Old/New Testament
7 इ तरह हम देवार बनावइ क काम पूरा कीन्ह। फुन हम देवार पइ दरवाजन लगाए। फुन हम दुआर क पहरेदारन, मन्दिर क गायकन अउ लेबियन क चुनेन। 2 एकरे पाछे मइँ अपने भाई हनानी क यरूसलेम क हाकिम नियुक्त कइ दीन्ह। मइँ हनन्याह नाउँ क एक ठु अउर मनई क चुनेउँ अउर ओका किलेदार नियुक्त कइ दिहेउँ। मइँ हनानी क एह बरे चुने रहेउँ कि उ बहोत ईमानदार मनई रहा अउर उ परमेस्सर स आप लोगन स कहूँ जियादा डेरात रहा। 3 तब मइँ हनानी अउर हनन्याह स कहेउँ, “तोहका हर दिन यरूसलेम क दुआर खोलइ स पहिले घंटन सूरज चढ जाइ क पाछे तलक इंतजार करत रहइ चाही अउर सूरज छुपइ स पहिले ही तोहका दरवाजन बन्द कइके ओन पइ ताला लगाइ देइ चाही। यरूसलेम मँ रहइवाले लोगन मँ स तोहका कछू अउर लोग चुनइ चाही अउर ओनका नगर क रच्छा करइ बरे बिसेस जगहन पइ नियुक्त करा अउर कछू लोगन क ओनके घरन क लगे ही पहरे पइ लगाइ द्या।”
लउटे भए बन्दियन क सूची
4 अब लखा, उ एक बहोत बडा नगर रहा जहाँ पर्याप्त जगह रही। किन्तु ओनमाँ लोग बहोत कम रहेन अउर मकान अबहिं तलक फुन स नाहीं बनाए गए रहेन। 5 एह बरे मोर परमेस्सर मोरे मन मँ एक बात पइदा किहस कि मइँ सबहि लोगन क एक सभा बुलाएउँ तउ मइँ सबहि महत्त्वपूर्ण लोगन क, हाकिमन क अउर सर्वसाधारण क एक संग बोलाएउँ। मइँ इ काम एह बरे किहेउँ कि मइँ ओन सबहि परिवारन क एक सूची तइयार कइ सकउँ। मोका अइसे लोगन क पारिवारिक सूचियन मिली जउन दासता स सब स पहिले छूटइवालन मँ स रहेन। हुवा जउन लिखा भवा मोका मिला, उ इ तरह अहइ।
6 इ सबइ पहँटा क उ सबइ लोग अहइँ जउन दासत्व स अजाद होइके लउटेन बाबेल क राजा, नबूकदनेस्सर एन लोगन क बन्दी बनाइके लइ गवा रहा। इ सबइ लोग यरूसलेम अउ यहूदा क लउटेन। हर मनई अपने-अपने नगर मँ चला गवा। 7 इ सबइ लोग जरुब्बाबेल, येसू, नहेमायाह, अजर्याह, राम्याह, नहमानी, मोर्दकै, बिलसान, मिस्पेरेत, बिग्वै, नहूम अउर बाना क संग लउटे रहेन।
8 प्रोस क संतान | 2,172 |
9 सपत्याह क संतान | 372 |
10 आरह क संतान | 652 |
11 पहत्मोआब क संतान (येसू अउर योआब क परिवार क संतानन) | 2,818 |
12 एलाम क संतान | 1,254 |
13 जत्तू क संतान | 845 |
14 जक्कै क संतान | 760 |
15 बिन्नूई क संतान | 648 |
16 बेबै क संतान | 628 |
17 अजगाद क संतानन | 2,322 |
18 अदोनीकाम क संतान | 667 |
19 बिग्वै क संतान | 2,067 |
20 आदीन क संतान | 655 |
21 आतेर क संतान (हिजीकयाह क परिवार स) | 98 |
22 हासम क संतान | 328 |
23 बेसै क संतान | 324 |
24 हारीप क संतान | 112 |
25 गिबोन क संतान | 95 |
26 बेतलेहेम अउर नतोपा नगरन क लोग | 188 |
27 अतानोत नगर क लोग | 128 |
28 बेतजमावत नगर क लोग | 42 |
29 किर्यत्यारीम, कपीर तथा बेरोत नगरन क लोग | 743 |
30 रामा अउर गेबा नगरन क लोग | 621 |
31 मिकपास नगर क लोग | 122 |
32 बेतेल अउर ऐ नगर क लोग | 123 |
33 नबो नाउँ क दूसर नगर क लोग | 52 |
34 एलाम नाउँ क दूसर नगर क लोग | 1,254 |
35 हरीम नाउँ क नगर क लोग | 320 |
36 यरीहो नगर क लोग | 345 |
37 लोद, हादीद अउर ओनो नाउँ क नगरन क लोग | 721 |
38 सना नाउँ क नगर क लोग | 3,930 |
39 याजकन क सूची यदायाह क संतान (येसू क परिवार स) | 973 |
40 इम्मेर क संतान | 1,052 |
41 पसहूर क संतान | 1,247 |
42 हारीम क संतान | 1,017 |
43 लेवी परिवार समूह क लोगन क सूची:
येसू क संतान (कदमीएल क जरिये होदवा क परिवार स) | 74 |
44 गायकन क सूची:
आसाप क संतान | 148 |
45 दुआरपालन क सूची:
सल्लूम, आतेर, तल्मोन, अक्कूब, हतीता अउर सोबै क संतान | 138 |
46 मन्दिर क सेवकन क सूची:
सीहा, हसूपा अउर तब्बाओत क संतानन,
47 केरोस, सीआ अउर पादोन क संतानन,
48 लबाना, हगाबा अउर सल्मै क संतान,
49 हानान, गिद्देल, गहर क संतान
50 राया, रसीन अउर नकोदा क संतानन,
51 गज्जाम, उज्जा, अउर पासेह क संतान
52 बेसै, मूनीम, नपूसस क संतान,
53 बकबूक, हकूपा, हर्हूर क संतान,
54 बसलीत, महीदा अउर हर्सा क संतानन,
55 बर्कोस, सीसरा अउर तेमेह क संतानन,
56 नसीह अउर हतीपा क संतान।
57 सुलैमान क सेवकन क संतान:
सोतै, सोपेरेत अउर परीदा क संतान
58 याला दर्कोन अउर गिद्दोल क संतान,
59 सपत्याह, हत्तील, पोकेरेत-हैस्सबायीम अउर आमोन क संतानन,
60 मन्दिर क सबहि सेवक अउ सुलैमान क सेवकन क संतान रहिन। | 392 |
61 इ ओन लोगन क सूची अहइ जउन तेलमेलह, तेलहर्सा, करूब अद्दोन अउर इम्मेर नाउँ क नगरन स यरूसलेम आए रहेन। मुला इ सबइ लोग साबित नाहीं कइ सकेन कि ओनकर परिवार असल मँ इस्राएल क लोगन स सम्बन्धित रहेन:
62 दलायाह, तोबियाह अउ नेकोदा क संतानन | 642 |
63 इ ओन याजकन क सूची अहइ जउन
होबायाह, हवकोस अउ बर्जिल्लै (जउन कउनो भी मनई गिलाद क बर्जिल्लै क बिटियन स बियाह किहा ओका बर्जिल्लै कहा जात रहा) क सन्तानन रहेन।
64 जउन लोग अपने परिवारन क ऐतिहासिक दस्तावेजन क हेरेन अउर उ पचे ओनका पाइ नाहीं सकेन, ओनकर नाउँ याजकन क सूची मँ नाहीं जोरा जाइ सका। उ पचे असफल रहेन एह बरे याजक नाहीं बन सकत रहेन। 65 तउ राज्जपाल ओनका एक आदेस दिहस जेकरे तहत उ पचे कउनो भी बहोत पवित्तर भोजन क नाहीं खाइ सकत रहेन। उ भोजन मँ स उ पचे उ समइ तलक कछू भी नाहीं खाइ सकत रहेन जब तलक महायाजक ऊरीम अउर तुम्मीम क उपयोग न कइ लेत रहेन।
66-67 उ समूचे समूह मँ लोगन क गनती 42,360 रही अउर ओनके लगे 7,337 दास अउर दासियन रहिन जउन गनती मँ नाहीं लीन्ह गवा रहेन, ओनके पास 245 गायक अउर गायिकन रहिन। 68-69 ओनके लगे 736 घोड़न अउर 245 खच्चर, अउर 435 ऊँट अउर 6,720 गदहन रहेन।
70 परिवार क कछू नेता लोगन उ कामे क सहारा देइ बरे धन दिहे रहेन। राज्जपाल क जरिये निर्माण कोस मँ 19 पौण्ड सोना दीन्ह गवा रहा। उ याजकन क बरे 50 खोरन अउ 530 जोड़ी ओढ़नन भी दिहे रहेन। 71 परिवार क मुखिया लोग 375 पौण्ड सोना उ काम क सहारा देइ क बरे निर्माण कोस मँ दिहन अउर 1 1/3 टन चाँदी ओनके जरिये भी दीन्ह गइ। 72 दूसर लोग कुल मिलाइके 375 पौण्ड सोना उ काम क सहारा देइ बरे निर्माण कोस क दिहन। उ पचे 1 1/3 टन चाँदी अउर याजकन क बरे 67 जोड़े ओढ़नन भी दिहन।
73 इ तरह याजक लेवी परिवार समूह क लोग, गायक अउर मन्दिर क सेवक अपने-अपने नगरन मँ बस गएन अउर इस्राएल क दूसर लोग भी अपने-अपने नगरन मँ रहइ लागेन अउर फुन साल क सतएँ महीने तलक इस्राएल क सबहि लोग अपने-अपने नगरन मँ बस गएन।
एज्रा क जरिये व्यवस्था विधान क बाँचा जाब
8 फुन इस्राएल क सबहिं लोग आपस मँ एकट्ठे भएन। उ पचे सबहिं एक रहेन अउर इ तरह एकमत रहेन जइसे माना उ पचे एक मनई होइँ। जल दुआर क समन्वा क खुले चौक मँ उ पचे आपुस मँ मिलेन। उ पचे लिपिक एज्रा स मूसा क व्यवस्था क किताब क लिआवइ बरे कहेन। इ उहइ व्यवस्था क विधान अहइ जेका इस्राएल क लोग यहोवा क दिहे रहेन। 2 तउ याजक एज्रा आपस मँ एकट्ठे भएन। ओन लोगन क समन्वा व्यवस्था क विधान क किताब क लइ आवा। उ दिन महीने क पहिली तारीख रही अउर उ महीना बरिस क सातवाँ महीना रहा। उ सभा मँ मनसेधू रहेन, मेहररूअन रहिन, अउर उ पचे सबहिं रहेन जउन बातन क सुन अउर समुझ सकत रहेन। 3 एज्रा भिंसारे क तड़के स लइके दोपहर तलक इ व्यवस्था क विधान क किताबे स पाठ किहा। उ समइ एज्रा क मुँह उ खुले चौक क तरफ रहा जउन जल दुआर क समन्वा पड़त रहा। उ सबहिं मनसेधुअन, मेहररूअन अउ ओन सबहिं लोगन क बरे ओका बाँचेस जउन सुन समुझ सकत रहेन। सबहि लोग व्यवस्था क विधान क सावधानी स सुनेन।
4 एज्रा काठे क उ ऊँच मंच पइ खड़ा रहा जेका इ बिसेस अवसर क बरे ही बनावा गवा रहा। एज्रा क दाहिन कइँती मत्तित्याह, सेमा, अनायाह, उरिय्याह, हिल्कियाह अउर मासेयाह खड़े रहेन अउर एज्रा क बाई कइँती पदायाह, मीसाएल, मल्कियाह, हासूम, हस्बद्दाना, जकर्याह अउर मसुल्लाम खड़े भए रहेन।
5 फुन एज्रा उ किताबे क खोलेस। एज्रा सबहि लोगन क देखाई देत रहा काहेकि उ सब लोगन स ऊपर एक ऊँचे मंच पइ खड़ा रहा। एज्रा व्यवस्था क विधान क किताब क जइसे ही खोलेस, सबहि लोग खड़े होइ गएन। 6 एज्रा महान परमेस्सर यहोवा क प्रसंसा किहस अउर सबहि लोग अपने हाथ ऊपर उठावत भए एक सुर मँ कहेन, “आमीन! आमीन!” अउर फुन सबहि लोग आपन मूँडि खाले निहुराइ दिहन अउर धरती पइ दण्डवत करत भए यहोवा क अराधना किहन।
7 लेवीबंस परिवार समूह क एन मनइयन व्यवस्था क विधान क व्याख्या तब किहेन सबहिं हुवाँ खड़े रहेन। लेवीबंस क ओन लोगन क नाउँ रहेन: येसू, बानी, सेरेब्याह, यामीन, अक्कूब, सब्बतै, होदियाह, मासेयाह, कलिता, अजर्याह, योजबाद, हानान अउ पलायाह। 8 लेवीबंस क एन लोग परमेस्सर क व्यवस्था क विधान क किताब क पाठ किहन। उ पचे ओनकर अइसी स्पस्ट किहेन कि लोग ओका समुझ सकइँ।
9 एकरे पाछे राज्जपाल नहेमायाह याजक अउ सिच्छक एज्रा अउ लेवीबंस क लोग जउन लोगन क सिच्छा देत रहेन, बोलेन। उ पचे कहेन, “आजु क दिन तोहरे परमेस्सर यहोवा क बिसेस दिन अहइ दुःखी जिन ह्वा, बिलाप जिन करा।” उ पचे अइसा एह बरे कहे रहेन कि लोग व्यवस्था क विधान मँ परमेस्सर क संदेसा सुनत भए रोवइ लगे रहेन।
10 नहेमायाह कहेस, “जा, अउर जाइके उत्तिम भोजन अउ सर्बत क आनन्द ल्या। अउर तनिक खाना अउर सर्बत ओन लोगन क भी द्या जउन कउनो खाना नाहीं बनावत ही। आजु यहोवा क खास दिन अहइँ। दुःखी जिन रहा। काहेकि यहोवा क आनन्द तोहका मज़बूत बनाइ देब।”
11 लेवीबंस परिवार क लोग लोगन क सांत होइ मँ मदद किहन। उ पचे कहेन, “चुप होइ जा, सांत रहा, इ एक बिसेस दिन अहइ। दुखी जिन ह्वा।”
12 एकरे पाछे सबहि लोग खावइ अउर पीवइ बरे चले गएन। उ पचे खइया क ओका दिहेन जेका ओकर जरूरत अहइ। उ पचे बहोत खुस रहेन अउर इ तरह उ पचे उ बिसेस दिन क मनाएन काहेकि उ पचे यहोवा क ओन सिच्छन क समुझ लिहन जेनका ओनका समुझावइ क सिच्छक जतन किया करत रहेन।
13 फुन महीने क दूसरी तारीख क सबहि परिवारन क मुखिया, एज्रा, याजकन अउ लेवीबंसियन, स भेटइ गएन अउर ब्यवस्था क विधान क बचनन क समुझइ क बरे सबहिं लोग सिच्छक एज्रा क घेरिके खड़े होइ गएन।
14 उ पचे समुझिके इ पाएन कि व्यवस्था क विधान मँ इ आदेस दीन्ह गवा ह कि साल क सतएँ महीने मँ इस्राएल क लोगन क एक बिसेस पवित्तर पर्व मनावइ क बरे यरूसलेम जाइ चाही। ओनका चाही कि उ पचे अस्थायी झोपड़ियन बनाइके हुवाँ रहइँ। लोगन क इ आदेस यहोवा मूसा क जरिये दीन्ह रहा। 15 लोगन क चाही रहा कि उ पचे अपने नगरन अउ यरूसलेम स गुजरत भए एन बातन क घोसणा करइँ: “पहाड़ी प्रदेस मँ जा अउर हुवाँ स तरह-तरह क जइतून क बृच्छन क टहनियन लइके आवा। मेंहदी, खजूर अउर छायादार सघन बृच्छन क डारन लिआवा, फुन ओन टहनियन स अस्थायी आवास बनावा। वइसा ही करा जइसा व्यवस्था क विधान बनावत ह।”
16 तउ लोग बाहेर गएन अउर ओन-ओन बृच्छन क टहनियन लइ आएन अउर फुन ओन टहनियन स उ पचे अपने बरे अस्थायी झोपड़ियन बनाइ लिहन। अपने घरे क छतन पइ अउर अपने-अपने अँगनन मँ उ पचे झोपड़ियन डाइ लिहन। उ पचे मन्दिर क आँगन जल-दुआर क निअरे क खुले चौक अउर एप्रैम दुआरे क निअरे झोपडियन बनाइ लिहन। 17 इस्राएल क लोनग क उ समूची टोली जउन बँधुआपन स छूटिके आई रही, आवास बनाइ लिहस अउर उ पचे अपनी बनाई झोपड़ियन मँ रहइ लागेन। नून क पूत यहोसू क समइ स लइके उ दिन तलक इस्राएल क लोग झोपडियन क त्यौहार क कबहुँ इ तरह नाहीं मनाए रहेन। हर मनई आनन्द स मगन रहा।
18 उ पर्व क हर रोज एज्रा ओन लोगन बरे व्यवस्था क बिधान क किताब मँ स पाठ करत रहा। उ पर्व क पहिले दिन स अन्तिम दिन तलक एज्रा ओन लोगन क व्यवस्था क बिधान बाँचिके सुनावत रहा। इस्राएल क लोग सात दिन तलक उ पर्व क मनाएन। फुन व्यवस्था क विधान क मुताबिक अठएँ दिन लोग एक बिसेस सभा क बरे आपुस मँ एकट्ठा भएन।
इस्राएल क लोगन क जरिये अपने पापन क अंगीकार
9 फुन उहइ महीने क चौबीसवीं तारीख क एक दिन क उपवास क बरे इस्राएल क लोग आपुस मँ एकट्ठे भएन। उ पचे इ देखावइ क बरे कि उ पचे दुःखी अउर बेचैन अहइँ, उ पचे सोक वस्त्र धारण किहन, अपने अपने मूँडन पइ राखी डाएन। 2 उ सबइ लोग जउन इस्राएल मँ जनमा रहेन, उ पचे बाहेर क लोगन स अपने आप क अलग कइ दिहन। इस्राएली लोग खड़े होइके अपने अउर अपने पुरखन क पापन क कबूल किहन। 3 उ सबइ लोग हुवाँ लगभग तीन घण्टे खड़े रहेन अउर उ पचे अपने यहोवा परमेस्सर क व्यवस्था क विधान क किताब क पाठ किहन अउर फुन तीन घण्टे उ पचे यहोवा परमेस्सर क समन्वा आपन मुँड़े क खाले निहुरेन अउर ओकर आराधना किहेन अउर अपने पापन क कबूल किहन।
4 फुन लेवीबंसी येसू, बानी, कदमीएल, सबन्याह, बुन्नी, सेरेब्याह, बानी अउर कनानी मंच पइ खड़े होइ गएन अउर उ पचे अपने परमेस्सर यहोवा क ऊँच सुर मँ गोहराएन। 5 एकरे पाछे लेवीबंसी येसू, कदमीएल, बानी, हसबन्याह, सेरेब्याह, होदियाह, सबन्याह अउर पतहयाह फुन कहेस। उ पचे बोलेन: “खड़े होइ जा अउर अपने यहोवा परमेस्सर क स्तुति करा। परमेस्सर सदा स जिअत रहा। अउर सदा ही जिअत रही।
“लोगन क चाही कि स्तुति करइँ तोहरे बडकईवाले नाउँ क।
सबहिं आसीसन अउ सारे गुण गानन स नाउँ ऊपर उठइ तोहार।
6 तू तउ परमेस्सर अहा।
यहोवा, बस तू ही परमेस्सर अहा।
अकासे क तू बनाया ह।
सब स ऊँच अकासन क रचना किहा तू,
अउर जउन कछू अहइ ओनमाँ सब तोहार बनावा अहइ!
धरती क रचना किहा तू ही,
अउर जउन कछू धरती पइ अहइ।
सागर क, अउर जउन कछू अहइ सागर मँ।
तू बनाया ह हर कउनो वस्तु क जिन्नगी तू देत ह!
सितारे सारे अकास क, निहुरत हीं समन्वा तोहरे अउर उपासना करत हीं तोहार।
7 यहोवा तू ही परमेस्सर अहा।
तू मोका कसदियन क ऊर जगह स बाहेर निकालेस ह।
तू ओकर नाउँ बदलेस ह
अउर ओका नाउँ इब्राहीम दिहेस ह।
8 तू इ लखे रह्या कि उ सच्चा अउर निस्ठावान रहा तोहरे बरे।
कइ लिहा उ साथ ओकरे वाचा एक ओका देइ क धरती कनान क बचन दिहा तू धरती,
जउन हुवा करत रही हित्तियन क अउर एमोरियन क।
धरती, जउन हुवा करत रही परिज्जियन, यबूसियन अउर गिर्गासियन क।
मुला बचन दिहा तू उ धरती क देइ क इब्राहीम क संतानन क
अउर आपन बचन उ पूरा किहा तू काहे? काहेकि तू उत्तिम अहा।
9 यहोवा लखत रहा तड़पत भए तू हमरे पुरखन क मिस्र मँ।
गोहरावत मदद क लाल सागर क तट पइ तू ओनका सुने रह्या।
10 फिरौन क तू देखाए रह्या चमत्कार।
तू हाकिमन क ओकरे अउर ओकरे लोगन क देखाए रह्या अद्भुत करम।
तोहका इ गियान रहा कि सोचा करत रहे मिस्री कि
उ पचे उत्तिम अहइँ हमरे पुरखन स।
किन्तु साबित कइ दिहा तू कि तू केतना महान अहा।
अउर अहइ ओकर याद बनी भइ ओनका आजु तलक भी।
11 सामने ओकरे लाल सागर क बाटँ दिहा तू,
अउर उ पचे पार होइ ग रहेन झुरान धरती पइ चलत भए।
मिस्र क फउजी पाछा करत रहेन ओनका।
मुला बोर दिहा तू ही रह्या दुस्मन क सागर मँ।
अउर उ पचे बूड़ गएन सागर मँ जइसे बूड़ जात ह पानी मँ पाथर।
12 मीनार जइसे बादर स दिन मँ ओनका राह तू देखाँया
अउर आगी क खंभे क प्रयोग कइके राति मँ ओनका तू देखाँया रहा।
मार्ग क तू ओनके इ तरह कइ दिहा ज्योतिर्मय
अउर देखाइ दिहा ओनका कि कहाँ ओनका जाब अहइ।
13 फुन तू उतर्या सीनै पहाड़ पइ
अउर अकासे स तू रह्या ओनका सम्बोधित किहा।
उत्तिम विधान दइ दिहा तू ओनका सच्ची सिच्छा क रहा तू दिहा ओनका।
व्यवस्था क विधान ओनका तू दिहा
अउर तू दिहा आदेस ओनका बहोत उत्तिम।
14 तू बताया ओनका सबित यानी अपने विस्राम क बिसेस दिन क विसय मँ।
तू अपने सेवक मूसा क जरिये ओनका आदेस दिहा।
व्यवस्था क विधान दिहा अउर दिहा सिच्छन।
15 जब ओनका भूख लगी,
बरसाइ दिहे भोजन रह्या, तू अकासे स।
जब ओनका पियास लाग,
चटान स परगट किहे तू रह्या जल क
अउर कहे तू रह्या ओनसे
‘आवा, लइ ल्या इ प्रदेस क।’
तू बचन दिहा ओन क
उठाइके हाथ इ प्रदेस क ओनका।
16 मुला उ सबइ पुरखन हमारे होइ गएन अभिमानी; उ पचे होइ गए हठी रहेन।
कइ दिहन उ पचे मना आग्यन मानइ स तोहार।
17 कइ दिहन उ पचे मना सुनइ स।
उ पचे भूलेन ओन अचरज भरी बातन क जउन तू ओनके संग किहे रह्या।
उ पचे होइ गएन जिद्दी।
बिद्रोह उ पचे किहन, अउर बनाइ लिहन, आपन एक नेता जउन ओनका लउटाइके लइ जाइ, फुन ओनकर उहइ दासता मँ।
“मुला तू तउ अहा दयावान परमेस्सर।
तू अहा दयालु अउर करुणापूर्ण,
धीरजवान, अउ पिरेम स भरा अहा तू।
एह बरे तू रह्या त्यागा नाहीं ओनका।
18 चाहे उ पचे बनाइ लिहन सोने क बछवा अउर कहेन,
‘बछवा अब देव अहइ तोहार’ इहइ स निकारा रहा तू पचन्क मिस्र स बाहर मुला ओनका तू त्यागा नाहीं।
19 तू बहोत ही दयालु अहा।
एह बरे तू ओनका रेगिस्ताने मँ त्यागा नाहीं।
दूर ओनसे हटाया नाहीं दिन मँ तू
बादर क खम्भन क मारग
तू देखावत रहा ओनका।
अउर राति मँ तू रह्या दूर किहे नाहीं ओनसे
आगी क पुंज क।
प्रकासित तू करत रह्या रास्ते क ओनके।
अउर तू देखावत रह्या कहाँ ओनका जाब अहइ।
20 निज उत्तिम चेतना, तू दिहा ओनका ताकि तू बिवेकी बनाया ओनका।
खाइ क देत रह्या, तू ओनका ‘मन्ना’
अउर पियास क ओनका तू देत्या रहा पानी।
21 तू रख्या ओनकर धियान चालीस बरिसन तलक रेगिस्तान मँ।
ओनका मिली हर वस्तु जेकर ओनका दरकार रही।
ओढ़ना ओनकर फटे तलक नाहीं गोड़न मँ
ओनके कबहुँ नाहीं आई सूजन कबहुँ कउनो पीरा मँ।
22 यहोवा तू दिहा ओनका राज्ज, अउर ओनका दिहा जातियन
अउर दूर सुदूर क जगह रहिन ओनका दिहा जहाँ बसत रहेन कछू लोग
धरती ओनका मिल गइ सीहोन क, सीहोन जउन हसबोन क राजा रहा धरती ओनका मिल गइ
ओग क, ओग जउन बासान क राजा रहा।
23 तू ओनका अनन्त संतान
जेतने अंबर मँ तारे अहइँ दिहा ह।
ओनका तू उ धरती लइ आया
जेकरे बरे ओनके पुरखन क तू कहे रहा कि
उ पचे हुवाँ जाइँ अउर ओह पइ अधिकार करइँ।
24 धरती उ ओन संतानन लइ लिहन।
हुवाँ रह रहे कनानियन क उ पचे हराइ दिहन।
पराजित कराया तू ओनसे
ओन लोगन क साथ ओन प्रदेसन क
अउर ओन लोगन क उ पचे जइसा चाहइँ वइसा करइँ अइसा रहा तू कराइ दिहा।
25 सक्तीसाली नगरन क उ पचे हराइ दिहन।
कब्जा किहन उपजाउ धरती पइ उ पचे।
उत्तिम चिजियन स भरे भए लइ लिहन उ पचे घर; खोदे भए कुअन क लइ लिहन उ पचे।
लइ लिहन उ पचे रहेन बगीचे अंगूर क।
जइतून क बृच्छ अउ फलन क बृच्छ भर पेट खाया
उ पचे करत रहेन तउ उ पचे होइ गएन मोटे।
तोहार दीन्ह सबहि अद्भुत चिजियन क आनन्द उ पचे लेत रहेन।
26 अउर फुन उ पचे तोहार नाफ़रमानी किहेस अउर तोहार खिलाफ बिद्रोह किहेस।
उ तोहरी नेम आपन पीठ क पीछे लोकाइ दिहन
अउर तोहरे नबियन क मार डाएन।
अइसे नबियन क जउन लोगन क सचेत करत रहेन।
उ पेचे लोगन क तोहरी ओर वापिस लिआवइ क जतन किहेन।
मुला हमार पुरखन तोहरे खिलाफ भयानक पाप किहेन।
27 तउ तू ओनका ओनके दुस्मनन क हाथन मँ पकड़इ दिहा।
ओनका दुस्मन बहुतेरे कस्ट दिहन।
जब हमार पुरखन पइ बिपदा पड़ी तउ उ पचे तोहका गोहारत रहेन।
अउर सरग मँ तू रह्या ओनका सुन लिहा।
तू दयालु अउर रहम दिल अहइ ऍह
बरे तू ओन लोगन क बचावइ बरे लोगन क भेजेस।
अउर ओन लोग ओनके दुस्मनन स छुड़ाइके ओनका बचाइ लिहन।
28 मुला, जइसे ही चैन ओनका मिलत रहा,
वइसे ही उ पचे बुरे काम करइ लग जातेन बार बार।
तउ दुस्मनन क हाथन ओनका सौंप दिहा तू ताकि उ पचे करइँ ओन पइ राज।
फुन तोहार दोहाई उ पचे दिहन
अउर सरग मँ तू सुन्या ओनकर
अउर मदद ओनकर किहा।
तू केतना दयालु अहा!
होत रहा अइसा ही अनेकन बार।
29 तू चेताया ओनका!
फुन स लउटि आवइ क तोहरे विधान मँ
मुला उ पचे रहेन बहोत अभिमानी।
उ पचे नकार दिहन तोहरे आदेस क।
जदि चलत ह कउनो मनई नेमन पइ तोहरे तउ फुरइ जिएगा
उ किन्तु हमरे पुरखन तउ तोड़े रहेन
तोहरे नेमन क उ पचे रहेन हठीले।
मुँह फेर, पीठ दिहे रहेन उ पचे तोहका।
तोहार सुनइ स ही उ पचे रहेन मना किहे।
30 “तू रह्या बहोत सहनसील, संग हमरे पुरखन क,
तू ओनका करइ दिहा बर्त्ताव बुरा अपने संग बरिसन तलक।
सजग किहा तू ओनका अपनी आतिमा स।
ओनका देइ चितउनी पठए रह्या नबियन क तू।
मुला हमरे पुरखन तउ ओनकर सुनेन ही नाहीं।
एह बरे तू रह्या दूसरे देसन क लोगन क सौप दिहा ओनका।
31 “मुला तू केतना दयालु अहा।
तू किहे रह्या नाहीं पूरी तरह नस्ट ओनका।
तू तज्या नाहीं ओनका रह्या।
हे परमेस्सर! तू अइसा दयालु अउर करूणापूर्ण अइसा अहा।
32 हमार परमेस्सर महान परमेस्सर अहइ!
तू एक अचरजमय अउर सक्तीसाली सैनिक अहा
जउन बिस्सास करइ जोग्ग अहा।
तू निज वाचा क निभावत ह अउर तू हमेसा दयालु अहा।
हमार सबहिं परेसानियन क
जेका हम पचन्क झेलेस ह साधारण जिन समुझा।
साथ मँ हमरे राजा लोगन क
अउर मुखिया लोगन क साथ बहोत परेसानियन घटि रहेन।
याजकन क संग मँ हमरे अउर संग मँ नबियन क
अउर हमरे सबहिं लोगन क संग बातन बुरी घटी रहिन।
अस्सूर क राजा स लइके आजु तलक उ सबइ बातन भयानक घटी रहिन।
33 किन्तु हे परमेस्सर।
जउन कछू भी घटब अहइ साथ हमरे घटी ओनके बरे निआव पूर्ण तू रहा।
तू तउ अच्छा ही रहा, बुरे तउ हम ही रहे।
34 हमरे राजा लोगन मुखियन, याजकन अउर पुरखन नाहीं पालेन तोहरी सिच्छन क।
उ पचे नाहीं दिहन कान तोहरे आदेसन,
तोहार चिताउनियन उ पचे सुनेन ही नाहीं।
35 हिआँ तलक कि जब पुरखन हमरे अपने राज्ज मँ रहत रहेन, उ पचे नाहीं सेवा किहन तोहार।
तजेन उ पचे नाहीं बुरे करमन क करब।
जउन कछू भी उत्तिम वस्तु ओनका तू दिहे रह्या, ओनकर रस उ पचे रहेन लेत।
आनन्द उ धरती क लेत रहेन जउन रही सम्पन्न बहोत।
अर जगह बहोत स रही ओनके लगे।
किन्तु उ पचे नाहीं छोडेन निज बुरी राह।
36 अउर अब हम बने दास अही;
हम दास अही उ धरती पइ,
जेका तू दिहे रह्या हमरे पुरखन क।
तू इ धरती रह्या ओनका दिहे,
कि भोगइँ उ पचे ओकर फल
अउर आनन्द लेइँ ओन सबहि चिजियन क जउन हिआँ उगत ही।
37 इ धरती क फसल अहइ भरपूर
मुला पाप किहा हम तउ हमार उपज जात ह लगे ओन राजा लोगन क जेनका तू बइठाया ह मूँड़े पइ हमरे।
हम पइ अउर गोरुअन पइ हमरे उ सबइ राजा राज करत हीं
उ पचे चाहत हीं जइसा भी वइसा ही करत ही।
हम अही बहोत कस्ट मँ।
38 “तउ, सोचिके एन सबहि बातन क बारे मँ हम करित ह वाचा एक, जउन न बदला जाइ कबहुँ भी। अउर इ वाचा क लिखतम हम लिखत अही अउर इ वाचा पइ अंकित करित ह आपन नाउँ हाकिम हमरे, लेवी क संतान अउर उ पचे करत ही हस्ताच्छर लगाइके ओह पइ मुहर।”
लँगड़ा भिखारी क चंगा कीन्ह जाब
3 दुपहरिया क बाद तीन बजे पराथना क समइ पतरस अउर यूहन्ना मन्दिर जात रहेन। 2 तबहिं एक ठु अइसा मनई जउन जनम स ही लँगड़ा रहा, लइ जावा जात रहा। उ पचे हर दिना ओका मन्दिर क सुन्नर नाउँ क फाटक प बइठाइ देत रहेन। काहेकि उ मन्दिर मँ जाइवाला मनइयन स पइसा माँग सकइ। 3 ई मनई ने जब देखा यूहन्ना अउर पतरस मन्दिर मँ प्रवेस करयवाला अहइँ तउ ओनसे पइसा मांगेस।
4 यूहन्ना क संग पतरस ओकरी कइँती लखत भए बोलेन, “हमरी कइँती लखा।” 5 तउ उ ओनसे कछू मिल जाइ क आसा करत भवा ओनकर कइँती लखेस। 6 मुला पतरस कहेस, “मोरे लगे सोना या चाँदी तउ अहइ नाहीं मुला जउन कछू अहइ, मइँ तोहका देत हउँ। नासरी ईसू मसीह क नाउँ स ठाड़ ह्वा अउर चला।”
7 फिन ओकर दाहिन हथवा धइके ओका उठाएस, फउरन ओकरे गोड़वा अउर अखनी मँ जान आइ गइ। 8 अउर उ फिन आपन गोड़वा क बल उछरा अउर चल दिहस। उ उछरत कूदत चलत अउर परमेस्सर क स्तुति गावत ओनकइ संग मन्दिर मँ घुसा। 9-10 सबहिं मनइयन ओका चलत अउर परमेस्सर क स्तूति गावत लखेन। पहिचानेन कि इ उहइ अहइ जउन मन्दिर क सुन्नर दुआरे प बइठा भीख माँगत रहा। ओकरे संग जउन कछू भवा रहा ओह पइ उ पचे अचरज स भरि अउर चकित होइ गएन।
पतरस क प्रबचन
11 उ मनई अबहिं पतरस अउर यूहन्ना क संग रहा। तउ सबहिं मनई अचम्भा मँ पड़िके उ ठउर प ओकरे लगे दउड़त दउड़त आएन जउन सुलैमान क ड्यौढ़ी कहवावत रहा।
12 पतरस जब इ लखेस तउ उ मनइयन स बोला, “हे इस्त्राएल क मनइयन, तू पचे इ बाते प चकित काहे होत बाट्या? अइसे घूरि घूरिके हमका काहे लखत बाट्या, जइसे मान ल्या हम ही आपन सक्ती या बल प इ मनई क चलइ फिरइ जोग्ग बनइ दीन्ह ह। 13 इब्राहीम, इसहाक अउर याकूब क परमेस्सर, हमरे पूर्वजन क परमेस्सर आपन सेवक ईसू क महिमा स बखानेस। अउर तू पचे ओका मरवावइ बरे धरवाइ दिहा। अउर फिन पिलातुस क जरिए ओका छोर दिहे जाए क जिअरा मँ ठान लेइ स पिलातुस क समन्वा तू पचे ओका मानइ स इनकार कइ दिहा। 14 ईसू पवित्तर अउर भोला रहा मुला तू ओका मान्या नाहीं अउर माँग्या कि एक हत्तियारा क तोहरे बरे छोर दीन्ह जाइ। 15 जो मनइयन क जिन्नगी देत रहा ओका तू मारि डाया मुला परमेस्सर मरा भवा मँ स ओका पुनर्जीवन दिहस। हम ऍकर साच्छी अही।
16 “इ ईसू क सक्ती रही जउन इ लँगड़ा क चंगा किहेस। इ भवा काहेकि हम ईसू क सक्ती मँ पतिआइत ह। तू पचे इ मनई क लख सकत ह अउर तू सबइ ओका जानत ह। उ पूरी तरह स चंगा होइ गवा काहेकि उ ईसू मँ ओकर बिसवास रहा। तू पचे निहर्या कि इ सब कछू भवा।
17 “हे भाइयो, अब मइँ जानत हउँ कि जइसे अग्याने मँ तू सबइ वइसा ही किहा, वइसा ही तोहार ही नेतन किहेन। 18 परमेस्सर आपन सबहिं नबियन क मुँहना स बकरवाइ दिहेस कि ओकरे मसीह क दुःख भोगे पड़ी। उ इ तरह पूरा किहेस। 19 यह बरे तू आपन मनफिरावा अउर परमेस्सर कइँती फिरि आवा काहेकि तोहार पाप धोइ दीन्ह जाँइ। 20 जेसे पर्भू क हाजिर होइ क समइ आतिमा क सान्ति क समइ आइ जाइ अउर पर्भू तोहरे बरे मसीह क पठवइ जेका उ तोहरे बरे चुन लिहे बा, कहइ क अरथ ईसू मसी।
21 “मसीह क उ समइ तलक सरग मँ रहइ क होइ जब ताई सबहिं बातन पहिले जइसी न होंइ जेनके बारे मँ बहोत पहिले ही परमेस्सर पवित्तर नबियन क मुँहना स बताइ दिहे रहा। 22 मूसा कहे रहा, ‘पर्भू परमेस्सर तोहरे बरे, तोहरे आपन लोगन मँ स ही एक मोरे जइसा नबी खड़ा करी। उ तू पचन स जउन कछू कहइ, तू पचे उहइ प चल्या। 23 अउर जउन मनई उ, इ नबी क बात न सुनी, मनइयन मँ स ओका परमेस्सर क मनइयन स अलग कर दीन्ह जाइ।’(A)
24 “समूएल अउर ओकरे पाछे आए भए सबहिं नबियन जब कबहुँ कछू कहेन तउ एनही दिनन क एलान किहेन। 25 अउ तू सबइ तउ ओन नबियन अउर उ करार क उत्तराधिकारी अहा जेका परमेस्सर तोहरे पूर्वजन क संग किहे रहा। उ इब्राहीम स कहे रहा, ‘तोहरे सन्ताने स धरती क सभी रास्ट्र क मनइयन आसीर्बाद पइहीं।’(B) 26 परमेस्सर जब आपन सेवक क पुनर्जीवित किहेस तउ पहिले पहिले उ तोहरे लगे पठएस काहेकि तू पचन्क तोहरे बुरे राहे स दूर कइके आसीर्बाद देइ।”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.