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Old/New Testament

Each day includes a passage from both the Old Testament and New Testament.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
यहेजकेल 16-17

16 तब यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, “मनई क पूत, यरूसलेम क लोगन क ओन भयंकर बुरे कामन क समुझावा जेनका उ पचे किहेन ह। तोहका कहइ चाही, ‘मोर सुआमी यहोवा यरूसलेम क लोगन क इ सँदेस देत ह: आपन इतिहास लखा। तू कनान मँ पइदा भवा रह्या। तोहार पिता एमोस रहा। तोहार महतारी हित्ती रही। यरूसलेम, जउने दिन तू पइदा भवा रह्या, तोहार बोड़री-नाल क काटइवाला कउनो नाहीं रहा। कउनो तोह पइ नून नाहीं डाएस अउर तोहका स्वच्छ करइ बरे नहवाएस नाहीं। कउनो तोहका ओढ़ना मँ नाही लपेटेस। यरूसलेम, तू सब तरह स अकेल्ले रह्या। कउनो न तोहरे बरे खेद परगट करत रहा न ही धियान देत रहा। यरूसलेम, जउने दिन तू पइदा भया, तोहार महतारी बाप तोहका मैदाने मँ डाइ दिहन। तू तब तलक रक्त अउ झिल्ली मँ लपटा रह्या।

“‘तब मइँ (परमेस्सर) ओहर स गुजरेउँ। मइँ तोहका हुआँ रक्त स लथपथ पड़ा पाएउँ। तू खूने मँ सनी रहिउ, किन्तु मइँ कहेउँ, “लम्बी जिन्नगी जिअत रहा।” हाँ, तू खूने मँ सनी रहिउ, किन्तु मइँ कहेउँ, “जिअत रहा।” मइँ तोहार मदद खेते मँ पौधन क तरह बढ़इ मँ किहेउँ। तू बढ़त ही गइउ। तू एक जुवती विनउ, तोहार ऋतु-धरम सुरू भवा, तोहार वृच्छ-स्थल बढ़ेन, तोहार केस बढ़व सुरू भएन। किन्तु तू तब तलक वस्त्रहीन अउ नंगी रहिउ। मइँ तोह पइ निगाह डाएउँ। मइँ लखेउँ कि तू पिरेम बरे तइयार रहिउ। एह बरे मइँ तोहरे ऊपर आपन ओढ़ना डाएउँ अउर तोहर नंगा होइ क ढाकेउँ। मइँ तोहसे बियाह करइ क बचन दिहेउँ। मइँ तोहरे संग वाचा किहेउँ अउर तू मोर बनिउ।’” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस। “‘मइँ तोहका पानी स नहवाएउँ। मइँ तोहरे रक्त क धोएउँ अउर मइँ तोहार चमड़ी पइ तेल मलेउँ। 10 मइँ तोहका एक ठु सुन्नर पहिरावा अउर नरम चामे क पनही दिहेउँ। मइँ तोहका एक महीन मलमल अउर एक रेसमी ओढ़ना दिहेउँ। 11 तब मइँ तोहका कछू आभूसन दिहेउँ। मइँ तोहरी बाहन मँ बाजूबन्द पहिराएउँ अउर तोहरे गले में हार पहिराएउँ। 12 मइँ तोहका एक ठु नथ, कछू काने का बालियन अउर सुन्नर मुकुट तोहार मुँड़े पइ पहिरइ दिहेउँ। 13 तू आपन सोना चाँदी क आभूसणन, आपन मलमल अउर रेसमी वस्त्रन अउर कढ़ाई कीन्ह पहिरावे मँ सुन्नर देखात रहिन। तू उत्तिम आटा, मधु अउर तेल क भोजन किहा। तू बहोत जियादा सुन्नर रहिउ अउर तू रानी बनिउ। 14 तू आपन सुन्नर होइ बरे बिख्यात भएउ। इ सब कछू एह बरे भवा काहेकि मइँ तोहका एतना जियादा सुन्नर बनाएउँ।’” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस।

15 परमेस्सर कहेस, “किन्तु तू आपन सुन्नर होइ पइ बिस्सास करब सुरू किहेउ। तू आपन जस क दुरूपयोग किहेउ। तू एक रण्डी क तरह काम किहेउ। तू आपन क उ हर मनई क अर्पित किहेउ जउन हुआँ आवा। 16 तउ उ आपन सुन्नर वस्त्रन क लिहस अउर आपन आराधना ठउरे क सजाएस। अउर ओन ठउरन पइ तू रण्डी क नाईं हरकत किहस। इहइ तरह क कार्य पहिले कबहुँ नाहीं कीन्ह ग रहेन अउ न ही आवइवाले समइ मँ कबहुँ होब। 17 तब मोर दीन्ह गवा सुन्नर आभूसण तू लिहेउ अउर तू उ सोना-चाँदी क उपयोग मनइयन क मूरतियन बनावइ बरे किहेउ। तू ओनके संग भी यौन-सम्बन्ध किहेउ। 18 तब तू सुन्नर वस्त्र लिहेउ अउर ओन मूरतियन बरे पहिरावा बनाएउ। तू इ तेल अउ धूप बत्ती क लिहेउ जउन मइँ तोहका दिहे रहेउँ अउ ओका ओन देवमूरतियन क समन्वा चढ़ाएउ। 19 मइँ तोहका रोटा, मधु अउर तेल दिहेउँ। किन्तु तू भोजन आपन देवमूरतियन क दिहेउ। तू ओका आपन लबार देवतन क प्रसन्न करइ बरे सुगन्धि क रूप मँ भेंट किहेउ। तू ओन लबार देवतन क संग रण्डी जइसा बेउहार किहेउ।” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस।

20 परमेस्सर कहेस, “तू आपन पूत-बिटियन लइके जेनका तू मोरे बरे जन्म दिहेउ, ओन मूरतियन क बलि चढ़ाएउ। का तू इ नाहीं सोच्या कि तोहार बिभिचारी काफी नाहीं रहा कि तोहका इ भयंकर पाप क भी करइ क रहा? 21 तू मोर पूतन क हत्तिया किहेउ अउर ओनका आगी क जरिये ओन लबार देवतन पइ चढ़ाएउ। 22 तू मोका तजिउ अउर उ सबइ भयानक काम किहेउ अउर तू आपन उ समइ कबहुँ याद नाहीं किहेउ जब तू बच्ची रहिउ। तू याद नाहीं किहेउ कि जब मइँ तोहका पाएउँ तबइ तू नंगी रहिउ अउर रक्त मँ छटपटात रहिउ।

23 “ओन सबहिं बुरी चीजन क पाछे, ओह यरूसलेम, इ तोहरे बरे बहोत बुरा होइ।” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस। 24 “ओन सबइ बातन क पाछे तू उ लबार देवतन क पूजा बरे उ टीला बनाएउ। तू हर एक सड़क क मोड़ पइ लबार देवतन क पूजा बरे उ ठउरन क बनाएउ। 25 तू आपन टीलन हर एक सड़क क छोर पइ बनाएउ। तब तू आपन सुन्नरता क मान घटाएउ। तू एकर हर लगे स गुजरइ वाले क फँसावइ बरे किहेउ। तू आपन अधोवस्त्र क ऊपर उठाएउ जेहसे उ सबइ तोहार टाँगन लखि सकइँ अउर तब तू ओन लोगन क संग एक ठु रण्डी क नाई होइ गइउ। 26 तब तू उ पड़ोसी मिस्र क लगे गइउ जेकर यौन अंग बिसाल रहा। तू मोका कोहाइ बरे ओकरे संग कइउ दाई यौन-सम्बंध कायम किहेउ। 27 एह बरे मइँ तोहका सजा दिहेउँ। मइँ तोहका अनुमोदित कीन्ह गइ भुइँया क एक हींसा लइ लिहेउँ। मइँ तोहार दुस्मन पलिस्तिनियन क बिटियन (नगरन) क उ करइ दिहेउँ जउन उ पचे तोहार करइ चाहत रहिन। जउन पाप तू किहा ओहसे उ पचे भी लज्जित भएन। 28 किन्तु तू कबहुँ संतुस्ट नाहीं भए रहा। एह बरे बिभिचारी करइ बरे अस्सूर गएन, किन्तु तउ पइ तू पचे संतुस्ट नाहीं भए रहेन। 29 एह बरे तू बइपारियन क भुइँया बाबुल कइँती मुड़ेस। किन्तु तबहुँ भी तोहका सन्तुस्टी नाहीं भएन। 30 तू ऍतनी कमजोर अहा। तू ओन सबहिं मनइयन क पाप करइ मँ लगइ दिहा। तू ठीक एक ठु रण्डी क तरह काम किहा।” उ सबइ बातन मोर सुआमी यहोवा कहेस।

31 यहोवा कहेस, “तू आपन टीला हर एक सड़किया क छोर पइ बनाया अउर तू आपन पूजा क ठउरे हर सड़क क मोड़ पइ बनाया। तू ओन सारे मनइयन स सारीरिक सम्बंध किहे रहा। तू आपन बिभिचारी स कउनो लाभ नाहीं चाहा। तू पैसा लइ स इन्कार किहेस। 32 तू बिभिचारिणी मेहरारू। तू आपन पति क तुलना मँ अजनबियन क संग सरीर क सम्बंध करब जियादा नीक मानिउ। 33 अधिकांस रण्डियन सरीर क सम्बंध बरे मनई क भुगतान करइ बरे मजबूर करत हीं। किन्तु तू आपन प्रेमियन क लुभावइ बरे खुद भेंट देति अहा अउर ओनका सरीर क सम्बंध बरे आमन्त्रित करति अहा। तू आपन चारिहुँ ओर क सबहिं लोगन क अपने संग सरीर क सम्बंध बरे आमन्त्रित किहा। 34 तू जियादातर रण्डियन क ठीक भिन्न अहा। अधिकांस रण्डियन मनइयन क आपन भुगतान बरे मजबूर करति अहा। किन्तु तू मनइयन क अपने संग सरीर क सम्बंध क भुगतान करति अहा।”

35 हे रण्डी, यहोवा स आए बचन क सुना। 36 मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहत ह: “तू आपन मुद्रा खर्च कइ दिहा ह अउर आपन पिरेमियन अउर गन्दा देवतन क आपन नंगा सरीर लखइ दिहा ह अउर आपन संग सरीर क सम्बंध करइ दिहा ह। तू आपन बच्चन क मार्या ह अउर ओकर खून बहाया ह। उ ओन लबार देवतन क तोहार भेंट रहिन। 37 एह बरे मइँ तोहरे सबहिं पिरेमियन क एक संग बटोरत हउँ। मइँ ओन सबहिं क लिआउब जेनसे तू पिरेम किहा अउर जउने मनइयन स घिना किहा। मइँ सबहिं क एक संग लइ आउब अउर ओनका तोहका नंगा लखइ देब। उ पचे तोहका पूरी तरह नगन लखिहीं। 38 तब मइँ तोहका दण्ड देब। मइँ तोहका कउनो हत्यारिन अउर उ मेहरारू क तरह दण्ड देब जउन बिभिचार क पाप किहेस। तू वइसे ही दण्डित होउबिउ माना कउनो कोहान अउ इर्स्यालु भतार दण्ड देत होइ। 39 मइँ ओन सबहिं पिरेमियन क तोहका प्राप्त कइ लेइ देब। उ पचे तोहार टीलन क नस्ट कइ देइहीं। उ पचे तोहार पूजा ठउरन क जराइ उइहीं। उ पचे तोहार ओढ़ना फाड़ि डइहीं अउर तोहार सुन्नर आभूसण लइ लेइहीं। उ पचे तोहका वइसे वस्त्रहीन अउर नंगी छोड़ देइहीं जइसे तू तब रहिउ जब मइँ तोहका पाए रहेउँ। 40 उ पचे आपन संग बिसाल जन-समूह लइहीं अउर तोहका मारि डावइ बरे तोहार ऊपर पाथर फेंकिहीं। तब आपन तरवार स उ पचे तोहका टूका-टूका कइ डइहीं। 41 उ पचे तोहार घर जराइ देइहीं। उ पचे तोहका इ तरह दण्ड देइहीं कि सबहिं दूसर मेहररूअन लखि सकइँ। मइँ तोहार रण्डी क तरह रहब बन्द कइ देब। मइँ तोहका आपन पिरेमियन क धन देइ स रोक देब। 42 तब मइँ कोहान अउर इर्स्यालु होब छोड़ देब। मइँ सान्त होइ जाब। मइँ फुन कबहुँ नाहीं कोहाब। 43 इ सबइ सारी बातन काहे होइ? काहेकि तू उ याद नाहीं रख्या कि तोहरे संग तोहार युवावस्था मँ का घटित भवा रहा। तू उ सबइ सबहिं बुरे पाप किहा अउर मोका किरोधित किहा। एह बरे ओन बुरे पापन बरे मोका तोहका सजा देइ क रहा। अउर का ओन सबइ भयंकर बुरा करमन स भी बुरा जेका तू किहा करम करइ जोजना नाहीं बनावत रहेन।” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस।

44 “तोहरे बारे मँ बात करइवाले सब लोगन क लगे एक ठु अउर बात भी कहइ बरे होइ। उ पचे कहिहीं, ‘महतारी क तरह बिटिया भी अहइ।’ 45 तू आपन महतारी क बिटिया अहा। तू आपन पति या बच्चन क धियान नाहीं राखति अहा। तू ठीक आपन बहिन क समान अहा। तू दुइनउँ आपन भतारन अउर बच्चन स घिना किहा। तू ठीक आपन महतारी-बाप क तरह अहा। तोहार महतारी हित्ती रही अउर तोहार पिता एमोरी रहा। 46 तोहार बड़की बहिन सोमरोन रही। जउन तोहरे उत्तर मँ आपन बिटियन क संग रहत रही अउर तोहार छोटकी बहिन सदोम रही। उ आपन बिटियन क संग तोहरे दक्खिन मँ रहत रही। 47 तू पचे उ सबहिं भयंकर पाप किहा जउन उ पचे किहेन। किन्तु तू उ सबइ काम भी किहा जउन ओनसे भी बुरे रहेन। 48 मइँ यहोवा अउर सुआमी अहउँ। मइँ सदा जिअत हउँ अउर आपन जिन्नगी क किरिया खाइके कहत हउँ कि तोहार बहन सदोम अउर ओकर बिटियन कबहुँ ओतने बुरे काम नाहीं किहेन जेतना तू अउर तोहार बिटियन किहेन।”

49 परमेस्सर कहेस, “तोहार बहन सदोम अउर बिटियन घमण्डी रहिन। ओकरे लगे जरूरत स जियादा खाइ क रहा अउर ओकरे लगे बहोत जियादा समइ रहा। उ पचे दीन-असहाय लोगन क मदद नाहीं करत रहिन। 50 सदोम अउर ओकर बिटियन बहोत जियादा घमण्डी होइ गइन अउर मोरे समन्वा भयंकर कार्य किहस। जब मइँ इ लखेस तउ मइँ ओनका नास कइ द्या।”

51 परमेस्सर कहेस, “सोमरोन ओन पापन क आधा किहरा जउन तू किहा। तू सोमरोन क अपेच्छा बहोत जियादा पाप किहा। तू आपन बहन क अपेच्छा बहोत जियादा भयंकर पाप किहा ह। सदोम अउर सोमरोन क तुलना करइ पइ, उ पचे तोहसे नीक लागत हीं। 52 एह बरे तोहका लज्जित होइ चाही। तू आपन बहिनन क, तुलना मँ आपन स नीक लगइवाली बनाया ह। तू भयंकर पाप किहा ह एह बरे तोहका लज्जित होइ चाही।”

53 परमेस्सर कहेस, “मइँ सदोम अउर ओकरे चारिहुँ ओर क नगरन क नस्ट किहेउँ। मइँ सोमरोन अउर एकरे चारिहुँ कइँती क नगरन क नस्ट किहेउँ। यरूसलेम, मइँ तोहका नस्ट करब। किन्तु मइँ ओन नगरन क फुन स बनाउब। यरूसलेम, मइँ तोहका भी फुन स बनाउब 54 मइँ तोहका आराम देब। तब तू ओन भयंकर पापन क याद करब्या जउन तू किहा अउर तू लज्जित होब्या। 55 इ तरह तू अउर तोहार बहिन समरिया फुन स बनाई जइहीं। सदोम अउर ओकरे चारिहुँ कइँती क नगर फुन स बनावा जइहीं।”

56 परमेस्सर कहेस, “अतीतकाल मँ तू घमण्डी रहिउ अउर बहिन सदोम क हँसी उड़ावत रहिउ। किन्तु तू वइसा फुन नाहीं कइ सकबिउ। 57 तू अइसा दण्डित होइ स पहिले अउर आपन पड़ोसियन क जरिये हँसी उड़ाउब सुरू कीन्ह जाइ स पहिले किहे रह्या। अराम क बिटियन अउ पलिस्ती अब तोहार हँसी उड़ावत अहइँ। 58 अब तोहका ओन भयंकर पापन बरे कस्ट उठावइ पड़ी जउन तू किहा।” यहोवा इ सबइ बातन कहेस।

59 मोर सुआमी यहोवा, इ सबइ चिजियन कहेस, “तू आपन बियाह क प्रतिग्या भंग किहेउ। तू हमरी वाचा क आदर नाहीं किहा। अब मइँ तोहार बरे भी उहइ करब। 60 किन्तु मोका उ वाचा याद अहइ जउन उ समइ कीन्ह गइ रही जब तू बच्ची रहिउ। मइँ तोहरे संग वाचा किहे रहेउँ जउन सदा चलइवाली रही। 61 मइँ तोहरी बहिनियन क तोहरे लगे लिआउब अउर मइँ ओनका तोहार बिटियन बनाउब। इ हमरी वाचा मँ नाहीं रहा, किन्तु मइँ इ तोहरे बरे करब। तब तू ओन भयंकर पापन क याद करबिउ, जेनका तू किहा अउर तू लजाइ जाबिउ। 62 एह बरे मइँ तोहरे संग वाचा करब, अउर तू जानबिउ कि मइँ यहोवा अहउँ। 63 मइँ तोहरे बरे नीक रहब जेहसे तू मोका याद करबिउ अउर ओन पापन बरे लज्जित होइ जउन तू किहा। मइँ तोहका सुद्ध करब अउर तोहका फुन कबहुँ लज्जित नाहीं होइ पड़ी।” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस।

17 तब यहोवा क वचन मोका मिला। उ कहेस, “मनई क पूत, इस्राएल क परिवार क इ कहानी सुनावा। ओनसे पूछा कि एकर का मतलब अहइ? ओनसे कहा मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह:

“‘एक ठु बिसाल उकाब (नबूकदनेस्सर) बिसाल पखना सहित लबानोन मँ आवा।
    उकाब क रंग बिरंगे पखना रहेन।
    उ देवदार क बृच्छ क चोटी क तोड़ दिहस।
उ उकाब उ विसाल देवदार बृच्छ क साखा, क माथे क तोड़ डाएस अउर ओका ब्यापारीयो देस को लइ गवा।
    उकाब बइपारियन क नगर मँ उ साखा क राखेस।
तब उकाब तोहार भुइँया क कछू बीजन क लिहस।
    उ ओनका उपजाऊ भुइँया मँ बोएस।
    तब उ ओनका हुआँ बोएस जहाँ पानी बहोत रहा, उहइ तरह स जइसे तू बैत क बृच्छ बगावत ह।
बिआ उगेन अउर उ सबइ अंगूर क बेल बनेन।
    इ बेल अच्छी रही।
बेल ऊँची नाहीं रही।
    किन्तु इ बड़के छेत्र क ढकइ बरे फइल गइ।
बेल क तने बनेन
    अउर नान्ह बेलन बहोत लम्बी होइ गइ।
तब दूसर पखनावाला उकाब अंगूरे क बेल क लखेस।
    उकाब क लम्बे पखना रहेन।
अंगूरे क बेल चाहत रही कि इ नवा उकाब ओकर देख-भाल करइ।
    एह बरे इ आपन जड़न क उ उकाब कइँती फइलाएस।
एकर साखन इ उकाब कइँती फइलिन।
    एकर साखन उ खेत स फइलिन जहाँ इ बोइ गइ रही।
    अगूंर क बेल चाहत रही कि नवा उकाब ओका पानी देइ।
अंगूरे क बेल अच्छे खेते मँ बोइ गइ रही।
इ प्रभूत जले क लगे बोइ गइ रही।
    इ साखन अउ फल पइदा कइ सकत रहिन।
    इ एक बहोत अच्छी अंगूरे क बेल होइ सकत रही।’”

मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस,
“का तू समुझत अहा कि बेल सफल होइ? नाहीं।
    नवा उकाब बेल क जमीन स उखाड़ि देइ।
अउ पंछी बेल क जड़न क तोड़ देइ।
    उ सारे अंगूरन क खाइ जाइ।
तबइ नई पत्तियन झुरइहीं अउर मरि जइहीं।
    उ बेल बहोत कमजोर होइ।
इ बेल क जड़ स उखाड़इ बरे
    सक्तीसाली अस्त्र अउ सस्त्र या सक्तीसाली रास्ट्र क जरूरत नाहीं होइ।
10 का इ बेल हुवाँ बढ़ी जहाँ बोइ गइ अहइ?
    नाहीं, गरम पुरवाई चली अउर बेल झुराई अउर मरि जाई।
    इ हुवँइ मरी जहाँ इ बोई गइ रही।”

11 यहोवा क वचन मोका मिला। उ कहेस, 12 “इ कहानी क बियाख्या इस्राएल क लोगन क बीच करा, उ पचे सदा मोरे खिलाफ जात हीं। ओनसे इ कहा: पहिला उकाब बाबुल क राजा अहइ। इ यरूसलेम आवा अउर राजा तथा दूसर प्रमुखन क लइ गवा। उ ओनका बाबुल लिआवा। 13 तब नबूकदनेस्सर राजा क परिवार क एक मनई क संग सन्धि किहस। नबूकदनेस्सर उ मनई क प्रतिग्या करइ बरे मजबूर किहस। इ तरह इ मनई नबूकदनेस्सर बरे राजभक्त रहइ क प्रतिग्या किहस। नबूकदनेस्सर इ मनई क यहूदा क नवा राजा बनाएस। तब उ सबहिं सक्तिसाली मनइयन क यहूदा स बाहरे निकारेस। 14 इ तरह यहूदा एक दुर्बल राज्ज बन गवा, जउन राजा नबूकदनेस्सर क खिलाफ नाहीं उठ सकत रहा। यहूदा क नवा राजा क संग नबूकदनेस्सर जउन सन्धि किहे रहा ओकर पालन करइ बरे लोग मजबूर कीन्ह गएन। 15 किन्तु इ नवा राजा कउनो भी तरह नबूकदनेस्सर क खिलाफ बिद्रोह करइ क जतन किहस। उ मदद माँगइ बरे मिस्र क दूत पठएस। नवा राजा बहोत स घोड़न अउर फउजी माँगेस। इ दसा मँ, का तू समुझत अहा कि यहूदा क राजा सफल होइ? का तू समुझत अहा कि नवा राजा क लगे पर्याप्त सक्ति होइ कि उ सन्धि क तोड़िके दण्ड स बचि सकी?”

16 मोर सुआमी यहोवा कहत ह, “मइँ आपन जिन्नगी क किरिया खाइके वचन देत हउँ कि इ नवा राजा बाबुल मँ मरी। नबूकदनेस्सर इ मनई क यहूदा क नवा राजा बनाएस। किन्तु इ मनई नबूकदनेस्सर क संग कीन्ह भइ आपन प्रतिग्या तोड़ेस। इ नवा राजा सन्धि क उपेच्छा किहस। 17 मिस्र क राजा यहूदा क राजा क रच्छा करइ मँ समर्थ नाहीं होइ। उ बड़की गनती मँ फउज पठइ सकत ह किन्तु मिस्र क महान सक्ति यहूदा क रच्छा नाहीं कइ सकी। नबूकदनेस्सर क फउजन नगर पइ अधिकार बरे कच्ची सड़कियन अउर माटी क बनइहीं। 18 किन्तु यहूदा क राजा बचिके निकर नाहीं सकी। काहेकि उ आपन सन्धि क उपेच्छा किहस। उ नबूकदनेस्सर क दीन्ह आपन बचन क तोड़ेस।” 19 मोर सुआमी यहोवा इ वचन देत ह, “मइँ आपन जिन्नगी क किरिया खाइके प्रतिग्या करत हउँ कि मइँ यहूदा क राजा क दण्ड देब। काहेकि उ मोर चितउनियन क उपेच्छा किहस। उ हमार सन्धि क तोड़ेस। 20 मइँ आपन जाल फइलाउब अउर उ एहमा फँसी। मइँ ओका बाबुल लिआउब तथा मइँ ओका उ जगह मँ दण्ड देब। मइँ ओका दण्ड देब काहेकि उ मोरे खिलाफ उठा। 21 मइँ ओकर फउज क नस्ट करब। मइँ ओकर सर्वोत्तम फउजियन क नस्ट करब अउर बचे भए लोगन क हवाँ मँ उड़ाइ देब। तब तू जानब्या कि मइँ यहोवा हउँ अउर मइँ इ सबइ बातन तोहसे कहे रहिउँ।”

22 मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहे रहा:

“मइँ लम्बे देवदार क बृच्छ स एक डार लेब।
    मइँ बृच्छ क चोटी स एक नान्ह डार लेब।
    अउर मइँ खुद ओका बहोत ऊँच पहाड़े पइ बोउब।
23 मइँ खुद एका इस्राएल मँ ऊँच पहाड़े पइ लगाउब।
    इ डार एक बृच्छ बन जाइ।
एकर डारन निकरिहीं अउर एहमाँ फल लगिहीं।
    इ एक सुन्नर देवदार बृच्छ बन जाइ।
अनेक पंछी एकर डारन पइ बइठा करिहीं।
    अनेक पंछी एकर डारन क खाले छाया मँ रहिहीं।

24 “तब दूसर बृच्छ ओका जनिहीं कि
    मइँ ऊँच बृच्छन क भुइँया पइ गिरावत हउँ।
    अउर मइँ नान्ह बृच्छन क बढ़ावत अउर ओनका लम्बा बनावत हउँ।
मइँ हरे बृच्छन क झुनाइ देत हउँ।
    अउर मइँ झुरान बृच्छन क हरा करत हउँ।
मइँ यहोवा हउँ।
    जदि मइँ कहउँ कि मइँ कछू करब तउ मइँ ओका जरूर करब।”

याकूब 3

बानी क संयम

मोर भाइयो तथा बहिनियो, तोहमाँ स बहुतन क सिच्छक बनइ क इच्छा न करइ चाही। तू जनतइ अहा कि हम सिच्छकन क अउर जियादा कड़ाइ क साथे निआव कीन्ह जाई।

काहेकि मइँ सब कइयउ बातन मँ चूक जाइत ह। सभन स बहुत स भूल होतइ रहत हीं। अगर केउ बोलइ मँ कउनउ चूक न करइ तउ उ एक सिद्ध मनई अहइ तउ फिन अउर उ पूरी देह प नियन्त्रण कइ सकत ह? हम घोड़न क मुँह मँ एह बरे लगाम लगावत अही कि उ हमरे बस मँ रहइ। अउर एह तरह ओनके पूरे सरीर क हम बस मँ कई सकित ह। अउर जल-यानन क बारे मँ भी इ बात सत्य अहइ। देखा, चाहे उ जहानन केतनउ बड़ा होत हीं अउर सक्तिसाली हवा क द्वारा चलावा जात हीं, परन्तु एक छोटी स पतवार स ओनका नाविक ओन्हे जहाँ कहूँ लइ जाइ चाहत ह। ओह प काबू पाइ क ओन्हे लइ जात ह। इही तरह जीभ, जउन सरीर क एव्क छोटी स अंग अहइ, तबहुँ बड़ी बड़ी बात कहि डावइ क डींग मारत रहत ह।

अब तनिक सोचा एक जरा स लपट पूरा जंगल क जराइ सकत ह। हाँ, जीभ: एक एक आग क साथ अहइ। इ बुराइ क एक पूरा संसार अहइ। इ जीभ हमरे सरीर क अंग मँ एक अइसेन अंग अहइ, जउन पूरा सरीर क नियन्त्रण मँ रखीके भ्रस्ट कइ डावइत ह अउर हमार पूरा जीवन चक्र मँ ही आग लगाइ देत ह। इ जीभ नरक क आग स धधकत रहत ह।

देखा, हर तरह क हिंसक पसु, पंछी, रेंगइवाला जीव जंतु अउर मछरी प्राणी मनई द्वारा बस मँ कीन्ह जाइ सकत ह अउर कीन्ह भी गवा अहइँ। परन्तु जीभ क केउ भी मनई बस मँ नाहीं कइ सकत। इ घातक बिस स भरा एक अइसेन बुराइ अहइ जउन कभउँ चैन स नाहीं रहत। हम इही जीभ स अपने पर्भू अउर परमेस्सर क स्तुति करत अही अउर इही जीभ स लोगन क जउन परमेस्सर क समानता मँ पैदा कीन्ह गवा अहइँ, मनइयन क कोसत अही। 10 एक्कइ मुँहे स स्तुति अउर अभिसाप दुन्नऊ निकरत हीं! मोर भाइयो तथा बहिनियो, अइसेन तउ न होइ चाही। 11 सोतन क एक्कइ मुहाने स भला का मीठ अउर खारा दुन्नऊ तरह क जल निकर सकत ह। 12 मोर भाइयो तथा बहिनियो, का अंजीर क पेड़े पे जइतून क लता प कभउँ अंजीर लगत ह? निस्चय ही नाहीं। अउर न तउ खारा स्रोत स कभउँ मीठ जल निकर पावत ह।

सच्चा विवेक

13 भला तोहमाँ, गियानी अउर समझदार कउन हयेन? जउन हयेन, ओका अपने करमन अपने अच्छे चाल चलन स उ नम्रता स प्रकट करम जउ गियान स उत्पन्न होत ह। 14 परन्तु अगर तू जउने लोगन क हिरदइ कड़वाहट, ईर्सा अउर सुवारथ भरा हुआ बा, तउन ओनके सामने अपने गियान क ढोल न पीटा। अइसेन कइके त तू सत्य प परदा डावत भए असत्य बोलत अहा। 15 अइसेन “गियान” तउ परमेस्सर स नाहीं, बल्कि उ त सांसारिक अहइ। आत्मिक नाहीं अहइ। अउर सइतान क अहइ। 16 काहेकि जहाँ ईर्सा अउर सुवारथ पूर्ण महत्वपूर्ण इच्छा रहत ह, उहाँ अव्यवस्था अउर भरम अउर हर तरह क खराब बात रहत हीं। 17 परन्तु परमेस्सर आवइवाला गियान सबसे पहिले तउ पवित्तर होत ह, फिन सान्तिपूर्ण, सहज-खुस करुना स भरा होत ह। अउर ओसे अच्छा करमन क फसल उपजत ह। उ पच्छपात रहित अउर सच्चा भी होत ह। 18 सान्ति क बरे काम करइवाले लोगन क भी धरमपूर्ण जीवन क फल मिली अगर ओका सान्तिपूर्ण तरीके मँ कीन्ह गवा अहइ।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.