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Old/New Testament

Each day includes a passage from both the Old Testament and New Testament.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
जकर्याह 1-4

यहोवा आपन लोगन क वापसी चाहत ह

दारा क राज्जकाल क दूसर बरिस क अठएँ महीना मँ, यहोवा क सँदेसा बेरेक्याह क पूत जकर्याह नबी क लगे आवा। (बेरेक्याह इद्दो क पूत रहा।) सँदेसा इ अहइ:

यहोवा तोहरे पुरखन पइ बहोत कोहान रहा। एह बरे लोगन स कहा: इ उहइ अहइ जउन सर्वसक्तिमान यहोवा कहत ह: “मोरे लगे वापस आवा अउर मइँ तोहार लगे वापस आउब।” इ उहइ अहइ जउन सर्वसक्तिमान यहोवा कहेस।

यहोवा कहेस, “आपन पुरखन क नाई न बना जेनका बीते भए समइँ मँ नबी उपदेस दिहेस। उ पचे कहेन, ‘सर्वसक्तिमान यहोवा चाहत ह कि तू पचे आपन बुरा रहन-सहन क तजि द्या। बुरा काम बंद कइ द्या।’ मुला तोहार पचन्क पुरखन मोर नाहीं सुनेन।” यहोवा इ सबइ बातन कहेस।

परमेस्सर कहेस, “अब तोहार पचन्क पुरखन कहाँ बाटइ? का नबी हमेसा जिअत रहतेन? नबी मोर सेवक रहेन। मइँ ओनकर उपयोग तोहरे पचन्क पुरखन क आपन व्यवस्था अउर आपन सिच्छा देइ बरे किहेस। आखिरकार तोहार पुरखन सिच्छा ग्रहण किहेन। उ पचे पस्चाताप किहेन अउर कहेन, ‘सर्वसक्तिमान यहोवा हमार मारग अउ कामन क अनुसार ठीक वइसा ही जइसा उ निर्णय किहे रहा, किहेस ह।’ इ तरह उ पचे परमेस्सर क लगे वापस लउटेन।”

घोड़न क दर्सन

दारा क दूसर बरिस क सबित क ग्यारहनें महीना क चउबीसवें दिन यहोवा क इ सँदेसा बेरेक्याह क पूत जकर्याह नबी क लगे आवा। (बेरेक्याह इद्दो क पूत रहा।)

रात मँ मइँ लखेउँ कि एक मनई लाल घोड़े पइ सवार अहइ। उ एक घाटी मँ कछू मेंहदियन क बृच्छ क बीच खड़ा रहा। ओकरे पाछे लाल, भूरा अउ सफेद रंग क घोड़न रहेन। मइँ पूछेउँ, “महोदय इ सबइ घोड़न क का मतलब अहइँ?”

सरगदूत जउन मोहसे बात करत रहा, मोका जवाब दिहेस, “मइँ तू पचन्क देखाउब कि ओकर का मतलब अहइँ।”

10 एह बरे मेंहदियन क बृच्छ क बीच रहत भवा मनई जवाब दिहेस, “इ सबइ यहोवा दुआरा धरती प गस्त लगाइ बरे पठएस ह।”

11 तब उ पचे यहोवा क सरगदूतन जउन मेंहदियन क बृच्छ क बीच खड़ा भवा रहा कहेन, “हम पचे धरती गस्त लगाइ चुका अहइ। फुरइ समूचा धरती सान्त अउ सुख-चैन मँ अहइ।”

12 तब यहोवा क सरगदूत कहेस, “हे सर्वसक्तीमान यहोवा, आप यरूसलेम अउ यहूदा क सहरन पइ केतॅना दिना तलक दाया नाहीं करब जेकर संग तू सत्तर बरिस तलक किरोधित रहा ह।”

13 तब यहोवा नीक अउ सान्तिदायक सब्दन स उ सरगदूत क जवाब दिहेस जउन मोसे बात करत रहा।

14 एह बरे सरगदूत जउन मोसे बात करत रहा मोसे कहेस, इ घोसणा करा:सर्वसक्तीमान यहोवा इ कहत ह:

“मइँ यरूसलेम अउ सिय्योन स बहोत पिरेम अहइ।
15     अउर मइँ ओन रास्ट्रन पइ बहोतइ कोहान हउँ
जउन आपन क ऍतना सुरच्छित अनुभव करत हीं।
    हालांकि मइँ कछू कोहाइ गवा हउँ,
    ओकर जगह उ सबइ रास्ट्र तोड़ा जियादा झेलस ह।”
16 इसलिए, यहोवा इ तरह कहत ह: “मइँ दाया क संग यरूसलेम मँ लउटब।”
    सर्वसक्तीमान यहोवा कहत ह, “यरूसलेम क निर्माण फुन होइ।
    अउर हुआँ मोर मन्दिर स्थापित होइ।”

17 सरगदूत कहेस, “लोगन स इ भी कहा: सर्वसक्तीमान यहोवा कहत ह,
    ‘मोर सहर फुन संपन्न होइहीं,
मइँ सिय्योन क आराम देब।
    मइँ यरूसलेम क आपन खास नगर चुनब।’”

सींगन क दर्सन

18 तब मई ऊपर नजर उठाएउँ अउर चार सींगन क दिखेउँ। 19 तब मइँ उ सरगदूत पूछेस कउनो मोसे बातन करत रहा, “इ सींगन क अरथ का अहइ?”

उ जवाब दिहेस, “इ सबइ उ सब सींगन अहइँ, जउन इस्राएल, यहूदा अउ यरूसलेम क लोगन क रास्टन क बीच छितराइ दीन्ह गवा ह।”

20 तब यहोवा मोका चार सिल्पकारन क देखाएस। 21 मइँ ओनसे पूछेउँ, “इ सबइ का करइ बरे आवत अहइँ?”

उ जवाब दिहेस, “सींगन यहूदा क अइसा तितर-बितर कइ दिहे रहा कि कउनो आपन सिर न उठाइ सकी। परन्तु कारिगर ओका आतंकित करइ बरे अउ ओन जातियन क सींगन क काटन बरे आव ह जउन यहूदा लोगन देस क विरुद्ध आपन सींगन एह बरे उठाएस ह कि उ तितर-बितर हो जाइ।”

यरूसलेम क मापइ क दर्सन

तब मइँ आपन निगाह उठाएउँ अउर मइँ एक मनई क लखेउँ, अउ उ आपन हाथ मँ नापइ क डोरी लिए भए रहेन। तउ मइँ पूछेउँ, “तू कहाँ जात अहा?”

उ मोका जवाब दिहेस, “मइँ यरूसलेम क नापइ बरे जात हउँ कि उ केतॅना लम्बा अउ केतॅना चउड़ा बाटइ।”

तब उ सरगदूत जउन मोसे बातन करत रहा, चल गवा अउर ओसे बातन करइ बरे दूसर सरगदूत बाहेर आवत रहा। उ ओसे कहेस, “दउड़िके जा, नउजवान स बात करा। अउर ओसे कहा यरूसलेम ऍतना बिसाल बाटइ कि ओका नापा नाहीं जाइ सकत। ओसे इ कहा,

‘यरूसलेम बगैर चहारदीवारी क सहर क नाईं निवास करी
    काहेकि हुआँ असंख्य लोग अउर जनावर रइहीं।’
यहोवा कहत ह,
‘एकर जगह पइ मइँ खुद ओकर चारिहुँ कइँती आगी क देवार रहब,
    अउ मइँ ओकरे बीच मँ गौरव रहब।’”

परमेस्सर आपन लोगन क घरे बोलावत ह

यहोवा कहत ह,
“उठा! उठा! उत्तर भूइँया स दउड़ जा।
    काहेकि मइँ तू पचन्क चारिहुँ कइँती बिखेरेउँ।
सिय्योन क लोगो, तू पचे बाबुल मँ बन्दी रह्या।
    मुला अब पराइ निकरा।
उ सहर स पराइ जा।”
    काहेकि सर्वसक्तीमान यहोवा कहत ह (इ महिमा क मोका पठइ क पाछे) उ रास्ट्रन क बारे मँ जउन तोहका लूटेस ह।
“उ तू पचन्क प्रतिस्ठा देइ क मोका पठएस ह।
    मुला ओकरे पाछे, यहोवा मोका ओनके खिलाफ पठइ।
    काहेकि अगर उ पचे तू पचन्क चोट पहोंचइहीं
तउ तउ यहोवा क आँखी क पुतरी क चोट पहोंचावइ क होइ।
    ओन रास्ट्र आपन सम्मान पाएन।
काहेकि फुरइ मइँ ओन लोगन्क खिलाफ आपन हाथ उठाउब
    अउर उ पचे आपन दास लूट लेइ जाइहीं।
तब तू पचे जान जाब्या
    कि सर्वसक्तीमान यहोवा मोका पठएस ह।”

10 यहोवा कहत ह,
“सिय्योन, प्रसन्न ह्वा।
    काहेकि मइँ आवति हउँ अउर मइँ तोहरे सहर मँ रहब।
11 उ समइ अनेक रास्ट्रन क लोग यहोवा क लगे अइहीं।
    उ पचे मोर लोग होइहीं।
किन्तु सिय्योन, मइँ तोहार बीच रहब।”
    तउ तू पचे जान जाब्या
कि जउन मोका तोहमाँ पठएस ह
    सर्वसक्तीमान यहोवा अहइ।

12 यहोवा यहूदा क पवित्तर भूइँया मँ आपन निवासी बनाउब।
    अउर उ फुन दोबारा यरूसलेम क चुनब।
13 हे सब प्राणियन, यहोवा क समन्वा चपु रहा।
    काहेकि उ आपन पवित्तर निवास स्थान स जागकर निकालेस ह।

महायाजक क बारे मँ दर्सन

तब उ मोका महायाजक यहोसू क दिखाया। उ यहोवा क सरगदूत क समन्वा खड़ा भवा रहा। सइतान हुआँ यहोसू क जरिये कीन्ह गए बुरे करमन बरे दोख देइ बरे ओकर दहिना कइँती खड़ा रहा। तब यहोवा क सरगदूत कहेस, “सइतान, यहोवा तोहका फटकारइ। यहोवा जउन यरूसलेम क चुने रहा, तोहका फटकारइ। का इ मनई आगी स निकरा भवा बरत काठे क नाईं नाहीं बाटइ?”[a]

यहोसू सरगदूत क समन्वा खड़ा रहा अउर ओकरे ओढ़नन गन्दा रहेन। तब आपन निअरे खड़े भए दूसर सरगदूतन स सरगदूत कहेस, “यहोसू स गन्दा ओढ़नन क उतारि ल्या।” तब सरगदूत यहोसू स बातन किहेस। उ कहेस, “मइँ तोहरे अपराधन क छोरि लिहेउँ ह अउर मइँ तोहका नवा ओढ़ना देइउँ ह।”

तब उ कहेस, “ओकरे मूँड़ी पइ एक ठु साफ पगड़ी रखइ द्या।” यह बरे जब यहोवा क सरगदूत हुवाँ खड़ा रहा, उ पचे एक ठु साफ पगड़ी ओकरे मुँड़ी पइ रखेस अउर उ पचे ओका नवा ओढ़ना पहिराएन। तब यहोवा क सरगदूत यहोसू स अधिकार क संग कहेन:

इ उहइ अहइ जउन सर्वसक्तीमान यहोवा कहत ह:
“अगर तू मोर आदेसन क पालन करब्या
    अउर ओन बातन क करब्या जेका मइँ आदेस दिहेउँ ह,
तउ तू मोर घरे पइ सासन करब्या
    अउर तू मोर मन्दिर क आँगन क अधिकारी होब्या।
अउर मइँ तोहका ओन लगोन मँ आवइ-जावइ देब्या
    जउन हिआँ खड़ा अहइँ।
हे महायाजक यहोसू, सुना!
    तू अउर तोहका मीतन जउन तोहार समन्वा बइठा अहइ
इ बात क प्रतीक अहइ कि इ सबइ बात होब्या!
    सच ही, मइँ आपन सेवक क लइ आउब जउन ‘साख’ कहा जात ह।
उ पाथर हिआँ अहइ जेका मँ यहोसू क समन्वा राखेउँ।
    इ पाथर मँ सात आँखन अहइँ।
मइँ एह पइँ एक लेख खोदब।
    एक दिना मइँ ओह भूइँया प स पापन क खत्म करब”
सर्वसक्तीमान यहोवा इ सब कहत ह।

10 सर्वसक्तीमान यहोवा कहत ह,
“उ दिना तोहमाँ स
    प्रत्येक आपन पड़ोसियन क
आपन दाख-लता
    अउर अंजीर क बृच्छ क नीचे आमंत्रित करब्या।”

दीपाधार अउ दुइ जइतून क बृच्छ

तब ओकर पाछे जउन सरगदूत मोहसे बातन करत रहा, वापिस आएस अउर मोका जगाएस। मोका अइसा लाग जइसा कउनो क नींद जगाया जात ह। उ मोसे पूछेस, “तू का लखत अहा?”

मइँ जवाब दिहेउँ, “मइँ एक ठु ठोस सोना क डीबट लखत हउँ। हुवाँ ओकरे सिरे पइ एक ठु पिआला अहइ। पिआले मँ स सात ठु दीपक अहइँ। इ सबइ दीपक डीबट पइ अहइ अउर उ सबइ नाली क जुड़ा भवा अहइ। अउर दुइ जइतून क पेड़ पिआला क पीछे मँ अहइ एक ठु पिआल दाहिने तरफ अउर दूसरा पियाले क बाये तरफ अहइ।” तब मइँ, उ सरगदूत स जउन पूछेस जउन तोह स बातन करत रहा, “महोदय, एन सबन्क अरथ का अहइ?”

तब सरगदूत जउन मोहसे बातन करत रहा जवाब दिहेस, “का तू नाहीं जानत्या कि इ सबइ चिजियन का अहइँ?”

मइँ कहेउँ, “नाहीं, महोदय।”

तब उ मोहसे कहेस, “इ यहोवा क सँदेसा जरूब्बाबेल बरे बाटइ: ‘तोहरी सक्ति अउ प्रभुता स मदद नाहीं मिली। वरना तोहका मदद मोरी आतिमा स मिली।’ सर्वसक्तीमान यहोवा इ सब कहत ह। उ ऊँचके महान पर्वत, तू का अहइ? जरूब्बाबेल समन्वा तू एक समतल भुइँया क नाईं अहइ। उ मंदिर क बनाई। जब आखिरी पाथर इ पइ रखा जाइ तब लोग नरियाइ उठिहीं, ‘वाह केतॅना सुन्नर, वाह बहोत सुन्नर!”

तउ यहोवा वचन मोर लगे आवा, “जरूब्बाबेल क हाथन इ मंदिर क नींव पाथर राखब्या अउर ओकर हाथन इ मन्दिर क पूरा करब्या। हे लोगो तब तू पचे समुझब्या कि सर्वसक्तीमान यहोवा मोका तू लोगन क लगे पठएस ह। 10 जउन कउनो भी जउन उ दिन क मजाक उड़ावत ह जब छोटे स्तर पइ निर्माणकारी कार्य सुरू कीन्ह गवा रहा तउ जब उ पचे जरूब्बाबेल क हाथ मँ समारोह क पाथर जउन कि अन्तिम पाथर होइ तउ आन्दित होइ। इ सात दीपक यहोवा क आँख अहइ। सचमुच भुइँया पइ खोजइ बरे उ पचे आगे पीछे फिरत।”

11 तब मइँ ओहसे कहेउँ, “इ दुइ ठु जइतून क बृच्छ अहइँ। एक दीपाधार क दाईं अउर एक बाईं कइँती अहइ। इ सबइ का अहइँ?” 12 मइँ ओहसे इ भी कहेउँ, “मइँ जइतून क दुइनउँ साखा सोने क रंग क तेल लइ जात, सोना क नलन क सहारे लखेउँ। एन चिजियन क अरथ का अहइ?”

13 तब सरगदूत मोसे कहेस, “का तू नाहीं जानत्या कि एन चिजियन क अरथ का अरथ का बा?”

मइँ कहेउँ, “नाहीं महोदय।”

14 एह बरे उ जवाब दिहेस, “इ दुइ अभिसिक्त कीन्ह भवा मनई क प्रस्तुत करत ह जउन कि समूचइ धरती क सुआमी क बगल मँ खड़ा अहइ।”

प्रकासित वाक्य 18

बेबीलोन क नास

18 एकरे बाद मइँ एक अउर सरगदूत क अकास स बड़ा भव्यता स नीचे उतरत देखेउँ। ओकरी महिमा स समूची धरती चमकइ लाग। जउने जोरदार आवाज़ स पुकारत उ बोला:

“मिट गइ!
    बेबिलोन महानगरी मिट गइ!
उ दुस्ट आतिमन क रहस्य क घर बन गइ रही,
    उ असुद्ध मनइयन क आत्मा क बसेरा बन गइ रही,
अउर नफरत करइ लायक चिड़ियन क घर बन गइ रही।
    उ तमाम गन्दा, निन्दा करइ लायक जनावरन क बसेरा बन गइ रही।
काहेकि उ सबक व्यभिचार क क्रोध क मदिरा पिआए रही।
    जउने इ दुनिया क राजा क खुदइ जगाए रही,
ओकरे साथे व्यभिचार करे रहेन सासक लोग
    अउर ओनके भोगइ स इ दुनिया क धनी व्यापारी बना रहे।”

अकास स मइँ एक अउर अवाज़ सुनेउँ जउन कहत रही:

“अरे मोर मनइयन! तू उ सहर स बाहर निकर जा,
    ओनके पापन्ह क कतहूँ तू गवाहन न बनब्या,
    कतहूँ अइसा न होइ, कि जउन ओके नास रहेन, तोहरेन ऊपर न गिर जाइँ।
काहे बरे कि ओकरे पाप क गठरी आसमान तक ऊँची अहइ।
    परमेस्सर ओकरे बुरा काम क याद करत अहइ।
अरे! जइसेन कि उ तोहरे साथे करे रहा, वइसेन तू भी ओनके साथ करा
    उ तोहरे साथे जइसेन करे रहा, तू ओकर दुगना ओकरे साथे करा,
दूसरे क बरे उ तोहका जउने कटोरा मँ तीत दाखरस पिआए रह्या,
    तू ओका ओसे दुगुना तीत दाखरस पिआवा।
काहे बरे कि उ खुदइ क जउन महिमा अउर वैभव दिहेस,
    तू ओका यातना कहर अउर पीड़ा द्या।
काहे बरे कि उ खुदइ स कहति रही ह, ‘मइँ खुदइ राजा क आसन प बइठी महारानी अहउँ,
    मइँ विधवा न करबइ,
    इ बरे सोक न करा।’
इही बरे जउन नास होइ क तय होइ ग अहइ,
    उ एक ही दिन मँ ओका घेर लेइहीं।
महामृत्यु, महारोदन अउ दुर्भिच्छ भीसण अउर कइ देइहीं ओनका जलाय क राख, काहे बरे
    कि परमेस्सर पर्भू बहोत ताकतवर अहइ, अउर ओनही ओकर निआव करत अहइँ।”

“जउन धरती क राजा जउन ओकरे साथ यौन-पाप करे रहेन अउर ओकरे भोग विलास मँ हिस्सा बटाए रहेन, ओकरे जल जाइ क धुँआ जउ देखिइहीं तउ ओकरे बरे रोइहीं अउ चिल्लाइही। 10 उ पचे ओकरे कस्ट स ड़ेराइके हुवाँ स बहोत दूर खड़ा रहिहइँ:

‘ओ! ताकतवर नगर बेबीलोन!
    भयावह अउर भयानक हाय!
तोहार दण्ड तोहका तनिक देर मँ मिल गवा।’

11 “इ धरती क व्यापारी ओकरे कारन रोइहीं अउ चिल्लइहइँ काहे बरे कि ओनके कउनो चीज केउ अउर मोल न लेई, 12 न तउ केहू कउनो चीज लेइ-सोने क, चाँदी क, बेसकीमती रत्न, मोती, मलमल, बैंजनी, रेसमी अउर किरमिजी कपरा हर तरह क महकउआ लकड़ी, हाथी क दाँत क बनी तमाम चीज, अनमोल लकड़ी, काँसा, लोहा अउर संगमरमर सी बनी तमाम चीज, 13 दारचीनी, गुलमेंहदी, महकोरा, धूप, रसगन्धक, लोहबान, दाखरस, जइतून क तेल, मइदा, गोहूँ मवेसी, भेड़ी, घोड़ा अउर रथ, दास अउर मनई क सरीर अउर आतिमा क व्यापारिन कहिहीं:

14 ‘अरे बेबीलोन! उ सब चीजन अच्छी स अच्छी, जउने मँ तोहार दिल रम ग रहा,
तोहका छोड़के सब चली गइ अहइ।
    तोहार बहुमूल्य अउर बहुमूल्य वस्तुअन तोहरे हाथ स चली गइन ह।’

15 “उ व्यौपारी जउन एकइ सबकइ व्यौपार करत रहेन अउर एहसे धनी बन ग रहेन, उ दूर खड़ा रहिहइँ काहे बरे कि उ कस्ट स डेराइ ग अहइ। उ रोअत चिल्लात 16 कहिहइँ:

‘केतना डरावना अहइ अउर केतना भयानक अहइ, महानगरी इ उहीं क बरे हहइ।
    जउन नीक नीक मलमली कपड़ा पहनत रही,
    जउने रंग बैंजनी अउत किरमीजी रहा!
    अउर जउन सोने स सजत रही, बेसकीमती रत्नन स, सजी मोतियन स
17 अउर इ सारी सम्पत्ति तनिक देर मँ मिट गइ।’

“फिन जहाज क हर कप्तान या हर उ मनई जउन जहाज स चाहे जहाँ कहूँ जाइ सकत ह अउर सबइ मनई जउन समुद्र स आपन जीविका चलावन हीं, उ नगरी स दूर खड़ा रहेन। 18 अउर जउ उ पचे ओकरे जरे स उठत धुँआ क उठत भए देखेन तउ जोर स चिल्लाइ उठेन, ‘इ बड़ी नगरी क तरह अउर कउन नगरी अहइ?’ 19 फिन उ पचे आपने मूँडे प धूल डावत जोर स चिल्लानेन, अउर कहेन:

‘महानगरी! हाय, इ केतॅनी भयानक अहइ! उ रोअत अउर सोक मनावत भए कहेन: हाय, हाय!
    महान नगरी जेकरे सम्पत्ति स सब जहाजवाले धनवान होइ गए रहेन!
    अब घण्टा भर ही मँ उजर गई।
20 हे सरग, प्रेरितन! अउर नबियन! ओकरे बरे खुसी मनावा,
    परमेस्सर क लोगन खुसी मनावा!
काहेकि परमेस्सर ओका उहइ तरह दण्ड दइ दिहेन जइसेन दण्ड उ तोहका दिहे रहा।’”

21 फिन एक ताकतवर सरगदूत चक्की क पाट जइसी एक जबर क चटृान उठायेस अउर ओका समुद्दर मँ फेंकत कहेस,

“महानगरी! अरी बेबीलोन महानगरी! तोहका क इहइ गति स बलपूर्वक फेंक दीन्ह जाई,
    अउर तू नस्ट होइ जाबू, फिन स मिलन पउबू।
22 अउर तुझमाँ बीणा बादकन, संगितगन बँसुरी बजावइवालन
    अउर तुरही फूँकइवालन क स्वर
फिन कबहुँ सुनाई पड़ी,
    न कउनो कला सिल्पी तोहरे मँ पावा जाई
न तोहमाँ न कउनो
    चक्की क आवाज़ सुनाइ देई।
23 अउर कबहुँ फिन दिया क ज्योति न चमकी,
    अउर न तउ कबहुँ फिन
दुल्हा दुलहिन क मीठी आवाज़ गूँजी।
    तोहरे न व्यपारी जे दुनिया
महान लोगन मँ स रहेन
    तोहार जादूगरी जाति भरमाई गइन रहीं।
24 इ नगरी मँ नबियन क खून बहावा पावा ग रहा, अउर परमेस्सर क पवित्तर मनइयन क लहू बहावा ग रहा,
    अउर उ सबहिं जेका इ धरती प बलि चड़ाइ दीन्ह ग रही।”

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Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.