Old/New Testament
सारा मरत ह
23 सारा एक सौ सत्ताईस बरिस जिअत रही। 2 कनान पहटा क किर्यतर्बा (हेब्रोन) सहर मँ मरी। इब्राहीम बहोत दुःखी भवा अउ ओकरे बरे हुआँ रोएस। 3 तब इब्राहीम मरी भइ मेहरारु क तजेस अउ हित्ती लोगन स बात करइ गवा। उ कहेस, 4 “मइँ इ पहटा मँ नाहीं रहत। मइँ हिआँ सिरिफ एक राही अहउँ। ऍह बरे मोरे लगे आपन मेहरारु क गाड़इ क कउनो जगह नाहीं बाटइ। मइँ कछू भुइँया चाहत हउँ जेहमाँ आपन मेहरारु क दफनाइ सकूँ।”
5 हित्ती लोगन इब्राहीम क जवाब दिहेन, 6 “साहेब, आप हम पचन क बीच परमेस्सर क सकतीसाली राजकुमार अहइँ। आप आपन मरे भए क दफनावइ बरे सबन त नीक ठउरे प, जउन हम पचन क पास अहइ, लइ सकत हीं। आप हम पचन क कब्रिसतानन मँ स कउनो भी जगह, जउन आप चाहत हीं, लइ सकत हीं। हम लोगन मँ स कउनो भी आपक आपन मेहरारु दफनावइ स नाही रोकी।”
7 इब्राहीम उठा अउ मनइयन कइँती मूँड़ि निहुराएस। 8 इब्राहीम ओनसे कहेस, “जदि आप लोग सचमुच मोर मरी भइ मेहरारु क दफनावइ मँ मोर मदद करइ चाहत हीं तउ सोहर क पूत एप्रोन स मोरे बरे बात करइँ। 9 मइँ मकपेला क गुफा क बसेहब पसन्द करब। एप्रोन एकर मालिक अहइ। इ ओकरे खेत क सिरहने प बाटइ। मइँ एकरे दाम क मुताबिक ओका पूरी कीमत देब। मइँ चाहत अहउँ कि आप लोग इ बात क साच्छी रहइँ कि मइँ इ भुइँया क कब्रिस्तान क रुप मँ खरीदत अहउँ।”
10 एप्रोन हुअँइ मनइयन बीच बइठा रहा। एप्रोन इब्राहीम क जवाब दिहस, 11 “नाही, साहेब। मइँ आपन सबइ लोगन क समन्वा इ भुइँया तोहका देब। मइँ आपक उ गुफा देब। मइँ इ आप क एँह बरे देब कि आप एहमाँ आपन मेहरारु क दफनाइ सकइँ।”
12 तब इब्राहीम हित्ती मनइयन क समन्वा आपन मूँड़ि निहुराएस। 13 इब्राहीम सबहिं लोगन क समन्वा एप्रोन स कहेस, “मुला मइँ तो खेते क पूरा दाम देइ चाहत अहउँ। मोर धन स्वीकार करइँ। मइँ आपन मरे भए क एहमाँ गाड़ब।”
14 एप्रोन इब्राहीम क जवाब दिहेस, 15 “साहेब, मोरहु सुनइँ। चार सौ चाँदी क सेकेल। हमरे अउ आप क बीच मँ इ धन कछू भी नाही। भुइँया ल्या अउ आपन मरी भइ मेहरारु क गाड़ द्या।”
16 इब्राहीम समझेस कि एप्रोन ओका भुइँया क दाम बतावत अहइ। ऍह बरे हित्ती लोगन क गवाह मानिके, इब्राहीम चाँदी क चार सौ सेकेल एप्रोन बरे तौलेस। इब्राहीम पइसा उ बइपारी क दइ दिहेस जउन इ भुइँया क बेचइ क धन्धा करत रहा।
17-18 इ तरह एप्रोन क खेत क मालिक बदल गएन। इ खेत मम्रे क पूरब मकपेला मँ रहा। इब्राहीम उ खेत क, गुफा क अउर उ खेत क बृच्छन क मालिक होइ गवा। सहर क सबहि लोग एप्रोन अउ इब्राहीम क बीच भए समझौता क लखेन। 19 ऍकरे पाछे उ आपन मेहरारु सारा क कनान देस क मम्रे क निअरे जउन कि हेब्रोन मँ अहइ मकफेला क निअरे उ खेते क गुफा मँ गाड़ेस। 20 इब्राहीम खेत अउ ओकरे गुफा क हित्ती लोगन स खरीदेस। इ ओकर संपत्ति होइ गइ, अउ उ ऍकर बइपरब कब्रिस्तान क रुप मँ किहस।
इसहाक बरे मेहरारु
24 इब्राहीम बहोत बूढ़ा होइके भी जिअत रहा। यहोवा इब्राहीम क आसीर्बाद दिहेस अउ ओकरे हर एक काम क सफल होइ दिहेस। 2 इब्राहीम क एक सबन त पुरान नउकर रहा जउन इब्राहीम क जउन कछू रहा ओकर प्रबंधक रहा। इब्राहीम उ नउकर क बोलाएस अउ कहेस, “आपन हाथ मोरे जाँघे क नीचे धरा। 3 अब मइँ चाहत हउँ कि तू मोका एक बचन द्या। धरती अउ आकास क परमेस्सर यहोवा क समन्वा तू बचन द्या कि तू कनान क कउनो बिटिया स मोरे पूत क बियाह नाही होइ देब्या। हम पचे उ कनानियन क मध्य मँ रहित ह, मुला कनानी लड़की स ओकर बियाह न करइ द्या। 4 तू मोरे देस अउ मोरे आपन मनइयन मँ लउटिके जा। हुआँ मोर पूत इसहाक बरे एक दुलहिन हेरा।”
5 नउकर ओसे कहेस, “इ तउ होइ सकत ह कि उ दुलहिन मोरे संग इ देस मँ लौटब न चाहइ। तब, का मइँ तोहरे पूत क तोहरी जन्म भुमि मँ लइ जाऊँ?”
6 इब्राहीम ओसे कहेस, “नाही! तू हमरे पूत क उ देस मँ न लइ जा। 7 यहोवा, सरग क परमेस्सर मोका मोरी जन्म भूमि स हिआँ लिआवा। उ देस मोर बाप अउ परिवार क घर रहा। मुला यहोवा इ बचन दिहस कि इ नवा प्रदेस मोरे परिवार वालन क होइ। यहोवा आपन एक सरगदूत तोहरे समन्वा पठएस जेहसे तू मोरे पूत बरे दुलहिन चुनि सका। 8 मुला अगर बिटिया तोहरे संग आउब मना करइ तउ तू आपन बचन स छुटकारा पाइ जाब्या। मुला तू मोरे पूत क उ देस मँ वापिस जिन लइ जा।”
9 इ तरह नउकर आपन मालिक क जाँघे तरे आपन हाथ धइके बचन दिहेस।
खोज सुरु होत ह
10 नउकर इब्राहीम क दस ठु ऊँट लिहेस अउ उ जगह स उ चला गवा। नउकर कइउ तरह क सुन्नर भेंट आपन संग लइ गवा। उ नाहोर क सहर मेसोपोटामिया गवा। 11 उ सहर क बाहर क कुआँ प गवा। इ बात साँझ क भइ जब मेहररुअन पानी भरइ बाहेर आवति ही। नउकर हुवँइ ऊँटन क गोड़े क घुटना क बल बइठाएस।
12 नउकर कहेस, “हे यहोवा, तू मोर सुआमी इब्राहीम क परमेस्सर अहा। आज तू ओकरे पूत बरे मोका एक दुलहिन दिआवा। कृपा कइके मोर मालिक इब्राहीम प दाया करा। 13 मइँ हिआँ इ पानी क कुआँ क लगे ठाड़ अहउँ अउर पानी भरइ बरे सहर स बिटियन आवति अहइँ। 14 मइँ एक ठु खास चीन्हा क बाट जोहत अहउँ जेहसे मइँ जान सकउँ कि इसहाक बरे कउन सी बिटिया नीक होइ। इ विसेख चीन्हा अहइ। मइँ बिटिया स कहब कि ‘मेहरबानी कइके आपन गगरी क खाले धरइँ जेहसे मइँ पानी पी सकउँ।’ मइँ तब समझब कि इ नीक लड़की अहइ जब उ कही, ‘पिआ, अउर मइँ तोहरे ऊँटन बरे भी पानी देब।’ जदि अइसा होइ तउ तू साबित कइ देब्या कि इसहाक बरे इ बिटियन नीक बाटइ। मइँ बूझब कि तू मोरे सुआमी प कृपा किह्या ह।”
एक दुलहिन मिली
15 तब नउकर क पराथना पूरी होइ स पहिले ही रिबका नाउँ क एक लड़की इ नारा प आइ। रिबका बतूएल क बिटिया रही। (बतूएल इब्राहीम क भाई नाहोर अउ मिल्का क पूत रहा।) रिबका आपन काँधे प पानी क गगरी लइके नारा प आइ रही। 16 लड़की बहोत सुन्नर रही। उ कुआँरी रही। उ कउनो मनई क संग कबहु नाहीं सोइ रही। उ आपन कूँन्डा भरइ बरे नारा प आइ। 17 तब नउकर ओकरे नगिचे तलक दौड़िके आवा अउ बोला, “मेहरबानी कइके आपन कूँड़ा स पिअइ बरे तनिक पानी द्या।”
18 रिबका हाली हाली काँधे स कूँड़ा क खाले उतारेस अउ ओका पानी पिआएस। रिबका कहेस, “महासय, इ पिअइँ।” 19 जइसेन ही उ पिअइ बरे कछु पानी देब खतम किहेस। रिबका कहेस, “मइँ आप क ऊँटयन क भी पानी पिअइ बरे दइ सकत हउँ।” 20 ऍह बरे रिबका फउरन कूँन्डा क सब पानी ऊँटयन बरे बना भवा हउदा मँ उड़ेरेस। तब उ अउर पानी लइ आवइ बरे इनारा क दौड़ गइ अउ उ सब ऊँटियन क पानी पिआएस।
21 नउकर ओका चुपचाप धियान स लखेस। उ इ तय करइ चाहत रहा कि यहोवा साइद इ बात क मान लिहेस ह अउ ओकरी जात्रा क सुफल बनाइ दिहस ह। 22 जब ऊँटियन पानी पी लिहन तब उ रिबका क आधा सेकेल जोखिके एक ठु सोना क मुनरी दिहेस। उ ओका दुइ बाजूबंद भी दिहेस जउन जोखे मँ हर एक दस सेकेल रहेन। 23 नउकर पूछेस, “तोहार बाप कउन अहइ? का तोहरे बाप क घरे मँ ऍतनी जगह बाटइ कि हम पचन क रहइ अउ सोवइ क सरंजाम होइ सकइ?”
24 रिबका जवाब दिहेस, “मोर बाप बतूएल अहइँ जउन मिल्का अउ नाहोर क पूत अहइँ।” 25 तब उ कहेस, “अउर हा हम पचन क लगे तोहरे ऊँट बरे चारा बाटइ अउ तोहरे सोवइ बरे जगह अहइ।”
26 नउकर मूँड़ि निहुराएस अउ यहोवा क आराधना किहेस। 27 नउकर कहेस, “मोरे सुआमी इब्राहीम क परमेस्सर यहोवा क धन्न हो। यहोवा हमरे सुआमी प दयालु अहइ। यहोवा मोका आपन सुआमी क पूत बरे सही लड़की दिहे अहइ।”
28 तब रिबका दौड़ी अउ जउन कछू भवा रहा आपन परिवार क बताएस। 29-30 रिबका क एक भाई रहा। ओकर नाउँ लाबान रहा। रिबका ओका उ बातन क बताएस जउन ओसे उ मनई किहे रहा। लाबान ओकर बातन अनकत रहा। जब लाबान मुनरी अउ बहिनी क बाँहे प बाजूबन्द निहारेस तउ उ धाइके नारा प पहोंचा अउर हुआँ उ मनई नारा क लगे, ऊँटियन क बगल मँ ठाड़ रहा। 31 लाबान कहेस, “साहेब, आप पधारइँ आप क सुआगत अहइ। आप क हिआँ बाहेर खड़ा नाही रहब बाटइ। मइँ आपक ऊँटियन बरे एक जगह बनइ दीन्ह ह अउ आप सोवइ बरे एक ठु कमरा ठीक कइ दीन्ह ह।”
32 ऍह बरे इब्राहीम क नउकर लाबन क घर गवा। लाबान ऊँटन पइ स बोझ उतारइ मँ ओकर मदद किहस अउ ऊँटन क खाइ बरे चारा दिहस। तब लाबान पानी दिहस जेहसे उ मनई अउ ओकरे संग आए भएन दूसर नउकरन आपन गोड़ पखारि सकइँ। 33 तब लाबान ओका खाइ बरे दिहस। मुला नउकर खइया क खइ स मना कइ दिहस। उ कहेस, “मइँ तब तलक भोजन न करब जब तलक मइँ इ नाही बताइ देउँ कि मइँ हिआँ काहे बरे आवा अहउँ।”
ऍह बरे लाबान कहेस, “तब हम पचन क बतावा।”
रिबका इसहाक क मेहरारु बनी
34 नउकर कहेस, “मइँ इब्राहीम क नउकर अहउँ। 35 यहोवा हमरे सुआमी प हर एक जगह कृपा किहेस ह। मोर मालिक महान मनई होइ ग अहइँ। यहोवा इब्राहीम क कइउ भेड़िन क झुण्ड अउ गोरुअन क झुण्ड दिहे अहइ। इब्राहीम क लगे ढेरि क सोना, चाँदी अउ नउकर अहइँ। इब्राहीम क लगे बहोत स ऊँट अउ गदहा अहइँ। 36 सारा, मोर सुआमी क पत्नी अहइ। जब उ बहोतइ बुढ़ाइ गइ उ एक पूत क जन्म दिहेस अउ हमार सुआमी आपन सब कछू उ पूत क दइ दिहस ह। 37 मोर सुआमी मोका एक बचन देइ बरे बेबस किहस। मोर सुआमी मोसे कहेस, ‘तू मोरे पूत क कनान क लरिकी स कउनो भी तरह बियाह नाहीं करइ देब्या। हम पचे ओनके बीच रहित ह मुला मइँ नाहीं चाहित कि उ कउनो कनानी लरिकी स बियाह करइ। 38 ऍह बरे तोहका बचन देइ क होइ कि तू मोरे बाप क देस जाब्या। मोरे परिवार मँ जा अउ मोरे पूत बरे एक ठु दुलहिन चुना।’ 39 मइँ आपन सुआमी स कहेउँ, ‘इ होइ सकत ह कि उ दुलहिन मोरे संग इ देस मँ आवइ स इन्कार करेस।’ 40 मुला मोर मालिक कहेस, ‘मइँ यहोवा क सेवा करत हउँ अउ यहोवा तोहरे संग आपन सरगदूत पठई अउ तोहर मदद करी। तोहका हुआँ मोरे आपन लोगन मँ स मोरे पूत बरे एक दुलहिन मिली। 41 मुला जदि तू मोरे पिता क देस जात ह अउर उ पचे मोरे पूत बरे एक ठु दुलहिन देब मना करत हीं तउ तोहका इ बचन स छुटकारा मिलि जाइ।’
42 “आजु मइँ इ नारा प आवा हउँ अउर मइँ कहेउँ ह, ‘हे यहोवा मोर सुआमी क परमेस्सर कृपा कइके मोर जात्रा सुफल बनावा। 43 मइँ हिआँ नारा क लगे रुकब अउ पानी भरइ बरे आवइ वाली नवखिल मेहरारु क जोहब। तब मइँ कहब, “कृपा कइके आप आपन कूँड़ा स पिअइ बरे पानी द्या।” 44 नीक बिटिया ही खास तरह स जवाब देइ। उ कही, “इ पानी पिआ अउ मइँ तोहरे ऊँटियन बरे पानी लावत अहउँ।” इ तरह मइँ जानब कि इ उहइ मेहरारु अहइ जेका यहोवा मोर सुआमी क पूत बरे चुने अहइ।’
45 “मोर पराथना पूरी होइ क पहिले ही रिबका नारा प पानी भरइ आइ। पानी क कूँन्डा उ आपन काँधे प लइके धरे रही। उ नारा तलक गइ अउ उ पानी भरेस। मइँ एहसे कहेउँ, ‘कृपा कइके मोका तनिक पानी द्या।’ 46 उ फउरन काँधे स कूँड़ा क निहुराएस अउ मोरे बरे पानी उड़ेरेस अउ कहेस, ‘इ पिअइँ अउ मइँ आप क ऊँटियन बरे पानी लिआउब।’ ऍह बरे मइँ पानी पिएउँ अउ आपन ऊँटन क भी पानी पियाएउँ। 47 तब मइँ एहसे पूछेउँ, ‘तोहार पिता कउन अहइँ?’ इ जवाब दिहस, ‘मोर पिता बतूएल अहइ। मोरे पिता क महतारी-बाप मिल्का अउ नाहोर अहइँ।’ तब्बइ मइँ ऍका मुनरी अउ बाँहे बरे बाजूबन्द दिहेउँ ह। 48 उ टेम मइँ आपन मूँड़ी निहुराएउँ अउ यहोवा क धन्न कहेउँ। मइँ आपन सुआमी इब्राहीम क परमेस्सर यहोवा क प्रसंसा किहा। मइँ ओका धन्न कहेउँ काहेकि उ सोझेइ मोरे सुआमी क भाई क नतिनी तलक मोका पहोंचाएस। 49 अब बतावा कि तू का करब्या? का तू मोरे सुआमी प दयालु अउ स्वामिभकत होब्या अउ आपन बिटिया ओका देब्या? या तू आपन बिटिया देब मना करब्या? मोका बतावा, जेहसे, मइँ इ समुझ सकउँ कि मोका का करइ क बाटइ।”
50 तब लाबान अउ बतूएल जवाब दिहन, “हम पचे इ लखत अही कि इ यहोवा कइँती स बाटइ। ऍका हम सबइ टारि नाही सकित। 51 रिबका तोहार अहइ। ओका ल्या अउ जा। आपन सुआमी क पूत स एका बियाह करइ द्या। इहइ अहइ जेका यहोवा चाहत ह।”
52 इब्राहीम क नउकर सुनेस अउ उ यहोवा क समन्वा भुइँया प निहुरा। 53 तब उ रिबका क उ सबइ भेंट दिहस जउन उ संग लिआवा रहा। उ रिबका क सोना अउ चाँदी क गहना अउ बहोत स सुन्नर ओढ़ना दिहस। उ, ओकरे भाई अउ महतारी क कीमती भेंट दिहस। 54 नउकर अउ ओकरे संग क मनई हुआँ ठहरेन अउ खाएन अउर पिएन। उ पचे हुआँ राति भइ ठहरेन। उ पचे दूसर दिन भिन्सारे उठेन अउ बोलेन “अब हम आपन मालिक क लगे जाब।”
55 रिबका क महतारी अउ भाई कहेन, “रिबका क हम लोगन क लगे कछू दिन अउ ठहरइ द्या। ओका दस दिन तलक हमरे संग ठहरइ द्या। ऍकरे पाछे उ जाइ सकत ह।”
56 मुला नउकर ओनसे कहेस, “यहोवा मोर जात्रा सफल किहेस ह। अब मोसे जिन जोहावा। मोका आपन मालिक क लगे लौटि जाइ द्या।”
57 रिबका क भाई अउ महतारी कहेन, “हम पचे रिबका क बोलाउब अ ओसे पूछब कि उ का चाहत ह?” 58 उ पचे रिबका क बोलाएन अउ ओसे कहेन, “का तू इ मनई क संग अबहि जाइ चाहत अहा?”
रिबका कहेस, “हा, मइँ जाब!”
59 ऍह बरे उ पचे रिबका क इब्राहीम क नउकर अउ ओकरे संगी लोगन क साथे जाइ दिहन। रिबका क धाई भी ओनके संग गइ। 60 जब उ जाइ लाग अउ उ पचे रिबका स बोलेन,
“हमार बहिनी, तू लाखन मनइयन क
महतारी बना
अउ तोहार संतान आपन दुस्मनन क हरावइँ
अउ ओनके सहरन क हड़प लेइँ।”
61 तब रिबका अउ धाई ऊँट प सवार भइन अउ नउकर अउ ओकरे संगी लोगन क पाछे चलइ लागिन। इ तरह नउकर रिबका क संग लिहस अउ घरे लउटइ बरे जात्रा सुरु किहस।
62 इ टेम इसहाक बेर लहैरोई क तजि दिहे रहा अउ नेगेव मँ रहइ लगा। 63 एक संझा क इसहाक मइदान मँ टहरत रहा। इसहाक नजर दउड़ाएस अउ बहोत दूर स ऊँटन क आवत लखेस।
64 रिबका लखेस अउ इसहाक क निहारेस। तब उ ऊँट स कूदि पड़ी। 65 उ नउकर स पूछेस, “हम मनइयन स मिलइ बरे खेतन मँ टहरत उ मनई कौन अहइ?”
नउकर कहेस, “इ मोरे सुआमी क पूत अहइ।” ऍह बरे रिबका आपन मुँह क पर्दा मँ छिपाइ लिहस।
66 नउकर इसहाक क उ सबइ बातन क बताएस जउन घटि गइ रहिन। 67 तब इसहाक बिटिया क आपन महतारी क तम्बू मँ लिआवा। उहइ दिन रिबका इसहाक क मेहरारु होइ गइ। इसहाक ओसे बहोत पिआर करत रहा। ऍह बरे इसहाक क आपन महतारी क मउन क पाछे भी धीरज अउ दिलासा मिली।
ईसू क वचन दूसर क दोखी ठहरावइ बरे
(लूका 6:37-38,41-42)
7 “दूसर प दोख लगावइ क आदत जिन डावा काहेकि तोहरे प दोख न लगावा जाइ। 2 काहेकि तोहार निआव उहइ फैसला प टिका होई, जउन फैसला तू दूसर क निआव प दिहे रहा अउर परमेस्सर तोहका उहइ नपना स नापी जउने नपना स तू दूसर क नाप्या ह।
3 “तू आपन भाई बंद क आँखी क किरकरी तक क काहे लखत ह? जब कि तोहका आपन आँखी क लट्ठा तलक नाहीं देखाइ पड़त? 4 जबहिं तोहरे आँखी मँ लट्ठा बाटइ तब तू आपन भाई स कइसे कहि सकत ह, ‘तू मोका तोहरी आँखी क किरकिरी निकारइ द्या।’ 5 अरे कपटी! पहिले आपन आँखी क लट्ठा निकार, फिन तू नीक नीक देख पउब्या अउर आपन भाई क आँखी क किरकिरी निकार पउब्या।
6 “कूकुरन क पवित्तर चीज जिन द्या अउर सुअरन क अगवा मोती जिन बिखरावा। नाहीं तउ उ पचे आपन गोड़ी क तले रौदिहइँ अउर कूकुरन पलटि क तोहरे ऊपर चढ़ी बैठिहीं।
जउन तू चाहत ह परमेस्सर स पराथना करत रहा
(लूका 11:9-13)
7 “परमेस्सर स माँगत रहा, तोहका दीन्ह जाइ। खोजत रहा, तोहका मिली। खटखटावत रहा, तोहरे बरे दरवाजा खोलि दीन्ह जाई। 8 काहेकि हर कउनो जउन माँगत ह, पावत ह। जउन ढूँढत ह, पावत ह। जउन खटखटावत रहत ह ओकर बरे दरवाजा खोलि दीन्ह जाई।
9 “तू सबन मँ स अइसा बाप कउन सा अहइ जेकर बेटवा रोटी माँगइ अउर उ बेटवा क पाथर देइ? 10 या जब उ मछरी माँगइ तउ उ ओका साँप दइ देइ। बतावा का कउनो देई? अइसा कउनो न करी! 11 एह बरे चाहे तू बुरा काहे न ह्वा, जानत ह कि आपन गदेलन क नीक भेंट कइसे दीन्ह जात ही। वइसे हीं सचमुच सरगे क बसइया तोहार परमपिता माँगइवालन क नीक नीक चीचन्क जरूर देइ।
नेम धरम क सबते बड़ी उपदेस
12 “एह बरे जइसा बेवहार आपन बरे तू दूसर लोगन्स चाहत ह, वइसा बेवहार तू भी ओनसे करा। यही मूसा क व्यवस्था अउर नबियन दुआरा बतावा गवा बा।
सरग अउर नरक क राह
(लूका 13:24)
13 “सँकरे राह स घुसा! इ मइँ तोहका यह बरे कहत हउँ काहेकि चौड़ा दुआर अउर बड़की राह तउ बिनासे कइँती लइ जात ह। बहोत स मनई उ राहे प चलत हीं। 14 मुला केतॅना सँकरा अहइ उ दुआर अउर केतॅना छोटकी अहइ उ राह जउन जिन्नगी कइँती लइ जात ही अउर कठिन अहइँ उ सबइ मनइयन जउन ओका पावत अहइँ।
करम ही बतावत हीं कि कउन कइसा अहइ
(लूका 6:43-44; 13:25-27)
15 “झूठे नबियन स होसियार रहा। उ पचे तोहरे लगे निर्छल भेड़िन क भेस मँ आवत हीं मुला भीतर उ सबइ खूँखार बड़का कूकुर होत हीं। 16 तू ओनके करमन क फल स पहिचान लेब्या। कउनो कँटेहरी झाड़ी स न तउ अंगूर एकट्ठा कइ पावत ही अउ न गोखरु स अंजीर। 17 अइसे ही बड़िया बिरवा प नीक फल लागत हीं मुला बेकार बिरवा प बेकार फल लागत हीं। 18 एक नीक बिरवा बुरे फल नाहीं पइदा करत अउर न कउनो बेकार बिरवा नीक फल पइदा कइ सकत ह। 19 हर उ बिरवा जेह प नीक फल नाहीं लगतेन, ओका काटि के आगी मँ झोकि दीन्ह जात ह। 20 एह बरे मइँ तू सबन क दुबारा कहत हउँ कि उ लोगन क तू ओनके करमन क फले स पहिचान लेब्या।
21 “पर्भू, पर्भू कहइवाला हर मनई सरगे क राज्य मँ घुस न पाई मुला उहइ सरग जउन सरगे मँ बसा अहइ मोरे परमपिता क इच्छा प चलत ह उहइ ओहमाँ घुसि पाई। 22 उ आखिरी दिना मँ बहोत स मनई मोसे पुछिहीं, ‘पर्भू! पर्भू! का हम तोहरे नाउँ स भविस्सबाणी नाहीं कीन्ह? का तोहरे नाउँ स हम सबन दुस्ट आतिमन क नाहीं निकारा अउर का हम पचे तोहरे नाउँ स अद्भुत कारजन नाहीं कीन्ह?’ 23 तबहिं मइँ ओनसे साफ साफ कहियउँ कि मइँ तू सबन्क नाहीं जानत हउँ, ‘हे कुकरमी मनइयो! हियाँ स भागि जा।’
एक ठु बुद्धिमान अउर एक मूर्ख
(लूका 6:47-49)
24 “यह बरे जउन मोर सब्दन क सुनत ह अउर उ एन प चलत ह ओकर तुलना उ बुद्धिमान स कीन्ह जाई जउन आपन घर चट्टाने प बनएस। 25 बरखा भइ, बाढ़ आइ, आँधी चली अउइ सबई उ घरे स टक्कराइ गएन, मुला घर गिरा नाहीं। काहेकि ओकर नेंव चट्टाने प धरी गइ रही।
26 “मुला उ जउन मोरे सब्दन क सुनत ह मुला ओन प चलत नाहीं, उ मूर्ख मनई क नाईं अहइ जउन आपन घर रेते प बनाएस। 27 बरखा भइ, बाढ़ आइ अउर आँधी चली अउर उ घरे स टकराइ गएन, जेहसे उ घर आवाज कइके समूचइ गिर गवा।”
28 नतीजा इ भवा कि जबहिं ईसू इ बतियन क कहिके पूरी किहेस, तउ ओकरे उपदेसन प भीड़ क लोगन क अचरज भवा। 29 काहेकि उ धरम सास्तिरियन क नाईं नाहीं मुला एक अधिकारी क नाईं उपदेस देत रहा।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.