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Old/New Testament

Each day includes a passage from both the Old Testament and New Testament.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
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निर्गमन 21-22

दूसर कानून अउ हुकुम

21 तब परमेस्सर मूसा स कहेस, “इ सबइ नेम अहइँ जेकॉ तू लोगन क देब्या:

“जदि तू एक हिब्रू गुलाम खरीदत ह तउ उ तोहार सेवा सिरिफ छ बरिस करी। छ बरिस बाद उ अजाद होइ अउर ओका आजाद होइ बरे कछू नाहीं देइ क होइ। जदि उ मनई क बियाह तोहरे गुलामी स पहिले नाहीं भवा अहइ, तब जब उ अजाद होइ क टेमॅ मँ अकेले ही चला जाइ। मुला जदि उ तोहार गुलाम होइ स पहिले बियाहा होइ तउ उ आपन पत्नी क आपन संग लइ जाइ। जदि गुलाम बियाहा नाहीं होत तउ ओकर मालिक ओका मेहरारू दियाँइ सकत ह। जदि उ पत्नी, बेटवा अउर बिटिया क जन्मी, तउ उ पत्नी अउर ओकर बेटवा अउ बिटिया ओकर मालिक क होइहीं। आपन सेवा क समइ काटे क पाछे उ गुलाम अजाद कीन्ह जाइ।

“मुला इ होइ सकत ह कि गुलाम इ निहचय करइ कि उ आपन मालिक क संग रहइ चाहत ह। तब ओका इ कहइ क पड़ी, ‘मइँ आपन सुआमी स पिरेम करत हउँ। मइँ आपन पत्नी अउर आपन बचवन स पिरेम करत हउँ। मइँ अजाद नाहीं होब। मइँ हिअँइ रहब।’ जदि अइसा होइ तउ गुलाम क सुआमी ओका निआवाधीसन[a] क लगे लिआइ। उ ओका दरवाजा तलक लइ जाइ अउर उ कउनो तेज अउजार स गुलाम क कान छेदी। तब उ दास जिन्नगी भइ मालिक क सेवा करी।

“कउनो भी मनई आपन बिटिया क दासी क तरह बेचइ बरे ठान लेत ह। जदि अइसा होत ह तउ ओका अजाद करइ क कानून उ गुलाम मनई क आजाद करइ क कानून स अलग होइ।। जदि गुलाम क मालिक उ मेहरारू स संतुट्ठ न होइ तउ उ ओकरे बाप क बेच सकत ह। मुला जदि दासी क मालिक उ मेहरारू स बीहइ क बचन देइ तउ उ दूसर मनई क बेचइ क हक ओका नाहीं।” जदि दासी क सुआमी उ दासी स आपन बेटवा बीहइ क बचन देइ तउ ओसे दासी जइसा बेवहार नाहीं कीन्ह जाइ। ओकरे साथ बिटिया जइसा बेवहार करइ चाही।

10 “जदि दासी क सुआमी कउनो दूसर मेहरारू स अपने क बियाहत ह तउ ओका चाही कि उ पहली मेहरारू क कमती खइया के अउ ओढ़ना न देइ अउर न ही ओकर बियाहे क हक मँ कमती करइ। अउर ओका चाही कि उ सब चीजन्क बराबर देत रहइ चाही जेका पावइ क हक ओका बियाहे मँ मिला रहा। 11 उ मनई क ई तीन ठु चीज ओकरे बरे करइ चाही। जदि उ करत नाहीं तउ उ मेहरारू अजाद कीन्ह जाइ अउ एकरे बरे ओका कछू भी नाहीं देइ क पड़ी। ओका उ मनई बरे कउनो धने क देनदार न होइ क पड़ी।

12 “अगर कउनो मनई दूसर क मारत ह अउर ओका मारि डावत ह तउ मरवइया भी मारि डावा जाइ। 13 मुला कउनो संजोग होइ जात ह कि कउनो बे पहिले क जोजना बनाए कउनो क मारि डावत ह, तउ अइसा परमेस्सर क मर्जी स ही भवा होइ। मइँ कछू खास ठउरे क चुनब जहाँ मनई सुरच्छा बरे भागिके जाइ सकत हीं। इ तरह उ हत्तियारा भागिके एहमाँ स कउने भी ठउरे प जाइ सकत ह। 14 मुला जदि कउनो मनई कउनो मनई बरे किरोध या घिन धरे क कारण ओका जान बूझ क मारि डावइ क चाल चलत ह तउ उ हत्तियारा क जरूर सजा मिलइ चाही। उ मनई क मोरी वेदी स भी दूर लइ जाइ चाही अउर ओका मारि डावा चाही।

15 “कउनो मनई जउन महतारी बाप क मारइ तउ ओका जरूर मारि डावा जाइ।

16 “अगर कउनो मनई कउनो क गुलाम क तरह बिक्री करइ या आपन गुलाम बनवइ बरे अपहरण करइ तउ ओका जरूर मारि देइ चाही।

17 “कउनो मनई जउन अपने बाप या आपन महतारी क सरापत ह ओका जरूर मारि देइ चाही।

18 “दुइ मनई तहत्तुक करइँ अउ एक दुसरे क पथरे स या मूका स मारि सकत ह। उ मनई क तोहका कइसे सजा देइ चाही। जदि मार खावा मनई मरत नाहीं तउ मरवइया क न मारि डावइ चाही। 19 मुला जदि मार खावा मनई कछू समइ तलक खटिया प पड़ा रहइ तउ मरवइया क ओका हर्जाना देइ चाही। मरवइया ओकरे टेम क बर्बादी क धन स पूरा करइ। उ मनई तबहिं ताई ओका हर्जाना देइ जब तलक उ पूरी तरह स चंगा न होइ जाइ।

20 “कबहुँ-कबहुँ मनई आपन दास अउ दासी क पीट देत हीं। जदि पीटे-पाटे क पाछे उ दास मरि जात ह तउ हत्तियारा क जरूर सजा देइ चाही। 21 मुला दास अगर मरत नाहीं अउ कछू दिनाँ पाछे उ नीक होइ जात ह तउ उ मनई क सजा न दीन्ह जाइ। काहेकि दास क मालिक दास बरे धन दिहे रहा अउ उ दास ओकर अहइ।

22 “दुइ मनइ आपस मँ लड़इँ-भिड़इ अउ कउनो गर्भवाली अउरत क धक्का दइ देत हीं। जदि उ मेहरारू अपने लरिका क जन्मत ह, अउर महतारी बुरी तरह घायल नाहीं बा तउ धक्का देवइया क जरूर धन देइ चाही। उ मेहरारू क भतार इ तय करी कि उ मनई केतना धन देइ। जज उ मनई क इ तय करइ मँ मदद देइहीं कि उ धन केतना होइ। 23 जदि अउरत बुरी तरह घायल होइ तउ उ मनई क जउन ओका चोट पहुँचाएस ह जरूर सजा देइ चाही। जदि एक मनइ मारि डावा जात ह तउ हत्तियारा जरूर मारि डावा जाइ। तू एक जिउ क बदले दूसर जिउ लइ चाही। 24 तू आँखी क सन्ती आँखी, दाँत क सन्ती दाँत, हाथे क सन्ती हाथ, गोड़ क सन्ती गोड़। 25 जरइ क सन्ती जरावा, खोंचे क सन्ती खोंचा अउ घाउ क सन्ती घाउ होइ।

26 “अगर कउनो मनई गुलाम क आँखी क खोंचइ अउर अगर गुलाम उ आँखी स आँधर होइ जाइ तउ उ गुलाम अजाद कइ दीन्ह जाइ। ओकर आँखी ओकरी अजादी क कीमत अहइ। इ नेम मरद अउ मादा बरे दुइनउँ गुलाम एक ही तरह अहइ। 27 अगर दास क मालिक दास क मुँहना प मारइ अउ दास क कउनो दाँत टूटि जाइ तउ दास अजाद कइ दीन्ह जाइ। दाँस क दँतवा ओकरे अजादी क कीमत अहइ। इ दास अउ दासी दुइनउँ बरे एक तरह अहइ।

28 “अगर कउनो मनई क साँड़ कउनो मेहरारू या मनई क मार देत ह तउ तू पाथर क बइपरा अउ साँड़ क मारि डावा। तू उ साँड़े क खाइ नाहीं चाही। मुला साँड़े क मालिक अपराधी नाहीं बा। 29 मुला जदि साँड़ पहिले स मरकहा अहइ अउ साँड़े क सुआमी क ओराहना दइ दीन्ह गइ अहइ तउ उ सुआमी दोखी अहइ। काहेकि इ साँड़े क बाँधा या बाड़ा मँ बंद कइके नाहीं रखा गवा। तउ जदि साँड़ अनेरे छोरि दीन्ह ग होइ अउ कउनो क जान स मार देत ह। तउ सुआमी दोखी अहइ। तू पचन्क साँड़े क पाथरे स मारि देइ चाही अउर सुआमी क भी हत्तिया कइ देइ चाही। 30 मुला अगर मउत पावइवाला परिवार क मनई कसूरवार मनई स छुड़ौती क धन स्वीकार करत हीं, तउ छुड़ौती क धन निआवधीस क तय करइ चाही अउर साँड़े क मालिक क मारइ न चाही।

31 “इहइ नेम लागू करइ चाही जदि साँड़ कउनो मनई क बेटवा या बिटिया क मारि डावत ह। 32 मुला साँड़ जदि गुलाम क जान स मार देइ तउ साँड़ क मालिक दास क सुआमी क चाँदी क तीस सिक्का[b] देइ। अउ साँड़ भी पथरे स मारि डावा जाइ। इ नेम दास अउ दासी बरे एक तरह लागू होइ।

33 “जदि कउनो मनई एक खुला गड़हा या कुइयाँ खनइ अउ ओका मूँदइ नाहीं अउर कउनो मनई क जनावर आवइ अउ ओहमा गिरि पड़इ तउ गड़हा क मालिक दोखी बा। 34 गड़हा क मालिक जनावर बरे हर्जाना देइ मुला जनावर क हर्जाना दिए जाए प ओका उ जनावर क ल्हास लेइ दीन्ह जाइ।

35 “जदि कउनो क साँड़ कउनो दूसर मनई क साँड़े क मारि डावइ तउ उ साँड़ क जउन जिअत अहइ ओका बेंचइ दइ चाही। अउ एहसे मिले भए धन क आधा आधा हींसा दुइनउँ मनइयन क मिली। अउ मरे साँड़े का अधियाइ क दुइनउँ क जरूर बाँटि दीन्ह जाइ। 36 मुला उ मनई क साँड़ पहिले कउनो जनावरे क मारे अहइ तउ साँड़े क मालिक आपन साँड़ बरे जिम्मेदार अहइ। जदि ओकर साँड़ दूसर साँड़ क मारि डावत ह तउ उ अपराधी बा काहेकि उ साँड़े क अजाद छोड़ेस। उ मनई साँड़ क बदले साँड़ देइ। उ मरे भए साँड़ हरजाने मँ आपन साँड़ जरूर देइ।

22 “तू उ मनई क सजा कइसे देब्या जउन एक बर्धा या भेड़ी क चुरावत ह? जदि उ मनई जनावर क मारि डावइ या बेच डावइ तउ उ ओका लउटाइ तउ सकत नाहीं। ऍह बरे उ चोराए बर्धा क बदले मँ पाँच बर्धा देइ। या एक ठु चोराइ भई भेड़ी क बदले चार भेड़ी देइ। ऍह बरे उ आपन चोरी क अपराध बरे हरजाना भी देइ। 2-4 जदि उ कंगाल बा, तउ ओका गुलाम क रूप मँ बेचा जाइ। अगर ओकरे लगे चोराइ क भवा जनावर अहइ तू ओका खोजा जात ह तउ उ मालिक क एक ठु जनावर चोरी खातिर दुइ ठु जनावर देइ। एहसे कउनो दरकार नाहीं कि उ जनावर गदहा, बर्धा या भेड़ी रही।

“अगर कउनो चोर राति सेंध लगावत धइ जात ह अउ ओका कउनो मनई मारि डाएस तउ जउन ओका मारी डाएस उ मरइ क कउनो दोखी न होइ। मुला अगर इ दिन मँ घटि जात ह तउ जउन हत्तियारा क हत्तिया क दोख लागी।

“अगर कउनो मनई आपन खेत या अंगूरे क बगिया मँ आपन जनावरन क धरइ देइ अउर उ जनावर पडोसी क खेत या अंगूरे क बगिया मँ चलि जाइ अउ ओकर अनाज क बरबाद करइ देत ह तउ उ आपन सबत बढ़िया फसिल क आपन पड़ोसी क नोकसान बरे भरइ।

“अगर कउनो मनई आपन खेतवा क कँटहरी झाड़ी मँ आगी लगावइ अउ आगी बढ़त बढ़त पड़ोसी क फसिल या पड़ोसी क खेते क दाना क बारि देइ, तउ मनई जउन आगी बारेस ह ओका ओकरे बरे हर्जाना देइ क होइ जउन बारेस ह।

“कउनो मनई आपन पड़ोसी स ओकर घरे मँ कछू धन या कछू दूसर चीज धरइ बरे कहइ अउर जदि उ धन या उ सबइ चीजन पड़ोसी क घरे स चोरी चली जाइँ तउ तू का करब्या? तोहका चोरे क पता लगावइ क जतन करइ चाही। जदि तू चोरे क धइ लिहा ह तउ उ चीजे क दाम दुइ गुना देइ। मुला जदि तू चोर क पता न लगाइ सका तब निआवाधीसन तय करिहीं कि उ अपराधी अहइ कि नाहीं। घरे क मलिक क निआवाधीसन क समन्वा जाइ चाही तउ निआवाधीसन तय करइहीं अगर उ आपन पड़ोसी क चिजियन क चुराएस ह।

“जदि दुइ मनई कउनो हेरान बर्धा, गदहा, भेड़ी, ओढ़ना या कउनो दूसर चीज क बारे मँ तकरार करइँ तउ तू का करब्या? एक मनइ कहत ह, ‘इ मोर अहइ।’ अउर दूसर कहत ह, ‘नाहीं इ मोर अहइ।’ दुइनउँ मनई परमेस्सर क लगे जाइँ। परमेस्सर तय करिहीं कि अपराधी कउन अहइ। जउन मनई गलती क दोखी होइ उ उ चीजे क दुइ गुना दाम भरी।

10 “कउनो आपन पड़ोसी स कछू टेम बरे आपन जनावर क देखइ भालइ क कहइ। उ जनावर एक गदहा, बर्धा या भेड़ी होइ सकत ह। तबहिं तू का करब्या जदि उ जनावर मरि जाइ या चोट खाइ जाइ या कउनो मनई उ जनावरे क चोराइके लइ जाइ जब कउनो मनई ओका लखत न होइ। 11 उ पड़ोसी सफाई देइ कि उ जनावर क चोराएस नाहीं ह। अगर इ सच होइ तब पड़ोसी यहोवा क किरिया खाइ कि उ ओका नाहीं चोराएस ह। जनावर क मालिक इ किरिया क जरूर मानइ। पड़ोसी क हेरान जनावर क मालिक क हर्जाना नाहीं देइ क होइ। 12 मुला जदि पड़ोसी क चोराएस ह तउ उ मालिक क जनावर बरे भुगतान जरूर करइ। 13 जदि जंगली जनावर जनावर क मारि डाए होइ तउ सबूत बरे ओकरे सरीर क पड़ोसी लइ आवइ। पड़ोसी मारा भवा जनावर क मालिक क हर्जाना न देइ।

14 “अगर कउनो मनई आपन पड़ोसी स कउनो चीजन उधार प लेइ तउ ओकरे बरे उ मनई क जिम्मेदार होइ चाही। जदि उ आपन पड़ोसी स कउनो जानवर उधार प लइ जाइ जदि उ जनावरे क चोट लगि जाइ या उ मरि जाइ तउ पड़ोसी मालिक क हर्जाना देइ। पड़ोसी ऍह बरे जिम्मेदार अहइ काहेकि ओकर मालिक हुवाँ खुद नाहीं रहा। 15 मुला जदि मालिक जनावर क संग हुवाँ होइ तब पड़ोसी क भुगतान नाहीं करइ क होइ। या जदि पड़ोसी काम लेइ बरे भाड़ा क भुगतान करत होइ तउ जनावर क मरइ या चोट खाइ प ओका कछू भी नाहीं देइ क होइ। जनावर क बइपरइ बरे दीन्ह गवा भाड़ा ही खूब होइ।

16 “अगर कउनो मनई कउनो बिन बियाही कुवँरी कन्या क गुमराह करत ह अउ ओकर संग सारीरिक सम्बंध बनावत ह तउ ओका ओसे बियाह करइ चाही। ओकरे बाप क पूरा पूरा दहेज देइ। 17 अगर बाप उ बिटिया क ओसे बीहइ क मना करत ह तउ भी उ मनई क धन देइ क होइ। उ ओका दहेज क भरपूर धन देइ।

18 “तू कउनो अउरत क जादू टोना जिन करइ द्या। जदि उ अइसा करइ तउ तू ओका जिअइ जिन द्या।

19 “तू कउनो मनई क कउनो जनावर क संग जिनाखोरी जिन करइ द्या। जदि अइसा होइ तउ उ मनई जरूर मारि डावा जाइ।

20 “जदि कउनो मनई झूठे देवता क बलि चढ़ावत ह तउ उ मनई जरूर बर्बाद कइ द्या। सिरिफ यहोवा ही अइसा अहइँ जेहका तू पचन्क बलि चढ़ावइ चाही।

21 “याद राखा पहिले तू पचे मिस्र देस मँ बिदेसी रह्या। ऍह बरे तू पचे उ मनई क जिन ठगा न ओका चोट पहुँचावा जउन तोहरे देस मँ बिदेसी होइ।

22 “तू पचे अइसी अउरत क कबहुँ नोस्कान नाहीं करइ चाही जेकर भतार मरि गवा होइ या कउनो अनाथ बचवन होइँ। 23 जदि तू पचे ओन राँड़ या अनाथ बचवन क कछू बुरा करिब्या तउ उ पचे मोरे अगवा रोइहीं अउर मइँ ओनके गोहार क सुनब। 24 अउर मोका जिआदा किरोध आइ। मइँ तोहका तरवारि स मारि डाउब। तबहिं तोहार पत्नी राँड़ होइहीं। अउर तोहार गदेलन अनाथ होइ जइहीं।

25 “जदि मोरे लोगन मँ स कउनो गरीब होइ अउर तू ओका कर्ज द्या तउ उ धन पइ तोहका बिआज नाहीं लेइ चाही। 26 कउनो मनई उधारे पर लीन्ह धन बरे आपन कोट क रेहन धरत ह तउ सूरज बूड़इ स पहिले ओका कोट लउटाइ द्या। 27 जदि उ आपन कोट नाहीं पावत तउ ओकरे लगे तन ढाकइ क कछू भी नाहीं होइ। जब उ सोइ तउ ओका सर्दी लागी। जदि उ मोका रोइ क पुकारी तउ मइँ ओकर सुनब। मइँ ओकर बात सुनब काहेकि मइँ कृपालु हउँ।

28 “तू परमेस्सर या आपन लोगन क नेतन क सरापइ नाहीं चाही।

29 “फसिल काटइ क टेमॅ प तोहका आपन पहिला अनाज अउर पहिला फले क रस मोका देइ क चाही। बरिस क आखिर तलक प्रतिच्छा जिन करा।

“आपन पहिलौटी पइदा भवा बेटवन क मोका दइ द्या। 30 आपन पहिला गोरू अउ भेड़ी क बच्चा मोका द्या। पहिलौटी बच्चा क सात दिना तक जनावरे क महतारी क संग रहइ द्या। आठवें दिन मोका इ सब द्या।

31 “तू पचे क मोर बरे पवित्तर लोग होइ चाही। ऍह बरे कउनो अइसे जनावरे क गोस जिन खा जेका कउनो जंगली जनावर मारि डाए होइ। उ मरे भए जनावरन क कुकुरन क खाइ द्या।

मत्ती 19

तलाक

(मरकुस 10:1-12)

19 इ बातन बताइ के ईसू गलील स लउटिके यहूदिया क पहँटा मँ यरदन नदी क पार गवा। हुवाँ एक ठु भारी भीड़ ओकरे पाछे होइ गइ। उ बेरमिया मनई क चंगा किहेस।

कछू फरीसियन ओका परखइ बरे ओकरे निअरे पहुँचेन अउर बोलेन, “का इ ठीक बाटइ कि कउनो आपन पत्नी क कउने भी कारण स तलाक दइ सकत ह?”

जवाब देत ईसू कहेस, “का तू पवित्तर सास्तरन मँ नाहीं बाँच्या कि जबहि संसार क रचइया ऍका रचेस, सुरुआत मँ, ‘उ एक पुरुस अउर एक स्त्री बनाएस?’(A) अउर परमेस्सर कहे रहा, ‘इहइ कारण आपन महतारी बाप क तजिके पुरुस आपन पत्नी क संग होत भवा भी एक तन होइके रही।’(B) तउ उ सबइ दुइ नाहीं रहतेन मुला एक रूप होइ जात हीं। एह बरे जेका परमेस्सर जोड़ेस ह ओका कउनो मनई क अलगावइ नाहीं चाही।”

उ फरीसियन बोलेन, “फिन मूसा इ काहे ठहराएन ह कि कउनो पुरुस आपन पत्नी क तलाक दइ सकत ह। सर्त इ अहइ कि उ ओका तलाकनामा लिखि के दइ देइ।”

ईसू ओनसे कहेस, “तोहरे मन की कठोरता क कारण मूसा पत्नी क तलाक देने की अनुमति तोहका दिहेस। मुला सुरुआत मँ अइसी रीति नाहीं रही। तउ मइँ तोहसे कहत हउँ कि जउन व्यभिचार क तजिके आपन पत्नी क कउनो अउर कारण स तलाक देत ह अउर कउनो दूसर स्त्री क बीहत ह तउ उ व्यभिचार करत ह।”

10 ऍह प ओकर चेलन ओसे कहेन, “जदि एक स्त्री अउर एक पुरुस क बीच अइसी बात होइ तउ कउनो क बिआह नाहीं करइ क चाही।”

11 फिन ईसू ओनसे कहेस, “हर कउनो तउ इ उपदेस क नाहीं मानत। ऍका बस उहइ मान सकत ह जेका ऍकर छमता प्रदान की गइ अहइ। परमेस्सर स ताकत मिलि गइ अहइ। 12 कछू अइसेन बाटेन जउन महतारी क गर्भ स नपुंसक पइदा भएन। अउर कछू एसे अहइ जउन लोगोन द्वारा नपुंसक बना दिन्हा अहइँ। अउर आखिर मँ कछू अइसे भी बाटेन जउन सरगे क राज्य क कारण बिआह नाहीं करइ क फइसला कइ लिहन। इ उपदेस क जउन लइ सकत होइ, लइ ले।”

ईसू क आसीर्बाद-गदेलन बरे

(मरकुस 10:13-16; लूका 18:15-17)

13 फिन मनइयन कछू गदेलन क ईसू क लगे लइ आएन कि उ ओनके मुँड़वा प हथवा धइके ओनका आसीर्बाद देइ अउ ओनके बरे पराथना करइ। मुला ओकर चेलन ओका डाटेन। 14 ओह प ईसू कहेस, “गदेलन क रहइ द्या, ओनका जिन रोका, मोरे लगे आवइ द्या काहेकि सरगे क राज्य अइसेन क अहइ।” 15 फिन उ गदेलन प आपन हाथ रखेस अउर हुवाँ स चला गवा।

एक खास प्रस्न

(मरकुस 10:17-31; लूका 18:18-30)

16 हुवाँ एक मनई रहा। उ ईसू क लगे आवा अउर कहेस, “गुरु अनन्त जीवन पावइ बरे मोका का नीक काम करइ चाही?”(C)

17 ईसू ओसे कहेस, “नीक का अहइ, ऍकरे बारे मँ मोसे काहे पूछत अहा? काहेकि नीक तउ सिरिफ एक ही बाटइ। फिन भी तू अगर अनन्त जिन्नगी मँ घुसइ चाहत ह, तउ तू हुकुमन क मान ल्या।”

18 उ ईसू स पूछेस, “कउन स हुकुम?”

तब ईसू कहेस, “कतल जिन करा। व्यभिचार जिन करा। चोरी जिन करा। झूठी साच्छी जिन द्या। 19 आपन बाप अउर आपन महतारी क इज्जत करा(D) अउर ‘जइसे तू आपन खुद क पिआर करत ह, वइसे ही आपन पड़ोसी स पिआर करा।’”(E)

20 नउजवान ईसू स पूछेस, “मइँ एन सब बातन क पालन किहेउँ ह। अब मोहमाँ कउने बात क कमी अहइ?”

21 ईसू ओसे कहेस, “जदि तू सिद्ध बनइ चाहत अहा तउ जा अउर जउन कछू तोहरे लगे बा, ओका बेचिके धन गरीबन क दइ द्या जेहसे सरग मँ तोहका धन मिल सकइ। फिन आवा अउर मोरे पाछे होइ जा।”

22 मुला जब उ नउजवान मनई इ सुनेस तउ उ दुखी होइके चला गवा काहेकि उ बहोत धनी रहा।

23 ईसू आपन चेलन स कहेस, “मइँ तोहसे सच कहत हउँ कि धनी क सरगे क राज्य मँ घुसि पाउब मुस्किल बाटइ। 24 हाँ मइँ तोहसे कहत हउँ कि कउनो धनी मनई क सरग क राज्य मँ घुसि पाउब स एक ऊँटे क सुई क छेद स निकर जाब सहल बा।”

25 जब ओकर चेलन सुनेन तउ अचरज मँ आइके पूछेन, “फिन केकर उद्धार होइ सकत ह?”

26 ईसू ओनका देखत भवा कहेस, “मनइयन बरे इ असम्भव बाटइ मुला परमेस्सर बरे सब कछू होइ सकत ह।”

27 जबावे मँ पतरस ओसे कहेस, “देखा, हम पचे कछू तजिके तोहरे पाछे होई गएन ह। तउ हमका का मिली?”

28 ईसू ओनसे कहेस, “मइँ तू सबन स सच कहत हउँ कि नवा जुग मँ जब मनई क पूत आपन प्रतापी सिंहासने प बिराजी तउ तू भी, जउन मोरे पाछे अहा, बारह सिंहासन प बइठिके इस्राएल क बारह कबीले क निआव करब्या। 29 अउर मोरे बरे जेतना भी घर-बार या भाइयन या बहिनियन या बाप या महतारी या बचवन या खेतन क तजि दिहे अहा, उ सब सौ गुना जिआदा पाइ अउर अनन्त जीवन क हकदार होई। 30 मुला बहोत स जउन अब पहिले अहइँ, पिछला होइ जइहीं अउर जउन पिछला अहइँ उ पहिले होइ जइहीं।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.