Print Page Options
Previous Prev Day Next DayNext

Old/New Testament

Each day includes a passage from both the Old Testament and New Testament.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
यसायाह 17-19

आराम बरे परमेस्सर क सँदेसा

17 इ दमिस्क बरे दुःखद सँदेसा अहइ। यहोवा कहत ह कि दमिस्क क साथ मँ बातन घटिहीं:

“दमिस्क जउन आज नगर अहइ किन्तु कल उ उजड़ि जाइ।
    दमिस्क मँ बस टूटे फूटे भवन ही बचिहीं।
अरोएर क नगरन क लोग तजि जइहीं।
    ओन उजड़े भए नगरन मँ भेड़िन क खरका खुली घुमिहीं।
    हुवाँ कउनो ओनका डरावइवाला नाहीं होइ।
समारिया, एप्रैम क गढ़ नगर ध्वस्त होइ जइहीं।
    दमिस्क क सासन क अन्त होइ जाइ।
इस्राएल अउर आराम दुइनउँ देसन मँ इ सबहिं घटना एक समान घटिहीं।
    दुइनउँ देस आपन सक्ति अउर महिमा खोइ देब।”
    सर्वसक्तीमान यहोवा बताएस कि इ सबइ बातन होइहीं।

ओन दिनन याकूब अपनी सारी सम्पत्ति खोइ देइ।
    याकूब वइसा होइ जाइ जइसा मनई रोग स दुबला होइ।

उ समय क सज़ा अइसा होइ जइसे रपाईम घाटी मँ फसल काटइ क समय होत ह। मजदूर ओन पउधन क बटोरत हीं जउन खेते मँ उपजत हीं। फुन उ पचे ओन पउधन क बालन क काटत हीं अउर ओनसे अनाजे क दाना निकारत हीं।

उ समय ओह समय क समान होइ जब लोग जैतून क फसल उतारत हीं। लोग जैतून क बृच्छन स जैतून झाड़त हीं। किन्तु बृच्छ क चोटी पइ प्राय: कछू फल तब भी बचा रहत हीं। चोटी क कछू डारन पइ चार पाँच जइतून क फल छूट जात हीं। ओन नगरन मँ भी अइसा ही होइ। सर्वसक्तिमान यहोवा इ सबइ बातन कहे रहा।

उ समय लोग परमेस्सर कइँती निहरिहीं। परमेस्सर, जउन ओनकर रचना किहेस ह। उ सबइ इस्राएल क पवित्तर कइँती मदद खातिर लखिहीं। लोग ओन वेदियन पइ बिस्सास करब खतम कइ देइहीं जेनका उ पचे खुद आपन हाथन स बनाए रहा। असेरा देवी क जेन खम्मन अउ धूप बारइ क बेदियन क उ पचे आपन अँगुरियन स बनाए रहा, उ पचे ओन पइ भरोसा करब बंद कइ देइहीं। उ समय, सबहिं गढ़-नगर उजड़ जइहीं। उ सबइ नगर अइसे पर्वत अउर जंगलन क समान होइ जइहीं, जइसे उ पचे इस्राएलियन क आवइ स पहिले हुवा करत रहेन। बीते भए दिनन मँ हुवाँ स सबहिं लोग दूर भाग गए रहेन काहेकि इस्राएल क लोग हुवाँ आवत रहेन। भविस्स मँ इ देस फुन उजड़ जाइ। 10 अइसा एह बरे होइ काहेकि तू आपन उद्धारकर्ता परमेस्सर क बिसराइ दिहा ह। तू इ याद नाहीं राख्या कि परमेस्सर ही तोहार सरणस्थल अहइ।

तू सुदूर जगहन स बहोत नीक अंगूर क बेलन लिआए रह्या। तू अंगूरे क बेलन क रोप सकत ह किन्तु ओन पउधन मँ बढ़वार नाहीं होइ। 11 एक दिन तू आपन अंगूर क ओन बेलन क रोपब्या अउर ओनकर बढ़वार क जतन करब्या। अगवा दिन, उ सबइ पउधन बड़इ भी लगिहीं किन्तु फसल उतारइ क समय जब तू ओन बेलन क फल बटोरइ जाब्या तब लखब्या कि सब कछू झुराइ चुका अहइ। एक बेरामी सबहिं पउधन क अंत कइ देइ।

12 हे लोगन क भीड़ क सुना,
    उ गर्जत भवा समुद्दर क नाईं आवाज करत हीं!
    हे भीड़ क सोर सुना, उ सागर क ज्वार-भाट क टकराइ क नाईं आवाज करत ह।
13 हाँ उ भीड़ ओनहीं लहरन जइसे अहइ।
    मुला उ पचे सबहिं लहरन क नाईं पराइ जाइ जब परमेस्सर ओनका झिड़की!
    लोग उ भूसे क नाई होइहीं जेकरी पहाड़ी पइ हवा उड़ावत फिरत ह।
लोग वइसे ही होइ जइही जइसे आँधी क जरिया वस्तुअन क उखाड़े जात अहइ।
    आँधी ओनका उड़ावत ह अउर दूर लइ जात ह।
14 उ रात लोग बहोत ही डेराइ जइहीं।
    सुबह होइस पहिले, कछू भी नाहीं बच पाई।
तउ सत्रुअन क हुवाँ कछू भी हाथ नाहीं आई।
    उ पचे हमार धरती कइँती अइहीं, किन्तु हुवाँ भी कछू नाहीं होइ।

इथोपिया बरे परमेस्सर क सँदेसा

18 उ धरती क लखा जउन इथोपिया क नदियन क साथ-साथ फइली अहइ। इ धरती मँ कीड़े-मकोड़े भरे पड़ा अहइँ। तू ओनके पखनन क भिन्नाहट सुन सकत ह। इ धरती लोगन क सरकण्डन क नइयन स सागर क पार पर पठवत ह।

हे तेज चलइवाले हरकारो, एक अइसी जाति क लोगन क लगे जा
    जउन लम्बे अउर सक्तीसाली अहइँ!
    एन लम्बे सक्तिसाली लोगन स सब कहूँ क लोग डेरात हीं।
उ पचे एक बलवान जाति क लोग अहइँ।
    ओनकर जाति दूसर जातियन क हराइ देत ह।
    उ पचे एक अइसे देस क अहइँ जेका नदियन बाँट देत हीं।
उ अइसे ओन लोगन क सावधान कइ द्या कि ओनके संग कउनो बुरी घटना घटइ क अहइ।
    उ जाति क साथ घटत भइ इ घटना क दुनिया क सब लोग लखिहीं।
लोग एका इ तरह साफ साफ लखिहीं, जइसे पहाड़ पइ लगे भए झण्डे क लोग निहारत हीं।
    एन लम्बे अउर सक्तीसाली मनइयन क साथ जउन बातन घटिहीं,
    ओनके बारे मँ इ धरती क सबहिं निवासी सुनिहीं।
एका उ पचे ऍतनी स्पस्टता स सुनिहीं
    जेतनी स्पस्टता स जुद्ध स पहिले बजइवाले नरसिंहे क अवाज सुनाई देत ह।

यहोवा कहेस, “जउन ठउर मोरे बरे तइयार कीन्ह ग अहइ, मइँ उ ठउर पइ होब। मइँ चुपचाप एन बातन क घटत भए लखब। गर्मी क एक सुहावने दिन दोपहर क समय जब लोग अराम करत रहे होइहीं (यह तब होइ जब कटनी क गर्म समय होइ, बर्खा नाहीं होइ, बस अलख सुबह क ओस ही पड़ी।) तबहिं कउनो बहोत भयानक बात घटी। इ उ समय होइ जब फूल खिल चुका होइहीं अउर ओनकर बढ़त होत रही होइ। किन्तु फसल उतारइ क समय स पहिले ही दुस्मन आइ अउर एन पउधन क काटि डाइ। सत्रु आइके अंगूरे क सबइ लता क तोरि डाइ अउर ओनका कहूँ दूर लोकाइ देइ। अंगूरे क इ सबइ बेलन सिकारी पहाड़ी पंछियन अउर जंगली जानवरन क खाइ बरे छोड़ि दीन्ह जाइ। गर्मियन मँ पंछी एन दाख क सबइ लता मँ बसेरा करिहीं अउर उ सर्दी मँ जंगली पसु एन दाख क सबइ लता क चरिहीं।”

उ समय, लम्बे अउर सक्तीमान लोगन क सर्वसक्तिमान यहोवा क एक खास भेंट क रूप मँ चढ़ाई जाइँ। सब कहूँ क लोग एन लोगन स डेरात हीं। इ सबइ एक सक्तीसाली रास्ट्र क लोग अहइँ। उ पचे बिदेसी भासा बोलइ। इ रास्ट्र दूसर रास्ट्र क लोगन क जीतइ लेइ। इ सबइ एक अइसे देस क अहइँ, जउन नदियन स बँटा अहइँ। इ भेंट यहोवा क ठउर, सिय्योन पर्वत पइ स्वीकार करी जाइँ।

मिस्र बरे परमेस्सर क सँदेसा

19 मिस्र क बारे मँ दुःखद सँदेसा: लखा! एक उड़त भए बादर पइ यहोवा आवत अहइ। यहोवा मिस्र मँ प्रवेस करी अउर मिस्र क सारे लबार देवता डर स थर थर काँपइ लगिहीं। मिस्र वीर रहा किन्तु ओकर बहादुरी मोम क तरह टेघरिके बहि जाइ।

परमेस्सर कहत ह, “मइँ मिस्र क लोगन क आपुस मँ ही एक दूसर क खिलाफ जुद्ध करइ बरे हुस्काउब। लोग आपन ही भाइयन स लड़िहीं। पड़ोसी, पड़ोस क विरोध मँ होइ जाइ। नगर, नगर क विरोध मँ अउर राज्ज, राज्ज क खिलाफ होइ जाइ। मिस्र क लोग चक्कर मँ पड़ि जइहीं। उ सबइ लोग आपन लबार देवतन क अउर बुद्धिमान लोगन स पूछिहीं कि ओनका का करइ चाही। उ पचे लोग आपन ओझन अउ जादूगरन स पूछताछ करिहीं किन्तु ओनकर सलाह बेकार होइ।” सुआमी, सर्वसक्तीमान यहोवा कहेस: “मइँ (परमेस्सर) मिस्र क कठोर सुआमियन क सौंपब। एक सक्तीसाली राजा लोगन पइ राज करी।”

नील नदी क पानी झुराइ जाइ। नदी क तल मँ पानी नाहीं रही। सबहिं नदियन स दुर्गन्ध आवइ लागी। मिस्र क नहरन झुराइ जइहीं। हवाँ पानी नाहीं रहइँ। पानी क सबहिं पउधन सड़ जइहीं। उ पचे सबहिं पउधन जउन नदी क किनारे उगे होइहीं, झुराइके उड़ि जइहीं। हिआँ तलक कि उ सबइ पउधन भी, जउन नदी क सबन ते चौड़े हीँसा मँ होइहीं, बेकार होइ जइहीं।

“मछुआरे, अउर उ सबइ लोग जउन नील नदी स मछरियन पकड़ा करत हीं, दुःखी होइके त्राहि-त्राहि कइ उठिहीं। उ पचे आपन भोजन बरे नील नदी क सहारे पइ अहइँ किन्तु उ झुराइ जाइ। उ सबइ लोग जउन कपड़ा बनावा करत हीं, बहोत जियादा दुःखी होइहीं। एन लोगन क सन क कपड़ा बनावइ बरे पटसन क जरूरत होइ किन्तु नदी क झुराइ जाइ स सने क पौधन क बढ़ोतरी नाहीं होइ पाई। 10 पानी ऍकट्ठा करइ बरे बाँध बनावइवाले लोगन क पास काम नाहीं रहि जाइ। तउ उ पचे बहोत दुःखी होइहीं।

11 “सोअन नगर क मुखिया मूरख अहइँ। फिरौन क बुद्धिमान मन्त्री गलत सलाह देत हीं। उ सबइ मुखिया लोग कहत हीं कि उ पचे बुद्धिमान अहइँ। ओनकर कहब अहइ कि उ पचे पुराना राजा लोगन क सन्तान अहइँ। किन्तु जइसा उ पचे सोचत हीं, वइसे बुद्धिमान नाहीं अहइँ।” 12 हे मिस्र, तोहार बुद्धिमान मनसेधू कहाँ अहइँ? ओन बुद्धिमान लोगन क सर्वसक्तीमान यहोवा मिस्र बरे जउन जोजना बनाएस ह, ओनकर पता होइ चाही। ओन लोगन क, जउन होइवाला अहइ, तू पचन्क बतावइ चाही।

13 सोअन क मुखिया मूर्ख बनाइ दीन्ह ग अहइँ। नोप क मुखिया लोग झूठी बातन पइ बिस्सास किहेन ह। तउ मुखिया लोग मिस्र क गलत राहे पइ लइ जात हीं। 14 यहोवा मुखिया लोगन क उलझन मँ डाइ दिहस ह। उ सबइ भटक ग अहइँ अउर मिस्र क गलत राहे पइ लइ जात अहइँ। उ पचे नसे मँ धुत अइसे लोगन क नाई अहइ जउन बेरामी क कारण धरती मँ लउटत अहइँ। 15 मिस्र क बरे कउनो वुछ नाहीं कइ पाइ। (फिन चाहे उ सबइ मूँड़ होइँ या पूँछ, “खजूरे क डारि होइ या सरकंडा।” अर्थात् “महत्व स पूर्ण होइ या बगैर महत्व क लोग।”)

16 उ समय, मिस्र क निवासी डेरान मेहररूअन क नाई होइ जइहीं। उ सबइ सर्वसक्तिमान यहोवा स डेरइहीं। यहोवा लोगन क सजा देइ बरे हाथ उठाइ अउर लोग डेराइ जइहीं। 17 मिस्र मँ सब लोगन बरे यहूदा क प्रदेस भय क कारण होइ। मिस्र मँ कउनो भी यहूदा क नाउँ सुनिके डेराइ जाइ। अइसा एह बरे होइ काहेकि सर्वसक्तीमान यहोवा सबइ खउफनाक घटना क घटावइ बरे जोजना बनाएस ह। 18 उ समइ मँ, मिस्र मँ अइसे पाँच सहर होइहीं जहाँ लोग कनान क भाखा (यहूदी भाखा) बोलिहीं। एनॅ नगरन मँ एक नगर क नाउँ “नास क नगरी”[a] होइ। लोग सर्वसक्तीमान यहोवा क अनुसरण क प्रतिग्या करिहीं।

19 उ समय मिस्र क बीच मँ यहोवा बरे एक वेदी होइ। मिस्र क सीमा पइ यहोवा क आदर देइ बरे एक ठु स्मारक होइ। 20 इ इ बात क प्रतीक होइ कि सर्वसक्तिमान यहोवा सक्तिमान कार्य करत ह। जब कबहुँ लोग मदद बरे यहोवा क गोहरइहीं, यहोवा मदद पठई। यहोवा लोगन क बचावइ अउर ओनकर रच्छा करइ बरे एक मनई पठइ। उ मनई ओन मनइयन क ओन दूसर लोगन स बचाई जउन ओने साथ बुरी बातन करत हीं।

21 फुरइ उ समय, मिस्र क लोग यहोवा क जानिहीं। उ सबइ लोग परमेस्सर स पिरेम करिहीं। उ सबइ लोग परमेस्सर क सेवा करिहीं अउर बहोत स बलियन चढ़इहीं। उ सबइ लोग यहोवा क मनौतियन मनिहीं अउर ओन मनौतियन क पालन करिहीं। 22 यहोवा मिस्र क लोगन क सजा देइ। फुन यहोवा ओनका (चंगा) छिमा कइ देइ अउर उ पचे यहोवा कइँती लउटि अइहीं। यहोवा ओनकर पराथनन सुनी अउर ओनका छिमा कइ देइ।

23 उ समय, हुवाँ एक अइसा राजमार्ग होइ जउन मिस्र स अस्सूर जाइ। फुन अस्सूर स लोग मिस्र मँ जइहीं अउर मिस्र स अस्सूर मँ। मिस्र अस्सूर क लोगन क संग परमेस्सर क उपासना करी। 24 उ समय, इस्राएल अस्सूर अउ मिस्र आपुस मँ एक होइ जइहीं अउर पृथ्वी पइ सासन करिहीं। इ सासन धरती बरे वरदान होइ। 25 सर्वसक्तिमान यहोवा एन देसन क आसीर्बाद देइ। उ कही, “हे मिस्रियो! तू पचे मोर लोग अहा। हे अस्सूर क लोगो, उ मइँ हउँ जउन तोहका बनाएस। हे इस्राएलियो, तू अहा। मइँ तू सबन क आसीर्बाद देउँ ह!”

इफिसियन 5:17-33

17 मूर्खता स न रहत रहा बल्कि इ जान ल्या कि पर्भू क इच्छा का अहइ। 18 मदिरापान कइके मतवाला जिन बना रहा काहेकि इही स कामुकता पइदा होत ह। एकरे विपरीत आतिमा स परिपूर्ण होइ जा। 19 आपस मँ भजन, स्तुतिगयान अउर आध्यात्मिक गीतन क, परस्पर आदान-प्रदान करत रहा। आपन मने मँ पर्भू क बरे गीत गावत ओकर स्तुति करत रहा। 20 हर कीहीउँ बात क बरे हमार पर्भू ईसू मसीह क नाउँ पइ हमरे परम पिता परमेस्सर क हमेसा धन्यबाद करा।

पत्नी अउर पति

21 मसीह क प्रति सम्मान क कारण एक दूसरे क अरपन कइ द्या।

22 हे पतनियन, आपन-आपन पतियन क बरे अइसेन समर्पित रहा, जइसेन तू पर्भू क समर्पित होत ह। 23 काहेकि आपन पत्नी क उप्पर ओकर पति ही प्रमुख अहइ। वइसेन ही जइसे हमार कलीसिया क सिखर मसीह बा। उ खुदई इ देह क उद्धार करत ह। 24 जइसे कलीसिया मसीह क अधीन बा, वइसेन ही पत्नियन क सब बात मँ आपन-आपन पतियन क बरे समर्पित करइ चाही।

25 हे पतियन, आपन पत्नियन स पिरेम करा। वइसेन ही जइसे मसीह कलीसिया स पिरेम किहेस अउर आपन आप क ओकरे बरे बलि कई दिहेस। 26 ताकि उ ओका पर्भू क सेवा मँ जल मँ स्नान कराइके पवित्तर कई हमार घोसना क साथे परमेस्सर क अर्पित कइ देई। 27 इही तरह उ कलीसिया क एक अइसेन चमचमात दुलहिन क रूप मँ खुद क बरे पेस कइ सकत ह, जउन कलंक अउर पापन स मुक्त होइ, झुरियन स रहित होई, या जेहमाँ अइसेन अउर कउनउ कमन होइ। बल्कि उ पवित्तर होइ अउर हमेसा निर्दोस होइ।

28 पतियन क आपन-आपन पत्नियन स उही तरह पिरेम करइ चाही जइसे उ खुद आपन देह स करत हीं। जे आपन पत्नी स पिरेम करत ह उ खुद आपन आप स पिरेम करत ह। 29 केउ आपन देह स तब कभउँ घिरना नाहीं करत, बल्कि उ ओका पालत-पोसत ह अउर ओकर ध्यान रखत ह। वइसेन ही जइसे मसीह आपन कलीसिया क, 30 काहेकि हमउ त ओकरी काया क अंग अही। 31 पवित्तर सास्तर कहत ह, “इही बरे एक मनई आपन महतारी बाप क छोड़ि के आपन पत्नी स बंध जात ह अउर दुन्नउ एक देह होइ जात हीं।”(A)

32 इ रहस्यपूर्ण सच बहुत महत्वपूर्ण बा अउर मइँ तोहे बताइत ह कि इ मसीह अउर कलीसिया पर लागू होत ह। 33 तउन कछू भी होइ, तोहमाँ स हर कीहीउँ क आपन पत्नी स वइसेन ही पिरेम करई चाही जइसे तू खुद आपन आप क करत अहा। अउर एक पत्नी क आपन पति का डेरात भए आदर करइ चाही।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.