Old/New Testament
यहूदा मँ अकाल
1 बहुत समइ पहिले जब निआवाधीसन क हुकुमत रही, तबहि एक बुरा समइ आवा कि भुइँया पइ अकाल पड़ि गवा। उहइ समइ मँ एलीमेलेक नाउँ क एक मनई यहूदा क बेतलेहेम क छोड़ दिहस। उ आपन मेहरारू अउ दुइ पूतन क संग मोआब क भुइँया मँ चला गवा। 2 ओकरी मेहरारू क नाउँ नाओमी रहा अउ ओकरे पूतन क नाउँ महलोन अउ किल्योन रहेन। इ सबइ लोग यहूदा क बेतलेहेम क एप्राती परिवार स रहेन। इ परिवार मोआब क पहाड़ी प्रदेस क जात्रा किहेस अउ हुवँइ बस गवा।
3 पाछे नाओमी क भतार एलीमेलेक मर गवा। एह बरे सिरिफ नाओमी अउ ओकर दुइ पूत बचे रहि गएन। 4 ओकर पूतन मोआब देस क मेहररूअन क संग बियाह किहन। पहिला पूत क मेहरारू क नाउँ ओर्पा अउ दूसर पूत क मेहरारू क नाउँ रूत रहा। उ पचे मोआब मँ लगभग दस बरिस रहेन। 5 ओकर पाछे महलोन अउ किल्योन भी मर गएन। एह बरे नाओमी आपन भतार अउ पूतन क बिना अकेली हो गइ।
नाओमी अपने घरे जात ह
6 जब नाओमी मोआब क पहाड़ी भुइँया मँ रहत रही, तबहि नाओमी सुनेस कि यहोवा ओकरे लोगन क मदद किहेस ह। उ अपने लोगन क भोजन प्रदान करत ह। एह बरे नाओमी मोआब क पहाड़ी भुइँया क तजइ अउर आपन घर यहूदा मँ लउटइ क निहचइ किहेस। ओकर पतोहुअन भी ओकरे संग जाइ क निहचइ किहेन। 7 उ पचे उ प्रदेस क तजेन जहाँ उ पचे रहत रहिन अउर यहूदा कइँती लउटब सुरू किहन।
8 तब नाओमी आपन पतोहुअन स कहेस, “तू दुइनउँ क अपने घर आपन महतारिन क घरे लउट जाइ चाही। तू पचे मोरे पूतन क बरे बहोतइ दयालु रहिउँ ह। यहोवा तोह पइ दयालु होइ। 9 तउ मइँ पराथना करत हउँ कि यहोवा, अच्छा भतार अउ नीक घर पावइ मँ तू दुइनउँ क मदद करइ।” नाओमी आपन पतोहियन क पियार किहेस अउ उ पचे सबहि रोवइ लागिन।
10 तब पतोहियन कहेन, “किन्तु हम आप क संग चलइ चाहित ह अउर आप क लोगन मँ जाइ चाहिन ह।”
11 किन्तु नाओमी कहेस, “नाहीं, बिटियो, अपने घरे लउटि जा। तू पचे मोरे संग काहे जाबिउ? मइँ तू पचन क मदद नाहीं कइ सकिन। मोरे लगे अब कउनो पूत नाहीं जउन तोहार संग बियाह कइ सकइ। 12 अपने घरे लउटि जा। मइँ एतनी बुढ़िया अहउँ कि नवा भतार नाहीं रखि सकिन। हिआँ तलक कि जदि मइँ फुन बियाह करइ क बात सोचउँ, तउ भी मइँ तोहार पचन्क मदद नहीं कइ सकित। जदि मइँ आजु क राति ही गर्भवती होइ जाउँ अउर दुइ पूतन क पइदा करउँ, तउ भी एहसे तोहार पचन्क मदद नाहीं मिली। 13 बियाह करइ स पहिले ओनकर बालिग होइ तलक तू पचन्क इंतजार करइ पड़ी। मइँ तू पचन्स ऍतने लम्बे समइ तलक बिना भतारे क प्रतीच्छा नाहीं करवाउब। एहसे मोका बहोत दुःख होइ। मइँ पहिले स ही बहोत दुःखी हउँ काहेकि यहोवा मोरे खिलाफ बहोत कछू कइ दिहस ह।”
14 एह बरे मेहररूअन बहोत रोइन। तब ओर्पा नाओमी क चूमेस अउ उ चली गइ। किन्तु रूत ओका बाहन मँ गहियाइ लिहस अउर ओकरे लगे ठहर गइ।
15 नाओमी कहेस, “लखा, तोहार जेठानी आपन लोगन अउ आपन देवतन मँ लउट गइ। एह बरे तोहका ही उहइ करइ चाही।”
16 किन्तु रूत कहेस, “आपन क तजिके मोका मजबूर जिन करा। आपन लोगन मँ लउटइ बरे मोका मजबूर जिन करा। मोका अपने संग चलइ द्या। जहाँ कहूँ तू जाबिउ मइँ जाब। जहाँ कहूँ तू सोउबिउ, मइँ सोउब। तोहार लोग मोर लोग होइहीं। तोहार परमेस्सर मोर परमेस्सर होइ। 17 जहाँ तू मरबिउ, मइँ भी हुआइँ मरब अउर मइँ हुवइँ दफनाई जाब। होइ सकत ह यहोवा हमरे बरे इ करी, अउर होइ सकत ह ऍह स भी जियादा, जब तलक कि मउत हम लोगन क जुदा न कइ द्या।”
घरे लउटब
18 नाओमी लखेस कि रूत क ओकर संग चलइ क प्रबल इच्छा अहइ। एह बरे नाओमी ओकरे संग बहस करब बन्द कइ दिहस। 19 फुन नाओमी अउर रूत तब तलक जात्रा किहन जब तलक उ पचे बेतलेहेम नाहीं पहोंच गइन। जब दुइनउँ मेहररूअन बेतलेहेम पहोंचिन तउ सबहि लोग बहोत उत्तेजित भएन। उ पचे कहब सुरू किहन, “का इ नाओमी अहइ?”
20 मुला नाओमी लोगन स कहेस, “मोका नाओमी जिन कहा, मोका मारा कहा। काहेकि सर्वसक्तीमान परमेस्सर मोर जिन्नगी क बहोत दुःखी बनाई दिहस ह। 21 जब मइँ गइ रहिउँ, मोरे लगे उ सबइ चिजियन रहिन जेनका मइँ चाहत रहिउँ। किन्तु अब, यहोवा मोका खाली हाथे घरे लियावा ह। यहोवा मोका दुःखी बनाएस ह। एह बरे मोका ‘नओमी’ काहे कहत अहा? सर्वसक्तिमान परमेस्सर मोका बहोत जियादा कस्ट दिहस ह।”
22 इ तरह नाओमी अउ ओकर पतोहू रूत मोआबी मेहरारू मोआब क भुइँया स लउटि गएन। इ दुइनउँ मेहररूअन जौ क कटती क समइ यहूदा क बेतलेहेम मँ आइन।
रूत क बोअज़ स मिलन
2 बेतलेहेम मँ एक ठु धनी मनई रहत रहा। ओकर नाउँ बोअज़ रहा। बोअज़ एलीमेलेक परिवार स नाओमी क निअरे रिस्तेदारन मँ स एक रहा।
2 एक दिना रूत (मोआबी मेहरारू) नाओमी स कहेस, “मइँ सोचत हउँ कल्ह मइँ खेतन मँ जाउँ। होइ सकत ह कि कउनो अइसा मनई मोसे मिलइ जउन मोह पइ दाया कइके, मोरे बरे उ अन्न क बटोरइ देइ जेका उ आपन खेत मँ तजत होइ।”
नाओमी कहेस, “बिटिया, ठीक अहइ जा।” 3 एह बरे रूत खेतन मँ गइ। उ फसल काटइ वाले मजदूरन क पाछे चलत रही अउर उ अन्न बटोरेस जउन तज दीन्ह गवा रहा। अइसा भवा की उ खेते क एक हींसा एलीमेलेक परिवार क एक मनई बोअज क रहा।
4 पाछे, बेतलेहेम स बोअज़ खेत मँ आवा। उ आपन मजदूरन क हालचाल पूछेस। उ कहेस, “यहोवा तोहरे संग होइ।”
मजदूरन जबाब दिहन, “यहोवा आप क आसीर्बाद देइ।”
5 तब बोअज़ आपन उ सेवक स बातन किहेस, जउन मजदूरन क निरीच्छक रहा। उ पूछेस, “बिटिया केकर अहइ?”
6 सेवक जबाब दिहस, “इ उहइ मोआबी मेहरारू अहइ जउन मोआब क पहाड़ी पहँटा स नओमी क संग आई अहइ। 7 उ बहोत भिन्सारे आइ अउ मोहसे उ पूछेस कि का मइँ मजदूरन क पाछे चल सकत हउँ अउ भुइयाँ पइ छिटके अन्न क बटोरा सकत हउँ। उ तउ तलक स काम करत रहत हीं, किन्तु उ तनिक देरी बरे आस्रय स्थान मँ रही।”
8 तब बोअज़ रूत स कहेस, “हे मोर बिटिया, सुना! तू अपने बरे अन्न बटोरइ बरे मोरे खेते मँ रहा। तोहका कउनो दूसर मनई क खेत मँ जाइ क जरूरत नाहीं अहइ। मोर मेहररू नउकरन क पाछे चलत रहा। 9 इ धियान मँ रखा की उ पचे कउने खेते मँ जात अहइँ अउर ओनकर अनुसरण करा। मइँ नउजवानन क चितउनी दइ दिहे अहउँ कि उ पचे तोहका परेसान न करइँ। जब तोहका पियास लगइ, तउ उहइ गगरी स पानी पिआ जेहसे मोर मनई पानी पिअत हीं।”
10 तब रूत प्रणाम करइ आने धरती तलक निहुरी। उ बोअज़ स कहेस, “मोका अचरज अहइ कि आप मोह पइ धियान दिहेन। मइँ एक अजनबी अहउँ, किन्तु आप मोह पइ बड़ी दाया किहेन ह।”
11 बोअज़ ओका जबाब दिहेस, “मइँ ओन सारी मदद क जानत हउँ जउन तू आपन सास नाओमी क दिहे ह। मइँ जानत हउँ कि तू ओकर मदद तब भी किहे रह्या जब तोहार भतार मर गवा रहा अउर मइँ जानत हउँ कि तू आपन महतारी-बाप अउ आपन देस तजिके इदेस मँ हिआँ आइ अहा। तू इ देस क कउनो भी मनई क नाहीं जानतिउ, फिन भी तू हिआँ नाओमी क संग आइउ। 12 यहोवा तोहका ओन सबहि नीक कामे बरे इनाम देई जउन तू किहा ह। यहोवा इस्राएल क परमेस्सर तोहका भरपूर इनाम देइ। तू ओकरे सुरच्छा क ओढ़ना मँ आसरा बरे आइ अहा।”
13 तब रूत कहेस, “आप मोह पइ बड़े दयालु अहइँ, महोदय। मइँ तउ सिरिफ एक दासी अहउँ। मइँ आप क सेवकन मँ स भी कउनो क बराबर नाहीं अहउँ। किन्तु आप मोका दाया स भरी बातन किहा ह। अउर मोका सान्त्वना दिहा ह।”
14 दुपहरिया क भोजन क समइ, बोअज़ रूत स कहेस, “हिआँ आया। हमरी रोटियन मँ स कछू खा। एह कइँती हमरे सिरकें मँ आपन रोटी बोड़ा।”
तब रूत मजदूरन क संग बठइ गइ। बोअज़ ओनका कछू भूँजा भवा अनाज दिहन। रूत जेतना चाहत रहा ओतना खाएस अउर कछू भोजन बचि गवा। 15 तब रूत उठी अउर काम करइ लउटी।
तब बोअज़ आपन सेवकन स कहेस, “रूत क आन्त क ढेरी क लगे भी अन्न बटोरइ द्या। ओका जिन रोका। 16 ओकरे काम क, ओकरे बरे कछू दाना स भरी बालन गिराइके, हलका करा। ओका उ अन्न क बटोरइ द्या। ओका रोकइ बरे जिन कहा।”
नाओमी बोअज़ क बारे मँ सुनत ह
17 रूत साँझ तलक खेत मँ अनाज एकट्ठा किहस। तब उ भूसा स अन्न क अलग किहस। उ लगभग आधा बुसल जौ जमा किहेस। 18 रूत उ अन्न क आपन सास क इ देखावइ बरे लइ गइ कि उ केतना अन्न बटोरेस ह। उ ओका उ भोजन भी दिहस जउन दुपहर क भोजन मँ स बन गवा रहा। रूत उ अन्न क अपनी सास क देखावइ बरे लइ गइ कि उ केतना अन्न बटोरेस ह। उ मोका भोजन भी दिहेस जउन दुपहरिया क भोजन मँ स बच गवा रहा।
19 ओकर सास ओहसे पूछेस, “इ अन्न तू कहाँ स बटोर्या ह? तू कहाँ काम किहा? जउन मनई तोहका सूचना दिहेस आसीर्बाद पाइ।”
तब रूत ओका बताएन कि उ केकरे संग काम किहे रही। उ कहेस, “जउने मनई क संग मइँ आजु काम किहे रहेउँ, ओकर नाउँ बोअज़ अहइ।”
20 नाओमी अपनी पतोहू स कहेस, “यहोवा ओका आसीर्बाद देइ। यहोवा सबहि पइ निरन्तर दाया करत रहत ह चाहे उ पचे जिअत होइँ या मरा होउँ।” तब नाओमी आपन पतोहू स कहेस, “बोअज़ हमारे संबन्धियन मँ स एक अहइ। बोअज़ हमार संरच्छक[a] मँ स एक अहइ।”
21 तब रूत कहेस, “बोअज़ मोका वापस आवइ अउर काम करइ क भी कहेस ह। बोअज़ कहेस ह कि मइँ सेवकन क संग तब तलक काम करत रहउँ जब तलक फसल क कटाई पूरी नाहीं होइ जात।”
22 तब नाओमी अपनी पतोहू रूत स कहेस, “इ नीक अहइ कि तू ओकरी दासियन क संग काम करत रहा। जदि तू कउनो दूसर क खेत मँ काम करबिउ तउ कउनो मनई तोहका कउनो नोस्कान पहोंचाइ सकत ह।” 23 एह बरे रूत बोअज़ क मेहररू नउकरन क संग काम करत रही। उ तब तलक अन्न बटोरेस जब तलक फसल क कटाई पूरी नाहीं भई। उ हुवाँ गोहूँ क कटनी क आखिर तलक भी काम किहस। रूत आपन सास क संग रहत रही।
खरिहान
3 तब रूत क सास, नाओमी ओहसे कहेस, “हे मोर बिटिया, होइ सकत ह कि मइँ तोहरे बरे एक ठु नीक भतार अउर घर पाइ सकउँ! तउ मइँ तोहार बरे नीक होब। 2 बोअज़ उपयुक्त मनई होइ सकतेन? बोअज़ हमार निचके क सम्बन्धी अहइ। तू ओकरी दासियन क संग काम किहा ह। आजु राति उ खरिहाने मँ काम करत रहा होइ। 3 जा, नहा अउर नीक ओढ़ना पहिरा। मटकउना द्रव्य लगावा अउर खरिहने मँ जा। किन्तु बोअज़ क समन्वा तब तलक जिन पड़ा जब तलक उ राति क भोजन न कइ लेइ। 4 खइया क खाइ क पाछे, उ अराम करइ बरे ओलरी। लखत रहा जेहसे तू इ जान सका कि उ कहाँ सोवत ह। हुवाँ जा अउर ओकरे गोड़े क ओढ़ना उघारा। तब ओलरी जा। उ तोसे कहब्या तोहका का करी चाही।”
5 तब रूत जवाब दिहस, “आप जउन करइ क कहति अहा, मइँ करबेउँ।”
6 एह बरे रूत खरिहाने मँ गइ। रूत उ सब किहस जउन ओकर सास ओहसे करइ क कहेस। 7 खाइ अउर पिअइ क पाछे बोअज़ बहोत संतुट्ठ रहा। बोअज़ अन्न क ढेर क लगे ओलरइ गवा। तब रूत बहोत धीमे स ओकरे लगे गइ अउर उ ओकरे गोड़े क ओढ़न उघार दिहस। रूत ओकरे गोड़े क बगल मँ ओलर गइ।
8 करीब आधी रात क बोअज़ नींद मँ आपन करवट बदलेस अउर उ जाग पड़ा। उ बहोत चकित भवा। ओकरे गोड़न क निचके एक ठु मेहरारू ओलरी रही। 9 बोअज़ पूछेस, “तू कउन अहा?”
उ कहेस, “मइँ तोहार नउकर लड़की रूत अहउँ। आपन सरच्छा क ओढ़ना मोरे ऊपर फइला द्या। तू मोर रच्छक अहा।”
10 तब बोअज़ कहेस, “हे जुवती, यहोवा तोहका आसीर्बाद देइ। तू मोह पइ बिसेस कृपा किहा ह। तोहार इ कृपा मोरे बरे ओहसे भी जियादा अहइ जउन तू सुरूआत मँ नाओमी क बरे देखाए रह्या। तू बियाह बरे कउनो भी धनी या गरीब नउजवान क खोज कइ सकत रहिउँ, मुला तू वइसा नाहीं किहा। 11 जुवती, अब डेराअ नाहीं। मइँ उहइ करब जउन तू चाहति अहा। मोरे नगर क सबहि लोग जानत हीं कि तू एक ठु नीक मेहरारू अहा। 12 अउर इ फुरि अहइ, कि मइँ तोहरे परिवार क निचके क सम्बंधी अहउँ। मुला एक दूसर मनई अहइ जउन तोहरे परिवार क मोहसे भी जियादा निचके क सम्बन्धी अहइ। 13 आजु क राति हिअँइ ठहरा। भिन्सारे हम पता लगाउब कि का उ तोहार मदद करी। जदि उ तोहका मदद देइ क फैसला लेत ह तउ बहोत नीक होइ। जदि उ तोहार मदद करइ स इन्कार करत ह, तउ यहोवा क जिन्नगी क सपथ लेइके मइँ प्रतिज्ञा करत हउँ कि मइँ तोहसे बियाह करब अउर एलीमेलेक क भुइँया क तोहरे बरे बेसाही के लउटाउब। एह बरे भिंसारे तलक हिअँइ सोआ रहा।”
14 एह बरे रूत बोअज़ क गोड़े क लगे भिंसारे तलक ओलरी रही। उ अँधियारा रहत ही उठी, एहसे पहिले क एतना प्रकास होइ कि लोग एक दूसरे क पहिचान सकइँ।
बोअज़ ओहसे कहेस, “हम एका कउनो क इ नाहीं बताउब कि तू पिछली रात हिआँ मोर लगे आई रहिउ।” 15 तब बोअज़ कहेस, “आपन ओढ़नी मोरे लगे लिआवा। अब, एका फइलाइके राखा।”
एह बरे रूत आपन ओढ़नी क फइलाइके राखेस अउर बोअज़ लगभग एक बुसल जौ ओकरी सास नाओमी क उपहार मँ दिहस। तब बोअज़ ओका रूत क ओढ़नी मँ बाँध दिहस अउर ओका ओकरी पीठ पइ रख दिहस। तब उ नगर क गवा।
16 रूत आपन सास, नाओमी क घर गइ। नाओमी दुआरे पइ आई अउर उ पूछेस, “बाहेर कउन अहइ?”
रूत घरे क भीतर गइ अउर उ नाओमी क हर बात जउन बोअज़ किहे रहा, बताएस। 17 उ कहेस, “बोअज़ इ जौ उपहार क रूप मँ तोहका दिहेस ह। बोअज़ कहेस कि आप क बरे उपहार लिए बिना मोका घर नाहीं जाइ चाही।”
18 नाओमी कहेस, “हे मोर बिटिया, तब तलक धीरा राख जब तलक हम इ सुनी कि का भवा। बोअज़ तब तलक आराम नाहीं करी जब तलक उ ओका नाहीं कइ लेत जे ओका करइ चाही। हम लोगन क दिन बीतइ क पहिले मालूम होइ जाइ कि का होइ।”
बोअज़ तथा दूसर सम्बन्धी
4 बोअज़ उ ठउरे पइ गवा जहाँ नगर दुआरे पइ लोग एकट्ठा होत हीं। बोअज़ तब तलक हुआँ बइठा रहा जब तलक उ संरच्छक हुवाँ स नाहीं गुजरा जेकर जिक्र बोअज़ रूत स किहे रहा। तब बोअज़ ओका बोलाएस, “हिआँ आवा मित्र! हिआँ बइठा।” यह बरे उ हुआँ बइठेस।
2 तब बोअज़ हुआँ गवाहन क बटोरेस। बोअज़ नगर क दस बुजुर्गन क बुलाएस। उ कहेस, “हिआँ बइठा!” एह बरे उ पचे हिआँ बइठ गएन।
3 तब बोअज़ उ संरच्छक स बातन किहस। उ कहेस, “नाओमी मोआब क धरती स लउट आइ अहइ। उ भुइँया क एक टूका बेचेस ह। जउन हमरे सम्बन्धी एलीमेलेक क रहेन। 4 मइँ तय किहेउँ ह कि मइँ इ बिसय मँ हिआँ क बसइया लोगन अउर आपन बुजुर्ग लोगन क समन्वा तोहसे कहउँ। अगर तू इ भुइँया क मुल्य वापिस लइ क चाहत ह तउ एका खरीद ल्या। अगर तू इ भुइँया क वासप नाहीं खरीदइ चाहत ह तउ मोका कहा। मइँ जानत हउँ कि तोहरे पाछे उ मनई मइँ ही हउँ जउन भुइँया क खरीद सकत हउँ। जदि तू उ भुइँया क नाहीं खरीदब्या, उ मइँ हउँ जउन ओका खरीदब।”
तब उ मनई जवाब दिहेस, “मइँ इ भुइँया क खरीदब।”
5 तब बोअज़ कहेस, “जदि तू भुइँया नाओमी स बेसहब्या तउ तोहका मृतक क मेहरारू, मोआबी मेहरारू रूत भी मिली। जब रूत क पूत होइ तउ उ भुइँया उ पूत क होइ। इ तरह भुइँया मृतक क परिवार मँ ही रही।”
6 निचके क सम्बन्धी जवाब दिहस, “मइँ भुइँया क वापस बेसहि नाहीं सकत। जदपि इ भुइँया मोर होइ चाही किन्तु मइँ एका बेसही नाहीं सकत। जदि मइँ अइसा करत हउँ तउ मोका आपन सम्पत्ति स हाथ धोऊब पड़ सकत ह। एह बरे तू उ भुइँया क बेसहि सकत ह।” 7 (इस्राएल मँ बहोत समइ पहिले जब कउनो मनई कउनो सम्पत्ति क बेसहत, छुड़ावत या सम्पत्ति क बदलि करत रहा, तउ एक मनई आपन जूता क उतारत रहा अउर दूसर मनई क दइ देत रहा। इ ओनके बेसहइ क प्रमाण रहा।) 8 तउ उ निचके क सम्बन्धी बोअज़ स कहेस, “भुइँया तू आपन बरे बेसही लइ!” तउ उ आपन एक जूता क उतारेस अउर एका बोअज़ क दइ दिहस।
9 तब बोअज़ बुजुर्गन अउ सबहि मनइयन स कहेस, “आजु आप लोग मोरे गवाह अहउँ कि मइँ नाओमी स उ सबइ सबहि चिजियन खरीदत हउँ जउन एलीमेलेक, किल्योन अउ महलोन क अहइँ। 10 मइँ रूत क भी आपन मेहरारू बनावइ बरे बेसहत हउँ। मइँ इ एह बरे करत अहउँ कि मृतक क सम्पत्ति ओकरे परिवार क लगे ही रही। इ तरह मृतक क नाउँ ओकरे परिवार अउ ओकरी भुइँया स नाहीं हटावा जाई। आप लोग आजु एकर गवाह अहइँ।”
11 इ तरह सबहि लोग अउर बुजुर्गन जउन नगर दुआर क समीप रहेन, गवाह भएन। उ पचे कहेन, “इ मेहरारू जउन तोहरे घर जाई, यहोवा ओका राहेल अउ लिआ जइसी करइ जउन इस्राएल बंस क बनाएस। हम पराथना करित ह तू एप्राता मँ सक्तिसाली ह्वा! तू बेतलेहेम मँ प्रसिद्ध ह्वा। 12 जइसे तामार यहूदा क पूत पेरेस क जनम दिहेस अउर ओकर परिवार महान बना। उहइ तरह यहोवा तोहका भी रूत स कई पूत देइ। अउर तोहार परिवार भी ओकरी तरह महान होइ।”
13 इ तरह बोअज़ रूत स बियाह किहेस। यहोवा रूत क गर्भवती होइ दिहस अउर रूत एक ठु पूत क जन्म दिहस। 14 नगर क मेहररूअन नाओमी स कहेन, “उ यहोवा क आभार माना जउन तोहका अइसा संरच्छक दिहस। यहोवा करइ उ, इस्राएल मँ प्रसिद्ध होइ। 15 उ तोहका फुन स जवान बनाइ देइ। अउर बुढ़ापे मँ उ तोहार धियान राखी। तोहरी बहू क कारण इ घटना घटी अहइ। उ इ बच्चा तोहरे बरे गर्भ मँ धारण किहेस उ तोहसे पिआर करत ह, अउर उ तोहरे बरे सात बेटन स जियादा उत्तिम अहइ।”
16 नाओमी लरिका क लिहस, ओका आपन बाहन मँ उठाइ लिहस, अउर ओकर पालन-पोसण किहस। 17 पड़ोसियन बच्चा क नाउँ राखेन। ओन मेहररूअन कहेन, “अब नाओमी क लगे एक पूत अहइ।” पड़ोसियन ओकर नाउँ ओबेद राखेन। ओबेद यिसै क बाप रहा अउर यिसै, दाऊद क बाप रहा।
रूत अउ बोअज़ क परिवार
18 पेरेस क परिवार क बंसावली इ अहइ:
पेरेस हिस्रोन क बाप रहा।
19 राम क बाप हिस्रोन रहा।
अम्मीनादाब क बाप राम रहा।
20 नहसोन क बाप अम्मीनादाब रहा।
सल्मोन क बाप नहसोन रहा।
21 बोअज़ क बाप सल्मोन रहा।
ओबेद क बाप बोअज़ रहा।
22 यिसै क बाप ओबेद रहा।
दाऊद क बाप यिसै रहा।
ईसू आपन चेलन क संग
8 ऍकरे बाद अइसा भवा कि ईसू परमेस्सर क राज्य क सुसमाचार मनइयन क सुनावत भवा सहर-सहर अउर गाउँ गाउँ घूमइ लाग। ओकर बारहु प्रेरितन भी ओकरे संग होत रहेन। 2 ओकरे संग कछू स्त्रियन भी होत रहीं जेनका उ बेरामी अउर दुस्ट आतिमन स छुटकारा दियावत रहा। एनमाँ मरियम मगदलीनी नाउँ क एक स्त्री रही जेका सात दुस्ट आतिमन स छुटकारा मिला रहा। 3 हेरोदेस क संरकाम अफसर खोजा क पत्नी योअन्ना भी एनहीं मँ रहिन। साथ ही सूसन्नाह अउर ढेर क स्त्रियन भी रहिन। इ स्त्रियन आपन जतन स ईसू अउर ओकरे प्रेरितन क सेवा क संरजाम करत रहिन।
बिआ बोवइ क दिस्टान्त कथा
(मत्ती 13:1-17; मरकुस 4:1-12)
4 जब सहर-सहर स आइके मनइयन क बड़ी भीड़ ऍकट्ठा होत रही, तउ उ ओनसे एक दिस्टान्त कथा कहेस,
5 “एक किसान आपन बिआ बोवइ निकरा। जब उ बिआ बोएस कछू बिआ राह क किनारे जाइके गिरेन अउर गोड़े तरे रौंद गएन। अउर चिड़ियाँ ओनका चुग लिहेन। 6 कछू बिआ पथरही धरती प गिरेन, उ सबइ जब उगेन तउ ओद न होइ स मुरझाइ गएन। 7 कछू बिआ कँटेहरी झाड़िन मँ गिरेन। काँटन क बाढ़इ क संग संग उ भी बाढ़ेन अउर कँटवन ओनका दबोच लिहन। 8 अउर कछू बिआ धरती प गिरेन। उ उगेन अउर उ सबइ सउ गुना फसल दिहेन।”
इ बातन क बतावत भवा उ पुकारिके कहेस, “जेकरे लगे कान अहइँ, उ सबइ सुनि लेइँ।”
9 ओकर चेलन ओसे पूछेन, “इ दिस्टान्त कथा क अरथ का अहइ?”
10 तउ उ बताएस, “परमेस्सर क राज्य क भेद जानइ क सुविधा तोहका दीन्ह गइ अहइ मुला दूसर क इ भेद दिस्टान्त कथा स दीन्ह ग अहइँ जेहसे:
‘उ पचे देखत भी
न देख पावइँ
अउर सुनते हुए भी
न समुझ पावइँ।’ (A)
बिआ बोअइ क दिस्टान्त कथा क अरथ
(मत्ती 13:18-23; मरकुस 4:13-20)
11 “इ दिस्टान्त कथा क अरथ इ अहइ: बिआ परमेस्सर क उपदेस अहइ। 12 उ बिआ जउन राह क किनारे गिरा रहेन, उ मनइयन उपदेस जउन अब उपदेस सुनत हीं, सइतान आवत ह अउर उपदेस क ओनके मने स निकार लइ जात ह जेहसे उ सबइ पतिआय न पावइँ अउर ओनकइ उद्धार न होइ सकइ। 13 उ बिआ जउन पथरही भुइयाँ प गिरा रहेन ओनकइ अरथ अहइ ओन मनइयन स जउन उपदेस सुनत हीं तउ ओका खुसी स तउ अपनावत हीं। मुला बिआ ओनके भितरे जम नाहीं पावत उ सबइ कछू समइ बरे बिसवास करत हीं मुला परीच्छा क घड़ी मँ डुग जात हीं।
14 “अउर जउन बिआ काँटन मँ गिरेन ओकर अरथ अहइ, ओन मनइयन स जउन उपदेस सुनत हीं, मुला जब उ पचे आपन राहे प चलइ लागत हीं। तउ फिकिर, धन दौलत अउर जिन्नगी क भोग बिलास ओका दहबोचि लेत हीं, जेहसे ओन प कबहुँ फसल पाकत नाहीं। 15 अउर बढ़िया भुइयाँ प गिरा भवा बिआ क अरथ अहइ ओन मनइयन स जउन अच्छा अउर सच्चा मन स जब उपदेस क सुनत हीं तउ ओका धारण भी करत हीं। फिन आपन धीरज क संग उ पचे उत्तिम फल देत हीं।
आपन सच्चाई क बैपरा
(मरकुस 4:21-25)
16 “कउनो दीया ढकना स ढाकइ बरे नाही जलावत। या ओका बिछउना तरे नाहीं धरत। मुला उ ओका डीबट प धरत ह काहेकि जउन भीतर आवइँ, रोसनी देखि सकइँ। 17 काहेकि कछू भी अइसा छुपा नाहीं अहइ जउन उजागर न होई अउर कछू भी अइसा छुपा नाहीं बा जउन जाना न जाई अउर परगट न होई। 18 एह बरे धियान स सुना काहेकि जेकरे लगे बा ओका भी दीन्ह जाई अउर जेकरे लगे नाहीं अहइ, ओसे भी ओकरे नगिचे देखात ह, उ भी लइ लीन्ह जाई।”
ईसू क मनवइयन ही ओकर सच्चा परिवार
(मत्ती 12:46-50; मरकुस 3:31-35)
19 तबहीं ईसू क महतारी अउर ओकर भाइयन ओकरे लगे आएन मुला उ पचे भीड़ क कारण ओकरे नगिचे नाहीं जाइ सकेन। 20 यह बरे ईसू स इ कहा गवा, “तोहार महतारी अउर तोहार भाइयन बाहेर खड़ा अहइँ। उ पचे तोसे भेंटइ चाहत हीं।”
21 मुला ईसू ओनका जवाब दिहस, “मोर महतारी अउर मोर भाइयन तउ इ सबइ अहइँ जउन परमेस्सर क उपदेस सुनत हीं अउर ओह प चलत हीं।”
चेलन क ईसू क सक्ति क दर्सन
(मत्ती 8:23-27; मरकुस 4:35-41)
22 तब्बइ एक दिन अइसा भवा कि उ आपन चेलन क संग एक नाउ प चढ़ा अउर ओनसे “आवा, झिलिया क उ पार चली।” तउ उ पचे पाल खोलि दिहन। 23 उ पचे जब नाउँ खेवत रहेन, ईसू सोइ गवा। झिलिया प आन्धी अउर तूफान उतर आवा। ओनके नाउ मँ पानी भरइ लाग। उ पचे खतरा मँ रहेन। 24 ऍहसे उ सबइ ओकरे लगे आएन अउर ओका जगाइके कहइ लागेन, “स्वामी! स्वामी! हम बूड़त अही!”
फिन उ खड़ा भवा अउर उ आन्धी, अउर लहरन क फटकारेस। उ सबइ थम गइन अउर हुवाँ सान्ति होइ गइ। 25 फिन उ ओनसे पूछेन, “तोहार बिसवास कहाँ गवा?”
मुला उ पचे डेरान रहेन अउर अचरज मँ पड़ा रहेन। उ पचे आपुस मँ एक दूसरे स कहेन, “आखिर इ अहइ कउन जउन हवा अउर पानी दुइनउँ क हुकुम देत ह अउर उ सबइ ओका मानत हीं!”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.