राजा क रूप मँ राज्ज करी।
    अग्रजन क समन्वा ओकर महिमा होइ।
ओकर महिमा ऍतनी भव्व होइ कि चँदा व्याकुल होइ जाइ,
    सूरज लजाइ जाइ।

परमेस्सर क एक स्तुति-गीत

25 हे यहोवा, तू मोर परमेस्सर अहा।
    मइँ तोहरे नाउँ क स्तुति करत हउँ अउर मइँ तोहका सम्मान देत हउँ।
तू अनेक अद्भुत कार्य किहा ह।
    जउन भी सब्द तू बहोत पहिले कहे रह्या उ सबइ पूरी तरह स फुरइ अहइँ।
    हर बात वइसी ही घटी जइसी तू बताए रह्या।
तू नगर क नस्ट किहा।
    उ नगर सुदृढ़ चहरदीवारी स संरच्छित रहा।
    किन्तु अब उ मात्र पाथरन क ढेर रहि गवा।
परदेसियन क महल नस्ट कइ दीन्ह गवा।
    अब ओकर फुन स निर्माण नाहीं होइ।
सामर्थी लोग तोहार महिमा करिहीं।
    क्रूर जातियन क नगर तोहसे डेरइहीं।
यहोवा तू निर्धन लोगन बरे जउन जरूरतमंद अहइँ, सुरच्छा क ठउर अहा।
    अनेक बिपत्तियन ओनका पराजित करइ क आवत हीं किन्तु तू ओनका बचावत ह।
तू एक अइसा भवन अहा जउन ओनका तूफानी बर्खा स बचावत ह
    अउर तू एक अइसी हवा अहा जउन ओनका गर्मी स बचावत ह।
बिपत्तियन खउफनाक आँधी अउर घनघोर बर्खा जइसी आवत ह।
    बर्खा देवारन स टकरात ह अउर खाले बहि जात ह
    किन्तु मकाने मँ जउन लोग अहइँ, ओनका नोस्कान पहोंचावत ह।
नारा लगावत भए दुस्मन ललकारेस।
    घोर दुस्मन चुनौती देइ क ललकारेस।
किन्तु तू हे परमेस्सर, ओनका रोक लिहा।
    उ सबइ अइसे रहेन जइसे गर्मी कउनो खुस्क जगह पइ।
    तू ओन क्रूर लोगन क विजय गीत अइसे रोक दिहे रह्या जइसे सघन मेघन क छाया गर्मी क दूर करत ह।

आपन सेवकन बरे परमेस्सर क भोज

उ समय, सर्वसक्तीमान यहोवा इ पर्वते प सबहिं रास्ट्रन बरे एकठु भोज क प्रबंध करी। भोजे मँ स्वादिस्ट खइया क अउ दाखरस परोसा जाइ। भोज मँ नर्म अउ मज़ेदार गोस्त परोसा जाइ।

किन्तु अब लखा, एक अइसा पर्दा अहइ जउन सबहिं जातियन अउर सबहिं मनइयन क ढके अहइ। इ पर्दे क नाउँ अहइ, “मउत।” किन्तु मउत क हमेसा बरे अंत कइ दीन्ह जाइ अउर मोर सुआमी यहोवा हर आँखी क आँसू पोंछ देइ। बीते समय मँ ओकर सबहिं लोग सर्मिन्दा रहेन। यहोवा ओनकर लज्जा क इ धरती पइ स हरण कइ लेइ। इ सब कछू घटी काहेकि यहोवा कहे रहा, अइसा होइ।

उ समय लोग अइसा कहिहीं,
    “लखा इ हमार परमेस्सर अहइ।
इ उहइ अहइ जेकर हम बाट जोहत रहे।
    इ हमका बचावइ क आवा अहइ।
हम आपन यहोवा क प्रतीच्छा करत रहे।
    एह बरे हम खुसियन मनाउब अउर खुस होब कि यहोवा हमका बचाएस ह।”
10 इ पहाड़े पइ यहोवा क सक्ति अहइ
    अउर मोआब पराजित होइ।
यहोवा सत्रु क अइसा कुचिर डाइ
    जइसे भूसा कुचरा जात ह जउन खाद क ढेर मँ होत ह।
11 यहोवा आपन हाथ अइसे पसारी जइसे कउनो तैरत भवा मनई फइलावत ह।
    तब यहोवा ओन सबहिं वस्तुअन क एकट्ठा करी जेन पइ लोगन क गर्व अहइ।
यहोवा ओन सबहिं सुन्नर वस्तुअन क बटोर लेइ जेनका उ पचे बनाए रहेन
    अउर उ एन वस्तुअन क लोकाइ देइ।
12 यहोवा लोगन क ऊँच देवारन क नस्ट कइ देइ।
    यहोवा ओनके सुरच्छा ठउरन क नस्ट कइ देइ।
    यहोवा ओनका धरती क धूरि मँ पटक देइ।

फिलिप्पियन 1

ईसू मसीह क सेवक पौलुस अउर तीमुथियुस कइँती स,

मसीह ईसू मँ स्थित फिलिप्पी क रहइवाले बुजुर्गन संत जनन क नाउँ जउन उहाँ निरीच्छकन अउर कलीसिया क सेवकन क साथे निवास करत थीं:

हमार परमपिता परमेस्सर अउर हमार पर्भू ईसू मसीह कइँती स तू पचन क अनुग्रह अउर सान्ति मिलइ।

पौलुस क पराथना

मइँ जब-जब तू पचन क याद करत हउँ, तब-तब परमेस्सर क धन्यबाद देत हउँ। अपने हर पराथना मँ मइँ हमेसा खुशी क साथे तोहरे बरे पराथना करत हउँ। काहेकि पहिले ही दिना स आज तलक तू सुसमाचार क प्रचार मँ मोर सहयोगी रह्या ह। मोका इ बात क पूरा भरोसा बाटइ कि उ परमेस्सर जे तोहरे बीच मँ अइसेन अच्छा काम सुरु किहे अहइ, उहइ ओका उहइ दिना तक बनाए रखी, जब ईसू मसीह फिन आइके ओका पूरा करी।

तू सब क बारे मँ मोरे बरे अइसेन सोचब ठीकही बा। काहेकि तू सब मोरे मने मँ बसा भवा अहा। अउर न केवल तब जब तक मइँ जेल मँ हउँ, बल्कि तब भी जब मइँ सुसमाचार क सत्य क रच्छा करत भए, ओकरे प्रतिस्ठा मँ लगा रहेउँ, तू सभे ऍह अनुग्रह मँ मोर सहभागी रह्या ह। परमेस्सर मोर साछी अहइ कि मइँ मसीह ईसू द्वारा परगट पिरेम स मइँ तू सभन क बरे केतना बियाकुल रहत हउँ।

मइँ इहइ पराथना करत रहत हउँ:

पिरेम हमेसा बढ़इ तोहार साथे गियान क, गहन दिस्टि क। 10 पाइके इ गुन, भला-बुरा मँ भेद कइके, अपनाइ लेब्या हमेसा भले क। अउर एह तरह बन जाब्या तू सुद्ध अकलुस ओह दिना क जब मसीह आइ। 11 धारमिकता क फल स ईसू मसीह स मिलत ही परिपूर्ण होत जा जेहसे परमेस्सर क महिमा अउर स्तुति होत रह्या।

पौलुस क विपत्तियन पर्भू क काम मँ सहायक

12 भाइयो, मइँ तू सबन का जनाइ देइ चाहित हउँ कि मोरे साथे जउन कछू भवा बा, ओसे सुसमाचार क बढ़ावा ही मिला बाटइ। 13 परिणामसरूप स संसार क पूरी रच्छा दल अउर अन्य दूसरे सबहिं लोगन क इ पता चलि गवा बा कि मोका मसही क बिसवासी होई क कारण ही बन्दी बनावा गवा बाटइ। 14 एकरे अलावा पर्भू मँ स्थित ज्यादातर भाई मोर बन्दी होइके कराण उत्साह स भरा भवा अहइँ। अउर बहुत जियादा साहस क साथ सुसमाचार क निडरता पूर्वक सुनावत अहइँ।

15 इ सच अहइ कि ओहमाँ स कछू इरसा अउर बैर क कारण मसीह क उपदेस देत हीं परन्तु दुसरे जने सद्भावना स प्रेरितन होइके मसीह क उपदेस देत हीं। 16 ये सब जने पिरेम क कारण अइसेन करत हीं काहेकि इ जानत हीं कि परमेस्सर सुसमाचरे क बचाउ करइ बरे ही मोका इहाँ रखे अहइ। 17 परन्तु कछू अउर जने त सचाई क साथे नाहीं, बल्कि सुवारथ स भरी इच्छा स मसीह क प्रचार करत हीं काहेकि उ सोचित हीं कि एहसे उ पचे बन्दी-घरे मँ मोरे बरे कस्ट पइदा कइ सकिहीं। 18 परन्तु ऐहसे कउनउ फरक नाहीं पड़त। जरुरी तउ इ बा कि एक ढंग स, या दूसरे ढंग स, चाहे बुरा उद्देस्य होइ, चाहे भला प्रचार तउ मसीह क ही होत ह अउर ऐहसे मोका आनन्द मिलत ह।

अउर आनन्द मिलतइ रही। 19 काहेकि मइँ जानत हउँ कि तू पचन पराथना क द्वारा अउर ओह सहायता स जउन ईसू मसीह क आतिमा स मिलत ह, परिणाम मँ मोका छुटकारा ही मिली। 20 मोर तेज इच्छा अउर आसा इहइ बा अउर मोका इ बिसवास बा कि मइँ कउनो बाते स निरास नाहीं होब बल्कि सब तरह स निडर होइके जइसे मोरे सरीर स मसीह क महिमा हमेसा होत रही, वइसेन आगेउ होत रही, चाहे मइँ जिअउँ अउर चाहे मरि जाउँ। 21 काहेकि मोरे जीवन क मतलब अहइ मसीह अउर मउत क मतलब अहइ एक प्राप्ति। 22 मुला अगर मइँ अपने एह सरीर स जिन्दइ रहउँ तउ एकर मतलब इ होइ कि मइँ अपने कर्मे क परिणामे क आनन्द लेउँ। तउन मइँ नाहीं जानित हउँ कि मइँ का चुनउँ। 23 दुन्नउ विकल्पे क बीच चुनाव मँ मोका कठिनाई होत बा। मइँ अपने जीवन स विदा होइके मसीह क पास जाइ चाहित ह काहेकि उ अधिक अच्छा होइ। 24 दूसरी तरफ परन्तु एह सरीर क साथे ही मोर इहाँ रहब तोहरे बरे अधिक जरूरी बा। 25 अउर काहेकि इ मइँ निस्चय क साथे जानित हउँ कि मइँ इही रहबइ अउर तू सभन क आध्यात्मिक उन्नति अउर बिसवास स पइदा भवा आनन्द बरे तोहरे साथे रहतइ रहब। 26 ताकि तोहरे लगे मोरे लउटी आवई क परिणाम सहित तू पचन क मसीह ईसू मँ स्थित मोहे प गरब करइ क अउर अधिक आधार मिलि जाई।

27 परन्तु हर तरह स अइसा करा कि तू सबन आचरण मसीह क सुसमाचार क अनुकूल रहइ। जेहसे चाहे मइँ तोहरे लग आएके तू सबन क देखउँ अउर चाहे तु सबन स दूर रहउँ, तू सबन क बारे मँ इहइ सुनउँ कि तू पचे एक्कई आतिमा मँ मजबूती स टिका ह्वा अउर सुसमाचार स पइदा बिसवासे क बरे एक जुट होइके संघर्ष करत रहा। 28 अउर मइँ इहउ सुनई चाहित हउँ कि तू पचे अपने विरोधियन स कउनउ तरह स नाहीं डेरात अहा। तू सबन क इ साहस ओनके विनाश क प्रमाण अहइ। तू पचन क मुक्ति का संकेत अहइ जउन स्वयं परमेस्सर कइँती स अइसा ही कीन्ह जाई। 29 काहेकि मसीह कइँती स तू पचन क न केवल ओहमे बिसवास करइ क बल्कि ओकरे बरे यातना झेलइ क बिसेष अधिकार दीन्ह गवा बा। 30 तू पचे जानत अहा क तू उही संघर्ष मँ जुटा अहा जेहमे मइँ जुटा रहेउँ अउर जइसेन कि तू सुनत अहा आज तलक मइँ ऊहीं मँ लगा रहउँ।

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