Old/New Testament
नीक अंजीर अउर बुरे अंजीर
24 यहोवा मोका इ सबइ चिजियन देखाइस: यहोवा क मन्दिर क समन्वा मइँ सजी भइ दुइ ठु अंजीर क टोकरियन लखेउँ। (मइँ इ अन्तदर्सन क बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर क जरिये यकोन्याह क बन्दी बनाइ लीन्ह जाइ क पाछे लखेउँ। यकोन्याह राजा यहोयाकीम क पूत रहा। यकोन्याह अउ ओकर बड़के अधिकारी यरूसलेम स दूर पहोंचाइ दीन्ह ग रहेन। उ पचे बाबुल पहोंचावा ग रहेन। नबूकदनेस्सर यहूदा क सबहिं बढ़इयन अउ धातुकारन क लइ गवा रहा।) 2 एक ठु टोकरी मँ बहोत नीक अंजीर रहेन। उ सबइ ओन अंजीरन क तरह रहेन जउन मौसम क सुरूआत मँ पकत हीं। किन्तु दूसर टोकरी मँ सड़े गले अंजीर रहेन। उ सबइ एतने सड़े गले रहेन कि ओनका खावा नाहीं जाइ सकत रहा।
3 यहोवा मोहसे कहेस, “यिर्मयाह, तू का लखत अहा?” मइँ जवाब दिहेउँ, “मइँ अंजीर लखत हउँ। नीक अंजीर बहोत नीक अहइँ। अउर सड़े गले अंजीर बहोत ही सड़े गले अहइँ। उ सबइ एतने सड़े गले अहइँ कि खावा नाहीं जाइ सकतेन।”
4 तब यहोवा क सँदेसा मोका मिला। 5 इस्राएल क परमेस्सर यहोवा कहेस, “यहूदा क लोग आपन देस स लइ जावा गएन। ओनकर दुस्मन ओनका बाबुल लइ गवा। उ सबइ लोग एन नीक अंजीरन क तरह होइहीं। मइँ ओन लोगन पइ दाया करब। 6 मइँ ओनकर रच्छा करब। मइँ ओनका यहूदा देस मँ वापस लिआउब। मइँ ओनका चरिके लोकाउब नाहीं, मइँ फुन ओनकर निर्णय करब। मइँ ओनका उखाड़ब नाहीं अपितु रोपब जेहसे उ सबइ बाढ़इँ। 7 मइँ ओनका आपन क समुझइ क इच्छा रखइवाला बनाउब। उ पचे समझिहीं कि मइँ यहोवा हउँ। उ सबइ मोर लोग होइहीं अउर मइँ ओनकर परमेस्सर। मइँ इ करब काहेकि उ पचे बाबुल क बन्दी पूरे हिरदय स मोर सरण मँ अइहीं।
8 “किन्तु यहूदा क राजा सिदकिय्याह ओन अंजीरन क तरह अहइ जउने ऍतने सड़े गले अहइँ कि खावा नाहीं जाइ सकतेन। अउर ओकर बड़के अधिकारी, जउन यरूसलेम अउ मिस्र मँ रहत अहइँ ओन सड़े गले अंजीरन क तरह होइहीं। 9 मइँ ओन लोगन क सजा देब। उ सजा पृथ्वी क सबहिं लोगन क हिरदय दहताइ देइ। लोग यहूदा क लोगन क मजाक उड़इहीं। लोग ओनके बारे मँ हसी उड़इहीं। लोग ओनका ओन सबहिं ठउरन पइ सराप देइहीं जहाँ ओनका मइँ बिखेरब। 10 मइँ ओनके विरूद्ध तरवारन, भुखमरी अउर बीमारियन पठउब। मइँ ओन पइ तब तलक हमला करब जब तलक कि उ पचे सबहिं मर नाहीं जातिन। तब उ पचे भविस्स मँ उ भुइँया पइ नाहीं रहिहीं जेका मइँ एनका तथा एनकर पुरखन क दिहे रहेउँ।”
यिर्मयाह क उपदेस क सार
25 इ उ सँदेसा अहइ, जउन यहूदा क सबहिं लोगन स सम्बन्धित, यिर्मयाह क मिला। इ सँदेसा यहोयाकीम क यहूदा मँ राज्जकाल क चउथे बरिस मँ आवा। यहोयाकीम योसिय्याह क पूत रहा। राजा क रूप मँ ओकरे राज्जकाल क चउथा बरिस उहइ रहा जउन बाबुल मँ नबूकदनेस्सर क पहिला बरिस रहा। 2 इ उहइ सँदेसा अहइ जेका यिर्मयाह नबी यहूदा क लोगन अउर यरूसलेम क लोगन क दिहस।
3 मइँ एन बीते तेईस बरिसन मँ यहोवा क सँदेसन क तोहका बार-बार दिहेउँ ह। मइँ यहूदा क राजा आमोन क पूत योसिय्याह क राज्जकाल मँ तेरहवाँ बरिस स नबी अहउँ। मइँ सुबह होत ही यहोवा क सँदेसन क तोहका दिहेउँ ह। किन्तु तू पचे ओका अनसुना किहा ह। 4 यहोवा आपन सेवक नबियन क तोहरे पास बार-बार पठएस ह। किन्तु तू ओनका अनसुना किहा ह। तू ओनकी कइँती तनिक भी धियान नाहीं दिहा ह।
5 ओन नबियन कहेन, “आपन जिन्नगी क बदला। ओन बुरे कामन क करब तजा। जदि तू बदल जाब्या, तउ तू उ भुइँया पइ वापस लउट अउर रह सकब्या जेका यहोवा तोहका अउर तोहरे पुरखन क बहोत पहिले दिहे रहा। उ इ भुइँया तोहका सदैव रहइ क दिहस। 6 दूसर देवतन क अनुसरण न करा। ओनकर सेवा या ओनकर पूजा न करा। इ सबइ कइके मोका किरोधित न करा, मोका तोहका सज़ा मत देइ द्या।”
7 “किन्तु तू मोर अनसुनी किहा।” यहोवा कहत ह। “आपन करम स तू मोका आपन ही चोट बरे किरोधित किहा ह।”
8 एह बरे सर्वसक्तिमान यहोवा इ कहत ह, “तू मोरे सँदेसा क अनसुना किहा ह। 9 एह बरे मइँ उत्तर क सबहिं परिवार समूहन क हाली बोलाउब।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “मइँ हाली ही बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर क पठउब। उ मोर सेवक अहइ। मइँ ओन लोगन क यहूदा देस अउर यहूदा क लोगन क खिलाफ बोलाउब। मइँ ओनका तोहरे चारिहुँ कइँती क पड़ोसी रास्ट्रन क खिलाफ भी लिआउब। मइँ ओन सबहिं देसन क नस्ट करब। मइँ ओन देसन क सदैव बरे सूना रेगिस्तान बनाइ देब। लोग ओन देसन क लखिहीं अउर जउन बुरी तरह उ सबइ बर्बाद भएन ह ओह पइ सीटी बजइहीं। 10 मइँ ओन ठउरन पइ सुख अउर आनन्द क किलोलन क बन्द कइ देब। हुआँ भविस्स मँ दुलहा-दुलहिनन क उमंग भरी हँसी ठिठोली न होइ। मइँ चक्की चलावइ लोगन क गीतन क दूर कइ देब। मइँ दीयकन क उजाला खतम करब। 11 उ समूचा पहँटा ही सूना रेगिस्तान बन जाइ। उ पचे सारे लोग बाबुल क राजा क सत्तर बरिस तलक दास होइहीं।
12 “किन्तु जब सत्तर बरिस बीत जइहीं तउ मइँ बाबुल क राजा क सजा देब। मइँ बाबुल रास्ट्र क सजा देब।” इ सँदेसा यहोवा क अहइ। “मइँ कसदियन क देस क ओनके पाप बरे दण्ड देब। मइँ उ देस क सदेव बरे रेगिस्तान बनाउब। 13 मइँ कहेउँ ह कि बाबुल पइ अनेक विपत्तियन अइहीं। उ सबइ बातन घटित होइहीं। यिर्मयाह ओन बिदेसी रास्ट्रन क बारे मँ उपदेस दिहे रहा अउर उ सबइ चितउनियन इ पुस्तक मँ लिखी अहइँ। 14 हाँ बाबुल क लोगन क कइउ रास्ट्रन अउर कइउ बड़के राजा लोगन क सेवा करइ पड़ी। मइँ ओनका ओकरे बरे ओनके उचित दण्ड देब जउन सब उ पचे करिहीं।”
बिस्व क रास्ट्रन क संग निआव
15 इस्राएल क परमेस्सर यहोवा इ सब कहेस, “यिर्मयाह, इ दाखरस क पियाला मोरे हाथन स ल्या। इ मोर किरोध क दाखरस अहइ। मइँ तोहका अलग-अलग रास्ट्रन मँ पठवत अहउँ। ओन सबहिं रास्ट्रन क इ पियाला स पिआवा। 16 उ पचे इ दाखरस क पीइहीं। तब उ पचे उलटी करिहीं अउर पागलन सा बेउहार करिहीं। उ पचे इ ओन तरवारन क कारण अइसा करिहीं जेनका मइँ ओनके खिलाफ हाली पठउब।”
17 एह बरे मइँ यहोवा क हाथ स पियाला लिहेउँ। मइँ ओन रास्ट्रन मँ गएउँ अउर ओन लोगन क उ पियाले स पिलाएउँ। 18 मइँ दाखरस क यरूसलेम अउ यहूदा क लोगन क बरे ढालेउँ। मइँ यहूदा क राजा लोगन अउर प्रमुखन क इ पियाले स पियाएउँ। मइँ इ एह बरे किहेउँ कि इ ठउर ऍतनी बुरी तरह स बर्बाद होइ जाइ कि लोग एकरे बारे मँ सीटी बजावइँ अउर इ ठउर क सराप देइँ अउर इ भवा, यहूदा अब उहइ तरह क अहइ।
19 मइँ मिस्र क राजा फिरौन क भी पियाले स पियाएउँ। मइँ ओनकर अधिकारियन, ओकर बड़के प्रमुखन अउर ओकर सबहिं लोगन क यहोवा क किरोध क पियाले स पियाएउँ।
20 मइँ सबहिं मिस्रित रास्ट्रन अउर अज़ देस क सबहिं राजा लोगन क उ पियाले स पियाएउँ।
मइँ पलिस्ती देस क सबहिं राजा लोगन क उ पियाले स पियाएउँ। इ सबइ अस्कलोन, अज्जा, एक्रोन अउर असदोद नगर क बचे भाग क राजा रहेन।
21 तब मइँ एदोम, मोआब अउर अम्मोन क लोगन क उ पियाले स पियाएउँ।
22 मइँ सोर अउ सीदोन क राजा लोगन क उ पियाले स पियाएउँ।
मइँ बहोत दूर क देसन क राजा लोगन क भी उ पियाले स पियाएउँ। 23 मइँ ददान, तेमा अउर बूज क लोगन क उ पियाले स पियाएउँ। मइँ ओन सब क उ पियाले स पियाएउँ जउन आपन गाल क बारन क काटत हीं। 24 मइँ अरब क सबहिं राजा लोगन क उ पियाले स पियाएउँ। इ सबइ राजा रेगिस्ताने मँ रहत हीं। 25 मइँ जिम्री, एलाम अउर मादै क सबहिं राजा लोगन क उ पियाले स पियाएउँ। 26 मइँ उत्तर क सबहिं निचके अउ दूर क राजा लोगन क उ पियाले स पियाएउँ। मइँ एक क पाछे एक दूसर क पियाएउँ। मइँ पृथ्वी पइ क सबहिं राज्जन क यहोवा क किरोध उ पियाले स पियाएउँ। किन्तु बाबुल क राजा एन सबहिं दूसर रास्ट्रन क पाछे इ पियाले स पीइ।
27 “यिर्मयाह, ओन रास्ट्रन स कहा कि इस्राएल क लोगन क परमेस्सर सर्वसक्तिमान यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ: ‘मोर किरोध क इ पियाला क पिआ। ओकी पीइके मत्त होइ जा अउर उलटियन करा। भहराइ पड़ा अउ उठा नाहीं, काहेकि तोहका मार डावइ क मइँ तरवार पठवत हउँ।’
28 “उ सबइ लोग तोहरे हाथे स पियाला लेइ स इन्कार करिहीं। उ पचे ऍका पिअइ स इन्कार करिहीं। किन्तु तू ओनसे इ कहब्या, ‘सर्वसक्तिमान यहोवा इ बातन बतावत ह: तू निहचय हीं इ पियाला स पीब्या। 29 मइँ आपन नाउँ पइ गोहरावा जाइवाले यरूसलेम नगर पइ पहिले ही बुरी विपत्तियन ढावइ जात हउँ। होइ सकत ह कि तू लोग सोचा कि तू पचन्क सजा नाहीं मिली। किन्तु तू पचे गलत सोचत अहा। तू पचन्क सजा मिली। मइँ पृथ्वी पइ सबहिं लोगन पइ हमला करइ बरे तरवार मँगावइ जात हउँ।’” इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
30 “यिर्मयाह, तू ओनका इ सँदेसा देब्या:
‘यहोवा ऊँच अउ पवित्तर मन्दिर स गरजत बाटइ।
यहोवा आपन चरागाह क खिलाफ चिचियाइके कहत अहइ।
ओकर चिल्लाहट वइसी ही ऊँच अहइ, जइसे ओन लोगन क,
जउन अगूंरन क दाखरस बनावइ बरे गोड़न स कुचरत हीं।
31 उ चिल्लाहट पृथ्वी क सबहिं लोगन तलक जात ह।
यहोवा क रास्ट्र क खिलाफ सिकायत अहइ।
उ सबहिं लोगन क खिलाफ कानूनी दोख दर्ज करत ह।
उ कसूरवार क तरवार स मउत क सज़ा देब।’”
यहोवा कहत ह।
32 सर्वसक्तिमान यहोवा इ कहत ह:
“एक देस स दूसर देस तलक
हाली ह बरबादी आइ।
उ सक्तिसाली आँधी क तरह पृथ्वी क सबहिं
बहोत दूर क देसन मँ आइ।”
33 ओन लोगन क ल्हासन एक देस क सिरे स दूसर सिरे क पहोंचहीं। कउनो भी ओन मरन बरे नाहीं रोइ। कउनो भी यहोवा क जरिये मारे गए ओनकर ल्हासन क बटोरी नाहीं अउर बटोरी नाहीं। उ पचे गोबरे क नाई भुइँया पइ पड़े तजि दीन्ह जइहीं।
34 गड़रियो, जोर स चिल्लाब सुरू करा।
भेड़िन क प्रमुखो, पीरा स तड़पत भए जमीन पइ लोटा।
काहेकि अब तोहरे सबन्क मउत क घाट उतारा जाइ क समइ आवत अहइ।
मइँ तू सबइ क टूट घड़न क ठीकरन क तरह चारिहुँ कइँती बिखरिहीं।
35 गड़रियो क छुपइ बरे कउनो ठउर नाहीं होइ।
उ सबइ प्रमुख बचिके नाहीं निकरि पइहीं।
36 मइँ गड़रियन क सोर मचाउब सुनत हउँ।
मइँ भेड़िन क प्रमुखन क रोउब सुनत हउँ।
यहोवा ओनकर चरागाह (देस) क नस्ट करत अहइ।
37 उ सबइ सान्त चरागाहन सूना रेगिस्तान जइसा अहइँ।
इ भवा, काहेकि यहोवा बहोत कोहान अहइ।
38 यहोवा आपन माँद तजत भए सेर क तरह खतरनाक अहइ।
यहोवा कोहान अहइ।
यहोवा क किरोध ओन लोगन क चोट पहोंचाइ।
ओनकर देस सूना रेगिस्तान बन जाइ।
मन्दिर पइ यिर्मयाह क सिच्छा
26 योसिय्या राजा क पूत यहोयाकीम क यहूदा पइ राज्ज करइ क पहिले बरिस यहोवा क इ सँदेसा मिला। 2 यहोवा कहेस, “यिर्मयाह, यहोवा क मन्दिर क आँगन मँ खड़ा ह्वा। यहूदा क ओन सबहिं लोगन क इ सँदेसा द्या जउन यहोवा क मन्दिर मँ पूजा करइ आवत अहइँ। तू ओनसे उ सब कछू कहा जउन मइँ तोहसे कहइ क कहत हउँ। मोरे सँदेसा क कउनो हींसा क जिन तजा। 3 होइ सकत ह उ पचे मोरे सँदेसा क सुनइँ अउर ओकरे अनुसार चलइँ। होइ सकत ह उ पचे अइसी बुरी जिन्नगी बिताउब तजि देइँ। जदि तू पचे बदल जाइँ तउ मइँ ओनका सजा देइ क जोजना क बारे मँ, आपन निर्णय क बदल सकत हउँ। मइँ ओनका उ सजा देइ क जोजना बनावत हउँ काहेकि उ पचे अनेक बुरे करम किहेन ह। 4 तू ओनसे कहब्या, ‘यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ: मइँ आपन उपदेस तू पचन्क दिहेउँ। तू पचन्क मोर आग्या क पालन करइ चाही अउर मोर उपदेसन पइ चलइ चाही। 5 तू पचन्क मोरे सेवकन क उ सबइ बातन सुनई चाही जउन उ पचे तोहसे कहइँ। (नबी मोर सेवक अहइँ) मइँ नबियन क बार-बार तोहरे पचन्क लगे पठ एउँ ह किन्तु तू पचे ओनकर अनसुनी कइ दिहा ह। 6 जदि तू पचे मोर आग्या क पालन नाहीं करत्या तउ मइँ आपन यरूसलेम क मन्दिर क सीलो क पवित्तर तम्बू क तरह कइ देब। समूची दूनिया क लोग दूसर नगरन बरे बिपत्ति माँगइ क समइ यरूसलेम क बारे मँ सोचिहीं।’”
7 याजकन, नबियन अउर सबहिं लोग यहोवा क मन्दिर मँ यिर्मयाह क इ सबइ कहत सुनेन। 8 यिर्मयाह उ सब कछू कहब पूरा किहेस जेका यहोवा लोगन स कहइ क आदेस दिहे रहा। तब याजकन, नबियन अउ लोग यिर्मयाह क धइ लिहेन। उ पचे कहेन, “अइसी भयंकर बातन करइ क कारण तू मरब्या। 9 यहोवा क नाँउ पइ अइसी बातन करइ क हिम्मत तू कइसे करत अहा? तू इ कइसे कहइ क साहस करत अहा कि इ मन्दिर सीलो क मन्दिर क तरह नस्ट होइ? तू इ कहइ क हिम्मत कइसे करत अहा कि यरूसलेम बिना कउनो निवासी क रेगिस्तान बन जाइ।” सबहिं लोग यिर्मयाह क चारिहुँ कइँती यहोवा क मन्दिर मँ बटुर गएन।
10 इ तरह यहूदा क सासक लोग ओन सारी घटनन क सुनेन जउन घटित होत रहीं। एह बरे उ पचे राजा क महल स बाहेर आएन। उ पचे यहोवा क मन्दिर क गएन। हुआँ उ पचे यहोवा क मन्दिर क नवे फाटक क प्रवेस क ठउरे पइ बइठ गएन। नवा फाटक उ फाटक अहइँ जहाँ स यहोवा क मन्दिर क जात हीं। 11 तब याजकन अउर नबियन सासक लोगन अउ सबहिं लोगन स बातन किहन। उ पचे कहेन, “यिर्मयाह मार डावा जाइ चाही। इ यरूसलेम क बारे मँ बुरा कहेस ह। तू ओसे बातन कहत सुन्या।”
12 तब यिर्मयाह यहूदा क सबहिं सासकन अउ दूसर सबहिं लोगन स बात किहस। उ कहेस, “यहोवा मोका इ मन्दिर अउर इ नगर क बारे मँ बातन कहइ बरे पठएस। जउन सब तू पचे सुन्या ह उ यहोवा क हिआँ स अहइ। 13 तू लोगन क आपन जिन्नगी बदलइ चाही। तोहका पचन्क नीक काम करब सुरू करइ चाही। तू पचन्क आपन यहोवा परमेस्सर क आग्या मानइ चाही। जदि तू पचे अइसा करब्या तउ यहोवा आपन इरादा बदल देइ। यहोवा उ सबइ बुरी विपत्तियन नाहीं लिआइ। जेनके घटित होइ क बारे मँ उ कहेस। 14 जहाँ तलक मोर बात अहइ, मइँ तू पचन्क बस मँ हउँ। मोरे संग उ करा जउन तू नीक अउ ठीक समुझत अहा। 15 किन्तु जदि तू मोका मार डउब्या तउ एक बात निहचित समझा। तू एक निरपराध मनई क मारइ क अपराधी होब्या। तू इ नगर अउर एहमाँ जउन रहत हीं ओनका भी अपराधी बनउब्या। फुरइ, यहोवा मोका तोहरे पचन्क लगे पठएस ह। जउन सँदेसा तू सुन्या ह, फुरइ, यहोवा क अहइ।”
16 तब सासक अउर सबहिं लोग बोल पड़ेन। ओन लोग याजकन अउ नबियन स कहेन, “यिर्मयाह, नाहीं मारा जाइ चाही। यिर्मयाह जउन कछू कहेस ह उ हमरे यहोवा परमेस्सर क ही वाणी अहइ।”
17 तब अग्रजन मँ स कछू खड़े भएन अउर उ पचे सब लोगन स बातन किहन। 18 उ पचे कहेन, “मीकायाह नबी मोरसोती नगर क रहा। मीकायाह ओन दिनन नबी रहा जउने दिनन हिजकिय्याह यहूदा क राजा रहा। मीकायाह यहूदा क सबहिं लोगन स इ कहेस: ‘सर्वसक्तिमान यहोवा इ कहत ह:
सिय्योन एक ठु जुता भवा खेत बनी।
यरूसलेम चट्टानन क ढेर होइ।
जउने पहाड़ी पइ मन्दिर बना अहइ
ओह पइ बृच्छ उगिहीं।’ (A)
19 “हिजकिय्याह यहूदा क राजा रहा अउर हिजकियाह मीकाय्याह क नाहीं मारेस। यहूदा क कउनो मनई मीकायाह क नाही मारेन। तू पचे जानत अहा हिजकिय्याह यहोवा क सम्मान करत रहा। उ यहोवा क खुस करइ चाहत रहा। यहोवा कह चुका रहा कि उ यहूदा क बुरा करी। किन्तु हिजकिय्याह यहोवा स पराथना किहस अउर यहोवा आपन इरादा बदल दिहस। यहोवा उ सबइ बुरी विपत्तियन नाहीं आवइ दिहस। जदि हम लोग यिर्मयाह क चोट पहोंचाउब तउ हम लोग अपने उपर विपत्तियन बोलाउब अउर उ सबइ बिपत्तियन हम लोगन क अपने दोख क कारण होइहीं।”
20 अतीत काल मँ एक दूसर मनई रहा जउन यहोवा क सँदेसा क उपदेस देत रहा। ओकर नाउँ ऊरिय्याह रहा। उ समाय्याह नाउँ क मनई क पूत रहा। ऊरिय्याह, किर्यत्यारीम नगर क रहा। ऊरिय्याह इ नगर अउर देस क बिरुद्ध उहइ उपदेस दिहस जउन यिर्मयाह दिहेस ह। 21 राजा यहोयाकीम ओकर सेना अधिकारी अउर यहूदा क प्रमुख लोग ऊरिय्याह क उपदेस सुनेन। उ पचे कोहाइ गएन। राजा यहोयाकीम ऊरिय्याह क मार डावइ चाहत रहा। किन्तु ऊरिय्याह क पता चला कि यहोयाकीम ओका मार डावइ चाहत ह। ऊरिय्याह डेराइ गवा अउर उ मिस्र देस क पराइ निकरा। 22 किन्तु यहोयाकीम एलनातान नाउँ क एक मनई तथा कछु लोगन क मिस्र पठएस। एलनातान अकबोर नाउँ क मनई क पूत रहा। 23 उ सबइ लोग ऊरिय्याह क मिस्र स वापस लइ आएन। तब उ सबइ लोग ऊरिय्याह क राजा यहोयाकीम क लगे लइ गएन। यहोयाकीम ऊरिय्याह क तरवारे क घाट उतार देइ क आदेस दिहस। ऊरिय्याह क ल्हास उ कब्रिस्तान मँ लोकाइ दीन्ह गवा जहाँ गरीब लोग दफनाया जात रहेन।
24 किन्तु साफान क पूत अहीकाम यिर्मयाह क साथ दिहेस अउ ओका लोगन क हाथ स मरइ स बचाएस।
सच्ची सिच्छा क अनुसरण
2 मुला तू हमेसा अइसेन बात बोला करा जउन सदसिच्छा क अनुकूल होइँ। 2 बूढ़े मनइयन क उपदेस द्या कि उ सालीन अउर अपने प नियन्त्रण रखइवाला बनइँ। उ पचे गंभीर, विवेकी, पिरेम अउर सत्य सिच्छा क अनुसरण करइवाला होइँ, अउर धीरज सहित सहनसील होइँ।
3 इही तरह बुढ़िया स्रियन क सिखावा कि उ पचे पवित्तर जनन क जोग्ग अच्छा व्यवहारवाली बनइँ। निन्दक न बनइँ अउर बहुत जियादा मदिरा पान क लत ओनका न होइ। उ अच्छी-अच्छी बातन सिखावइवाल बनइँ जेहि का उ पचे खुद पालन किए अहइँ। 4 ताकि युवतियन क अपने अपने बचवन अउर पतियन स पिरेम करइ क सीख देइ सकइँ। 5 जेहसे उ पचे संयमी, पवित्तर, अपने-अपने घरन क देखभाल करइवाली, दयालु, अपने पतियन की आज्ञा मानइवाली बनइँ। जेका परमेस्सर क बचन क निन्दा न होइ।
6 इही तरह जवानन क सिखावत रहा कि उ सबइ संयमी बनइँ। 7 तू अपने आप क अच्छे कामन का उदाहरण बनावा। तोहार उपदेस सुद्ध अउर गम्भीर होइ चाही। 8 अइसेन सद्वानी क प्रयोग करा, जेकर आलोचना न कीन्ह जाइ सकइ ताकि तोहार विरोधी लज्जित होइँ काहेकि ओनके लगे तोहरे विरोध मँ खराब कहइ क कछू नाहीं होइ।
9 दासन क सिखावा कि उ सब बात मँ अपने स्वामियन क आज्ञा क पालन करइँ। ओन्हें प्रसन्न करत रहइँ। उलट कर बात न बोलइँ। 10 चोरी चालाकी न करइँ। बल्कि सभन बिसवासनीयता क प्रदर्सन करइँ। ताकि हमार उद्धारकर्ता परमेस्सर क उपदेस क सब तरह स सोभा बढ़इ।
11 काहेकि परमेस्सर क अनुग्रह सब मनइयन क उद्धार करइ बरे परगट भवा बा। 12 एहसे हम सीख मिलत ह कि हम परमेस्सर विहीनता क न नकारी अउर संसारिक इच्छन क निसेध करत-करत अइसेन जीवन जिई। जउन विवेक स भरा नेक, भक्ति स भरपूर अउर पवित्तर होइ। आज क एह संसार मँ 13 आसा क ओह धन्य दिन क परिपूर्ण करइ क बाट जोहत रही। जब हमार परम परमेस्सर अउर उद्धारकर्ता ईसू मसीह क महिमा परगट होई। 14 उ हमरे बरे अपने आपेके दइ डाएस। ताकि उ सब तरह क दुस्टतन स हमका बचाइ सकी अउर आपन चुने भए लोगन क रूप मँ अपने बरे हमका सुद्ध कइ ले हमका, जउन अच्छा काम करइ क लालायित अहइ।
15 इन बातन क पूरे अधिकार क साथ कहत अउर समझावत रहा, उत्साहित करत रहा अउर विरोधियन क झिड़कत रहा। ताकि कोइ तोहार अनसुनी न कइ सकइ।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.