Old/New Testament
फसह
12 मूसा अउ हारून जब मिस्र मँ रहेन, यहोवा ओनसे कहेस। यहोवा कहेस, 2 “इ महीना तोहार बरे बरिस क पहिल महीना होइ। 3 इ हुकुम इस्राएल क पूरी जाति बरे अहइ: इ महीना क दसवाँ दिन हर मनइ आपन परिवारे बरे एक ठु मेनना जरूर राखी। 4 जदि हुवाँ जिआदा मनइयन अकरे घरे मँ मेमना क खाइ बरे न होइँ, तउ ओका आपन पड़ोसियन क भोज खाइ बरे बोलावइ चाही। हर मनइ क खाइ बरे मेमना क पर्याप्त गोस होइ चाही। 5 एक बरिस क नर मेमना बे दोखे तगड़ा होइ क चाही। इ पसु या तउ भेड़ क बच्चा या बोकरी क बच्चा होइ सकत ह। 6 तोहका इ मेमना क महीना क चौदहवीं तारीख ताई रखइ चाही। उ दिन इस्राएल बिरादरी क सबहिं लोग गोधरी क समइ मँ इ मेमनन क जरूर मारिहीं। 7 इ जानवरन क खून तोहका बटोरइ क चाही। कछू खून घरे क दरवाजे क चौखट क ऊपर सिरा अउ दुइनउँ पाटी प लगावइ चाही, जउन घरन मँ मनइयन खइया क खाइँ।
8 “इ रात क तू मेमना क भूँजि ल्या अउ ओकर सबइ गोस खाइ ल्या। तू जरूर कड़वान जरी-बूटी अउ बे खमीरे क रोटी भी खाइ लिहा। 9 तोहका मेमना क बच्चा नाहीं खाइ चाही तोहका मेमना क पानी मँ बोलकावइ नाहीं चाहीं तोहका समूचइ मेमना क आगी प भूँजइ चाही। इ हालत मँ भी मेमना क मूँड़, जोड़ अउ ओकरे भीतर क हींसा ठीक ठाक होइ क चाही। 10 उहइ राति क तोहका सब गोस खाइ लेइ चाही। जदि तनिक गोस भिन्सारे ताई बचि खुचि जाइ तउ ओका आगी मँ जराइ देइ चाही।
11 “जब तू खइया क खाया तउ अइसे ओढ़ना क पहिर्या जइसे तू पचे जात्रा प जात ह्वा। तू पचन्क लबादा तोहरे पेटी मँ कसा होइ चाही। तू पचे आपन पनही पहिरे रह्या अउ आपन जात्रा करइ क लाठी आपन हाथे मँ थामे रह्या। तू पचन्क हालि खइया क खाइ लिहा। काहेकि इ यहोवा क फसह अहइ-उ टेम जब यहोवा ओकरे मनइयन क बचाएस अउ मिस्र स ओनका हाली बाहेर किहेस।
12 “आजु राति मँ मइँ मिस्र स होइक जाब अउ मिस्र मँ सबइ पहिलौटी पूत क मारि डाउब। मइँ सबहिं पहिलौटी का पइदा भवा मनइ क बेटवा, अउ जानवर क बच्चा क मारि डाउब। इ तरह मइ मिस्र क सबहिं देवतन क परखब अउ देखाउब कि मइँ यहोवा हउँ। 13 मुला तू मनइयन[a] क घरेन प लाग खून क चीन्हा एक खास चीन्हा होइ। जब मइँ खून क चीन्हा क लखब, तउ मइँ तू पचन क घरन क सुरच्छित तजइ भवा चला जाब। मइँ मिस्र क मनइयन क मारब, मुला ओन जानलेवा माहमारी स तू पचन्क कउनो भी नसकान न पहुचाउब।
14 “तउ तू पचे आजु इ रात क हमेसा याद करब्या। तू पचन बरे एक खास पवित्तर क दिन होइ। तोहार सन्तानन हमेसा इ पवित्तर दिन क मनाइ क जरिया यहोवा क सम्मान देइहीं 15 इ पवित्तर दिन प तू पचे बेखमीर क आटा क रोटी सात दिन ताई खउब्या। इ पवित्तर दिन क अवाई स पहिले तू पचे आपन घरे स खमीर क निकारिके बाहेर बहाइ द्या। इ पवित्तर दिन क सात दिन ताई तू पचे मँ स कउनो क भी खमीर नाहीं खाइ चाही। जदि तू पचे मँ स कउनो भी मनइ खमीर खाई तउ ओका इस्राएल क दूसर मनइयन स निकारइ दइ जाब्या। 16 इ पवित्तर दिन क पहिले दिन अउ सातवाँ दिन मँ तोहका पवित्तर बइठक करइ चाही। इ दिनन तोहका कउनो काम नाहीं करइ क होइ। इ दिनन सिरिफ एक काम जेका करइ क अग्गिया अहइ आपन भोज क तइयार करब। 17 तू लोगन क बेखमीरे क पवित्तर त्यौहार क जरूर याद राखे चाही। काहेकि इहइ दिन ही मइँ तोहरे लोगन क समूहन मँ मिस्र स बाहेर लइ आवा। ऍह बरे तू लोगन क अउर तोहार सबहिं सन्तानन क इ दिन याद राखइ क होइ। इ नेम अहइ अउ इ सदा रही। 18 ऍह बरे पहिले महीना निसन क चौदहवाँ दिन क साँझ स तू पचे बेखमीरे क रोटी खाब सुरू करब्या। उहइ महीना क इक्कीसवाँ दिन क सांझ तलक तू अइसी रोटी खाब्या। 19 सात दिना ताई तू सबन्क घरन मँ कउनो खमीर क रोटी नाहीं होइ चाही। कउनो भी मनइ चाहे उ आपन देस मँ पैदा भवा ह या विदेसी होइ जउन इ खमीर क खाई दूसर इस्राएलियन स अलगाइ दीन्ह जाइ। 20 इ पवित्तर दिन क तू पचन्क खमीर नाहीं खाई चाही। तू जहाँ कतहुँ रहा बेखमीरे क रोटी खाया।”
21 ऍह बरे मूसा सबहीं बुजुर्गन क एक ठउरे प बोलाएस। मूसा ओन पचन्सा कहेस, “आपन परिवारे बरे मेमनन लइ ल्या। फसह त्यौहारे बरे मेमनन क मारि द्या। 22 हिसाप[b] क गुच्छा क लइ ल्या। खोरा मँ ओनका डुबावा अउर दुइनउँ चौखटन क दुइनउँ कइँती अउ सिरन प खून क लगावा। तू पचन मँ स कउनो भी भियान तईं आपन घर नाहीं छोरइ चाही। 23 जब यहोवा पहिलौटी क मारइ बरे मिस्र स होइके जाइ तउ यहोवा उ घरे क रच्छा करिहीं जउने घर क चौखटन क दुइनउँ कइँती अउ सिरन प खून लखिहीं। यहोवा नास करइवालन क तोहरे घरे क भीतर ना भेजहीं। उ तू पचन्क चोट न पहुँचइहीं। 24 तू पचन क इ हुकुम जरूर याद राखइ चाही। इ नेम तू पचन अउ तू पचन क सन्तानन बरे हमेसा अहइ। 25 तू सबन्क इ जसन क तबहुँ याद रखइ क होइ जब तू पचे उ देस मँ पहुँचब्या जउन यहोवा तू सबन्क आपन वाचा क अनुसार देइहीं। 26 जब तोहार गदेलन तोहसे पूछिहीं, ‘इ त्यौहार क का मतलब अहइ?’ 27 तउ तू पचे कहब्या, ‘इ फसह त्यौहार यहोवा क सम्मान बरे अहइ। काहेकि जब हम पचे मिस्र मँ रहेन तब यहोवा इस्राएल क घरवा स होइके गएन। यहोवा मिस्र क मनइयन क मारि डाएन मुला हम सबन्क हमार घरे मँ बचाइ लिहन।’”
तबहिं लोग यहोवा क निहुरेन अउ आराधना किहेन। 28 यहोवा इ हुकुम मूसा अउ हारून क दिहे रहा। ऍह बरे इस्राएल क मनइयन उहइ किहेन जउन यहोवा क हुकुम रहा।
29 आधी रात क यहोवा मिस्र क सबहिं पइदा भए पूतन, फिरौन क पहिलौटी क पूत जउन मिस्र क राजा रहा-स लइके जेल मँ बइठेन कैदी क पूत तलक सबहिं क मारि डाएन। पहिलौटी क पइदा जानवर भी मरि गएन। 30 मिस्र मँ उ राति क कउनो न कउनो मरि गवा। फिरौन, ओकर अफसरन अउ मिस्र क सबहिं मनइयन ज़ोर स रोवइ चिचिआइ लागेन।
इस्राएलियन मिस्र क तजि देत हीं
31 ऍह बरे उ रात फिरौन मूसा अउ हारून क बोलाएस। फिरौन ओसे कहेस, “तइयार होइ जा अउ हमरे लोगन क तजिके चला जा। तू अउ तोहार लोगन वइसा हीं करि सकत हीं जइसा तू कहया ह। जा अउ आपन यहोवा क आराधना करा। 32 अउ तू पचे जइसा तू कहया ह कि तू चाहत बाट्या, आपन भेड़िन अउ गोरूअन क आपन संग लइ जाइ सकत ह, जा अउ मोका भी आसीर्बाद द्या।” 33 मिस्र क मनइयन भी ओनका हालि जाइके कहेन। काहेकि उ पचे कहेन, “जदि तू पचे हालि नाहीं जात बाट्या हम सबहिं मरि जाब।”
34 इस्राएलियन क लगे ऍतना टेमॅ न रहा कि उ पचे आपन रोटी मँ खमीर नावइँ। उ पचे गूँधा भवा आटा क परातन क कपड़ा मँ लपेटिके अउ ओका आपन काँधे प धइके ढोएन। 35 तबहिं इस्राएलियन उहइ किहेन जउन मूसा करइ क कहेस। उ पचे आपन मिस्री पड़ोसियन क लगे गएन अउ ओनसे ओढ़ना अउर चाँदी सोना स बनी चीजन्क माँगेस। 36 यहोवा मिस्री लोगन क इस्राएल क लोगन बरे दयालु बनइ दिहन। ऍह बरे मिस्र क लोग आपन धन दौलत इस्राएलियन क दइ दिहन।
37 इस्राएल क मनइयन रमसिज स सुक्काथ गएन। उ सबइ छ: लाख मनइ[c] रहेन। ऍहमा गदेलन मिलाइ क नाहीं अहइँ। 38 ओनके संग ढेर भेड़न, गइयन, बोकरियन अउ दूसर गोरुअन रहा। ओनके संग दूसर मनइ भी जात्रा करत रहेन। जउन इस्राएलियन नाहीं रहेन, मुला उ पचे ओनके संग गएन। 39 मुला मनइयन क गूँधा भवा आँटा क फुलइ दइ क टेमॅ नाहीं मिला। अउ उ पचे आपन जात्रा बरे कउनो खास खइया के नाहीं बनाएन। ऍह बरे ओनका बेखमीर क रोटी बनवइ क पड़ी।
40 इस्राएल क लोग मिस्र[d] मँ चार सौ तीस बरिस ताई जिअत रहेन। 41 चार सौ तीस बारिस पाछे, ठीक उहइ दिन, यहोवा क सबइ मनइयन मिस्र क तजि दिहेन। 42 उ खास रात अहइ जब लोग याद करत हीं कि यहोवा ओनका मिस्र स बाहेर लइ आएन। इस्राएल क सबहिं मनइयन उ रात क हमेसा याद रखिहीं।
43 यहोवा मूसा अउ हारून स कहेस, “इ सबइ फसह त्यौहार क नेम अहइँ: कउनो बिदेसी फसह त्यौहार क पवित्तर भोजन नाहीं खाइ। 44-45 मुला जदि कउनो मनइ गुलाम क खरीदी अउ जदि ओकर खतना करी तउ उ गुलाम उ प्रसाद क खाइ सकत ह। मुला जदि कउनो मनइ सिरिफ तू पचन्क देस मँ रहत ह या कउनो मनइ तोहरे बरे मजूरी प रखा गवा अहइ तउ उ मनइ क प्रसाद खाइ क न चाही। उ प्रसाद सिरिफ इस्राएल क मनइयन बरे अहइ।
46 “हर परिवारे क घरवा क भीतर ही खइया क खाइ चाही। कउनो क भी खइया क घरे क बाहर नाहीं लइ जाइ चाही। भेड़ क बच्चा क कउनो हाड़ जिन तोड़ा। 47 समूचइ इस्राएलियन जाति इ त्यौहार क जरूर मनावइ। 48 जदि कउनो प्रवासी जउन तोहरे संग रहत ह अउर उ यहोवा क फसह मँ हिस्सा लेइ चाहत ह, तउ ओकर खतना जरूर होइ चाही। तउ उ इस्राएल क नागरिक क तरह होइ, अउर उ खइया मँ हिस्सा लइ सकी। मुला जदि उ मनइ क खतना नाहीं भवा होइ तउ उ इ पसह क त्यौहार क खइया क नाहीं खाइ सकत। 49 इ सबहिं नेम हर एक प लागू होइहीं। नेम लागू भए मँ इ बात क कउनो फर्क नाहीं परिहीं चाहे उ आपन देस मँ पइदा भवा रहा या कउनो तोहरे बीच मँ रहइवाला बिदेसी अहइ।”
50 ऍह बरे इस्राएल क सबहीं मनइयन ओन हुकुमन क तामील किहेन जेनका यहोवा मूसा अउ हारून क दिहेन। 51 उहइ दिन यहोवा इस्राएल क सबहिं लोगन क मिस्र स बाहेर लइ गएन। लोग झुण्डे मँ गएन।
13 तब यहोवा मूसा स कहेस, 2 “हर पहिला पइदा भवा इस्राएली लरिका मोका अर्पण कइ दिहा। हर अउरत क पहिला पइदा बचवा मोर ही होइ। तू पचे पहिला पइदा हर एक नर पसु क मोका अर्पण कइ दिहा।”
3 मूसा मनइयन स कहेस, “इ दिन क याद राखा। तू पचे मिस्र मँ गुलाम रह्या। मुला इ दिन यहोवा आपन बड़की सक्ती क बइपरेस अउ तू पचन्क अजाद कराएस। तू पचे खमीरे क संग जिन खाया। 4 आजु आबीब क महीना मँ, तू पचे मिस्र स जात रह्या। 5 यहोवा तू पचन्क पुरखन स खास वाचा किहे रहेन। यहोवा तू पचन्क कनानी, हित्ती, एमोरी, परिज्जी, हिब्बी, अउ यबूसी मनइयन क धरती देइ क वाचा किहेस। जब यहोवा तू पचन्क उ बढ़िया देस मँ ले जाइ जहाँ दूध अउर सहद क नदी बहत रहत ह तब तू इ दिन क जरूर याद राख्या। तू पचे हर बार बरिस क पहिले महीना मँ इ दिन क खास आराधना क दिन क रूप मँ मनावा।
6 “सात दिन तलक तू पचे उहइ रोटी खाया जेहँमा खमीर न होइ। सातवें दिन एक ठु बड़की दावत होइ। इ दावत यहोवा क मान करइ क निसानी होइ। 7 ऍह बरे सात दिना ताई खमीर स बनई रोटी नाहीं खाइ चाही। तोहरे पहँटा मँ कउनो जगह खमीर क रोटी नाहीं होइ चाही। 8 इ दिन तू सबन्क आपन गदेलन स कहइ चाही, ‘हम पचे इ दावत ऍह बरे करत अही कि यहोवा हमका मिस्र स बाहेर निकारेस।’
9 “इ छुटी क दिन तू पचन्क याद करइ मँ मदद करी यानी इ तू पचन्क कलाई प बाँधा धागा[e] क नाई होइ। इ दिन तोहार आँख क आगवा एक चीन्ह क नाई होइ। इ छुटी क दिन तोहका यहोवा क उपदेस क याद राखइ मँ मदद करी। इ छुटी क दिन तू पचन्क ई याद राखइ मँ मदद करी कि यहोवा तू पचन्क क आपन महान सक्ती क प्रयोग कइके तोहका मिस्र स बाहेर निकारेस ह। 10 ऍह बरे हर बरिस इ छुटी क दिन क ठीक टेम प मनावइ क याद राखा।
11 “यहोवा तू मनइयन क उ देस मँ लइ चलिहीं जेका तू पचन्क देइ बरे वाचा किहेस रहा। इ समइया हुवाँ कनानी मनइ रहत हीं। मुला यहोवा तोहार पुरखन स इ वाचा किहे रहा कि इ धरती तू पचन्क दइ देइ। यहोवा इ भुइँया तोहका देइहीं। 12 ओकरे पाछे तू सबइ आपन हर एक पहिलौटी लरिका क ओका अर्पण करइके याद राखा अउ हर एक पहिला पइदा भवा नर पसु क जरूर यहोवा बरे अर्पण कइ दिहा। 13 हर एक पहिला पइदा भवा गदहा यहोवा स वापस बेसहि लिहा। तू पचे ओकरे बदले मँ भेड़ क बच्चा क दइ दिहा अउ गदहा क वापस लइ सकत ह। जदि तू यहोवा स गदहा नाहीं बेसहा चहत्या तउ एका मारि डावा। इ एक बलि होइ। तू ओकर गरदन जरूर तोड़ि द्या। हर एक पहिलौटी लरिका यहोवा स फुन जरूर बेसहि लीन्ह जाइ।
14 “अगवा तोहार गदेलन पूछिहीं तू इ काहे करत ह। उ पचे कइहीं, ‘इ सब का का मतलब अहइ?’ अउर तू जवाब देब्या, ‘यहोवा हम सबन्क मिस्र स बचावइ बरे बड़की सक्ती बइपरेस ह। हम पचे हुवाँ गुलाम रहेन। मुला यहोवा हम पचन्क बाहेर निकारेस अउ उ पचे हिआँ लइ आएन। 15 मिस्र मँ फिरौन हठी होइ गवा। उ हम पचन क जाइ नाहीं दिहस। ऍह बरे यहोवा उ देस क सबहिं पहिलौटी नर अउलादे क मारि डाएस। (यहोवा पहिलौटी नर पसु अउ पहिलौटी बेटवन क मारि डाएस।) ऍह बरे हम पचे पहिले पइदा भए हर एक नर पसु क यहोवा बरे अर्पण करत अही। अउर इहइ कारण अहइ कि हम पचे पहिलौटी भए बेटवन क यहोवा स बेसहित ह।’ 16 इ तोहरे कलाई प बाँधा भवा धगा क नाई अहइ। अउ इ तोहरे आँखिन क समन्वा बँधा भवा चीन्हा क तरह अइइ। इ एका याद दियावइ मँ मदद करी कि यहोवा आपन बड़की ताकत स हम पचन्क मिस्र स बाहेर लइ आएन।”
मिस्र स बाहेर जात्रा
17 फिरौन लोगन क मिस्र तजि देइ क मजबूर किहेस। यहोवा लोगन क उ सड़क प नाहीं जाइ दिहस जउन फिलीस्तीन कइँती जात रही। उ सड़क समुद्र स होइ क सबते छोटी राह रही मुला यहोवा कहेस, “जदि लोगन उ राहे स जात हीं, उ पचन्क जुद्ध करइ क होइ। तउ उ पचे आपन इरादा बदलि सकत हीं अउ मिस्र क लौटि सकत हीं।” 18 ऍह बरे यहोवा ओनका दूसर राहे स लइ गवा। उ ओन पचेन्क लाल समुद्र क रेगिस्ताने स लइ गवा। इस्राएल क मनइयन जुद्ध क कपड़ा पहिरे रहेन जब उ पचे मिस्र क तजि दिहन।
यूसुफ घर जात ह
19 मूसा यूसुफ क हाड़े क आपन संग लइ गवा। मरइ क पहिले यूसुफ इस्राएल क अउलादे स वाचा किहेस कि उ पचे इ करिहीं। मरइ स पहिले यूसुफ कहेस, “परमेस्सर तू पचन्क बचावइ, तू आपन संग मोर हाड़े क मिस्र स बाहेर लइ जाइ क याद राखा।”
यहोवा आपन लोगन क अगुवाई करत ह
20 इस्राएल क मनइयन सुक्कोत नगर तजेन अउ एताम मँ डेरा डाएन। एताम रेगिस्ताने क छोरे प रहा। 21 यहोवा रस्ता देखाँएन। दिन मँ यहोवा एक लम्बा बदरे क प्रयोग मनइयन क लइ जाइ बरे किहस अउ राति मँ यहोवा ओनका रस्ता देखावइ बरे एक लम्बा आगी क खम्भा क बइपरेस। इ आगी ओनका उजिआरा देत रही। इ कारण उ पचे राति मँ जात्रा कइ सकत रहेन। 22 एक ऊँच खम्भा क रूप मँ बादर हमेसा ओनके संग दिन मँ रहा अउ राति क आगी क खम्भा सदा ओनके संग रहा।
यहहूदी नेतन क छलावा
(मरकुस 8:11-13; लूका 12:54-56)
16 फिन फरीसियन अउर सदूकियन ईसू क लगे आएन। उ पचे ओका परखा चाहत रहेन तउ उ सबइ ओका कउनो अद्भुत कारज करइ क कहेन, काहेकि मालूम होइ जाइ कि उ परमेस्सर क बाटइ।
2 ईसू जवाब दिहेस, “सूरज बूड़इ क समइ तू पचे कहत ह मौसम बढ़िया रही कहेकि अकास ललछउँड़ अहइ। 3 अउर सूरज निकरे प तू कहत ह, ‘आज अँधड़ आई काहेकि अकास धूँधुर अउ ललछउँड़ अहइ।’ त अकासे क लच्छन पढ़इ जानत ह, मुला आपन समइ क लच्छन क नाहीं पढ़ सकत्या। 4 अरे दुस्ट अउर पापी पीढ़ी क मनई कउनो अद्भुत चीन्हा देखइ चाहत हीं मुला ओनके बजाय योना क अद्भुत चीन्हा क कउनो अउ दूसर अद्भुत चीन्हा नाहीं देखाइ जाई।” फिन उ ओनका तजि क चला गवा।
ईसू क चिताउनी
(मरकुस 8:14-21)
5 ईसू अउर ओनकइ चेलन झीले क पार चला गएन पर उ पचे रोटिया लइ आउब बिसरि गएन। 6 ऍह पइ ईसू ओनसे कहेस, “चउकन्ना रह्या अउर फरीसियन अउ सदूकियन क खमीरे स बचि रह्या।”
7 उ पचे आपुस मँ तजबीजइ लागेन अउर बोलने, “इ होई कि उ यह बदे कहेस कि हम पचे कउनो रोटी संग नाहीं लइ आएन।”
8 उ पचे का बिचारत रहेन, ईसू इ जानत रहा, तउ उ बोला, “अरे कमती बिसवास क मनइयो! तू सबइ आपुस मँ काहे सोचत बिचारत अहा कि तोहरे लगे रोटी नाहीं। 9 का तू पचे अबहुँ नाहीं समुझ पाया अउर तोहका याद नाहीं अहइ कि पाँच हजार मनइयन बरे उ पाँच रोटी अउर फिन केतना झउआ भरिके तू सबइ उठाया ह? 10 अउर का तोहका याद नाहीं चार हजार मनइयन बरे सात रोटी अउर फिन केतना झउआ भरि के तू पचे उठाए रह्या? 11 काहे नाहीं समझत्या कि मइँ तोहसे रोटियन क बारे मँ बात नाहीं कहेउँ? मइँ तउ तोहका फरीसियन अउर सदूकियन क खमीरे[a] स दूर रहइ को कह्यो ह।”
12 तबहि उ पचे समुझ गएन कि रोटिया क खमीरे स नाहीं अरथ रहा मुला फरीसियन अउर सदूकियन क सिच्छा स चौकस रहइ क अरथ रहा।
पतरस कहत ह कि ईसू अहइ मसीह
(मरकुस 8:27-30; लूका 9:18-21)
13 जबहि ईसू कैसरिया फिलिप्पी क पहँटा मँ आइ तउ उ आपन चेलन स पूछेस, “मनइयन का कहत बाटेन, कि मइँ मनई क पूत कउन हउँ?”
14 उ पचइ कहेन, “कछू मनइयन कहत हीं तू यूहन्ना अहा बपतिस्मा देइवाला। दूसर मनइयन कहत हीं कि तू एलिय्याह[b] अहा अउ कछू मिला कहत हीं कि तू यिर्मय्याह[c] या नबियन मँ स कउनो एक अहा।”
15 ईसू आपन चेलन स कहेस, “अउर तू का कहत ह कि मइँ कउह हउँ?”
16 समौन पतरस जबाव दिहस, “तू मसीह अहा, साच्छात परमेस्सर क पूत।”
17 जवाबे मँ ईसू ओसे कहेन, “योना क पूत समौन। तू धन्य अहा काहेकि तोहका इ बात कउनो मनई नाहीं, मुला सरगे मँ बसा भवा मोर परमपिता देखाएस ह। 18 मइँ तोहसे कहत हउँ कि तू परतस अहा। अउर इहइ चट्टाने प मइँ आपन कलीसिया बनउव। मउत क सक्ती[d] ओह प परबल नाहीं होइ। 19 मइँ तोहका सरगे क राज्य क कुंजी देत हउँ। काहेकि भुइयाँ प जउन कछू तू बँधब्या उ परमेस्सर क जारिये सरग मँ बाँध दीन्ह जाइ अउर धरती पर जेका तू न बंधब्या ओका सरगे मँ भी न बांधा जाई।”
20 फिन उ आपन चेलन क कर्रा हुकुम दिहेस कि उ सबइ कउनो क इ न बतावइँ कि उ मसीह अहइ।
ईसू आपन मउत क भविस्सबाणी
(मरकुस 8:31–9:1; लूका 9:22-27)
21 उ समइया ईसू आपन चेलन क बतावइ लाग कि, ओका यरूसलेम जाइ चाही। जहाँ ओका धरम सास्तिरियन, बुजुर्ग यहूदी नेतन अउर मुख्ययाजकन क जरिए यातनायें दइके मरवाइ दीन्ह जाई। फिन तीसर दिन उ मरा भवा मँ जी जाई।
22 तबहि पतरस ओका अलगइ लइ गवा अउर ओकर डांट-डपट करत ओसे कहेस, “ओ पर्भू! परमेस्सर तोह पइ दाया करी। तेरे संग अइसा कबहुँ न होई!”
23 फिन ईसू ओकरे कइँती मुड़ि गवा अउर बोला, “पतरस मोरे समन्वा स हटि जा, सइतान! तू मोरे बरे एक रोड़ा अहा। काहेकि तू परमेस्सर क नाईं नाहीं मनई क नाईं सोचत बिचारत ह।”
24 फिन ईसू आपन चेलन स कहेस, “जदि कउनो मोरे पाछे आवा चाहत ह, तउ उ आपन क बिसराइ के, आपन क्रूस उठाइ लेइ अउर मोरे पाछे होइ जा। 25 जउन कउनो आपन जिन्नगी क बचावइ चाहत बा, उ ओका हेराइ देइ। मुला जउन कउनो मोरे बरे आपन जिन्नगी तजि देइ, उहइ ओका बचाइ सकत ह। 26 जदि कउनो आपन जिन्नगी दइके समूचा संसार भी पाइ जाइ तउ ओका ओसे कउन फायदा? आपन जिन्नगी क फिन स पावइ बरे कउनो भला का दइ सकत ह 27 मनई क पूत सरगदूतन क संग आपन परमपिता क महिमा क संग आवइवाला अहइ, जउन हर कउनो क ओकर करम क फल देई। 28 मइँ तोहसे सच कहत हउँ, हिआँ कछू अइसे लोग खड़ा अहइँ जउन तब तलक नाहीं मरिहीं जब तलक उ पचे मनई क पूत क ओकरे राज्य मँ आवत न निहारि लेइँ।”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.