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Old/New Testament

Each day includes a passage from both the Old Testament and New Testament.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
2 राजा 24-25

राजा नबूकदनेस्सर यहूदा आबत ह

24 यहोयाकीम क समइ मँ बाबेल क राजा नबूकदनेस्सर यहूदा देस मँ आवा। यहोयाकीम नबूकदनेस्सर क सेवा तीन बरिस तलक किहेस। तब यहोयाकीम नबूकदनेस्सर क खिलाफ होइ गवा अउर ओकरे विरूद्ध विद्रोह कइ दिहा। यहोवा कसदियन, अरामियन, मोआबियन अउ अम्मोनियन क दलन क यहोयाकीम क विरुद्ध लड़इ बरे पठएस। यहोवा ओन दलन क यहूदा क नस्ट करइ बरे पठएस। इ वइसा ही भवा जइसा यहोवा कहे रहा। यहोवा अपने सेवक नबियन क उपयोग उ कहइ बरे किहे रहा।

यहोवा ओन घटनन क यहूदा क संग घटित होइ क आदेस दिहस। इ तरह उ ओनका अपनी निगाह स दूर करी। उ इ एन पापन क कारण किहस जउन मनस्से किहस। यहोवा इ एह बरे किहस कि मनस्से बहोत स निरपराध मनइयन क मार डाएस। मनस्से ओनके खून स यरूसलेम क भरि दिहेस अउर यहोवा ओन पापन्क छिमा नाहीं कइ चाहत रहा।

यहोयाकीम जउन दूसर काम किहस उ सबइ यहूदा क राजा लोगन क इतिहास क किताबे मँ लिखे अहइँ। यहोयाकीम मरा अउर अपने पुरखन क संग दफनावा गवा। यहोयाकीम क पूत यहोयाकीम ओकरे पाछे नवा राजा भवा।

मिस्र क राजा आपन सीमा स आगे अउर जियादा जमीन पइ कब्जा नाहीं कइ पाएस, काहेकि बाबेल क राजा मिस्र क नाला स परात नदी तलक सारे देस पइ, अधिकार कइ लिहे रहा। ओन जगहन पइ पहिले भी मिस्र क राजा क सासन रहा।

नबूकदनेस्सर यरूसलेम पइ अधिकार करत ह

यहोयाकीम जब हुकूमत करइ लाग तब उ अट्ठारह बरिस क रहा। उ यरूसलेम मँ तीन महीने तलक हुकूमत किहस। ओकर महतारी यरूसलेम क एलनातान क बिटिया नहुस्ता रही। यहोयाकीन ओन कामन क किहस जेनका यहोवा बुरा बताए रहा। उ उ सब ही सब काम किहेस जउन ओकर बाप किहे रहेन।

10 उ समइ बाबेल क राजा नबुकदनेस्सर क अधिकारी यरूसलेम आएन अउर हमला करइ बरे नगर क घेरि लिहेस। 11 तब बाबेल क राजा नबूकदनेस्सर नगरे मँ आवा। जब ओकर अधिकारियन एका हमला बरे घेरइ राखत रहेन। 12 यहूदा क राजा यहोयाकीन बाबेल क राजा स भेंटइ बाहेर आवा। यहोयाकीन क महतारी, ओकर अधिकारी, प्रमुख अउ दूसर अधिकारी भी ओकरे संग गएन। तब बाबेल क राजा यहोयाकीन क बन्दी बनाइ लिहस। इ नबूकदनेस्सर क सासनकाल क अठवाँ बरिस रहा।

13 नबूकदनेस्सर सारा खजाना लइ लिहस जउन यहोवा क मन्दिर मँ अउर राजा क महल मँ रहा। उ नबूकदनेस्सर ओन सबहिं स्वर्ण-पात्रन क टूकन मँ काट डाएस जेनका इस्राएल क राजा सुलैमान यहोवा क मन्दिर क बरे बनाए रहा। इ वइसा ही भवा जइसा यहोवा कहे रहा।

14 नबूकदनेस्सर यरूसलेम क सबहिं लोगन क बन्दी बनाएस। उ सबहिं प्रमुखन अउर दूसर धनी लोगन क बन्दी बनाइ लिहस। उ दस हजार लोगन क धरेस अउर ओनका बन्दी बनाएस। नबूकदनेस्सर सबहिं कुसल मजदूरन अउर कारीगरन क लइ लिहस। साधारण लोगन मँ स सबन त गरीब लोगन क अलावा नगर मँ कउनो भी नाहीं बचे रहेन। 15 नबूकदनेस्सर यहोयाकीन क बाबेल लइ गवा। नबूकदनेस्सर राजा क महतारी, ओकर मेहररूअन, अधिकारी अउर देस क प्रमुख लोगन क भी लइ गवा। नबूकदनेस्सर ओनका यरूसलेम स बाबेल बन्दी क रूप मँ लइ गवा। 16 बाबेल क राजा साढ़े सात हजार फउजी अउर एक हजार कुसल मजदूर अउर कारीगर भी लइ गवा। इ पचे सबहिं मनई प्रसिच्छित फउजी रहेन अउर जुद्ध मँ लड़ सकत रहेन। बाबेल क राजा ओनका बन्दी क रुप मँ बाबेल लइ गवा।

राजा सिदकिय्याह

17 बाबेल क राजा मत्तन्याह क नवा राजा बनाएस। मत्तन्याह यहोयाकीन क चाचा रहा। बाबेल क राजा मत्तन्याह क नाउँ बदलिके सिदकिय्याह रख दिहस। 18 सिदकिय्याह जब सासन करब सुरू किहस तउ उ इक्कीस बरिस क रहा। उ गियारह बरिस यरूसलेम मँ सासन किहस। ओकर महतारी लिब्ना क यिर्मयाह क बिटिया हमूतल रही। 19 सिदकिय्याह उ सबइ काम किहेस जेनका यहोवा बुरा बताए रहा। सिदकिय्याह उ सब ही सारे काम किहेस जउन यहोयाकीम किहे रहा। 20 यहोवा यरूसलेम अउ यहूदा पइ ऍतना कोहाइ गवा कि उ ओनका दूर लोकाइ दिहस।

नबूकदनेस्सर क जरिये सिदकिय्याह क हुकूमत क समाप्ति

उ समइ सिदकिय्याह बाबेल क राजा क खिलाफ बिद्रोह कइ दिहस।

25 एह बरे बाबेल क राजा नबूकदनेस्सर अपनी सारी फउज क संग यरूसलेम क खिलाफ जुद्ध करइ आवा। सिदकिय्याह क राज्ज क नौवें बरिस क दसवें महीने क दसवें दिन इ घटना घटित भइ। नबूकदनेस्सर यरूसलेम क चारिहुँ कइँती डेरा डाएस। तब उ पचे यरूसलेम क चारिहुँ कइँती ढलवान खड़ी किहन। नबूकदनेस्सर क फउज यरूसलेम क चारिहुँ कइँती सिदकिय्याह क यहूदा मँ सासनकाल क गियारहवे बरिस तलक बनी रही। उ नगर मँ भुखमरी क दसा बद स बदतर होत जात रही। चउथे महीने क नौवे दिन साधारण लोगन बरे कछू भी भोजन नाहीं रहि गवा रहा।

नबूकदनेस्सर क फउज नगर प्राचीर मँ एक ठु छेद बनाएस। उ राति क राजा सिदकिय्याह अउर ओकर सारे फउजी पराइ गएन। उ पचे राजा क बाग क सहारे दुइ देवारन क दुआर स बच निकरेन। बाबेल क फउज नगर क चारिहुँ कइँती रही। किन्तु सिदकिय्याह अउर ओकर फउज रेगिस्ताने कइँती क सड़क पइ पराइ निकरेन। बाबेल क फउज सिदकिय्याह क पाछा किहस अउर ओका यरीहो क लगे रेगिस्तान मँ पकड़ लिहस। सिदकिय्याह क सारी फउज पराइ गइ अउर ओका अकेला छोड़ दिहस।

बाबेल सिदकिय्याह क रिबला मँ बाबेल क राजा क लगे लइ गएन। बाबेल क राजा सिदकिय्याह क दण्ड देइ क निर्णय लिहस। उ पचे सिदकिय्याह समन्वा ओकरे पूतन क मार डाएस। तब उ पचे सिदकिय्याह क आँखिन निकारि लिहन। उ पचे ओका जंजीरे मँ जकरेन अउर ओका बाबेल लइ गएन।

यरूसलेम क नस्ट कइ दीन्ह गवा

नबूकदनेस्सर क बाबेल क सासनकाल क उन्नीसवे बरिस क पँचवे महीने क सतवे दिन नबूजरदान यरूसलेम आवा। नबूकदनेस्सर क अंगरच्छकन क नायक नबूजरदान रहा। नबूजरदान यहोवा क मन्दिर अउ राजमहल बार डाएस। नबूजरदान यरूसलेम क सबहिं घरन क भी बार डाएस। उ बड़की इमारतन क भी बार डाएस।

10 तब नबूजरदान क संग जउन बाबेल क फउज रही उ यरूसलेम क चारिहुँ कइँती क देवारन क भहराइ दिहस। 11 अउर नबूजरदान ओन सबहिं लोगन क धरेस जउन तब तलक नगर मँ बचे रह गए रहेन। नबूजरदान सबहिं लोगन क बन्दी बनाइ लिहस अउर ओनका भी जउन आत्मसमर्पण करइ क कोसिस किहन। 12 नबूजरदान सिरिफ साधारण मनइयन मँ सब स गरीब लोगन क हुवाँ रहइ दिहस। उ ओन गरीब लोगन क हुवाँ अंगूर अउर दूसर फसलन क देखरेख क बरे रहइ दिहस।

13 बाबेल क फउजी यहोवा क मन्दिर क काँसे क वस्तुअन क टूकन कइ डाएन। उ पचे काँसे क स्तम्भन, काँसे क गाड़ी क अउर काँसे क बिसाल सरोवर क भी टूकन कइ डाएन, तब बाबेल क फउजी ओन काँसे क टूकन क बाबेल लइ गएन। 14 कसदियन बर्तन, बेलचे, दीप-झारू चम्मच अउर काँसे क बर्तन जउन यहोवा क मन्दिर मँ काम आवत रही, क भी लइ गवा। 15 नबूजरदान सबहिं कढ़ाहियन अउ पियालन क लइ लिहस। उ जउन सोने क बने रहेन ओनका सोना क बरे अउर जउन चाँदी क बने रहेन ओनका चाँदी क बरे लिहस। 16-17 जउन चिजियन उ लिहस ओनकर सूची इ अहइ: दुइ काँसे क खम्भा, एक हौज अउर गाड़ियन जेका सुलैमान क जरिये यहोवा क मन्दिर बरे बनावा गवा रहा। इन चिजियन मँ लगा काँसा ऍतना भारी रहा कि ओका तोला नाहीं जाइ सकत रहा। हर एक स्तम्भ लगभग सत्ताइस फुट ऊँचा रहा। स्तम्भन क सीर्स काँसे क बने रहेन। हर एक सीर्स साढ़े चार फुट ऊँचा रहा। हर एक सीर्स पइ जाल अउ अनार क नमूना बना रहा। एकर सब कछू काँसे क बना रहा। दुइनउँ खम्भन पइ एक ही प्रकार क आहतियन रहिन।

बन्दी बनावा गए यहूदा क लोग

18 तब नबूजरदान मन्दिर स महायाजक सरायाह, दूसरा याजक सपन्याह अउर तीन दुआर रच्छनन क लिहस।

19 नगर मँ नबूजरदान एक ठु अधिकारी क लिहस। उ सेना क सेनापति रहा। नबूजरदान राजा क पाँच सलाहकारन क भी लिहस जउन नगर मँ पाए गएन। अउर उ सेनापति क सचिव क लिहस। सेनापति क सचिव उ मनई रहा जउन साधारण लोगन क गणना करत रहा अउर ओनमाँ स कछू क फउजी क रूप मँ चुनत रहा। नबूजरदान साठ दूसर लोगन क भी लिहस जउन नगर मँ पाए गएन।

20-21 सेनापति तब नबूजरदान एन सबहिं लोगन क रिबला मँ बाबेल क राजा क सम्नवा लइ गवा। बाबेल क राजा हमात क छेत्र रिबला मँ एनका मार डाएस। इ तरह यहूदा क लोगन क कैदी बनाइके ओनका, ओनके देस स निर्वासित कीन्ह गवा।

गदल्याह, यहूदा क सासक

22 बाबेल क राजा नबूकदनेस्सर यहूदा देस मँ कछू लोगन क छोड़ दिहे रहा। उ अहीकाम क पूत गदल्याह क यहूदा क ओन लोगन पइ राज्जपाल बनाएस। अहीकाम सापान क पूत रहा।

23 जब फउज क सबहिं सेनापतियन अउ सिपाहियन सुनेन कि बाबेल क राजा गदल्याह क राज्जपाल बनाएस ह। तउ उ पचे गदल्याह क लगे मिस्पा मँ आएन। फउजी सेनापतियन मँ नतन्याह क पूत इस्माएल, कारेहू क पूत योहानान, नतोपाई तन्हूमेत क पूत सरायाह अउ माकाई क पूत याजन्याह रहेन। 24 तब गदल्याह इ फउजे क सेनापतियन अउर ओनके मनइयन क बचन दिहस। गदल्याह ओनसे कहेस, “बाबेल क अधिकारियन स जिन डेराअ। इ देस मँ रहा अउर बाबेल क राजा क सेवा करा। तब तोहरे पचन्क संग सब कछू ठीक रही।”

25 किन्तु सतवें महीने राजा क परिवारे क एलीसामा क पोता व नतन्याह क पूत इस्माएल दस मनसेधुअन क संग आवा अउ गदल्याह क मार डाएस। उ पचे मिस्पा मँ गदल्याह क संग जउन यहूदी अउ कासदी रहेन, ओनका भी मार डाएस। 26 तब सबहिं लोग सब स कम महत्वपूर्ण अउर सब स जियादा अउ सेना क नायक मिस्र क पराइ गएन। उ पचे एह बरे पराइन कि उ पचे कसदियन स ससान रहेन।

27 पाछे राजा एवील्मरोदक बाबेल क राजा बना। उ यहोयाकीन क जेल स आज़ाद कई दिहस। इ यहूदा क राजा यहोयाकीन क बन्दी बनाए जाइ क सैतीसवें बरिस मँ भवा। इ एवील्मरोदक क सासन सुरू करइ क बारहवें महीने क सत्ताइसवें दिन भवा। 28 एवील्मरोदक यहोयाकीन स दयापूर्वक बातन किहस। एवील्मरोदक यहोयाकीन क बाबेल मँ रहइवाले ओकरे सबहिं साथी राजा लोगन स जियादा ऊँच स्थान प्रदान किहस। 29 एवील्मरोदक यहोयाकीन क बन्दीगृह क वस्त्रन क पहिरब बन्द करवाएस। यहोयाकीन एवील्मरोदक क संग एक ही मेज पइ खाएस। उ अपनी बाकी जिन्नगी मँ हर एक दिन अइसा ही किहस। 30 इ तरह राजा एवील्मरोदक यहोयाकीन क जिन्नगी भर नियमित रूप स हर दिन क भोजन दिहस।

यूहन्ना 5:1-24

पोखरे प लाइलाज मरीज क ठीक होब

एकरे बाद ईसू यहूदियन क एक उत्सव मँ यरूसलेम गवा। यरूसलेम मँ भेड़ दरवाजा क पास एक ठु पोखरा अहइ, जेहिका इब्रानी भाखा मँ बेतहसदा कहा जात ह। एकरे किनारे पाँच ठु बरामदा बना अहइँ। जउने मँ अँधा, लूला, अउर लकवा का मरीज क भीड़ पड़ी रहत ह। अउ उ पचे पानी ह हलइ बरे जोहेन। कबहूँ पर्भू क दूत पोखरे प आबत रहा अउ पानी क हलावत रहा। सरगदूत क इ करइ क पाछे जउन पहिला मनई पोखरे मँ घुसत रहा उ बेरामी स नीक होइ जात रहा।[a] ऍनही मरीजन मँ एक अइसा मरीज रहा जउन अड़तीस बरिस स बीमार रहा। जब ईसू ओका हुवाँ लेटा लखेस अउर इ जानेस की ऍतने लम्बे समइ बीमार अहइ तउ ईसू ओसे कहेस, “का तू चंगा होइ चाहत अहा?”

रोगी जवाब देहेस, “महासय मोरे पास केउ नाहीं अहइ जउन पानी क हिलइ प मोका पोखरा मँ उतार देइ। जउ मइँ पोखरा मँ जावा चाहित ह, तउ हमेसा कउनो दूसर मनई मोसे पहिले ओहमाँ उतर जात ह।”

ईसू ओसे कहेस, “खड़ा होइ जा, आपन बिस्तरा उठावा अउर उ चलइ लागा।”

उ मनई तुरतंहि चंगा होइ गवा। उ आपन बिस्तरा उठाएस अउर चल दिहेस।

उ दिन सबित क दिन रहा। 10 इ देखिके यहूदियन उ मनई जउन चंगा होइ गवा रहा स कहब सुरू किहेन, “आज सबित क दिन अहइ अउर इ हमरे नियम क खिलाफ अहइ कि तू आपन बिस्तरा उठावा।” 11 इ सुनिके उ जवाब दिहेस, “जउन मोका चंगा किहे बाटइ उ मोसे कहेस, ‘आपन बिस्तरा उठावा अउर चल द्या।’”

12 उ पचे ओसे पूछेन्ह, “उ कउन मनई अहइ जउन तोहसे कहेस कि आपन बिस्तरा उठावा अउर चला?”

13 मुला उ मनई जउन चंगा होइ गवा रहा नाहीं जानत रहा कि उ कउन अहइ, काहे? कि हुवाँ बहुत भीड़ रही अउर ईसू चुपचाप हुवाँ स चला गवा।

14 ऍकरे बाद ईसू उ मनई क मन्दिर मँ देखेस अउर ओसे कहेस, “देखा, अब तू नीक होइ गवा अहा, एह बरे अब तू पाप करब बन्द कइ द्या नाहीं तउ कउनो अउर बड़ा कस्ट तोहरे ऊपर आइ सकत ह!”

15 फिन उ मनई चला गवा। हुवाँ स चलिके उ यहूदियन स आइ क कहेस की ओका चंगा करइवाला ईसू रहा।

16 यहूदियन ईसू क सताउब सुरू कइ दिहेन्ह, एह बरे कि उ अइसे काम सबित क दिन किहे रहा। 17 ईसू ओनका जवाब देत कहेस, “मोर परमपिता कबहुँ? काम करब नाहीं छोड़त, एह बरे मइँ काम करित हउँ।”

18 यहूदियन ओका मार डावइ क इन्तजाम करइ लागेन्ह। केवल इहइ बरे नाहीं कि उ सबित क तोड़त रहा, मुला इहइ बरे कि उ परमेस्सर क आपन परमपिता कहत रहा। इहइ तरीके स उ अपने क परमेस्सर क बराबर देखॅावत रहा।

ईसू क साच्छी

19 जवाब देत ईसू ओनसे कहेस, “मइँ तू सब पचन क सच्ची बात बतावत अहउँ कि पूत अपने आप कछू नाहीं कइ सकत। उ तउ केवल उहइ करत ह जउन करत अपने परमपिता क देखत ह। परमपिता जउन कछू करत ह, पूत उहइ करत ह। 20 परमपिता अपने पूत स पिरेम करत ह। अउर उ सब कछू देखाइ देत ह जउन उ करत ह। ओन सब कामन स बड़ी-बड़ी बातन क उ ओका देखाई। तउ तू पचे अचरज करब्या। 21 जइसे परमपिता मरा पूत क उठाइके ओनका नवा जीवन देत ह। वइसे ही भी उन लोगन क जीवन देत ह, जेनका चाहत ह।

22 “परमपिता केहू क निआव नाहीं करत मुला उ निआव करइके अधिकार अपने पूत क दइ दिहे अहइ। 23 जेहसे कि सबहीं मनई क पूत क मान सम्मान करइँ जेहसे कि परमपिता क सबहीं आदर करत हीं। जउन पूत क आदर नाहीं करत परमपिता उ क आदर नाहीं करत जउन ओका पठए अहइ।

24 “मइँ तोहका सच-सच बतावत हउँ जउन मोर बात सुनत ह अउर ओह पइ बिसवास करत ह जउन ओका भेजे अहइ, तउ उ अनन्त जीवन पावत ह। निआव क दंड ओकरे ऊपर नाहीं पड़त। उ मनई मृत्यु स जीवन मँ प्रवेस पाइ जात ह।

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Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.