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Old/New Testament

Each day includes a passage from both the Old Testament and New Testament.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
भजन संहिता 120-122

मन्दिर क आरोहण गीत।

मइँ संकटे मँ पड़ा रहेउँ,
    सहारा पावइ बरे मइँ यहोवा क गोहराएउँ
    अउर उ मोका बचाइ लिहस।
हे यहोवा, मोका तू अइसे लोगन स बचावा
    जउन मोर खिलाफ झूठ बोलेन ह।

अरे ओ झूठो, का तू उ जानत अहा
    कि परमेस्सर तोहका कइसे सजा देइ?
तू पचन्क दण्ड देइ बरे परमेस्सर जोद्धा क नोकांदार तीर
    अउ धधकत भए अंगारन क काम मँ लाइ।

झूठो, तोहरे निचके रहब अइसा अहइ जइसे कि मेसेक मँ रहब।
    इ रहब अइसा अहइ माना कि कउनो केवार क तम्बू मँ रहब बा।
जउन सान्ति क दुस्मन अहइँ,
    अइसे लोगन क संग बहोत लम्बी समइँ तलक रहा हउँ।
मइँ इ कहे रहेउँ मोका सान्ति चाही।
    मुला उ पचे जुद्ध चाहत हीं।

मन्दिर क आरोहण गीत।

मइँ ऊपर ऊँच पहाड़न क कइँती लखत हउँ।
    मुला फुरइ मइँ कहाँ स पावइँ?
मोका तउ सहारा यहोवा स मिली
    जउन सरग अउ धरती क बनावइवाला अहइ।
परमेस्सर तोहका गिरइ नाहीं देइ।
    तोहर बचवइया कबहुँ भी नाहीं सोइ।
इस्राएल क उद्धारकर्त्ता कबहुँ न ही ओंघात ही
    अउर न ही सोवत अहइँ।
यहोवा तोहार रच्छक अहइ।
    उ तोहका आस्रय देइ बरे तोहार बगल मँ अहइ।
दिन क समइ सूरज तोहका हानि नाहीं पहोंचाइ सकत।
    राति मँ चाँद तोहार नोस्कान नाहीं कइ सकत।
यहोवा तोहार रच्छा हर संकट स करी।
    यहोवा तोहरी आतिमा क रच्छा करी।
यहोवा उ सबइ पइ धियान रखी जउन कछू तू करब्या।
    जहाँ कहुँ भी तू जाब्या अउ आउब्या, अबहुँ अउ सदा सर्वदा उ तोहार रच्छा करी।

दाऊद क एक ठु आरोहण गीत।

जब लोग मोसे कहेन,
    “आवा, यहोवा क मन्दिर मँ चली तब मइँ बहोत खुस भएउँ।”
हिआँ हम यरूसलेम क दुआरन पइ खड़ा अही।
यरूसलेम नगर एक ठु
    संगठित नगर नाईं बनि गवा ह।
उ उ जगहिया बा जहाँ उ परिवार समूह जात रहेन, जउन यहोवा क परिवार समूह अहइ,
    काहेकि इ इस्राएल क लोग दुआरा यहोवा क धन्यवाद देइ क नेम अहइ।
इ उहइ जगहिया बा जहाँ दाऊद क परिवार क राजा लोगन आपन सिंहासन कायम किहेन।
    उ पचे आपन सिंहासन लोगन क निआउ करइ बरे कायम किहन।

तू यरूसलेम मँ सान्ति हेतु बिनती करा।
    “अइसे लोग जउन तोहसे पिरेम राखत हीं हुआँ रच्छा मँ रहा।
तोहरे परकोटन क भितरे सान्ति फइल जाइ,
    तोहरे बिसाल भवनन मँ सुरच्छा बनी रहइ।”

मइँ पराथना करत हउँ आपन भाइयन अउ साथियन बरे
    कि हुवाँ सान्ति क बास होइ।
यहोवा हमरे परमेस्सर क मन्दिर क भले बरे,
    मइँ पराथना करत हउँ कि इ नगर मँ भली बातन घटित होइँ।

1 कुरिन्थियन 9

पौलुस भी दुसरे प्रेरितन जइसा अहइ

का मइँ स्वतन्त्र नाहीं हउँ? का मइँ भी एक प्रेरित नाही हऊँ? का मइँ हमार पर्भू ईसू मसीह क दर्सन नाहीं किहे अहउँ? का तू लोग पर्भू मँ मोर इ करम क उदाहरण नाहीं अहा? चाहे दुसरन क बरे मइँ प्रेरित न भी होउँ तबउ मइँ तोहरे बरे त प्रेरित हउँ। काहेकि तू एक अइसेन मोहर क समान अहा जउन पर्भू मँ मोरे प्रेरित होइ क प्रमाणित करत ह।

उ लोग जउन मोर जाँच करइ चाहत हीं, ओनके बरे आपन आत्मरच्छा मँ मोर उत्तर इ अहइ: का हमका खाइ पियइ क अधिकार नाहीं बाटइ? का हमका इ अधिकार नाहीं कि कउनो बिसवासिनी पत्नी क हम अपने साथे लइ जाइ? जइसेन क दूसर प्रेरित, पर्भू क बन्धु अउर पतरस किहे रहेन। अउर का बरनाबास अउर मोरे लगे ही इ अधिकार बा कि आपन आजीविका कमाइ क बरे हम कउनउ काम न करीं? सेना मँ अइसेन के होइ जउन एक सिपाही क रूपे मँ अपने क वेतन देइ। अउर के होइ जउन अंगूर क बगिया लगाइके ओकर फल न चखी? या कउन अइसा अहइ जउन भेड़न क खरका क देखभाल न करत होइ पर ओकर दूध न पीअत होइ?

का हम मानवीय चिन्तन क रूपे मँ ही अइसेन करत हई? आखिरकार का व्यवस्था क विधान भी अइसेन नाहीं कहत? मूसा क व्यवस्था मँ लिखा बा, “खरिहाने मँ बरधा क मुँह जिन बाँधा।”(A) का परमेस्सर केवल बरधन क बारे मँ बतावत अहइ? 10 निस्चित रूप स उ एका क हमरे बरे नाहीं बतावत अहइ? हाँ, इ हमरे बरे ही लिखा गवा रहा। काहेकि खेत जोतइवाला कीहीउ आसा स ही खेत जोतइ अउर खरिहाने मँ भूसा स अनाज अलगावइवाला फसल क कछू भाग पावइ क आसा तउ रखी। 11 फिन अगर हम तोहरे हिते क बरे आत्मिक बिया बोए अही तउ हम तोहसे भौतिक चीजन क फसल काटइ चाहित ह, इ का कउनउ बहुत बड़ी बात बा? 12 अगर दूसर लोग तोहसे भौतिक चीजन पावइ क अधिकार रखत हीं तउ हमार तउ तोह पइ का अउर भी जियादा अधिकार नाहीं बा? मुला हम इ अधिकार क उपयोग नाहीं किहे अही। बल्कि हम तउ सब कछू सहत रहे ताकि हम मसीह क सुसमाचार क रस्ता मँ कउनउ बाधा न डाली देइ। 13 का तू नाहीं जानत बाटया कि जउन लोग मंदिर मँ काम करत हीं उ पचे आपन खाना मंदिर स ही पावत हीं। अउर जउन नियमित रूप स वेदी क सेवा करत हीं वेदी क चढ़ावा मँ ओनकर हिस्सा होत ह? 14 इही तरह पर्भू व्यवस्था दिहे अहइ कि सुसमाचार क प्रचारकन क आजीविका सुसमाचार क प्रचार स ही होइ चाही।

15 मुला ओन्हन अधिकारन मँ स मइँ एक क कभउँ प्रयोग नाहीं किहेउँ। अउर इ बात मइँ ऍह बरे लिखेउँ नाहीं कि अइसेन कछू मोरे बिसय मँ कीन्हा जाई। बजाय एकरे कि कउनउ मोसे ओह बात केउ छीन लेइ जेकर मोका गरब बा। ऐसे तउ मइँ मरि जाब ही ठीक समझब। 16 एह बरे अगर मइँ सुसमाचार क प्रचार करित ह तउ एहमाँ मोका गरब करइके कउनउ हेतु नाहीं बा काहेकि मोर त इ कर्तव्य बा। अउर अगर मइँ सुसमाचार क प्रचार न करउँ तउ मोरे बरे इ केतना खराब होइ। 17 फिन अगर इ मइँ अपने इच्छा स करित ह तउ मइँ एकर पुरस्कार पावइ योग्ग हई, परन्तु अगर आपन इच्छा स नाहीं बल्कि कउनो नियुक्ति क कारण इ काम मोका सौंपा गवा ह। 18 तउ फिन मोर पुरस्कार काहे क? इही बरे जब मइँ सुसमाचार क प्रचार करीत हउँ बिना कउनउ मूल लिहे ही ओका करउँ। ताकि सुसमाचार क प्रचार मँ जउन कछू पावइ क मोर अधिकार बा, मइँ ओकर कुल उपयोग न करउँ।

19 जद्यपि मइँ किहू मनई क बन्धन मँ नाहीं हउँ, फन मइँ खुद क तोहरे सबन क गुलाम बनाइ लिहे हउँ। ताकि मइँ अधिकतर लोगन क जीत सकउँ। 20 यहूदियन क बरे मइँ एक यहूदी जइसेन बनउँ, ताकि मइँ यहूदियन क उद्धार मँ मदद करि सकउँ मइँ खुद व्यवस्था क अधीन नाहीं अहउँ। जउन लोग व्यवस्था क अधीन अहइँ, ओनके बरे मइँ एक अइसेन मनई बरे जउन व्यवस्था क अधीन जइसेन बनेउँ। इ मइँ एह बरे किहे कि मइँ व्यवस्था क अधीनन क उद्धार करवइ मँ मदद कइ सकउँ। 21 मइँ एक अइसेन मनई बने जउन व्यवस्था क नाहीं मानत। जद्यपि मइँ परमेस्सर क व्यवस्था स रहित नाहीं हउँ बल्कि मसीह क व्यवस्था क अधीन हउँ। तउ कि मइँ जउन व्यवस्था क नाहीं मानत हउँ ओन्हे जीत सकउँ। 22 जउन मनइयन कमजोर अहइँ, ओनके बरे मइँ कमजोर बनेउँ ताकि मइँ कमजोरन क उद्धार करावइ मँ मदद कइ सकी। हर किहू क बरे मइँ हर किहू जइसेन बनेउँ त कि हर सम्भव उपाय स ओनकर उद्धार कइ सकउँ। 23 इ सब कछू मइँ सुसमाचार क बरे करत हउँ ताकि एकरे बरदानन मँ मोर भी कछू भाग होइ।

24 का तू लोग इ नाहीं जानत अहा कि खेल क मैदान मँ दौड़त सबहिं धावक बाटेन मुला इनाम कउनो एक क मिलत ह। अइसेन दउड़ा कि जीत तोहार होइ सकइ। 25 कउनो खेल प्रतियोगिता मँ हर एक प्रतियोगी क हर तरह क आतिमा संयम करब होत ह। उ एक नासमान कीर्तिमान स सम्मानित होइ क बरे करत हीं मुला हम तउ एक अविनासी मुकुट क पावइ बरे इ करित ह। 26 एह तरह मइँ ओह मनई क समान दौड़त हउँ जेकरे सामने एक लच्छ बा। मइँ अहइ मुक्केबाज क तरह मुक्का मारत मारत हउँ मुला मइँ हवा मँ मुक्का नाहीं मारत हउँ। 27 बल्कि मइँ तउ आपन सरीर क कठोर अनुसासन मँ तपाइके, ओका अपने बस मँ करत हउँ। ताकि कहूँ अइसेन न होइ जाइ कि दुसरन क उपदेस देइ क बाद परमेस्सर क जरिये मइँ इ बेकार ठहराइ दीन्ह जाउँ।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.