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Old/New Testament

Each day includes a passage from both the Old Testament and New Testament.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
उत्पत्ति 7-9

जल प्रलय सुरु होत ह

तब यहोवा नूह स कहेस, “मइँ लखेउँ ह कि इ समइ क बुरे मनइयन मँ तू ही एक नीक मनई अहा। ऍह बरे तू आपन परिवार क बटोरा अउ तू पचे सबहि जहाजे मँ चला जा। हर एक सुद्ध जनावर क सात जोड़ा, (सात ठु नर अउ सात ठु मादा) संग मँ लइ ल्या अउ धरती क ऊपर दूसर असुद्ध जनावरन मँ स एक-एक जोड़ा नर अउ मादा लिआवा। इ सबहि जनावरन क आपन संग जहाजे मँ लइ आवा। हवा मँ उड़इवाला सब पंछिन क सात ठु जोड़ा (सात ठु नर अउ सात ठु मादा) लिआवा। एहसे इ सबइ जनावरन भुइँया प जिअत रइही, जब कि दूसर जनावरन मिटि जइही। अब स सतएँ दिन मइँ भुइँया प बहोतइ भारी बर्खा पठउब। इ बर्खा चालीस दिन अउ चालीस रात रही। पृथ्वी क सबहि जिअइवाले प्राणी मर बिलाइ जइही। मोर बनई सब चिजियन नस्ट होइ जइही।” नूह ओन सबहि बतियन क मानेस जउन यहोवा हुकुम दिहे रहा।

बर्खा आवइ क टेँम नूह छ: सौ बरिस क रहा। नूह अउ ओकर परिवार बाढ़ क पानी स बचइ बरे जहाजे मँ चला गवा। नूह क मेहरारु, ओकर पूतन अउ ओनकइ मेहररुअन ओकरे संग रहिन। पृथ्वी क सब सुध्द जनावरन अउ असुध्द जनावरन, पंछियन अउ भुइँया प रेगंइवाला सब जीउ। नूह क संग जहाजे मँ चढ़ेन। इ सबइ जनावरन क नर अउ मादा जोड़ा परमेस्सर क हुकुम स जहाजे मँ चढ़ेन। 10 सात दिना पाछे बाढ़ सुरु भइ। धरती प बर्खा होइ लाग।

11-13 दूसर महीना क सतरहें दिन, जब नूह छ: सौ बरिस क रहा, धरती क नीचे क सब सोता फूट पड़ेन अउ धरती स पानी बहब सुरु होइ गवा। उहइ दिन धरती प भारी बर्खा होइ लाग। अइसा लाग माना कि अकासे क खिड़की खुल गइ होइ। चालीस दिन अउ चालीस रात तलक बर्खा धरती प होत रही। ठीक उहइ दिन नूह, ओकर मेहरारु, ओकर पूत, सेम, हाम, अउ येपेत अउर ओकर मेहररुअन जहाजे प चढ़ेन। 14 उ पचे अउ धरती प हर किसिम किसिम क जनावर जहाजे मँ रहेन। हर तरह क गोरु, धरती प रेगंइवाले हर किसिम क जीउ अउ हर तरह क पंछी जहाजे मँ रहेन। 15 इ सबइ जनावरन नूह क संग जहाजे मँ रहेन हर जाति क जिअत जनावरन क इ सबइ जोड़ा रहेन। 16 परमेस्सर क हुकुम क मुताबिक सबहिँ जनावरन जहाजे मँ चढ़ेन। ओकरे भीतर जाए क पाछे यहोवा दरवाजा बन्द कइ दिहस।

17 चालीस दिना तलक भुइँया प पानी क प्रलय होत रहा। पानी बाढ़ब सुरु भवा अउ उ जहाजे क धरती स ऊपर उठाइ दिहस। 18 पानी बाढ़त रहा अउ जहाज धरती स बहोतई ऊपर तैरत रहा। 19 पानी ऍतना ऊँच उठा कि ऊँचा त ऊँचा पहाड़ भी पानी मँ बूड़ गएन। 20 पानी पहाड़े क ऊपर बहत रहा। पानी सब स ऊँच पहाड़े स पन्द्रह हाथ ऊँच रहा।

21-22 धरती क सब जीउ मारा गएन। हर एक मेहरारु अउर मनई मरि गएन। सबहि पंछी अउ सबहि तरह क जनावर मर गएन। सबहिँ तरह क जनावरन अउर रेंगइवालन जनावरन मरि गएन। धरती क हर एक जीउ, सांस लेइवालन परानी मरि गएन। 23 इ तरह परमेस्सर धरती क सब जिअत हर एक मनई, हर एक जनावर, हर एक रेगंइवाला जीउ अउ हर एक पंछी क नास कइ दिहस। इ सबइ धरती स खतम होइ गएन। सिरिफ नूह, ओकरे संग जहाजे मँ चढ़े मनइयन अउ जनावरन क जिन्नगी बची रही। 24 अउर पानी एक सौ पचास दिना तलक भुइँया क बोरे रहा।

पानी क प्रलय खतम होत ह

मुला परमेस्सर नूह क नाही बिसरा। परमेस्सर नूह अउ जहाजे मँ ओकरे संग रहइवालन सब पसुअन अउ जनावरन क सुमिरे रहा। परमेस्सर धरती प हावा चलाएस अउ सारा पानी घटइ होइ लाग।

अकासे स बर्खा थमि गइ अउ धरती क नीचे स पानी बहब रुकि गवा। धरती क बोरइवाला पानी लगातार घटत चला गवा। एक सौ पचास दिन पाछे पानी ऍतना उतरि गवा कि जहाज फुनि स धरती प उतरा। जहाज अरारात क पहाड़न मँ स एक प आइके टिक गवा। इ सतएँ महीना क सत्रहवाँ दिन रहा। पानी उतरत गवा अउ दसवें महीना क पहिला दिन पहाड़न क चोटी पानी क ऊपर देखॅाए देइ लाग।

जहाजे मँ बनी खिड़की क नूह चालीस दिन पाछे खोलेस। नूह एक कौआ क बाहेर उड़ाएस। कौआ उड़िके तब तलक फिरतइ रहा जब तलक धरती पूरी तरह झुराइ न गइ। नूह एक ठु फ़ाक्ता भी बाहेर पठएस। उ इ जानइ चाहत रहा कि पानी धरती प घटि गवा या नाही।

फ़ाक्ता क कहूँ बइठइ क ठउर नाही मिला काहेकि अबहु तलक पानी धरती प फइला रहा। ऍह बरे उ नूह क निअरे जहाजे प पुनि लौटि आवा। नूह आपन हाथ फइलाइके फ़ाक्ता क जहाजे प वापस भितरे लइ लिहेस।

10 सात दिन पाछे नूह फुनि फ़ाक्ता क पठएस। 11 उ दिन दुपहर क पाछे फ़ाक्ता नूह क लगे आवा। फ़ाक्ता क मुँह मँ एक ठु ताजी जइतून क पाती रही। इ चीन्हा नूह क इ बतावइ बरे रहा कि अब धरती प झुरान भुइँया अहइ। 12 नूह सात दिन पाछे फुन फ़ाक्ता क पठएस। मुला इ टेम फ़ाक्ता लौटा ही नाहीं।

13 ओकरे पाछे नूह जहाजे क दरवाजा खोलेस। नूह लखेस अउ पाएस कि भुइँया झुरान बा। इ नूह क छ: सौ एक बरिस क पहिले महीना क पहिला दिन रहा। 14 दूसर महीना क सत्ताइसवाँ दिन तलक भुइँया पूरी तरह झुराइ गइ।

15 तब परमेस्सर नूह स कहेस, 16 “जहाज क तजा। तू तोहार पत्नी तोहार पूत लोग अउ ओनकइ मेहररुअन सब अब बाहेर आवा। 17 हर एक जिअत प्राणी, सब पंछी जनावरन अउ भुइँया प रेगंवालन सबहि क जहाज स बाहेर लिआवा। इ सबइ जनावरन बहोत स जनावरन पइदा करिही अउ भुइँया क भरि देइही।”

18 ऍह बरे नूह आपन पूतन, आपन मेहरारु, आपन पूतन क मेहरारुअन क संग जहाज स बाहेर आवा। 19 सबहि जनावरन, सब रेगंइवाला जीउ अउ सब पंछी जहाज क तजि दिहेन। सब जनावर जहाज स नर अउ मादा क जोड़ा क संग बाहेर आएन।

20 तब नूह यहोवा बरे एक वेदी बनाएस। उ कछू सुध्द पंछियन अउ कछू सुध्द जनावरन क लिहेस अउ ओनका वेदी प परमेस्सर क भेंट क रुप मँ बारेस।

21 यहोवा इ सब बलिदानन क सुगन्धि पाइके खुस भवा। यहोवा मन-ही-मन कहेस, “मइँ फिन कबहु मनई क कारण भुइँया क न सरापब। मनई छोटी उम्र स ही बुरी बात सोचइ लागत ह। ऍह बरे जइसा मइँ अबहि किहेउँ ह। इ तरह अब मइँ कबहुँ सब प्राणियन क सजा न देब। 22 जब तलक इ भुइँया रही तब तलक यह पइ फसल पइदा करइ अउ फसल काटइ क समइ हमेसा रही। भुइँया प गरमी अउ जाड़ा अउ दिन अउ रात हमेसा होत रइही।”

नई सुरुआत

परमेस्सर नूह अउ ओकर पूतन क असीसेस अउ ओनसे कहेस, “बहोत स बच्चा पइदा करा अउ आपन लोगन स भुइँया भरि द्या। भुइँया क सब जनावरन तोहरे डरे स थरथरइहीँ अउ अकासे क हर एक पंछी तोहसे डरिहीँ। भुइँया प रेंगइवाला हर एक जीउ अउ समुद्दर क हर एक मछरी तू मनइयन क अदब करी अउ तू पचन स डेराइ। तू इ सबहि क ऊपर हुकुम चलउब्या। बीते भए समइ मँ तू पचन क मइँ हर एक ठु पेड़-पौधा खाइ बरे दिहेउँ रहेउँ। अब हर एक जनावर भी तोहार भोजन होइ। मँइ भुइँया क हर चीज तू पचन क देत हउँ-अब इ सबइ तोहार अहइँ। किन्तु मँइ तू पचन क एक हुकुम देत अहउँ कि तू कउनो जनावरन क तब तलक न खाया जब तलक ओहमा ओनका रकत बाटइ। मँइ तोहरी जिन्नगी क बदले तोहार रकत माँगब कहइ क अरथ अहइ मँइ उ जानवरे क जिन्नगी माँगब जउन कउनो मनई क मारी। अउर मँइ उ मनई क जिन्ननी माँगब जउन दूसरे मनई क मारी।

“परमेस्सर मनई क आपन सरुप मँ बनाएस ह।
    ऍह बरे जउन कउनो मनई क खून बहाइ, ओकर खून मनई क जरिये बहावा जाइ।

“नूह तोहका अउ तोहरे पूतन क ढेर लरिका होइ अउ धरती क मनइयन स भाँठि द्या।”

तब परमेस्सर नूह अउ ओकरे पूतन स कहेस, “अब मइँ तोहका अउ तोहरे सन्ताने क बचन देत हउँ। 10 मइँ इ बचन तोहरे संग जहाजे स बाहेर आवइवालन सबहि पंछिन, सब गोरुअन सब जनावरन क देत हउँ। मइँ धरती पइ रहइवालन सबहि वस्तुअन क बचन देत हउँ। 11 मइँ तोहका बचन देत हउँ, ‘पानी क बाढ़ स धरती क सब जिन्नगी बर्बाद होइ गइ मुला अब इ कबहु न होइ। अब बाढ़ फिन कबहुँ धरती क जिन्नगी क बर्बाद न करी।’”

12 अउर परमेस्सर कहेस, “इ सिद्ध करइ बरे मइँ तोहका इ बचन दिहेउँ ह कि मइँ तोहका कछू देब। इ सबूत बताइ कि मइँ तोहसे अउ भुइँया क सबहि जिअत प्राणियन स एक ठु करार किहेउँ ह। इ करार भविस्स मँ सदा बनी रही जेकर सबूत इ अहइ। 13 कि मइँ बदरन मँ इन्द्र धनुख बनाएउँ ह। इन्द्र धनुख मोरे अउ भुइँया क बीच करार क सबूत अहइ। 14 जब मइँ भुइँया क ऊपर बदरे क लिआउब तउ तू बादरन मँ इन्द्र धनुख देखब्या। 15 जब मइँ इ इन्द्र धनुख क निहारब तबहिं मइँ तोहरे, भुइँया क सबहि जिअत प्राणियन अउ आपन बीच भई करार क सुमिरब। इ करार इ बात क बाटइ कि बाढ़ फुन कबहु भुइँया क प्राणियन क नास न करी। 16 जब मइँ धियान स बादरन मँ इन्द्र धनुख क निहारब तब मइँ सदा बनी रहइवाली करार क सुमिरब। मइँ आपन अउ भुइँया क सब जिअत प्राणियन क बीच भइ करार क सुमिरब।”

17 इ तरह यहोवा नूह स कहेस, “उ इन्द्र धनुख मोरे अउ भुइँया क सब जिअत प्राणियन क बीच भइ करार क सबूत बाटइ।”

समस्या फुन सुरु होत हीं

18 नूह क पूत लोग ओकरे संग जहाज स बाहेर आएन। ओनकइ नाउं सेम, हाम अउ येपेत रहेन। (हाम तउ कनान क बाप रहा।) 19 इ तीनउ नूह क पूतन रहेन अउ संसारे क सबहि मनई इ तीनउ स पइदा रहेन।

20 नूह किसान बना। अंगूर क बगिया लगाएस। 21 नूह अंगूर क दाखरस बनाएस अउ पिएस। उ दाखरस पीके मस्त होइ गवा अउ तम्बू मँ लोटि गवा। उ कउनो ओढ़ना नाही पहिरे रहा। 22 कनान क बाप हाम अपने बाप क नंगा देखेस। उ तम्बू स बाहेर आपन भइयन क बताएस। 23 तबहि सेम अउ येपेत एक ठु ओढ़ना लिहस। उ दुइनउँ ओढ़ना क पीठ प डाइके उलटे मुइँ तम्बू मँ गएन। उ पचे आपन बाप उ नंगापन क ढ़ाँक दिहस जबकि उ समइ ओकर मुहँ क रुख तम्बू क समन्वा रहा। इ तरह उ पचे आपन बाप क नंगापन नाहीं लखेन।

24 पाछे नूह सोइके उठा। (उ दाखरस क नसा क कारण सोअत रहा।) तब ओका पता लाग कि ओकर सब त नान्ह पूत हाम ओकरे संग का किहे रहा। 25 ऍह बरे नूह सराप दिहेस,

“इ सराप कनान बरे होइ कि
    उ आपन भइयन क दास होइ।”

26 नूह इ भी कहेस,

“सेम क परमेस्सर यहोवा धन्न होइ!
    कनान सेम क दास होइ।
27 परमेस्सर येपेत क जिआदा भुइँया देइ।
    परमेस्सर सेम क तम्बू मँ रहइ
    अउर कनान ओकर दास बनइ।”

28 बाढ़ क पाछे नूह साढ़े तीन सौ बरिस जिअत रहा। 29 नूह पूरा साढ़े नौ सौ बरिस जिअत रहा, तब उ मरा।

मत्ती 3

बपतिस्मा देइवाला यूहन्ना क काम

(मरकुस 1:1-8; लूका 3:1-9,15-17; यूहन्ना 1:19-28)

उ दिनन बपतिस्मा देइवाला यूहन्ना यहूदिया क बियाबान उसरे मँ उपदेस देत भवा हुवाँ आवा। उ इ प्रचार करइ लाग, “मन फिरावा काहेकि सरग क राज्य जल्दी आवइ क अहइ।” इ उहइ यूहन्ना बाटइ जेकरे बारे मँ नबी यसायाह बात बतावत कहेस ह:

“उसरे मँ एक पुकारैवाला क सब्द अहइ:
‘पर्भू बरे रास्ता तइयार करा
    अउर ओकरे बरे सोझ रस्ता बनवा।’” (A)

यूहन्ना क ओढ़ना ऊँटे क ऊन स बना रहा अउर करिहाउँ प चमड़ा क पेटी बाँधे रहा। ओकर खइया क टिड्डन अउर जंगली सहद रहा। उ समइ यरूसलेम, समूचा यहूदिया छेत्र अउर यरदन नदी क नगिचे मनई ओकरे लगे ओका सुनइ ऍकट्ठा भएन। उ पचे आपन पापन्क कबूलेन्ह अउर यरदन नदी मँ ओकरे जरिये बपतिस्मा[a] दीन्ह गवा।

जब उ लखेस कि ढेर फरीसियन[b] अउर सदूकियन[c] ओकरे लगे बपतिस्मा लेइ आवत अहइँ तउ उ ओनसे कहेस, “ओ सरप क बच्चा लोग! तू पचन क कउन चिताउनी दिहस ह कि परमेस्सर क होइवाला किरोध स बच जा? तोहका इ बात क प्रमान देइ पड़ी कि तू पचे फुरे फुरे मनफिराया ह। अउर इ जिन सोचा कि खुद अपने स कहे बिना इ बात काफी होइ जाई, ‘हम पचे इब्राहीम क संतान अही’। मइँ तोसे कहत हउँ कि परमेस्सर इब्राहीम बरे इ पथरन स बचवन क पइदा कइ सकत ह। 10 बृच्छन[d] क जरे प कुल्हाड़ा रखा बाटइ अउर हर एक बृच्छ जउन फर पइदा नाहीं करतेन, उ काटिके गिराइ दीन्ह जइहीं; अउर फिन कोका आडी मँ झोंकि दीन्ह जाई।

11 “मइँ तउ तू पचन क तोहरे मनफिराव बरे पानी स बपतिस्मा देत हउँ; मुला उ जउन मोरे पाछे आवइवाला अहइ उ मोसे जियादा बरिआर अहइ। मइँ तउ ओकर पनही खोलइ क जोग्ग नाहीं। उ तू पचन क पवित्तर आतिमा अउर आगी स बपतिस्मा देइ। 12 ओकरे हाथ मँ सूप अहइ, जेहसे उ अनाजे क भूसा स अलग करी। अपने खरिहाने स उ साफ कीन्ह अनाजे क उठाइ क, ऍकट्ठा कइके कोठिला मँ भरि देइ अउर भूसा क अइसी आगी मँ नाइ दीन्ह जाई कि बुझाए प न बुझी।”

ईसू क यूहन्ना स बपतिस्मा लेब

(मरकुस 1:9-11; लूका 3:21-22)

13 उ समइ ईसू गलील स चलिके यरदन क किनारे यूहन्ना क नगिचे ओसे बपतिस्मा लेइ बरे आवा। 14 मुला यूहन्ना ईसू क निर्नय बदले क जतन करत कहेस, “मोका तउ खुद तोसे बपतिस्मा लेइ क दरकार अहइ फिन तू काहे मोरे नगिचे आया ह।”

15 ईसू जवाबे मँ ओसे कहेस, “अबाहिन तउ ऍका अइसे होइ द्या। जउन परमेस्सर चाहत अहइ, हमका उ पूरा करब नीक बाटइ।” फिन उ वइसे होइ दिहस।

16 अउर तबहिं ईसू बपतिस्मा लइ लिहस। जइसे उ पानी स बाहेर आवा, अकास खुलि गवा। उ परमेस्सर क आतिमा क एक ठु कबूतरे क नाईं खाले उतरत अउर ऊपर आवत देखेस। 17 तबहिन अकासवाणी भइ: “इ मोर पिआरा पूत अहइ। जेसे मइ खूब खुस हउँ।”

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.