Old/New Testament
16 तब यहोवा हनान क पूत येहू स बातन किहस। यहोवा राजा बासा क बिरुद्ध बातन कहत रहा। 2 “मइँ तोहका धूरि-माटी स चुन कइ उठाएउँ। मइँ तोहका इस्राएल क लोगन क ऊपर राजा बनाएउँ। किन्तु तू यारोबाम क मारग क अनुसरण किहा ह। तू मोर लोगन, इस्राएलियन स पाप कराया ह। उ पचे अपने पापन स मोका गुस्सैल किहन ह। 3 एह बरे बासा, मइँ तोहका अउर तोहरे परिवार क बर्बाद करब। मइँ तोहरे संग उहइ करब जउन मइँ नाबात क पूत यारोबाम क परिवार क संग किहेउँ। 4 तोहरे परिवार क लोग नगर क सड़कियन पइ मरिहीं अउर ओनके ल्हासन क कूकुर खइहीं। तोहरे परिवार क कछू लोग मइदानन मँ मरिहीं अउर ओनके ल्हासन क पंछी खइहीं।”
5 बासा क बारे मँ दूसर बातन अउर जउन महान कारज उ किहेस सबहिं इस्राएल क राजा लोगन क इतिहास नाउँ क किताबे मँ लिखा अहइ। 6 बासा मरा अउ तिर्सा मँ दफनावा गवा। ओकर पूत एला ओकरे पाछे नवा राजा बना।
7 एह बरे यहोवा येहू नबी क एक सँदेसा दिहस। इ सँदेसा बासा अउ ओकरे परिवार क बिरुद्ध रहा। बासा उहइ करम किहे रहा जेका यहोवा बुरा करम ठेहराएस। एहसे यहोवा बहोत कोहाई गवा। बासा उहइ किहस यारोबाम क परिवार ओहसे पहिले किहे रहा। यहोवा एह बरे भी कोहान रहा कि बासा यारोबाम क समूचे परिवार क मार डाए रहा।
इस्राएल क राजा एला
8 यहूदा पइ आसा क राज्जकाल क छब्बीसवें बरिस मँ एला इस्राएल क राजा भवा। एला बासा क पूत रहा। उ तिर्सा मँ दुई बरिस तलक हुकूमत किहस।
9 एला राजा क अधिकारियन मँ स जिम्री एक रहा। जिम्री एला क आधे रथन क आदेस देत रहा। किन्तु जिम्री एला क बिरुद्ध जोजना बनाएस। राजा एला तिर्सा मँ रहा। उ अर्सा, क घरे मँ दाखरस पिअत रहा अउर मदमस्त होत रहा। अर्सा तिर्सा क महल क अधिकारी रहा। 10 जिम्री उ घरे मँ गवा अउ उ राजा एला क मार डाएस। यहूदा पइ आसा क राज्जकाल क सत्ताइसवें बरिस मँ इ भवा। तब एला क पाछे इस्राएल क नवा राजा जिम्री भवा।
इस्राएल क राजा जिम्री
11 जब जिम्री राजा भवा तउ उ बासा क पूरे परिवार क मार डाएस। उ बासा क परिवार मँ कउनो मनई क जिअत नाहीं रहइ दिहस। जिम्री बासा क मीतन क भी मार डाएस। 12 इ तरह जिम्री बासा क पूरा परिवार क बर्बाद किहस। इ वइसे ही भवा जइसा यहोवा, येहू नबी क उपयोग बासा क खिलाफ कहइ क कहे रहा। 13 इ बासा अउ ओकर पूत एला क सबहिं पापन क कारण भवा। उ पचे पाप किहे रहेन अउर इस्राएल क लोग स पाप कराए रहेन। यहोवा कोहान रहा काहेकि उ पचे बहोत स देवमूरतियन धरे रहेन।
14 इस्राएल क राजा लोगन क इतिहास नाउँ क किताबे मँ दूसर सबहिं बातन लिखी अहइँ जउन एला किहे रहा।
15 यहूदा पइ आसा क राज्जकाल क सत्ताइसवें बरिस मँ जिम्री इस्राएल क राजा बना। जिम्री तिर्सा मँ सात दिन सासन किहस। जउन कछू भवा, इ अहइ: इस्राएल क फउज गिब्बतोन क पलिस्तियन क निचके डेरा डाए पड़ी रहिन। उ पचे जुद्ध बरे तइयार रहेन। 16 पड़ाव मँ टिके लोग सुनेन कि जिम्री राजा क खिलाफ गुप्त सड्यन्त्र रचेस ह। अउर ओका मार डाएस। एह बरे सारे इस्राएल डेरा मँ, उ दिन ओम्री क इस्राएल क राजा बनाएस। ओम्री सेनापति रहा। 17 एह बरे ओम्री अउर सारे इस्राएल गिब्बतोन क तजेन अउ तिर्सा पई हमला कइ किहन। 18 जिम्री लखेस कि नगर पइ अधिकार कइ लीन्ह गएस ह। एह बरे उ महल क भीतर गएन अउर जराइ सरू किहेन। उ महल अउ खुद क जराइ दिहेस। अउर उ मरि गवा। 19 इ तरह जिम्री मरा काहेकि उ पाप किहे रहा। जिम्री ओन कामन क किहेस जेनका यहोवा बुरा कहे रहा। उ वइसे ही पाप किहेस जइसे यारोबाम किहे रहा अउ यारोबाम इस्राएल क लोगन स पाप कराए रहा।
20 “इस्राएल क राजा लोगन क इतिहास” नाउँ क किताबे मँ जिम्री क गुप्त सड्यन्त्र अउ दूसर बातन लिखी अहइँ जउन उ राजा एला क बिरुद्ध किहे रहा।
इस्राएल क राजा ओम्री
21 इस्राएली लोग दुइ दलन मँ बँट गए रहेन। आधे लोग गीनत क पूत तिब्नी क अनुसरण करत रहेन अउर ओका राजा बनावइ चाहत रहेन। दूसर आधे लोग ओम्री क अनुयायी रहेन। 22 किन्तु ओम्री क अनुयायी गीनत क पूत तिब्नी क अनुयायियन स जियादा सक्तीसाली रहेन। एह बरे तिब्नी मारा गवा अउर ओम्री राजा भवा।
23 यहूदा पइ आसा क राज्जकाल क इकत्तीसवें बरिस मँ ओम्री इस्राएल क राजा भवा। ओम्री इस्राएल पइ बारह बरिस तलक सासन किहस। ओन बरिसन मँ स छ: बरिस तलक उ तिर्सा नगर मँ सासन किहस। 24 किन्तु ओम्री सोमरोन क पहाड़ी क बेसहि लिहस। उ एका लगभग डेढ़ सौ पौण्ड चाँदी समेर स बेसहेस। ओम्री उ पहाड़ी पइ एक ठु नगर बनाएस। बाद मँ, इ पहिले क मालिक समेर क नाउँ पइ सोमरोन पुकारा गएस।
25 ओम्री उ सबइ काम किहस जेनका यहोवा बुरा घोसित किहे रहा। ओम्री ओन सबहिं राजा लोगन स बुरा रहा जउन ओकरे पहिले होइ चुके रहेन। 26 उ उ सबइ ही पापन किहेस जउन नबात क पूत यारोबाम किहे रहा। यारोबाम इस्राएल क लोगन स पाप कराए रहा। एह बरे उ पचे यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर क बहोत किरोधित कइ दिहे रहेन। यहोवा कोहान रहा, काहेकि उ पचे बेकार क देवमूरतियन क पूजा करत रहेन।
27 इस्राएल क राजा लोगन क इतिहास नाउँ क पुस्तक मँ ओम्री क बारे मँ दूसर बातन अउर ओकर किहे महान कारज लिखे गएन ह। 28 ओम्री मरा अउ सोमरोन मँ दफनावा गवा। ओकर पूत अहाब ओकरे पाछे नवा राजा बना।
इस्राएल क राजा अहाब
29 यहूदा पइ आसा क राज्जकाल क अड़तीसवें बरिस मँ ओम्री क पूत अहाब इस्राएल क राजा बना। अहाब इस्राएल पइ सामरिया मँ बाईस बरिस तलक हुकूमत किहेस। 30 अहाब उ सबइ काम किहेस जेनका यहोवा बुरा बताए रहा अउर अहाब ओन सबहिं राजा लोगन स भी बुरा रहा जउन ओकरे पहिले भए रहेन। 31 अहाब क बरे ऍतना काफी नाहीं रहा कि उ वइसे ही पापन करइ जइसे नबात क पूत यारोबाम किहे रहा, उ अहाब एतबाल क बिटिया ईजबेल स बियाह किहेस। एतबाल सीदोन क राजा रहा। तब अहाब बाल क सेवा अउर पूजा करब सुरू किहेस। 32 अहाब बाल क पूजा करइ बरे सोमरोन मँ पूजा घर बनाएस। उ पूजाघरे मँ एक वेदी रखेस। 33 अहाब असेर क पूजा बरे एक बिसेस खम्भा भी खड़ा किहस। अहाब यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर क किरोधित करइवाले बहोत स काम, ओन सबहिं राजा स जियादा किहेस, जउन ओकरे पहिले रहेन।
34 अहाब क राज्जकाल मँ बेतेल क हीएल यरीहो नगर क दुबारा बनाएस। जउने समइ हीएल नगर बनावइ क काम सुरु किहस, ओकर बड़ा पूत अबीराम मर गवा अउर जब हीएल नगर दुआर बनाएस, ओकर सब स नान्ह पूत सगूब मर गवा। इ ठीक वइसे ही भवा जइसा यहोवा नून क पूत यहोसू स बातन करत भए कहे रहा।
एलिय्याह अउ अनावृस्टि क समइ
17 एलिय्याह गिलाद मँ तिसबी नगर क एक नबी रहा। एलिय्याह राजा अहाब स केहस, “मइँ यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर क सेवा करत हउँ। ओकरी सक्ती पइ मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि अगले कछू बरिसन मँ न हुवाँ बर्खा होइ अउर न ही ओस गिरी जब तलक मइँ ओकरे होइ क आदेस न देब।”
2 तब यहोवा एलिय्याह स कहेस, 3 “इ जगह क तजि द्या अउर पूरब कइँती चला जा। करीत नाले क लगे छुप जा। इ नाला यरदन नदी क पूरब मँ अहइ। 4 तू नाला स पानी पी सकत ह। मइँ कउअन क हुकुम दिहे अहउँ कि उ पचे तोहका उ जगह पइ भोजन पहोंचइहीं।” 5 एह बरे एलिय्याह उहइ किहस जउन यहोवा करइ क कहेस। उ यरदन नदी क पूरब करीत नाला क निचके रहइ चला गवा। 6 हर एक भिंसारे अउ साँझ क कौवन एलिय्याह क बरे भोजन लिआवत रहेन। एलिय्याह नाला स पानी पिअत रहा।
7 बर्खा नाहीं भइ एह बरे कछू समइ उपरान्त नाला झुराइ गवा। 8 तब यहोवा एलिय्याह स कहेस, 9 “सीदोन मँ सारपत क जा। हुँवइ रहा। उ जगह पइ एक ठु राँड़ मेहरारु रहत ह। मइँ ओका तोहका भोजन देइ क आदेस दिहेउँ ह।”
10 एह बरे एलिय्याह सारपत पहोंचा। उ नगर-दुआर पइ पहोंचा अउर उ एक ठु मेहरारु क लखेस। ओकर भतार मर चुका रहा। उ मेहरारु ईधन बरे लकड़ियन एकट्ठी करत रही। एलिय्याह ओहसे कहेस, “का तू एक ठु पियाला मँ थोड़ा पानी देबिउ जेका मइँ पी सकउँ?” 11 उ मेहरारु ओकरे बरे पानी लिआवइ जात रही, तउ एलिय्यह कहेस, “महेरबानी कइके एकठु रोटी क टूका भी लिआवा।”
12 उ मेहरारु जवाब दिहेस, “सच मँ मइँ यहोवा, तोहरे परमेस्सर क किरिया खाइके कहति हउँ कि मोरे लगे रोटी नाहीं अहइ। मोरे लगे बर्तन मँ मूठी भइ आटा अउर बर्तन मँ तनिक स जइतून क तेल अहइ। इ ठउरे पइ मइँ ईंधन बरे दुइ चार लकड़ियन बटोरइ आइ रहिउँ। मइँ एका लइके घरे लउटब अउर आपन आखिरी भोजन बनाउब। मइँ अउर मोर पूत दुइनउँ एका खइहीं अउर तब फिर पाछे मँ भूख स मर जइहीं।”
13 एलिय्याह मेहरारु स कहेस, “परेसान जिन हवा। घरे लउटा अउर जइसा तू कहया, आपन भोजन बनावा। मुला तोहरे लगे जउन आटा अहइ ओकर पहिले एक ठु नान्ह रोटी बनावा। उ रोटी क मोरे लगे लिआवा। तब आपन अउ अपने पूत बरे पकावा। 14 इस्राएल क परमेस्सर, यहोवा कहत ह, ‘उ आटे क बर्तन कबहुँ खाली नाहीं होइ। बर्तन मँ तेल हमेसा ही रही। अइसा तब तलक होत रही जउने दिन तलक यहोवा इ भुइँया पइ पानी नाहीं बरसावत।’”
15 एह बरे उ मेहरारु अपने घरे लउटी। उ उहइ किहस जउन एलिय्याह ओहसे करइ क कहे रहा। एलिय्याह, उ मेहरारु अउ ओकर पूत बहोत दिनन तलक पार्याप्त भोजन पावत रहेन। 16 आटा क बर्तन अउ तेल क पीपा दुइनउँ कबहुँ खाली नाहीं भवा। इ वइसा ही भवा जइसा यहोवा होइ क कहे रहा। यहोवा एलिय्याह क जरिये बातन किहे रहा।
17 कछू समइ पाछे उ मेहरारु क लरिका बीमार पड़ा। उ जियादा, अउर जियादा बीमार होता गवा। आखिर मँ लरिका साँस लेब बन्द कइ किहस। 18 मेहरारु एलिय्याह स कहेस, “हे परमेस्सर क मनई, तू मोर बरे का किहेस ह? का तू मोका सारे पापन क सुमिरइ बरे हिआँ आवा अहा? का तू हिआँ मोरे पूत क मरवावइ आवा रह्या?”
19 एलिय्याह ओहसे कहेस, “आपन पूत मोका द्या।” एलिय्याह ओकरे लरिके क ओहसे लिहस अउर सीढ़ियन स ऊपर लइ गवा। उ ओका उ कमरा मँ बिछउना पइ ओलराएस जेहमाँ उ रुका भवा रहा। 20 तब एलिय्याह पराथना किहेस, “हे यहोवा, मोर परमेस्सर, इ राँड़ मोका अपने घरे मँ ठहरावति अहइ। का तू ओकरे संग इ बुरा काम करब्या? का तू ओकरे पूत क मरइ देब्या?” 21 तब एलिय्याह लरिका क ऊपर तीन दाई ओलरा। एलिय्याह पराथना किहस, “हे यहोवा, मोर परमेस्सर। इ लरिका क फुन जीवित कर।”
22 यहोवा एलिय्याह क पराथना अंगीकार किहस। लरिका फुन साँस लेइ लाग। उ जिन्दा होइ गवा। 23 एलिय्याह बच्चा क सीढ़ियन स खाले लइ गवा। एलिय्याह उ लरिका क ओकरी महतारी क दिहस अउर कहेस, “लखा, तोहार पूत जी उठा।”
24 उ मेहरारु जवाब दिहस, “अब मोका बिस्सास हो गवा कि तू फुरइ परमेस्सर क हिआँ क मनई अहा। मइँ समुझ गइ हउँ कि फुरइ यहोवा तोहरे माध्यम स बोलत ह।”
एलिय्याह अउ बाल क नबी
18 अनावृस्टि क तीसरे बरिस यहोवा एलिय्याह स कहेस, “जा अउर राजा अहाब स मिला। मइँ हाली ही बर्खा पठउब।” 2 एह बरे एलिय्याह अहाब क लगे गवा।
उ समइ सोमरोन मँ भोजन नाहीं रह गवा रहा। 3 एह बरे राजा अहाब ओबधाह स अपने लगे आवइ क कहेस। ओबधाह राजमहल क अधिकारी रहा। (ओबधाह यहोवा क सच्चा अनुयायी रहा। 4 एक दाईं ईज़बेल यहोवा क सबहिं नबियन क जान स मारत रही। एह बरे ओबधाह सौ नबियन क लिहस अउर ओनका दुइ गुफन मँ छुपाएस। ओबद्याह एक गुफा मँ पचास नबी अउ दूसर गुफा मँ पचास नबी रखेस। तब ओबधाह ओनके बरे पानी अउ भोजन लिआएस।) 5 राजा अहाब ओबधाह स कहेस, “मोरे संग आवा। हम लोग इ प्रदेस क हर एक सोता अउर नाला क खोज करब। हम लोग पता लगाउब कि का हम अपने घोड़न अउ खच्चरन क जिअत रखइ बरे पर्याप्त घास कहीं पाइ सकित ह। तब हम क आपन कउनो जनावर खोउब नाहीं पड़ी।” 6 हर एक मनई देस क एक ठु हींसा चुनेस जहाँ उ पचे पानी क खोज कइ सकइँ। तब दुइनउँ। मनई पूरे देस मँ घूमेन। अहाब एक दिसा मँ अकेले गवा। ओबधाह दूसर दिसा मँ अकेले गवा। 7 जब ओबधाह जात्रा करत रहा तउ उ समइ उ एलिय्याह स मिला ओबधाह जब ओका लखेस एलिय्याह क पहचान लिहस। ओबधाह एलिय्याह क समन्वा प्रणाम करइ निहुरा उ केहेस, “एलिय्याह का सुआमी फुरइ आप अहइ?”
8 एलिय्याह जवाब दिहेस, “हाँ, मइँ ही हउँ। जा अउर आपन सुआमी राजा स कहा कि मइँ हिआँ अहउँ।”
9 तब ओबधाह कहेस, “जदि मइँ ओहाब स कहब कि मइँ जानत हउँ कि तू कहाँ अहा, तउ उ मोका मार डाइ। मइँ तोहार कछू नाहीं बिगाड़ेउँ ह। तू काहे चाहत अहा कि मइँ मरि जाउँ? 10 यहोवा, तोहरे परमेस्सर क जिन्नगी क किरिया खाइके कहत हउँ कि राजा तोहार खोज करइ बरे हरेक देस मँ मनइयन क भेज दिहेस ह। जदि कउनो देस क राजा इ कहेस कि तू ओकरे देस मँ नाहीं अहा, तउ अहाब ओका इ किरिया खाइ क मजबूर किहस कि तू सच मुच मँ ओकरे देस मँ नाहीं अहा। 11 अब तू चाहत अहा कि मइँ जाउँ अउर आपन सुआमी स कहउँ कि तू हुआँ अहा? 12 जदि मइँ जाउँ अउर राजा अहाब स कहउँ कि तू हिआँ अहा, तउ यहोवा क आतिमा तोहका कउनो दूसर जगह पइ पहोंचाइ सकत ह। राजा अहाब हिआँ आई अउर उ तोहका नाहीं पाइ सकी। तब उ मोका मार डाइ। मइँ यहोवा क अनुसरण तब स किहेउँ ह जब मइँ एक बालक रहा। 13 तू सुन्या ह कि मइँ का किहे रहेउँ। ईज़ेबेल यहोवा क नबियन क मारत रही अउर मइँ सौ नबियन क गुफन मँ छुपाए रहेउँ। मइँ एक गुफा मँ पचास नबियन अउर दूसर गुफा मँ पचास नबियन क रखे रहेउँ। मइँ ओनके बरे अन्न-पानी लिआएउँ। 14 अब तू चाहत अहा कि मइँ जाउँ अउर राजा स कहउँ कि तू हिआँ अहा। राजा मोका मार डाइ।”
15 एलिय्याह जवाब दिहेस, “जेतनी सर्वसक्तीमान यहोवा क सत्ता निहचित अहइ, ओतना ही निहचित इ अहइ कि मइँ आजु राजा क समन्वा खड़ा होउँ।”
16 एह बरे ओबधाह राजा अहाब क लगे गवा। उ बताएस कि एलिय्याह हुवाँ अहइ। राजा अहाब एलिय्याह स भेंटइ गवा।
17 जब अहाब एलिय्याह क लखेस तउ उ पूछेस, “का इ तू अहा? का तू ही उ मनई अहा जउन इस्राएल पइ बिपत्ति का कारण अहा?”
18 एलिय्याह जवाब दिहेस, “मइँ इस्राएल पइ बिपत्ति क कारण नाहीं अहउँ। तू अउर तोहरे बाप क परिवार इ सारी बिपत्ति क कारण अहा। जब तू यहोवा क आदेसन क पालन करब बन्द कइ दिहा अउर लबार देवतन क अनुसरण सुरु किहा। 19 अब सारे इस्राएलियन क कर्म्मेल पर्वते पइ मोहसे भेंटइ क कहा। उ ठउरे पइ बाल क चार सौ पचास नबियन क भी लिआवा अउर लबार देबी असेरा क चार सौ नबियन क लिआवा। रानी ईज़ेबेल ओन नबियन क समर्थन करत ह।”
20 एह बरे अहाब सबहिं इस्राएलियन अउर ओन नबियन क कर्म्मेल पर्वते पइ बोलाएस। 21 एलिय्याह सबहिं लोगन क लगे आवा। उ कहेस, “आप लोग कब निर्णय करिहीं कि आप क केकर अनुरसण करब अहइ? जदि यहोवा सच्चा परमेस्सर अहइ तउ आप लोगन क ओकर अनुयायी होइ चाही। किन्तु जदि बाल फुरइ परमेस्सर अहइ तउ तोहका ओकर अनुयायी होइ चाही।”
उ पचे कछू भी नाहीं कहेन। 22 एह बरे एलिय्याह कहेस, “मइ हिआँ यहोवा क एकमात्र नबी हउँ। मइँ अकेला हउँ। किन्तु हिआँ बाल क चार सौ पचास नबी अहइँ। 23 एह बरे दुइ ठु बर्धा लिआवा। बाल क नबी क एक ठु बर्धा लेइ द्या। ओनका ओका मारइ द्या अउर ओकर टूकन करइ द्या अउर तब ओनका, मास क लकड़ी पइ धरइ द्या। किन्तु उ पचे आगी लगाउब सुरु न करइँ। तब मइँ उहइ काम दूसरे बर्धा क लइके करब अउर मइँ आगी लगाउब सुरु नाहीं करब। 24 बाल क नबी! बाल स पराथना करिहीं अउर मइँ यहोवा स पराथना करब। जउन ईस्सर पराथना क अंगीकार करइ अउर अपने काठे क बारब सुरु कइ देइ, उहइ सच्चा परमेस्सर अहइ।”
सबहिं लोग अंगीकार किहेन कि इ उचित बिचार अहइ।
25 तब एलिय्याह बाल का नबियन स कहेस, “तू बड़की गनती मँ अहा। एह बरे तू लोग पहल करा। एक ठु बर्धा क चुना अउर ओका तइयार करा। आपन देवता क समन्वा पूजा किहेस किन्तु आगी लगाउब सुरु जिन करा।”
26 एह बरे नबियन उ बर्धा क लिहन जउन ओनका दीन्ह गवा। उ पचे ओकर तइयार किहन। उ पचे दुपहर तलक बाल स पराथना किहन। उ पचे पराथना किहन, “बाल, कृपा कइके हम क जवाब द्या।” किन्तु कउनो अवाज नाहीं आइ। कउनो कउन जवाब नाहीं दिहस। नबी उ वेदी क चारिहुँ कइँती नाचत रहेन जेका उ पचे बनाए रहेन। किन्तु आगी फुन भी नाहीं लागी।
27 दुपहरे क एलिय्याह ओनकर मसखरी उड़ाउब सुरु किहेस। एलिय्याह कहेस, “जदि बाल फुरइ देवता अहइ तउ सायद तोहका अउर जियादा जोर स पराथना करइ चाही। सायद उ सोचत रहा होइ या सायद उ बहोत व्यस्त होइ, या सायद उ कउनो जात्रा पइ निकरि गवा होइ। उ सोवत रहि सकत ह। सायद तू लोग अउर जियादा जोर स पराथना करा अउर जगावा।” 28 उ पचे अउर जोर स पराथना किहन। उ पचे अपने क तरवार अउर भालन स काटेन-छेदेन। (इ ओनकर पूजा क पद्धति रही) उ पचे अपने क ऍतना काटेन कि ओनके ऊपर खून बहइ लाग। 29 तीसर पहर बीत गवा। किन्तु तब तलक आगी नाहीं लागी। नबी साँझ क बलि-भेंट क समइ तलक लगातार गवाँरू भविस्साबाणी करत रहेन। किन्तु तब तलक भी बाल कउनो जवाब नाहीं दिहस। कउनो अवाज नाहीं आइ। कउनो भी नाहीं सुनत रहा।
30 तब एलिय्याह सबहिं लोगन स कहेस, “अब मोरे लगे आवा।” एह बरे सबहिं लोग एलिय्याह क चारिहुँ कइँती बटुर गएन। यहोवा क वेदी उखाड़ दीन्ह गइ। एह बरे एलिय्याह एका जमाएस। 31 एलिय्याह बारह पाथर प्राप्त किहस। हर एक बारह परिवार समूहन बरे एक ठु पाथर रहा। एन बारह परिवार समूहन क नाउँ याकूब जेका यहोवा इस्राएल नाउँ दिह रहा, क बारह पूतन क नाउँ पइ रहेन। 32 एलिय्याह ओन पाथरन क उपयोग यहोवा क सम्मान देइ क बरे वेदी क निर्माण मँ किहस। एलिय्याह वेदी क चारिहुँ कइँती एक ठु नान्ह खाईं खोदेस। इ ऍतनी चौड़ी अउर एतनी गहिर रही कि एहमाँ लगभग सात गैलन पानी आइ सकइ। 33 तब एलिय्याह वेदी पइ काठ धरेस। उ बर्धा क टूकन मँ काटेस। उ टूकन क काठन पइ धरेस। 34 तब एलिय्याह कहेस, “चार गगरियन क पानी स भरा। पानी क मास क टूकन अउ काठन पइ डावा।” तब एलिय्याह कहेस, “इहइ फुन करा।” तब उ कहेस, “एका तीसरी दाईं कर।” 35 पानी वेदी स बाहेर बहा अउर ओहसे खाईं भर गइ।
36 इ तीसर पहर क बलि भेंट क समइ रहा। एह बरे एलिय्याह नबी वेदी क लगे गवा अउर पराथना किहस, “हे यहोवा, इब्राहीम, इसहाक अउ इस्राएल क परमेस्सर, मइँ तोहसे याचना करत हुउँ कि तू प्रमाणित करा कि तू इस्राएल क परमेस्सर अहा अउर प्रमाणित करा कि मइँ तोहार सेवक अहउँ। एन लोगन दिखाइ द्या कि तू इ सब करइ क मोका आदेस दिहा ह। 37 यहोवा मोर पराथना क जवाब दया। एन लोगन क जानइ द्या कि हे यहोवा, तू असल मँ परमेस्सर अहा। तब लोग समुझिहीं कि तू ओनका अपने लगे वापस लिआवत अहा।”
38 एह बरे यहोवा खाले आगी पठएस। आगी बलि, काठ, पाथरन अउ वेदी क चारिहुँ कइँती क भुइँया क बार दिहस। आगी खाईं क समूचा पानी भी झुराइ दिहस। 39 सबहिं लोग इ होत लखेन। लोग भुईंया पइ प्रणाम करइ निहुरेन अउर कहइ लोगन, “यहोवा परमेस्सर अहइ। यहोवा परमेस्सर अहइ।”
40 तब एलिय्याह कहेस, “बाल क नबियन क धइ ल्या। ओनमाँ स कउनो क बच निकरइ न द्या।” एह बरे लोग सबहिं नबियन क धरेन। तब एलिय्याह ओन सबहिं किसोन नाले तलक लइ गवा। उ जगह पइ उ सबहिं नबियन क मार डाएस।
बर्खा फुन होत ह
41 तब एलिय्याह राजा अहाब स कहेस, “अब जा, खा अउर पिआ। एक घनघोर बर्खा आवति अहइ।” 42 एह बरे राजा अहाब भोजन करइ गवा। उहइ समइ एलिय्याह कर्म्मेल पवते क चोटी पइ चढ़ा। पर्वत क चोटी पइ एलिय्याह प्रणाम करइ निहुरा। उ अपने मूँड़ क अपने घुटरुअन क बीच रखेस। 43 तब एलिय्याह अपने सेवक स कहेस, “समुद्र कइँती लखा।”
सेवक उ जगह तलक गवा जहाँ स उ समुदर क लख सकइ। तब सेवक लउटिके आवा अउर उ कहेस, “मइँ कछू नाहीं लखेउँ।” एलिय्याह ओका फुन जाइ अउर लखइ क कहेस। इ सात दाईं भवा। 44 सातवीं दाईं सेवक लउटके आवा अउर उ कहेस, “मइँ एक नान्ह बादर मनई क मूठी क बराबर लखेउँ ह। बादर समुदर स आवत रहा।”
एलिय्याह सेवक स कहेस, “राजा, अहाब क लगे जा अउर ओहसे कहा कि उ आपन रथ तइयार कइ लेइ अउर अब घर वापस जाइ। जदि उ अबहिं नाहीं जाइ तउ बर्खा ओका रोक लेइ।”
45 थोड़े समइ क पाछे अकास काले मेघन स ढक गवा। तेज हवा चलइ लागिन अउर घनघोर बर्खा होइ लाग। अहाब अपने रथे मँ बइठा अउर यिज़्रेल क वापस जात्रा करब सुरु किहेस। 46 एलिय्याह क भीतर यहोवा क ताकत आइ। एलिय्याह अपने ओढ़नन क अपने चारिहुँ कइती कसेस, जेहसे उ दउड़ सकइ। तब एलिय्याह यिज्रेल तलक क पूरे मारग पइ राजा अहाब स अगवा दउड़त रहा।
ईसू क बंदी बनाउब
(मत्ती 26:47-56; मरकुस 14:43-50; यूहन्ना 18:3-11)
47 उ अबहीं बोलत ही रहा कि एक भीड़ जमा होइ गइ। यहूदा नाउँ क एक मनई जउन बारहु मँ स एक रहा, ओनकइ अगुवई करत रहा। उ ईसू क चुम्मा लेइ ओकरे लंगे आवा।
48 मुला ईसू ओनसे कहेस, “अरे यहूदा का तू एक चुम्मा स मनई क पूत क धोखा दइके पकड़वावइ जात अहा?” 49 जउन घटइ जात रहा, ओका लखिके ओकरे नगिचे क मनइयन कहेन, “पर्भू का हम पचे तरवारि क वार करी?” 50 अउर ओहमाँ स एक तउ महायाजक क नउकर प वारि कइके ओकर दाहिन कान काट डाएस।
51 मुला ईसू फउरन कहेस, “ओनका इ भी करइ द्या।” फिन ईसू ओकर कनवा छुइके चंगा किहेस।
52 फिन ईसू ओह प चढ़ाई करइ आएन मुख्ययाजकन, मन्दिर क सैनिकन अउर बुजुर्ग यहूदी नेतन स कहेस, “का तू तरवारि अउर लाठिन लइके कउनो डाकू क मुकाबला करइ निकरा अहा? 53 मन्दिर मँ मइँ हर दिन तोहरे ही संग रहेउँ, मुला तु मोह पइ हाथ नाहीं राख्या। मुला इ समइ तोहार अहइ-अँधियारे (पाप) क हुकुम क काल।”
पतरस क इन्कार
(मत्ती 26:57-58,69-75; मरकुस 14:53-54,66-72; यूहन्ना 18:12-18,25-27)
54 उ पचे ओका कैदी बनाइ लिहन अउर हुवाँ स लइ गएन। फिन उ सबइ ओका महायाजक क घर लइ गएन। पतरस कछू दूरी प ओकरे पाछे पाछे आवत रहा। 55 अँगने क बीच उ पचे आगी सुलगएन अउर एक साथे खाले बैठि गएन। पतरस भी हुवँई ओनही मँ बइठा रहा। 56 आगी क रोसनी मँ एक नउकरानी ओका हुवाँ बइठे लखेस। उ ओह पइ आँखी गड़ावत भइ कहेस, “इ मनई तउ ओकरे साथे भी रहा।”
57 मुला पतरस इन्कार करत भवा कहेस, “हे स्त्री, मइँ ओका नाहीं जानत हउँ।” 58 तनिक दरे पाछे एक ठु दूसर मनई ओका लखेस अउर कहेस, “तू भी ओनही मँ स एक अहइ।”
मुला पतरस बोला, “भल मनई, मइँ उ नाहीं हउँ।”
59 कउनो लगभग एक घड़ी बीत भइ होइ कि कउनो अउर भी जोर स कहइ लाग, “सचमुच ही इ मनई ओकरे संग भी रहा। काहेकि लखा उ गलील वासी भी अहइ।”
60 मुला पतरस बोला, “भल मनई, मइँ नाहीं जानता हउँ तू केकरे बारे मँ बतियात अहा!”
उहइ घड़ी, उ अबहीं बातन करत ही रहा कि एक ठु मुर्गा बाँग दिहस। 61 अउर पर्भू मुड़िके पतरस पइ आँखी गड़ाएस। तबहिं पतरस क पर्भू क उ वचन याद आवा जउन उ ओसे कहे रहा: “आजु मुर्गा क बाँग देइ स पहिले मोका तीन दाई मुकरि जाब्या।” 62 तब उ बाहेर चला गवा अउर फूटि फूटि को रोवइ लाग।
ईसू क मसखरी
(मत्ती 26:67-68; मरकुस 14:65)
63 जउन मनइयन ईसू क धइ राखे रहेन उ पचे ओकर मसखरी अउर ओका ठोंकइ लागेन। 64 ओकरे आँखी प पट्टी बाँधि दिहन अउर ओसे इ कहत भए पूछइ लागेन, “भविस्सबाणी करा! उ कउन अहइ जउन तोहका मारेस!” 65 उ सबइ ओका बेज्जत करइ बरे ओसे अउर भी बातन कहेन।
ईसू यहूदी नेतन क समन्वा
(मत्ती 26:59-66; मरकुस 14:55-64; यूहन्ना 18:19-24)
66 जबहिं दिन भवा कि मुख्ययाजकन अउर धरम सास्तिरियन संग मनइयन क बुजुर्ग नेतन क एक सभा भइ। फिन उ पचे ओका आपन महासभा मँ लइ गएन। 67 उ सबइ पूछेन, “हमका बतावा का तू मसीह अहा?”
ईसू ओनसे कहेस, “जदि मइँ तोहसे कहउँ तउ तू मोर बिसवास नाहीं करब्या। 68 अउर जदि मइँ पूछउँ तउ तू जवाब नाहीं देब्या। 69 मुला अब स मनई क पूत सबन स सक्तीवाला परमेस्सर क दाहिन कइँती बइठाइ जाइ।”
70 उ पचे बोलेन, “तब तउ का तू परमेस्सर क पूत अहा?” उ कहेस, “हाँ, मइँ हउँ।”
71 फिन उ पचे कहेन, “अब हमका कउनो अउर प्रमाण क जरूरत नाहीं अहइ? हम पचे खुद एकरे आपन मुँहना स इ सुन तउ लिहा ह।”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.