Old/New Testament
वाद्य यंत्र क दुआरा बजा भवा दाऊद क एक ठु गीत।
1 हे यहोवा, मोर पराथना सुना।
मोर विनती सुना अउर फुन एकर जवाब द्या।
मोका जवाब दया, काहेकि तू फुरइ भला अउ खरा अहा।
2 आपन दास मोह पइ निआव जिन करा,
इ कारण कि कउनो भी जिअत मनई तोहरे समन्वा निर्दोख नाहीं ठहर सकत।
3 मोर दुस्मन मोरे पाछे पड़ा अहइँ।
उ मोर जिन्नगी चकनाचूर कइके धूरि मँ मिलाएन।
उ पचे मोका बहोत दिन क मुरदे क समान
अँधिअर कब्र मँ ढकेलत अहइ।
4 मइँ निरास होत हउँ।
मोर साहस छूटत अहइ।
5 मुला मोका उ सबइ बातन याद अहइँ,
जउन बहोत पहिले घटी रहिन।
मइँ ओन अद्भुत कामन क बारे मँ सोचा करत हउँ जेनका तू किहे रह्या।
6 हे यहोवा, मइँ आपन हाथ उठाइके तोहार बिनती करत हउँ।
मइँ तोहरी मदद क बाट जोहत हउँ जइसे झुरान धरती बर्खा क बाट जोहत ह। (सेला)
7 हे यहोवा, मोका हाली जवाब द्या।
मइँ कमज़ोर होत रहत हउँ।
मोका नज़र अन्दाज़ जिन करा।
मोका ओन लोगन क जइसा जिन होइ द्या, जउन कब्र मँ ओलरा होइँ।
8 हे यहोवा, भोर क फूटत ही मोका आपन बिस्ससनीय पिरेम देखाँवा।
मइँ तोहरे भरोसे हउँ।
उ सबइ बातन मँ मोर अगुवाइ जेनका मोका करइ चाही,
काहेकि मइँ मदद बरे तोहका लखत हउँ।
9 हे यहोवा, मोरे दुस्मनन स रच्छा पावइ बरे मइँ तोहरी सरण मँ आवत हउँ।
तू मोका बचाइ ल्या।
10 सिच्छा द्या, तू मोहसे का करवावइ चाहत अहा?
काहेकि तू मोर परमेस्सर अहा।
तोहार नीक आतिमा क जमीन क तल क ऊपर मोर अगुवाइ करइ द्या।
11 हे यहोवा, मोका तोहार नाउँ बरे
जिअत रहइ द्या।
मोका मुसीबत स बाहर निकारा
काहेकि तू नीक अहा।
12 हे यहोवा, मोह पइ आपन बिस्ससनीय पिरेम परगट करा।
अउर मोर सत्रुअन क नस्ट करा
जउन मोका मारइ क जतन करत हीं।
काहेकि मइँ तोहार सेवक हउँ।
दाऊद क गीत।
1 यहोवा मोर चट्टान अहइ।
यहोवा क धन्य कहा।
यहोवा मोका लड़ाई बरे प्रसिच्छण देत अहइ।
यहोवा मोका जुद्ध बरे प्रसिच्छण देत अहइ।
2 यहोवा मोसे पिरेम रखत ह।
उ मोर किला अहइ।
उ पर्वत क ऊपर, मोर ऊँच सुरच्छा क सरण अहइ।
उ मोका बचावत ह।
उ मोर ढाल अहइ।
मइँ ओकरे भरोसे हउँ।
उ मोरे लोगन पइ राज्ज करइ मँ मोर मदद करत ह।
3 हे यहोवा, मानव जाति तोहरे बरे काहे महत्वपूर्ण बना अहइँ?
तू मानव जाति पइ काहे धियान देत अहा?
4 मनई क जिन्नगी एक फूँक क तरह होत ह।
मनई क जिन्नगी ढलत भइ छाया क तरह होत ह।
5 अकासे क चीरके खाले उतरि आवा।
पहाड़न क छुइ ल्या ताकि ओनसे धुआँ उठइ लाग।
6 हे यहोवा, बिजुरियन पठइ द्या अउर मोरे दुस्मनन क कहूँ दूर भगाइ द्या।
आपन बाणन क चलावा अउर ओनका मजबूर करा कि उ पचे कहूँ पराइ जाइँ।
7 अकासे स मदद पठवा अउर मोका मुक्त करा अउ मोका बचाइ ल्या।
एन, दुस्मनन क सागर मँ मोका जिन बूड़इ द्या।
मोका ऍन बिदेसियन स बचाइ ल्या।
8 इ सबइ दुस्मन लबार अहइँ।
उ पचे धोखेबाज़ अहइँ।
9 हे यहोवा, मइँ नवा गीत गाउब तोहरे ओन अद्भुत कर्मन क तू जेनका करत ह।
मइँ तोहार जस दस तार वाली वीणा पइ गाउब।
10 तू राजा लोगन क मदद ओनकर जुद्धन जीतइ मँ करत ह।
तू आपन सेवक दाऊद क ओकरे दुस्मनन क तरवारन स मुक्त किहा ह।
11 मोका ऍन परदेसियन स मुक्त करा अउ मोका बचाइ ल्या।
इ सबइ दुस्मन लबार अहइँ।
उ पचे धोखेबाज़ अहइँ।
12 हमार पूतन जवान होइके बिसाल बृच्छन जइसे मजबूत होइँ,
हमार बिटियन महल क सुन्नर सजावटी कोने क पाथर जइसी होइँ।
13 तोहार गोदाम
फसलन स भरपूर होइँ।
हमार भेड़िन चरागाहन मँ
हजारन-हजारन मेमनन जनमत रहइँ।
14 हमार बर्धन बहोत स पइदावार ढोइहीं।
हम पइ कउनो दुस्मन हमला न करी।
हम मँ स कउनो कबहुँ जुद्ध मँ नाहीं जाई।
हमार गलियन मँ चिचियाहट नाहीं होई।
15 जउन लोगन बरे इ बातन नीक अहइँ उ धन्य अहइँ।
जउन लोगन परमेस्सर यहोवा अहइ उ धन्य अहइँ।
दाऊद क एक ठु स्तुति गीत।
1 हे मोरे परमेस्सर, हे मोरे राजा, मइँ तोहार गुण गावत हउँ।
मइँ सदा-सदा तोहरे नाउँ क धन्य कहत हउँ।
2 मइँ हर दिन तोहका सराहत हउँ।
मइँ तोहरे नाउँ क सदा-सदा बड़कई करत हउँ।
3 यहोवा महान अहइ।
ओकर बहोत स्तुति होइ चाही।
मइँ उ सबइ चिजियन क पता नाहीं लगाइ सकब जउन उ करत ह।
4 पीढ़ी दर पीढ़ क ओन बातन क गरिमा क बखानइ द्या जेनका तू सदा-सर्वदा करत ह।
अउर ओनका तोहार सक्तिसाली करमन क घोसणा करइ द्या।
5 तोहरे महिमामय प्रताप सुन्नर अहइ।
मइँ तोहरे अचरज भरे करमन क बखानब।
6 लोगन क ओन अचरज भरा सक्ती क बारे मँ कहइ द्या जेनका तू करत ह।
मइँ ओन महान करमन क बखानब जेनका तू करत ह।
7 लोगन क उ बहोत सारी नीक बातन क बारे मँ कहइ द्या जउन तू किहा ह।
उ पचे तोहार सच्चाई क बारे मँ कहिहीं।
8 यहोवा दयालु अहइ अउर करुणा स पूर्ण अहइ,
उ धीरज अउ पिरेम स पूर्ण अहइ।
9 यहोवा सब क बरे भला अहइ।
उ जउन सबइ कछू रचेस ह ओकरे प्रति करुणा प्रगट करत ह।
10 हे यहोवा, ओनका जेका तू रच्या ह तोहार बड़कई करइ द्या।
तोहका तोहार भगत धन्य कहत हीं।
11 उ सबइ लोग तोहरे महिमा स भरा राज्ज क बखान करत रहत हीं।
ओनका तोहरी सक्ति क बारे मँ कहइ द्या।
12 ताकि सबइ मानव जाति ओकरे सक्तिसाली करमन बारे मँ
अउर ओकरे राज्ज क महिमामय प्रताप क बारे मँ जानइँ।
13 हे यहोवा, तोहार राज्ज सदा सदा बना रही।
तू सर्वदा राज्ज करब्या।
14 यहोवा गिरे भए लोगन क उठावत ह।
यहोवा ओन लोगन क उठावत ह जउन बोझन क ढोवत ह।
15 सबहिं प्राणी तोहरी कइँती खाना पावइ बरे लखत हीं।
तू ओनका ठीक समइ पइ खइया क देत रहत ह।
16 तू आपन मूठी खोलत ह,
अउर तू सबहिं प्राणियन क ओकरे जरूरत क चिजियन स संतुट्ठ करत अहा।
17 जउन कछू यहोवा करत ह उ नीक बाटइ।
यहोवा जउन भी करत ओहमाँ निज बिस्ससनीय पिरेम प्रकट करत ह।
18 यहोवा हमेसा ओन लोगन क निचके रहत ह
जउन इमानदारी क संग यहोवा स मदद क बिनती करत ह।
19 यहोवा क भगत जउन ओहसे चाहत हीं, उ ओन बातन क करत ह।
यहोवा आपन भगतन क सुनत ह।
उ ओनकर पराथनन क जवाब देत ह अउर ओनकर रच्छा करत ह।
20 यहोवा ओन सबइ क जउन ओह स पिरेम करत ह, क रच्छा करत ह।
किन्तु उ हर टुट्ठ क नस्ट करत ह।
21 मइँ यहोवा क गुण गाउब।
हर कउनो ओकर पवित्तर नाउँ क सदा अउ सर्वदा स्तुति करइ द्या।
21 व्यवस्था मँ लिखा बा:
“उपयोग ओनकर करत भए अउर बोली बोलत जउन,
ओनके ही मुँहन क, उपयोग करत
भए जउन क पराया मइँ करबइ बात
एनसे पर न इ हमार सुनिहीं बात तब भी।” (A)
पर्भू अइसेन ही कहत ह।
22 तउन दूसर भाखा बोलइ क बरदान अबिसवासियन क बरे संकेत अहइ न कि बिसवासियन क बरे अहइ। जब कि भविसबाणी करब अबिसवासियन बरे नाहीं बल्कि बिसवासियन बरे अहइ। 23 तउन अगर समूचा कलीसिया एकट्ठ होइ अउर हर केऊॅ दूसर-दूसर भाखा मँ बोलत होइ तब भी बाहर क लोग या अबिसबासी भित्तर आइ जाइँ तउ का उ पचे तोहे पागल न कइहीं। 24 मुला अगर हर केउ परमेस्सर कइँती स बोलत होइँ अउर तब तलक कछू अबिसवासी या बाहर क आइ जाइँ त का सब लोग ओका ओकर पाप क बोध न कराइ देइहीं। सब लोग जे कहत हीं, ऊही पइ ओकर निआव होई। 25 जब ओकरे मने क भित्तर छिपा भेद खुली जाइ तब तलक उ इ कहत भआ, “सचमुच तोहरे बीच परमेस्सर अहइ।” दण्डवत प्रणाम कइके परमेस्सर क आराधना करिहीं।
तोहार सभा अउर कलीसिया
26 भाइयो तथा बहिनियो! तउ फिन का करइ चाही? तू जब एकट्ठा होत ह तोहमाँ स कउनउ भजन, कउनउ उपदेस अउर कउनउ आध्यात्मिक रहस्य क उद्घाटन करत ह। कउनउ केउ अउर भाखा मँ बोलत ह त कउनउ ओकर बियाखिया करत ह। इ सब बात कलीसिया क आध्यात्मिक मजबूती क बरे कीन्ह जाइ चाही। 27 अगर केउ अउर भाखा मँ बोलत बाटइ तउन जियादा स जियादा दुइ या तीन क ही बोलइ चाही अउर बारी बारी, एक-एक कइके अउर जउन कछू कहा गवा बा, एक-एक क ओकर बियाखिया करइ चाही। 28 अगर उहाँ बियाखिया करइवाला केउ न होइ तउ बोलइवाले क चाही कि उ सभा मँ चुपइ रहइ अउर फिन ओका अपने आप स अउर परमेस्सर स ही बात करइ चाही।
29 परमेस्सर कइँती स ओकर दूत क रूप मँ बोलइ क जेनका बरदान मिला बा, अइसेन दुइ या तीन नबियन क ही बोलइ चाही अउर दूसरन क चाही कि जउन कछू उ कहे अहइ, उ ओका परखत रहइँ। 30 अगर हुवाँ केउ बइठा भआ पर कउने क बात रहस्य उद्घाटन होत ह जउन परमेस्सर कइँती स बोलत अहइ पहिला वक्ता क चुप होइ जाइ चाही। 31 काहेकि तू एक-एक कइके भविस्सबाणी कइ सकत ह्या ताकि सबहिं लोग सीखइँ अउर प्रोत्साहित होइँ। 32 नबियन क आतिमन नबियन क बस मँ रहत हीं। 33 काहेकि परमेस्सर अव्यवस्था नाहीं देत, उ सान्ति देत ह। जइसेन कि सन्तन क सभन कलीसियन मँ होत ह।
34 स्त्रियन क चाही क उ कलीसियन मँ चुप रहइँ काहेकि ओन्हे सान्त रहइ चाही, बल्कि जइसेन कि व्यवस्था मँ कहा गवा बा, ओनका दबिके रहइ चाही। 35 अगर उ कछू जानइ चाहत ह तउ ओन्हे घरे पे आपन-आपन पति स पूछइ चाही काहेकि एक स्त्री क बरे सर्मनाक अहइ कि उ सभा मँ बोलइ।
36 का परमेस्सर क बचन तोहसे पैदा भवा बा? या उ मात्र तोहे तलक पहुँचा? निस्चित नाहीं बा। 37 अगर केउ सोचत ह कि उ नबी अहइ अउर ओका कछू आध्यात्मिक बरदान मिला बा तउ ओका पहिचान लेइ चाही कि मइँ तोहे जउन कछू लिखत हउँ, उ पर्भू क आदेस बा। 38 तउन अगर केउ ऍका नहीं पहिचान पावत तउ ओका उ परमेस्सर द्वारा भी नाहीं जाना चाई।
39 एह बरे मोर भाइयो तथा बहिनियो, परमेस्सर कइँती स बोलइ क तत्पर रहा अउर दूसरा भाखा मँ बोलइ वालन क भी न रोका। 40 मुला इ सभन बातन सही ढंग स अउर व्यवस्थानुसार कइ जाइ चाही।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.