Old/New Testament
यिर्मयाह जेलि मँ डावा गवा
37 नबूकदनेस्सर बाबुल क राजा रहा। नबूकदनेस्सर यहोयाकीम क पूत यकोन्याह क ठउरे पइ सिदकिय्याह क यहूदा क राजा तैनात किहस। सिदकिय्याह राजा योसिय्याह क पूत रहा। 2 किन्तु सिदकिय्याह यहोवा क ओन सँदेसन पइ धियान नाहीं दिहस जेनका यहोवा यिर्मयाह नबी क उपदेस देइ बरे दिहे रहा अउर सिदकिय्याह क सेवकन तथा यहूदा क लोग यहोवा क सँदेसा पइ धियान नाहीं दिहन।
3 राजा सिदकिय्याह यहूकल नाउँ क एक मनई अउर याजक सपन्याह क यिर्मयाह नबी क लगे एक ठु सँदेसा लइके पठएस। यहूकल सेलेम्याह क पूत रहा। याजक सपन्याह मासेयाह क पूत रहा। जउन सँदेसा उ पचे यिर्मयाह क बरे लिआए रहेन उ इ अहइ: “यिर्मयाह, हमार परमेस्सर यहोवा स हम लोगन बरे पराथना करा।”
4 (उ समइ तलक, यिर्मयाह जेल मँ नाहीं डावा गवा रहा, एह बरे जहाँ कहूँ उ जाइ चाहत रहा, जाइ सकत रहा। 5 उ समइ ही फिरौन क फउज मिस्र स यहूदा क प्रस्थान कइ चुकी रही। बाबुल फउज पराजित करइ बरे, यरूसलेम सहर क चारिहुँ कइँती घेरा डाइ रखे रहा। तब उ पचे मिस्र स ओनकी कइँती कूच कइ चुकी भई फउज क बारे मँ उ सुन चुका रहा। एह बरे बाबुल क फउज मिस्र स आवइवाली फउज स लड़इ बरे, यरूसलेम स हट गइ रही।)
6 यहोवा क सँदेसा यिर्मयाह नबी क मिला: 7 “इस्राएल क लोगन क परमेस्सर यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ: ‘मइँ जानत हउँ कि यहूदा क राजा सिदकिय्याह तोहका मोरे लगे यहोवा स सलाह पूछइ बरे पठएस ह। राजा सिदकिय्याह क इ जवाब द्या, फिरौन क फउज हिआँ तोहार मदद बरे आवत ह, किन्तु उ फउज मिस्र क वापिस लौट जाइ। 8 ओकरे पाछे बाबुल क फउज हिआँ लउटी। इ यरूसलेम पइ हमला करी। तब बाबुल क उ फउज यरूसलेम पइ अधिकार करी अउर ओका बारि डाइ।’ 9 यहोवा जउन कहत ह, उ इ अहइ: ‘यरूसलेम क लोगो, आपन क मूर्ख जिन बनावा। तू पचे आपुस मँ जिन कहा, “बाबुल क फउज निहचइ ही, हम लोगन क सान्त छोड़ देइ।” उ नाहीं छोड़ी। 10 यरूसलेम क लोगो, जदि तू पचे बाबुल क उ सारी फउज क ह काहे न हराइ द्या जउन तू पचन पइ हमला करत अहइ, तउ भी ओनके डेरन मँ कछू घायल मनई बच जइहीं। उ पचे थोड़े घायल मनई भी आपन डेरन स बाहेर निकरिहीं अउर यरूसलेम क जराइके राख कइ देइहीं।’”
11 जब बाबुल फउज मिस्र क फिरौन क सेना क संग जुद्ध करइ बरे यरूसलेम क छोड़ेस, 12 तब यिर्मयाह यरूसलेम स बिन्यामीन प्रदेस क जात्रा करइ चाहत रहा। हुआँ उ आपन परिवार क कछू सम्पत्ति क बटवारे मँ भाग लेइ जात रहा। 13 मुला जब यिर्मयाह यरूसलेम क बिन्यामीन क दुआर पइ पहोंचा तब रच्छन क अधिकारी कप्तान ओका बन्दी बनाइ लिहन। कप्तान क नाउँ यिरिय्याह रहा। यिरिय्याह सेलेम्याह क पूत रहा। सेलेम्याह हनन्याह क पूत रहा। इ तरह कप्तान यिरिम्याह यिर्मयाह क बन्दी बनाएस अउर कहेस, “यिर्मयाह, तू हम लोगन क बाबुल पच्छ मँ मिलइ बरे, छोड़त अहा।”
14 यिर्मयाह यिरिय्याह स कहेस, “इ फुरइ नाहीं अहइ। मइँ कसदियन क संग मिलइ बरे नाहीं जात हउँ।” मुला यिरिय्याह यिर्मयाह क एक न सुनेस। यिरिय्याह यिर्मयाह क बन्दी बनाएस अउर ओका यरूसलेम क राजकीय अधिकारियन क लगे लइ गवा। 15 उ सबइ अधिकारी यिर्मयाह पइ बहोत कोहान रहेन। उ पचे यिर्मयाह क पीटइ क आदेस दिहन। तब उ पचे यिर्मयाह क जेल मँ डाइ दिहन। जेल योनातान नाउँ क मनई क घर मँ रहा। योनातान यहूदा क राजा क सास्त्री रहा। योनातान क घर जेल बनाइ दीन्ह गवा रहा। 16 ओन लोग यिर्मयाह क योनातान क घर क एक कोठरी मँ रखेन। उ कोठरी जमीन क खाले कूप-गृह रही। यिर्मयाह ओहमाँ लम्बे समइ तलक रहा।
17 तब राजा सिदकिय्याह यिर्मयाह क बोलवाएस अउर ओका राजमहल मँ लावा गवा। सिदकिय्याह यिर्मयाह स एकान्त मँ बातन किहस। उ यिर्मयाह स पूछेस, “का यहोवा क कउनो सँदेसा अहइ?”
यिर्मयाह जवाब दिहस, “हाँ, यहोवा क सँदेसा अहइ। सिदकिय्याह, तू बाबुल क राजा क हाथ मँ दइ दीन्ह जाब्या।” 18 तब यिर्मयाह राजा सिदकिय्याह स कहेस, “मइँ कउन सा अपराध किहे हउँ? मइँ कउन सा अपराध तोहरे, तोहरे अधिकारियन या यरूसलेम क खिलाफ किहे हउँ? तू मोका जेल मँ काहे बाँध्या? 19 राजा सिदकिय्याह, तोहार नबी अब कहाँ अहइँ? ओन नबियन तोहका झूठा सँदेसा दिहन। उ पचे कहेन, ‘बाबुल क राजा तोह पइ या यहूदा देस पइ हमला नाहीं करी।’ 20 मुला अब मोर यहोवा, यहूदा क राजा, कृपा कइके मोर सुना। कृपा कइके मोर निवेदन अपने तलक पहोंचइ द्या। मइँ आप स एतना माँगत हउँ। सास्त्री योनातन क घर मोका वापस जिन पठवा। जदि आप मोका हुआँ पठउब्या मइँ हुअँइ मरि जाब।”
21 एह बरे राजा सिदकिय्याह यिर्मयाह बरे आँगन मँ रच्छकन क संरच्छन मँ रहइ क आदेस दिहस कि यिर्मयाह क सड़क पइ रोटी बनावइवालन स रोटियन दीन्ह जाइ चाही। यिर्मयाह क तब तक रोटी दीन्ह जात रही जब तलक नगर मँ अउर रोटी नाहीं रहे। इ तरह यिर्मयाह आँगन मँ रच्छक क संरच्छन मँ रहा।
यिर्मयाह हउज मँ फेंक दीन्ह जात ह
38 कछू राजकीय अधिकारियन यिर्मयाह क जरिये दीन्ह जात उपदेस क सुनेन। उ पचे मत्तान क पूत सपन्याह, पसहूर क पूत गदल्याह, सेलेम्याह क पूत यहूकल अउर मल्किय्याह क पूत पसहूर रहेन। यिर्मयाह सबहिं लोगन क इ सँदेसा देत रहा। 2 “जउन यहोवा कहत ह, उ इ अहइ: ‘जउन कउनो भी यरूसलेम मँ रहिहीं उ पचे सबहिं तरवार, भूख, भयंकर बीमारी स मरिहीं। किन्तु जउन भी बाबुल क सेना क आत्मसमर्पण करी, जिअत रही। उ सबइ लोग जिअत बचा जाइँ।’ 3 अउर यहोवा इहइ कहत ह, ‘इ यरूसलेम नगर बाबुल क राजा क फउज क निहचइ ही, दीन्ह जाइ। उ इ नगर पइ अधिकार करी।’”
4 तब जउन राजकीय अधिकारियन यिर्मयाह क उ कथन क सुनेन जेका उ लोगन स कहत रहा, उ सबइ राजा सिदकिय्याह क लगे गएन। उ पचे राजा स कहेन, “यिर्मयाह क जरूर मार डावइ चाही। उ ओन सैनिकन क भी हतोत्साहित करत अहइ जउन अब तलक नगर मँ अहइँ। यिर्मयाह जउन कछू कहत अहइ ओहसे उ हर एक क साहस तोड़त अहइ। यिर्मयाह यरूसलेम क लोगन क मदद करइ मँ नाहीं बल्कि दुःखी करइ मँ रूची क दिखावत ह।”
5 एह बरे राजा सिदकिय्याह ओन अधिकारियन स कहेस, “यिर्मयाह तू लोगन ह हाथ मँ अहा। मइँ तू पचन्क रोकइ बरे कछू नाहीं कइ सकत।”
6 एह बरे ओन अधिकारियन यिर्मयाह क लिहन अउर ओका राजकुमार मल्किय्याह क हउज मँ डाइ दिहन। उ हउज आँगन मँ रहा जहाँ राजा क रच्छक ठहरत रहेन। ओन अधिकारियन यिर्मयाह क हउज मँ उतारइ बरे लसुरी क उपयोग किहन। हउज मँ पानी बिल्कुल नाहीं रहा, ओहमा सिरिफ कीचड़ रही अउर यिर्मयाह कीचड़ मँ धँसना सुरू होइ गवा।
7 किन्तु कूस क निवासी, खोजा एबेदमेलेक नाउँ क एक मनई सुनेस कि अधिकारियन यिर्मयाह क हउज मँ डाइ दिहेन ह। राजा सिदकिय्याह बिन्यामीन दुआरे पइ बइठा रहा। एह बरे एबेदमेलेक राजमहल स निकरा अउर राजा स बातन करइ उ दुआरे पइ पहोंचा। 8-9 एबेदमेलेक कहेस, “मोर सुआमी अउ राजा उ अधिकारियन नबी क हउज मँ डाइके एक ठू भयंकर काम किहेन ह। उ पचे ओका हुवाँ छोड़ दिहन ह कि उ मरइ जाई अउर सहर मँ रोटी बाकी नाहीं बची।”
10 तब राजा सिदकिय्याह कूसी एबेदमेलेक क आदेस दिहस। आदेस इ रहा: “एबेदमेलेक राजमहल स तू तीन मनई अपने संग ल्या। जा अउर मरइ स पहिले यिर्मयाह क हउज स निकारा।”
11 एह बरे एबेदमेलेक अपने संग मनइयन क लिहस। किन्तु पहिले उ राजमहल क भंडारगृह क एक कमरा मँ गवा। उ कछू पुरान कम्बल अउ फटा पुरान कपड़ा उ कमरा स लिहस। तब उ ओन कम्बल क लसुरी क सहारे हउज मँ यिर्मयाह क लगे पहोंचाएस। 12 कूसी एबेदमेलेक यिर्मयाह स कहेस, “एन पुरान कम्बलन अउर चिथड़न क अपनी कखरी क खाले लगावा। जब हम लोग तोहका हींचब तउ इ सबइ तोहरी बाँहन क खाले गद्दी बनिहीं। तब लसुरियन तोहका चुभिहीं नाहीं।” एह बरे यिर्मयाह उहइ किहस जउन एबेदमेलेक कहेस। 13 ओन लोग यिर्मयाह क लसुरियन क मदद स ऊपर क बाहेर निकार लिहन यिर्मयाह रच्छकन क आँगन मँ रच्छकन क संरच्छन मँ रहा।
सिदकिय्याह यिर्मयाह स फुन सवाल पूछत ह
14 तब राजा सिदकिय्याह कउनो क यिर्मयाह नबी क लिआवइ पठएस। उ यहोवा मन्दिर क तीसरे दुआर पइ यिर्मयाह क मँगवाएस। तब राजा कहेस, “यिर्मयाह, मइँ तोहसे कछू पूछत हउँ। मोहसे कछू भी जिन छुपावा, मोका सब ईमानदारी स बतावा।”
15 यिर्मयाह सिदकिय्याह स कहेस, “जदि मइँ आप क जवाब देब तउ संभव अहइ आप मोका मारी डावइँ अउर जदि मइँ आप क सलाह भी देब तउ आप ओका नाहीं मानिहीं।”
16 मुला राजा सिदकिय्याह यिर्मयाह स किरिया खाएस। सिदकिय्याह इ गुप्त रूप स किहस। इ उ अहइ जउन सिदकिय्याह किरिया खाएस, “यिर्मयाह जइसा कि यहोवा सास्वत अहइ, जउन हम क परान अउर जिन्नगी दिहस ह यिर्मयाह। मइँ तोहका मारब नाहीं अउर मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि मइँ तोहका ओन अधिकारियन क नाहीं देब जउन तोहका मार डावइ चाहत हीं।”
17 तब यिर्मयाह राजा सिदकिय्याह स कहेस, “इ उ अहइ जेका सर्वसक्तिमान परमेस्सर यहोवा इस्राएल क लोगन क परमेस्सर कहत ह, ‘जदि तू बाबुल क राजा क अधिकारियन क आत्मसमर्पण करब्या तोहार जिन्नगी बचि जाइ अउर यररूसलेम जराइके राख नाहीं कीन्ह जाइ, तू अउर तोहार परिवार जिअत रही। 18 किन्तु जदि तू बाबुल क राजा क अधिकारियन क आत्मसमर्पण करइ स इन्कार करब्या तउ यरूसलेम बाबुल फउज क दइ दीन्ह जाइ। उ पचे यरूसलेम क जराइके राख कइ देइहीं अउर तू खुद ओनसे बचिके नाहीं निकर पउब्या।’”
19 तब राजा सिदकिय्याह यिर्मयाह स कहेस, “किन्तु मइँ यहूदा क ओन लोगन स डेरात हउँ जउन पहिले ही बाबुल फउज स जाइ मिला अहइँ। मोका डर अहइ कि फउजी मोका यहूदा क ओन लोगन क दइ देइहीं अउर उ पचे मोरे संग बुरा बेउहार करिहीं अउर चोट पहोंचइहीं।”
20 किन्तु यिर्मयाह जवाब दिहस, “फउजी तोहका यहूदा क ओन लोगन क नाहीं देइहीं। सादा सिदकिय्याह, जउन मइँ कहत हउँ ओका कइके, यहोवा क आग्या क पालन करा। तब सबहिं कछू तोहरे भले बरे होइ अउर तोहार जिन्नगी बच जाइ। 21 किन्तु यदि तू बाबुल क फउज क समन्वा आत्मसमर्पण करइ स इन्कार करत अहा तउ यहोवा मोका देखाइ दिहेस ह कि का होइ। इ उ अहइ जउन यहोवा मोहसे कहेस ह: 22 उ पचे सबहिं मेहररूअन जउन यहूदा क राजमहल मँ रहि गई अहइँ बाहेर लिआई जइहीं। उ पचे बाबुल क राजा क बड़के अधिकारियन क समन्वा लिआइ जाइहीं। तोहार मेहररूअन एक ठु गीत क जरिये तोहार खिल्ली उड़इहीं। जउन कछू मेहररूअन कहिहीं उ इ अहइ:
‘तोहार अच्छे मीत तोहका गलत राह लइ गएन
अउर उ पचे तोहसे जियादा बरिआर रहेन।
उ पचे अइसे मीत रहेन जेन पइ तोहार बिस्सास रहा।
तोहार पाँव कीचड़ मँ फँसा रहेन।
तोहार मीतन तोहका छोड़ दिहन ह।’
23 “तोहार सबहिं मेहररूअन अउर तोहार बच्चन बाहेर लिआवा जइहीं। उ पचे बाबुल फउज क दइ दीन्ह जइहीं। तू खुद बाबुल क फउज स बचिके नाहीं निकर पउब्या। तू बाबुल क राजा क जरिये धरा जाब्या अउर यरूसलेम जराइके राख कइ दीन्ह जाइ।”
24 तब सिदकिय्याह यिर्मयाह स कहेस, “कउनो मनई स इ जिन कहया कि मइँ तोहसे बातन करत रहा। जदि तू कहब्या तउ तू मारा जाब्या। 25 अगर उ सबइ अधिकारियन क पता चला कि मइँ तोहसे बातन किहेउँ। तब उ पचे तोहरे लगे अइहीं अउर तोहसे कहिहीं, ‘यिर्मयाह, इ बतावा कि तू राजा सिदकिय्याह स का कहया अउर उ तोहसे का कह्या? हम लोगन बरे ईमानदार रहा अउर हमका सब कछू बताइ द्या, नाहीं तउ हम तोहका मार डाउब।’ 26 जदि उ पचे तोहसे अइसा कहइँ तउ ओनसे कहया, ‘मइँ राजा स पराथना करत रहेउँ कि उ पचे मोका योनातन क घर क खाले कूप-गृह मँ वापस न पठवइँ। जदि मोका हुआँ वापस जाइ पड़ा तउ मइँ मरि जाब।’”
27 अइसा भवा कि राजा क उ सबइ अधिकारी यिर्मयाह स पूछइ ओकरे लगे आइ गएन। एह बरे यिर्मयाह उ सब कहेस जेका कटइ क आदेस राजा दिहे रहा। तब ओन अधिकारियन यिर्मयाह क अकेले छोड़ दिहन। कउनो मनई क पता नाहीं चला कि यिर्मयाह अउर राजा का बातन किहन।
28 इ तरह यिर्मयाह रच्छकन क संरच्छन मँ आँगन मँ उ दिन तलक रहा जउने दिन यरूसलेम पइ अधिकार कइ लीन्ह गवा।
यरूसलेम क पतन
39 यरूसलेम पइ जउने तरह अधिकार भवा उ इ अहइ: यहूदा क राजा सिदकिय्याह क राज्जकाल क नवे बरिस क दसएँ महीने मँ बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर आपन पूरी फउज क साथ यरूसलेम क खिलाफ वूच किहस। 2 उ हरावइ बरे नगर क डेरा डाएस अउ सिदकिय्याह क ग्यारहवे बरिस क चउथे महीने क नौंवे दिन यरूसलम क चहरदीवारी टूटी। 3 तब बाबुल क राजा क सबहिं राजकीय अधिकारी यरूसलेम नगर मँ घुस आएन। उ पचे अन्दर आएन अउर बीच वाले दुआर पइ बइठ गएन। ओन अधिकारियन क इ सबइ नाम अहइँ: समगर जिले प्रसासक नेर्गलसरेसेर एक बहोत उच्च अधिकारी नेबो-सर्सकीम दूसर उच्च अधिकारी अउर बहोत स दूसर बड़के अधिकारी भी हुवाँ रहेन।
4 यहूदा क राजा सिदकिय्याह बाबुल क ओन पदाधिकारियन क लखेस, एह बरे उ अउर ओकर फउजी हुवाँ स पराइ गएन। उ पचे रात मँ यरूसलेम क तजेन अउर राजा क बाग स होइके बाहेर निकरेन। उ पचे उ दुआर स गएन जउन दुइ दीवारन क बीच रहा। तब उ पचे रेगिस्तान कइँती बढ़ेन। 5 मुला बाबुल क फउज सिदकिय्याह अउर ओकरे साथ क फउज क पाछा किहस। कसदियन क फउज यरीहे क मइदान मँ सिदकिय्याह क जाइ धरेस उ पचे सिदकिय्याह क धरेन अउर मोका बाबुल क राजा नबूकदनेस्सर क लगे लइ गएन। नबूकदनेस्सर हमात प्रदेस क रिबला नगर मँ रहा। उ ठउरे पइ नबूकदनेस्सर सिदकिय्याह क बरे निर्णय सुनाएस। 6 हुवाँ रिबला नगर मँ बाबुल क राजा सिदकिय्याह क पूतन क ओकरे सामने मार डाएस अउर सिदकिय्याह क समन्वा ही नबूकदनेस्सर यहूदा क सबहिं राजकीय अधिकारियन क मार डाएस। 7 तब नबूकदनेस्सर सिदकिय्याह क आँखिन निकार लिहस। उ सिदकिय्याह क काँसा क जंजीर स बाँधेस अउर ओका बाबुल लइ गवा।
8 बाबुल क सेना राजमहल अउर यरूसलेम क लोगन क घरन मँ आगी लगाइ दिहस अउर उ पचे यरूसलेम क दीवारन गिराइ दिहन। 9 नबूजरदन नाउँ क एक मनई बाबुल क राजा क बिसेस रच्छकन क अधिनायक रहा। उ ओन लोगन क लिहस जउन यरूसलेम मँ बचि ग रहेन अउर ओनका कैदी बनाइ लिहस। नबूजरदन ओन लोगन क लिहेस जउन यरूसलेम मँ रहत रहेन ओन लोगन क भी लिहस जउन पहिले ही ओका आत्मसमर्पण कइ चुके रहेन। अउर ओकर पाछे उ ओन सबइ क बन्दी बनाइके बाबुल भेज दिहेस। 10 मुला बिसेस रचच्छकन क अधिनायक नबूजरदान यहूदा क कछू गरीब लोगन क आपन पाछे छोड़ दिहस। उ पचे अइसे लोग रहेन जेनके लगे कछू नाहीं रहा। इ तरह उ दिन नबूजरदान ओन यहूदा क गरीब लोगन क अंगूर क बाग अउर खेत दिहस।
11 किन्तु नबूकदनेस्सर नबूजरदान क यिर्मयाह क बारे मँ कछू आदेस दिहस। नबूजरदान, नबूकदनेस्सर क बिसेस रच्छकन क अधिनायक रहा। आदेस इ सबइ रहेन: 12 “यिर्मयाह क हेरा अउर ओकर देख-रेख करा। ओका चोट न पहोंचावा। ओका उ सब द्या, जउन उ माँगइ।”
13 एह बरे राजा क बिसेस रच्छकन क अधिनायक नबूनरदान बाबुल क फउज क एक मुख्य पदाधिकारी नबूसजबान एक ऊँचा अधिकारी नेर्गलसरेसेर अउर बाबुल क फउज क दूसर सबहिं अधिकारी यिर्मयाह क खोज मँ पठए गएन। 14 ओन लोग यिर्मयाह क आँगन स निकारेन जहाँ उ यहूदा क राजा क रच्छकन क संरच्छन मँ पड़ा रहा। कसदी सेना क ओन अधिकारी लोग यिर्मयाह क सपान क पूत अहीकाम, अहीकाम क पूत गदल्याह क सुपुर्द किहन। गदल्याह क आदेस रहा कि उ यिर्मयाह क ओकरे घर वापस लइ जाइ। एह बरे यिर्मयाह आपन घरे पहोंचाइ दीन्ह गवा अउर उ आपन लोगन मँ रहइ लाग।
एबेदमेलेक क यहोवा स सँदेसा
15 जउने समइ यिर्मयाह रच्छकन क संरच्छन मन्दिर क आँगन मँ रहा, ओका यहोवा क एक सँदेसा मिला। सँदेसा इ रहा: 16 “यिर्मयाह, जा अउर कूस क एबेदमेलेक क इ सँदेसा द्या: इ उ सँदेसा अहइ, जेका सर्वसक्तीमान यहोवा इस्राएल क लोगन क परमेस्सर देत ह: ‘बहोत हाली ही मइँ इ यरूसलेम नगर सम्बन्धी आपन सँदेसन क फुरइ घटित करब। मोर सँदेसा बिनास लाइके फुर होइ। नीक बातन क लाइके नाहीं। तू सबहिं इ फुरइ क घटित होत भवा आपन आँखिन स देखब्या। 17 किन्तु एबेदमेलेक उ दिन मइँ तोहका बचाउब।’ इ यहोवा क सँदेसा अहइ। ‘तू ओन लोगन क नाहीं दीन्ह जाब्या जेनसे तोहका डर अहइ। 18 एबेदमेलेक मइँ तोहका बचाउब। तू तरवारे क घाट नाहीं उतारा जाब्या, अपितु बच निकरब्या अउर जिअत रह्ब्या। अइसा होइ, काहेकि तू मोह पइ बिस्सास किहा ह।’” इ सँदेसा यहोवा क अहइ।
ईसू मूसा स महान
3 अतः सरगे क एक बोलावा मँ भागीदार हे पवित्तर भाइयो! आपन ध्यान ओह ईसू प लगाइ रखा जउन परमेस्सर क प्रतिनिधि अउर हमार घोसित बिसवास क अनुसार महायाजक अहइ। 2 जइसेन परमेस्सर क समूचा घरे मँ मूसा बिसवासी रहा वइसे ही ईसू भी जे ओका नियुक्त किहे रहा ओह परमेस्सर क बरे, बिसवास स भरा रहा। 3 जइसेन घर क निर्माण करइवाला खुद घर स जियादा आदर पावत ह, वइसेन ईसू मूसा स जियादा आदर का पात्र माना गवा अहइ। 4 काहेकि हर एक भवन क कउनउ न कउनउ बनावइ वाला होत ह, मुला परमेस्सर तउ सब चीज क सिरजनहार अहइ। 5 परमेस्सर क समूचा घराना मँ मूसा एक सेवक क समान विसवास पात्र रहा, उ ओन्हन बातन क साच्छी रहा जउन भविस्स मँ परमेस्सर क जरिये कही जाइ क रहिन। 6 मुला परमेस्सर क घर मँ मसीह तउ एक बेटवा क रूपे मँ निस्ठावान योग्य अहइ अउर अगर हम अपने साहस अउर ओह आसा मँ बिसवास क बनाए रखित तउ हम ही ओकर घराना हई।
अबिसवासियन क विरूद्ध चेतावनी
7 एह बरे पवित्तर आतिमा कहत हः
“आज अगर ओकर सुना आवाज,
8 जिन करा आपन हिरदय क जड़ रहेन किहे जइसेन बगावत क दिना मँ
जब तू पचे रेगिस्तान मँ
परमेस्सर क परखे रह्या
9 मोका परखेन तोहार पूर्वजन तउ, लिहेन परीच्छा धीरज क मोर ओ सबइ
अउर देखेन काम मोर जेन्हे मइँ करत रहेउँ चालीस बरस!
10 इहइ रहा उ कारण जेसे क्रोधित मइँ ओन्हन लोगन स रहेउँ:
अउर फिन मइँ कहे रहेउँ, ‘हिरदय एनकइ भटकत रहत रहेन
हमेसा ही का नाहीं इ जानतेन जउन रस्ता मोर’
11 क्रोध मँ मइँ इही स तब सपथ लइके कहे रहेउँ
‘इ कबहुँ बिस्राम मँ मोरे न सामिल होइहीं।’” (A)
12 भाइयो तथा बहिनियो, देखत रहा कहूँ तोहमाँ स कउनो क मन मँ पाप अउर अबिसवास न समाइ जाइ जउन तोहे सजीव परमेस्सर से भी दूर भटिकाइ देइ। 13 जब तलक इ “आजु” क दिना कहवावत ह, तू हर दिन परमेस्सर एक दुसरे क ढॉढ़स बंधावत रहा जइसेन तोहमाँ स कउनउ पाप क छलावा मँ पड़िके जड़ न बनि जाए। 14 अगर हम अंत तक मजबूती क साथे अपने आरम्भ क बिसवास क थामे रहित ह तउ हम मसीह क भागीदारि बनि जाइत ह। 15 जइसेन कि कहा भी गवा बाः
“आजु अगर ओकर सुना आवाज!
न करा आपन हिरदय क जड़ रहे किहे
जइसेन कि बगावत क दिनन मँ।” (B)
16 भला उ पचे कउन रहेन जइसेन उ पचे सुनेन अउर बिद्रोह किहेन? का उ पचे उहइ सब नाहीं रहेन जेन्हे मूसा तउ मिस्र स बचाइ क निकाले रहा? 17 उ चालीस बरसन तलक केन पइ क्रोधित रहा? का ओनहीं प नाहीं जे पाप किहे रहेन अउर जेनकर ल्हास रेगिस्तान मँ पड़ा रहेन? 18 परमस्सर कनके बरे सपथ उठाए रहा कि उ पचे ओकर बिस्राम मँ प्रवेस न कर पइहीं? का उ पचे उहइ सब नाहीं रहेन जे ओनके आज्ञा क उल्लंघन किहे रहेन? 19 एह तरह हम देखित अही कि उ पचे अपने अबिसवासे क कारण ही उहाँ प्रवेस पावइ मँ समर्थ नाहीं होइ सका रहेन।
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