Print Page Options
Previous Prev Day Next DayNext

Old/New Testament

Each day includes a passage from both the Old Testament and New Testament.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
भजन संहिता 63-65

दाऊद क उ समइ क एक भजन जब उ यहूदा क मरुभूमि मँ छुपा भवा रहा।

हे परमेस्सर, तू मोर परमेस्सर अहा।
    वइसे केतॅना मइँ तोहका चाहत हउँ।
जइसे उ पियासी छीन धरती जेह पइ जल न होइ
    वइसे मोर देह अउर मन तोरे बरे पिआसा अहइ।
हाँ, तोहरे मन्दिर मँ तोहार दर्सन किहेउँ।
    तोहार सक्ती अउर तोहार महिमा देख लिहेउँ ह।
मोर बिस्ससयनीय पिरेम जिन्नगी स उत्तिम अहइ।
    मोर होंठ तोहार बड़कई करत हीं।
हाँ, मइँ निज जीवन मँ तोहार गुण गाउब।
    मइँ हाथ ऊपर उठाइके तोहरे नाउँ पइ तोहार पराथना करब।
जइसा मोर जु़बान[a] मज़ेदार भोजन स आनन्दित होत ह,
    ठीक वइसा ही मोर होंठ तोहार स्तुति गाइके खुस होइहीं।
मइँ आधी रात मँ बिछउना पइ
    ओलरा भवा तोहका याद करब।
फुरइ तू मोर मदद किहा ह।
    मइँ खुस हउँ कि तू मोका बचाया ह।
मोर मनवा तोहमाँ समात ह।
    तू मोर हथवा थामे रहत ह।

कछू लोग मोका मारइ क जतन करत अहइँ।
    मुला ओनका नस्ट कइ दीन्ह जाइ।
    उ पचे आपन कब्रन मँ समाइ जइहीं।
10 ओनका तरवारन स मार दीन्ह जाई।
    ओनकर ल्हासन क जंगली कूकुरन खइहीं।
11 मुला राजा तउ आपन परमेस्स्सर क संग खुस होइ।
    उ सबइ लोग जउन ओकरे आग्या मानइ क बचन बद्ध अहइँ, ओकर स्तुति करिहीं।
    काहेकि उ सबहिं झूठन क हराइ दिहस।

संगीत निर्देसक बरे दाऊद क एक ठु भजन।

हे परमेस्सर, मोर सुना जइसा मइँ बोलउँ।
    आपन दुस्मनन क डर स मोर रच्छा करा।
तू मोका मोरे दुस्मनन क गहिर सड्यंत्रन स बचाइ ल्या।
    मोका तू ओन दुट्ठ लोगन स छिपाइ ल्या।
मोरे बारे मँ उ पचे बहोत बुरा झूठ बोलेन ह।
    ओनकर जिभिया तेज तरवार जइसी अउर ओनकर कटु सब्द बाणन जइसे अहइँ।
उ पचे निर्दोख व्यक्ति पइ बाणन चलावइ बरे लुकाइ जात हीं।
    बिना डर स उ पचे अचानक बाण चलावत ह अउर निर्दोख व्यक्ति कबहुँ नाहीं लख सकत ह कि तीर ओकरे कइंती आवत हीं।
उ पचे ओका हरावइ क बुरा काम करत हीं।
    उ पचे झूठ बोलतेन अउ आपन जाल फइलावत हीं।
    अउर उ पचे इ अच्छी तरह तय किहे अहइँ कि ओनका कउनो नाहीं धरी पकड़ी।
लोग बहोत कुटिल होइ सकत हीं।
    उ सबइ लोग का सोचत अहइँ?
ऍका समुझ पाउब बड़ा कठिन अहइ।
मुला परमेस्सर आपन “बाण” मार सकत ह!
    अउर एकरे पहिले कि ओनका पता चलइ, उ सबइ दुट्ठ लोग घायल होइ जात हीं।
दुट्ठ जन दूसरन क संग बुरा करइ क जोजना बनावत हीं।
    मुला परमेस्सर ओनकर कुचक्रन क चउपट कइ सकत ह।
उ ओन बुरी बातन क खुद ओनके ऊपर खुद घटाइ देत ह।
    फुन हर कउनो जउन ओनका लखत अचरजे स भरिके आपन मूँड़ी हिलावत ह।
जउन परमेस्सर किहेस ह, लोग ओन बातन क लखिहीं
    अउर उ पचे ओन बातन क वर्णन दूसर लोगन स करिहीं,
फुन तउ हर कउनो परमेस्सर क बारे मँ अउर जियादा जानी।
    उ पचे ओकर आदर करब अउ डेराब सिखिहीं।
10 तउ सबइ बिस्सासी लोगन क लगे
    एक साथ परमेस्सर क स्तुति करइ क कारण होइ।

निर्देसक बरे दाऊद क एक ठू भजन।

हे परमेस्सर सिय्योन पर्वत पइ, हम पचे तोहका इ सान्ति पराथना भेंट किहउँ ह
    अउर आपन प्रतिग्या क पूरा किहेउँ ह।
मइँ तोहरे ओन कामन क बखान करत हउँ, जउन तू किहा ह।
    उ तू ही बाटइ जउन पराथनन क उत्तर दिह्या।
    एह बरे हर कउनो मनई तोहार लगे मँ आवत हीं।
जब हमार पाप हम पइ भारी पड़त हीं, हमसे सहा नाहीं जाइ पावत,
    तउ तू हमार ओन पापन्क हरिके लइ जात ह।
हे परमेस्सर, जेका तू चुन्या ह
    अउर आपन आँगनन मँ बसइ बरे लिआवा ह उ पचे बहोत असीसित होइहीं।
उ पचे तोहार घर,
    तोहार पवित्तर मन्दिर क बहोत बढ़ियाँ चिजियन स भरि देइहीं।
परमेस्सर मोर उद्धारकर्त्ता,
    तू जउने तरह स लोगन क सम्मान दिहा ह इ बहोत नीक बाटइ।
तू अचरज भरा काम करा,
    एह बरे दूर रास्ट्रन क लोगन अउर दूर क समुद्दरन तोहार लगे सुरच्छा बरे आइहीं।
परमेस्सर आपन महासक्ती क प्रयोग किहस अउ पर्वत रच डाएस।
    ओकर सक्ति हम आपन चारिहुँ कइँती लखत अही।
परमेस्सर उफनत भवा सागर सांत किहस।
    परमेस्सर जगत क सबहिं अनगिनत लोगन क बनाएस।
जउन अद्भुत बातन क परमेस्सर करत अहइ, ओनसे धरती क हर मनई डेरात अहइ।
    परमेस्सर तू ही हर कहूँ सूरज क उगावत अउ डुबावत ह।
    हर जगह लोग तोहार गुणगान करत हीं।
भुइँया क सारी रखवारी तू करत ह।
    तू ही ऍका सींचत अउ तू ही ऍहसे बहोत सारी वस्तुअन क उपजावत अहा।
हे परमेस्सर, नदियन क पानी स तू ही भरत अहा।
    तू ही फसलन क बढ़त करत अहा।
10 तू जोता भए खेतन पइ बर्खा करत अहा।
    तू खेतन क जल स लबालब कइ देत ह,
अउर धरती क बर्खा स नरम बनावत ह,
    अउर तू फिन पौधन क बढ़त करत ह।
11 तू नवा बरिस क सुरूआत उत्तिम फसलन स करत ह।
    तू भरपूर फसलन स गाड़ियन भर देत अहा।
12 बन अउ पर्वत दूब घासे स ढँकि जात हीं।
13 भेड़िन स चरागाहन भर गइन।
    फसलन स घाटियन भरपूर होत अहइँ।
    हर कउनो गावत अउ आनन्द मँ ऊँचा पुकारत अहइ।

रोमियन 6

पाप क बरे मरा भवा मसीह मँ जीवित

तउ फिन हम का कही? का हम पापइ करत रही ताकि परमेस्सर क अनुग्रह बढ़त रहइ? निस्चय ही नाहीं। हम जउन पाप क बरे मर चुका अही पाप मँ ह कइसेन जियब? या का तू नाहीं जातन अहा कि हम, जे मसीह ईसू मँ बपतिस्मा लिहे अही, ओकरी मउत क ही बपतिस्मा लिहे अही। तउ ओकरी मउत मँ बपतिस्मा लेइ स ही हम हू ओनके साथे गाड़ दीन्ह गवा रहा। ताकि जइसेन परमपिता क महिमामय सक्ति के जरिये मसीह क मरा हुवन मँ स जियाइ दीन्ह गवा रहा, वइसन ही हमहू एक नवा जीवन पावाह।

काहेकि जब हम ओनके मउत मँ ओकरे साथे रहे अही तउ ओकरे जइसेन फिन स उत्थान मँ उ ओकरे साथे रहब। हम इ जानित ह कि हमार पुराना जीवन मसीह क साथे ही क्रूस प चढ़ाइ दीन्ह गवा रहा ताकि पापमय आतिमा नस्ट होइ जाइ। अउर हम आगे क बरे पाप क दास न बना रही। काहेकि जउन मर गवा उ पाप क बन्धन स छुटकारा पाइ गवा।

अउर काहेकि हम मसीह क साथे मर गए, तउ हमार बिसवास बा कि हम उही क साथे जियब। हम जानित ह कि मसीह जेका मरा हुआ मँ स जिन्दा कीहेन रहा गवा अउर फिन नाहीं मर सकत, अमर अहइ। ओह पर मउत क बस कभउँ न चली। 10 जउन मउत स उ मरा बा, उ एक बार अउर सदा बरे पाप क बरे मरा बा परन्तु जउन जीवन उ जिअत ह, उ जीवन, परमेस्सर क बरे बाटइ। 11 इही तरह तू अपने बरेऊ सोचा कि तू पाप क बरे मर चुका अहा परन्तु मसीह ईसू मँ परमेस्सर क बरे जिअत अहा।

12 इही बरे तोहर नास होइवाला सरीरन क उप्पर पाप क बस न चलइ। ताकि तू उन चीजन का गुलाम न बना जेका तोहार पातकी अहम चाहत ह। 13 अपने सरीर क अंगन क अधर्म क सेवा क बरे पाप क हवाले न कर बल्कि मरा हुवन मँ स जी उठइवालन क समान परमेस्सर क हवाले कइ द्या। अउ अपने सरीर क अंगन क धार्मिकता क सेवा क साधन क रूप मँ परमेस्सर क हवाले कइ द्या। 14 तोह पे पाप क सासन न होइ काहेकि तू व्यवस्था क सहारे नाहीं जिअत अहा बल्कि परमेस्सर क अनुग्रह क सहारे जिअत अहा।

धार्मिकता क सेवक

15 तउ हम का करी? का हम पाप करी? काहेकि हम व्यवस्था क अधीन नाहीं, बल्कि परमेस्सर क अनुग्रह क अधीन जिअत अही। निस्चय ही नाहीं। 16 का तू नाहीं जानत अहा कि जब तू कीहीउ क आज्ञा मानइ क बरे अपने आप क दास क रूप मँ ओका सँउपि देत ह तउ तू दास अहा। उ मनई जेकर आज्ञा मानत अहा तोहार स्वामी अहइ! या परमेस्सर क आज्ञा भावा। पाप स आध्यात्मिक मउत होत ह। मुला परमेस्सर क हुकुम मानइ स नेकी कइँती लइ जात ह। फिन चाहे तू पाप क दास बना। 17 परन्तु पर्भू क धन्यवाद बा कि यद्यपि तू पाप क दास रह्या, तू अपने मन स ओन्हन उपदेसन क रीति क मान्या जउन तोहे सौंपा गवा रहेन। 18 तोहे पाप स छुटकारा मिलि गवा अउ तू धार्मिकता क सेवक बन गया। 19 (मइँ एक ठु मानवीय उदाहरण देइत ह जेका सभन लोग समाझि सकइँ काहेकि ओका समझब तू लोगन क बरे कठिन बा।) काहेकि तू अपने सरीर क अंगन क अपवित्तर अउ व्यवस्थाहीनता क आगे ओनके दास क रूप मँ सौंप दिहे रह्या जेसे व्यवस्थाहीनता पैदा भई, अब तू लोग ठीक वइसेन ही अपने सरीर क अंगन क दास क रुप मँ धार्मिकतइ क हाथन मँ सौंप द्या ताकि कुल समर्पण पैदा होइ।

20 काहेकि तू जब पाप क दास रह्या तउ धार्मिकता कइँती स तोहे प कउनउ बन्धन नाहीं रहा। 21 अउर देखा ओह समइ तोहे कइसेन फल मिला? जेकरे बरे आजु तू सर्मिन्दा अहा। जेकर अन्तिम परिणाम मउत बा। 22 परन्तु अब तोहे पाप स छुटकारा मिलि चुका बा अउ परमेस्सर क दास बनाइ दीन्ह अहा गवा अहा तउ जउन खेती तू काटत अहा, तोहे परमेस्सर क बरे कुल समर्पण मँ लइ जाइ। जेकर अन्तिम परिणाम बा अनन्त जीवन। 23 काहेकि पाप क मूल्य तो बस मृत्यु ही अहइ। जबकि हमार पर्भू मसीह ईसू मँ अनन्त जीवन, परमेस्सर क सेंतमेत क बरदान बाटइ।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.