Old/New Testament
हिजकिय्याह यसायाह नबी क लगे अपने अधिकारियन क पठवत ह
19 राजा हिजकिय्याह उ सबइ सुनेस अउर इ देखाँवइ बरे कि उ बहोत दुःखी अहइ अउर घबरावा भवा अहइ, अपने ओढ़नन क फार डाएस अउर मोटे ओढ़नन पहिर लिहेस। तब उ यहोवा क मन्दिर मँ गवा।
2 हिजकिय्याह एल्याकीम (एल्याकीम राजमहल क अधीच्छक रहा।) सेब्ना (सास्त्री) अउर याजकन क अग्रजन क आमोस क पूत यसायाह नबी क लगे पठएस। उ पचे मोटे ओढ़नन पहिरेन जेहसे पता चलत रहा कि उ पचे परेसान अउर दुःखी अहइँ। 3 उ पचे यसायाह स कहेन, “हिजकिय्याह इ कहत ह, ‘इ हमरे बरे संकट, दण्ड अउर अपमान क दिन अहइ। इ बच्चन क जनम देइ क समइ अहइ, मुला ओनका जनम देइ बरे कउनो सक्ती नाहीं अहइ। 4 अस्सूर क राजा जिअत परमेस्सर क निन्दा करइ बरे आपन प्रमुख सेनापति क हमरे लगे पठएस ह। होइ सकत ह कि यहोवा तोहर परमेस्सर ओन सबहिं बातन क सुन लेइ। इ होइ सकत ह कि यहोवा इ प्रमाणित कइ देइ कि दुस्मन गलती पइ अहइ। एह बरे एन लोगन बरे पराथना करा जउन सबहिं तलक जिअत बचा अहइँ।’”
5 राजा हिजकिय्याह क अधिकारी यसायाह क लगे गएन। 6 यसायाह ओनसे कहेस, “अपने सुआमी हिजकिय्याह क इ सँदेसा द्या: ‘यहोवा कहत ह। ओन बातन स डेराअ नाहीं जेनका अस्सूर क राजा क “अधिकारियन” मोर मसखरी उड़ावत भए कहेन ह। 7 मइँ हाली ही ओकरे मने मँ अइसी भावना पइदा करब जेहसे उ एक अफवाह सुनिके अपने देस वापिस जाइ क मजबूर होइ अउर मइँ ओका ओकरे देस मँ एक ठु तरवार क घाट उतरवाइ देब।’”
हिजकिय्याह क अस्सूर क राजा क फुन चितउनी
8 प्रमुख सेनापित सुनेस कि अस्सूर क राजा लाकीस स चल पड़ा अहइ। एह बरे उ गवा अउर इ पाएस कि ओकर सम्राट लिब्ना क खिलाफ जुद्ध करत बाटइ। 9 अस्सूर क राजा एक ठु अफवाह कूस क राजा तिर्हाका क बारे मँ सुनेस। अफवाह इ रही “तिर्हाका तोहरे खिलाफ लड़इ आवा ह।”
एह बरे अस्सूर क राजा हिजकिय्याह क लगे सँदेसवाहक क एक संदेसा क संग पठएस। 10 “यहूदा क राजा हिजकिय्याह स इ कहा:
‘जउने परमेस्सर मँ तू पतियात अहा ओका तू अपने क गुमराह करइ जिन द्या। उ कहत ह, “अस्सूर क राजा यरूसलेम क पराजित नाहीं करी।” 11 तू ओन बातन क सुन्या ह जउन अस्सूर क राजा लोग दूसर सबहिं देसन क संग घटित किहन ह। हम ओनका पूरी तहर स नस्ट कीन्ह। तू भी नाहीं बचि पउब्या। 12 ओन रास्ट्रन क देवता अपने लोगन क रच्छा नाहीं कइ सकेन। मोर पुरखन गोजान, हारान, रेसेप अउ तलस्सार मँ एदेन क लोगन क नस्ट किहन। 13 हमात अर्पाद, अउर सपवैम नगर क राजा कहाँ अहइँ? हेना अउ इला क राजा? उ पचे सबहिं समाप्त होइ गएन ह।’”
हिजकिय्याह यहोवा स पराथना करत ह
14 हिजकिय्याह संदेसबाहकन स पत्र पाप्त किहेस अउ ओनका बाँचेस। तब हिजकिय्याह यहोवा क मन्दिर तलक गवा अउर यहोवा क समन्वा पत्रन क बिखरेस। 15 हिजकिय्याह यहोवा क समन्वा पराथना किहेस अउर कहेस, “यहोवा इस्राएल क परमेस्सर। तू करूब सरगदूतन पइ सम्राट क तरह बइठत ह। तू ही सिरिफ सारी पृथ्वी क राज्जन क परमेस्सर अहा। तू पृथ्वी अउ अकासे क बनाया। 16 यहोवा मोर पराथना सुना। यहोवा अपनी आँखिन खोला अउ इ पत्र क लखा। ओन सब्दन क सुना जेनका सन्हेरीब जीवित परमेस्सर क अपमान करइ बरे पठएस ह। 17 यहोवा, इ फुरइ अहइ। अस्सूर क राजा लोग एन सबहिं रास्ट्रन क नस्ट किहन। 18 उ पचे रास्ट्रन क देवतन क आगी मँ लोकाइ दिहन। किन्तु उ पचे सच्चे देवता नाहीं रहेन। उ पचे सिरिफ काठ अउ पाथर क मूरति रहेन जेनका मनइयन बनाइ रखे रहेन। इहइ कारण रहा कि अस्सूर क राजा ओनका नस्ट कइ सकेन। 19 एह बरे यहोवा, हमार परमेस्सर, अब हमका अस्सूर क राजा स बचा। तब पृथ्वी क सारे राज्ज समुझिहीं कि यहोवा, सिरिफ तू ही परमेस्सर अहा।”
परमेस्सर हिजकिय्याह क जवाब दिहस
20 आमोस क पूत यसायाह हिजकिय्याह क इ सँदेस पठएस। उ कहेस, “यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर इ कहत ह, ‘तू मोहसे अस्सूर क राजा सन्हेरीब क खिलाफ पराथना किहा ह। मइँ तोहार पराथना सुनि लिहेउँ ह।’
21 “सन्हेरीब क बारे मँ यहोवा क इ सँदेसा अइसा अहइ:
‘सिय्योन क कुँबरी बिटिया तोहका तुच्छ समुझत ह,
उ तोहार मजाक उड़ावत ह।
यरूसलेम बिटिया तोहरे पीठ क पाछे
तोहार मज़ाक उड़ावत ह।
22 तू केकर अपमान किह्या? तू केकर मजाक उड़ाया?
केकरे खिलाफ तू बातन किह्या?
तू अइसे बातन किहा जइसा कि
तू इस्राएल क परम पवित्तर स महान अहइ।
23 तू अपने सँदेसवाहकन क यहोवा क अपमान करइ क पठया।
तू कहया, “मइँ अपने अनेक रथन सहित ऊँचे पर्वतन तलक आया।
मइँ लबानोन मँ भीतर तलक आएउँ।
मइँ लबानोन क उच्चतम देवदारू क बृच्छन, अउ लबानोन क उत्तिम चीड़ क बृच्छन क काटा।
मइँ लबानोन क सब स ऊँच अउर सब स घने बने मँ घुसेउँ।
24 मइँ खुद कुअँन खोदेस अउ विदेसन क पानी पिएउँ।
मइँ मिस्र क नदियन क झुराएउँ
अउर उ देस क रउँदेउँ।”
25 मुला का तू नाहीं अनक्या?
मइँ (परमेस्सर) बहोत पहिले इ जोजना बनाए रहेउँ,
पुराने जमाने स ही इ सबइ जोजनन बनाइ दिहे रहेउँ,
अउर अब मइँ ओका ही पूरी होइ देत हउँ।
मइँ तू पचन्क मजबूत नगरन क
ढेर बनावइ दिहेउँ।
26 नगर मँ रहइवाले मनई कउनो ताकत नाहीं रखतेन।
उ सबइ लोग डरे भए अउर सरमिन्दा रहेन।
लोग खेतन क जंगली पौधन क तरह होइ गएन,
जउन बढ़इ क पहिले ही मर जात हीं,
इ लोग उ घास क तरह अहइ जउन छत पइ उगत ह
अउर जे बढ़इ स पहिले ही मुड़झा जात ह।
27 मइँ जानत हउँ तू कब उठत ह
अउर तू कब बइठत ह।
बइठा, मइँ जानत हउँ कि
तू कब जुद्ध करइ जात अहा अउर कब घरे आवत अहा,
मइँ जानन हउँ कि तू अपने क कब मोरे खिलाफ करत अहा।
28 तू मोरे खिलाफ गया
मइँ तोहरे घमण्ड क सब्द सुनेउँ।
एह बरे मइँ आपन अंकुस तोहरे नाके मँ डाउब।
अउर मइँ आपन लगाम तोहरे मुँहे मँ डाउब।
तब मइँ तोहका पाछे लउटाउब
अउर उ राहे लउटाउब जेहसे तू आवा रह्या।’”
हिजकिय्याह क यहोवा क सँदेसा
29 “मइँ तोहार मदद करब, एकर सँदेसा इ होइ: इ बरिस तू उहइ अन्न खाब्या जउन अपने आप उगी अउर अगले बरिस तू उहइ अन्न खाब्या जउन उ बिआ स पइदा होइ। मुला तू बिआ बोउब्या अउर तीसरे बरिस मँ आपन फसल कटब्या। तू अंगूरे क बेलन खेतन मँ लगउब्या अउर ओनसे अंगूर खाब्या। 30 अउर यहूदा क परिवारे क जउन लोग बचि गवा अहइँ उ पचे फुन फूली फरिहीं ठीक वइसे ही जइसे पौधा अपनी जड़न मजबूत कइ लेइ पइ ही फरत ह 31 काहेकि यरूसलेम मँ रहइवालन कछू लोग जिअत रहब्या। सिय्योन पर्वत पइ रहइवालन मँ स कछू लोग बच जाइँ। यहोवा क जोस इ सब करावाएब।”
32 “अस्सूर क सम्राट क बारे मँ यहोवा अइसा कहत ह:
‘उ इ नगर मँ नाहीं आई।
उ इ नगर मँ एक ठु भी बाण नाहीं चलाइ।
उ इ नगर क खिलाफ ढाल क संग नाहीं आइ।
उ इ नगर पइ आक्रमण क माटी क टीलन नाहीं बनाइ।
33 उ उहइ राहे स लउटी जेहसे उ आवा।
उ इ नगर मँ नाहीं आई।
इ यहोवा कहत ह।
34 मइँ अपने बरे अउर अपने सेवक दाऊद बरे
इ नगर क रच्छा करब अउर बचाइ लेब।’”
अस्सूरी फउज बर्बाद होइ गइ
35 उ राति यहोवा क दूत अस्सूरी डेरा मँ गवा अउर एक लाख पचासी हजार लोगन क मार डाएस। भिन्सारे क जब लोग उठेन तउ उ पचे सारी ल्हासन लखेन।
36 एह बरे अस्सूर क राजा सन्हेरीब चला गवा अउर नीनवे वापस पहोंचा, अउर हुवइँ रुक गवा। 37 एक दिना सन्हेरीब मन्दिर मँ अपने देवता निसरोक क पूजा करत रहा। ओकरे पूतन अद्रेम्मेलेक अउर सरेसेर ओका तरवार स मार डाएन। तब उ पचे अरारात प्रदेस मँ पराइ निकरेन अउर सन्हेरीब क पूत एसर्हद्दोन ओकरे पाछे नवा राजा भवा।
हिजकिय्याह बीमार पड़ा अउर मरइ क भवा
20 उ समइ हिजकिय्याह बीमार पड़ा अउर लगभग मरि ही गवा। आमोस क पूत नबी यसायाह हिजकिय्याह स भेंटेस। यसायाह हिजकिय्याह स कहेस, “यहोवा कहत ह, ‘अपने परिवार क लोगन क बरे वसीयत नामा लिख ल्या। तू मर जाब्या। तू जिअत नाहीं रहब्या।’”
2 हिजकिय्याह आपन मुँहना देवारे कइँती कइ लिहस। उ यहोवा स पराथना किहस अउर कहेस, 3 “यहोवा याद रखा कि मइँ पूरे हिरदइ क संग सच्चाई स तोहार सेवा किहेउँ ह। मइँ उ किहेउँ ह जेका तू नीक बताया ह।” तब हिजकिय्याह फूट-फूट के रोइ पड़ा।
4 बीच क आँगन क यसायाह क छोड़इ क पहिले यहोवा क सँदेसा ओका मिला। यहोवा कहेस, 5 “लउटा अउर मोरे लोगन क अगुवा हिजकिय्याह स कहा, ‘यहोवा तोहार पुरखा दाऊद क परमेस्सर इ कहत ह, मइँ तोहार पराथना सुनि लिहेउँ ह अउर तोहार आँसू लखेउँ ह। एह बरे मइँ तोहका स्वस्थ करब। तीसरे दिन तू यहोवा क मन्दिर मँ जाब्या। 6 अउर मइँ तोहरी जिन्नगी क पन्द्रह बरिस बढ़ाइ देब। मइँ अस्सूर क सम्राट क सक्ती स तोहका अउर इ नगर क बचाउब। मइँ अइसन अपने बरे अउर अपने सेवक दाऊद क बरे इ करब।’”
7 तब यसायाह कहेस, “अंजीर क एक मिस्रन बनावा अउर एका घाव क जगह पइ लगावा।”
एह बरे उ पचे अंगीरे क मिस्रन लिहन अउर हिजकिय्याह क घाव क जगह पइ लगाएन। तब हिजकिय्याह स्वस्थ होइ गवा।
8 हिजकिय्याह यसायाह स कहेस, “एकर संकेत का होइ कि यहोवा मोका स्वस्थ करी अउर मइँ यहोवा क मन्दिर मँ तीसरे दिन जाब?”
9 यसायाह कहेस, “तू का चाहत अहा? का छाया दस पैड़ी आगे जाइ या दस पैड़ी पाछे जाइ? इहइ यहोवा क तोहरे बरे संकेत अहइ कि जउन यहोवा कहेस ह, ओका उ करी।”
10 हिजकिय्याह जवाब दिहेस, “छाया क बरे दस पैड़ियन आगे जाब सहल बाटइ। नाहीं, छाया क दस पैड़ी पाछे हटइ द्या।”
11 तब नबी यसायाह यहोवा स पराथना किहस अउर अहाज क धूप-घड़ी पई यहोवा छाया क दस पैड़ियन पाछे हटाएस। उ ओन पैड़ियन पइ लउटी जेन पइ इ पहिले रही।
हिजकिय्याह अउ बाबेल क मनई
12 ओन दिनन बलदान क पूत बरोदक बलदान बाबेल क राजा रहा। उ पत्रन क संग एक ठु भेंट हिजकिय्याह क पठएस। बरोदक-बलदान इ एह बरे किहस काहेकि उ सुनेस कि हिजकिय्याह बीमार होइ गवा ह। 13 हिजकिय्याह बाबेल क लोगन क सुआगत किहस अउर उ अपने महल क सबहिं कीमती चिजियन क ओनका देखाएस। उ ओनका चाँदी, सोना, मसालन, कीमती इत्र, अस्त्र-सस्त्र अउर अपने खजाने क हर एक चीज देखाएस। हिजकिय्याह क पूरा महल अउर राज्ज मँ अइसा कछू नाहीं रहा जेका उ ओनका न देखाए होइ।
14 तब यसायाह नबी राजा हिजकिय्याह क लगे आवा अउर ओहसे पूछेस, “इ सबइ लोग का कहत रहेन? उ पचे कहाँ स आए रहेन?”
हिजकिय्याह कहेस, “उ पचे बहोत दूर क देस बाबेल स आए रहेन।”
15 यसायाह पूछेस, “उ पचे तोहरे महल मँ का लखेन ह?”
हिजकिय्याह जवाब दिहेस, “उ पचे मोरे महल क सबहिं चिजियन लखेन ह। मोरे खजानन मँ अइसा कछू नाहीं बाटइ जेका मइँ ओनका न देखाँया होइ।”
16 तब यसायाह हिजकिय्याह स कहेस, “यहोवा क हिआँ स इ सँदेसा क सुना। 17 उ समइ आवति अहइ जब तोहरे महल क सबहिं चिजियन अउर उ सबइ सबहिं चिजियन जेनका तोहार पुरखन आजु तलक सुरच्छित रखेन ह, बाबेल स लइ जाइ जइहीं। कछू भी नाहीं बची। यहोवा इ कहत ह। 18 बाबेल तोहरे पूतन क लइ लेइहीं अउर तोहार पूत बाबेल क राजा क महल मँ खोजे बने रहिहीं।”
19 तब हिजकिय्याह यसायाह स कहेस, “यहोवा क हिआँ स इ सँदेसा नीक अहइ।” (हिजकिय्याह सोचेस, “कम स कम मोर जीवनकाल मँ सान्ति अउर रच्छा रहइहीं।”)
20 हिजकिय्याह जउन बड़के कारज किहस, जेनमाँ जलकुण्ड पइ कीन्ह गए काम अउ नगर मँ पानी लिआवइ बरे नहर बनावइ क काम सामिल अहइँ यहूदा क राजा लोगन क इतिहास क किताबे मँ लिखे गए अहइँ। 21 हिजकिय्याह मरा अउ अपने पुरखन क संग दफनावा गवा अउर हिजकिय्याह क पूत मनस्से ओकरे पाछे नवा राजा भवा।
मनस्से अपना कुसासन यहूदा पइ आरंभ करत ह
21 मनस्से जब हुकुमत करइ लाग तब उ बारह बरिस क रहा। उ पचपन बरिस तलक यरूसलेम मँ हुकूमत किहस। ओकरी महतारी क नाउँ होसीबा रहा।
2 मनस्से उ सबइ काम किहस जेनका यहोवा बुरा बाताए रहा। मनस्से उ सबइ भयंकर काम करत रहा जउन दूसर रास्ट्र करत रहेन। (अउर यहोवा ओन रास्ट्रन क आपन देस तजइ पर मजबूर किहे रहा जब इस्राएली आए रहेन।) 3 मनस्से फुन ओन ऊँच जगहन क बनाएस जेनका ओकर बाप हिजकिय्याह बर्बाद किहे रहा। मनस्से भी ठीक इस्राएल क राजा अहाब क तरह बाल क सम्मान देई बरे वेदियन बनाएस अउर असेरा क सम्मान बरे स्तम्भ बनाएस। मनस्से अकासे मँ तारन क पूजा करब सुरू किहस। 4 मनस्से यहोवा क मन्दिर मँ झूठे देवतन क पूजा क वेदियन बनाएस। (इ उहइ ठउर अहइ जेकर बारे मँ यहोवा बातन करत रहा जब उ कहे रहा, “मइँ आपन नाउँ यरूसलेम मँ रखब।”) 5 मनस्से यहोवा क मन्दिर क दुइ आँगनन मँ अकासे क नछत्रन बरे बेदियन बनाएस। 6 मनस्से अपने पूत क बलि दिहस अउर ओका वेदी पइ बारेस। मनस्से भविस्स जानइ क कोसिस मँ कइउ तरीकन क उपयोग किहस। उ ओझा लोगन अउ भूत सिद्धियन स मिला।
मनस्से जियादा स जियादा उ करत गवा जेका यहोवा बुरा कहे रहा। इ यहोवा क कोहाइ दिहस। 7 मनस्से असेरा क खुदी भइ मूरति बनाएस। उ इ मूरति क मन्दिर मँ धरेस। यहोवा दाऊद अउ दाऊद क पूत सुलैमान स इ मन्दिर क बारे मँ कहे रहा: “मइँ यरूसलेम क पूरे इस्राएल क नगरन मँ स चुनेउँ ह। मइँ आपन नाउँ यरूसलेम क मन्दिर मँ सदा ही बरे रखब। 8 मइँ इस्राएल क लोगन स उ भुइँया जेका मइँ ओनके पुरखन क दइ दिहे रहेउँ, क तजइ बरे नाहीं कहब। मइँ लोगन क ओनके देस मँ रहइ देब, जदि उ पचे ओन सब चिजियन क पालन करिहीं जेनका आदेस मइँ दिहेउँ ह अउर जउन उपदेस मोर सेवक मूसा ओनका दिहस ह।” 9 किन्तु लोग परमेस्सर क एक न सुनेन। मनस्से ओन लोग स पाप कराएस। इस्राएलियन आवइ क पहिले कनान मँ रहइ वाले सबहिं रास्ट्र जेतना बुरा करत रहेन मनस्से ओहसे भी जियादा बुरा किहे रहा। यहोवा ओन रास्ट्रन क नस्ट कइ दिहे रहा जब इस्राएल क लोग इ भुइँया लेइ आए रहेन।
10 यहोवा अपने सेवक, नबियन क उपयोग इ किहइ बरे कहस: 11 “यहूदा क राजा मनस्से एन घिनौने पापन क किहेस ह अउर अपने स पहिले रहइवाले एमोरियन स भी बड़की बुराई किहेस ह। मनस्से अपने देवमूरतियन क साथ यहूदा स भी पाप कराएस ह। 12 एह बरे इस्राएल क परमेस्सर यहोवा करत ह, ‘लखा! मइँ यरूसलेम अउ यहूदा पइ ऍतनी विपत्तियन ढाउब कि जदि कउनो मनई एनके बारे मँ सुनी तउ ओकर हिरदइ बइठ जाइ। 13 मइँ यरूसलेम क माप पई सोमरोन क माप पंक्ति अउर अहाब क परिवार क साहुल क उपयोग करब। कउनो मनई तस्तरी क पोंछत ह अउर तब उ ओका उलटिके रख देत ह। मइँ यरूसलेम क साथ भी अइसा ही करब। 14 हुवाँ मोर कछू मनई फुन भी बचे रहि जइहीं। किन्तु मइँ ओन मनइयन क तजि देब। मइँ ओनका ओनके दुस्मनन क दइ देब। ओनकर दुस्मन ओनका बन्दी बनइहीं, उ पचे ओन कीमती चिजियन क तरह होइहीं जेनका फउजी जुद्ध मँ प्राप्त करत हीं। 15 काहे? काहेकि मोर लोग उ सबइ काम किहन जेनका मइँ बुरा बताएउँ। उ पचे मोका उ दिन स कोहाइ दिहन ह जउने दिन स ओनकर पुरखन मिस्र स बाहेर आएन। 16 अउर मनस्से अनेक निरपराध लोगेन क मारेस। उ यरूसलेम क एक सिरे से दूसर सिरे तलक खून स भरि दिहेन। इ सारे पाप ओन पापन क अलावा अहइँ जेका उ यहूदा स कराएस। मनस्से यहूदा स उ कराएस जेका यहोवा बुरा बताए रहा।’”
17 ओन पापन सहित अउर भी जउन कार्य मनस्से किहस, उ सबहिं यहूदा क राजा लोगन क इतिहास क किताबे मँ लिखे अहइँ। 18 मनस्से मरा अउर अपने पुरखन क संग दफनावा गवा। ओका “उज्जा क बाग” मँ दफनावा गवा जउन कि मनस्से क महल मँ रहा। मनस्से क पूत आमोन ओकरे पाछे नवा राजा भवा।
आमोन क अल्पकालीन सासन
19 आमोन जब हुकूमत करब सुरू कहस तउ उ बाईस बरिस क रहा। उ यरूसलेम मँ दुइ बरिस तलक सासन किहस। ओकरी महतारी क नाउँ मसुल्लेमेत रहा, जउन योव्बा स हारूस क बिटिया रही।
20 ठीक अपने बाप क तरह अमोन उहइ काम किहस, जेनका यहोवा बुरा कहे रहा। 21 आमोन ठीक अपने बाप क तरह रहत रहा। आमोन ओनहीं देवमूरतियन क पूजा अउ सेवा करत रहा जेनकर ओकर बाप करत रहा। 22 आमोन अपने पुरखन क परमेस्सर यहोवा क तज दिहस अउर उ तरह नाहीं रहा जइसा यहोवा चाहत राहा।
23 आमोन क सेवकन ओकर खिलाफ सडयंत्र रचेन अउर ओका ओकरे महल मँ मार डाएस। 24 साधारण जनता ओन सबहिं अधिकारियन क मार डाएस जउन आमोन क खिलाफ सड्यंत्र रचे रहेन। तब लोग आमोन क पूत योसिय्याह क ओकरे पाछे नवा राजा बनाएन।
25 जउन दूसर काम आमोन किहस उ सबइ यहूदा क राजा लोगन क इतिहास क किताबे मँ लिखे अहइँ। 26 आमोन उज्जर क बाग मँ अपनी कब्र मँ दफनावा गवा। आमोन क पूत योसिय्याह नवा राजा बना।
ईसू अउर सामरी स्त्री
4 अउर जब ईसू क पता चला कि फरीसियन इ सुने अहइँ कि ईसू यूहन्ना स जियादा लोगन क बपतिस्मा देत अहइ अउर ओनका आपन चेलन बनावत अहइ। 2 (वइसे ईसू खुदइ बपतिस्मा नाहीं देत रहा। बल्कि ओकर चेलन इ कारज करत रहेन्ह।) 3 उ यहूदिया छोड़िके एक बार फिन गलील लौट ग रहा। 4 इ दाईं ओका सामरिया होइके जाइका पड़ा।
5 एह बरे उ सामरिया क एक नगर सूखार मँ आवा। इ नगर उहइ भुइँया क पास रहा। जउने क याकूब अपने बेटवा यूसुफ क दिहे रहा 6 हुवाँ याकूब क कुआँ रहा। ईसू इ जात्रा मँ एकदम थक ग रहा, एह बरे उ कुआँ क पास बइठ गवा। उ समइ करीब करीब दुपहरिया रही। 7 एक ठु सामरी[a] स्त्री पानी भरइ क बास्ते आइ! ईसू ओसे कहेस, “मोका पिअइ क पानी दइ द्या।” 8 उ समइ सब चेलन खाना बेसहइ क बरे सहर चला गवा रहेन।
9 सामरी स्त्री ओसे कहेस, “तू यहूदी होइके मोसे पानी काहे मांगत अहा, मइँ तउ सामरी स्त्री अहउँ?” (यहूदी तउ सामरियन स कउनो मतलब नाहीं रखत रहेन।)
10 ओकरे जवाब मँ ईसू ओसे कहेस, “जदी तू ऍतना जनतेउ कि परमेस्सर का दिहेस अउर उ कउन अहइ जउन तोहसे कहत अहइ कि ‘मोका पानी द्या’ तउ तू ओसे खुदइ मँगतिउ, अउर उ तोहका जीवन जल दइ देत।”
11 उ स्त्री ओसे कहेस, “महासय, तोहरे लगे तउ कउनो बासन तक नाहीं बाटइ अउर कुआँ बहुत गहिर अहइ फिन तोहरे पास जीवन जल कइसे होइ सकत ह? 12 जरूर तू हमरे पूर्वज याकूब स बड़ा अहा जेक हमका कुआँ दिहेन अउर अपने लड़िकन्ह अउर जानवरन्ह क साथ खुदइ एकर पानी पिए रहेन्ह।”
13 ईसू एकरे जवाब मँ कहेस, “जउन मनई इ कुआँ क पानी पिअत ह, ओका फिन पियास लगी। 14 मुला जउन मनई उ पानी क पी लेई जउन पानी मइँ देब, ओका फिन कबहूँ पियासन लगी। मोर दीन्ह पानी ओकरे दिल मँ एक पानी क झरना क नाई बन जाई जउन घुमड़ घुमड़ क ओका अनन्त जीवन देई।”
15 तब उ स्त्री ओसे कहेस, “हे महासय, मोका उहइ पानी दइ द्या जेहसे कि मइँ कबहूँ पियासी न रही अउर मोका फिन पानी खँइचे क बरे न आवइ क पड़इ।”
16 इ सुनके ईसू ओसे कहेस, “जा अपने पति क बोलावा अउर हियाँ आवा।”
17 एकरे जवाब मँ स्त्री कहेस, “मोर कउनो पति नाहीं बाटइ।”
ईसू ओसे कहेस, “जब तू कहति अहा कि तोहार कउनो पति नाहीं बाटइ, तउ तू ठीक कहति अहा 18 तोहरे पाँच पति रहेन अउर जउने पुरूस क साथ तू रहित अहा, उ तोहार पति न अहइ, एह बरे जउन तू कहति अहा उ ठीक अहइ।”
19 इ सुनिके उ स्त्री ओसे कहेस, “महासय, मोका तउ लागत अहइ कि तू कउनो नबी अहा। 20 हमरे पूर्वजन इ पर्वत प आराधना किए रहेन्ह मुला तू कहत अहा कि यरूरलेम आराधना क स्थान अहइ।”
21 ईसू ओसे कहेस, “हे स्त्री मोरी बात माँ बिसवास करा। उ समइ आवइवाला अहइ जब तू परमपिता क आराधना न तउ एहि पर्वत प करइ पउबू अउर न तउ यरूसलेम मँ। 22 तू सामरी लोगन्ह ओका नाहीं जानत अहइँ जेकर आराधना करति अह। मुला हम यहूदी ओका जानित ह जेकर आराधना करति अहा। सबन क उद्धार यहूदियन स मिली। 23 मुला उहइ समइ आवत अहइ, ‘अउर आइ ग’ बाटइ जब सच्चे आराधकन परमपिता क आराधना, आतिमा अउर सच्चाई मँ करिहीं। परमपिता अइसे आराधक चाहत ह। 24 परमपिता आतिमा अहइ अउर एह बरे जउन ओकर आराधना करी ओका आतिमा अउर सच्चाइन मँ आराधना करइ क पड़ी।”
25 फिन स्त्री ओसे कहेस, “मइँ जानत अहउँ कि मसीह आवइवाला अहइ।” (यानी “ख्रीष्ट”) “जब उ आई तउ हम पचन क सब कछू बताई।”
26 ईसू ओसे कहेस, “मइँ जउन तोहसे बतियात अहउँ मइँ उहइ अहउँ।”
27 उहइ समइ ओकर चेलन लौट आएन। अउर ओनका इ देखिके बहुत अचरज भवा कि उ एक ठु स्त्री स बात करत अहइ। मुला कउनो ओह इ नाहीं कहेस, “तोहका इ स्त्री स का मतलब अहइ?” अउर या “ई स्त्री स तू काहे बरे बतियात अहा?”
28 उ स्त्री आपन पानी भरइवाली गगरी छोड़िके सहर चली गइ अउर मनइयन स कहेस, 29 “आवा जा अउर देखा, एक ठु अइसा मनई अहइ, जउन मोर कीन्ह सच मोका बताइ दिहेस। का तू इ नाहीं सोचत अहा कि उ मसीह अहइ?” 30 इ सुनिके सब लोगन्ह सहर छोड़िके ईसू क लगे जाइ पहुँचेन।
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