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Old/New Testament

Each day includes a passage from both the Old Testament and New Testament.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
यहेजकेल 42-44

याजकन क कमरन

42 तब उ मनई मोका बाहरी आँगन मँ लइ गवा जेकर सामना उत्तर क रहा। उ ओन कमरन मँ लइ गवा जउन मन्दिर स आँगन क आर-पार अउर उत्तर क भवनन क आर-पार रहेन। उत्तर कइँती क भवन सौ हाथ लम्बा अउ पचास हाथ चउड़ा रहा। हुआँ भीतरी आँगन क आगे बीस हाथ लम्बा खुला छेत्र अउर बाहरी आँगन क आगे पक्का गल्यारा रहेन। ओन भवनन पइ तीन तीन छज्जन रहेन। उ सबइ एक दूसर क आमने-समने रहेन। कमरन क समन्वा एक बिसाल कच्छ रहा। उ भीतर पहोंचत रहा। इ दस हाथ चउड़ा, सउ हाथ लम्बा रहा। ओकर दरवाजन उत्तर कइँती रहेन। ऊपर क कमरन जियादा पातर रहेन काहेकि छज्जत बीच अउ निजली मंजिल स जियादा जगह घेरे रही। कमरन तीन मंजिलन पइ रहेन। बाहरी आँगन खम्भन क तरह ओनकर खम्भन नाहीं रहेन। एह बरे ऊपर क कमरन बीच अउ खाले क मंजिल क कमरन स जियादा पाछे रहेन। बाहेर एक देवार रही। इ कमरन क समानान्तर रही। इ कमरन क समन्वा बाहरी आँगन तलक रहेन। इ पचास हाथ लम्बा रहा। कमरन क कतार जउन कि बाहेरी आँगन कइँती गएन रहा पचास हाथ लम्बी रही। मन्दिर क समन्वा क कमरन क कुल लम्बाई सौ हाथ रहेन। एन कमरन क निचे एक प्रवेसपथ रहा जउन बाहरी आँगन स होत भवा पूरब क लइ जात रहा। 10 पूरब क कइँती क आँगन क देवारन मँ,

सटा भवा आँगन अउर भवन क आपने-सामेन कमरन रहेन। 11 हुआँ एक बिसाल कच्छ रहा। उ सबइ उत्तर क कमरन क नाईं रहेन। ओन सबइ क लम्बाइ अउ चउड़ाइ समान रहेन अउर उहइ तरह दरवाजन रहेन। 12 दक्खिन क कमरन क खाले एक दुआर रहा जउन पूरब कइँती जात रहा। इ बिसाल कच्छ मँ पहोंचावत रहा। दक्खिन क कमरन क आर-पार एक विभाजक देवार रही।

13 उ मनई मोहसे कहेस, “आँगन क आर-पार वाले दक्खिन क कमरन अउ उत्तर क कमरन पवित्तर कमरन अहइँ। इ सबइ ओन याजकन क कमरन अहइँ जउन यहोवा क बलि-भेंट चढ़ावत हीं। उ सबइ याजक एन कमरन मँ सबनत पवित्तर भेंट क खइहीं। उ पचे सब स जियादा पवित्तर भेंट क हुवाँ रखिहीं। काहेकि इ जगह पवित्तर अहइ। सब स जियादा पवित्तर भेंटन इ सबइ अहइँ: अन्न भेंट, पाप बरे भेंट अउर अपराध भेंट। 14 याजक पवित्तर छेत्र मँ प्रवेस करिहीं। किन्तु बाहरी आँगन मँ जाइ क पहिले उ पचे आपन सेवा-वस्त्र पवित्तर ठउर मँ रख देइहीं। काहेकि इ समइ वस्त्र पवित्तर अहइँ। जदि याजक चाहत ह कि उ मन्दिर क उ भाग मँ जाइ जहाँ दूसर लोग अहइँ तउ ओका ओन कमरन मँ जाइ चाही अउर दूसर वस्त्र पहिर लेइ चाही।”

मन्दिर क बाहरी हींसा

15 उ मनई जब मन्दिर क बाहारी आगँन क नाप लेइ खतम कइ चुका, तउ उ मोका उ फाटक स बाहेर लिआवा जउन पूरब क रहा। उ मन्दिर क बाहेर चारिहुँ कइँती नापेस। 16 उ मनई नापदण्ड स, पूरब क सिरा क नापेस। इ पाँच सौ छड़ लम्बा रहा। 17 उ उत्तर क सिरे क नापेस। इ पाँच सौ छड़ लम्बा रहा। 18 उ दक्खिन क सिरे क नापेस। इ पाँच सौ छड़ लम्बा रहा। 19 उ पच्छिम क तरफ चारिहुँ कइँती गवा अउर एका नापेस। इ पाँच सौ छड़ लम्बा रहा। 20 उ मन्दिर क चारिहुँ ओस स नापेस। देवार मन्दिर क चारिहुँ ओर गइ रही। देवार पाँच सौ छड़ लम्बी अउर पाँच सौ छड़ चउड़ी रही। इ पवित्तर स्थान क साधारण स्थान अलागावइ बरे हुवाँ रही।

यहोवा आपन लोगन क बीच रही

43 उ मनई मोका फाटक तलक लइ गवा, उ फाटक जउन पूरब क खुलत रहा। हुवाँ पूरब स इस्राएल क परमेस्सर क महिमा उतरी। परमेस्सर क अवाज क सोरमचावत भवा अधिक पानी आवाज़ क समान तेज रही। परमेस्सर क महिमा स भुइँया प्रकास स चमक उठी। उ दर्सन वइसा ही रहा जउन मइँ उ समइ लखेउँ जब उ नगर विनास करइ बरे आवा रहा वइसा ही रहा। जइसा दर्सन मइँ कबार नदी क किनारे लखे रहेउँ। अउर मइँ मुहँ क बल धरती पइ गिर पड़इ गवा। यहोवा क महिमा, मन्दिर मँ उ फाटक स आइ जउन पूरब क खुलत ह।

तब आतिमा मोका ऊपर उठाएस अउर भीतरी आँगन मँ लइ गइ। यहोवा क महिमा मन्दिर क भर दिहस। मइँ मन्दिर क भीतर स कउनो क मोरे संग बातन करत सुनेउँ। मनई मोर बगल मँ खड़ा रहा। मन्दिर मँ एक अवाज मोका कहेस, “मनई क पूत, इहइ ठउर मोरे सिंहासन अउ पदपीठ अहइ। मइँ इ ठउर पइ इस्राएल क लोगन मँ सदा रहब। इस्राएल क परिवार मोरे पवित्तर नाउँ क फिन अपमान नाहीं करी। राजा अउर ओनकर लोग मोरे पवित्तर नाउँ क बिभिचारी स अउर आपन-आपन उच्च ठउरे पइ राजा लोगन क ल्हासन दफनाइके लज्जित नाहीं करिहीं। उ पचे मोरे नाउँ क, आपन डवेढ़ी क मोर डवेढ़ी क संग बनाइके अउर दुआर खम्भा क मोरे दुआर खम्भा क संग बनाइके लज्जित नाहीं करिहीं। पुराने जमाने मँ सिरिफ एक देवार मोरे घरे क ओनॅस अलग करत रही। एह बरे उ पचे हर समइ जब कबहुँ भी पाप अउर भयंकर कामन क किहेन तब मोरे पवित्तर नाउँ क लज्जित किहन। इहइ कारण रहा कि मइँ कोहाइ गएउँ अउर ओनका नस्ट किहेउँ। अब ओनका बिभिचार क दूर करइ द्या अउर अपने राजा लोगन क ल्हासन क मोका बहोत दूर लइ जाइ द्या। तब मइँ ओनके बीच सदा रहब।

10 “अब मनई क पूत, इस्राएल क परिवार स मन्दिर क बारे मँ कहा। तब उ पचे आपन पापन पइ लज्जित होइहीं। उ पचे मन्दिर क जोजना क बारे मँ सिखिहीं। 11 उ पचे ओन बुरे कामन बरे लज्जित होइहीं जउन उ पचे किहेन ह। ओनका मन्दिर क आकृति समुझइ द्या। ओनका इ सीखइ द्या कि उ कइसे बनी, ओकर प्रवेस दुआर, निकास दुआर अउर एह पइ क सारी रूपकृतियन कहाँ होइहीं। ओनका एकर सबहिं नेमन अउर विधियन क बारे मँ सिखावा अउर एनका लिखा जेहसे उ पचे सबहिं एनका लखि सकइँ। तब उ पचे मन्दिर क सबहिं नेमन अउर विधियन क पालन करिहीं। तब उ पचे इ सब कछू कइ सकत हीं। 12 मन्दिर क नेम इ अहइ: पर्वत क चोटी पइ सारा छेत्र सब स जियादा पवित्तर अहइ। इ मन्दिर क नेम अहइ।

वेदी

13 “वेदी क नाप, लम्बा हाथ क नाप क अनुसार इ अहइ: हाथ का नाप साधारण हाथ स चार अंगुल बड़ा राह। वेदी क नेंव क चारिहुँ कइँती एक गन्दा नाला रहा। इ एक हाथ गहिर अउर एक हाथ चउड़ा रहा। किनारा क चारिहुँ कइँती एक बीत्ता ऊँचा पट्टी रहा। वेदी केतनी ऊँची रही, उ इ रही। 14 भुइँया स निचली किनारी तलक, नेवं क नाप दुइ हाथ अहइ। इ एक हाथ चउड़ी रही। छोटी किनारी स बड़ी किनारी तलक एकर नाप चार हाथ रही। इ दुइ हाथ चउड़ी रही। 15 वेदी पइ आगी क जगह चार हाथ ऊँच रही। वेदी क चारिहुँ कोने सीगंन क आकार क रहेन। 16 वेदी पइ आगी क जगह बारह हाथ लम्बी अउर बारह हाथ चउड़ी रही। इ पूरी तरह वर्गाकार रहा। 17 किनारा भी वर्गाकार रही अउर चौदह हाथ लम्बी अउर चउदह हाथ चउड़ी रही। एकरे चारिहुँ ओर आधा हाथ चउड़ी एक पट्टी रही। (नेंव क चारिहुँ कइँती गन्दी नाली एक हाथ चउड़ी रही।) वेदी तलक जाइवाली सीढ़ियन पूरब दिसा मँ रहिन।”

18 तब उ मनई मोहसे कहेस, “मनई क पूत, सुआमी यहोवा इ कहत ह: ‘वेदी बरे इ सबइ नेम अहइँ। जउने दिन इ होमबलि चढ़ावइ बरे अउर एह पइ खून बहावइ बरे तइयार होइ जाइ तउ, 19 तोहका लेवी कबीला क याजकन क जउन कि सदोक क सन्तानन अहइ एक ठु जवान साँड़ देइ चाही। उ पचे ओन लोग अहइ जउन कि मोर बरे भेंट क जराइके मोर सेवा किहेस।’” मोर सुआमी यहोवा इ कहेस। 20 “तू बैल क कछू खून लेब्या अउर वेदी क चारिहुँ सींगन पइ, किनारे क चारिहुँ कोनन पइ अउर पट्टी क चारिहुँ ओर डउब्या। इ तरह तू वेदी क पवित्तर करब्या अउर एकरे बरे प्रायस्चित अदा करब्या। 21 तू बैल क पाप बलि क रूप मँ लेब्या। बैल, पवित्तर छेत्र क बाहेर, मन्दिर क खास जगह पइ जरावा जाइ।

22 “दूसर दिन तू बोकरा भेंट करब्या जेहमाँ कउनो दोख नाहीं होइ। इ पाप बलि होइ। याजक वेदी क उहइ तरह पवित्तर करी जउने तरह उ बैल स ओका पवित्तर किहस। 23 जब तू वेदी क पवित्तर करब समाप्त कइ चुका तब तोहका चाही कि तू एक दोख रहित जवान बैल अउर एक दोख रहित भेड़ा बलि चड़ावा। 24 तब याजक ओन पइ नून छिछकारिहीं। तब याजक बैल अउर भेड़ा क यहोवा क होमबलि क रूप मँ बलि चढ़इहीं। 25 तू एक बोकरा हर रोज सात दिन तलक, पाप बलि क बरे तइयार करब्या। तू एक नवा बैल अउ झुण्ड स एक भेड़ा भी तइयार करब्या। बैल अउ भेड़न मँ कउनो दोख नाहीं होइ चाही। 26 सात दिन तलक याजक वेदी क पवित्तर करत रहिहीं। तब याजक वेदी क समर्पित करिहीं। 27 उ सबइ सात दिन पूरा होइ जइहीं। अठएँ दिन अउर ओकरे आगे याजक क तोहार होमबलि अउ मेलबलि वेदी पइ चढ़ाइ चाही। तब मइँ तोहका अंगीकार करब।” मोर सुआमी यहोवा इ कहेस।

बाहरी दुआर

44 तब उ मनई मोका मन्दिर क बाहरी फाटक, जेकर सामना पूरब क अहइ, वापस लिआवा। अउर बाहरी दुआर बन्द रहा। यहोवा मोहसे कहेस, “इ फाटक बन्द रही। इ खोला नाहीं जाई। कउनो भी एहसे होइके प्रवेस नाहीं करी। काहेकि इस्राएल क परमेस्सर यहोवा एहसे प्रवेस कइ चुका अहइ। एह बरे इ बंद रहइ चाही। उ लोगन क सासक इ जगह पइ तब बइठी जब उ यहोवा क संग रोटी खाइ। उ फाटक क संग क प्रवेस कच्छ क दुआर स प्रवेस करी तथा उहइ रास्ते स बाहेर जाइ।”

मन्दिर क पवित्तरता

तब उ मनई मोका उत्तरी दुआर स मन्दिर क समन्वा लिआवा। मइँ निगाह डाएउँ। अउर यहोवा क महिमा क यहोवा क मन्दिर मँ भरत लखेउँ। मइँ मुँहे क बल धरती पइ गिरि गवा। यहोवा मोहसे कहेस, “मनई क पूत, बहोत सावधानी स लखा। आपन आँखिन अउर कानन क उपयोग करा। एन चिजियन क लखा। मइँ तोहका मन्दिर क बारे मँ सबहिं नेम-विधि बतावत हउँ। सावधानी क साथ मन्दिर क प्रवेस-दुआर अउर पवित्तर ठउर स सबहिं निकासन क लखा। तब इस्राएल क ओन लोगन क इ सँदेसा द्या जउन मोर आग्या क पालन करइ स इन्कार कइ दिहे रहेन। ओनसे कहा, मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, ‘इस्राएल क परिवार, मइँ तोहरे जरिये कीन्ह गइ भयंकर करमन क जरूरत स जियादा सहन किहेउँ ह। तू बिदेसियन क मोरे मन्दिर मँ लिआया अउर ओन लोगन क फुरइ खतना नाहीं भवा रहा। उ पचे पूरी हिरदय स मोरे बरे समर्पित नाहीं रहेन। इ तरह तू मोरे मन्दिर क अपवित्तर किहे रह्या। तू हमार करार क तोड़या, भयंकर काम किहा अउ तब तू आपन देवमूरतियन क मोर रोटी, चर्बी अउ खून चढ़ाएस। किन्तु इ मोरे मन्दिर क गन्दा बनाएस। तू मोर पवित्तर चिजियन क देखभाल नाहीं किहा। नाहीं, तू बिदेसियन क मोरे मन्दिर बरे उत्तरदायी बनाया।’”

मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “एक बिदेसी क जेकर खतना न भवा होइ, मोरे मन्दिर मँ नाहीं आवइ चाही, ओन बिदेसियन क भी नाहीं, जउन इस्राएल क लोगन क बीच स्थायी रूप स रहत हीं। ओकर खतना जरूर होइ चाही अउर ओका मोरे बरे पूरी तरह समर्पित होइ चाही, एकरे पूरब कि उ मोरे मन्दिर मँ आवइ। 10 पुराने जमाने मँ, लेबीबंसियन मोका तब छोड़ दिहन, जब इस्राएल मोरे खिलाफ होइ गवा रहा। इस्राएल मोका आपन देवमूरतियन क अनुसरण करइ बरे छोड़ेस। लेवी बंसी आपन पाप बरे दण्डित होइहीं। 11 लेवी बंसी मोरे पवित्तर ठउर मँ सेवा करइ बरे चुने ग रहेन। उ पचे मन्दिर क फाटक क चौकीदारी किहन। उ पचे मन्दिर मँ सेवा किहन। उ पचे बलियन तथा होमबलियन क जनावरन क लोगन बरे मारेन। उ पचे लोगन क मदद करइ अउर ओनकर सेवा बरे चुने गए रहेन। 12 किन्तु ओन लेवी बंसियन मोरे विरूद्ध पाप करइ मँ लोगन क सहायता किहन। उ पचे लोगन क देवमूरतियन क पूजा करइ मँ सहायता किहन। एह बरे मइँ ओनके विरूद्ध प्रतिग्या करत हउँ, ‘उ पचे आपन पाप बरे दण्डित होइहीं।’” मोर सुआमी यहोवा इ बात कहेस ह।

13 “एह बरे लेवीबंसी याजकन क रूप मँ मोर लगे भेंट नाहीं लइहीं मोर सेवा करइहीं। उ पचे मोर कउनो भी पवित्तर चीज या सब स जियादा पवित्तर वस्तु क नाहीं चढ़ाइहीं। उ पचे आपन लज्जा क, जउन बुरे काम उ पचे किहन, ओकरे कारण ढोइहीं। 14 किन्तु मइँ ओनका मन्दिर क देखभाल करइ देब। उ पचे मन्दिर मँ काम करिहीं अउर उ सबइ काम करिहीं जउन एहमाँ कीन्ह जात हीं।

15 “सबहिं याजक लेवी क परिवार समूह स अहइँ। किन्तु जब इस्राएल क लोग मोरे विरूद्ध मोहसे दूर गएन तब केवल सादोक परिवार क याजकन मोरे पवित्तर ठउर क देखभाल किहेन। एह बरे केवल सादोक क बंसज ही मोका भेंट लइहीं। उ पचे मोरे समन्वा खड़े होइहीं अउर आपन बलि चढ़ाए गए जनावरन क चर्बी अउर खून मोका भेंट करिहीं।” मोर सुआमी यहोवा इ कहेस। 16 “उ पचे मोर पवित्तर ठउर मँ प्रवेस करिहीं। उ पचे मोर मेज क लगे मोर सेवा करइ अइहीं। उ पचे ओन चिजियन क देखभाल करिहीं जेनका मइँ ओनका दिहेउँ। 17 जब उ पचे भीतरी आँगन क फाटकन मँ प्रवेस करिहीं तब उ पचे सन क वस्त्र पहिरहीं। जब उ पचे भीतरी आँगन क फाटक अउर मन्दिर मँ सेवा करिहीं, तब उ पचे ऊनी वस्त्र निहचित ही नाहीं पहिरहीं। 18 उ पचे सन क पगड़ी अपने मूँड़े पइ धारण करिहीं, अउर उ पचे सन क जाँघिया पहिरहीं। उ पचे अइसा कछू नाहीं पहिरहीं जेहसे पसीना आवइ। 19 उ पचे मोर सेवा करत समइ क वस्त्र क, बाहरी आँगन मँ लोगन क लगे जाइ क पहिले, उतारिहीं। तब उ पचे दूसर वस्त्र पहिरहीं। इ तरह उ पचे लोगन क ओन पवित्तर वस्त्रन क छुअइ नाहीं देइहीं।

20 “उ पचे याजकन क आपन मूँड़े क बाल मुड़वाइ नाहीं चाही अउर न ही आपन बालन क बहोत बढ़इ देइ चाही। याजक आपन मूँड़े क बालन क सिरिफ छँटाई कइ सकत हीं। 21 कउनो भी याजक उ समइ दाखरस नाहीं पी सकत जब उ पचे भीतरी आँगन मँ जात ह। 22 याजक क बिधवा स या तलाक मिली मेहरारू स बियाह नाहीं करइ चाही। नाहीं, उ पचे क सिरिफ इस्राएल क परिवार क कुँवारी कन्या स बियाह करइ चाही। या उ पचे कउनो याजकन क बिधवा स बियाह कइ सकत ह।

23 “याजक मोरे लोगन क पवित्तर चिजियन अउर जउन चिजियन पवित्तर नाहीं अहइँ, क बीच अन्तर क बारे मँ भी सिच्छा देइहीं। उ पचे मोरे लोगन क, जउन सुद्ध अउर जउन सुद्ध नाहीं अहइ, क जानकारी करइ मँ मदद देइहीं। 24 याजक कचहरी मँ निआउ क जज होइ। उ पचे लोगन क संग निआउ करत समइ मोरे नेम क अनुसरण करिहीं। उ पचे मोर बिसेस दावतन क समइ मोरे नेम-विधियन क पालन करिहीं। उ पचे मोर बिसेस विस्राम क दिनन क सम्मान करिहीं अउर ओनका पवित्तर रखिहीं। 25 उ पचे मनई क ल्हास क लगे जाइके आपन क अपवित्तर करइ नाहीं जइहीं। किन्तु उ पचे तब अपने क अपवित्तर कइ सकत हीं जदि मरइवाला मनई पिता, माता, पूत, बिटिया, भाई या बिन ब्याही बहिन होइ। इ सबइ याजक क अपवित्तर बनाई। 26 सुद्ध कीन्ह जाइ क पाछे याजक क सात दिन तलक प्रतीच्छा करइ चाही। 27 तब इ पवित्तर ठउर क लउट सकत ह। किन्तु जउने दिन उ भीतरी आँगन क पवित्तर ठउर मँ सेवा करइ जाइ, ओका पाप बलि अपने बरे चढ़ावइ चाही” मोर सुआमी यहोवा इ कहेस।

28 “लेवीबंसियन क आपन भुइँया क बारे मँ: मइँ ओनकर सम्पत्ति हउँ। तू लेवीबंसियन क कउनो सम्पत्ति इस्राएल मँ नाहीं देब्या। मइँ इस्राएल मँ ओनकर हीसंन मँ हउँ। 29 उ पचे अन्नबलि, पापबलि, दोखबलि खाइ क बरे पइहीं। जउन कछू इस्राएल क लोग यहोवा क देइहीं, उ ओनकर होइ। 30 हर तरह क तइयार फसल क पहिला भाग याजकन बरे होइ। तू आपन साने आटे क पहिला हींसा भी याजक क देब्या। इ तोहरे परिवार पइ आसीर्वाद क बर्खा करी। 31 याजक क उ पंछी या जनावर नाहीं खाइ चाही जेकर अपने आप मउत होइ या जउन जंगली जनावर क जरिये टूका टूका कइ दीन्ह ग होइ।

1 यूहन्ना 1

इ दुनिया क सुरुआत स रहा: हम एका सुने अही अपनी आंखन स देखे अही अउर बहुत धियान स निहारे, एका अपने हाथन स खुदइ छुए अही। हम उ बचन (मसीह) क बावत बतावत अही जउन जीवन अहइ। उही जीवन क ज्ञान हमका करावा गवा। हम ओका देखे अही। हम ओकर साच्छी अही अउर अब हम तोहका पचे क उही अनन्त जीवन क घोसणा करत अही जउन परमपिता क साथे रहा अउर जेकर जानकारी हमका कराई गइ। हम ओका देखे अउर सुने अही। अब तोहका उही क उपदेस देत अही जइसेन कि तू हमार साथी रहा। हमार इ साथ परमपिता अउर ओनकइ पूत ईसू मसीह क साथे अहइ। हम इ सब बात तोहरे बरे इ कारण स लिखत अही जइसेन कि तोहार आनन्द पूरा होइ जाइ।

परमेस्सर हमरे पापन क छमा करत ह

हम ईसू मसीह स जउन सुसमाचार सुने अही, उही क हम तोहका सुनावत अही, परमेस्सर ज्योति अहइ अउर ओहमा तनिकउ अँधेरा नाहीं अहइ। जदि हम कही कि ओके सहित हमार सहभागिता अहइ, अउर पाप क अँधियारे स भरा जीवन जिअत रही तउ हम झूठ बोलत अही अउर सच्चाई प आचरण नाहीं करत अही। मुला जदि हम ज्योति मँ आगे बढ़ित अही काहेकि ज्याति मँ परमेस्सर अहइ, अउर एक दुसरे क सहभागी अही। अउर परमेस्सर क पूत ईसू क लहू स हमार सब पापन क सुद्ध कइ देत ह।

जदि हम कहित ह कि हमरे मँ कउनो पाप नाहीं अहइ तउ हम खुदइ अपने आपका ठगत अही अउर हमसे परमेस्सर क सत्य नाहीं अहइ। जदि हम आपन पाप क मान लेइत ह तउ हमरे पापन क परमेस्सर छमा कइ देत ह, परमेस्सर बिसवासनीय अहइ, अउर उ जउन करत ह उ उचित अहइ। अउर उ हमरे गलत कामन स सुद्ध कर देत ह। 10 अगर हम कहित ह कि हम कउनो पाप नाहीं करे अही तउ हम परमेस्सर क झूठा बतावत अही अउर ओकर उपदेस हमरे मँ नाहीं अहइँ।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

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