Old/New Testament
सुलैमान बुद्धि माँगत ह
3 सुलैमान मिस्र क राजा फिरौन क बिटिया के संग बियाइ कइके ओकरे संग सन्धि किहेस। सुलैमान ओका दाऊद नगर क लइ आवा। इ समइ अबहुँ भी सुलैमान आपन महल अउर यहोवा क मन्दिर बनावत रहा। सुलैमान यरूसलेम चहारदीवारी भी बनावात रहा। 2 मन्दिर अबहुँ तलक पूरा नाहीं भावा रहा। एह बरे लोग अबहुँ भि उच्च जगहन पइ जनावरन क बलि भेंट करत रहेन। 3 सुलैमान देखाएस कि उ यहोवा स पिरेम करत ह। ओकरे आपन बाप दाऊद जउन कछू करइ क कहे रहा, उ ओन सब क पालन किहेस किन्तु सुलैमान कछू अइसा भी किहस जेका करइ बरे दाऊद नाहीं कहे रहा। सुलैमान अबहुँ तलक उच्च जगहन क उपयोग बलि भेंट अउ सुगन्धि बारइ क बरे करत रहा।
4 राजा सुलैमान बलि भेंट करइ गिबोन गवा। उ हुँवा एह बरे गवा काहेकि उ सब स जियादा महत्वपूर्ण ऊँच जगह रही। सुलैमान एक हजार बलियन उ वेदी पइ भेंट किहस। 5 जब सुलैमान गिबोन मँ रहा उहइ रात क ओकरे लगे सपन मँ यहोवा आवा। परमेस्सर कहेस, “जउन चाहत अहा तू माँगा, मइँ ओका तोका देबउँ।”
6 सुलैमान जवाब दिहेस, “तू अपने सेवक मोर बाप दाऊद पइ बहोत दयालु रह्या। उ तोहार अनुसरण किहेस। उ नीक रहा अउ सच्चाई स रहा अउर तू ओकरे बरे तब सब स बड़की कृपा किहा जब तू ओकरे पूत क ओकरे सिंहासने पइ हुकुमूत करइ दिहा। 7 यहोवा मोर परमेस्सर, तू मोका अपने बाप क जगह पइ राजा होइ दिहा ह। किन्तु मइँ एक नान्ह बालक क नाईं हउँ। मोरे लगे, मोका जउन करइ चाही ओका करइ बरे बुद्धि नाहीं अहइ। 8 तोहार सेवक, मइँ हिआँ तोहरे चुने लोगन मँ एक महान लोगन मँ अहउँ, उ पचे ऍतने जियादा अहइँ कि गना नाहीं जाइ सकतेन। 9 एह बरे मइँ तोहसे माँगत हउँ कि तू मोका बुद्धि द्या जेहसे मइँ सच्चाई स लोगन पइ हुकूमत अउ ओनकर निआउ कइ सकउँ। एहसे मइँ सही अउ गलत क फरक क जान सकउँ। इ स्रेस्ठ बुद्धि क बिना ऍन महान रास्ट्रन पइ सासन करब असंभव अहइ।”
10 यहोवा खुस भवा कि सुलैमान ओहसे इ माँगेस। 11 एह बरे परमेस्सर ओहसे कहेस, “तू अपने बरे दीर्घायु नाहीं माँग्या। तू अपने बरे सम्पत्ति नाहीं माँग्या। तू अपने दुस्मनन क मउत नाहीं माँग्या। मुला तू बु़द्धि अउर सही निर्णय करइ बरे ग्यान माँग्या। 12 एह बरे मइँ तोहका उहइ देब जउन तू माँग्या। मइँ तोहका बुद्धिमान अउ बिवेकी बनाउब। मइँ तोहरी बुद्धि क ऍतना महान बनाउब कि बीते जमाने मँ कबहुँ तोहरे जइसा कउनो मनई नाहीं भवा ह अउर भविस्स मँ जइसा कबहुँ कउनो नाहीं होइ। 13 अउर तोहका पुरस्कृत करइ बरे मइँ तोहका उ सबइ चिजियन भी देबउँ जेनका तू नाहीं माँग्या। तोहरे पूरी जिन्नगी मँ सम्पत्ति अउ प्रतिस्ठा बनी रही। संसार मँ तोहरे जइसा महान राजा दूसर कउनो नाहीं होइ। 14 मइँ तोहसे चाहत हउँ कि तू मोर अनुसरण करा अउर मोरे नेमन अउर आदेसन क पालन करा। इ उहइ प्रकार करा जउने प्रकार तोहार बाप दाऊद किहस। जदि तू अइसा करब्या तउ मइँ तोहका दीर्घायु भी करब।”
15 सुलैमान जाग गवा। उ जान गवा कि परमेस्सर ओकरे संग सपन मँ बातन किहस ह। तब सुलैमान यरूसलेम गवा अउर यहोवा क करार क सन्दूखे क समन्वा खड़ा भवा। सुलैमान यहोवा क होमबलि अउर मेलबलि चढ़ाएस। एकरे पाछे उ ओन सबहिं प्रमुखन अउ अधिकारियन क दावत दिहस जउन हुकूमत करइ मँ ओकर मदद करत रहेन।
16 एक दिन दुइ मेहररुअन जउन रंडियन रहिन, सुलैमान क लगे आइन। 17 मेहररुअन मँ स एक कहेस, “महाराज, इ मेहरारु अउर मइँ एक ही घरे मँ रहत हीं। हम दुइनउँ गर्भवती भएन अउर अपने बच्चन क जन्म देइ ही वाले रहेन। मइँ अपने बच्चे का जन्म दिहेउँ जब इ हुवाँ मोरे साथ रही। 18 तीन दिन बाद इ मेहरारु भी अपने बच्चा क जन्म दिहस। हम लोगन क संग कउनो दूसर मनई घरे मँ नाहीं रहा। सिरिफ हम दुइनउँ ही रहेन। 19 एक रात इ मेहरारु क बच्चा मर गवा काहेकि उ बच्चा पइ सोई गइ रही। 20 एह बरे रात क जब मइँ सोई रही, इ मोरे पूत क मोरे बिछउन स लइ लिहस। तब इ मरे बच्चे क मोरे बिछउन पइ डाइ दिहस। 21 अगले भिंसारे मइँ जागी अउर अपने बच्चे क दूध पिआवइ वाली रही। किन्तु मइँ लखेउँ कि बच्चा मरा भवा ह। तब मइँ ओका जियादा निचके स लखेउँ। मइँ लेखेउँ कि इ मोर बच्चा नाहीं अहइ।”
22 मुला दुसर मेहरारु कहेस, “नाहीं! जिअत बच्चा मोर अहइ। मरा बच्चा तोहार अहइ।”
किन्तु पहिली मेहरारु कहेस, “नाहीं! तू गलत अहा। मरा बच्चा तोहार अहइ अउर जिअत बच्चा मोर अहइ।” इ तर दुइनउँ मेहररुअन राजा क समन्वा बहस किहन।
23 तब राजा सुलैमान कहेस, “तू दुइनउँ कहति अहा कि जिअत बच्चा हमार आपन अहइ अउर तू पचन मँ स हर एक कहत अहइ कि मरा बच्चा दूसरी क अहइ।” 24 तब राजा सुलैमान अपने सेवक क तरवार लिआवइ पठएस। 25 अउर राजा सुलैमान कहेस, “हम इहइ करब। जिअत बच्चे क दुइ टूकन कइ द्या। दुइनउँ मेहरारु क आधा-आधा बच्चा दइ द्या।”
26 दूसर मेहरारु कहेस, “इ ठीक अहइ। बच्चा क दुइ टूकन मँ काट डावा। तब हम दुइनउँ मँ स ओका कउनो नाहीं पाई।” किन्तु पहिली मेहरारु, जउन सच्ची महतारी रही, अपने बच्चे क बरे पिरेम स भरी रही। उ राजा स कहेस, “मेहरबानी कइके बच्चा क जिन मारा। एका ओका ही दइ देइँ।”
27 तब राजा सुलैमान कहेस, “बच्चा क जिन मारा। एका, पहिली मेहरारु क दइ द्या। उहइ सच्ची महतारी अहइ।”
28 इस्राएल क लोग राजा सुलैमान क निणर्य क सुनेन। उ पचे ओकर बहोत आदर अउ सम्मान किहेन काहेकि उ पचे जान गएन कि ओकर ठीक निआउ करइ क बुद्धि ओकरे लगे परमेस्सर स आई।
सुलैमान क राज्ज
4 राजा सुलैमान इस्राएल क सबहिं लोगन पइ सासन करत रहा। 2 इ सबइ प्रमुख अधिकारियन क नाउँ अहइँ जउन सासन करइ मँ ओकर मदद करत रहेन:
सादोक क पूत अजर्याह याजक रहा।
3 सीसा क पूत एलीहोरेप अउ अहिय्याह उ विवरण क लिखइ क कार्य करत रहेन जउन निआबालय मँ होत रहा।
अहीलूद क पूत यहोसापात, यहोसापात लोगन क इतिहास क विवरण लिखत रहा।
4 यहोयादा क पूत बनायाह सेनापति रहा,
सादोक अउ एब्यातार याजक रहेन।
5 नातान क पूत अजर्याह जनपद-प्रसासकन क अधीच्छक रहा।
नातान क पूत जाबूद याजक अउर राजा सुलैमान क एक सलाहकार रहा।
6 अहीसार राजा क घर क हर एक चीज क उत्तरदायी रहा।
अब्दा क पूत अदोनीराम दासन क अधीच्छक रहा।
7 इस्राएल बारह छेत्रन मँ बँटा रहा। जेनका जनपद कहत रहेन। सुलैमान हर जनपद पइ सासन करइ क बरे राज्जपालन क चुनत रहा। एन राज्जपालन क आदेस रहा कि उ पचे अपने जनपद मँ भोजन क चीज एकटठा करइँ अउर ओका राजा अउ ओकरे परिवारन क देइँ। हर साल एक महीने क भोजन सामग्री राजा क देइ क जिम्मेदारी बारह राज्जपालन मँ हर एक क रहा। 8 बारह राज्जपालन क इ नाउँ सबइ अहइँ:
बेन्हूर, एप्रैम क पर्वतीय प्रदेस क राज्जपाल रहा।
9 बेन्देकेर, माकस, साल्बीम, बेतसेमेस अउ एलोनबेथानान क राज्जपाल रहा।
10 बेन्हेसेद, अरूब्बोत, सौको अउर हेपेर क राज्जपाल रहा।
11 बेनबीनादाब, नपोत दोर क राज्जपाल रहा। ओकर बियाह सुलैमान क बिटिया तापत स भवा रहा।
12 अहीलूद क पूत बाना, तानाक, मगिद्दो स लइके अउर सारतान स लगे पूरे बेतसान क राज्जपाल रहा। इ यिज्रेल क खाले, बेतसान स लइके आबेलमहोला तलक योकमाम क पार रहा।
13 बेनगेबेर, रामोत गिलाद क राज्जपाल रहा। उ गिलाद मँ मनस्से क पूत याईर क सारे सहरन अउ गाँवन क भी राज्जपाल रहा। उ बासान मँ अर्गोब क जनपद क भी राज्जपाल रहा। इ पहँटा मँ ऊँची चहारदेवारवाले साठ नगर रहेन। ऍन नगरन क फाटकन मँ काँसे क छड़न लगी रहिन।
14 इद्दो क पूत अहीनादाब, महनैम क राज्जपाल रहा।
15 अहीमास, नप्ताली क राज्जपाल रहा। ओकर बियाह सुलैमान क बिटिया बासमत स भवा रहा।
16 हूसै क पूत बाना, आसेर अउ आलोत क राज्जपाल रहा।
17 पारुह क पूत यहोसापात, इस्साकार क राज्जपाल रहा।
18 एला क पूत सिमी, बिन्यामीन क राज्जपाल रहा।
19 ऊरी क पूत गेबेर गिलाद क राज्जपाल रहा। गिलाद उ पहँटा रहा जहाँ एमोरी लोगन क राजा सीहोन अउर बासान क राजा ओग रहत रहेन। किन्तु सिरिफ गेबेर ही उ जनपद क राज्जपाल रहा।
20 यहूदा अउ इस्राएल मँ बहोत बड़ी गिनती मँ लोग रहत रहेन। लोगन क गनती समुद्दर क किनारे क बालू क कणन जेतनी रही। लोग सुख स भरी जिन्नगी बितावत रहेन: उ पचे खात पिअत अउ आनन्दित रहत रहेन।
21 सुलैमान परात नदी स लइके पलिस्ती लोगन क पहँटा तलक सबहिं राज्जन पइ हुकूमत करत रहा। ओकर राज्ज मिस्र क सीमा तलक फइला रहा। इ सबइ देस सुलैमान के भेंट पठवत रहेन अउर ओकरे पूरी जिन्नगी तलक ओकर आग्या क पालन करत रहेन।
22-23 इ भोजन सामग्री अहइ जेकर जरूरत हर रोज सुलैमान क खुद अउ ओकरी मेज पइ सबहिं भोजन करइवालन क बरे होत रही: डेढ़ सौ बुसल महीन आटा, तीन सौ बुसल आटा, 23 अच्छा अन्न खाइ भवा दस ठु बर्धा, मैदानन मँ पाले गए बीस ठु बर्धा अउर सौ भेड़िन, जंगली जनावरन जइसा हिरन, चिकारे, मगृ अउ सिकारी पछियन भी!
24 सुलैमान परात नदी क पच्छिम क सबहिं देसन पइ हुकूमत करत रहा। इ प्रदेस तिप्सह स अज्जा तलक रहा अउर सुलैमान क राज्ज क चारिहुँ कइँती सान्ति रही। 25 सुलैमान क जिन्नगी क समइ इस्राएल अउ यहूदा क सबहिं लोग लगातार दान स लइके बेर्सेबा तलक सान्ति अउ सुरच्छा मँ रहत रहेन। लोग सान्ति क साथ अपने अंजीर क बृच्छन अउ अंगूरे क बेलन क तले बइठत रहेन।
26 सुलैमान क लगे ओकरे रथन क बरे चार हजार घोड़न क रखइ क जगह अउ ओकरे पास बारह हजार घोड़सवार रहेन। 27 हर महीने बारह जनपद क राज्जपालन मँ स एक ठु सुलैमान क उ सबइ चिजियन देत रहा जेकर ओकर जरूरत पड़त रही। इ राजा क मेज पइ खाइ वाले हर एक मनई बरे काफी होत रही। 28 जनपद राज्जपालन राजा क रथन क घोड़न अउ सवारी क घोड़न बरे बहोत अधिक चारा अउ सूखा घास भी देत रहेन। उ पचे इ अन्न क एक उचित जगह पइ लिआवत रहा।
सुलैमान क बुद्धि
29 परमेस्सर सुलैमान क उत्तिम बुद्धि दिहेस। सुलैमान अनेक बातन समुझ सकत रहा। ओकर बुद्धि कल्पना क परे तेज रही। 30 सुलैमान क बुद्धि पूरब क सबहिं मनइयन क बुद्धि स जियादा तेज रही। ओकर बुद्धि मिस्र मँ रहइवाले सबहिं मनइयन क बुद्धि से जियादा तेज रही। 31 उ पृथ्वी क कउनो भी मनइयन स जियादा बुद्धिमान रहा। उ एज्रेही एतान स भी जियादा बुद्धिमान रहा। उ हेमान, कलकोल अउ दर्दा स जियादा बुद्धिमान रहा। इ सबइ माहोल क पूत रहेन। राजा सुलैमान इस्राएल अउ यहूदा क चारिहुँ कइँती क सबहिं देसन मँ प्रसिद्ध होइ गवा। 32 अपने जिन्नगी क समइ मँ राजा सुलैमान तीन हजार बुद्धि क बातन अउर पन्द्रह सौ गीतन लिखेस।
33 सुलैमान प्रकृति क बारे मँ बहोत कछू जानत रहा। सुलैमान लबानोन क बिसाल देवदारू बृच्छन स लइके देवारन मँ उगलवाली जूफा क अलग प्रकार क पेड़-पौधन मँ स हर एक क बारे मँ सिच्छा दिहस। राजा सुलैमान जनावरन, पँछियन अउ रेंगइवाले जान्तुअन अउ मछरियन क चर्चा किहेस ह। 34 सुलैमान क बुद्धिमत्तापूर्ण बातन क सुनइ बरे सबहिं रास्ट्रन स लोग आवत रहेन। सबहिं रास्ट्रन क राजा अपने बुद्धिमान मनइयन क राजा सुलैमान क बातन क सुनइ बरे पठवत रहेन।
सुलैमान मन्दिर बनावत ह
5 हीराम सोर क राजा रहा। हीराम सदा ही दाऊद क मीत रहा। एह बरे जब हीराम क मालूम भवा कि सुलैमान दाऊद क पाछे नवा राजा भवा ह तउ उ सुलैमान क लगे आपन सेवक पठएस। 2 सुलैमान हीराम राजा क इ सबइ संदेस पठाएस:
3 “तोहका याद अहइ कि मोर बाप राजा दाऊद क अपने चारिहुँ कइँती अनेक जुद्ध लड़इ पड़े रहेन। एह बरे उ यहोवा अपने परमेस्सर क मन्दिर बनवावइ मँ समर्थ नाहीं होइ सका। राजा दाऊद तब तलक प्रतीच्छा करत रहा जब तलक यहोवा ओकर सबहिं दुस्मनन क ओहसे पराजित नाहीं होइ दिहस। 4 किन्तु अब यहोवा मोर परमेस्सर मोर देस क चारिहुँ कइँती मोका सान्ति दिहस ह। अब मोर कउनो दुस्मन नाहीं अहइ। मोर प्रजा अब कउनो खतरे मँ नाहीं अहइ।
5 “यहोवा मोर बाप दाऊद क संग एक ठु प्रतिग्या किहे रहा। यहोवा कहे रहा, ‘मइँ तोहरे पूत क तोहरे पाछे राजा बनाउब अउर तोहार पूत मोर सम्मान करइ बरे एक ठु मन्दिर बनाई।’ अब मइँ, यहोवा आपन परमेस्सर क सम्मान करइ बरे उ मन्दिर बनावइ क जोजना बनाएँउ ह। 6 अउर एह बरे मइँ तोहसे मदद माँगत हउँ। अपने मनइयन क लबानोन पठवा। हुवाँ उ पचे मोरे बरे देवदारु क बृच्छन क कटिहीं। मोर सेवक तोहरे सेवकन क संग काम करिहीं। मइँ उ कउनो भी मजदूरी भुगतान करब जउन तू अपने सेवकन बरे तय करब्या। किन्तु मोका तोहार मदद क जरुरत अहइ। मोर बढ़ई सीदोन क बढ़इयन क तरह नीक नाहीं अहइँ।”
7 जब हीराम, जउन कछू सुलैमान माँगेस, उ सुनेस तउ उ बहोत खुस भवा। राजा हीराम कहेस, “आजु मइँ यहोवा क धन्यवाद देत हउँ कि उ दाऊद क इ विसाल रास्ट्र पइ सासन करइ बरे एक ठु बुद्धिमान पूत दिहस ह।” 8 तब हीराम सुलैमान क एक संदेसा पठएस। संदेसा इ रहा,
“तू जउन माँग किहा ह, उ मइँ सुनेउँ ह। मइँ तोहका सारे देवदारु क बृच्छ अउर चीर क बृच्छ देब, जेनका तू चाहत अहा। 9 मोर सेवक लबानोन स ओनका समुदद्र तलक लइहीं। तब मइँ ओनका एक संग बाँध देब अउर ओनका समुद्दर मँ उ जगह कइँती बहाइ देब जहाँ तू चाहत अहा। हुवाँ मइँ लटठ्न क अलग कइ देब अउर बृच्छन क तू लइ सकब्या। एकर बदले मँ तू मोर साही घरे क लोगन बरे भोजन प्रदान कराउब्या।”
10 एह बरे हीराम, सुलैमान क सबइ देवदार अउर सनौवर क बृच्छ दिहेन जेका उ चाहत रहेन।
11 अउर सुलैमान हर साल लगभग एक लाख बीस हजार बुसल गोहूँ अउ लगभग एक लाख बीस हजार गैलन निखालिस जइतून क तेल हीराम क ओकरे परिवार क भोजन बरे दिहस।
12 यहोवा आपनी प्रतिग्या क अनुसार सुलैमान क बुद्धि दिहस अउ सुलैमान अउ हीराम क बीच सान्ति रही। इ दुइनउँ राजा लोग आपुस मँ सन्धि किहन।
13 राजा सुलैमान इ काम मँ मदद बरे इस्राएल क तीस हजार मनइयन क मजबूर किहन। 14 राजा सुलैमान अदोनीराम नाउँ क एक ठु मनई क ओनकी ऊपर अधिकारी बनाएस। सुलैमान ओन मनइयन क तीन ठु टुकड़ियन मँ बाँटेस। हर एक टुकड़ी मँ दस हजार मनई रहेन। हर समूह एक महीना लबानोन मँ काम करत रहा अउर तब दुइ महीना बरे अपने घरे लउटत रहा। 15 सुलैमान अस्सी हजार मनइयन क भी पहाड़ी प्रदेस मँ काम करइ बरे मजबूर किहस। एन मनइयन क काम चट्टानन क काटब रहा अउर हुवाँ सत्तर हजार मनई पाथर क ढोवइवाले रहेन। 16 अउर तीन हजार तीन सौ मनई रहेन जउन काम करइवाले मनइयन क ऊपर अधिकारी रहेन। 17 राजा सुलैमान, मन्दिर क नेंव बरे बिसाल अउ कीमती चट्टानन क कटाइ क आदेस दिहस। इ सबइ पाथर सावधानी स काटे गएन। 18 तब सुलैमान क मकान बनावइया अउ कारीगरन अउ हीराम क मकान बनावइया अउ कारीगरन अउ गबाली क मनइयन पाथरन क काटेन अउ ओन पइ नक्कासी क काम किहेन। उ पचे मन्दिर क बनावइ बरे पाथरन अउ लट्ठन क तइयार किहेन।
ईसू स यहूदियन क सवाल
(मत्ती 21:23-27; मरकुस 11:27-33)
20 एक दिन जब ईसू मंदिर मँ मनइयन क उपदेस देत भवा सुसमाचार सुनावत रहा तउ मुख्ययाजकन अउर धरम सास्तिरियन, बुजुर्ग यहूदी नेतन क संग ओकरे लगे आएन। 2 उ पचे ओसे पूछेन, “हमका बतावा तू इ काम कउनो अधिकार स करत अहा? उ कउन अहइ जउन तोहका इ अधिकार दिहे अहइ?”
3 ईसू ओनका जवाब दिहस, “मइँ भी तोहसे एक सवाल पूछत हउँ, तू मोका बतावा 4 यूहन्ना क बपतिस्मा देइ क अधिकार सरग स मिला रहा या मनई स?”
5 ऍह पइ आपुस मँ बिचार क चर्चा करत भवा उ पचे बोलेन, “जदि हम कहित ह, ‘सरग स’ तउ इ कही, ‘तउ तू ओह प बिसवास काहे नाहीं किहा?’ 6 अउर अगर हम कही, ‘मनई स’ तउ सबहीं मनई हम पइ पाथर फेंकिहीं। काहेकि उ सबइ इ मानत हीं कि यूहन्ना एक नबी रहा।” 7 तउ उ सबइ जवाब दिहेन कि उ पचे नाहीं जानतेन कि उ अधिकार कहाँ स मिला।
8 फिन ईसू ओनसे कहेस, “तउ मइँ भी तोहका नाहीं बताउब कि इ चीज मइँ कउनो अधिकारे स करत हउँ!”
परमेस्सर आपन पूत क पठवत ह
(मत्ती 21:33-46; मरकुस 12:1-12)
9 फिन ईसू मनइयन स आपन दिस्टांत कथा कहइ लाग: “कउनो मनई अंगूरे क बगिया लगाइके ओका कछू किसानन क लगाने प दिहस अउर उ बहोत दिना तक कहूँ चला गवा। 10 जब फसल काटइ क समइ आइ, तउ उ एक नउकर क किसानन क लगे पठाएस ताकि उ पचे ओका अंगूरे क बगिचा क कछू फल दइ देइँ। मुला किसानन ओका मार पीटिके खाली हाथ लौटाइ दिहन। 11 उ तब एक नउकर हुवाँ पठएस। मुला उ पचे ओकर ठोंकाइ कइ डाएन। उ सबइ ओकरे संग बहोत बुरा ब्यौहार किहेन। अउर ओका भी खाली हाथे लौटाइ दिहन। 12 ऍह पइ उ एक तिसरा नउकर पठएस मुला उ पचे ऐके भी घायल कइके बाहेल ढकेल दिहन।
13 “तब तउ बगिया क मालिक कहइ लाग, ‘मोका का करइ चाही? मइँ आपन पियारे बेटवा क पठउब साइद उ पचे ओकर इज्जत करिहइँ!’ 14 मुला किसानन जब ओकरे बेटवा का लखेन तउ आपुस मँ सोच बिचारि करत भए बोलेन, ‘इ तउ बारिस अहइ, आवा ऍका मारि डाइ जेहसे बारिस हमार होइ जाइ!’ 15 अउर उ पचे ओका बगिया स बाहेर खदेरके मारि डाएन।
“तउ फिन बगिया क मालिक ओनके संग का करी? 16 उ आइ अउर ओन किसानन क मारि डाई अउर अंगूरे क बगिया अउरन क सौंपि देइ।”
उ पचे जब इ सुनेन तउ उ सबइ बोलेन, “अइसा कबहूँ न होइ चाही!” 17 तब ईसू ओनकइ कइँती निहारत भवा कहेस, “तउ फिन इ जउन लिखा अहइ ओकर अरथ का अहइ:
‘जउने पाथर क राजगीर बेकार समझ लिहे रहेन
उहइ कोनवा क प्रमुख पाथर बन गवा’?[a]
18 हर कउनो जउन उ पाथर प गिरी चूर चूर होइ जाइ अउर जेहॅ पइ उ गिरी चकनाचूर होइ जाइ!”
19 धरम सास्तिरियन अउर मुख्ययाजकन कउनो रास्ता ढूँढ़ीके ओका पकड़ि लेइ चाहत रहेन काहेकि उ ताड़ ग रहेन कि उ इ दिस्टान्त कथा ओनके खिलाफ कहेस ह। मुला उ पचे मनइयन स डेरात रहेन।
यहूदी नेतन क चाल
(मत्ती 22:15-22; मरकुस 12:13-17)
20 तउ उ पचे होसियारी स ओह प निगाह राखइ लागेन। उ पचे अइसे खुफिया पठएन जउन ईमानदार होइ क सुआंग रचत रहेन। (ताकि उ सबइ ओकर कही भइ कउनो बातन मँ फँसाइके राज्यपाल क सक्ती व अधिकारे क मातहत कर देइँ।) 21 तउ उ पचे ओसे पूछत भए कहेन, “गुरु, हम जानित ह कि जउन नीक अहइ अउर उहइ क तू कहत अउर उपदेस देत अहा अउर न ही कउनो क पच्छ लेत ह। मुला तू सचाई स परमेस्सर क रास्ता क उपदेस देत अहा। 22 तउ बतावा कैसर क हमका चुंगी (टैक्स) देब नीक बा या नाहीं चुकाउब?”
23 ईसू ओनकइ चाल क ताड़ गवा रहा। तउ उ ओनसे कहेस, 24 “मोका एक दीनार देखावा, ऍह पइ मूरति अउर लिखाइ केकर अहइ?”
उ सबइ कहेन, “कैसर का।”
25 ऍह पइ उ ओनसे बोला, “तउ फिन जउन कैसर क अहइ, ओका कैसर क द्या। अउर जउन परमेस्सर क अहइ ओका परमेस्सर क।”
26 उ पचे ओकरे जवाबे प चकित होइके चुप रहि गएन अउर उ मनइयन क समन्वा जउन कछू कहे रहा, ओह पइ ओका पकड़ नाहीं पाएन।
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