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Read the New Testament in 24 Weeks

A reading plan that walks through the entire New Testament in 24 weeks of daily readings.
Duration: 168 days
New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी) (NCA)
Version
रोमीमन 13-14

अधिकारीमन के अधीन रहई

13 हर एक मनखे सासन करइया अधिकारीमन के अधीन रहय, काबरकि परमेसर कोति ले अधिकार दिये जाथे। अभी जऊन अधिकार हवय, ओह परमेसर के दुवारा दिये गे हवय। एकरसेति, जऊन ह अधिकार के बिरोध करथे, ओह परमेसर के ठहिराय अधिकार के बिरोध करथे अऊ अइसने मनखे ह अपन ऊपर दंड लानथे। जऊन ह सही काम करथे, ओकर ऊपर अधिकारी के भय नइं रहय, पर जऊन ह गलत काम करथे, ओकर ऊपर अधिकारी के डर बने रहिथे। का तुमन अधिकारी के भय ले मुक्त होय चाहथव? त फेर सही काम करव अऊ ओह तुम्‍हर बड़ई करही। काबरकि ओह तुम्‍हर भलई खातिर परमेसर के सेवक अय। पर यदि तुमन गलत करथव, त ओकर ले डरव, काबरकि ओला बेकार म अधिकार नइं दिये गे हवय। ओह परमेसर के दास ए अऊ कुकरमीमन ला दंड देथे। एकरसेति, न सिरिप दंड ले बांचे खातिर, पर अपन बिवेक के खातिर घलो, अधिकारीमन के अधीन रहना जरूरी अय।

एकरे कारन, तुमन लगान घलो पटाथव, काबरकि अधिकारीमन परमेसर के सेवक अंय, जऊन मन अपन पूरा समय अइसने काम बर देथें। हर ओ मनखे के चुकता कर देवव, जेकर तुमन लगत हवव; जऊन ला लगान पटाना हवय, ओला लगान पटावव; जऊन ला मालगुजारी देना हवय, ओला मालगुजारी देवव; जेकर ले डरना चाही, ओकर ले डरव अऊ जेकर आदरमान करना चाही, ओकर आदरमान करव।

एक-दूसर बर जिम्मेदारी

आपस म मया रखव अऊ मया के छोंड़ अऊ कोनो चीज म काकरो करजदार झन बनव। जऊन ह अपन संगी मनखे ला मया करथे, ओह मूसा के कानून ला मनइया समझे जाथे। “छिनारी झन करव,” “हतिया झन करव,” “चोरी झन करव,” “लालच झन करव।” ए हुकूम अऊ जऊन आने हुकूम हवंय, ए जम्मो के सार ए अय: “अपन पड़ोसी ले अपन सहीं मया कर।”[a] 10 जऊन ह मया करथे ओह अपन पड़ोसी के कोनो नुकसान नइं करय। एकरसेति, जऊन ह मया करथे, ओह मूसा के कानून ला पूरा करथे।

11 अभी के समय ला जानके, तुमन अइसनेच करव। तुम्‍हर नींद ले जागे के बेरा ह आ गे हवय। काबरकि जब हमन यीसू के ऊपर पहिली बिसवास करे रहेंन, ओ समय के बनिस‍पत अब हमर उद्धार ह अऊ लकठा म हवय। 12 रात ह लगभग बीत गे हवय, अऊ दिन ह निकरइया हवय। एकरसेति, आवव, हमन अंधियार के गलत काममन ला छोंड़ देवन अऊ अंजोर के हथियारमन ला बांध लेवन। 13 जइसने दिन के समय उचित ए, आवव, हमन सही चाल-चलन म रहन अऊ अपन-आप ला रंगरेली, पियक्कड़पन, छिनारी, दुराचार, लड़ई-झगरा, अऊ जलन ले दूरिहा रखन। 14 तुम्‍हर चाल-चलन ह परभू यीसू मसीह के चाल-चलन सहीं होवय अऊ तुमन अपन पापी हिरदय के ईछा ला पूरा करे के बिचार ला छोंड़ देवव।

निरबल अऊ बलवान

14 जऊन ह बिसवास म कमजोर हवय, ओला अपन संगति म ले लव, पर ओकर अलग बिचार के ऊपर ओकर संग बहस झन करव। एक झन बिसवास करथे कि ओह जम्मो चीज ला खा सकथे, पर जऊन मनखे ह बिसवास म कमजोर हवय, ओह सोचथे कि सिरिप साग-भाजी खाना उचित ए। जऊन मनखे ह जम्मो चीज ला खाथे, ओह साग-भाजी खवइया ला तुछ झन समझय, अऊ जऊन ह सिरिप साग-भाजी खाथे, ओह जम्मो चीज खवइया मनखे ला दोसी झन ठहरावय, काबरकि परमेसर ह ओला गरहन करे हवय। तेंह कोन अस कि आने के सेवक ऊपर दोस लगाथस? ओह सफल होथे या असफल हो जाथे, ए बात ओकर मालिक ले संबंध रखथे। अऊ ओ सेवक ह बिसवास म बने रहिही, काबरकि परभू ह ओला बिसवास म स्थिर कर सकथे।

कोनो मनखे ह एक दिन ला आने दिन ले जादा महत्‍व के समझथे, त कोनो मनखे ह जम्मो दिन ला एके बरोबर समझथे। हर एक मनखे ला अपन सोच के बारे म निस्चय होना चाही। जऊन ह कोनो दिन ला बिसेस दिन समझथे, त ओह परभू बर अइसने समझथे। जऊन ह कुछू चीज ला खाथे, त ओह परभू के आदर म खाथे, काबरकि ओह परमेसर ला धनबाद देके खाथे, अऊ जऊन ह कुछू चीज ला खाय म परहेज करथे, ओह परभू के आदर म अइसने करथे अऊ परमेसर ला धनबाद देथे। काबरकि हमन ले कोनो न तो अपन खातिर जीथे, अऊ न कोनो अपन खातिर मरथे। यदि हमन जीयत हवन, त परभू खातिर जीयत हवन, अऊ यदि हमन मरथन, त परभू के खातिर मरथन। एकरसेति चाहे हमन जीयन या मरन, हमन परभू के अन।

मसीह ह एकर कारन मरिस अऊ फेर जी उठिस कि ओह जीयत अऊ मरे दूनों मनखेमन के परभू होवय। 10 तब तुमन काबर अपन भाई ऊपर दोस लगाथव? या अपन भाई ला काबर तुछ समझथव? हमन जम्मो झन ला परमेसर के आघू म ठाढ़ होना पड़ही, जिहां ओह हमर नियाय करही। 11 काबरकि परमेसर के बचन म ए लिखे हवय,

“परभू ह कहिथे, ‘मोर जिनगी के कसम – हर एक मनखे ह मोर आघू म माड़ी टेकही,
    अऊ हर एक मनखे ह परमेसर ला मानही।’ ”[b]

12 एकरसेति, हमन ले हर एक झन परमेसर ला अपन काम के लेखा-जोखा दिही।

आने मन के पाप म पड़े के कारन झन बनव

13 एकरसेति, हमन एक-दूसर के ऊपर दोस झन लगावन। पर अपन मन म, ए ठान लेवन कि हमन न तो अपन भाई के रसता म कोनो बाधा डालन अऊ न ही ओकर पाप म पड़े के कारन बनन। 14 मेंह जानत हंव अऊ परभू यीसू के संगति म रहे के कारन मोला पूरा बिसवास हवय कि कोनो चीज ह अपन-आप म असुध नइं होवय। पर कहूं कोनो मनखे कोनो चीज ला असुध समझथे, त फेर ओकर बर ओह असुध अय। 15 कहूं तेंह कुछू अइसने खाना खाथस, जेकर ले तोर भाई ह उदास होथे, त फेर तेंह अपन भाई ले मया नइं करथस। अइसने खाना ला झन खा, जऊन ह कोनो मनखे के पाप म पड़े के कारन बनथे, जेकर बर मसीह ह मरिस। 16 जऊन बात ला तुमन सही समझथव, ओकर बारे म कोनो मनखे ला खराप गोठियाय के मऊका झन देवव। 17 काबरकि परमेसर के राज ह खाना अऊ पीना नो हय, पर एह धरमीपन, सांति अऊ आनंद के बात अय, जऊन ह पबितर आतमा ले मिलथे। 18 जऊन ह अइसने मसीह के सेवा करथे, ओकर ले परमेसर ह खुस होथे अऊ मनखेमन घलो ओला सही समझथें।

19 एकरसेति हमन ओ बातमन के ऊपर धियान लगावन, जेकर ले सांति होथे अऊ एक-दूसर के चाल चलन ह सुधरथे। 20 भोजन के खातिर परमेसर के काम ला झन बिगाड़व। वास्तव म, जम्मो भोजन ह सुध अय, पर यदि कोनो मनखे ह अइसने चीज ला खाथे, जऊन ला देखके आने मनखे ह पाप म गिरथे, त ओ खवइया ह गलत करथे। 21 बने तो ए होतिस कि तुमन न तो मांस खावव, अऊ न ही मंद पीयव, अऊ न ही अइसने कोनो काम करव, जेकर ले तुम्‍हर भाई ह पाप म गिरय।

22 अइसने चीजमन के बारे म, तोर जऊन बिसवास हवय, ओला अपन अऊ परमेसर के बीच म रहन दे। धइन ए ओ मनखे, जऊन ह कोनो चीज ला सही समझथे अऊ ओकर बारे म अपन-आप ला दोसी नइं मानय। 23 पर जऊन ह कुछू चीज ला दुगधा करके खाथे, त ओला परमेसर ह दोसी ठहिराथे, काबरकि ओह बिसवास के संग नइं खावय; अऊ हर ओ काम जऊन ह बिसवास के संग नइं करे जावय, ओह पाप अय।

New Chhattisgarhi Translation (नवां नियम छत्तीसगढ़ी) (NCA)

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