Old/New Testament
यहूदियन क बिनास क बरे हामान क योजना
3 एन बातन क घटइ क पाछे महाराजा छयर्स हामान क सन्मान किहस। हामान अगागी हम्मदाता नाउँ क मनई क पूत रहा। महाराजा हामान क कउनो दुसर अधिकरियन स जउन ओकर संग रहेन स बड़का अउ महत्वपूर्ण पद दिहेस। 2 राजा क दुआर पइ महाराजा क सबहिं मुखिया हामान क अगवा निहुरिके ओका आदर देइ लागेन। उ पचे महाराजा क आग्या क अनुसार ही अइसा किया करत रहेन। किन्तु मोर्दकै हामान क अगवा निहुरइ या ओका आदर देइ क मना कइ दिहस। 3 एँह बरे राजा क दुआर पइ राजा क दुसर सेवकन मोर्दकै स पूछेन, “तू महाराजा क आग्या क पालन काहे नाहीं किहा?”
4 राजा क सबइ अधिकारियन हररोज मोर्दकै स बात किहन, किन्तु उ हामान क आदेस क माइन स इन्कार करत रहा। तउ ओन अधिकारियन हामान स एकरे बारे मँ बताइ दिहन, काहेकि उ पचे इ सबइ जानइ चाहत रहेन कि का मोर्दकै क इ बेउहार क लगातार रहइ क अनुमति होइ। काहेकि मोर्दकै ओन सबइ लोगन क बताइ दिहे रहा कि उ एक यहूदा रहा। 5 हामान जब इ लखेस कि मोर्दकै ओकरे अगवा निहुरइ अउर ओका आदर देइ क मना कइ दिहस ह तउ ओका बहोत किरोध आवा। 6 हामान क इ पता तउ चल ही चुका रहा कि मोर्दकै एक यहूदी अहइ। किन्तु उ मोर्दकै क हत्या मात्र स संतुस्ट होइवाला नाहीं रहा। हामान तउ इ भी चाहत रहा कि उ कउनो एक अइसा रस्ता ढूँढ़ निकारइ जेहेसे छयर्स क समूचे राज्ज क ओन सबहीं यहूदियन क मार डावइ जउनो मोर्दकै क लोग अहइँ।
7 महाराजा छयर्स क राज्ज क बारहवें बरिस मँ नीसान नाउँ क पहिले महिने मँ, हामान क मोजूदगी मँ यहूदी लोगन क बर्बाद करइ क दिन चुनई बरे पासा लोकावा गवा। इ तरह अदार नाउँ क बारहवाँ महीना चुन लीन्ह गवा। (ओन दिनन लाटरी निकारइ बरे इ सबइ पासन, “पुर” कहवावा करत रहेन।) 8 फुन हामान महाराजा छयर्स क लगे आवा अउर ओहसे बोला, “हे महाराजा छयर्स तोहरे राज्ज क हर प्रान्त मँ लोगन क बीच एक खास समूह क लोग फइले भए अहइँ। इ सबइ लोग अपने आप क दूसर लोगन स अलग रखत हीं। एन लोग क रीतिरिवाज भी दूसर लोगन स अलग अहइँ अउर इ सबइ लोग राजा क नेमन क पालन नाहीं करत हीं। अइसे लोगन क अपने राज्ज मँ सखइ क अनुमति देब महाराजा क बरे अच्छा नाहीं अहइ।
9 “जदि महाराजा क अच्छा लगइ तउ मोरे लगे एक सुझाव अहइ: ओन लोगन क नस्ट कइ डावइ क आग्या दीन्ह जाइ। एकरे बरे मँइ साही अधिकरियन क दस हजार चाँदी क सिक्कन महाराजा क खजाने मँ जमा करइ बरे देब।”
10 इ तरह महाराजा राजकीय अंगूठी अपनी अँगुरि स निकारेस अउर ओका हामान क सौप दिहस। हामान अगागी हम्मदाता क पूत रहा। उ यहूदियन क दुस्मन रहा। 11 “एकरे पाछे महाराजा हामान स कहेस, “इ धन अपने लगे रखा अउर ओन लोगन क संग जउन चाहत ह, करा।”
12 फुन उ पहिले महीने क तेरहवें दिन महाराजा क सचिवन क बोलावा गवा। उ पचे हामान क सबहिं आदेसन क हर प्रान्त क लिपि अउर हर लोगन क भाखा मँ अलग-अलग लिख दिहस। उ पचे राजा क मुखिया लोगन, विभिन्न प्रान्तन क राज्यपालन, अलग-अलग कबीलन क मुखिया लोगन क नाउँ पत्र लिख दिहस। उ पचे इ आदेस अगूंठी स मोहर लगाइ दिहेस।
13 सँदेस वाहक राजा क विभिन्न प्रान्तन मँ ओन पत्रन क लइ गएन। एन पत्रन पइ इ आदेस रहा कि सबहिं यहूदियन जवान, बुढ़े, मेहररु अउर नान्ह गदेलन क भी एक ही दिन मार दीन्ह जाइँ अउर पूरी तरह नस्ट कइ दिन्ह जाइ। उ दिन बारहवें महीने क तेरहवीं तारिख क रहा जउन अदार क महीना अहइ। अउर इ भी आदेस रहा कि यहूदियन क सब कछू चिजिया लइ लीन्ह जाइ।
14 एन पत्रन क प्रतियन उ आदेस क संग एक नेम क रुप मँ दीन्ह जाब रही। हर प्रान्त मँ एका एक नेम बनावा जाब रहा। सबहिं लोगन मँ एकर घोसना कीन्ह जाब रही, ताकि उ पचे सबहिं लोग उ दिन क बरे तइयार रहइँ। 15 महाराजा आग्या अनुसार सँदेस बाहक फउरन चल दिहन। अउर इ राजधानी नगरी सूसन मँ भी इ ऐलान कइ दीन्ह गइ। महाराजा अउर हामान तउ दाखरस पिअइ क बरे बइठ गएन किन्तु सूसन नगर क लोग घबरा गए रहेन अउ चकित भए रहेन।
मदद क बरे एस्तेर स मोर्दकै क बिनती
4 मोर्दकै, जउन कछू होत रहा, ओकरे बारे मँ सब कछू सुनेस। जब उ यहूदियन क बिरुद्ध राजा क आग्या सुनेस तउ अपने ओढ़नन फार डाएस। उ सोक वस्त्र धारण कइ लिहस अउर अपने मूँड़े पइ राखी डाइ लिहस। उ ऊँच सुर स बिलाप करत भए नगर मँ निकर पड़ा। 2 मोर्दकै राजा क दुआर तलक गएन, किन्तु उ दुआर क पार नाहीं किहेन जउन महल क छेत्र मँ जात ह, काहेकि सोक वस्त्रन क पहिरके दुआर क भीतर जाइ क आग्या कउनो क भी नाहीं रही। 3 हर कउनो प्रांन्त मँ जहाँ कहूँ भी राजा क इ आदेस पहोंचा, यहूदियन मँ रोउब-धोउब अउर सोक फइल गवा। उ पचे खाना छोड़ दिहन अउर उ पचे ऊँच सुर मँ बिलपइ लागेन। बहोत स यहूदी अपने सोक बस्त्रन क धारण किहे भए अउर अपने मूंड़न पइ राखी डाए भए धरती पइ पड़े रहेन।
4 एस्तेर क दासियन अउर खोजन एस्तेर क लगे जाइके ओका मोर्दकै क बारे मँ बताएन। एहसे महारानी एस्तेर बहोत दुखी अउर बियाकुल होइ उठी। उ मोर्दकै क लगे सोक वस्त्रन क बजाय दूसर ओढ़नन पहिरइ क पठएस। मुला उ उ सबइ ओढ़नन स्वीकार नाहीं किहस। 5 एकरे पाछे एस्तेर हताक क अपने लगे बोलाएस। हताक एक अइसा हिजड़ा रहा जेका राजा ओकरी सेवा बरे नियुक्त किहे रहा। एस्तेर ओका इ पता लगावइ क आदेस दिहस कि मोर्दकै क का बियाकुल बनाए भए अहइँ अउर काहे? 6 एह बरे हताक नगर क खुले चौराहे मँ गएन जहाँ मोर्दकै मौजूद रहा। 7 हुवाँ मोर्दकै हताक स, जउन कछू भवा रहा, सब कहि डाएस। उ हताक क इ भी बताएस कि हामान यहूदियन क हत्या बरे राजा क खजाने मँ केतना धन जमा करावइ क वादा किहेस ह। 8 मोर्दकै हताक क यहूदियन क हत्या क बरे राजा क आदेस पत्र क एक प्रति भी दिहेस। उ आदेस पत्र पहिले ही सूसन नगर मँ हर कहूँ पठवा गवा रहा। मोर्दकै इ चाहत रहा कि हताक ओका एस्तेर क देखाइ देइ अउर हर बात ओका पूरी तरह निर्देस देइ अउर ओहसे इ भी कहेस कि उ एस्तेर क राजा क लगे जाइके मोर्दकै अउर अपने लोगन क बरे दया क याचना कइर क प्रेरित करइ।
9 हताक एस्तेर क लगे लउटि आवा अउर उ एस्तेर स मोर्दकै जउन कछू कहइ क कहे रहा, सब बताइ दिहस।
10 फुन एस्तेर मोर्दकै क हताक स इ कहवाइ पठएस: 11 “मोर्दकै, राजा क सबहिं मुखिया अउर राजा क प्रान्तन क सबहिं लोग इ जानत हीं कि कउनो भी मनई या मेहरारु क बरे राजा क बस इहइ नेम अहइ कि राजा क भीतरी आंगन मँ बिना बोलाए जउन भी जात ह, ओका मारि दीन्ह जातेन। इ नेम क पालन बस एक ही स्थिति मँ उ समइ नाहीं कीन्ह जात रहा जब राजा अपने सोने क राजदण्ड क उ मनई कहँती बढ़ाइ देत रहा। जदि राजा अइसा कइ देत तउ उ मनई क प्राण बच जात रहेन। मुला मोका तीस दिन होइ गएन ह अउर राजा स मिलइ क बरे मोका नाहीं बोलावा गवा ह।”
12-13 एकरे पाछे एस्तेर क सँदेसा मोर्दकै क लगे पहोंचाइ दीन्ह गवा। उ संदेसा क पाइके मोर्दकै ओका वापस जवाब पठएस: “एस्तेर, अइसा जिन सोचा कि तू राजा क महल मँ रहइ क कारण बच जाब्या, जबकि सबइ यहूदियन मारा जाब। 14 जदि अबहिं तू चुप रहति अहा यहूदियन क मदद अउर मुक्ती कहुँ अउर स मिल जाब। मुला तू अउर तोहरे बाप क परिवार मारा डावा जाइ सकत्या। अउर कउन जानत ह कि तू कउनो अइसे ही समइ क लिए महारानी बनाइ गई अहा, जइसा समइ इ अहइ।”
15-16 एह पइ एस्तेर मोर्दकै क आपन इ जवाब पठएस: “मोर्दकै, जा अउर जाइके सबहिं सूसन नगर सबहिं यहूदी लोगन क एकट्ठा करा अउर मोरे बरे उपवास राखा। तीन दिन अउ तीन रात तलक न कछू खा अउर न कछू पिआ। तोहरी तरह मइँ अउर मोर मेहरारु नउकर भी उपवास रखब। हमरे उपवास रखइ क पाछे मइँ राजा क लगे जाब। मइँ जानत हउँ कि जदि राजा मोका न बोलावइ तउ ओकरे लगे जाब, नेम क खिलाफ अहइ। अगर मँ अइसा करब्या तउ हो सकत ह कि मइँ मारा डावइ जाइ। किन्तु कउनो बात नाहीं मइँ अइसा करब।”
17 इ तरह मोर्दकै हुवाँ स चला गवा अउर एस्तेर ओहसे जइसा करइ क कहे रहा उ सब कछू वइसा ही किहस।
एस्तेर क राजा स बिनती
5 तीसरे दिन एस्तेर आपन बिसेस साही पोसाक पहिरेस अउर राजमहल क भीतरी आंगन मँ जाइ खड़ी भइ। इ जगह राजा क बैठका क समन्वा रही। राजा दरबार मँ अपने सिंहासने पइ बइठा रहा। राजा उहइ कइँती मुहँ किहे बइठा रहा जहाँ स लोग सिहांसन क कच्छ कइँती प्रवेस करत रहेन। 2 तउ राजा महारानी एस्तेर क हुवाँ दरबार मँ खड़े लखेस। ओका लखिके उ बहोत खुस भवा। उ ओकरी कइँती अपने हाथ मँ थामे भए सोने क राजदण्ड क आगे बढ़ाइ दिहस। इ तरह एस्तेर उ कमरे मँ प्रवेस किहस अउर उ राजा क लगे चली गइ अउर उ राजा क सोने क राजदण्ड क सिरे क छुइ लिहस।
3 एकरे पाछे राजा ओहसे पूछेस, “महारानी एस्तेर, तू बेचैन काहे अहा? तू मोहसे का चाहति अहा? तू जउन चाहा मइँ तोहका उहइ देब। हिआँ तक कि आपन आधा राज्ज तलक, मइँ तोहका दइ देब।”
4 एस्तेर कहेस, “मइँ आपके अउर हामान क बरे एक ठु भोज क आयोजन किहेउँ ह। कृपा कइ आप अउर हामान आजु मोरे हिआँ भोज मँ पधारें।”
5 एइ पइ राजा कहेस, “हामान क तुरंत बोलावा जाइ ताकि एस्तेर जउन चाहत ह, हम ओका पूरा कइ सकी।”
तउ महाराजा अउर हामान एस्तेर ओनके बरे जउन भोजन आयोजित किहे रही, ओहमाँ आइ गएन। 6 जब उ पचे दाखरस पिअत रहेन तबहिं राजा एस्तेर स फुन पूछेस, “एस्तेर कहा अब तू का माँगति चाहति अहा? कछू भी माँग ल्या, मइँ तोहका उहइ दइ देब। कहा तउ उ का अहइ जेकर तोहका इच्छा अहइ? तोहर जउन भी इच्छा होइ उहइ मइँ तोहका देब। अपने राज्ज क आधा हीसां तलक।”
7 एस्तेर कहेस, “मइँ इ माँगइ चाहत हउँ। 8 जदि मोका महाराज अनुमति देइँ अउर जदि जउन मइँ चाहउँ, उ मोका देइ स महाराज खुस होइँ तउ मोर इच्छा इ अहइ कि महाराज अउर हामान भियान मोरे हिआँ आवइँ। भियान मइँ महाराज अउर हामान क बरे एक अउर भोज देइ चाहत हउँ अउर उहइ समइ इ बताउब कि असल मँ मइँ का चाहति हउँ।”
मोर्दकै पइ हामान क किरोध
9 उ दिन हामान राजमहल क बहोत जियादा खुस होइके बिदा भवा। किन्तु जब उ राजा क दुआर पइ मोर्दकै क लखेस तउ ओका मोर्दकै पइ बहोत किरोध आवा। हामान मोर्दकै क लखत ही किरोध स पागल होइ उठा, काहेकि जब हामान हुवाँ स गुजरा, मोर्दकै नाही खड़ा भवा अउर नाहीं काँपेस अउर नाहीं हामान बरे कउनो आदर देखाएस। 10 किन्तु हामान अपने किरोध पइ काबू किहस अउर घरे चला गवा। एकरे पाछे हामान अपने मीतन अउ अपनी मेहरारु जेरेस क एक संग बोलाएस। 11 उ आपने मीतन क अगवा अपने धन अउ अनेक पूतन क बारे मँ डीगं मारत भए इ बतावइ लागा कि राजा ओकर कउने प्रकार स सन्मान करत ह। उ बढ़इ चढ़ाइ के इ भी बतावइ लाग कि दूसर सबहिं हाकिमन स राजा कउने तरह ओका अउर जियादा ऊँच पद पइ पदोन्नति दिहस ह। 12 “एतना ही नाहीं” हामान इ भी बताएस। “एक मात्र मइँ ही अइसा मनई हउँ जेका महारानी एस्तेर अपने भोज मँ राजा क संग बोलाइ रहा अउर महारानी मोका भियान फुन राजा के संग बोलाए पठए रही। 13 मुला मोका एन सब बातन स फुरइ कउनो खुसी नाहीं अहइ। असल मँ मइँ उ समइ तलक खुस नाहीं होइ सकत जब तलक राजा क दुआर पइ मइँ उ यहूदी मोर्दकै क बइठे भए लखत हउँ।”
14 एह पइ हामान क मेहरारु जेरेस अउर ओकर मीतन ओका एक सुझाव दिहन। उ पचे बोलेन, “कउनो स कहिके पचहत्तर फुट ऊँच ओका फासीं देइ क एक ठु फासीं क खाम्भा खड़ा करा। फुन भिंसारे राजा स कहा कि उ मोर्दकै क ओहे पइ लटकइ क आदेस दे। फुन राजा क संग तू भोज पइ जाया अउर आनन्द स रह्या।”
हामान क इ सुझाव नीक लगा। तउ उ फाँसी क खम्भा बनवावइ क बरे कउनो क आदेस दइ दिहस।
22 किन्तु जब अधिकारी कैदखाना मँ पहुँचेन तउ उ पचे प्रेरितन क हुवाँ नाहीं पाएन। उ पचे लौटिके ऍका बताएन अउर 23 कहेन, “हम पचे कैदखाना मँ सुरच्छा क लगा भवा ताला अउर दुआरे प तैनात सुरच्छाकारियन क पावा। मुला जब हम दरवाजा खोला तउ हमका भितरे कउनो नाहीं मिला।” 24 जइसेन मन्दिर क सुरच्छाकारी अउर मुख्य़याजकन इ सब्दन क सुनेन तउ उ पचे चकराइ गएन अउ सोचइ लागेन, “अब का होई।”
25 ऍतने मँ कउनो दूसर मनई आवा अउर ओनका बताएस, “जेनका तू पचे जेल मँ धाँध दिहा ह, उ पचे मन्दिर मँ खड़ा होइके उपदेस देत बाटेन।” 26 तउ सुरच्छाकारी आपन अधिकारी संग हुवाँ गवा अउर बिना ताकत क प्रयोग किए ओनका वापस धइ लिआवा काहेकि उ पचे डेरात रहेन कि कहूँ मनई ओनका (मन्दिर क सुरच्छा कर्मी) पाथर स न मारइँ।
27 उ पचे ओनका भितरे लइ आएन अउर सबन त ऊँचकी यहूदी सभा क समन्वा खड़ा कइ दिहन। फिन महायाजक ओनसे फरियावत भवा पूछेस, 28 “हम इ नाउँ स उपदेस न देइ बरे तोहका कर्रा हुकुम दिहे रहे। अउर तू पचे फिन भी समूचइ यरूसलेम क आपन उपदेस स भरि दिहा ह। अउर तू पचे इ मनई क मउत क अपराध हम पचे लइ लादइ चाहत बाट्या।”
29 पतरस अउर दूसर प्रेरितन जवाब दिहेन, “हमका मनइयन क बनिस्बद परमेस्सर क आग्या मानइ चाही। 30 उ ईसू क हमरे पूर्वन क परमेस्सर मउत स फिन जीवित कइके खड़ा कइ दिहेस ह जेका एक सूली प टाँगिके तू पचे मार डाया। 31 ओका ही प्रमुख अउर उद्धारकर्त्ता क रूप मँ बड़कइ देत भवा परमेस्सर आपन दाहिन हाथे कइँती बइठाएस काहेकि इस्राएलियन क मनफिराव अउर पाप क छमा दीन्ह जाइ सकइ। 32 ऍन सबन बातन क हम साच्छी अही अउर वइसे ही पवित्तर आतिमा भी बा उहइ परमेस्सर ओनका दिहेस ह जउन ओकरे आज्ञा क मानत हीं।”
33 जब उ पचे इ सुनेन तउ उ पचे कोहाइ गएन अउर ओनका मारि डावइ चाहेन। 34 मुला महासभा मँ स एक गमलिएल नाउँ क फरीसियन जउन धरमसास्तिरी अध्यापक रहा अउर जेकर सब लोग मान सम्मान करत रहेन, ठाड़ भवा अउर हुकुम दिहेस कि ऍनका तनिक देरी बरे बाहेर कइ दीन्ह जाइ। 35 फिन उ ओनसे कहेस, “इस्राएल क पुरूसो, तू पचे इ मनइयन क संग जउन कछू करइ प उतारू अहा, ओका सोच बिचारिके किहा। 36 कछू समइ पहिले आपन क बड़कवा एलान करत भवा थियूदास परगट भवा। ओर कउनो चार सौ मनई ओकरे पाछे भी होइ गएन, मुला उ मार डावा गवा अउर ओकर सबहिं मनइयन एहर ओहर छिटक गएन। ओकरे फल कछू नाहीं निकरा। 37 ओकरे पाछे जनगणना क समइ गलीली क बसइया यहूदा परगट भवा। उ भी कछू मनइयन क आपन पाछे कइँती हैच लिहेस। उ भी मारि डावा गवा। ओकर भी सबहिं एहर ओहर होइ गएन। 38 यह बरे अबहिं मइँ तू पचन्स कहत हउँ, इ मनइयन स अलग रहा, ऍनका अइसे ही अकेल्ँले छोरि द्या काहेकि ऍनकइ इ चाल या काम मनई कइँती स अहइ तउ खुद नास होइ जाइ। 39 मुला जदि उ परमेस्सर स अहइ तउ तू पचे ओनका रोक न पउब्या। अउर तब होइ सकत ह तू आपन खुद क ही परमेस्सर क खिलाफ लड़त भिड़त पउब्या!”
उ पचे जइसा गेमलिएल कहेस मान लिहेन। 40 अउर प्रेरितन क भितरे बोलाइके उ पचे कोड़ा लगवाएन अउर इ आज्ञा दइके कि उ पचे ईसू क नाउँ क कउनो चर्चा न करइँ, ओनका जाइ दिहेन। 41 तउ उ पचे प्रेरितन इ बात क मजा मारत भए कि ओनका ओकरे नाउँ बरे बेज्जत रहइ क जोग्ग गना गवा ह, यहूदी महासभा स बाहिर चला गएन। 42 फिन मन्दिर अउर घर-घर मँ हर रोज इ सुसमाचार कि ईसू मसीह अहइ उपदेस देब अउर प्रचार करब उ पचे कबहुँ नाहीं तजेन।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.