Old/New Testament
यिर्मयाह अजाद कीन्ह जात ह
40 रामा सहर मँ अजाद कीन्ह जाइ क पाछे यिर्मयाह क यहोवा क सँदेसा मिला। बाबुल क राजा क बिसेस रच्छकन क अधिनायक नबुनरदान क यिर्मयाह रामा मँ मिला। यिर्मयाह जंजीरन मँ बँधा रहा। उ यरूसलेम अउर यहूदा क सबहिं कैदियन क संग रहा। उ पचे कैदी बाबुल क बन्धुआइ मँ लइ जात रहेन। 2 जब अधिनायक नबूजरदान क यिर्मयाह मिला तउ उ ओहसे बातन किहस। उ कहेस, “यिर्मयाह तोहार परमेस्सर यहोवा इ घोसित किहे रहा कि इ बिपत्ति इ जगहिया पइ आइ उ 3 अउर अब यहोवा सब कछू उ कइ दिहेस ह जेका उ करइ क कहे रहा। इ बिपत्ति एह बरे आइ कि यहूदा क तू सब लोगन यहोवा क खिलाफ पाप किहा। तू लोग यहोवा क आग्या नाहीं मान्या। 4 किन्तु यिर्मयाह, अब मइँ तोहका अजाद करत हउँ। मइँ तोहरी कलाइयन स जंजीर उतारत हउँ। जदि तू चाहा तउ मोरे संग बाबुल चला अउर मइँ तोहार अच्छी देख-रेख करब। किन्तु जदि तू मोरे संग चलब नाहीं चहत्या तउ न चला। लखा पूरा देस तोहरे बरे खुला अहइ। तू जहाँ चाहा चला जा। 5 या सापान क पूत अहीकाम क पूत गदल्याह क लगे लउटि जा। बाबुल क राजा यहूदा क नगरन क प्रसासक गदल्याह क चुनेस ह। जा अउर गदल्याह क संग लोगन क बीच रहा या तू जहाँ चाहा जाइ सकत ह।”
तब नबूजरदान यिर्मयाह क कछू भोजन अउर भेंट दिहस तथा ओका बिदा किहस। 6 इ तरह यिर्मयाह अहीकाम क पूत गदल्याह क लगे मिस्पा गवा। यिर्मयाह गदल्याह क संग ओन लोगन क बीच रहा जउन यहूदा देस मँ छोड़ दीन्ह ग रहेन।
गदल्याह क अल्प काल क सासन
7 यहूदा क फउज क कछू फउजी, अधिकारी अउर ओनकर लोग, जब यरूसलेम नस्ट होत रहा, खुला मैदान मँ रहेन। ओन फउजियन सुनेन कि अहीकाम क पूत गदल्याह क बाबुल क राजा प्रदेस मँ बचे लोगन क प्रसासक तैनात किहस ह। बचे भए लोगन मँ उ पचे सबहिं मेहररूअन, मनसेधुअन अउर बच्चन रहेन जउन बहोत जियादा गरीब रहेन अउर कैदी बनाइके बाबुल नाहीं पहोंचावा गए रहेन। 8 एह बरे उ सबइ फउजी गदल्याह क लगे मिस्पा मँ आएन। उ सबइ फउजी नतन्याह क पूत इस्माएल, योहानन अउ ओकर भाई योनातान, कारेह क पूत तन्हूसेत क पूत सरायाह, नतोयवासी एथै क पूत माकावासी क पूत याजन्याह अउर ओकरे साथ स मनसेधुअन रहेन।
9 सापान क पूत अहीकाम क पूत गदल्याह ओन फउजियन अउर ओनके लोगन क जियादा सुरच्छित अनुभव करावइ क किरिया खाएस। गदल्याह जउन कहेस, उ इ अहइ: “फउजियो तू लोग कसदी लोगन क सेवा करइ स भयभीत जिन ह्वा। इ प्रदेस मँ बस जा अउर बाबुल क राजा क सेवा करा। जदि तू पचे अइसा करब्या तउ तोहार पचन्क सब कछू भला होइ। 10 मइँ खुद मिस्पा मँ रहब। मइँ ओन कसदी लोगन स तोहरे पचन्क बरे मँ बातन करब जउन हिआँ अइहीं। तू लोग इ काम मोह पइ छोड़ा। तू पचन्क दाखरस गर्मी क फल अउर तेल पइदा करइ चाही। जउन तू पचे पइदा करा ओका आपन बटोरइ बरे घड़न मँ भरा। ओन नगरन मँ रहा जेह पइ तू पचे अधिकार किहे अहा।”
11 यहूदा क सबहिं लोग, जउन मोआब, अम्मोन, एदोम अउर दूसर सबहिं प्रदेसन मँ रहेन, सुनेन कि बाबुल क राजा यहूदा क कछू लोगन क उ देस मँ छोड़ दिहेस ह अउर उ पचे इ सुनेन कि बाबुल क राजा सापान क पोता अउ अहीकाम क पूत गदल्याह क ओनकर प्रसासक तइनात किहेस ह। 12 जब यहूदा क लोग इ खबर पाएन, तउ उ पचे यहूदा प्रदेस मँ लउटि आएन। उ पचे गदल्याह क लगे ओन सबहिं देसन स मिस्पा लउटेन, जेनमाँ उ पचे बिखेर ग रहेन। एह बरे उ पचे लउटेन अउर उ पचे दाखरस अउर गर्मी क बड़ी फसल काटेन।
13 कारेह क पूत योहानन अउ यहूदा क फउज क सबहिं अधिकारी, जउन अबहिं तलक खुले प्रदेसन मँ रहेन, गदल्याह क लगे आएन। गदल्याह मिस्पा नगर मँ रहा। 14 योहानन अउर ओकरे साथ क अधिकारियन गदल्याह स कहेन, “का तोहका मालूम अहइ कि अम्मोनी लोगन क राजा बालीस तोहका मार डावइ चाहत ह उ नतन्याह क पूत इस्माएल क तोहका मार डावइ पठएस ह।” मुला अहीकाम क पूत गदल्याह ओन पइ बिस्सास नाहीं किहस।
15 तब कारेह क पूत योहानन मिस्पा मँ गदल्यह स गुप्त बाचचीत किहस। योहानन गदल्याह स कहेस, “मोका जाइ द्या अउर नतन्याह क पूत इस्माएल क मार डावइ द्या। कउनो भी मनई इ बारे मँ नाहीं जानी। हम लोग इस्माएल क तोहका मारइ नाहीं देब। उ यहूदा क ओन सबहिं लोगन क जउन तोहरे लगे बटुरा भए अहइँ, विभिन्न देसन मँ फुन स बिखेर देइ अउर एकर इ अरथ होइ कि यहूदा क थोड़ा स बचे-खुचे लोग भी नस्ट होइ जइँहीं।”
16 किन्तु अहीकाम क पूत गदल्याह कारेह क पूत योहानान स कहेस, “इस्माएल क न मारा। इस्माएल क बारे मँ जउन तू कहत अहा, उ फुरइ नाहीं अहइ।”
41 सतएँ महीना मँ नतन्याह (एलीसामा क पूत) क पूत इस्माएल, अहीकाम क पूत गदल्याह क लगे आवा। इस्माएल आपन दस मनइयन क संग आवा। उ सबइ लोग मिस्पा नगर मँ आए रहेन। इस्माएल राजा परिवार क सदस्य रहा। उ यहूदा राजा क अधिकारियन मँ स एक रहा। इस्माएल अउर ओकर लोग गदल्याह क संग खइया क खाएन। 2 जब उ पचे साथ भोजन करत रहेन तबहिं इस्माएल अउर ओकर दस मनई उठेन अउर अहीकाम क पूत गदल्याह क तरवारे स मार दिहन। उ इ एह बरे किहेन काहेकि बाबुल क राजा ओका यहूदा क राज्जपाल नियुक्त किहे रहा। 3 इस्माएल यहूदा क ओन सबहिं लोगन क भी मार डाएस जउन मिस्पा मँ गदल्याह क संग रहेन। इस्माएल ओन कसदी फउजियन क भी मार डाएस जउन उ समइ मिस्पा मँ रहेन।
4-5 गदल्याह क हत्या क एक दिन बाद अस्सी मनई मिस्पा आएन। उ पचे अन्नबलि अउर सुगन्धि यहोवा क मन्दिर बरे लिआवत रहेन। ओन अस्सी मनइयन आपन दाढ़ी मुड़वाइ राखी रही, आपन ओढ़वा फाड़ डावे रहेन अउर आपन क काट राखे रहेन। उ पचे सकेम, सीलो अउर सोमरोन स आए रहेन। एनमाँ स कउनो भी इ नाहीं जानत रहा कि गदल्याह क हत्या कइ दीन्ह गई अहइ। 6 इस्माएल मिस्पा नगर स ओन अस्सी मनइयन स मिलइ गवा। ओनसे मिलत जात समइ उ रोवत रहा। इस्माएल ओन अस्सी मनइयन स मिला अउर उ कहेस, “अहीकाम क पूत गदल्याह स मिलइ मोरे संग चला।” 7 उ पचे अस्सी मनई मिस्पा नगर मँ गएन। तब इस्माएल अउर ओकर मनइयन ओनमाँ स सत्तर लोगन क मार डाएन। इस्माएल अउर ओकर मनइयन ओन सत्तर मनइयन क अरिथियन क एक ठु गहिर हउज मँ डाइ दिहस। 8 मुला बचे भए दस मनइयन इस्माएल स कहेन, “हमका जिन मारा। हमरे लगे गोहूँ अउर जौ अहइ अउर हमरे लगे तेल अउर सहद अहइ। हम लोग ओन चिजियन क एक खेते मँ छिपाइ राखी ह।” एह बरे ओन मनइयन क छोड़ दिहा। उ दूसर लोगन क संग ओनका नाहीं मारेस। 9 (उ हउज जेहमाँ इस्माएल ल्हासन क फेंकेस बहोत बड़ा रहा इ यहूदा क आसा नाउँ क राजा क जरिये बनवावा गवा रहा। ओका एह बरे बनाए रहा कि जुद्ध कि दिनन मँ जब इ इस्राएल क राजा बासा स लड़त रहा तउ नगर क ओहसे पानी मिलत रहइ। इस्माएल उ हउज मँ एतनी ल्हासन डाएस कि उ भर गवा।)
10 इस्माएल मिस्पा नगर क दूसर सबहिं लोगन क भी धरेस। (ओन लोगन मँ राजा क बिटियन अउर उ सबइ दूसर लोग रहेन जउन हुवाँ बच गए रहेन। उ पचे अइसे लोग रहेन जेनका नबूजरदान गदल्याह पइ नजर रखइ बरे चुने रहा। नबूजरदान बाबुल क राजा क खास रच्छकन क अधिनायक रहा। एह बरे इस्माएल ओन लोगन क धरेस अउर अम्मोनी लोगन क देस मँ जाइ बरे बढ़ब सुरू किहस।)
11 कारेह क पूत योहानन अउर ओकर साथी क सबहिं फउजी अधिकारियन ओन सबहिं दुराचारन क सुनेन जउन इस्माएल किहेस। 12 एह बरे योहानन अउर ओकरे संग क फउजी अधिकारियन आपन मनइयन क लिहन अउ नतन्याह क पूत इस्माएल स लड़इ गएन। उ पचे इस्माएल क उ बड़के पानी क हउज क लगे धरेन जउन गिबोन नगर मँ अहइ। 13 ओन मनइयन जेनका इस्माएल बन्दी बनाए रहा, योहानन अउ फउजी अधिकारियन क लखेन। उ सबइ लोग बहोत खुस भएन। 14 तब उ पचे सबहिं लोग जेनका इस्माएल मिस्पा मँ बन्दी बनाए रहा, कारेह क पूत योहानन क लगे दउड़ पड़ेन। 15 किन्तु इस्माएल अउ ओकर आठ मनई योहानन स बच निकरेन। उ पचे अम्मोनी लोगन क लगे पराइ गएन।
16 एह बरे कारेह क पूत योहानन अउ ओकर सबहिं फउजी अधिकारियन बन्दीयन क बचाइ लिहन। इस्माएल गदल्याह क हत्या किहे रहा अउ ओन लोगन क मिस्पा स धइ लिहे रहा। बचे भए लोगन मँ फउजी, मेहररूअन, बच्चन अउर अदालत क अधिकारी रहेन। योहानन ओनका गिबोन नगर स वापस लिहस।
मिस्र क बच निकरब
17-18 योहानन अउ दूसर फउजी अधिकारी कसदियन स भयभीत रहेन। बाबुल क राजा गदल्याह क यहूदा क प्रसासक चुने रहा। किन्तु इस्माएल गदल्याह क हत्या कइ दिहे रहा अउ योहानन क डर रहा कि कसदी कोहान होइहीं। एह बरे उ पचे मिस्र क पराइ निकरइ क निहचइ किहस। मिस्र क रास्ते मँ उ पचे गेरथ किम्हाम मँ रूकेन। गेरथ किम्हान बेतलेहेम नगर क लगे अहइ।
42 जब उ पचे गेरथ किम्हाम मँ रहेन योहानान अउ होसायाह क पूत याजन्याह यिर्मयाह नबी क लगे गएन। योहानन अउ याजन्याह क संग सबहिं फउजी अधिकारी गएन। जियादा महत्त्वपूर्ण स लइके कम महत्त्वपूर्ण तलक सबहिं मनई यिर्मयाह क लगे गएन। 2 ओन सबहिं लोग ओहसे कहेस, “यिर्मयाह, कृपा कइके सुना जउन हम कहत अही। आपन परमेस्सर यहोवा स, यहूदा क परिवार क एन सबहिं बचे मनइयन बरे पराथना करा। यिर्मयाह, तू लख सकत अहा कि हम लोगन मँ बहोत जियादा नाहीं बचा अहइँ। कउने समइ हम बहोत जियादा रहे। 3 यिर्मयाह, आपन परमेस्सर यहोवा स इ पराथना करा कि उ बतावइ कि हमका कहाँ जाइ चाही अउ हमका का करइ चाही।”
4 तब यिर्मयाह नबी जवाब दिहेस, “मइँ समुझत हउँ कि तू मोहसे का करावइ चाहत अहा। मइँ तोहार परमेस्सर यहोवा स उहइ पराथना करब जउन तू मोहसे करइ क कहत अहा। मइँ हर एक बात, जउन यहोवा कही बताउब। मइँ तोहसे कछू भी नाहीं छिपाउब।”
5 तब ओन लोग यिर्मयाह स कहेन, “जदि तोहार परमेस्सर यहोवा जउन तोहार जरिये हम पचन्क कहत ह ओका हम नाहीं करित तउ हमका आसा अहइ कि यहोवा ही सच्चा अउ बिस्सास क जोग्ग गवाह हमरे खिलाफ होइ। 6 एकर कउनो महत्व नाहीं कि हम सँदेसा क पसन्द करित ह या नाहीं। हम लोग आपन परमेस्सर, यहोवा क आग्या क पालन करब। हम लोग तोहका यहोवा क हिआँ ओहसे सँदेस लेइ बरे पठवत अही। हम ओकर पालन करब जउन उ कही। तब हम लोगन बरे उ नीक होइ। हाँ, हम आपन परमेस्सर यहोवा क आग्या क पालन करब।”
7 दस दिन बीतइ क पाछे यहोवा क हिआँ स यिर्मयाह क सँदेसा मिला। 8 तब यिर्मयाह कारेह क पूत योहानन अउर ओकरे संग क फउजी अधिकारियन क एक संग बोलाएस। यिर्मयाह बहोत नान्ह मनई स लइके बहोत बड़के मनई तलक क भी एक संग बोलाएस। 9 तब यिर्मयाह ओनसे कहेस, “जउन इस्राएल क लोगन क परमेस्सर यहोवा कहत ह, उ इ अहइ: तू मोका ओकरे लगे पठया। मइँ यहोवा स उ पूछेउँ, जउन तू लोग मोहसे पूछइ चाहत रह्या। यहोवा इ कहत ह: 10 ‘जदि तू लोग यहूदा मँ रहब्या तउ मइँ तोहार निर्माण करब मइँ तोहका नस्ट नाहीं करब। मइँ तोहका रोपब अउर मइँ तोहका उखाड़ब नाहीं। मइँ इ एह बरे करब कि मइँ ओन भयंकर बिपत्तियन बरे दुःखी हउँ जेनका मइँ तू लोगन पइ घटित होइ दीन्ह। 11 इ समइ तू पचे बाबुल क राजा स भयभीत अहा। बाबुल क राजा स भयभीत न ह्वा,’ यहोवा कहत ह। ‘काहेकि मइँ तोहरे पचन्क संग हउँ। मइँ तोहका पचन्क बचाउब। मइँ तू पचन्क खतरे स बाहेर निकारब। 12 मइँ तू पचन्पइ दयालु रहब अउर बाबुल क राजा भी तू पचन्क संग दाया क बेउहार करी अउर उ तू पचन्क तोहरे पचन्क देस वापस लिआइ।’ 13 किन्तु तू पचे इ कहि सकत ह, ‘हम यहूदा मँ नाहीं ठहरब।’ जदि तू पचे अइसा कहब्या तउ तू पचे आपन परमेस्सर यहोवा क आग्या क उल्लंघन करब्या। 14 तू पचे इ भी कहि सकत ह, ‘नाहीं हम लोग जाब अउर मिस्र मँ रहब। हमका उ ठउरे पइ जुद्ध क परेसानी नाहीं होइ। हम हुआँ जुद्ध क तुरही नाहीं सुनब अउर मिस्र मँ हम भूखा नाहीं रहब।’ 15 अगर तू पचे इ सब कहत अहा, तउ यहूदा क बचे लोगो यहोवा क इ सँदेसा क सुना। इस्राएल क लोगन क परमेस्सर सर्वसक्तीमान यहोवा इ कहत ह: ‘अगर तू पचे मिस्र मँ रहइ बरे जाइ क निर्णय करत अहा तउ इ सब घटित होइ: 16 तू पचे जुद्ध क तरवार स डेरात अहा, किन्तु इहइ तोहका पचन्क पराजित करी अउर तू पचे भूख स परेसान अहा किन्तु तू पचे मिस्र मँ भूखा रहब्या। तू पचे हुआँ मरब्या। 17 हर एक उ मनई तरवार, भूख अउर भयंकर बीमारी स मरी जउन मिस्र मँ रहइ बरे जाइ क निर्णय करी। जउन लोग मिस्र जइहीं ओनमाँ स कउनो भी जिअत नाहीं बची। ओनमाँ स कउनो भी ओन भयंकर बिपत्तियन स नाहीं बची जेनका मइँ ओन पइ ढाउब।’
18 “इस्राएल क सर्वसक्तीमान यहोवा, इ कहत ह: ‘मइँ आपन किरोध यरूसलेम क खिलाफ परगट किहेउँ ह। मइँ ओन लोगन क सजा दिहेउँ जउन यरूसलेम मँ रहत रहेन।। उहइ प्रकार मइँ आपन किरोध हर एक उ मनई पइ उड़ेरब जउन मिस्र जाइ। लोग तू पचन्क स लज्जित होइहीं। तू पचे अभिसाप वाणी क समान होब्या। तू पचन्पइ जउन कछू भवा ओका लखिके लोग भयभीत होइहीं। लोग तोहार पचन्क अपमान करिहीं अउर तू पचे फुन कबहुँ इ देस क नाहीं लखि पउब्या।’
19 “यहूदा क बचे भए लोगो, यहोवा तू पचन्स कहेस, ‘मिस्र जिन जा।’ मइँ तू पचन्क साफ चिताउनी देत अहइँ। 20 तू लोग एक बड़ी भूल करत अहा, जेकरे कारण तू मरब्या। तू लोग यहोवा आपन परमेस्सर क लगे मोका पठया। तू मोहसे कहया, ‘परमेस्सर यहोवा स हमरे बरे पराथना करा। हर बात हमका बतावा जउन यहोवा करइ क कहत ह। हम यहोवा क आग्या क पालन करब।’ 21 एह बरे आजु मइँ यहोवा क सँदेसा तोहका दिहेउँ ह। किन्तु तू पचे आपन परमेस्सर यहोवा क आग्या क पालन नाहीं किहा। तू पचे उ सब नाहीं किहा ह जेका करइ बरे कहइ क उ मोका पठएस ह। 22 तू लोग रहइ बरे मिस्र जाइ चाहत अहा अब निहचइ ही तू पचे इ समुझ गवा होब्या कि मिस्र मँ तू पचन्पइ इ घटी: तू पचे तरवार स या भूख स, या भयंकर बीमारी स मरब्या।”
4 अतः जब ओकरे बिस्राम मँ प्रवेस क प्रतिज्ञा अब तलक बीन भइ बाटइ तउ हमका सावधान रहइ चाही कि तोहरे म स कउनउ अनुपयुक्त सिद्ध न होइ। 2 काहेकि हमकउ ओनही क समान सुसमाचार क उपदेस दीन्ह गवा बा। मुला जउन उपदेस ओ पचे सुनेन ह, उ ओनके बरे बेकार बा। काहेकि उ पचे जब ओका सुनेन तउ एका बिसवास क साथे धारण नाहीं किहेन। 3 अब देखा, हम तउ जउन बिसवासी अही ओह बिस्राम मँ प्रवेस पाए अही। जइसेन कि परमेस्सर कहे भी बाटइः
“क्रोध मँ मइँ इही स तब सपथ लइके कहे रहेउँ,
‘इ पचे कबहुँ बिस्रामे मँ मोरे नाहीं सामिल होइहीं।’” (A)
जब संसार क सृस्टी करइ क बाद ओकर काम पूरा होइ गवा रहा। 4 उ सतवाँ दिना क सम्बन्ध मँ एन सब्दन मँ कहूँ पवित्तर सात्तरन मँ कहा बाटइ “अउर फिन सतवें दिना आपन सभन कामन स परमेस्सर तउ बिस्राम लिहेस।”(B) 5 अउर फिन उपरोक्त सन्दर्भ मँ भी उ कहत ह, “उ पचे कबहुँ बिस्राम मँ मोर न सामिल होइहीं।”
6 जेनका पहिले सुसमाचार सुनावा गवा रहा आपन अनाज्ञाकारिता क कारण उ तउ बिस्राम मँ प्रवेस नाहीं पाइ सकेन मुला अउरन क बरे बिस्राम क दुवार अबऊ खुला बा। 7 इही बरे परमेस्सर तउ फिन एक बिसेस दिन निस्चित किहेस अउर ओका नाउँ दिहेस, “आजु” कछू बरसन क बाद दाऊद क द्वारा परमेस्सर तउ उ दिन क बारे मँ पवित्तर सास्तर मँ बताए रहा। जेकर उल्लेख हम अबहीं किहे रहेः
“आज अगर ओकर सुना आवाज,
न करा आपन हिरदय क जड़।” (C)
8 अतः अगर यहोसु ओनका बिस्रामे मँ लइ गवा होत तउ परमेस्सर बाद मँ कउनउ अउर दिना क बारे मँ न बतउतइ। 9 तउ खैर जउन भी होइ परमेस्सर क भक्तन क बरे एक वइसी बिस्रन्ति रहत अहइ जइसेन बिस्रान्ति सातवें दिना परमेस्सर क रही। 10 काहेकि जउन कउनो परमेस्सर क बिस्रान्ति मँ प्रवेस करत ह, अपने करमन स बिस्रान्ति पाइ जात ह। वइसेन ही जइसेन परमेस्सर तउ अपने करमन स बिस्रान्ति पाइ लिहेस। 11 तउ आवा हमहूँ ओह बिस्रान्ति मँ प्रवेस पावइ क बरे हर एक प्रयत्त करीं। ताकि ओकर अनाज्ञाकारिता क उदाहरण क करत भए कउनो क पतन न होइ।
12 परमेस्सर क बचन त सजीव अउर क्रियासील बा, उ कउनो दुधारी तलवार से भी जियादा पैना बा। उ आतिमा अउर प्राण, संधियन अउर मज्जा तलक मँ गहिरा बेध जात ह। उ मनक, क वृत्तियन अउर बिचारन क परख लेत ह। 13 परमेस्सर क दिस्टी स एह समूचे सृस्टि मँ कछू भी ओझल नाहीं बाटइ। ओकरे आँखिन क सामने जेका हमका लेखा-जोखा देइ क बा, हर चीज बिना कउनो आवरण क उघड़ी हुई बाटइ।
महान महायाजक ईसू
14 एह बरे काहेकि परमेस्सर क पूत ईसू एक अइसेन महान महायाजक अहइ, जउन सरगे मँ स होइके गवा अहइ तउ हमका अपने अंगीकृत अउर घोसित बिसवास क दृढ़ता क साथे थामे रखइ चाही। 15 काहेकि हमरे लगे जउन महायाजक अहइ, उ अइसेन नाहीं अहइ जउन हमार कमजोरी क साथे सहनुभूति न रख सकइ। ओका हर तरह स वइसेन ही परखा गवा बा जइसेन हमका फिन भी हमेसा पाप रहित बा। 16 त फिन आवा हम भरोसा क साथे अनुग्रह पावइ परमेस्सर क सिंहासन कइँती बढ़ी ताकि जरूरत पड़इ प हमार सहायता क बरे हम दया अउर अनुग्रह क पाइ सकी।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.