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Old/New Testament

Each day includes a passage from both the Old Testament and New Testament.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
1 इतिहास 19-21

अम्मोनी दाऊद क लोगन क लज्जित करत हीं

19 नाहास अम्मोनी लोगन क राजा रहा। नाहास मरा अउर ओकर पूत नवा राजा बना। तब दाऊद कहेस, “नाहास मोरे बरे दयालु रहा, एह बरे मइँ नाहास क पूत हानून बरे दयालु रहब।” एह बरे दाऊद अपने दूतन क ओकरे बाप क मउत पइ सान्त्वना देइ पठाएस। दाऊद क दूत हानून क सान्त्वना देइ अम्मोन देस क गएन।

मुला अम्मोनी प्रमुखन हानून स कहेन, “मूरख जिन बना। दाऊद इ मनईयन क तोहका सान्त्वना देइ बरे या तोहरे मरे बाप क सम्मान देइ बरे नाहीं पठएस ह। नाहीं, दाऊद अपने दूतन क तोहार अउर तोहरे देस क जासूसी करइ चाहत ह। असल मँ दाऊद तोहरे देस क नस्ट करइ चाहत ह।” एह बरे हानून दाऊद क सेवकन क बन्दी बनाएस अउर ओनकर दाढ़ी मुड़वाइ दिहस। हानून क करिहाउँ तलक ओकरे ओढ़नन क छोर क कटवाइ दिहस। तब उ ओनका बिदा कइ दिहस।

दाऊद क मनई एतने लज्जित भएन कि उ पचे घर क नाहीं जाइ सकत रहेन। कछू लोग दाऊद क लगे गएन अउर बताएन कि ओकरे मनइयन क संग कइसा बर्त्ताव भवा ह। एह बरे राजा दाऊद अपने लोगन क लगे इ खबर पठएस: “तू लोग यरीहो नगर मँ तब तलक रहा जब तलक फुन डाढ़ी न जम जाइ। तब तू घरे वापस जाइ सकत ह।”

अम्मोनी लोग पता पाएन कि दाऊद ओनका आपन दुस्मन समुझत ह। तब हानून अउ अम्मोनी लोग पचहत्तर हजार पौण्ड चाँदी, रथन अउर सारथियन क मेसोपोटामियन स बेसाहइ मँ लगाएन। उ पचे अराम मँ अरम्माका अउ सोबी लोगन स भी रथन अउर सारथियन क प्राप्त किहन। अम्मोनी लोग बत्तीस हजार रथ बेसहेन। उ पचे माका क राजा क अउर ओकरी फउज क भी आवइ अउ मदद करइ बरे भुगतान किहन। माका क राजा अउर ओकर लोग आएन अउर उ पचे मेदबा नगर क लगे आपन डेरा डाएन। अम्मोनी लोग खुद अपने नगरन स बाहेर अउर आएन जुद्ध बरे तइयार होइ गएन।

दाऊद सुनेस कि अम्मोनी लोग जुद्ध बरे तइयार होत अहइँ। एह बरे उ योआब अउ इस्राएल क पूरी फउज क अम्मोनी लोगन स जुद्ध करइ बरे पठाएस। अम्मोनी लोग बाहेर निकरेन अउर जुद्ध बरे तइयार होइ गएन। उ पचे नगर दुआर क लगे रहेन जउन राजा मदद बरे आए रहेन, उ पचे खुद खुले मइदान मँ खड़े रहेन।

10 योआब लखेस कि ओकरे खिलाफ लड़इवाली फउज क दुइ मोर्चन रहेन। एक ठु मोर्चा ओकरे समन्ना रहा अउर दूसर ओकरे पाछे रहा। एह बरे योआब इस्राएल क कछू सब स उत्तिम जोधन क चुनेस। उ ओनका अराम क सेना स लड़इ बरे पठएस। 11 योआब इस्राएल क बाकी फउज क अबीसै क सेनापतित्व मँ राखेस। अबीसै योआब क भाइ रहा। उ सबइ फउजी अम्मोनी सेना क खिलाफ लड़इ गएन। 12 योआब अबीसै स कहेस, “जदि अरामी फउज मोरे बरे बहोत जियादा सक्तीसाली पड़इ तउ तोहका मोर मदद करइ क होइ मुला जदि अम्मोनी फउज तोहारे बरे बहोत जियादा सक्तीसाली साबित होइ तउ मइँ तोहार मदद करब। 13 हम अपने लोगन अउ अपने परमेस्सर क नगरन क बरे जुद्ध करत समइ बीर अउ मजबूत बनी यहोवा उ करइ जेका उ उचित मानत ह।”

14 योआब अउ ओकरे संग क सेना अराम क पइ हमला किहस। अराम क सेना योआब अउर ओकरी फउज क समान्वा स भाग खड़ी भइ। 15 अम्मोनी सेना लखेस कि अराम क सेना भागत अहइ एह बरे उ पचे भी पराइ गएन। उ पचे अबीसै अउर ओकरी सेना क समन्वा स भाग खड़े भएन। अम्मोनी अपने नगर क चले गएन, अउर योआब यरूसलेम क लउट गवा।

16 अरमी क प्रमुखन लखेस कि इस्राएल ओनका पराजित कइ दिहस। एह बरे उ पचे परात नदी क पूरब रहइवाले अरामी लोगन स सहायता बरे दूत पठाएस। सोपक हददेज़ेर क अरामी क सेना क सेनापति रहा। सोपक ओन दूसर अरामी फउजिन क भी संचालन किहस जउन मदद बरे आएस।

17 दाऊद सुनेस कि अराम क लोग जुद्ध बरे एकट्ठा होइ ग अहइ, एह बरे दाऊद इस्राएल क सबहिं फउजियन क बटोरेस। दाऊद ओनका यरदन नदी क पार लइ गवा। उ पचे अरामी लोगन क ठीक आमने-सामने आइ गएन। दाऊद अपनी फउज क हमला करइ बरे तइयार किहेस अउर अरामियन पइ हमला कइ दिहस। 18 अरामी इस्राएलियन क समन्वा स भाग खड़े भएन। दाऊद अउर ओकर फउज सात हजार सारथी अउर चलीस हजार अरामी फउजियन क मार डाएस। दाऊद अउर ओकर फउज अरामी सेना क सेनापति सोपक क भी मार डाएस।

19 जब हददेज़ेर क अधिकारियन लखेन कि इस्राएल ओनका हराइ दिहस तउ उ पचे दाऊद स सन्ति कइ लिहन। उ पचे दाऊद क प्रजा बन गएन। इ तरह अरामियन अम्मोनी लोगन क फुन सहायता करइ स इन्कार कइ दिहन।

योआब अम्मोनियन क नस्ट करत ह

20 बसन्त मँ, योआब इस्राएल क फउज क जुद्ध बरे अगवाइ किहेस। इ उहइ समइ रहा जब राजा लोग जुद्ध करइ बरे निकलेस रहेन मुला दाऊद यरूसलेम मँ रहा। तब इस्राएल क फउज अम्मोन देस क गवा अउ एका नस्ट कइ दिहेस। तब उ पचे ओकर राजधानी रब्बा नगर क गएन। सेना लोगन क भीतर आवइ अउर बाहेर जाइ स रोकइ बरे नगर क चारिहुँ कइँती डेरा डाएस। योआब अउ ओकर फउज रब्बा नगर क खिलाफ तब तलक जुद्ध किहस जब तलक ओका नस्ट नाहीं कइ डाएस।

दाऊद ओनके राजा मुकुट क उतार लिहस। उ सोने क मुकुट तोल मँ लगभग पचहत्तर पौण्ड रहा। मुकुट मँ बहुमुल्य रतन जड़े रहेन। मुकुट दाऊद क मूँड़े पइ धरा गवा। तब दाऊद रब्बा नगर स बहोत स मूल्यवान चिजियन प्राप्त किहस। दाऊद रब्बा क लोगन क संग लिआवा अउर ओनका आरन, लोहे क गैंती अउ वुल्हाड़ियन स काम करइ क मजबूर किहस। दाऊद अम्मोनी लोगन क सबहिं नगरन क संग इहइ बर्त्ताव किहस। तब दाऊद अउर सारी फउज यरूसलेम क वापस लउट गइ।

पलिस्ती क दैत्य मारे जात हीं

पाछे, इस्राएल क लोगन क जुद्ध गेजेर नगर मँ पलिस्तियन क संग भवा। उ समइ, हूसा क सिब्बकै सिप्पै क मार डाएस। सिप्पै दैत्यन क पूतन मँ स रहा। इ तहर पलिस्ती लोग लोगन क हराइ दीन्ह गवा रहेन।

दूसर अवसर पइ, इस्राएल क लोगन क जुद्ध फुन पलिस्तियन क खिलाफ भवा। याईर क पूत एल्हानान लहमी क मर डाएस। लहमी गोलियात क भाई रहा। गोल्यह गत नगर क रहा। लहमी क भाला बहोत लम्बी अउर भारी रहा। इ करघे क लम्बे हत्थे क तरह रहा।

तब इस्राएलियन गत नगर मँ पलिस्तियन क संग दूसर जुद्ध किहन। इ नगर मँ एक बहोत बिसाल मनई रहा। ओकरे हाथ अउ गोड़ क चौबीस उँगलियन रहिन। उ मनई क हरेक हाथ अउ हरेक गोड़ मँ छ: छ: उँगलियन रहिन। उ दैत्य क पूत भी रहा। एह बरे जब उ इस्राएल क मज़ाक उड़ाएस तउ योनातान ओका मार डाएस। योनातान सिमा क पूत रहा। सिमा दाऊद क भाई रहा।

उ पचे पलिस्ती लोग गत नगर क दैत्यन क पूत रहेन। दाऊद अउ ओकर सेवक लोग ओन दैत्यन क मार डाएस।

इस्राएलियन क गनके दाऊद पाप करत ह

21 सइतान इस्राएल क लोगन क खिलाफ रहा। उ दाऊद क इस्राएल क लोगन क गनइ क प्रोत्साहन दिहस। एह बरे दाऊद योआब अउर लोगन क प्रमुखन स कहेस, “जा अउर इस्राएल क सबहिं लोगन क गणना करा। बर्सेबा नगर स लइके लगातार दान नगर तलक देस क हर मनई क गना। तब मोका बतान, एहसे मइँ जान सकब कि हिआँ केतेन लोग अहइँ।”

एह बरे योआब जवाब दिहेस, “यहोवा अपने लोगन क सौ गुना बिसाल बनावइ! महामाहिम, इस्राएल क सबहिं लोगन तोहार सेवक अहइँ। मोरे सुआमी, अउर राजा, आप इ कार्य काहे करइ चाहत हीं? आप इस्राएल क सबहिं लोगन क पाप करइ क अपराधी बनइहीं।”

मुला राजा दाऊद हठ धरे रहा। योआब क उ करइ पड़ा जउन राजा कहेस। एह बरे योआब गवा अउर पूरे इस्राएल देस मँ गणना करत घूमत रहा। तब योआब यरूसलेम लउटा अउर दाऊद क बताएस कि केतने मनई रहेन। इस्राएल मँ गियारह लाख मनई रहेन अउर तरवार क उपयोग कइ सकत रहेन अउर तरवार क उपयोग करइवाले चार लाख सत्तर हजार मनई यहूदा मँ रहेन। योआब लेवि अउर बिन्यामीन क परिवार समूह क गणना नाहीं किहेस। योआब ओन परिवार समूहन क गणना नाहीं किहेस काहेकि उ राजा दाऊद क आदेसन क पसन्द नाहीं करत रहा। इ हुकुम देइ के, परमेस्सर क दृस्टि मँ दाऊद एक बुरा काम किहे रहा, एह बरे परमेस्सर इस्राएल क दण्ड दिहस।

परमेस्सर इस्राएल क दण्ड देत ह

तब दाऊद परमेस्सर स कहेस, “मइँ एक बहोत बेववूफी क काम किहेउँ ह। मइँ इस्राएल क लोगन क गणना कइके भयंकर पाप किहेउँ ह। अब, मइँ पराथना करत हउँ कि तू इ सेवक क पापन क छिमा कइ द्या।”

9-10 गाद दाऊद क दर्सी रहा। यहोवा गाद स कहेस, “जा अउर दाऊद क कहा: ‘यहोवा जउन कहत ह उ इ अहइ: मइँ तोहका तीन विकल्प देत हउँ। तोहका ओहमाँ स एक चुनब अहइ अउर तब मइँ तोहका उ तरह दण्डित करब जेका तू चुने लेब्या।’”

11-12 तब गाद दाऊद क लगे गवा। गाद दाऊद स कहेस, “यहोवा कहत ह, ‘दाऊद, तू जउन दण्ड चाहत अहा ओका चुना: पर्याप्त अन्न क बगैर तीन बरिस, या तोहार पाछा करइवाले तरवार क उपयोग करत भए दुस्मनन स तीन महीने तलक भागब, या परमेस्सर स तीन दिना क दण्ड। पूरे देस मँ भयंकर महामारी फइली अउर यहोवा क दूत लोगन क नस्ट करत भवा पूरे देस मँ आइ।’ परमेस्सर मोका पठएस ह। अब, तोहका निर्णय करब अहइ कि ओका कउन सा जवाब देउँ।”

13 दाऊद गाद स कहेस, “मइँ विपत्ति मँ हुउँ। मइँ नाहीं चाहत कि कउनो मनई मोरे दण्ड क निहचइ करइ। यहोवा बहोत दयालु अहइ, एह बरे यहोवा क ही निर्णय करइ द्या कि मोका कइसे दण्ड देइ।”

14 एह बरे यहोवा इस्राएल मँ भयंकर महामारी पठएस अउर सत्तर हजार लोग मर गएन। 15 परमेस्सर एक सरगदूत क यरूसलेम क नस्ट करइ क पठएस। किन्तु जब सरगदूत यरूसलेम क नस्ट करब सुरू किहस तउ यहोवा लखेस अउ ओका दुःख भवा। एह बरे यहोवा यरूसलेम क नस्ट न करइ क निर्णय किहस। यहोवा उ सरगदूत स, जउन नस्ट करत रहा कहेस, “रूक जा, इहइ पर्याप्त अहइ।” यहोवा क सरगदूत उ समइ यबूसी ओर्नान क खरिहान क लगे खड़ा रहा।

16 दाऊद नज़र उठाएस अउर यहोवा क दूत क अकासे मँ लखेस। सरगदूत यरूसलेम पइ आपन तरवार हींच रखे रहा। तब दाऊद अउर प्रमुखन अपने मूँड़ क धरती पइ टेक के प्रणाम किहन। दाऊद अउ प्रमुखन अपने सोक बरे टाट पहिरे रहे। 17 दाऊद अपने परमेस्सर स कहेस, “मइँ लोगन क गणना करइ क आदेस दिहे रहेउँ। मइँ हुउँ जुन इ बहोत बुरा काम किहेउँ। इस्राएल क लोगन कछू भी गलत नाहीं किहन। यहोवा मोरे परमेस्सर, मोका अउर मोरे परिवार क दण्ड द्या किन्तु उ भयंकर महामारी क रोक द्या जउन तोहार आपन लोगन क मारत अहइ।”

18 तब यहोवा क दूत गाद स बात किहस। उ कहेस, “दाऊद स कहा कि उ यहोवा क उपासना बरे एक ठु वेदी बनाएस। दाऊद क एका यबूसी ओर्नान क खरिहान क लगे बनावइ चाही।” 19 गाद इ सबइ बातन दाऊद क बताएस अउर दाऊद ओर्नान क खरिहान क लगे गवा।

20 ओर्नान गोहुँ दाँवत रहा। ओर्नान मुड़ा अउर उ सरगदूत क लखेस। ओर्नान क चारिहुँ पूत छुपइ बरे पराइ गएन। 21 दाऊद ओर्नान क लगे पहोंचा। ओर्नान ओका लखेस अउर उ खरिहान क छोड़ि दिहस। उ दाऊद तलक पहोंचा अउर ओकरे समन्वा आपन माथा भुईयाँ पइ टेकिके प्रणाम किहेस।

22 दाऊद ओर्नान स कहेस, “तू आपन खारिहान मोका बेच द्या। मइँ तोहका पूरी कीमत देबउँ। तब मइँ यहोवा क उपासना बरे एक वेदी बनावइ बरे एकर उपयोग कइ सकत हुउँ। तब लोगन प स भयंकर महामारी रूक जाई।”

23 ओर्नान दाऊद स कहेस, “इ खारिहाने क लइ ल्या। तू मोरे सुआमी अउर राजा अहइँ। उहइ करा जउन आप उपयुक्त समुझत हीं। लखा, मइँ भी होमबलि बरे जनावरन देब। मइँ आप क काहे क तख्तन देब जेका आप वेदी पइ आगी बरे बार सकत हीं अउर मइँ अन्नबलि बरे गोहूँ देब। मइँ इ सबइ आप क देब।”

24 किन्तु राजा दाऊद ओर्नान क जवाब दिहस, “नाहीं, मइँ तोहका पूरी कीमत देब। मइँ कउनो तोहार उ चीज नाहीं लेब जेका मइँ यहोवा क देब। मइँ उ कउनो भेंट नाहीं चढ़ाउब जेकर मोका कउनो मूल्य न देइ पड़इ।”

25 एह बरे दाऊद उ जगह क बरे ओर्नान क पन्द्रह पौण्ड सोना दिहस। 26 दाऊद हुँवा यहोवा क उपासना बरे एक वेदी बनाएस। दाऊद होमबलि अउर मेलबलि चढ़ाएस। दाऊद यहोवा स पराथना किहस। यहोवा सरग स आगी पठइके दाऊद क जवाब दिहस। आगी होमबलि क वेदी पइ उतरी। 27 तब यहोवा सरगदूत क आदेस दिहस कि उ अपनी तरवार क वापस म्यान मँ धइ लेइ।

28 दाऊद लखेस कि यहोवा ओका ओर्नान क खरिहान पइ उत्तर दइ दिहस ह, एह बरे यहोवा क बलि भेंट किहस। 29 (पवित्तर तम्बू अउ होमबलि क वेदी ऊँच जगह पइ गिबोन नगर मँ रही। मूसा पवित्तर तम्बू क तब बनाए रहा जब इस्राएल क लोग रेगिस्ताने मँ रहेन। 30 दाऊद पवित्तर तम्बू मँ परमेस्सर स बातन करइ नाहीं जाइ सकत रहा, काहेकि उ भयभीत रहा। दाऊद यहोवा क दूत अउ ओकरी तरवार स भयभीत रहा।)

यूहन्ना 8:1-27

अउर ईसू जैतून पर्वत प चला गवा। एकदम सबेरे उ फिन मन्दिर मँ गवा। सब मनई ओकरे पास आएन। ईसू बइठके ओनका सबेन्हका उपदेस देइ लाग।

तबहीं धरम सास्तरी अउर फरीसी लोग व्यभिचार क अपराध मँ एक ठु स्त्री क पकरि लइ आएन। अउर ओका सबके सामने ठाढ़ करि दिहेन्ह। अउर ईसू स कहेन्न, “हे गुरू, इ स्त्री व्यभिचार करत रंग हाथ पकड़ी गइ अहइ। मूसा क व्यवस्था हमका पचेन्ह क आदेस देत ह क अइसी स्त्री क पाथर मारइ चाही। अब बतावा तोहार क कहब अहइ?”

ईसू क अजमावइ क बरे उ सबेन्ह पूछत रहेन्ह जइसे कि ओनका सबन्क ओकरे खिलाफ कउनो अभियोग लगावा जाइ सकइ। मुला ईसू नीचे झुका अउर अपनी अंगुरी स जमीन प लिखिइ लाग। यहूदी नेता पूछत जात रहेन्ह, इ बरे ईसू सोझ सोझ तनि क ठाढ़ि होइ गवा अउर ओनसे कहेस, “तोहरे सब मँ स जउन मनई पापी न होइ, सबसे पहिले उहइ इ स्त्री क पाथर मारइ।” अउर फिन उ झुक कर जमीन प लिखइ लाग।

जब सब मनई इ सुनेन्ह तउ सबसे पहिले बुढ़वा मनइयन अउर फिन एक एक कइके हुवाँ स खिसकइ लागेन अउर हुवाँ अकेले ईसू बचा रहा। ईसू क सामने उ स्त्री अबहीं तलक ठाढ़ि रही। 10 ईसू खड़ा भवा अउर उ स्त्री स कहेस, “ऐ स्त्री, उ पचे कहाँ चला गएन। का तोहका कउनो दोखी नाहीं ठहराएस?”

11 उ स्त्री बोली, “नाहीं महासय! कउनो नाहीं।”

ईसू कहेस, “मइँ भी तोहका दण्ड न देब। जा अउर अब फिन कबहूँ पाप न करिउ।”

दुनिया क ज्योति ईसू

12 फिन हुवाँ मौजूद मनइयन स ईसू कहेस, “मइँ दुनिया क ज्योति अहउँ, जउन मोरे पाछे चलत ह, उ कबहुँ अंधेरे मँ नाहीं रहत। ओका तउ उ ज्योति मिली जउन जीवन देत ह।”

13 इ सुनिके फरीसियन ओनसे कहेन, “तू आपन साच्छी खुदइ देत अहा, इ बरे तोहार साच्छी न मानी जाई।”

14 एकरे जवाब मँ ईसू ओनसे कहेस, “जदि मइँ आपन साच्छी अपनी कइँती स आप देत अहउँ, तबहूँ मोर साच्छी सही अहइ, काहेकि मइँ इ जाना चाहित ह, कि मइँ कहाँ स आवा अहउँ अउर कहाँ जात अहउँ। 15 तू पचे मनइयन क बनाए नेमॅन प निआव कहत ह, मइँ कउनो क निआव नाहीं करत अहउँ। 16 जदि मइँ निआव करी तउ मोर निआव उचित होइ। काहेकि मइँ अकेलि नाहीं अहउँ, बल्कि परमपिता जउन मोका हियाँ भेजे अहइ, दुइनउँ मिलके निआव करित ह। 17 तोहरे व्यवस्था मँ लिखा अहइ कि दुइ मनइयन क साच्छी सच्ची होत ह। 18 मइँ आपन साच्छी खुदइ देत अहउँ अउ परमपिता, जउन मोका भेजे अहइ, मोरी ओर स साच्छी देत ह।”

19 इ सुनिके उ सब मनइयन ओसे कहेन, “तोहार परमपिता कहाँ अहइ?” ईसू जवाब दिहेस, “न तउ तू पचे मोका जानत अहा अउर न तउ मोरे परमपिता क। जदि तू मोका जानत होत्या, तउ मोरे परमपिता क जानि लेत्या।” 20 मंदिर मँ उपदेस देत भए जउन मनई भेंट पात्रन क पास रहेन, ओनसे इ बात ईसू कहेस। मुला कउनो ओका बन्दी नाहीं बनाएस, काहेकि ओकर समइ अबहीं नहीं रहा।

यहूदियन क ईसू क बारे मँ अगियान

21 ईसू ओनसे एक बार फिन कहेस, “मइँ चला जाब अउर तू पचे मोका खोजब्या। मुला तू पचे अपने पापन क कारण मरि जाब्या। जहाँ मइँ जात अही तू पचे हुँवा नाहीं आइ सकत ह।”

22 फिन यहूदी कहइ लागेन, “का तू इ सोचत अहा। कि उ खुदकुसी करइवाला अहइ? काहेकि उ कहेस ह, ‘तू पचे हुवाँ नाहीं आइ सकत ह जहाँ मइँ जात अहउँ।’”

23 एह पइ ईसू ओनसे कहेस, “तू पचे नीचे क अहा अउर मइँ ऊपर स आवा हउँ, तू पचे संसारिक अहा अउर मइँ इ दुनिया मँ नाहीं हउँ। 24 इ बरे मइँ तू सबन स कहत हउँ तू पचे अपने पाप मँ मरि जाब्या। जब तू बिसवास नाहीं करत अहा कि उ मइँ अहउँ। तउ तू अपने पाप मँ मरि जाब्या।”

25 उ पचे ईसू स फिन पूछेन, “तू कउन अह्या?”

ईसू ओनका जवाब दिहेस, “मइँ उहइ अहउँ, जइसे कि सुरूआत मँ मइँ तोहका बताए रहेउँ। 26 तू पचेन्क बतावइ क बरे अउर तू पचन क निआव करइ क मोरे पास बहुत कछू अहइ। मुला सच्ची बात इ अहइ कि सत्य उहइ अहइ जउन मोका भेजेस। मइँ उहइ बतावत अही जउन मइँ ओसे सुने अहउँ।”

27 उ पचे इ नाहीं जान पाएन्ह कि ईसू ओनका परमपिता क बाबत बतावत अहइ।

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