Print Page Options
Previous Prev Day Next DayNext

Old/New Testament

Each day includes a passage from both the Old Testament and New Testament.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
भजन संहिता 84-86

गित्तिथ क वाद्य यंत्र क संग संगीत निर्देसक बरे कोरह क पूरन बरे भजन गीत।

सर्वसक्तिमान यहोवा, फुरइ तोहार पवित्तर मन्दिर केतॅना मनोहर अहइ।
मोर इच्छा अहइ कि मइँ यहोवा क मन्दिर क आंगन मँ रहेउँ।
    मइँ तोहार आवइ क बाट जोहत भए थक गवा हउँ।
मोर पूरा सरीर जिअत यहोवा क संग होइ बरे रोवत ह।
सर्वसक्तिमान यहोवा, मोर राजा, मोर परमेस्सर,
    गौरइया अउ सूपाबेनी तलक क आपन झोंझ होत हीं।
इ सबइ पंछी तोहरी बेदी क लगे झोंझ बनावत ही
    अउर ओनहीं घोसलन मँ ओनकइ बच्चे होत हीं।
जउन लोग तोहरे मन्दिर मँ रहत हीं, बहोत खुस रहत हीं।
    उ पचे तउ सदा ही तोहार गुन गावत हीं।

उ सबइ लोग आपन हिरदइ मँ गीतन क संग जउन तोहरे मन्दिर मँ आवत हीं,
    बहोतइ आनन्दित अहइँ।
उ सबइ खुस लोग बाका घाटि
    जेका परमेस्सर झरना क तरह बनाएस ह
    गुजरत हीं गर्मी क गिरत भइ बर्खा क बूँदन जल क सरोवर बनावत हीं।
लोग आपन परमेस्सर स मिलइ बरे सहर स सहर होत भए
    इ रास्ता पइ सिय्योन पहाड़ पइ जात हीं।

फउजन क परमेस्सर यहोवा, मोर पराथना सुना।
    याकूब क परमेस्सर तू मोर सुनि ल्या।

परमेस्सर, हमरे संरच्छक क रच्छा करा।
    आपन अभिसिक्त भए राजा पइ दयालु ह्वा
10 हे परमेस्सर, कहूँ अउर हजार दिन ठहरइ स
    तोहरे मन्दिर मँ एक दिन ठहरब उत्तिम अहइ।
दुट्ठ लोग क बीच बसइ स,
    आपन परमेस्सर क मन्दिर क दुआरे क लगे खड़ा रइहउँ इहइ उत्तिम बाटइ।
11 यहोवा हम लोगन क सूर्य अउर ढार अहइ।
    यहोवा महिमा अउ सम्मान देइ।
उ जउन खरी जिन्नगी गुजारत ह
    ओका उ हर एक नीक चीज देत ह।
12 हे सर्वसक्तिमान यहोवा,
    जउन लोग तोहरे भरोसे अहइँ उ पचे फुरइ बहोत खुस अहइँ।

संगीत निर्देसक बरे कोरह क पूतन बरे एक ठु भजन।

हे यहोवा, तू आपन देस पइ कृपालु भवा।
    तू विदेस भुइँया मँ स याकूब क सन्तानन वापिस लिआवा।
हे यहोवा, तू आपन लोगन क पापन्क छिमा करा।
    तू ओनकर सबइ पाप मेट द्या। (सेला)

हे यहोवा, कोहाइ जाब क तजि द्या।
    अउर तू आपन गुस्सा क लइ लिहा।
परमेस्सर, हमार मुक्तिदाता, कृपा कइके हम पचन पइ कोहाइ जाब तजि द्या
    अउर हम लोगन क फुन हमार भुइयाँ पइ वापिस लइ आवा।
का तू हमेसा हमेसा कोहान रहब्या?
    का तू सदा आपन कोहान जारी रखब्या?
कृपा कइके हमका फुन जिआइ द्या
    ताकि तोहार लोग तोहसे फुन स खुस होइ सकइँ।
हे यहोवा, तू हमका आपन बिस्सासनीय पिरेम देखावा।
    हमार रच्छा करा।

जउन परमेस्सर कहत ह, मइँ ओह पइ कान दिहेउँ।
    उ अपने लोगन अउर अपने बिस्सासी चेलों से सान्ति क वाचा करत ह
    उ नाहीं चाहत ह कि उ पचे बेवकूफी क राहे पइ लउटि जाइँ।
फुरइ, ओकर उद्धार ओन लोगन क निचके बाटइ जउन ओहसे डेरात ह,
    एह बरे ओकर महिमा तोहार देस मँ निवास करी।
10 पिरेम अउर सच्चाई एक साथ मिलब।
    धर्मता अउ सान्ति एक दूसर क चुम्मा क संग स्वागत करिहीं।
11 सच्चाई धरती स अंकुरित होइहीं,
    अउर धार्मिकता अकासे स बसिर्हीं।
12 यहोवा बहोत स उत्तिम वस्तुअन क देइहीं।
    अउर हमार धरती प्रचुर मात्रा मँ फसल उपजिहीं।
13 परमेस्सर क अगवा अगवा नेकी चली,
    अउर उ ओकरे बरे राह बनाई।

दाऊद क पराथना।

मइँ एक दीन, असहाय मनई अहउँ।
    हे यहोवा, तू कृपा कइके मोर सुनि ल्या, अउर तू मोर विनती क जवाब द्या।
मइँ तोहार भगत हउँ, कृपा कइके मोर रच्छा करा।
    मइँ तोहार सेवक अहउँ अउर तू मोर परमेस्सर अहा।
    मइँ तोह पइ भरोसा किहेउँ, कृपा कइके मोका बचावा।
मोर सुआमी, मोह पइ दाया करा।
    मइँ सारा दिन तोहार बिनती करत रहत हउँ।
हे मोर यहोवा, मइँ आपन जिन्नगी तोहार हाथन मँ देत हउँ।
    हे मोर सुआमी, मोका, आपन सेवक क सुखी बनावा।
हे सुआमी, तू नीक अउ छिमाकर्ता अहा।
    तू आपन मनवइयन स बहोत पिरेम करत अहा, जउन सहारा पावइ क तोहका गोहरावत हीं।
हे यहोवा, मोर बिनती सुनि ल्या।
    कृपा कइके तू आपन कान क मोर पराथना पइ दाया बरे द्या।
हे यहोवा, आपन संकट क घरी मँ मइँ तोहार बिनती करत हउँ।
    मइँ जानत हउँ तू मोका जवाब देब्या।
हे सुआमी, तोहरे जइसा कउनो देवता नाहीं अहइ।
    जइसेन काम तू किहा ह वइसा काम कउनो भी नाहीं कइ सकत।
हे सुआमी, तू ही सब लोगन क रच्या ह।
    उ पचे आइहीं अउर तोहार आराधना करिहीं।
    उ पचे सबहिं तोहरे नाउँ क आदर करिहीं।
10 हे परमेस्सर, तू महान अहा।
    तू अजूबा करम करत अहा।
    तू अकेल्ले ही परमेस्सर अहा।
11 हे यहोवा, मोका आपन राहन क सिच्छा द्या,
    तउ मइँ तोहरे सच्चाइ क अनुसार रहेबउँ।
कृपा कइके मोर मदद करा,
    तउ मइँ पूरे हिरदय स तोहार उपासना करबउँ।
12 हे मोर सुआमी परमेस्सर, मइँ सम्पूर्ण हिरदय स तोहार गुण गावत हउँ।
    मइँ तोहरे नाउँ क आदर सदा सदा ही करबउँ।
13 काहेकि तू मोका बहोत जिआदा पिरेम किहा ह।
    तू मोका मउत क गहड़ा खाइ स बचाया ह।
14 परमेस्सर, अहंकारी लोग मोह पइ वार करत अहइँ।
    कर लोगन क समूह मोका मार डावइ चाहत अहइँ।
    अउर उ सबइ मनई तोहार आदर नाहीं करत अहइँ।
15 हे सुआमी, तू दयालु अउ कृपा स भरा परमेस्सर अहा।
    तू धीरज स भरा, बिस्सासी अउ पिरेम स भरा अहा।
16 हे परमेस्सर, देखावा कि तू मोर सुनत ह अउर मोह पइ कृपालु रहत ह।
    मइँ तोहार सेवक हउँ, तू मोका सक्ति द्या।
    मइँ तोहार सेवक हउँ, मोका बचावा!
17 हे यहोवा, कछू अइसा करा जेहसे इ साबित होइ कि तू मोर सहायता करब्या।
    तब मोर दुस्मन एका जानिहीं अउ निरास होइ जइहीं।
    तउ इ परगट होइ तू उहइ अहा जउन मोर मदद किह्या अउर मोका आराम दिह्या।

रोमियन 12

आपन जीवन पर्भू क अरपन करा

12 इही बरे भाइयो तथा बहिनियो, परमेस्सर क दया क याद देवाइके मइँ तोहसे आग्रह करत हउँ कि अपने जीवन क एक ठु जिन्दा बलिदान क रूप मँ परमेस्सर को प्रसन्न करत भए अर्पित कइ दया। इ तोहार आत्मिक आराधना अहइ जेसे तू सबन क ओका चुकावइ क होइ। अब अउर आगे इ दुनिया क रीति पे जिन चला बल्कि अपने मने क नवा कइ के अपने आप क बदल डावा ताकि तू सबन क पता चलि जाइ कि परमेस्सर तू पचन क बरे का चाहत ह। यानि जउन उत्तिम बा, जे ओका भावत ह अउर जउन सम्पूर्ण बा।

इही बरे ओकरे अनुग्रह क कारण जउन उपहार उ मोका दिहे अहइ, ओका धियान मँ रखत हुए मइँ तोहमें स हर एक स कहत हउँ, अपने क जइसेन यथा उचित समझा मतलब जेतना बिसवास उ तोहे दिहे अहइ, उही क अनुसार अपने को समझइ चाही। काहेकि जइसेन हम पचन मँ स हर एक क सरीर मँ बहुत स अंग बाटेन। चाहे सब अंगन क काम एक जइसेन नाहीं बाटेन। हम अनेक अही परन्तु मसीह मँ हम एक देहे क रूप मँ होइ जाइत ह। एह तरह हर एक अंग हर दुसरे अंग स जुड़ जात ह।

तउ फिन ओकरे अनुग्रह क अनुसार हमका ज्जउन अलग-अलग उपहार मिला बाटेन, हम ओनकर प्रयोग करी। अगर कउनो क भविस्सबाणी क छमता दीन्ह गइ तो ओहका इस्तेमाल कइ देइ, ओकरे बिसवास क आधार पर। अगर कउनो क सेवा करइ क उपहार मिला बा तउ अपने आप क सेवा क बरे अर्पित करइ, अगर कउनो क उपदेस क उपहार मिला बा तउ ओका उपदेस क प्रचार मँ लगावइ चाही। अगर केऊ सलाह देइ क अहइ तउ ओका सलाह देइ चाही। अगर कउनो क दान देइ क उपहार मिला बा तउ ओका मुक्त भाउ स दान देइ चाही। अगर कउनो क अगुआई करइ क उपहार मिलत ह तउ लोगन क साथ अगुआई करइ। जेका दया देखावइ क मिली बा, उ खुसी स दया करइ।

तोहार पिरेम सच्चा होइ। बदि स घिना करा। नेकी स जुड़ा। 10 भाइचारे क साथ एक दूसरे क बरे समर्पित रहा। आपस मँ एक दुसरे क आदर क साथे अपने स जियादा महत्व द्या। 11 उत्साही बना, आलसी नाहीं, आतिमा क तेज स चमका। पर्भू क सेवा करा। 12 अपने आसा मँ खुस रहा। विपत्ति मँ धीरज धरा। निरन्तर पराथना करत रहा। 13 परमेस्सर क जनन क जरूरतन मँ हाथ बटावा। अतिथि सत्कार क अउसर ढूँढ़त रहा।

14 जउन तू सबन क सतावत होइँ ओन्हे आसीर्बाद द्या, ओन्हे साप न द्या, आसीर्बाद द्या। 15 जउन खुस अहइँ ओनके साथे खुस रहा। जउन दुखी अहइँ, ओनके दुखे मँ दुखी ह्वा। 16 मेल मिलाप स रहा। अभिमान न करा बल्कि दीनन क संगत करा। अपने क बुद्धिमान न समझा।

17 बुराइ क बदला बुराइ स कउनो क न द्या। सभन लोगन क आँखी मँ जउन अच्छा होइ उही क करइके सोचा। 18 जहाँ तक तोहसे बन पड़इ सब मनइयन क साथे सान्ति स रहा। 19 कउनो स अपने आप बदला न ल्या। पियारे बन्धुओ, बल्कि एका परमेस्सर क किरोध पे छोड़ द्या काहेकि सास्तर मँ लिखा बा: “पर्भू कहेस ह बदला लेब मोर काम बा। प्रतिदान मइँ देबइ।”(A) 20 बल्कि तू अगर,

“तोहर दुस्मन भूखा बा तउ
    ओका भोजन करावा,
अगर उ पियासा अहइ तउ
    ओका पीअइके द्या।
काहेकि अगर तू अइसेन करत ह तउ उ तोहसे सर्मिन्दा होई।” (B)

21 बदी स न हारा बल्कि अपने नेकी स बदी क हराइ द्या।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.