Old/New Testament
झुरान हाड़न क दर्सन
37 यहोवा क सक्ति मोह पइ आयी। यहोवा क आतिमा मोका नगर क बाहेर लइ गई अउर खाले एक घाटी क बीच मँ राखेस। घाटी मरे लोगन क हाड़न क भरी रही। 2 घाटी मँ अनगिनत हाड़न भुइँया पइ पड़े रहेन। यहोवा मोका हाड़न क चारिहुँ कइँती घुमाएस। मइँ लखेउँ कि हाड़न बहोत झुरान अहइँ।
3 तब मोर सुआमी यहोवा मोहसे कहेस, “मनई क पूत, का इ हाड़न जीवित होइ सकत ही?”
मइँ जवाब दिहेउँ, “मोर सुआमी यहोवा, उ सवाल क जवाब सिरिफ तू जानत अहा।”
4 मोर सुआमी यहोवा मोहसे कहेस, “ओन हाड़न स मोरे बरे बातन करा। ओन हाड़न स कहा, ‘झुरान हाड़ो यहोवा क वचन सुना! 5 मोर सुआमी यहोवा तू झुरान हाड़न स कहत ह: मइँ तू सबइ क अन्दर साँस दाखिल करब। अउर तू पचे जीवित होइ जाब्या। 6 मइँ तोहरे पचन्क ऊपर नसन अउर माँस पेसियन चढ़ाउब अउर मइँ तोहका पचन्क चमड़ी स ढक देब। तब मइँ तोहार अन्दर साँस फूँकब। अउर तू पचे फुन जीवित होइ उठब्या। तब तू पचे समुझब्या कि मइँ यहोवा हउँ।’”
7 अत: मइँ यहोवा बरे ओन हाड़न स वइसे ही बातन किहेउँ कि जइसा उ कहेस। जब मइँ अभी बात करत ही रहेउँ तबहिं मइँ प्रचण्ड ध्वनि सुनेउँ। हाड़न खड़खड़ाइ लागिन अउर हाड़न हाड़न स एक संग जुड़िन। 8 हुवाँ मोर आँखिन क समन्वा नसन, माँस पेसियन अउर चमड़ी हाड़न क ढकब सुरू किहस। किन्तु ओनमाँ साँस नाहीं रहा।
9 तब मोर सुआमी यहोवा मोहसे कहेस, “साँस स मोरे बरे कहा। मनई क पूत, मोरे बरे साँस स बातन करा। साँस स कहा कि सुआमी यहोवा इ कहत अहइ: ‘हे साँस, हर दिसा स आवा अउर एन ल्हासन मँ साँस भरा। ओनमा साँस भरा अउर उ पचे फुन जीवित होइ जाइहीं।’”
10 इ तरह मइँ यहोवा बरे साँस स बातन किहेउँ जइसा उ कहेस अउर ल्हासन मँ साँस आइन। उ पचे जी उठेन अउर खड़े होइ गएन। हुआँ बहोत स मनसेधू रहेन, उ पचे एक ठु बड़की फउज रहेन।
11 तब मोर सुआमी यहोवा मोहसे कहेस, “मनई क पूत, इ सबइ हाड़न इस्राएल क पूरे परिवार क दर्सावत अहइँ। इस्राएल क लोग कहत हीं, ‘हमार हाड़न झुराइ गइ अहइँ, हमार आसा समाप्त अहइ। हम पूरी तरह नस्ट कीन्ह जाइ चुकी अहइँ।’ 12 एह बरे ओनसे मोरे बरे बातन करा। ओनसे कहा सुआमी यहोवा इ कहत ह, ‘मोर लोगो, मइँ तोहार पचन्क कब्रन खोलब अउर तू सबइ पचन्क कब्रन क स बाहेर लिआउब। तब मइँ तू पचन्क इस्राएल क भुइँया पइ लिआउब। 13 मोरे लोगो, मइँ तोहार पचन्क कब्रन खोलब अउर तोहार पचन्क कब्रन स तू पचन्क बाहेर लिआउब। तब तू पचे समुझब्या कि मइँ यहोवा हउँ। 14 मइँ आपन साँस तू पचन्मँ डाउब अउर तू पचे फुन स जीवित होइ जाब्या। तब तू पचन्क मइँ तोहरे पचन्क देस मँ वापस लिआउब। तब तू पचे जनब्या कि मइँ यहोवा हउँ। तू पचे जनब्या कि मइँ इ सबइ बातन कहेउँ अउर ओनका घटित कराया।’” यहोवा इ कहे रहा।
यहूदा अउ इस्राएल क फिर एक होब
15 मोका यहोवा क बचन फुन मिला। उ कहेस, 16 “हे मनई क पूत, एक कुबरी ल्या अउर ओह पइ इ सँदेसा लिखा: ‘इ कुबरी यहूदा अउर ओकर मीतन, इस्राएल क लोगन क अहइ।’ तब दूसर कुबरी ल्या अउर एह पइ लिखा, ‘एप्रैम क इ कुबरी यूसुफ अउर ओकर मीत, इस्राएल क लोगन क अहइ।’ 17 तब दुइनउँ कुबरियन क एक संग जोर द्या। तोहरे हाथे मँ उ सबइ एक कुबरी होइ।
18 “तोहार लोग इ स्पस्ट करइ क कहिहीं, कि एकर अरथ का अहइ। 19 ओनसे कहा कि सुआमी यहोवा कहत ह, ‘मइँ यूसुफ क कुबरी लेब जउन कि एप्रैम अउर ओकर मीत इस्राएल क काबिल क हाथन मँ अहइ। तब मइँ उ कुबरी क यहूदा क कुबरी क संग रखब अउर एनकर एक ठु कुबरी बनाउब। उ पचे मोरे हाथे मँ एक ठु कुबरी होइ।’
20 “ओनकर आँखिन क समन्वा ओन कुबरियन क आपन हाथन मँ धरा। तू उ सबइ नाउँ पइ ओन कुबरियन पइ लिखे रह्या। 21 लोग स कहा कि सुआमी यहोवा इ कहत ह: ‘मइँ इस्राएल क लोगन क ओन रास्ट्रन स लिआउब, जहाँ उ पचे गवा अहइँ। मइँ ओनका चारिहुँ कइँती स बटोरब अउर ओनके अपने देस मँ लिआउब। 22 मइँ ओनका इस्राएल क पर्वतन क प्रदेस मँ एक रास्ट्र बनाउब। ओन सबहिं क सिरिफ एक राजा होइ। उ पचे दुइ रास्ट्र नाहीं बना रहिहीं। उ पचे भविस्स मँ राज्जन मँ नाहीं बाँटा जाइ सकतेन। 23 उ पचे आपन देवमूरतियन अउ भयंकर मूरतियन या आपन दूसर कउनो पापन स आपन आपका अउर दूसित नाहीं करिहीं। किन्तु मइँ ओन लोगन क ओनकर सबहिं पापन स जउन उ पचे किहे रहा बचाउब, अउर मइँ ओनका सबहिं ठउरन जहाँ उ पाप किहे रहेन एक संग बटोरब। मइँ ओनका पवित्तर बनाउब। उ सबइ मोर लोग होइहीं। अउर मइँ ओनकर परमेस्सर रहब।
24 “‘मोर सेवक दाऊद ओनके ऊपर राजा होइ। ओन सबहिं क सिरिफ एक गड़रिया होइ। उ पचे मोर नेमन क सहारे होइहीं अउर मोरे विधियन क पालन करिहीं। उ पचे उ काम करिहीं जउन मइँ कहब। 25 उ पचे उ भुइँया पइ रहिहीं जउन मइँ आपन सेवक याकूब क दिहेउँ। तोहार पुरखन उ ठउर पइ रहत रहेन अउर मोर लोग हुवाँ रहिहीं। उ पचे, ओनकर गदेलन अउर ओनकर पोतन-पोतियन हुवाँ हमेसा रहिहीं अउर मोर सेवक दाऊद ओनकर प्रमुख सदा रही। 26 मइँ ओनके संग एक सान्ति सन्धि करब। इ सन्धि सदा बनी रही। मइँ ओनका ओनकर देस देब मंजूर करब। मइँ ओनका बहुसंख्यक लोग बनाउब मंजूर करब। मइँ आपन पवित्तर ठउर हुवाँ ओनक संग सदा बरे रखब मजूंर करत हउँ। 27 मोर पवित्तर तम्बू हुवाँ ओनके बीच रही। हाँ, ओनकर परमेस्सर अउर उ पचे मोर लोग होइहीं। 28 तब दूसर रास्ट्र समुझिहीं कि मइँ यहोवा हउँ अउर उ पचे जानिहीं कि मइँ इस्राएल क, ओनके बीच सदा बरे आपन पवित्तर ठउर रखिके, आपन खास लोग बनावत हउँ।’”
गोग क खिलाफ सँदेसा
38 यहोवा क सँदेसा मोका मिला। उ कहेस, 2 “मनई क पूत, मागोग प्रदेस मँ गोग पइ धियान द्या। उ मेसेक अउर तूबल रास्ट्रन क सर्वाधिक महत्वपूर्ण प्रमुख अहइ। गोग क विरूद्ध मोरे बरे कछू कहा। 3 उ ओहसे कहा कि सुआमी यहोवा इ कहत ह ‘गोग तू मेसेक अउ तूबल रास्ट्रन क सर्वाधिक महत्वपूर्ण प्रमुख अहा। किन्तु मइँ तोहरे खिलाफ हउँ। 4 मइँ तोहका धरब अउर तोहार पूरी फउज क संग वापस लिआउब। मइँ तोहार फउज क सबहिं मनसेधुअन क वापस लिआउब। मइँ सबहिं घोडन अउर घुड़सवारन क वापस लिआउब। मइँ तोहरे जबड़न मँ हुक डालब अउर तू सबहिं क वापस लिआउब। सबहिं फउजी आपन सबहिं तरवारन अउर ढालन क संग आपन फउजी पोसाक मँ होइहीं। 5 फारस, कूस अउ पूत क फउजी ओनके संग होइहीं। उ पचे सबहिं आपन ढालन अउर मूँड़े क कवच धारन किहे होइहीं। 6 हुआँ आपन फउजियन क सबहिं समूहन क संग गोमेर भी होइ। हुवाँ दूर उत्तर स आपन फउजियन क सबहिं समूहन क संग तोगर्मा क रास्ट्र भी होइ। तोहार संग अनेक लोग होइहीं।
7 “‘तइयार होइ जा। हाँ, आपन क तइयार करा अउर आपन संग मिलइवाली सेना क भी। तोहका निगरानी रखइ चाही अउर तइयार रहइ चाही। 8 बहोत लम्बे समइ क पाछे तू काम पइ बोलावा जाब्या। आगे आवइवाले बरिसन मँ तू उ प्रदेस मँ अउब्या जउन जुद्ध क बाद फुन निर्मित होइ। उ देस मँ लोग इस्राएल क पर्वत पइ आवइ बरे बहोत स रास्ट्रन स एकट्ठा कीन्ह जइहीं। अतीत मँ इस्राएल क पर्वत बार-बार नस्ट कीन्ह गवा रहा। किन्तु इ सबइ लोग ओन दूसर रास्ट्रन स वापस लउटे होइहीं। उ पचे सबहिं सुरच्छित होइहीं। 9 किन्तु तू ओन पइ आक्रमण करइ अउब्या। तू तूफान क तरह अउब्या। तू देस क ढकत भए गरजत मेघ क तरह अउब्या। तू अउर बहोत स रास्ट्रन क तोहरे फउजियन क समूह, एन लोगन पइ आक्रमण करइ अइहीं।’”
10 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह: “उ समइ तोहरे दिमागे मँ एक विचार उठी। तू एक बुरी जोजना बनाउब सुरू करब्या। 11 तू कहब्या, ‘मइँ उ देस पइ हमला करइ जाब जेकर नगर बगैर देवार क अहइँ (इस्राएल)। उ सबइ लोग सान्तिपूर्वक रहत हीं। उ पचे समुझत हीं कि उ पचे सुरच्छित अहइँ। ओनकर रच्छा बरे ओनकर नगरन क चारिहुँ कइँती कउनो देवार नाहीं अहइ। ओनके दरवाजन मँ तालन नाहीं अहइँ, ओनके दरवाजे भी नाहीं अहइँ। 12 मइँ एन लोगन क हराउब अउर ओनकर सबहिं कीमती चिजियन ओनसे छोर लेब। मइँ ओन ठउरन क खिलाफ लड़ब जउन नस्ट होइ चुका रहेन, किन्तु अब लोग ओनमाँ रहइ लागेन ह। मइँ ओन लोगन (इस्राएल) क खिलाफ लड़ब जउन दूसर रास्ट्रन स एकट्ठा भए रहेन। अब उ सबइ लोग मवेसी अउ सम्पत्ति वाले अहइँ। उ सबइ संसार क चउराहे पइ रहत हीं जउने ठउर मँ सक्तीसाली देसन क दूसर सक्तीसाली सबहिं देसन तलक जाइ बरे जात्रा करइ पड़त ह।’
13 “सबा, ददान अउ तर्सीस क बइपारी अउर सबहिं नगर जेनके संग उ पचे बइपार करत हीं, तोहसे पूछिहीं, ‘का तू कीमती चिजियन पइ अधिकार करइ आया ह का तू आपन फउजियन क समूहन क संग, ओन नीक चिजियन क हड़पइ अउर चाँदी, सोना मवेसी तथा सम्पत्ति लइ जाइ आवा रह्या?’”
14 परमेस्सर कहेस, “मनई क पूत, मोरे बरे गोग स कहा। ओहसे कहा कि सुआमी यहोवा इ कहत ह, ‘तू हमरे लोगन पइ तब हमला करइ अउब्या जब उ पचे सान्तिपूर्वक अउर सुरच्छित रहत अहइँ। 15 तू दूर उत्तर क आपन ठउर स अउब्या अउर तू बहुसंख्यक लोगन क साथ लउब्या। उ पचे सबहिं घुड़सवार होइहीं। तू एक बिसाल अउर ताकतवर फउज होब्या। 16 तू मोरे लोग इस्राएल क विरूद्ध लड़इ अउब्या। तू देस क गरजत मेघ क तरह ढकइवाले होब्या। मइँ बाद मँ, आपन देस क विरूद्ध लड़इ बरे तोहका लिआउब। तब हे गोग, रास्ट्र जनिहीं कि मइँ केतना ताकतवर हउँ। उ पचे मोर सम्मान करिहीं अउर समुझिहीं कि मइँ पवित्तर हउँ। उ पचे लखिहीं कि मइँ तोहरे संग का करब।’”
17 यहोवा इ कहत ह, “उ समइ लोग याद करिहीं कि मइँ पुराने जमाने मँ तोहरे बारे मँ जउन कहेउँ। उ पचे याद करिहीं कि मइँ आपन सेवकन इस्राएल क नबियन क उपयोग किहेउँ। उ पचे याद करिहीं कि इस्राएल क नबी लोग मोरे बरे पुराने जमाने मँ बातन किहन अउर कहेन कि मइँ तोहका ओनके खिलाफ लड़इ बरे लिआउब।”
18 मोर सुआमी यहोवा कहेस, “उ समइ, गोग इस्राएल देस क विरूद्ध लड़इ आइ। मइँ आपन किरोध परगट करब। 19 किरोध अउ जलजलाहट मँ मइँ इ प्रतिग्या करत हउँ, अउर इ कहत हउँ कि इस्राएल मँ एक प्रबल भूकम्प आई। 20 उ समइ सबहिं सजीव प्राणी भय स काँप उठिहीं। समुद्र मँ मछरियन, अकासे मँ पंछी, खेतन मँ जंगली जनावरन अउर उ सबइ सबहिं परानी जउन धरती पइ रेगंत हीं, भय स काँप उठिहीं। पर्वत भहराइ पड़िहीं अउर सिखर ध्वस्त होइहीं। हर एक देवार धरती पइ आइ गिरिहीं।”
21 मोर सुआमी यहोवा कहत, “इस्राएल क पर्वतन पइ, मइँ गोग क विरूद्ध हर प्रकार क भय उत्पन्न करब। ओकर फउजी एतना भयभीत होइहीं कि उ पचे एक दूसर पइ हमला करिहीं अउर आपन तरवार स एक दूसर क मार डइहीं। 22 मइँ गोग क रोग अउर मउत स दण्ड देब। मइँ ओह पइ, ओकर सेना पइ अउर अनेक रास्ट्रन क लोगन पइ जउन कि ओकर संग अहइँ। ओलन, आगी अउर गंधक क बर्खा करब। 23 तब मइँ देखाउब कि मइँ केतना महान हउँ, मइँ प्रमाणित करब कि मइँ पवित्तर हउँ। बहोत स रास्ट्र मोका इ सबइ काम करत लखिहीं अउर उ पचे जनिहीं कि मइँ कउन हउँ। तब उ पचे जनिहीं कि मइँ यहोवा हउँ।”
गोग अउर ओकर सेना क मउत
39 “मनई क पूत, गोग क विरूद्ध मोरे बरे कहा। ओहसे कहा कि सुआमी यहोवा इ कहत ह, ‘गोग, तू मेसेक अउर तूबल देसन क सर्वाधिक महत्वपूर्ण प्रमुख अहा। किन्तु मइँ तोहरे विरूद्ध हउँ। 2 मइँ तोहका घुमा देब अउर तोहार गवाइ करब अउर तोहका सुदूर उत्तर स लिआउब। मइँ तोहका इस्राएल क पर्वतन क खिलाफ जुद्ध करइ बरे लिआउब। 3 किन्तु मइँ तोहार धनुस तोहरे बाएँ हाथ स झटक के गिराइ देब। मइँ तोहरे दाएँ हाथ स तोहार बाण झटकिके गिराइ देब। 4 तू इस्राएल क पर्वतन पइ मारा जाब्या। तू, तोहार फउजी अउर तोहरे संग क दूसर सबहिं रास्ट्र जुद्ध मँ मारा जइहीं। मइँ तोहका भोजन क रूप मँ सबइ सिकारी पच्छियन वन जनावरन क देब। 5 तू खुले मइदानन मँ मारा जाब्या। मइँ इ कहि दिहे हउँ।’” मोर सुआमी यहोवा इ कहेस।
6 परमेस्सर कहेस, “मइँ मागोग अउ ओन मनइयन क, जउन समुद्रर-तट पइ सुरच्छित रहत हीं, विरूद्ध आगी पठउब। तब उ पचे जानिहीं कि मइँ यहोवा हउँ। 7 मइँ आपन पवित्तर नाउँ इस्राएल क लोगन मँ परगट करब। भविस्स मँ, मइँ आपन पवित्तर नाउँ क, लोगन क जरिये अउर जियादा दूसित नाहीं करइ देब। रास्ट्र जनिहीं कि मइँ यहोवा इस्राएल क परम पवित्तर हउँ। 8 उ समइ आवत अहइ। इ घटित होइ।” यहोवा इ सबइ बातन कहेस। “इ उहइ दिन अहइ जेकरे बारे मँ मइँ कहत हउँ।
9 “उ समइ, इस्राएल क नगरन मँ रहइवाले लोग ओन खेतन मँ जइहीं। उ पचे दुस्मन क अस्त्र-सस्त्रन क एकट्ठा करिहीं अउर ओनका जराइ देइहीं। उ पचे सबहिं ढालन, धनुसन अउर बाणन सबइ गदा अउ भालन क जलइहीं। उ पचे ओन अस्त्र-सस्त्रन क उपयोग सात बरिस तलक ईंधन क रूप मँ करिहीं। 10 ओनका मइदानन स काठ एकट्ठी नाहीं करइ पड़ी या जगूंलन स बृच्छ नाहीं काटइ पड़ी, काहेकि उ पचे अस्त्र-सस्त्रन क उपयोग ईंधन क रूप मँ करिहीं। उ पचे ओन फउजियन क ल्हास क लूट लेइहीं जउन कि ओनसे चोरावइ बरे आए रहेन। उ पचे ओन फउजियन स अच्छी चिजियन लेइहीं जउन ओनसे नीक चिजियन लइ लिहेन।” मोर सुआमी यहोवा इ कहेस।
11 परमेस्सर कहेस, “उ समइ मँ गोग क दफनावइ बरे इस्राएल मँ एक ठउर चुनब। उ मृत सागर क पूरब मँ जात्रियन क घाटी मँ दफनावा जाइ। इ जात्रियन क मारग क रोकी। काहेकि गोग अउ ओकर सारी फउज उ ठउर मँ दफनाई जाइ। लोग एका ‘गोग क सेना क घाटी’ कहिहीं। 12 इस्राएल क परिवार देस क सुद्ध करइ बरे सात महीने तलक ओनका दफनाई। 13 देस क साधारण लोग दुस्मन क फउजियन क दफनइहीं। इस्राएल क लोग उ दिन प्रसिद्ध होइहीं जउने दिन मइँ अपने बरे सम्मान पाउब।” मोर सुआमी यहोवा इ कहेस।
14 परमेस्सर कहेस, “लोग मजदूरन क, ओन मरे फउजियन क दफनावइ बरे पूरे समइ क नौकरी देइहीं। इ तरह उ पचे देस क पवित्तर करिहीं। उ सबइ मजदूर सात महीने तलक कार्य करिहीं। उ पचे ल्हासन क हेरत भए चारिहुँ ओर जइहीं। 15 उ सबइ मजदूर चारिहुँ कइँती हरेत फिरिहीं। जदि ओनमाँ स कउनो एक हाड़ लखी तउ उ ओकरे पास एक ठु चीन्हा बनाइ देइ। चीन्हा हुवाँ तब तलक रही जब तलक कब्र खोदइवाला आवत नाहीं अउर गोग क सेना क घाटी मँ उ हाड़ क दफनावत नाहीं। 16 उ मृतक लोगन क नगर (कब्रिस्तान) हमोना कहवाई। इ तरह उ सबइ देस क सुद्ध करिहीं।”
17 मोर सुआमी यहोवा इ कहेस, “हे मनई क पूत, मोरे बरे सबइ पंछियन अउ सबइ जंगली जानवरन स बात करा। ओनसे कहा, ‘हिआँ आवा। हिआँ आवा। इ बलि क चारिहुँ कइँती एकट्ठा भवा जउन मइँ तोहरे बरे इस्राएल क पर्वतन पइ तइयार किहेउँ। आवा, माँस खा अउर खून पिआ। 18 तू ताकतवर फउजियन क सरीर क माँस खाउब्या। तू संसार क प्रमुखन क खून पीब्या। उ पचे बासान क भेड़न, मेमनन, बोकरन अउर मोटे बइलन क समान होइहीं। 19 तू जेतना चाहा, ओतनी चर्बी खाइ सकत ह अउर तू उ समइ तलक खून पी सकत ह जब तलक कि तू नसा मँ नाहीं आवत ह। तू मोर बलि स खाब्या अउर पीब्या जेका मइँ तोहारे बरे गारेउँ। 20 तू मोरे मेज पइ तब तलक खाउब्या जब तलक तू सन्तुट्ठ नाहीं होइ जाब्या। हुवाँ घोड़न अउर रथ सारथी, सक्तीसाली फउजी अउर दूसर सबहिं लड़इवाले मनई होइहीं।’” मोर सुआमी यहोवा इ कहेस।
21 परमेस्सर कहेस, “मइँ दूसर रास्ट्रन क देखाउब कि मइँ का किहेउँ ह। उ सबइ रास्ट्र मोर सम्मान करब आरम्भ करिहीं। उ सबइ मोर उ सक्ति लखिहीं जउन मइँ दुस्मन क विरूद्ध उपयोग किहेउँ। 22 तब उ दिन क पाछे, इस्राएल क परिवार जानी कि मइँ ओकर परमेस्सर यहोवा हउँ। 23 रास्ट्र इ जान जइहीं कि इस्राएल क परिवार काहे दूसर देसन मँ बन्दी बनाइके लइ जावा गवा रहा। उ पचे जनिहीं कि मोर लोग मोरे विरूद्ध होइ उठा रहेन। एह बरे मइँ ओनसे दूर हट गवा रहेउँ। मइँ ओनके दुस्मनन क ओनका हरावइ दिहेउँ। एह बरे मोर लोग जुद्ध मँ मारा गएन। 24 उ पचे पाप किहेन अउर आपन क गन्दा बनाएन। एह बरे मइँ ओनका ओन कामन बरे दण्ड दिहेउँ जउन उ पचे किहन। एह बरे मइँ ओनसे आपन मुँह फेर लिहेउँ ह।”
25 एह बरे मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “अब मइँ याकूब क परिवार क बन्धुवाई स निकारब। मइँ पूरे इस्राएल क परिवार पइ दया किहेउँ ह। मइँ आपन पवित्तर नाउँ क बरे बिसेस भावना परगट करब। 26 लोग आपन लज्जा अउर मोरे विरूद्ध विद्रोह क सारे समइ क बिसरि जइहीं। उ पचे आपन देस मँ सुरच्छा क संग रहिहीं। कउनो भी ओनका भयभीत नाहीं करी। 27 मइँ आपन लोगन क दूसर देसन स वापस लिआउब। मइँ ओनका ओनके दुस्मनन क देसन स एकट्ठा करब। तब बहोत स रास्ट्र समुझिहीं कि मइँ केतना पवित्तर हउँ। 28 उ पचे समुझिही कि मइँ यहोवा ओनकर परमेस्सर हउँ। काहेकि मइँ ओनसे ओनकर घर छोड़वाएउँ अउर दूसर देसन मँ बन्दी क रूप मँ पठएउँ अउर तब मइँ ओनका एक संग एकट्ठा किहेउँ अउर ओनका आपन देस मँ वापस लिआएउँ। मइँ ओनमाँ स कउनो हवाँ अउर नाहीं छोड़ब। 29 मइँ इस्राएल क परिवार पइ आपन आतिमा उड़ेरब अउर ओकरे पाछे, मइँ फुन आपन मुहँ आपन लोगन स नाहीं छुपाउब।” मोर सुआमी यहोवा इ कहे रहा।
झूठे उपदेसक लोग
2 जइसा भी रहा होइ उ संतान क बीच मँ साइत झूठे नबियन देखाइ देइ लगत रहेन बिल्कुल उहइ तरह झूठे उपदेसकन तू सबन्क बीच मँ भी परगट होइही। उ घातक विचारन क सुरुआत करिही अउर उ सुआमी क नकार देइही जउन ओनका आजादी दिआए रहा। इ प्रकार अइसा कइके उ जल्दी बिनास क न्यौतिहइँ। 2 बहोत लोगन ओनकइ अनैतिक भोग-विलास क तरीका क पाछे चलिही ओनहिन क कारण स सत्य क मार्ग स बदनाम होई। 3 लोभ क कारण स उ बनावटी बातन स तोहसे पैसा कमइहइँ। ओनके दंड परमेस्सर क दुआर बहोत पहिलेन स निर्धारित कीन्ह जाइ चुका ह। ओनकर विनास तइयार अहइ अउर ओनकर प्रतीच्छा करत बाटइ।
4 काहेकि परमेस्सर उ पाप करइवाले दूतन तक क नाही छोड़ेस अउर ओनका पाताल लोक अंधेरे कोठरियन मँ डाइ दिहिस कि उ निआव क दिन तक उहइ पइ पड़ा रहइँ,
5 उ उ पुरान संसार क भी नाही छोड़ेस मुला नूह क उ समइ रखवारी किहेस जब अधर्मियन क संसार प जलप्रलय भेजी गइ रही। नूह ओन आठ मनइयन मँ रहा जउन जलप्रलय क समइ बचा रहेन। उ जउन उचित अहइ, ओकर उपदेस देत रहा।
6 सदोम अउर अमोरा ह जइसेन नगरन क बिनास क दण्ड दइके ओनकइ राखी बनाए दीन्ह गवा रहा ताकि अधर्मियन क साथ जउन बाते घटिहइँ, ओनके खातिर इ एक चेताउनी होइ। 7 परमात्मा लूत क बचाइ लिहेस जउन एक अच्छा मनई रहा। उद्दण्ड मनइयन क अनैतिक आचरण स दुःखी रहत रहा। 8 उ धर्मी पुरुस ओन लोगन क बीच मँ रहत भवा रोजइ रोज जउन देखत अउर सुनत रहा ओसे ओनके नेक आतिमा तड़पत रही।
9 एहि प्रकार पर्भू जानत ह कि निआव करत समइ धर्मात्मा मनइयन क कइसे बचावा जात ह अउर दुस्ट लोगन क कउने तरह दण्ड देइ क खातिर कइसे रखा जात ह। 10 खासकर ओन लोगन क बरे जउन आपन पाप स भरी भइ प्रकृति स बुरे कामन क करत जिअत ही।
ओनकइ पापमय मन पर्भू क सत्ता क अवहेलना करत ह। ई पचे उद्दण्ड अउर स्वेच्छा चारी अहइँ इ महिमावान सरगदूतन क अपमानौ करइ स नाही डेरात अहइँ। 11 जब कि इ सबइ सरगदूतन जउन सक्ती अउर समरथ मँ एनसे बड़े अहइँ, पर्भू क सामने ओन पइ कउनो निन्दापूर्ण दोख नाही लगावत
12 मुला इ पचे विचारहीन पसुवन क बराबर अहइँ जउन आपन सहजवृती क अनुसार काम करत ही। जेनकइ जनम एही बरे होत ह कि उ पकड़े जाइँ अउर मार डाए जाइँ उ पचे ओन विसयन क विरोध मँ बोलत हीं जेनके बारे मँ इ सबइ अबोध अहँइ। जइसे पसु मार डावा जात अहइँ, वइसेन एनहू क नस्ट कर दीन्ह जाइ। 13 एनका बुराई क बदला बुराइन स दीन्ह जाई। दिन क प्रकास मँ भोग-विलास करब एनका भावत ह।
काहेकि उ पचे अपने छलपूर्ण करजरन क फल भोगत ही। इ लज्जापूर्ण धब्बे अहइँ। जब इ पचे तू पचन क साथ उत्सव मँ सामिल होत ही तउ 14 इ कउनो अइसेन स्त्री क ताक मँ रहत ही जेहिके साथ व्यभिचार कीन्ह जाइ सकइ। इ तरह स एनकइ आँखी पाप करइ स बाज नाही अउतिन। इ पचे ढुलमुल लोगन क पाप करइ क खातिर फुसलाय लेत ही। इ लोगन क मनवा पूरी तरफ स लालचा मँ अभ्यस्थ अहइँ। इ पचे अभिसाप क लरिका अही।
15 सीधा-सादा मारग छाँड़िके भटक गए बाटेन। बओर क लरिका बिलाम क मार्ग प इ पचे चलत अहइँ बिलाम ओकर रुचि गलत रस्ता क फले मँ अहइ। 16 मुला ओकरे दोखन क खातिर एक गदही जउन बोल नाही पावत रही, मनई क बानी मँ बोलिके ओका डाँटिस फटकारिस अउर उ नबियन क उन्मादी कामन क रोकिस।
17 इ झूठे उपदेसक सूखे जल क सोता अहइँ अउर अइसे जल रहित बादल अहइँ जेनका तूफान उड़ाइ लइ जात ह। इ पचन क खातिर गझिन अन्धेरी जगह इ काम क बरे निहचित कीन्ह गइ अहइ। 18 इ पचे झूठे उपदेसकन अरथहीन डीगन स उ लोगन को प्रलोगभित कइ देत ही, जे बस अभी ही गलत जीवन बितावइवालन लोगन स अलग आवत ही। 19 इ झूठे उपदेसकन उनका छुटकारा क बचन देत ही, काहेकि कउनो व्यक्ति जउन ओका जीत लेत ह, उ ओनहिन क दास होइ जात ह।
20 एहि खातिर अगर इ हमरे पर्भू अउर उद्धाकर्त्ता ईसू मसीह क जान लेइँ अउर संसार क खोट स बच निकरइ क पाछे अगर ओहमाँ फिन फँस जात ही तउ ओनकइ दसा पहिले स भी खराब होइ जात ह। 21 एहसे तउ नीक भवा होत कि इ उचित मार्ग क जानि न पउतेन बजाए एकरे कि उ पचे इ पवित्तर आग्या स मुँह फेर लेतेन। 22 उ पचेन क साथे तउ वइसेन घटना घटी जइसेन मसला अहइ, “कुकुर अपने उल्टी क पास ही लोटत ह।”(A) अउर “एक नहाई भइ सुअरी कीचड़ मँ लौटइ खातिर फिन लउट जात ह।”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.