Old/New Testament
अस्सूर मिस्र अउ इथोपिया क हराइ
20 सर्गोन अस्सूर क राजा रहा। सर्गोन तर्तान क नगर क खिलाफ जुद्ध करइ बरे असदोद पठएस। तर्तान हुवाँ जाइके सहर पइ कब्जा कइ लिहस। 2 उ समय आमोस क पूत यसायाह क जरिये यहोवा कहेस, “जा, अउर अपने कमर स सोक वस्त्र उतारिके लोकावा। अपने गोड़न क जूतियन उतारि द्या।” यसायाह यहोवा क हुकुम क पालन किहस अउर उ बगैर कपड़न अउ बगैर जूतन क एहर-ओहर घूमा।
3 फुन यहोवा कहेस, “यसायाह तीन बरिस तलक बगैर कपड़न अउर बगैर जूतियन पहिरे एहर-ओहर घूमत रहा ह। मिस्र अउ इथोपिया बरे इ एक संकेत अहइ कि 4 अस्सूर क राजा मिस्र अउ इथोपिया क हराइ। अस्सूर हुवाँ क बंदियन क लइके, ओनकर देसन स दूर लइ जाइ। बूढ़े मनई अउ जवान लोग बगैर कपड़न अउ नंगे गोड़न लइ जावा जइहीं। उ पचे पूरी तरह स नंगा होइहीं। मिस्र क लोग लजाइ जइहीं। 5 जउन लोग मदद बरे इथोपिया कइँती लखा करत रहेन, उ सबइ टूट जइहीं। जउन लोग मिस्र क महिमा स चकित रहेन उ पचे लज्जित होइहीं।”
6 समुद्दर क लगे बसइया लोग, उ पचे कहिहीं, “हम मदद बरे ओन देसन पइ बिस्सास कीन्ह। हम पचे ओनके लगे धावत गए ताकि उ पचे हमका अस्सूर क राजा स बचाइ लें किन्तु ओन देसन क लखा कि ओन देसन पइ ही जब कब्जा कइ लीन्ह गवा तब हम कइसे बच सक्ति रहे”
परमेस्सर क बाबुल क सँदेसा
21 सागर क रेगिस्तान क बारे मँ दुःखद सँदेसा:
रेगिस्ताने स कछू आवइवाला अहइ, इ नेगव स आवत हवा जइसा आवति बाटइ।
इ कउनो खउफनाक देस स आवति अहइ।
2 मइँ कछू लखेउँ ह जउन बहोत ही भयानक अहइ अउर घटइ ही वाला अहइ।
मोका गद्दार तोहका धोखा देत भए देखॉत हीं।
मइँ लोगन क तोहार पचन्क धन छोरत भए लखत हउँ।
एलाम, तू जा अउर जुद्ध करा!
मादै, तू आपन फउजन लइके नगर क घेरि ल्या अउर ओका हरावा।
मइँ उ बुराई क अन्त करब जउन उ नगर मँ बाटइ।
3 मइँ इ सबइ भयानक बातन लखेउँ अउर अब मइँ बहोत डेराइ गएउँ ह।
डर क मारे पेट मँ दर्द होत अहइ।
इ दर्द जच्चा क पीरा जइसा अहइ।
जउन बातन मइँ सुनत हउँ, उ सबइ मोका बहोत डेरावत अहइ।
जउन बातन मइँ लखत हउँ, ओनके कारण मइँ डर क मारे काँपइ लागत हउँ।
4 मइँ चिन्तित हउँ अउर भय स थर-थर काँपत हउँ।
मोर सुहावनी साँझ डर क रात बन गई ह।
5 लोगन सोचत हीं, सब कछू ठीक अहइ।
लोग कहत हीं, “चौकी तइयार करा
अउर ओह पइ आसन बिछावा, खा, पिआ।”
किन्तु मोर कहब अहइ,
“मुखिया लोगो! खड़ा ह्वा अउर जुद्ध क तइयारी करा।”
उहइ समय फउजी कहत अहइँ,
“पहरूअन क तैनात करा।
अधिकारी लोगो, खड़ा होइ जा अउर आपन ढालन क झलकावा!”
6 मोर सुआमी मोका इ सबइ बातन ह, “जा अउर नगर क रच्छा बरे कउनो मनई क हेरा। 7 जदि उ रखवारा घुड़सवारन क, गदहन क या ऊँटन क कतारन क लखइँ तउ ओका होसियारी क साथ सुनइ चाही।”
8 तउ फुन उ पहरूआ जोर स बोला पहरूआ कहेस,
“मोर सुआमी, मइँ हर दिन चौकीदार क बुर्ज पइ चौकादारी करत आएउँ ह।
हर राति मइँ खड़ा भवा पहरा देत रहत हउँ।
9 मुला लखा! उ पचे आवत अहइँ।
मोका घुड़सवारन क कतारन देखॉइ देत अहइँ।”
फुन सँदेसवाहक कहेस,
“बाबुल हार गवा,
बाबुल धरती पइ ध्वस्त कीन्ह गवा।
ओकरे मिथ्या देवन क सबहिं मूरतियन धरती पइ लुढ़काइ दीन्ह गइन
अउर उ सबइ चकनाचूर हो गइन ह।”
10 यसायाह कहेस, “हे खरिहाने मँ अनाज क तरह रौंदे भए मोर लोगो, मइँ सर्वसक्तीमान यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर स जउन कछू सुना ह, सबइ तू पचन्क बताइ दीन्ह ह।”
एदोम क परमेस्सर क सँदेसा
11 दूमा बरे दुःखद सँदेसा।
सेईर स मोका कउनो गोहराएस।
उ मोहसे कहेस, “हे पहरू, रात अबहिं केतॅनी बाकी बची बाटइ?
अबहिं अउर केतनी देर इ रात रही।”
12 पहरूआ कहेस,
“भोर होइ क अहइ मुला राति फुन स आई।
अगर तोहका कउनो बात पूछब अहइ
तउ लउट आवा अउर मोहसे पूछ ल्या।”
अरब बरे परमेस्सर क सँदेसा
13 अरब बरे दुःखद सँदेसा
हे ददानी क काफिले,
तू रात क रेगिस्तान मँ कछू बृच्छन क लगे गुजार ल्या।
14 कछू पियासे यात्रियन क पिअइ क पानी द्या।
तेमा क लोगो, ओन लोगन क खइया क द्या जउन जात्रा करत अहइँ।
15 उ सबइ लोग अइसी तरवारन स परात अहइँ
जउन ओनका मारइ क तत्पर रहेन।
उ सबइ लोग ओन धनुसन स बचिके परात रहेन
जउन ओन पइ छूटइ बरे तने भए रहेन।
उ सबइ भीसण लड़ाइ स परात रहेन।
16 मोर सुआमी यहोवा मोका बताए रहा कि अइसी बातन घटिहीं। यहोवा कहे रहा, “एक बरिस मँ (एक अइसा ढंग जेहसे मजदूर किराये क समय क गनत ह।) केदार क वैभव बर्बाद होइ जाइ। 17 उ समय केदार क थोड़े स धनुसधारी, प्रतापी फउजी ही जिअत बच पइहीं।” इस्राएल क परमेस्सर यहोवा मोका इ सबइ बातन बताए रहा।
यरूसलेम बरे परमेस्सर क सँदेसा
22 दिव्य दर्सन क घाटी क बारे मँ दुःखद सँदेसा:
तू लोगन क साथ का भवा ह?
काहे तू पचे आपन घरन क छतन पइ छिपत अहा?
2 बीत गए समय मँ इ सहर बहोत व्यस्त सहर रहा।
इ सहर बहोत सोरगुल स भरा अउर बहोत खुस रहा।
किन्तु अब बातन बदलि गइन।
तोहार लोग मारा गएन
किन्तु तरवारन स नाहीं,
अउर उ पचे मारा गएन किन्तु जुद्ध मँ लड़ते समय नाहीं।
3 तोहार सबहिं सैनिक अधिकारी पराइ गएन,
किन्तु उ सबहिं बिना हथियारन क पकड़ि गवा।
उ सबहिं खोजा गएन अउर एक साथ पकड़ा गएन,
जबकि उ फ़राइके कहूँ दूर भाग गए रहेन।
4 एह बरे मइँ कहत हउँ, “मोरी कइँती जिन लखा,
बस मोका रोवइ द्या!
यरूसलेम क बिनास पइ मोका सान्त्वना देइ बरे
मोरी कइँती जिन लपका।”
5 यहोवा एक खास दिन चुनेस ह। उ दिन हुवाँ बगावत अउर भगदड़ मचि जाइ। दिव्य दर्सन क घाटी[a] मँ लोग एक दूसर क रौंद डइहीं। नगर क चार दीवारी ओकर नीव स उखाड़ फेंकी जाइ। घाटी क लोग पहाड़े पइ के लोगन क ऊपर चिल्लाइहीं। 6 एलाम क घुड़सवार फउजी आपन-आपन तरकसन लइके घोड़न पइ चढ़े भए जुद्ध क प्रस्थान करिहीं। किर क लोग आपन ढालन स आवाज करिहीं। 7 तोहार इ खास घाटी मँ फउजन आइ जुटिहीं। घाटी रथन स भरि जाइ। घुड़सवार फउजी क नगर दुआरन क समन्वा तैनात कीन्ह जइहीं। 8 तब यहूदा क रच्छा-अवरण[b] हटाइ लेइ जाइ। लोग जंगल-महल मँ जमा कइ भए हथियारन क लइ बरे जाब्या।
9-11 तू पचन्क दाऊद क नगर क चहारदीवारी क दरारन क लख सकत हीं। तउ तू पचे मकानन क गनइ सुरू करब्या यह तय करइ बरे कि ओहमाँ स कँतना मकान क धवस्त करइ क जरूरत, दीवार क मरम्मत करइ बरे होइ। तू पचे निचली तालाब[c] स पानी भी जमा करइ सुरू करब्या। तू पचे दूसर तालाब[d] दीवारन क बीच मँ सहर क निचला भाग मँ पुराने तालाब[e] स पानी जमा करइ बरे बनाउब्या। फुन भी उ परमेस्सर पइ तोहार पचन्क भरोसा नाहीं होइ जउन ऍन सबइ वस्तुअन क बनाएस ह। तू पचे ओकरी (परमेस्सर) कइँती नाहीं लखब्या जउन बहोत पहिले ऍन सबइ वस्तुअन क रचना किहे रहा। 12 तउ, मोर सुआमी सर्वसक्तीमान यहोवा लोगन स ओनके मरे भए मीतन बरे बिलाप करइ अउर दुःखी होइ बरे कही। लोग आपन मूँड़ि मुँड़वाइ लेइहीं अउर सोक-वस्त्र धारण करिहीं। 13 किन्तु लखा! अब लोग खुस अहइँ। लोग खुसियन मनावत अहइँ। उ सबइ लोग कहत अहइँ:
“मवेसियन क मारा, भेड़िन क बध करा।
हम उत्सव मनाउब।
तू पचे आपन खइया क खा अउर आपन दाखरस पिआ।
खा अउर पिआ काहेकि भियान तउ हमका मरि जाब अहइ।”
14 सर्वसक्तिमान यहोवा इ सबइ बातन मोहसे कहे रहा अउर मइँ ओनका अपने काने स सुने रहेउँ: “तू पचे बुरे करम करइ क अपराधी अहा अउर मइँ निहचय क साथ कहत हउँ कि इ अपराध क छिमा कीन्ह जाइ स पहिले ही तू पचे मरि जाब्या।” मोर सुआमी सर्वसक्तीमान यहोवा इ सबइ बातन कहे रहा।
सेबना बरे परमेस्सर क सँदेसा
15 मोर सुआमी सर्वसक्तीमान यहोवा मोहसे इ सबइ बातन कहेस। उ सेबना नाउँ क सेवक क लगे जा। उ महल क प्रबन्ध-अधिकारी अहइ। 16 ओहसे पूछ्या, “उ का करत अहा? का हिआँ ओकरे परिवार क कउनो मनइ गड़ा भवा अहइ? उ हिआँ एक कब्र काहे बनावत अहा?”
यसायाह कहेस, “लखा इ मनई क! इ एक ऊँच जगहिया पइ आपन कब्र बनावत अहइ। आपन कब्र बनावइ बरे इ चट्टान क काटत अहइ।
17-18 “हे मनसेधू, यहोवा तोहका कुचरि डाइ। यहोवा तोहका बाँधिके एक ठु नान्ह स गेंदे क तरह गोल बनाइके कउनो बिसाल देसे मँ लोकाइ देइ अउर हुवाँ तोहार मउत होइ जाइ।”
यहोवा कहेस, “तोहका आपन रथन पइ बड़ा अभिमान रहा। किन्तु उ दूर देस मँ तोहरे नवे सासक क लगे अउर भी नीक रथ अहइँ। ओकरे महल मँ तोहार रथ महत्वपूर्ण नाहीं देखाइ देइहीं। 19 हिआ मइँ तोहका तोहार महत्व स पूर्ण काम स ढकेल के बाहेर करब। तोहरे महत्व क पूर्ण काम स तोहार नवा मुखिया तोहका दूर कइ देइ। 20 उ समय मइँ आपन सेवक एल्याकीम क जउन हिज्जिक्याह क पूत अहइ, बोलाउब 21 अउर तोहार चोगा लइके उ सेवक क पहिराइ देब। तोहार राजदण्ड भी मइँ ओका दइ देव। जउन महत्वक पूर्ण काम तोहरे पास अहइ, मइँ ओका भी उहइ क दइ देब। उ सेवक यरूसलेम क लोगन अउर यहूदा क परिवार बरे पिता क समान होइ।
22 “यहूदा क भवन क चाभी मइँ उ मनसेधू क गले मँ डाइ देब। अगर उ कउनो दुआर क खोली तउ उ दुआर खुला ही रही। कउनो भी मनई ओका बंद नाही कइ पाई। जदि उ कउनो दुआर क बंद करी तउ उ दुआर बंद होइ जाइ। कउनो भी मनई ओका खोल नाहीं पाई। उ सेवक पिता क घरे मँ एक सिंहासन क समान होइ। 23 मइँ ओका एक अइसी खूँटी क समान सुदृढ़ बनाउब जेका बहोत सख्त तखत मँ ठोका गवा ह। 24 ओकरे पिता क घर क सबहिं माननीय अउर महत्व स पूर्ण वस्तुअन ओकरे ऊपर लटकिहीं। सबहिं वयस्क अउर नान्ह बच्चन ओह पइ निर्भर रहिहीं। उ सबइ लोग अइसे होइहीं जइसे नान्ह नान्ह पात्र अउर बड़ी बड़ी सुराहियन ओकरे ऊपर लटकत होइँ।
25 “उ समय, उ खूँटी (सेबना) जउन अब एक बड़े कठोर तख्ते मँ गाड़ी भइ खूँटी अहइ, दुर्बल होइके टूट जाइ। उ खूँटी धरती पइ गिर पड़ी अउर उ खूँटी पइ लटकी भइ सबहिं वस्तुअन बर्बाद होइ जइहीं। तब उ प्रत्येक बात जउन मइँ उ सँदेसा मँ बताए रहेउँ, घटित होइ। इ सबइ बातन घटिहीं काहेकि एनका यहोवा कहे अहइ।”
बच्चे अउर महतारी-बाप
6 गदेलन, पर्भू मँ आस्था रखत महतारी-बाप क आज्ञा क पालन करा काहेकि इहइ तरीका पर्भू चाहत बा। 2 “आपन महतारी-बाप क सम्मान करा।”(A) इ पहली आज्ञा अहइ जउन इ परितिसिया स युक्त बा 3 कि “तोहार भला होई अउर तू धरती पर चिरायु होब्या।”(B)
4 अउर हे पिता लोगो, तू पचे आपन गदेलन क गुस्सा न दिआवा बल्कि पर्भू स मिली सिच्छा अउर निर्देसन क देत ओनकर पालन-पोसन करा।
सेवक अउर स्वामी
5 हे सेवक लोगो, तू पचे आपन संसारी स्वामियन क आज्ञा निष्कपट हिरदइ स भय अउर आदर क साथे उही तरह माना जइसे तू मसीह क आज्ञा मानत ह। 6 केवल कीहीउँ क देखत रहत ही रहा काम न करा जइसे तोहे लोगन क समर्थन क आवश्यकता होइ। बल्कि मसीह क सेवक क रूप मँ करा जउन आपन मन लगाइके परमेस्सर क इच्छा पूरी करत हीं। 7 उत्साह क साथे एक सेवक क रूप मँ अइसेन काम करा जइसे माना तू लोगन, क नाहीं पर्भू क सेवा करत अहा। 8 याद रखा, तोहमें हर एक चाहे उ सेवक होइ या स्वतंत्र होइ या केउ अच्छा काम करत ह, तउ पर्भू स ओका पुरस्कार मिली।
9 स्वामियन, तू सबहुँ आपन सेवकन क साथे वइसेन ही व्यहार करा अउर ओनका डरोवइ धमकावइ छोड़ि द्या। याद रखा, ओनकर अउर तोहर स्वामी सरगे मँ अहइ अउर उ कउनउ पच्छपात नाहीं करत।
पर्भू क अभेघ कवच धारण करा
10 मतलब इ कि पर्भू मँ स्थित होइके ओकर असीम सक्ती क साथे आपन आपक सक्तिसाली बनावा। 11 परमेस्सर क सम्पूर्ण कवच क धारण करा। ताकि तू राच्छस (दुस्टन) क सबइ योजन क सामने टिक सका। 12 काहेकि हमार संघर्ष मनइयन स नाहीं बा, बल्कि सासकन, अधिकारियन, एक अन्धकार भरा जुग क आकास क सक्तियन अउर अम्बर क दुस्टात्मिक सक्तियन क साथे बा। 13 इही बरे परमेस्सर क सम्पूर्ण कवच क धारण करा ताकि जब बुरा दिन आवइ तउ जउन कछू संभव बा ओका कइ चुकइ क बाद तू दृढतापूर्वक अडिग रहि सका।
14 तउ आपन करिहाउँ पइ सत्य क फेंटा कसिके नेकी क झिलम पहिन क 15 अउर गोड़न मँ सान्ति क सुसमाचार सुनावइ क तत्परता क पनही धारण कइके तू लोग अटल खड़ा रहा। 16 इ सबसे बड़ी बात इ बा कि विस्व क ढाल क रूप मँ लइ ल्या। जेकरे द्वारा तू ओन दुस्टन (सइतान) क समस्त अग्नि बाणन का बुझाई सका, जउन बन्दी क द्वारा छोड़ा गवा अहइँ। 17 उद्धार क बरे क सिरस्त्राण पहिन ल्या अउर परमेस्सर क सँदेसा रूपी आतिमा क तलवार उठाइ ल्या। 18 सब तरह क पराथना अउर निवेदन सहित आतिमा क सहायता सब अवसर पर विनती करत रहा। एह लच्छ स सभन प्रकार क यत्न करत सावधान रहा। अउर सभन सन्तन क बरे पराथना करा।
19 अउर मोरे बरे पराथना करा कि मइँ जब आपन मुँह खोलउँ, मोका एक सुसंदेस मिलइ ताकि निर्भयता क साथ सुसमाचार क रहस्य भरा सच क, परगट कइ साकउँ। 20 इही बरे मइँ जंजीर मँ जकड़ा भआ राजदूत क समान सेवा करत हउँ। पराथना करा कि, जेह तरह मोका बोलइ चाही उही तरह निर्भयता क साथे सुसमाचार क प्रबचन कइ सकउँ।
अन्तिम नमस्कार
21 तूहउ, मइँ कइसेन हउं अउर का करत हउँ, एका जान जा। सो तुखिकुस तोहे सबन कछू बताइ देई। इ हमार पिआरा बंधु अहइ अउर पर्भू मँ स्थित एक बिसवासपूर्ण सेवक अहइ। 22 इही बरे मइँ ओका तोहरे लगे भेजत हउँ ताकि तू मोर समाचार जानि सका अउर इही बरे कि उ तोहरे मने क सान्ति देइ सकइ।
23 भाइयो, तू सबे क परमपिता परमेस्सर अउर पर्भू ईसू मसीह कइँती स सान्ति, पिरेम अउर बिसवास मिलइ। 24 जउन हमरे पर्भू ईसू मसीह स अमर पिरेम रखत हीं, ओन पइ परमेस्सर क अनुग्रह होत ह।
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