Old/New Testament
यहूदा क लोग क कनानियन स जुद्ध करत ही
1 यहोसू मर गवा। तब इस्राएल क लोग यहोवा स पराथना किहेन। उ पचे कहेन, “हमरे परिवार समूह मँ स कउन पहिले कनानी लोगन स हम लोगन क बेर जुद्ध लड़इ बरे जाइ?”
2 यहोवा इस्राएली लोगन स कहेस, “यहूदा क परिवार समूह पहिले जाइ। मइँ ओनका इ भुइँया क प्राप्त करइ देइ।”
3 यहूदा क लोग सिमोन परिवार समूह क आपन भाइयन स मदद माँगेस। यहूदा क लोग कहेन, “भाइयो, जदि तू पचे हम लोगन क भुइँया बरे जुद्ध करइ मँ मदद करइ बरे हमरे संग अउब्या तउ हम लोग भी तू पचन्क क भुइँया बरे तू पचन्क जुद्ध लड़ब।” सिमोन क लोग ओनकर संग जाइ बरे तइयार होइ गएन।
4 यहोवा यहूदा क लोगन क कनानियन अउ परिज्जी लोगन क हरावइ मँ मदद किहेस। यहूदा क लोग बेजेक नगर मँ दस हजार मनइयन क मार डाएन। 5 बेजेक नगर मँ यहूदा क लोग बेजेक क सासक अदोनीबेजेक क पाएस अउर ओहसे जुद्ध किहेन। यहूदा क लोग कनानियन अउ परिज्जी लोगन क हराएन।
6 बेजेक क सासक अदोनीबेजेक भाग पराइ क जतन किहेन। किन्तु यहूदा क लोग ओकर पाछा किहेन अउर ओका धइ लिहेन। जब उ पचे ओका धरेन तब उ पचे ओकर हाथ अउर गोड़ क अंगूठन क काट डाएन। 7 तब बेजेक क सासक अदोनिबेजेक कहेस, “मइँ सत्तर राजा लोगन क हाथ अउर गोड़ क अंगूठन काटेउँ अउर ओन राजा लोगन क भोजन क उहइ टूकन खाइ क पड़ा जउन मोरी मेजे मँ स गिरा भवा रहा। अब यहोवा मोका ओकर बदला दिहेस ह जउन मइँ ओन राजा लोगन क संग किहे रहा।” यहूदा क लोग बेजेक क सासक क यरूसलेम लइ गएन अउर उ हुवँइ मरा।
8 यहूदा क लोग यरूसलेम क खिलाफ लड़ेन अउर ओह पइ कब्जा कइ लिहेन। यहूदा को लोग यरूसलेम क लोगन क मारइ बरे तरवार क उपयोग किहन। तब उ पचे नगर क जलाइ दिहन। 9 ओकरे पाछे यहूदा क लोग कछू दूसर कनानी लोगन स जुद्ध करइ बरे गएन। तब उ पचे कनानी पहाड़ी प्रदेसन, नेगेव अउ समुद्र क किनारे क पहाड़ियन मँ रहत रहेन। 10 तब यहूदा क लोग ओन कनानी लोगन क खिलाफ लड़इ गएन जउन हेब्रोन नगर मँ रहत रहेन। (पूर्वकाल मँ हेब्रोन क किर्यत-अरब कहा जाता रहा) यहूदा क लोग सेसै, अहीमन अउ तल्मै कहा जाइवाले लोगन क हराएन।
कालेब अउ ओकर बिटिया
11 यहूदा क लोग उ जगहिया क तजेन। उ पचे दबीर नगर, हुवाँ क लोगन क खिलाफ जुद्ध करइ गएन। (पूर्वकाल मँ दबीर क किर्यत्सेपेर कहा जात रहा।) 12 यहूदा क लोगन क जुद्ध बरे खाना होइ स पहिले कालेब ओन लोगन स एक ठु प्रतिग्या किहेस, “मइँ आपन बिटिया अकसा क उ मनई क पत्नी क रूप मँ देब जउन किर्यत्सेपेर नगर पइ हमला करत ह अउर ओह पइ कब्जा करत ह।”
13 कालेब क एक लहुरा भाई रहा जेकर नाउँ कनज रहा। कनज क एक पूत ओत्नीएल नाउँ क रहा। ओत्नीएल किर्यत्सेपेर नगर क जीत लिहेस। एह बेर कालेब आपन बिटिया अकसा क पत्नी क रूप मँ ओत्नीएल क दिहेस।
14 जब अकसा ओत्नीएल क संग रहइ बरे गएस, तब ओत्नीएल ओहसे कहेस कि उ आपन पिता स कछू भुइँया माँगइ। अकसा आपन बाप क लगे गइ। एह बरे उ आपन गदहा स उतरी अउर कालेब स पूछेस, “का कठिनाई अहइ?”
15 अकसा कालेब क उत्तर दिहेस, “मोका आसीर्बाद देय्या। आप मोका नेगेव क झुरान रेगिस्तान दिहेन ह। कृपा कइके मोका कछू पानी क सोतावली भुइँया देइँ।” एह बरे कालेब ओका उ दिहस जउन उ चाहत रही। उ ओका उ भुइँया क ऊपर अउ नीचे क पानी क सोता दइ दिहेस।
16 केनी लोग ताड़बृच्छन क नगर (यरीहो) क तजेन अउर यहूदा क लोगन क संग गएन। उ सबइ लोग यहूदा क रेगिस्तान मँ हुवाँ क लोगन क संग रहइ गएन। इ नेगेव मँ अराद नगर क लगे रहा। (केनी लोग मूसा क ससुर क परिवार स रहेन)
17 कछू कनानी लोग सपत नगर मँ रहत रहेन। एह बरे यहूदा क लोग अउ सिमोन क परिवार समूह क लोग ओन कनानी लोगन पइ हमला किहेस। उ पचे नगर क पूरी तरह नस्ट कइ दिहेन। एह बरे उ पचे नगर क नाउँ होर्मा रखेन।
18 यहूदा क लोग अज्जा क नगर अउ ओकर चारिहुँ कइँती क इलाका पइ अधिकार किहन। यहूदा क लोग असकलोन अउ एकोन नगरन अउ ओकरे चारिहुँ कइँती क इलाका पइ भी कब्जा किहन।
19 यहोवा उ समइ यहूदा क लोगन क संग रहा, जब उ पचे जुद्ध करत रहेन। उ पचे पहाड़ी प्रदेस क भुइँया पइ कब्जा किहन। किन्तु उ पचे घाटियन क भुइँया लेइ मँ नाकामयाब रहेन काहेकि हुवाँ क निवासियन क लगे लोहे क रथ रहेन।
20 मूसा कालेब क हेब्रोन क लगे क भुइँया देइ क बचन दिहे रहा। एह बरे उ भुइँया कालेब क परिवार क दइ दीन्ह गइ। कालेब क लोग अनाक क तीनहुँ पूतन क उ जगह तजइ क मजबूर किहन। बिन्यामिन लोग यरुसलेम मँ बसत हीं
21 बिन्यामीन परिवार समुह क लोग यबूसी लोगन क यरूसलेम तजइ क मजबूर न कइ सकेन। उ समइ स लइके अब तलक यबूसी लोग यरूसलेम मँ बिन्यामीन लोगन क संग रहत आएन ह।
यूसुफ क लोग बेतेल पइ कब्जा जमावत हीं
22 यूसुफ क परिवार समूह क लोग भी बेतेल नगर क खिलाफ लड़इ बरे गएन। यहोवा ओन लोगन क संग रहा। 23 यूसुफ क परिवार क लोग कछू जासूसन क बेतेल नगर पठएन। (पूर्वकाल मँ बेतेल क लूज कहा जात रहा।) 24 जब उ पचे बेतेल नगर क लखत रहेन उ पचे एक ठु मनई क नगर स बाहेर आवत लखेन। जासूस लोगन ओहसे कहेन, “हम लोगन क नगर मँ जाइ क गुप्त मारग बतावा। हम लोग नगर पइ हमला करब। किन्तु जदि तू हमार मदद करब्या तउ हम तोहका चोट नाहीं पहोंचाउब।”
25 उ मनई जासूसन क नगर मँ जाइ क गुप्त मारग बताएस। यूसुफ क लोग बेतेल क लोगन क मारइ बरे आपन तरवार क उपयोग किहन। उ पचे उ मनई ओकरे परिवार क सुरच्छित जाइ दिहेन। 26 उ मनई उ प्रदेस मँ गवा जहाँ हित्ती लोग रहत रहेन। हुआँ उ एक ठु नगर बसाएस। उ उ नगर क नाउँ लूज राखेस, जेका आजु तलक उहइ नाउँ अहइ।
दूसर परिवार समूह कनानियन स जुद्ध करत हीं
27 कनानी लोग बेतसान, तानाक, दोर, यिबलाम, मगिद्दो अउर ओनकर चारिहुँ कइँती क नान्ह नान्ह नगर मँ रहत रहेन। मनस्से क परिवार समूह क लोग ओन लोगन क ओन नगरन क तजइ बरे मजबूर नाहीं कइ सके रहेन। एह बरे कनानी लोग हुवाँ टिके रहेन। 28 पाछे इस्राएल क लोग जियादा ताकतवर भएन अउर कनानी लोगन क दासन क तरह अपने खातिर काम करइ बरे मजबूर किहन। किन्तु इस्राएल क लोग सबहिं कनानी लोगन स ओनकर प्रदेस नाहीं छुड़वाइ सकेन।
29 इहइ बात एप्रैम क परिवार समूह क संग भइ। कनानी लोग गेजेर मँ रहत रहेन अउर एप्रैम क लोग सबहिं कनानी लोगन स ओनकर देस नाहीं छुड़वाइ सकेन। एह बरे कनानी लोग एप्रैम क लोगन क संग गेजेर मँ रहत चले गएन।
30 जबूलन क परिवार समूह क संग इहइ बात भइ। कित्रोन अउ नहलोल नगरन मँ कछू कनानी रहत रहेन। जबूलुन लोग ओन लोगन स ओकर देस नाहीं छुड़वाइ सकेन। उ सबइ कनानी लोग टिके रहेन अउर जबूलन लोगन क संग रहत चले आएन। किन्तु जबूलन क लोग ओन लोगन क दासन क तरह काम करइ क मजबूर किहन।
31 आसेर क परिवार समूह क संग भी इहइ बात भइ। आसेर क लोग ओन लोगन स अक्को, सीदोन, अहलाब, अकजीब, हेलबा, अपीक अउ रहोब नगरन क न छोड़वाइ सकेन। 32 आसेर क लोग कनानी लोगन स आपन देस न छोड़वाइ सकेन। एह बरे कनानी लोग आसेर क लोगन क संग रहत चले गएन।
33 नप्ताली क परिवार समूह क संग भी इहइ बात भइ। नप्ताली परिवार क लोग ओन लोगन स बेतसेमेस अउ बेतनात नगरन क न छुड़वाइ सकेन। एह बरे नप्ताली क लोग ओन नगरन मँ ओन लोगन क संग रहत चले आएन। उ सबइ कनानी लोग टिके रहेन अउर नप्ताली लोगन बरे दासन क तरह काम करइ क मजबूर किहन।
34 एमोरी लोग दान क परिवार समूह क लोगन क पहाड़ी प्रदेस मँ रहइ बरे मजबूर कइ दिहेन। दान क लोगन क पहाड़ियन मँ ठहरब पड़ा काहेकि एमोरी लोग ओनका घाटियन मँ उतरइ अउर ठहरइ नाहीं देत रहेन। 35 एमोरी लोग हेरेस पहाड़ी, अय्यालोन अउ सालबीम मँ ठहरइ क निहचइ किहेन। पाछे, यूसुफ क परिवार समूह सक्तीसाली होइ गवा। तब उ पचे एमोरी लोगन स दासन क तरह काम करवाएस। 36 एमोरी लोगन क प्रदेस बिच्छु दर्र स सेला अउ सलो क परे पहाड़ी प्रदेस तलक रहा।
बोकीम मँ यहोवा क सरगदूत
2 यहोवा क सरगदूत गिलगाल नगर स बोकीम नगर क गवा। सरगदूत यहोवा क एक ठु सँदेसा इस्राएल क लोगन क दिहस। सँदेसा इ रहा: “तू पचे मिस्र मँ दास रह्या। किन्तु मइँ तू पचन्क अजाद किहेउँ अउर मइँ तू पचन्क मिस्र स बाहेर लिआएउँ। मइँ तू पचन्क इ भुइँया मँ लाएउँ जेहसे तोहरे पचन्क पुरखन क देइ बरे मइँ प्रतिग्या किहे रहेउँ। मइँ कहेउँ, मइँ तू पचन्स आपन वाचा कबहुँ नाहीं तोड़ेब। 2 किन्तु एकरे बदले मँ तू पचन्क इ भुइँया क निवासियन क संग कोइ समझौता नाहीं करइ क होइ। तोहका ओनकर वेदीयन नस्ट करइ चाही। इ मइँ तू पचन्स कहेउँ किन्तु तू लोग मोर आग्या नाहीं मान्या। तू अइसा काहे किहेन?
3 “अब मइँ तू पचन्स इ कहत हउँ, ‘मइँ इ भुइँया स अब अउर लोगन क बाहेर नाहीं हटाउब। इ सबइ लोग तोहरे लोगन बरे पँदा साबित होइ। ओनकर झूठे देवता लोग तू पचन्क फँसावइ बरे जाल बनिहीं।’”
4 यहोवा क सरगदूत इस्राएल क लोगन क जब यहोवा क सँदेसा दइ चुका, तब लोग जोर स रोइ प़डेन। 5 एह बरे इस्राएल क लोग उ ठउरे क बोकीम नाउँ दिहेन जहाँ उ पचे रोइ पड़े रहेन। बोकीम मँ इस्राएल क लोग यहोवा बरे बलि दिहेन।
आग्या क उल्लंघन अउर पराजय
6 तब यहोसू लोगन स कहेस कि उ पचे आपन घरन क लउटि जाइँ। एह बरे हर एक परिवार समूह आपन भुइँया क छेत्र लेइ गवा अउर ओहमाँ रहइ। 7 इस्राएल क लोग तब तलक यहोवा क सेवा किहन जब तलक यहोसू जिअत रहा। ओन बुजुर्गन क जीवन काल मँ भी उ पचे यहोवा क सेवा करत रहेन जउन यहोसू क बाद भी जिअत रहेन। एन बुजुर्ग लोग इस्राएल क लोग बरे जउन यहोवा बरे महान कारज किहे रहा, ओनका लखे रहा। 8 नून क पूत यहोसू, जउन यहोवा क सेवक रहा, एक सौ दस बरिस क उमर मँ मरा। 9 ऍह बरे इस्राएल क लोग यहोसू क मृत सरीर क उ भूइयाँ मँ दफनावा गवा, जउन ओका दीन्ह गवा रहा। उ भूइँया तिम्नथ हेरेस मँ रही जउन एप्रैम क पहाड़ी छेत्र मँ गास पहाड़े क उत्तर मँ रही।
10 एकरे पाछे उ पूरी पीढ़ी मर गइ अउर नई पीढ़ी पइदा भइ। इ नवी पीढ़ी यहोवा क बारे मँ न तउ जानत रही अउ न ही ओका, यहोवा इस्राएल क लोगन क बरे का कीन्ह रहा, एकर गियान रहा। 11 एह बरे इस्राएल क लोग पाप किहेन अउ बाल क मूरतियन क सेवा किहेन। उ पचे उहइ पाप किहेन जउन यहोवा क दृस्टि मँ बुरा रहा। 12 यहोवा इस्राएल क लोगन क मिस्र स बाहेर लिआए रहा। ओन लोगन क पुरखन यहोवा क उपासना किहे रहेन। किन्तु इस्राएल क लोग यहोवा क अनुसरण करब तज दिहेन। इस्राएल क लोग ओन लोगन क लबार देवतान क पूजा करब सुरू किहेन, जउन ओनके चारिहुँ कइँती रहत रहेन। इ करम यहोवा क गुस्सैल कइ दिहेस। 13 इस्राएल क लोग यहोवा क अनुसरण करब तजि दिहन अउर बाल अउ अस्तोरेत क पूजा करइ लगेन।
14 यहोवा इस्राएल क लोगन पइ बहोत कोहाइ गवा। एह बरे यहोवा दुस्मनन क इस्राएल क लोगन पइ हमला करइ दिहस। अउ ओनकर धन-दौलत लेइ दिहस। ओनके चारिहुँ कइँती रहइवाले दुस्मनन क यहोवा ओनका पराजित करइ दिहस। इस्राएल क लोग आपन रच्छा आपन दुस्मनन स नाहीं कइ सकेन। 15 जब इस्राएल क लोग जुद्ध बरे निकरेन तउ उ पचे पराजित भएन उ पचे पराजित भएन काहेकि यहोवा ओनकर पच्छ मँ कबहुँ नाहीं रहा। यहोवा पहिले स इस्राएल क लोगन क चितउनी दिहे रहा कि उ पचे पराजित होइहीं, जदि उ पचे ओन लोगन क देवतन क सेवा करिहीं जउन ओनके चारिहुँ कइँती रहत हीं। इस्राएल क लोगन क बहोत जियादा नोस्कान भवा।
16 तब यहोवा निआवाधीस कहइ जाइवाले प्रमुखन चुनेस। एन निआवाधीसन इस्राएल क लोगन क ओन दुस्मनन स बचाएस जउन एनकर सम्पत्ति लइ लिहे रहेन। 17 किन्तु इस्राएल क लोग आपन निआवाधीसन क एक न सुनेन। उ पचे दूसर देवतन क अनुसरण अउर पूजा करत रहेन। उ पचे हाली ही आपन पुरखन जउन यहोवा क आदेस क पालन करत रहेन, क राह स मुड़ गएन। उ पचे अब इ अउर नाहीं किहेन।
18 मुला जब कबहुँ यहोवा ओनकर बरे निआवाधीस पठएस, तउ यहोवा निआवाधीस क संग रहेन। ऍह बरे जब तलक निआवाधीस जिअत रहा उ ओन लोगन क ओनकइ दुस्मनन स बचाएस। यहोवा इ किहेस काहेकि जब उ पचे ओन लोगन क कारण जउन ओन लोगन पइ जुल्म अउ अत्याचार किहेन, चिचियात रहेन तउ उ ओन पइ दाया किहे रहेन। 19 किन्तु जब हर निआवाधीस मर गवा, तब इस्राएल क लोग फुन पाप किहेन अउर लबार देवतन क अनुसरण अउर पूजा सुरू किहेन। उ पचे आपन पुरखन क भी जिआदा बुरा बेउहार किहेन। इस्राएल क लोग बहोत हठी रहेन, उ पचे आपन पाप क मार्ग बदलइ स इन्कार कइ दिहेन।
20 इ तरह यहोवा इस्राएल क लोगन पइ बहोत कोहाइ गवा अउर उ कहेस, “इ रास्ट्र उ करार क तोड़ेस ह जेका मइँ ओनके पुरखन क संग किहे रहेउँ। उ पचे मोरे नाहीं सुनेन। 21 एह बरे मइँ दूसर रास्ट्रन क अउर पराजित नाहीं करब, अउर न ही इस्राएल क लोगन क राह साफ करब। उ सबइ रास्ट्र ओन दिनन भी उ पहँटा मँ रहेन जब यहोसू मरा रहा अउर मइँ ओन रास्ट्रन क प्रदेस मँ रहइ देब। 22 मइँ ओन रास्ट्रन क उपयोग इस्राएल क लोगन क परीच्छा लइ बरे करब। मइँ इ लखब कि इस्राएल क लोग आपन यहोवा क आदेस वइसे ही मानत हीं या नाहीं जइसे ओनकर पुरखन मानत रहेन।” 23 यहोवा ओन रास्ट्रन क ओन प्रदेस मँ रहइ दिहे रहा। यहोवा हाली स ओन रास्ट्रन क आपन देस छोड़इ नाहीं दिहेस। उ ओनका हरावइ मँ यहोसू क सेना क मदद नाहीं किहेस।
3 1-2 इ सबइ रास्ट्रन अहइ जेनका यहोवा प्रदेस मँ छोड़ दिहे रहा। उ अइसा ओन सबहिं इस्राएली लोगन क परीच्छा लेइ बरे किहे रहा जउन कनान क कब्जा करइवाले जुद्ध नाहीं लड़े रहेन। उ पहँटा मँ यहोवा क जरिये ओन रास्ट्रन क रहइ देइ क कारण इहइ रहा कि इस्राएल क ओन लोगन क सिच्छा दीन्ह जाइ जउन जुद्धन मँ नाहीं लड़ा रहेन। 3 पलिस्ती लोगन क पाँच सासक, सबहिं कनानी लोग सीदोन क लोग अउर हिब्बी लोग जउन लबानोन क पहाड़ मँ बालहेर्मोन पर्वत स लइके हमात तलक रहत रहेन। 4 यहोवा ओन रास्ट्रन क इस्राएल क लोगन क परीच्छा लेइ बरे उ पहँटा मँ रहइ दिहस। परमेस्सर इ लखइ चाहत रहा कि इस्राएल क लोग यहोवा क ओन आदेसन क पालन करिहीं या नाहीं, जेनका उ मूसा क जरिये ओनके पुरखन क दिहे रहा।
5 इस्राएल क लोग कनानी, हित्ती, एमोरी, परिज्जी, हिब्बी अउर यबूसी लोगन क संग रहत रहेन। 6 इस्राएल क लोग ओन लोगन क बिटियन क संग बियाह करब सुरू कइ दिहन। इस्राएल क लोग आपन बिटियन क ओन लोगन क बेटवन क संग बियाह करइ दिहन अउर इस्राएल क लोग ओन लोगन क देवतन क सेवा किहन।
पहिला नियावाधीस ओत्नीएल
7 इस्राएल क लोग उहइ किहेन जेनका यहोवा बुरा ठेहराएन। पाप करत अहइँ। इस्राएल क लोग यहोवा आपन परमेस्सर क बिसरि गएन अउर बाल क मूरतियन अउ आसेर क मूरतियन क सेवा अउर पूजा करइ लागेन। 8 यहोवा इस्राएल क लोगन पइ कोहाइ गवा। यहोवा कुसन रिस आइतम क जउन मेसोपोटामिया क राजा रहा, इस्राएल क लोगन क हरावइ अउर ओन पइ सासन करइ दिहस। इस्राएल क लोग उ राजा क सासन मँ आठ बरिस तलक रहेन। 9 किन्तु इस्राएल क लोग यहोवा क रोइके गोहराएन। यहोवा एक मनई क ओनकर रच्छा बरे पठएस। उ मनई क नाउँ ओत्नीएल रहा। उ कनजी क पूत रहा। कनजी कालेब क लहुरा भाई रहा। ओत्नीएल इस्राएल क लोगन क बचाएस। 10 यहोवा क आतिमा ओत्नीएल पइ उतरी। उ इस्राएल क लोगन क निआवाधीस होइ गवा अउर ओन लोगन क जुद्ध मँ अगुवाइ किहेन। यहोवा मेसोपोटामिया क राजा कूसत्रिसातैम क हरावइ मँ ओत्नीएल क मदद किहेस। 11 इ तरह उ भुइँया चालीस बरिस तलक सान्त रहा, जब तलक कनजी नाउँ क मनई क पूत ओत्नीएल नाहीं मरा।
निआवाधीस एहूद
12 एक दाईं फुन इस्राएल क लोग उहइ किहेन जेका यहोवा गलत कहेस। एह बरे यहोवा मोआब क राजा एग्लोन क इस्राएल क लोगन क हरावइ क सक्ती दिहेस काहेकि उ पचे उहइ किहेन जेका यहोवा बुरा कहेस। 13 एग्लोन इस्राएल क लोगन पइ हमला करत समइ अम्मोनियन अउ अमालेकियन क अपने संग लिहस एग्लोन अउ ओकर फउज इस्राएल क लोगन क हराएस अउर ताड़ क बृच्छनवाले नगर स ओनका निकार बाहेर किहस। 14 इस्राएल क लोग अट्ठारह बरिस तलक मोआब क राजा एग्लोन क सासन मँ रहेन।
15 तब लोग यहोवा स पराथना किहेन अउर रोइके ओका गोहराएन। यहोवा इस्राएल क लोगन क रच्छा बरे एक मनई क पठएस। उ मनई क नाउँ एहूद रहा उ बिन्यामीन क परिवार समूहे क गेरा नाउँ क मनई क पूत रहा। एहूद बायाँ हाथ क रहा। इस्राएल क लोग एहूद क मोआब क राजा एलोंन बरे कर क रूप मँ कछू धन देइ क पठएस। 16 एहूद अपने बरे एक ठु तरवार बनाएस। उ तरवार दुइधारी रही अउर लगभग अट्ठारह इंच लम्बी रही। एहूद तरवारे क आपन दाहिना जाँघे मँ बाँधेस अउर आपन ओढ़नन मँ छुपाइ लिहस।
17 इ तरह एहूद मोआब क राजा एग्लोन क लगे आवा अउ ओका भेंट क रूप मँ धन दिहस। (एग्लोन बहोत मोटा आदमी रहा।) 18 एग्लोन क धन देइ क पाछे एहूद ओन मनइयन क घर पठइ दिहेस, जउन धन लिआए रहेन। 19 उ पचे राजा क महल छोड़े दिहेस। जब एहूद गिलगाल क मूरतियन क पास पहुँचेन तउ उ वापिस मुड़ेन अउर राजा क लखइ बरे गएन। एहूद एग्लोन स कहेस, “राजा, मइँ आप क बरे एक गुप्त सँदेसा लाएउँ ह।”
राजा कहेस, “चुप रहा।” तब उ सबहिं नउकरन क कमरा स बाहेर पठइ दिहस। 20 एहूद राजा एग्लोन क लगे गवा। एग्लोन एकदम अकेला आपन गर्मी महल क ऊपर क कमरे मँ बइठा रहा।
तब एहूद कहेस, “मइँ परमेस्सर क हिआँ स आप क बरे सँदेसा लाए अहउँ।” राजा आपन सिंहासने स उठा, उ एहूद क बहोत निचके रहा। 21 जइसेन ही राजा अपने सिंहासने स उठा, एहूद आपन बाएँ हाथ क बढ़ाएस अउर उ तरवार क निकारेस जउन ओकर दाई जाँघे मँ बँधी रही। तब एहूद तरवार क राजा क पेट मँ भोंक दिहेस। 22 तरवार एग्लोन क पेट मँ ऍतनी भीतर गइ कि ओकर मूठ भी ओहमाँ समाइ गइ। राजा क चर्बी पूरी तरवार क छुपाइ लिहस। एह बरे एहूद तरवार क एग्लोन क अन्दर छोड़ दिहस। जब एग्लोन क भोंका गवा रहा तउ उ आपन अत्रि अउ आमासय पर नियन्त्रण नाहीं रख सकेन अउर ओकर मल बाहार आगएन।
23 एहूद कमरा स बाहेर गवा अउर उ आपन पाछे दरवाजन मँ ताला लगाइके बन्द कइ दिहस। 24 एहूद क चले जाइ क ठीक पाछे नौकर वापस आएन। उ पचे कमरा क दरवाजन मँ ताला लगाइ पाएन। एह बरे नौकर लोग कहेन, “राजा आपन आराम कच्छ क हवादार सौचालय मँ सौच करत रहा होइहीं।” 25 एह बरे नौकर लोग लम्बे समइ तलक प्रतीच्छा किहेन। राजा अटारी के कमरे के द्वार कबहुँ नाहीं खोलेस। आखिर मँ उ सबइ चिन्तित भएन। उ पचे चाभी लिहेन अउ दरवाजन खोलेन। जब नौकर लोग घुसेन तउ उ पचे राजा क फर्स पइ मरा प़डा निहारेन।
26 जब तलक नौकर लोग राजा क प्रतीच्छा करत रहेन तब तलक एहूद क भाग पराइ क समइ मिल गवा। एहूद मूरतियन क लगे स होइके सेइरे नाउँ क ठउरे कइँती गवा। 27 एहूद सेइरे नाउँ क ठउरे पइ पहुँचा। तब उ एप्रैम क पहाड़ी छेत्र मँ तुरही बजाएस। इस्राएल क लोग तुरही क आवाज सुनेन अउर उ पचे पहाड़ियन स उतरेन। एहूद ओनकर संचालक रहा। 28 एहूद इस्राएल क लोगन स कहेस, “मोरे पाछे चला। यहोवा मोआब क लोगन अर्थात हमरे दुस्मनन क हरावइ मँ हमार मदद किहेस ह।”
एह बरे इस्राएल क लोग एहूद क अनुसरण किहन। उ पचे एहूद क अनुसरण ओन ठउरन पइ अधिकार करइ बरे करत रहेन जहाँ स यरदन नदी आसानी स पार कीन्ह जाइ सकत रही। उ सबइ ठउर मोआब क प्रदेस तलक पहुँचावत रहेन। इस्राएल क लोग कउनो क यरदन नदी क पार नाहीं जाइ दिहन। 29 इस्राएल क लोग मोआब क करीब दस हजार बलवान अउ साहसी मनइयन क मार डाएन। एक भी मोआबी पराइके बच नाहीं सका। 30 एह बरे उहइ दिना स मोआब क लोगन क इस्राएल क लोगन क सासन मँ रहइ क मजबूर कीन्ह गएन अउर हुआँ उ भुइँया मँ अस्सी बरिस तलक सान्ति बिराज रही।
निआवाधीस समगर
31 एहूद क बाद एक दूसर मनई इस्राएल क बचाएस। उ मनई क नाउँ समगर रहा उ अनात नाउँ क पूत रहा। समगर कोड़े क उपयोग छ: सौ पलिस्ती मनइयन क मार डावइ बरे किहेस।
ईसू क परीच्छा
(मत्ती 4:1-11; मरकुस 1:12-13)
4 पवित्तर आतिमा स भरा भवा ईसू यरदन नदी स लौटि आवा। आतिमा ओका ऊसरे मँ राह देखॉवत रही। 2 हुवाँ सइतान चालीस दिन ताईं ओकर परीच्छा लिहस। ओ दिनन मँ ईसू बे खइया क खाए रहा। फिन जब समइ पूर भवा तउ ईसू भुखान।
3 एह बरे सइतान ओसे कहेस, “जदि तू परमेस्सर क पूत अहा तउ इ पथरे स रोटी बनइ बरे कहा।”
4 ऍह पइ ईसू जवाब दिहस, “पवित्तर सास्तरन मँ लिखा बा:
‘मनई सिरिफ रोटी प नाहीं जिअत।’” (A)
5 फिन सइतान ओका बहोत ऊँच लइ गवा अउर छिन भर मँ समूचे संसार क राज्य ओका देखॉवत बोला, 6 अउर सइतान ओहसे कहेस, “मइँ इन राज्यन क तोहका हुकूमत अउर धन दौलत दइ देइहउँ अउर मइँ जेका चाहउँ ओका दइ सकत हउँ। 7 एह बरे जदि तू मोर आराधना करब्या तउ इ सब तोहार होइ जाई।”
8 ईसू ओका जवाब देत भवा बोला, “पवित्तर सास्तरन मँ लिखा बा:
‘तोहका सिरिफ आपन पर्भू परमेस्सर क ही आराधना करइ चाही।
तोहका सिरिफ उहइ क सेवा करइ चाही!’” (B)
9 तब उ ओका यरूसलेम लइ गवा अउर हुवाँ मन्दिर क सबते ऊँची चोटी प लइ जाइके खड़ा कइ दिहस। अउर उ ओसे बोला, “जदि तू परमेस्सर क पूत अहा तउ हिआँ स अपने आपक तरखाले गिरइ द्या। 10 पवित्तर सास्तर मँ लिखा अहइ:
‘उ आपन सरगदूतन क तोहरे बारे मँ हुकुम देई
कि उ पचे तोहार रच्छा करइँ।’ (C)
11 अउर लिखा अहइ:
‘उ पचे तोहका आपन बाँहे मँ अइसे उठइहीं कि
तोहार गोड़ कउनो पाथर स न टकराई।’” (D)
12 ईसू जवाब देत भवा कहेस, “पवित्तर सास्तरन मँ इ भी लिखा बा,
‘तोहका आपन पर्भू परमेस्सर क परीच्छा मँ नाहीं नावइ चाही।’” (E)
13 तउ जब सइतान ओकर सबइ तरह क परीच्छा लइके हारि गवा तउ दूसरइ समइ तलक ओका तजिके चल दिहस।
ईसू का लोगन क उपदेस
(मत्ती 4:12-17; मरकुस 1:14-15)
14 फिन ईसू आतिमा क समर्थ स भरा भवा गलील लौटि आवा अउर उ समूचे पहँटा मँ ओकर चर्चा फैलि गइ। 15 उ ओनके आराधनालय मँ उपदेस दिहेस। सबइ ओकर प्रसंसा करत रहेन।
ईसू क आपन सहर मँ जाब
(मत्ती 13:53-58; मरकुस 6:1-6)
16 फिन उ नासरत आवा जहाँ उ पला अउर बड़ा भवा। आपन आदत क मुताबिक सबित क दिन उ आराधनालय मँ गवा। जबहिं उ पाठ बाँचइ खड़ा भवा। 17 तउ यसायाह नबी क किताब ओका दीन्ह गई। जब उ किताब खोलेस तउ ओका जगह मिला जहाँ लिखा रहा कि:
18 “पर्भू क आतिमा मोरे मँ समाइ गइ
अहइ काहेकि किहेस ह उ मोर अभिसेक कि दीनउँ क सुसमाचार सुनाउब
मइँ, उ मोका पठएस ह बंदीयन क इ बतावइ कि उ पचे अजाद अहइँ।
आँधर क आँखिन मँ जोति सरसावइ,
अउर दलितन क छुटकारा देवॉवइ;
19 पर्भू क अनुग्रह क समइ बतावइ क भेजा अहइ!” (F)
20 फिन उ किताब क बंद कइके परिचारक क हथवा मँ दइ दिहस अउर बैठ गवा। आराधनालय मँ सबइ क आँखिन ओका निहारत रहिन। 21 तब उ ओनसे कहब सुरु किहेस, “आज इ बचन तोहरे काने मँ पूर भवा!”
22 हर कउनो ओकरे बारे मँ अच्छी बातन कहत रहेन। ओकरे मुँहना स जउन सुन्दर बचन निकरत रहेन, ओन प सबन क अचरज भवा। उ पचे कहेन, “का इ यूसुफ क बेटवा नाहीं अहइ?”
23 फिन ईसू ओनसे कहेस, “तू पचे जरूर मोका इ कहावत सुनउब्या, ‘अरे वैद्य खुद आपन इलाज करा।’ कफरनहूम मँ तोहरे जउन काजे क बारे मँ हम पचे सुना ह, उ काजे क हिआँ आपन खुद क सहर मँ भी कइ डावा!” 24 ईसू तब ओनसे कहेस, “मइँ तोहसे सच कहत हउँ कि आपन सहर मँ कउनो नबी क स्वागत नाहीं होत।
25-26 “मइँ तोहसे सच कहत हउँ इस्राएल मँ एलिय्याह क समइ मँ जब अकास जइसे मुँद गवा रहा अउर साढ़े तीन बरिस तलक पूरी धरती मँ खौफनाक अकाल पड़ि गवा, तउ हुवाँ बहुत विधवन रहेन। मुला सैदा पहँटा के सारपत सहर क एक विधवा क तजिके एलिय्याह क कउनो अउर क लगे नाहीं पठवा गवा रहा।
27 “अउर नबी एलीसा क समइया मँ इस्राएल मँ ढेर कोढ़ी रहेन मुला ओहमाँ स सीरिया क बसइया नामान क तजिके अउर कउनो क सुद्ध नाहीं कीन्ह गवा रहा।”
28 तउ जबहिं आराधनालय मँ मनइयन इ सुनेन तउ सबहिं बहोत क्रोध स भर गएन। 29 तउ उ पचे खड़ा भएन अउर ओका सहर स बाहेर ढकेल दिहेन। उ सबइ ओका पहाड़े क उ चोटी प लइ गएन जेह प ओकर सहर बसा रहा जेसे उ पचे हुवाँ तरखाले झोंकि देइँ। 30 मुला उ ओनके बीच स निकरिके कहूँ आपन राहे प चला गवा।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.