Old/New Testament
गोलियत इस्राएल क ललकारत ह
17 पलिस्तियन आपन फउज लड़ाई बरे बटोरेन। उ पचे यहूदा मँ बसा सोको मँ जुद्ध बरे एकट्ठा भएन। ओनकइ डेरा। सोको अउ अजेका क बीच एपेसदम्मीन नाउँ क सहर मँ रहा।
2 साऊल अउ इस्राएली सिपाही भी हुवाँ एक संग जमा भएन। ओनकइ डेरा एला क घाटी मँ रहा। साऊल क फउजी मोर्चा प तैनात पलिस्ती स जुद्ध करइ बरे तैयार रहेन 3 पलिस्ती एक पहाड़ी प रहेन अउ इस्राएली दूसर पहाड़ी प अउर ओकर क बीच मँ घाटी रही।
4 पलिस्तियन मँ एक बरिआर जोध्दा रहा। गोलियत गत से रहा। गोलियत लगभग नौ फीट ऊँचा रहा। गोलियत पलिस्ती डेरा स बाहेर आवा। 5 ओकरे मूँड़े प काँसा का टोपा रहा। उ पट्टीधारी कवच क कोट पहिरे रहा। इ कवच काँसे क बना रहा अउर एकर तौल करीब एक सौ पच्चीस पौण्ड रहा। 6 गोलियत आपन गोड़े मँ काँसा क रच्छा कवच पहिरे रहा। ओकरे लगे काँसा का भाला रहा जउन ओकरी पीठी प बाँधा रहा। 7 गोलियत क भाला क फाल जुलाहे क छड़ क तरह रहा। भाला क फाल क तौल पन्द्रह पौण्ड रही। गोलियत क सहायक गोलियत क ढाल क धरे भए ओकरे आगे आगे चलत रहा।
8 गोलियत रोज रोज बाहेर निकरत रहा अउ उ इस्राएली फउजियन कइँती गोहराइके कहत रहा, “तोहार सब फउजी लड़ाई बरे मोर्चा काहे लगाए बाटेन? तू पचे साऊल क सेवक अहा। मइँ एक पलिस्ती हउँ। ऍह बरे कउनो एक मनई क चुना अउ ओका मोसे लड़इ क पठवा। 9 जदि उ मनई मोका मारि डावत ह तउ हम पलिस्ती तोहार गुलाम होइ जाब। मुला जदि मइँ ओका जीत लिहेउँ अउ तोहरे मनई क मारि डावउँ तउ तू सबइ हमार दास होइ जाया। तब तू पचे हमार सेवा करब्या।”
10 पलिस्ती इ भी कहेस, “आजु मइँ खड़ा हउँ अउ इस्राएल क फउज क मसखरी उड़ावत हउँ। मोका आपन मँ स एक क संग लड़इ द्या।”
11 गोलियत जउन कहे रहा ओका साऊल अउ इस्राएली फउजी सुनेन अउर उ पचे बहोत ससाइ गएन।
दाऊद क लड़ाई क मैदान जाब
12 दाऊद यिसै क पूत रहा। यिसै एप्राती परिवार स यहूदा बेतलेहम स रहा। यिसै क आठ पूत रहेन। साऊल क टेम मँ यिसै एक बुढ़वा मनई रहा। 13 यिसै क तीन बड़का पूत साऊल क संग जुद्ध मँ गवा रहेन। पहिला पूत एलीआब रहा। दूसर पूत अबिनादाब रहा। अउर तीसर पूत सम्मा रहा। 14 दाऊद सबसे छोटा बेटवा रहा। तीनउँ बड़े बेटवन साऊल क फउज मँ रहेन। 15 मुला दाऊद कबहुँ कबहुँ बेतलेहेम मँ आपन पिता क भेड़ी क रखवारी करइ बरे साऊल क लगे स चला जात रहा।
16 पलिस्ती गोलियत हर रोज भिन्सारे-साँझ क बाहेर आवत रहा अउ इस्राएल क फउज क समन्वा खड़ा होइ जात रहा। गोलियत चालीस दिन तलक इ तरह इस्राएल क मसखरी उड़ावत रहा।
17 एक दिना यिसै आपन पूत दाऊद स कहेस, “पका भवा दाना क इ टोपा अउ इ दस रोटी क डेरा मँ आपन भाई लोगन क लगे लइ जा। 18 पनीर क इ दस लोंदा क भी एक हजार सिपाहियन वाली आपन भाई क टुकड़ी क नायक अफसर क लगे लइ जा। लखा कि तोहार भाई कइसे अहइँ। कछू अइसा साच्छी लावा जेसे मोका पता लागइ कि तोहार भाई ठीक-ठाक बाटेन। 19 तोहार भाई साऊल क संग अहइँ अउ इस्राएल क सब फउजी एला घाटी मँ जमा अहइँ। उ पचे पलिस्ती क खिलाफ लड़त अहइँ।”
20 भोर होत भिन्सारे दाऊद भेड़ी क रखवारी दूसर गड़रिया क सौंपेस। दाऊद खइया क खाएस अउ हुवाँ बरे चल पड़ा जहाँ खातिर यिसै कहे रहा। दाऊद आपन गाड़ी क डेरा मँ लइ गवा। उ समइया फउजी आपन लड़ाइ मँ मोर्चा थामइ जात रहेन जब दाऊद हुवाँ पहुँचा। फउजी आपन जुद्ध क बिगुल बजावइ लागेन। 21 इस्राएल अउ पलिस्ती आपन-आपन मनइयन क जुद्ध मँ एक दूसर स भिड़इ बरे पंक्ती-बध करत रहेन।
22 दाऊद भोजन अउ चीजन क उ मनई क लगे तजि दिहेस जउन सामान क बाँटत रहा। दाऊद पराइके उ ठउरे प पहोंचा जहाँ इस्राएली फउजी रहेन। दाऊद आपन भाइयन क बारे मँ पूछेस। 23 दाऊद आपन भाइयन क संग बात करब सुरु किहेस। उहइ टेम पलिस्ती सबन त बरिआर जोधा जेकर नाउँ गोलियत रहा अउर जउन गथ क बसइया रहा, पलिस्ती फउज स बाहेर आवा। पहिले क तरह गोलियत इस्राएल क खिलाफ उहइ बात नरियाइके कहेस।
24 इस्राएली फउजी गोलियत क लखेन अउर पराइ गएन काहेकि उ लोगन बहोत डरे भवा रहा। 25 इस्राएली मनइयन मँ स एक कहेस, “अरे देसबासियो! तोहमाँ स कउनो लखेस ह जउन बार-बार इस्राएल क हँसी उड़ावत ह। जउन कउनो उ मनई क मार देइ धनी होइ जाइ। राजा साऊल ओका बहोत धन देइ। साऊल आपन बिटिया क उ मनई स बीहि देइ जउन गोलियत क मार देइ। अउर साऊल उ व्यक्ति क परिवार क इस्राएल मँ अजाद कइ देइ।”
26 दाऊद आपन बगली खड़ा मनई स पूछेस, “उ का कहेस? इ पलिस्ती क मारइ अउ इस्राएल क इ बेज्जती क दूर करइ क इनाम का अहइ? आखिर मँ इ गोलियत बाटइ का? सिरिफ इ एक बिदेसिया बा। गोलियत एक पलिस्ती स जियादा कछू नाहीं। उ काहे सोचत ह कि उ सोझइ परमेस्सर क फउज क खिलाफ बोल सकत ह?”
27 ऍह बरे इस्राएलियन गोलियत क मारइ क इनाम क बारे मँ बताएन। 28 दाऊद क बड़ा भाई एलीआब दाऊद क फउजी स बात करत सुनेस। एलीआब दाऊद प कोहाइ गवा। एलीआब दाऊद स पूछेस, “तू हिआँ काहे आया? रेगिस्तान मँ उ थोड़ी स भेड़ी क केकरे लगे तजिके आया ह? मइँ जानत हउँ कि तू हिआँ काहे आया ह? तू उ करब नाहीं चाहत्या जउन तोहसे करइ क कहा गवा रहा। तू सिरिफ हिआँ जुद्ध लखइ बरे आवइ चाहत बाट्या।”
29 दाऊद कहेस, “अइसा मइँ का किहेउँ ह? मइँ कउनो गलती नाहीं किहेउँ ह। मइँ सिरिफ बात करत रहेउँ।” 30 दाऊद दूसर मनइयन कइँती मुड़ा अउ ओनसे उ सबइ सवाल किहेस। उ पचे दाऊद वइसे ही जवाब दिहेन।
31 कछू मनइयन दाऊद स बात करत सुनेन। उ पचे दाऊद क बारे मँ साऊल स कहेस। साऊल हुकुम दिहेस कि उ पचे दाऊद क ओकरे लगे लइ आवइँ। 32 दाऊद साऊल स कहेस, “कउनो मनई क ओकरे कारण हिम्मत हारइ जिन द्या। मइँ आपक सेवक हउँ। मइँ इ पलिस्ती स लड़इ जाब।”
33 साऊल जवाब दिहेस, “तू फिलिस्तीन क खिलाफ जुद्ध मँ नाहीं जाइ सकत्या। तू अबहुँ छोटा बच्चा बाट्या। गोलियत जब बच्चा रहा, तबहिं स जुद्ध मँ लड़त रहा।”
34 मुला दाऊद साऊल स कहेस, “मइँ आपक सेवक अहउँ। अउर मइँ आपन बाप क भेड़ी क रखवारी भी करत रहेउँ ह। जदि कउनो सेर या रीछ आवत अउ झुण्ड स कउनो भेड़ी क उठाइ लइ जात। 35 तउ मइँ ओकर पाछा करत रहेउँ। मइँ आपन भेड़ी क बचावइ बरे उ जंगली जनावर प हमला करत रहेउँ अउ ओका मारत रहेउँ। अउर जदि उ मोर तरफ मुड़तेन अउर मोह पइ हमला करतेन तउ मइँ ओकर गरदन क नीचे क बार पकड़तेन अउर मातेन अउर ओका मरि डालतेन। 36 मइँ एक सेर अउ एक ठु रीछ क मारेउँ ह। मइँ इ विदेसी गोलियत क वइसे मार डाउब। गोलियत मरी, काहेकि उ साच्छात परमेस्सर क फउज क मसखरी किहेस ह। 37 यहोवा मोका सेर अउ रीछ स बचाएस ह। यहोवा इ पलिस्ती गोलियत स भी मोर रच्छा करिहीं।”
साऊल दाऊद स कहेस, “जा यहोवा तोहरे संग होइँ।” 38 साऊल आपन ओढ़ना दाऊद क पहिराएस। साऊल एक काँसा क टोप दाऊद क सिर प धरेस अउ ओकरे तन प कवच पहिराएस। 39 दाऊद तरवार क लिहेस अउ ओका कवच पइ बाँधेस अउर चलइ क कोसिस किहेस, मुला उ ओकर भारी भरकम कवच क लेकर चल नाहीं सकत काहेकि उ ओन भारी चीजन क पहिरइ क आदत नाहीं रही।
दाऊद साऊल स कहेस, “मइँ इ चीजन्क संग नाहीं लड़ सकत्या। मोर आदत ओनके बरे नाहीं बा।” ऍह बरे दाऊद ओन सबन क उतार दिहस। 40 दाऊद आपन टहरइ क छड़ी आपन हाथे मँ लिहस। नदी क तले स दाऊद पाँच चीकन पाथर चुनेस। उ ओन पाथरन क आपन गड़रियावाला झोरी मँ राखेस। उ आपन गोफना (गुलेल) आपन हाथे मँ लिहस अउर उ पलिस्ती गोलियत स मिलइ चल पड़ा।
दाऊद गोलियत क मारत डावत ह
41 पलिस्ती गोलियत धीमे धीमे दाऊद क नगिचे अउर नगिचे स नगिचे होत गवा। गोलियत क सहायक ओकर ढाल लइके ओकरे आगे चलत रहा। 42 गोलियत दाऊद क निहारेस अउ हँसा। गोलियत लखेस कि दाऊद फउजी नाहीं बा। उ सिरिफ लाल बारेवाला जवान लरिका अहइ। 43 गोलियत दाऊद स कहेस, “इ छड़ी काहे बरे बाटइ? का तू कूकुर क नाई मोर पाछा कइके मोका भगावइ आवा बाट्या।” तब गोलियत आपन देवतन क नाउँ लइके दाऊद क खिलाफ सरापेस। 44 गोलियत दाऊद स कहेस, “हिआँ आवा, मइँ तोहरे तने क पंछी अउ पसू क खियाइ देब।”
45 दाऊद पलिस्ती गोलियत स कहेस, “तू मोरे लगे तरवार, बर्छी अउ भाला चलावइ आवा अहा। मुला मइँ तोहरे लगे इस्राएल क फउज क परमेस्सर सर्वसक्तीमान यहोवा क नाउँ प आवा हउँ। तू ओनके खिलाफ बुरी बात कहया ह। 46 आजु यहोवा तोहका मोसे हराइ देइहीं। मइँ तोहका मारि डइहउँ। आजु मइँ तोहार मूँड़ कटिहउँ अउ तोहरे देह क पंछी अउ जंगली जनावर क खियाइ देइहउँ। हम पचे दूसर पलिस्तियन क संग हिअँइ करब। तब्बइ समूचइ संसार जानी कि इस्राएल मँ परमेस्सर बा। 47 हिआँ बटुरा सबहिं मनइयन जनिहइँ कि मनइयन क रच्छा बरे यहोवा क तरवार अउ भाला क सरोकार नाहीं। जुद्ध यहोवा क बा। अउर यहोवा तू सबहिं पलिस्तियन क हरावइ मँ हमार मदद करी।”
48 पलिस्ती गोलियत दाऊद प हमला करइ ओकरे लगे आवा। दाऊद गोलियत स भिड़इ तेजी स दउड़ा।
49 दाऊद एक पाथर आपन झोरी स निकारेस। उ ओका आपन गोफना प चढ़ाएस अउ ओका चलाएस अउ उ गोलियत क कपाल प चोट किहेस। पाथर ओकरे कपाल मँ गहिर घुसि गवा अउ गोलियत मुँहे क बल गिर पड़ा।
50 इ तरह दाऊद एक गोफना अउ एक पाथर स पलिस्ती क हराइ दिहस। उ पलिस्ती प चोट किहेस अउ ओका मार डाएस। दाऊद क लगे कउनो तरवार नाहीं रही। 51 ऍह बरे, दाऊद दउड़ा अउ पलिस्ती क बगल मँ खड़ा होइ गवा। दाऊद ओका खुद क तरवार ओकरी मियान स निकारेस अउर ओसे गोलियत क मूँड़ क ओकर सरीर स अलग कइ दिहस। इ तरह उ ओका मारेस।
जब दूसर पलिस्तियन लखेन कि ओनकइ फउज क प्रमुख मारा गवा अहइ तउ उ पचे मुड़ेन अउ भाग गएन। 52 इस्राएल अउ यहूदा क फउजी सिपाही चिचियाएन अउ पलिस्तियन क पाछा पलिस्तियन क गत सहर क चउहद्दी तलक अउ एक्रोन क फटके तलक किहेस। उ पचे ढेर पलिस्तियन क मारेन। ओनकइ ल्हास सारैंम सड़क प गत अउर एक्रोन कइँती बिछ गएन। 53 पलिस्तियन क पाछा करइ क पाछे इस्राएली पलिस्तियन क डेरा मँ लौटेन। इस्राएली उ डेरा स बहोत स चीज ढोइ लइ गएन।
54 दाऊद पलिस्ती प्रमुख गोलियत क मूँड़ यरूसलेम लइ गवा। दाऊद पलिस्तियन क औजार क अपने लगे तम्बू मँ राखेस।
साऊल दाऊद स डेराइ लाग
55 साऊल दाऊद क गोलियत स लड़इ बरे जात निहारे रहा। साऊल सेनापति अब्नेर स बात किहेस, “अब्नेर, उ नउजवान क बाप कउन अहइ?”
अब्नेर जवाब दिहेस, “महाराज, मइँ किरिया खाइके कहत हउँ-मइँ नाहीं जानत।”
56 राजा साऊल स कहेस, “पता लगावा कि उ नउ जवान क पिता कउन अहइ।”
57 जब दाऊद गोलियत क मारे क पाछे लउटा तउ अब्नेर ओका साऊल क लगे लइ आवा। दाऊद तब भी फिलिस्तीनी क मूँड़ हाथे मँ धरे रहा।
58 साऊल ओसे पूछेस, “जवान मनई तोहार पिता के अहइँ?”
दाऊद जवाब दिहस, “मइँ आप क सेवक बेतलेहेम क यिसै क पूत हउँ।”
दाऊद अउ योनातान क गहिरी दोस्ती
18 1-2 दाऊद जब साऊल स बात पूरी कइ लिहस तब योनातान, दाऊद क बहोत खासमखास मीत बन गवा। योनातान दाऊद स ओतॅना ही पिरेम करइ लाग जेतँना आपन स। साऊल उ दिन क पाछे दाऊद क आपन लगे राखेस। साऊल दाऊद क ओकरे घर पिता क लगे नाहीं जाइ दिहस। 3 योनातान दाऊद स बहोत खासमखास मीत रहा। योनातान दाऊद स एक समझौता किहेस। 4 योनातान जउन कोट पहिरे रहा ओका उतारेस अउ दाऊद क दइ दिहस। योनातान आपन सारी वर्दी दाऊद क दइ दिहस। उ आपन धनुस, तरवार अउ कमर बंद भी दाऊद क दइ दिहस।
साऊल क दाऊद क सफलता प धियान देब
5 साऊल दाऊद क अलग अलग जुद्ध मँ लड़इ पठएस। दाऊद बहोत कामयाब रहा। तबहिं साऊल ओका फउजियन क ऊपर प्रभारी बनएस। एहसे सब खुस भएन, हिआँ तलक कि साऊल क सब अफसर भी खुस भएन। 6 दाऊद पलिस्तियन क खिलाफ लड़इ जात रहा। जुद्ध क पाछे उ घर लउटत रहा। इस्राएल क सबहिं सहरन स मेहररुअन साऊल क समन्वा दाऊद क सुआगत मँ ओसे भेंटइ आवत रहिन। उ सबइ हँसतिन, नाचतिन अउ ढोलक अउ सितार तीन या जियादा धागा वाला क बजावत रहतिन। उ सबइ दाऊद क समन्वा आपन खुसी जाहिर करत रहिन। 7 मेहररुअन गावत रहिन,
“साऊल हजारन क मारेस।
दाऊद दसहु हजारन क मारेस।”
8 मेहररुअन क इ गीत साऊल क दुःखी कइ दिहस। उ बहोत कोहाइ गवा। साऊल सोचेस, “मेहररुअन दाऊद क प्रसंसा करत अहइँ कि उ दसहु हजार मारेस ह। अउर उ पचे कहत अहइँ कि मइँ सिरिफ हजार मारेउँ। ओका कब्जा करइ बरे का बचा सिरफ, बादसाहत हीं?” 9 ऍह बरे उ समइ स साऊल दाऊद प निगाह रखइ लाग।
साऊल दाऊद स ससाइ गवा
10 दूसरे दिन परमेस्सर स पठइ गइ एक दुट्ठ आतिमा साऊल पर जोर स सवारी भरेस। साऊल आपन घर मँ बहसी होइ ग।[a] दाऊद पहिले क तरह वीणा बजाएस। 11 मुला साऊल क हाथे मँ भाला रहा। साऊल सोचेस, “मइँ दाऊद क देवारे मँ ठोंक देब।” साऊल दुइ बार भाला स हमला किहेस, मुला दाऊद बचि गवा।
12 यहोवा दाऊद क संग रहा। अउर यहोवा साऊल क तजि दिहेस। ऍह बरे साऊल दाऊद स डेरान रहा। 13 साऊल दाऊद क आपन स दूर पठइ दिहस। साऊल दाऊद क दस हजार क सेनापति बनाएस। दाऊद जुद्ध मँ फउजियन क अगुअइ किहेस। 14 यहोवा दाऊद क संग रहा। ऍह बरे दाऊद हर कहूँ सफल रहत रहा। 15 साऊल लखेस कि दाऊद क बहोत जिआदा कामयाबी मिलत बाटइ तउ साऊल दाऊद स अउर भी जिआदा ससाइ लाग।
16 मुला इस्राएल अउ यहूदा क सबहिं मनई दाऊद स पिरेम करत रहेन। उ पचे ओसे पिरेम ऍह बरे करत रहेन काहेकि उ जुद्ध मँ ओनका रस्ता देखाँवत रहा अउ ओनकइ बरे लड़त रहा।
साऊल क आपन बिटिया स दाऊद क बियाहे क योजना
17 साऊल दाऊद क मार डावइ चाहत रहा। साऊल दाऊद क धोख देइ क एक उपाय सोचेस। साऊल दाऊद स कहेस, “इ मोर सबन ते बड़की बिटिया मेरब अहइ। मइँ तोहका एहसे बियाह करइ देब। तबहिं तू सक्तीसाली जोधा होइ जाब्या। तू हमरे पूत क नाई होब्या। तब तू जाया अउ यहोवा क जुद्ध लड़्या।” इ एक चाल रही। साऊल सचमुच अब इ तखड़ा बखड़ा करत रहा, “इ तरह दाऊद क मोका दाऊद क मारइ क न होइ। मइँ पलिस्तियन स ओका आपन खातिर मरवाइ देब।”
18 मुला दाऊद कहेस, “मइँ कउनो खास परिवारे स नाहीं अहउँ। अउर मोर कउन हस्ती कि मइँ राजा क बिटिया क संग बियाह कइसे कइ सकत हउँ?”
19 तउ फुन जब साऊल क बिटिया मेरब क दाऊद क संग बियाह टेमॅ आवा तब साऊल मेहोलाई क अद्रीएल स ओकर बियाह कइ दिहस।
20 साऊल दूसर बिटिया मीकल दाऊद स पियार करत रही। मनइयन साऊल स कहेन कि मीकल दाऊद स पियार करत ह। एहसे साऊल क खुसी भइ। 21 साऊल सोचेस, “मइँ मीकल क दाउद क झाँसा देइ मँ बइपरब। मइँ मीकल क दाऊद स बियाह करइ देब। तब पलिस्तियन दाऊद क खिलाफ होइ जाब अउ उ पचे ओका मरि देब।” ऍह बरे साऊल दाऊद स दूसर दाई कहेस, “आजु तू मोरी बिटिया स बियाह कइ सकत ह।”
22 साऊल आपन अफसरन क हुकुम दिहेस, “दाउद स छिपके बात करा, उ ओनसे कहा, ‘देखा, राजा तोहका पसन्द करत ह। ओकर अफसर तोहका पसन्द करत हीं। तोहका ओकरी बिटिया स बियाह कइ लेइ चाही।’”
23 साऊल क अफसरन उ बातन दाऊद स कहेन। मुला दाऊद जवाब दिहस, “का तू पचे समझत ह कि राजा क दमाद बनब सहल बाटइ? मोरे लगे ऍतना धन नाहीं कि राजा क राजकुमारी क दइ सकउँ। मइँ तउ एक साधरण गरीब मनई हउँ।”
24 साऊल क अफसरन साऊल क उ सब बताएन जउन दाऊद कहे रहा। 25 साऊल ओनसे कहेस, “दाऊद स इ कहा, ‘दाऊद, राजा इ नाहीं चाहत कि तू ओकरी बिटिया बरे धन द्या। साऊल आपन दुस्मनन स बदला लेइ चाहत ह। ऍह बरे बियाह करइ बरे कीमत क रुप मँ सिरिफ एक सौ पलिस्तियन क लिंग क खलरी अहइ।’” इ साऊल क छिपी चाल रही। साऊल सोचेस कि पलिस्ती इ तरह दाऊद क मारि डइहीं।
26 साऊल क अफसरन दाऊद स इ सब बातन कहेन। दाऊद राजा क दमाद बनइ चाहत रहा, ऍह बरे उ तुरंतही कछू कइ देंखाएस। 27 दाऊद अउ ओकर मनई पलिस्तियन क खिलाफ लड़इ आएन। उ पचे दुइ सौ पलिस्ती मारि डाएन। दाऊद ऍनकइ लिंग क खलरी लिहेस अउ साऊल क दइ दिहेस। दाऊद इ ऍह बरे किहस काहेकि उ राजा क दमाद बनइ चाहत रहा।
साऊल दाऊद क आपन बिटिया मीकल स बियाह करइ दिहस। 28 साऊल निहारेस कि यहोवा दाऊद क संग रहा। मुला साऊल इ भी धियान मँ राखेस कि ओकर बिटिया मीकल दाऊद स पियार करत रही। 29 ऍह बरे साऊल दाऊद स अउर भी जिआदा ससाइ गवा। साऊल उ पूरा टेमॅ दाऊद क खिलाफ रहा।
30 इस्राएलियन क खिलाफ लड़इ बरे पलिस्ती सेनापति बाहेर निकरत रहेन। मुला हर दाई दाऊद ओनका हराएस। दाऊद साऊल क सबहिं अफसरन मँ सब स जिआदा सफल रहा तउ दाऊद मसहूर होइ गवा।
पराथना क बारे मँ ईसू क उपदेस
(मत्ती 6:9-15)
11 अब अइसा भवा कि ईसू कहूँ पराथना करत रहा। जब उ पराथना खतम कइ चुका तउ ओकर एक चेला ओसे कहेस, “पर्भू हमका सिखावा कि हम पराथना कइसे करी। जइसा कि यूहन्ना आपन चेलन क सिखाए रहा।”
2 ऍह पइ उ ओसे कहेस, “तू पराथना करा, तउ कहा:
‘परमपिता, तोहार नाउँ पवित्तर होइ,
आवइ तोहार राज्य,
3 हर दिन क बरे जरूरी रोटी हमका द्या।
4 हमार अपराध छमा करा,
काहेकि हमहूँ छमा कीन्ह ह आपन अपराधी क,
कठिन परीच्छा मँ हमें जिन डावा।’”
माँगत रहा
(मत्ती 7:7-11)
5-6 फिन ईसू कहेस, “मान ल्या तोहमाँ स कउनो क एक मीत अहइ तउ तू आधीरात ओकरे लगे आइके कहत ह, ‘मीत, मोका तीन रोटी द्या। काहेकि एक मीत अबहिं अबहिं जात्रा प मोरे लगे आवा ह अउर मोरे लगे ओकरे समन्वा परसइ क कछू भी नाहीं बा।’ 7 अउर मान ल्या उ मनई भितरे स जवाब दिहस, ‘मोका तंग जिन करा, दुआर बंद होइ चुका अहइ बिछउना प मोरे साथ गदेलन अहइँ, एह बरे तोहका कछू देइ मँ खड़ा नाहीं होइ सकित।’ 8 मइँ तोहका बतावत हउँ उ अगर न उठी अउर तोहका कछू न देई, मुला फिन भी काहेकि उ तोहार मीत बा, तउ तोहरे लगातार बे सरमाये क माँगत रहइ स उ खड़ा होई अउर तोहार जरूरत भर तोहका देई। 9 अउर एह बरे मइँ तोहसे कहत हउँ माँगा, तोहका दीन्ह जाई, ढूँढ़ा तू पउब्या खटखटावा, तोहरे बरे दुआर खोलि दीन्ह जाई। 10 काहके हर कउनो जउन माँगत ह, पावत ह। जउन ढूँढ़त ह, ओका मिलत ह। अउर जउन खटखटावत ह, ओकरे खातिर दुआर खोलि दीन्ह जात ह। 11 तोहरे मँ अइसा बाप कउन होई जउन जदि ओकर बेटवा मछरी माँगइ, तउ मछरी क जगह प ओका कीरा थमाइ दीन्ह जाइ। 12 अउर जदि उ अण्डा माँगइ तउ ओका बीछी दइ देइ। 13 तउ बुरा होत भवा जब तू जानत ह कि आपन गदेलन क उत्तिम भेंट कइसे दीन्ह जात हीं, तउ स्वर्गीय पिता जउन ओसे माँगत हीं, ओनका पवित्तर आतिमा केतना ढेरि क देई।”
ईसू क सक्ती परमेस्सर स मिली
(मत्ती 12:22-30; मरकुस 3:20-27)
14 फिन ईसू जब एक गूँगा बनइ डावइवाली दुस्ट आतिमा क निकारत रहा तउ अइसा भवा कि जइसा ही दुस्ट आतिमा बाहेर निकरी, तउ उ गूँगा बोलइ लाग। भीड़ क मनई ऍसे बहोतइ अचरजे मँ पड़ि गएन। 15 मुला ओहमाँ स कछू कहेन, “इ सइतान क सासक बाल्ज़ाबुल क मदद स दुस्ट आतिमन क खदेरत ह।”
16 मुला अउर मनइयन ओका परखइ बरे कउनो सरग क चीन्ह क माँग किहेन। 17 लेकिन ईसू जानत रहा कि ओनके मनवा मँ का बाटइ? उ ओनसे कहेस, “उ राज्य जेहमाँ आपन भीतर ही फूट परि जाइ, ओकर नास होइ जात ह अउर अइसे ही कउनो घरे क फूट परे प नास होइ जात ह। 18 जदि सइतान आपन खिलाफ होइ जाइ तउ ओकर राज्य कइसे टिक सकित ह? इ मइँ तोहसे यह बरे पूछत हउँ काहेकि तू कहत ह कि मइँ बाल्ज़ाबुल क मदद स दुस्ट आतिमन क निकारत हउँ। 19 मुला जदि मइँ बाल्ज़ाबुल क मदद स दुस्ट आतिमन क निकारत हउँ तउ तोहार मनवइयन ओनका केकरी मदद स निकारत ही? तउ तोहार आपन मनई ही तोहका गलत बतइहीं 20 मुला जदि मइँ परमेस्सर क सक्ती स बुरी आतिमा को निकारत हउँ तउ इ साफ बा कि परमेस्सर क राज्य तू ताई आइ गवा अहइ।
21 “जब एक सक्तीसाली मनई पूरी तरह हथियार टेइके आपन घरे क रच्छा करत ह तउ ओकरे धन दौलत क रच्छा होत ह। 22 मुला जब कबहूँ कउनो ओसे जिआदा बरिआर ओह प हमला कइके ओका हराइ देत ह तउ उ ओकरे सबहीं हथियारन क, जउने प ओका भरोसा रहा, ओसे छीन लेत ह अउर लूट क माल क उ पचे अपने दोस्तन मँ बाट लेत हीं।
23 “जउन मोर संग नाहीं अहइँ, मोर खिलाफत मँ बाटेन। उ जउन मोरे संग बटोरत नाहीं अहइ, छितरइहीं।
बे कामकाजी मनई
(मत्ती 12:43-45)
24 “जब कउनो दुस्ट आतिमा कउनो मनई स बाहेर निकरत ह तउ अराम क ढूँढ़त सूखे ठउरन मँ स होत जात ह अउर जब ओका अराम नाहीं मिलत तउ उ कहत ह, ‘मइँ आपन उहइ जगह लौटब जहाँ स गइ हउँ।’ 25 अउर वापस जाइके उ ओका साफ सूथर अउर तरकीबे मँ बसी पावत ह। 26 फिन उ जाइके आपन स भी जिआदा दुस्ट दूसर सात जिआदा दुस्ट आतिमन क हुवाँ लइ आवत ह। फिन उ सबइ ओहमाँ जाइके रहइ लागत हीं। इ तरह उ मनई क पाछे क दसा पहिले स जिआदा खराब होइ जात ह।”
उ पचे धन्य अहइँ
27 फिन अइसा भवा कि जइसे ही ईसू इ बातन कहेस, भिरिया मँ स एक स्त्री उठी चिल्लाइके बोली, “उ गरभ धन्य अहइ, जउन तोहका धारण किहेस ह। अउर उ चूची धन्य अहइ, जेका तू चुस्या ह।”
28 ऍह प उ कहेस, “धन्य तउ मुला उ पचे बाटेन जउन परमेस्सर क बचन सुनत हीं अउन ओह प चलत हीं!”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.