Old/New Testament
दाऊद पलिस्तियन क संग रहत ह
27 दाऊद सोचेस, “होइ सकत ह साऊल मोका कउनो दिन धइ लेइ। सबन ते बढ़िया इहइ अहइ मइँ कि पलिस्तियन क देस स बचि निकरुँ। तब साऊल इस्राएल मँ मोर खोज मँ थक जाब इ तरह मइँ साऊल स बचि निकरब।”
2 ऍह बरे दाऊद अउ ओकर छ: सौ मनइयन इस्राएल तजि दिहन। उ सबइ माओक क पूत आकीस क लगे गएन। आकीस गत क राजा रहा। 3 दाऊद, ओकर मनइयन आपन पूरा परिवार क साथ आकीस क संग गत मँ रहइ लागेन। दाऊद क संग ओकर दुइ पत्नी रहिन। उ पचे यिज्रेली क अहीनोअम अउ कार्मेल क अबीगैल रहिन। अबीगैल नाबाल क राँड़ रही। 4 मनइयन साऊल स कहेन कि दाऊद गत क पराइ ग अहइ। अउर साऊल ओकर खोज बन्द कइ दिहस।
5 दाऊद आकीस स कहेस, “जदि आप मोसे खुस अहइँ तउ मोका आपन देस क नगरन मँ स एक मँ एक ठउर दइ देइँ। मइँ आप क सिरिफ एक सेवक अहउँ। मोका हुवाँ रहइ चाही, आप क संग हुवाँ राजधानी-सहर मँ नाहीं।”
6 उ दिना आकीस दाऊद क सिकलग नगर दिहस। अउर तब स सिकलग अब तलक यहूदा क राजा लोगन क बना अहइ। 7 दाऊद पलिस्तियन क संग एक बरिस अउ चार महीना रहा।
दाऊद आकीस राजा क मूरख बनावत ह
8 दाऊद अउ ओकर मनई अमालेकी अउ गसूर मँ रहइवालन मनइयन क संग जुद्ध करइ गएन। दाऊद क मनइयन ओका हराएन अउ ओनकइ धन दौलत लइ लिहन। लोग उ पहँटा मँ सुर क नगिचे तेलम स लइके लगातार मिस्र तलक रहत रहेन। 9 दाऊद उ पहँटा मँ मनइयन क हराएस। दाऊद ओनकइ सब भेड़िन, पसु, गदहा, ऊँट अउ ओढ़ना लिहस। तब उ इ सबन क आकीस लइ आवा।
10 दाऊद इ कई दाई किहेस। हर दाई आकीस पूछत कि उ कहाँ लड़ा अउ ओन चीजन क कहाँ स लइ आवा। दाऊद कहत रहा, “मइँ यहूदा क दक्खिन कइँती लड़ा।” इ “सब मइँ यरहमेलियन क दक्खिनी भाग मँ लड़ा” या “मइँ केनियन क दक्खिनी भाग मँ लड़ा।” 11 दाऊद गत क कबहुँ जिअत मेहरारु या मनसेधू नाहीं लइ आवा। दाऊद सोचेस, “जदि हम कउनो मनई क जिअत रहइ देइत ह तउ उ आकीस स कहि सकत ह कि सचमुच मइँ का किहेउँ ह।”
दाऊद पूरे टेमॅ, जब तलक पलिस्तियन क देस मँ रहा, इहइ किहस। 12 आकीस दाऊद प पतियाब सुरु किहस। आकीस अपने आप सोचेस, “अब दाऊद क आपन लोग ही ओसे घिन करत हीं। इस्राएलियन दाऊद स बहोत जिआदा घिन करत हीं। अब दाऊद मोर सेवा करत रही।”
पलिस्ती जुद्ध क तइयारी करत हीं
28 पाछे पलिस्तियन आपन फउज क इस्राएल क खिलाफ लड़इ बरे बटोरेन। आकीस दाऊद स कहेस, “का तू समुझत ह कि तोहका अउ तोहरे मनइयन क इस्राएलियन क खिलाफ मोरे संग लड़इ जाइ चाही?”
2 दाऊद जवाब दिहस, “सचमुच ही, तब आप खुद ही लखइँ कि मइँ का करि सकत हउँ।”
आकीस कहेस, “बहोत अच्छा, मइँ तोहका आपन अंग रच्छक बनउब। तू हर समइ मोर रच्छा करब्या।”
साऊल अउ एन्दोर क मेहररुअन
3 समूएल मर गवा। सबहिं इस्राएलियन समूएल क मउत प सोक मनाएन। उ पचे समूएल क निवास सहर, रामा मँ ओका दफनाए रहेन।
ऍकरे पहिले साऊल ओझा अउ भविस्स बतावइवालन क इस्राएल तजइ क मजबूर किहे रहा।
4 पलिस्तियन जुद्ध क तइयारी किहन। उ पचे सूनेम आएन अउ उ ठउरे प डेरा डाएन। साऊल सबहिं इस्राएलियन क बटोरेस अउ आपन डेरा गिलबो मँ डाएस। 5 साऊल पलिस्ती सेना क लखेस, अउर उ डेराइ गवा। ओकर हिरदय डर स धड़कइ लाग। 6 साऊल यहोवा स बिनती किहेस, मुला यहोवा ओका जवाब नाहीं दिहस। परमेस्सर साऊल स सपन मँ बात नाहीं किहस। परमेस्सर ओका जवाब देइ बरे ऊरीम क नाहीं बइपरेस। परमेस्सर साऊल स बात करइ बरे नबियन क नाहीं बइपरेस। 7 आखिर मँ साऊल आपन अफसरन स कहेस, “मोरे बरे कउनो अइसी मेहरारु क पता लगावा जउन ओझा होइ। तब मइँ ओसे पूछइ जाइ सकत हउँ कि जुद्ध मँ का होइ।”
ओकर अफसरन जवाब दिहन, “एन्दोर मँ एक ठु ओझा अहइ।”
8 साउल कइउ तरह क ओढ़वा पहिरेस। साऊल इ ऍह बरे किहस कि कउनो मनई इ न जान सकइ कि उ कउन अहइ। रात क उ आपन दुइ मनई क संग उ मेहरारु स भेंटइ गवा। साऊल उ मेहरारु स कहेस, “परेत स मोका मोर भविस्स बतवावा। उ मनई क बोलावा जेकर नाउँ मइँ लेउँ।”
9 मुला उ मेहरारु साऊल स कहेस, “तू सचमुच ही जानत ह कि साऊल का किहेस ह। उ जोझा अउ भविस्स बतावइ वालन क इस्राएल देस तजि देइ क मजबूर किहस ह। तू मोका जाल मँ फाँसइ अउ मजबूर अउ मारि डावइ चाहत ह।”
10 साऊल यहोवा क नाउँ लिहस अउ उ मेहरारु स प्रतिग्या किहस, “सचमुच ही यहोवा सास्वत अहइ। ऍह बरे तोहका इ करइ क सजा न मिली।”
11 मेहरारु पूछेस, “तू केका चाहत बाट्या कि मइँ ओका हिआँ बोलावउँ?”
साऊल जवाब दिहस, “समूएल क बोलावा।”
12 अउर इ भवा। मेहरारु समूएल क लखेस अउ जोर स चिचियान। उ साऊल स कहेस, “तू मोका धोखा दिहा। तू साऊल अहा।”
13 राजा मेहरारु स कहेस, “तू जिन डेराअ। तू का लखति अहा?”
उ मेहरारु कहेस, “मइँ एक ठु परेत आतिमा क धरती स निकरिके आवति लखत हउँ।”
14 साऊल पूछेस, “उ कइसा देखाँइ पड़त ह?”
मेहरारु जवाब दिहस, “उ लबादा पहिरे एक बुढ़वा क तरह देखाँइ पड़त ह।”
साऊल समुझ गवा कि उ समूएल रहा। साऊल धरती पर अपना माथा टेका। 15 समूएल साऊल स कहेस, “तू मोका काहे परेसान किहा?” तू मोका ऊपर काहे बोलाया?
साऊल जवाब दिहस, “मइँ मुसीबत मँ अहउँ। पलिस्ती मोरे खिलाफ लड़इ आवा अहइँ, अउर परमेस्सर मोका तजि दिहे अहइ। परमेस्सर अब मोका जवाब न देइहीं। उ मोका जवाब देइ बरे नबियन या सपन क प्रयोग न करिहीं। इहइ कारण अहइ कि मइँ तोहका बोलाएउँ। मइँ चाहत अहउँ कि तू बतावा कि मइँ का करउँ।”
16 समूएल कहेस, “यहोवा तोहका तजि दिहे अहइ। अब उ तोहरे पड़ोसी क संग अहइ। ऍह बरे तू मोका काहे बोलाया? 17 यहोवा उहइ किहस जउन उ करइ क कहे रहा। यहोवा मोर प्रयोग तोहका बतावइ बरे कि उ का करी, किहेस ह। यहोवा तोहरे हाथे स राज्ज झपट लिहस ह। यहोवा तोहरे हाथ स राज्ज तोहरे पड़ोसियन मँ स एक क दइ दिहस। उ पड़ोसी दाऊद अहइ। 18 तू यहोवा क आग्या क पालन नाहीं किहा। तू अमालेकियन क नास नाहीं किहा अउ ओनका नाहीं देखाया कि यहोवा ओन पइ केतँना कोहान बाटइ। उहइ कारण अहइ कि यहोवा तोहरे संग आजु इ किहस ह। 19 फुन यहोवा तोहरे संग इस्राएलियन क पलिस्ती स हरवइहीं। अउर भियान तू अउ तोहार पूत हिआँ मोर संग होइहीं।”
20 साऊल भुइयाँ प भहराइ पड़ा। साऊल, समूएल स कही गइ बातन स डेरान रहा। साऊल बहोत दुर्बल होइ गवा काहेकि उ पूरा दिन अउ रात कउनो खइया नाहीं खाए रहा।
21 मेहरारु साऊल क लगे आइ। उ लखेस कि साऊल फुरइ ससान रहा। उ कहेस, “लखा, मइँ आपक सेविका अहउँ। मइँ आपक आग्या क मानेउँ ह। मइ आपन जिन्नगी क खतरा मँ नाएउँ ह अउर आप जउन कहेन ह, उहइ किहेउँ। 22 अब कृपा कइके मोरउ सुना। मोका तोहरे बरे कछू खइया क देइ द्या। तब आप मँ ऍतनी सक्ती आइ कि आप अपने राहे प जाइ सकइँ।”
23 मुला साऊल इनकार किहस। उ कहेस, “मइँ न खाब।”
साऊल क अफसर लोग उ मेहरारु क साथ दिहन अउ ओसे भोजन बरे बिनती किहन। साऊल ओनकइ बात सुनेस। उ भुइयाँ स उठा अउ बिछउना प बइठा। 24 उ मेहरारु क घरे मँ एक ठु मोट बछवा रहा। उ हाली स बछवा क मारेस। उ कछू आटा लिहस अउ ओका हाथे स सानेस। तब उ बे खमीरे क रोटी बनाएस। 25 मेहरारु भोजन साऊल अउ ओकरे अफसरन क अगवा धरेस। साऊल अउ ओकर अफसरन ओका खाएन। तउ उ लोग उठेन अउर उहइ रात क चली गएन।
दाऊद मोरे संग नाहीं आइ सकत
29 पलिस्तियन आपन सब सिपाहियन क आपुस मँ बटोरेन। इस्राएलियन सोता क पास यिज्रेल मँ डेरा डाएन। 2 पलिस्ती अफसर लोगन आपन एक सौ अउर एक हजार फउज क टुकड़ी क संग आगे बढ़त रहेन। दाऊद अउ ओकर मनई आकीस क संग फउज क पाछे पाछे कदम बढ़ावत चलत रहेन।
3 पलिस्ती अफसरन पूछेस, “इ सबइ हिब्रू हिआँ का करत अहइँ।”
आकीस पलिस्ती अफसरन स कहेस, “इ दाऊद अहइ। दाऊद साऊल क अफसरन मँ स एक रहा। दाऊद मोरे लगे बहोत टेमॅ स बाटइ। मइँ दाऊद मँ कउनो दोख तब स नाहीं लखेउँ जब ते इ साऊल क तजेस अउ मोरे लगे आवा।”
4 मुला पलिस्ती अफसर लोग आकीस पइ कोहाइ गएन। उ पचे कहेन, “दाऊद क वापस पठवा। दाऊद क उ सहर मँ वापस जाइ चाही जेका तू ओका दिहा ह। उ हम पचन क संग जुद्ध मँ नाहीं जाइ सकत्या। जदि उ हिआँ बाटइ तउ हम पचे आपन डेरा मँ एक दुस्मन क धरे अही। उ हमार आपन मनइयन क मारिके आपन राजा साऊल क खुस करी। 5 दाऊद उहइ मनई अहइ जेकरे बरे इ गाना मँ इस्राएली मनई गावत अउ नाचत हीं:
‘साऊल हजारन क मारेस।
मुला दाऊद दसहु हजारन क मारेस।’”
6 ऍह बरे, आकीस दाऊद क बोलाएस। उ कहेस, “यहोवा सास्वत अहइ, तू हमार भगत अहा। मइँ खुस होत जदि तू हमरी फउज मँ सेवा करत्या। जउने दिना स तू मोरे लगे आया ह, मइँ तोहमाँ कउनो दोख नाहीं पाएउँ ह। मुला पलिस्ती अफसर लोगन तोहार बरे नीक नाहीं सोचत। 7 अब तू सान्तिपूर्वक जा। पलिस्ती अफसर लोगन क खिलाफ कछू न करा।”
8 दाऊद कहेस, “मइँ का गल्ती किहेउँ ह? जब ते मइँ तोहरे लगे आवा हउँ तू मोरे भीतर कउन तब स आजु तलक कउन बुराई लख्या ह। मोरे पर्भू, राजा क दुस्मनन क खिलाफ तू मोका काहे नाहीं लड़इ देत्या?”
9 आकीस उत्तर दिहस, “मइँ जानत हँउ कि मइँ तोहका पसन्द करत हँउ। तू परमेस्सर क हिआँ सरगदूत क समान अहा। मुला पलिस्ती अफसर अबहुँ कहत हीं, ‘दाऊद हम पचन क संग जुद्ध मँ नाहीं जाइ सकत।’ 10 तड़के भिन्सारे तू अउर तोहार लोग वापिस जइहीं। उ सहर क लउटि जा जेका मँइ तोहका दिहेउँ ह। ओन अफसर लोग पइ धियान जिन द्या जउन तोहरे बरे बुरी बात कहत हीं। ऍह बरे जइसे ही सूरज निकरइ चल द्या।”
11 ऍह बरे दाऊद अउ ओकर लोग तड़के भिन्सार होत उठेन। उ पचे पलिस्तियन क देस मँ लौटि गएन। अउ पलिस्ती यिज्रेल क गएन।
मनफिरावा
13 उ समइया हुवाँ हाजिर कछू मनइयन ईसू क ओन गलीलियन क बारे मँ बताएस जेनकइ लहू पिलातुस ओनके बलिदान क संग मिलाइ दिहे रहा। 2 तउ ईसू ओनसे कहेस, “तू का सोचत ह कि सबइ गलीलियन दूसर सबइ गलीलियन स जिआदा पापी रहेन काहेकि ओनका इ सबइ बातन भीजे पड़ी? 3 नाहीं! मइँ तोहका बतावत हउँ, जदि तू भी मनफिरावा नाहीं करब्या तउ तू भी वइसी ही मउत स मरब्या जइसी उ सबइ मरे रहेन! 4 या ओन अट्ठारह मनइयन क बारे मँ तू का सोचत ह जेनके ऊपर सीलोह क बुर्ज गिरिके ओनका मारि डाएस। का सोचत ह, उ सबइ यरूसलेम मँ बसइया दूसर सबइ ही मनइयन स जिआदा अपराधी रहेन? 5 नाहीं! मइँ तोहका बतावत हउँ कि जदि तू मनवा न फिरउब्या तउ तू भी वइसे ही मरब्या!”
बँझउ बृच्छ
6 फिन उ इ दिस्टान्त कथा कहेस: “कउनो मनई आपन अँगूरे क बारी मँ एक ठु अंजीरे क बृच्छ रोपे रहा। तउ उ ओह पइ फल ढूँढ़इ आवा पर ओका कछू नाहीं मिल पावा। 7 ऍह पइ उ माली स कहेस, ‘अब लखा मइँ तीन बरिस स अँजीरे क बृच्छ प फल टटोरत आवत हउँ मुला मोका एक ठु भी नाहीं मिलि पावा। एह बरे ऍका काटि डावा। इ धरती क अइसी ही वृथा काहे करत रहइ?’ 8 माली ओका जवाब दिहेस, ‘स्वामी ऍका इ बरिस तब ताईं तजि द्या, जब तलक मइँ ऍकरे चारिहुँ कइँती खनिके एहमाँ पाँस नउबउँ। 9 फिन जदि उ अगवा बरिस फल देइ तउ नीक बा अउर जदि नाहीं देत तउ तू ऍका काटि डाइ सकत ह।’”
सबित क दिन स्त्री क चंगा करब
10 कउनो आराधनालय मँ सबित क दिन ईसू जब उपदेस देत रहा। 11 तउ हुवँई एक अइसी स्त्री रही जेहमाँ दुस्ट आतिमा समाइ ग रही। जउन ओका अट्ठारह बरिस स पंगु बनाइ दिहे रही। उ निहुरिके कुबड़ी होइ गइ अउर तनिकउ सोझ नाहीं होइ सकत रही। 12 ईसू ओका जब निहारेस तउ आपन लगे बोलाएस अउर कहेस, “हे स्त्री, तोहका आपन बेरामी स छुटकारा मिलि गवा!” इ कहत भवा 13 ओह पइ आपन हाथ रखेस। अउर उ फउरन सीध होइ गइ। उ परमेस्सर क गुन गावइ लाग।
14 ईसू काहेकि सबित क दिन ओका बेरामी स जरटुट किहेस, एह बरे आराधनालय क नेता किरोध मँ आइके मनइयन स कहेस, “काम करइ क बरे छ: दिन होत हीं तउ ओनही दिनम मँ आवा अउर आपन बेरामी क दूर करावा पर सबित क दिन नीरोग होइ बरे जिन आवा।”
15 पर्भू जवाब देत भवा ओसे कहेस, “अरे कपटियो! का तोहमाँ स हर कउनो सबित क दिन आपन बर्धा अउर गदहा क बारा स निकारिके कहूँ पानी पिआवइ नाहीं लइ जात ह? 16 अब इ स्त्री जउन इब्राहीम क बिटिया अहइ अउर जेका सइतान अट्ठारह बरिस स जकरिके राखे बा, का ऍका सबित क दिन ऍका बंधन स छुटकारा नाहीं देइ क चाही?” 17 जब उ इ कहेस तउ ओकर खिलाफत करइवालन सबइ सर्माइ गएन। ओह कइँती समूची भीड़ ओकरे अचरजे स भरे कामन स जेनका उ किहे रहा, खुस होइ गइ।
सरग क राज्य कइसा अहइ
(मत्ती 13:31-33; मरकुस 4:30-32)
18 तउ ईसू कहेस, “परमेस्सर क राज्य का अहइ अउर मइँ ऍकर तुलना कइसे करउँ? 19 उ सरसई क दाना क नाई अहइ, जेका कउनो लइके आपन बगिया मँ बोएस। उ बड़ा भवा अउर एक बृच्छ होइ गवा। फिन अकासे क चिरइयन ओकर डारी प घोंसला बनाइ लिहन।”
20 उ फिन ईसू कहेस, “परमेस्सर क राज्य क बरोबरी मइँ कइसे करउँ? 21 इ उ खमीरे क नाई अहइ जेका एक स्त्री तीन हींसा पिसान मँ सान दिहेस अउर उ समूचा पिसान खमीरे स भरि गवा।”
साँकर दुआर
(मत्ती 7:13-14,21-23)
22 ईसू जब सहरन अउर गाँउन स होत भवा उपदेस देत भवा यरूसलेम जात रहा।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.