M’Cheyne Bible Reading Plan
याजकन क समूह
24 हारून क पूतन क इ सबइ समूह रहेन: हारून क पूत नादाब, अबीहू, एलीआजर अउ ईतामार रहेन। 2 मुला नादाब अउ अबीहू अपने बाप क मउत क पहिले ही मर गएन अउर नादाब अउ अबीहै क कउनो पूत नाहीं रहा एह बरे एलीआजर अउ ईतामार याजक क रूप मँ कार्य किहन। 3 दाऊद एलीआजर अउ ईतामार क परिवार समूह क दुइ भिन्न समूहन मँ बाँटेस। दाऊद इ एह बरे किहस कि इ सबइ समूह ओनका दीन्ह गए कर्त्तव्यन क पूरा कइ सकइ। दाऊद इ सब सादोक अउर अहीमेलेक क मदद स किहेस। सादोक एलीआजर क सन्तान रहा अउर अहीमेलेक ईतामार क सन्तान रहा। 4 एलीआजर क परिवार समूह क प्रमुख ईतामार क परिवार समूह क प्रमुखन स जियादा रहेन। एलीआजर क परिवार समूह क सोलह प्रमुख रहेन अउर ईतामार क परिवार समूह स आठ प्रमुख रहेन। 5 हर एक परिवारे स मनईयन चुने गए रहेन। उ पचे गोट डाइके चुने गए रहेन। कछू मनईयन पवित्तर जगह क अधिकारी चुने गए रहेन अउर दूसर मनई याजक क रूप मँ सेवा बरे चुने गए रहेन। इ सबइ मनई एलिआजर अउर ईतामार क परिवार समूहन स चुने गए रहेन।
6 समायाह लिपिकार रहा। उ नतनेल क पूत रहा। समायाह लेवी परिवार समूह स रहा। समायाह ओन सन्तानन क नाउँ लिखेस। उ ओन नामन क राजा दाऊद अउर एन प्रमुखन क समन्वा लिखेस: याजक सादोक, अहीमेलेक अउ याजक अउ लेवीबंसियन क परिवारन क प्रमुख। अहीमेलेक एब्यातार क पूत रहा। हर एक दाईं उ पचे गोट डाइके एक मनई चुनत रहेन अउर समायाह उ मनई क नाउँ लिख लेत रहा। इ तरह उ पचे एलीआजर अउर ईतामार क परिवारन मँ काम क बाँटेस।
7 पहला समूह यहोयारीब क रहा।
दूसरा समूह यदायाह क रहा।
8 तीसरा समूह हारीम क रहा।
चउथा समूह सोरीम क रहा।
9 पाँचवा समूह मल्किय्याह क रहा।
छठा समूह मिय्यामीन क रहा
10 सातवाँ समूह हक्कोस क रहा।
आठवाँ समूह अबिय्याह क रहा।
11 नवाँ समूह येसू क रहा।
दसवाँ समूह सकन्याह क रहा।
12 गियारहवा समूह एल्यासीब क रहा।
बारहवाँ समूह याकीम क रहा।
13 तेरहवाँ समूह हुप्पा क रहा।
चौदहवाँ समूह येसेबाब क रहा।
14 पन्द्रहवाँ समूह बिल्गा क रहा।
सोलहवाँ समूह इम्मेर क रहा।
15 सत्रहवाँ समूह हेजीर क रहा।
अट्ठरहवाँ समूह हप्पित्सेस क रहा।
16 उन्नीसवाँ समूह पतह्याह क रहा।
बीसवाँ समूह यहेजकेल क रहा।
17 इक्कीसवाँ समूह याकीन क रहा।
बाईसवाँ समूह गामूल क रहा।
18 तेईसवाँ समूह दलायाह क रहा।
चौबीसवाँ समूह माज्याह क रहा।
19 यहोवा क मन्दिर मँ सेवा करइ क बरे इ सबइ समूह चुने गए रहेन। उ पचे मन्दिर मँ सेवा करइ बरे हारून क नेमन क मानत रहेन। इस्राएल क यहोवा परमेस्सर एन नेमन क हारून क दिहे रहा।
दूसर लेवीबंसी
20 इ सबइ नाम सेस लेवी सन्तान क अहइँ:
अम्राम क सन्तानन स सूबाएल।
सूबाएल क सन्तानन स येहदयाह।
21 रहब्याह स: यिस्सिय्याह (यिस्सिय्याह सब स बड़का पूत रहा)
22 इसहारी परिवार समूह स: सलोमोत।
सलोमोत क परिवार स: यहत।
23 हेब्रोन क सब स बड़का पूत यरिय्याह रहा।
अमर्याह हेब्रोन क दूसर पूत रहा।
यहजीएल तीसर पूत रहा।
अउर यकमान चउथा पूत
24 उज्जीएल क पूत मीका रहा।
मीका क पूत सामीर रहा।
25 यिस्सिय्याह मीका क भाई रहा।
यिस्सिय्याह क पूत जकर्याह रहा।
26 मरारी क सन्तान महली, मूसी अउर ओकर पूत याजिय्याह रहेन।
27 मरारी क पूत याजिय्याह क पूतन नाउँ: सोहम, जक्कू अउर इब्री रहेन।
28 महली क पूत एलीआजर रहा किन्तु एलीआजर क कउनो पूत नाहीं रहा।
29 कीस क पूत यरह्मेल रहा।
30 मूसी क पूत महली, एदेर अउर यरीमोत रहेन।
उ पचे लेवीबंसी परिवारन क प्रमुख अहइ। उ पचे अपने परिवारन क सूची मँ अहइ। 31 उ पचे बिसेस कामन बरे चुने गए रहेन। उ पचे अपने सम्बन्धी याजकन क तरह गोट डावत रहेन। याजक हारून क सन्तान रहेन। उ पचे राजा दाऊद, सादोक, अहीमेलेक अउर याजकन अउ लेवी क परिवारन क प्रमुखन क समन्वा गोटन डाएन। जब ओनके काम दिए गएन तउ पुराने अउ नवा परिवारन क एक सा बेउहार भवा।
संगीत समूह
25 दाऊद अउ सेनापतियन आसाप क पूतन क बिसेस सेवा बरे अलग किहन। आसाप क पूत हेमान अउ यदूतून रहेन। ओनकर बिसेस काम परमेस्सर क सँदेसा क भविस्वाणी सारंगी, वीणा, मंजीरे क उपयोग कइके करब रहा। हिआँ ओन मनईयन क सूची अहइ जउन इ तरह सेवा किहन।
2 आसाप क परिवार समूह स, जक्कूर, योसेप, नतन्याह अउर असरेला रहेन। राजा दाऊद आसाप क भविस्सबाणी क बरे चुनेस अउ आसाप अपने पूतन क अगुवाइ किहेस।
3 यदूतून परिवार स: गदल्याह, सरी, यसायाह, सिमी, हसब्याह अउर मत्तित्याह रहेन। इ सबइ छ: रहेन। यदूतून आपन पूतन क अगुवाइ किहेन। यदूतून सारंगी क उपयोग भविस्सबाणी करइ अउर यहोवा क धन्यबाद देइ अउर ओकर स्तुति बरे किहस।
4 हेमान क पूत जउन सेवा करत रहेन बुक्किय्याह, मत्तन्याह, लज्जीएल, सबूएल अउर यरीमोत, हनन्याह, हनानी, एलीआता, गिद्दलती अउर रोममतीएजेर, योसबकासा, मल्लोती, होतीर अउर महजीओत रहेन। 5 इ सबइ सबहिं मनई हेमान क पूत रहने। हेमान दाऊद क दर्सी रहा। परमेस्सर हेमान क सक्तीसाली बनावइ क बचन दिहस। एह बरे हेमान क कई पूत रहेन। परमेस्सर हेमान क चौदह पूत अउ तीन बिटियन दिहस।
6 हेमान अपने पूतन क यहोवा क मन्दिर मँ गायन मँ अगुवाइ किहेन। ओन पूतन सारंगी, वीणा, मजीरा क उपयोग किहस। उ पचे परमेस्सर क मंदिर मँ राजा आसप क आदेस क अनुसार जउन उ यदूतून अउर हेमान क दिहे रह इहइ तरिका स सेवा किहस। 7 उ सबइ मनई अउर लेवी क परिवार समूह क ओनकर सम्बन्धियन गायन मँ प्रसिच्छित रहेन। दुई सौ अट्ठासी मनइयन यहोवा क स्तुति क गीत गाउब सीखेन। 8 हर एक मनई जउने भिन्न कार्य क करी, ओकरे चुनाव बरे उ पचे गोट डावत रहेन। हर एक मनई क संग समान बेउहार होत रहा। बूढ़े अउर जवान क संग समान बेउहार रहा अउर गुरु क संग उहइ बउहार हरा। जउन सिस्य क संग।
9 पहिले, आसाप (यूसुफ) क पूतन अउ सम्बन्धियन मँ स बारह मनई चुनेस गए रहेन।
दूसर, गदल्याह क पूतन अउर सम्बनंधियन मँ स बारह मनई चुने गएन।
10 तीसरे, जक्कूर क पूतन अउ सम्बंधियन मँ स बारहह् मनई चुने गएन।
11 चउथे, यिस्री क पूतन अउ सम्बंधियन मँ स बारह मनई चुने गएन।
12 पाँचवे, नतन्याह क पूतन अउ सम्बंधियन मँ स बारह मनई चुने गएन।
13 छठे, बुक्किय्याह क पूतन अउ सम्बंधियन मँ स बारह मनई चुने गएन।
14 सातवें, यसरेला क पूतन अउ सम्बंधियन मँ स बारह मनई चुने गएन।
15 आठवें, यसायाह क पूतन अउ सम्बंधियन मँ स बारह मनई चुने गएन।
16 नवें, मत्तन्याह क पूतन अउ सम्बंधियन मँ स बारह मनई चुने गएन।
17 दसवें, सिमी क पूतन अउ सम्बंधियन मँ स बारह मनई चुने गएन।
18 गियारहवें, अजरेल क पूतन मँ अउर सम्बंधियन मँ स बारह मनई चुने गएन।
19 बारहवें, हसब्याह क पूतन अउर सम्बंधियन मँ स बारह मनई चुने गएन।
20 तेरहवें, सूबाएल क पूतन अउ सम्बंधियन मँ स बारह मनई चुने गएन।
21 चउदहवें, मत्तिय्याह क पूतन अउर सम्बंधियन मँ स बारह मनई चुने गएन।
22 पन्द्रहवें, यरेमोत क पूतन अउर सम्बंधियन मँ स बारह मनई चुने गएन।
23 सोलहवें, हनन्याह क पूतन अउर सम्बंधियन मँ स बारह मनई चुने गएन।
24 सत्रहवें, योसबकासा क पूतन अउर सम्बंधियन मँ स बारह मनई चुने गएन।
25 अट्ठरहवें, हनानी क पूतन अउ सम्बंधियन मँ स बारह मनई चुने गएन।
26 उन्नीसवें, मल्लोती क पूतन अउ सम्बंधियन मँ स बारह मनई चुने गएन।
27 बीसवें, इलिय्याता क पूतन अउ सम्बंधियन मँ स बारह मनई चुने गएन।
28 इक्कीसवें होतीर क पूतन अउ सम्बंधियन मँ स बारह मनई चुने गएन।
29 बाईसवें, गिद्दलती क पूतन अउ सम्बंधियन मँ स बारह मनई चुने गएन।
30 तेईसवें, महजीओत क पूतन अउ सम्बंधियन मँ स बारह मनई चुने गएन।
31 चौबीसवें, रोममतीएजेर क पूतन अउर सम्बंधियन मँ स बारह मनई चुने गएन।
परमेस्सर क जनसमूह
5 अब मइँ तोहरे बीच जउन बुजुर्ग अहइँ ओनसे निवेदन करित हउँ मइँ खुद एक बुजुर्ग अहउँ अउर मसीह जउन यातना झेलेस ह, ओके साच्छी हउँ, जउन ओकरे भावी महिमा परगट होई ओकर सहभागी हउँ। 2 राह देखावइवाले परमेस्सर क जनसमूह तोहरी देख-रेख मँ अहइ अउर निरीच्छक क रूप मँ तू ओकर सेवा करत अहा, कउनो दबाव क कारण नाही बल्कि परमेस्सर क इच्छानुसार अइसा करा कि अपनी इच्छा क कारण तू आपन इ काम धन क लालच मँ नाही बल्कि सेवा करइ क प्रति अपनी ततपरता क कारण करत अहा। 3 देख-रेख क खातिर नाही जउन तोहका सौंपा गवा अहइ तू ओनके सासक न बना। बल्कि समूह बरे आदर्स बना। 4 ताकि जब उ प प्रमुख गड़ेरिया परगट होइ तउ तोहका विजय क उ भव्य मुकुट प्राप्त होइ जेकर सोभा कबहूँ नाही घटतइ।
5 इहइ तरह हे नवजुवको तू पचे अपने अपने धर्मवृद्ध क अधीन रहा। तू पचे दूसरे क प्रति विनम्रता स सेवा करा। काहेकि,
“करत ह परमेस्सर विरोध अभिमानी क,
मुला दीनन प अनुग्रहसील सदा ह।” (A)
6 इ खातिर परमेस्सर क सक्तिसाली हाथन क नीचे अपने आपको नवावा। जेहसे ठीक अवसर अवाइ प उ तोहका ऊँचा उठावइ। 7 तू पचे आपन सबइ चिन्ता ओह पइ छोड़ द्या काहेकि उ तोहरे खातिर चिन्तित अहइ।
8 आपन प नियंत्रण राखा। सावधान रहा। तोहार सत्रु एक गरजत सेर क तरह इधर उधर घूमत रहत ह अउर इहइ ताक मँ रहत ह कि जउन मिलइ ओका फाड़ खावइ। 9 तू ओकरे विरोध करा अउर अपने बिसबास प अड़ा रहा काहेकि तू तउ जानत अहा कि सारे संसार मँ तोहरे भाई बहिन इहइ तरह क यातना झेलत अहइँ।
10 मुला सम्पूर्ण अनुग्रह क स्रोत परमेस्सर जउन तोहका ईसू मसीह मँ अनन्त महिमा क सहभागी होइ खातिर बोकाइस ह, तोहरे तनिक समइ सबइ यातना झेलइ क बाद खुदइ तोहका फिन स स्थापित करी, समर्थ बनाई अउर स्थिरता प्रदान करी। 11 सबहिं सक्तियन अनन्त तलक ओकरे अधिकार मँ अहइँ। आमीन।
पत्र क समापन
12 मइँ तोहका इ छोट स पत्र, सिलवानुस क सहयोग स, जेहका मइँ बिसबासपूर्ण भाई मानित हउँ, तोहका प्रोत्साहित करइ खातिर परमेस्सर क सच्चा अनुग्रह उहइ अहइ, इहइ बात क साच्छी देइ क खातिर लिखेउँ, इहइ प अड़े रहा।
13 बेबीलोन क कलीसिया जउन तोहरे समान परमेस्सर द्वारा चुनी गइ अहइ, तोहका नमस्कार करत अहइ। मसीह मँ मोरे बेटवा मरकुस क तोहका नमस्कार। 14 पिरेमपूर्ण चुम्बन स एक दूसरे क स्वागत सत्कार करा।
तू सबइ क, जउन ईसू मसीह मँ अहइँ, सान्ति मिलइ।
इस्राएल क मुखिया बुराई क अपराधी अहइँ
3 फुन मइँ कहेउँ, “हे याकूब क मुखिया लोगो, अब सुन ल्या।
हे इस्राएल क प्रजा क सासक लोगो, अब सुन ल्या।
तू पचन्क जानइ चाही कि निआव का होत ह।
2 किन्तु तू पचन्क नेकी स घिना अहइ
अउर तू पचे लोगन्क खाल तलक उतारि लेत अहा।
तू पचे लोगन्क हाड़न स माँस नोच लइ लेत अहा।
3 तू पचे मोरे लोगन्क बर्बाद करत अहा।
तू पचे ओनकर खाल तलक ओनसे उतारत अहा अउर ओनकर हाड़ तलक तोड़त अहा।
तू पचे ओनकर हाड़न अइसे तोड़त अहा जइसे हाँड़ी मँ माँस चढ़ावइ बरे।
4 तू पचे यहोवा स बिनती करब्या
मुला उ तू पचन्क जवाब नाहीं देइ।
नाहीं, यहोवा आपन मुँहना तू पचन्स छुपाइ।
काहेकि तू पचे बुरा करम किहे अहा।”
लबार नबी
5 इ उ अहइ जेका यहोवा लबार नबियन क बारे मँ बतावत ह जउन ओकर लोगन क गलत तरीका स निर्देसित करत ह:
“अगर लोग ऍन नबियन क खाइ क देत हीं,
उ पचे ओकरे बरे सान्ति क कामना करी।
मुला अगर लोग ओनका खाइके नाहीं देतेन, तउ उ पचे ओकरे बरे जुद्ध क कामना करी।
6 “एह बरे इ तू पचन बरे राति सा होइ।
तू पचे कउनो दर्सन नाहीं लख पउब्या।
तउ तू पचे इ अचरज कारज
नाहीं करइ पाउब्या।
एह बरे इ तू पचन्क अँधियारा जइसा लागी।
नबियन पइ सूरज छुप जाइ
अउर ओनके ऊपर दिन करिया पड़ि जाइ।
7 भविस्स क द्रस्टा लजाइ जइहीं।
उ सबइ लोग, जउन भविस्स लखत हीं, ओनकर मुँहना करिया होइ जइहीं।
हाँ, उ सबइ सबहिं आपन मुँहना बंद कइ लेइहीं
काहेकि हुआँ परमेस्सर कइँती स कउनो जवाब नाहीं होइ!”
मीका परमेस्सर क सच्चा नबी अहइ
8 मुला यहोवा क आतिमा मोका सक्ति,
नेकी अउर सामरथ स भरि दिहेस रहा।
मइँ याकूब क ओकर अपराधन क बताउब।
मइँ इस्राएल क ओकरे पापन क बारे मँ कहब।
इस्राएल क मुखिया दोखी अहइँ
9 हे याकूब क मुखिया लोगो, इस्राएल क सासक लोगो, तू पचे मोर बात सुना!
तू पचे निआव स घिना करत अहा।
जउन चीज सोझ होइ
तू पचे ओका टेढ़ी कइ देत अहा।
10 तू पचे सिय्योन क निर्माण लोगन क हत्तिया कइके किहा;
तू पचे यरूसलेम क भयंकर अपराधन क जरिये बनाए रह्या।
11 यरूसलेम क निआवधीस झूठे फैसले देइ बरे घूस लेत रहेन।
यरूसलेम क याजकन क धन देइ पड़त ह,
ऍकरे पहिले कि उ पचे लोगन्क सीख देइँ।
लोगन्क नबी लोगन्क धन देइ पड़त ह।
ऍकरे पहिले कि उ पचे भविस्स मँ झाँकइ
अउर फुन भी उ सबइ मुखिया सोचत हीं कि ओन पइ कउनो दण्ड नाहीं पड़ सकत।
उ सबइ सोचा करत हीं, यहोवा ओनका बचाइ लेइ
अउर उ पचे कहत हीं, “यहोवा हमरे बीच मँ रहत ह।
एह बरे हमरे संग कउनो बुरी बात नाहीं घटि सकत ह।”
12 हे मुखिया लोगो, तू पचन्क कारण सिय्योन क बिनास होइ।
इ कउनो जोते भए खेत क तरह सपाट होइ जाइ।
यरूसलेम पाथरन क टीला बन जाइ
अउर मन्दिर क पहाड़ झाड़ियन स ढका भवा एक ठु सूनी पहाड़ी होइ।
फरीसियन जइसा जिन बना
12 अउर फिन जब हजारन मनइयन क भारी भीड़ जुटि गइ तउ एक दुसरे क रौंदे जात रही तब ईसू पहिले आपन चेलन स कहइ लाग, “फरीसियन क खमीरे स, जउन ओनकइ कपट बा, बचा रहा। 2 कछू छुपा नाहीं अहइ जउन परगट नाहीं कइ दीन्ह जाइ। अइसा कछू अनजाना नाहीं अहइ जेका बतावा नाहीं दीन्ह जाइ। 3 एह बरे हर उ बात जेका तू अँधियारे मँ कह्या ह, उजिआरे मँ सुनी जाइ। अउर एकांत खोली मँ जउन कछू भी तू चुप्पे स कउनो क काने मँ कह्या ह, घरे क छते स ऍलान कइ दीन्ह जाइ।”
परमेस्सर स डेराअ
(मत्ती 10:28-31)
4 “मुला मोर मीतो, मइँ तोहसे कहत हउँ ओनसे जिन डेराअ जउन तोहरे तन क मारि डाइ सकत हीं अउर ओकरे पाछे अइसा कछू नाहीं अहइ जउन ओनके बस मँ होइ। 5 मइँ तोहका देखाउब कि तोहका कउनो स डेराइ चाही। ओसे (परमेस्सर) डेराअ अउर तोहका मारिके नरक मँ नावइ क सक्ती राखत ह। हाँ, मइँ तोहका बतावत हउँ, बस उहइ स डेराअ।
6 “का दुइ पइसा मँ पाँच ठु चिरइयन नाहीं बिकतिन? फिन भी परमेस्सर ओहमाँ स एक क भी नाहीं बिसरत। 7 अउर लखा तोहरे मूँड़े प क एक एक बारि तलक गना भवा अहइँ। डेराअ जिन तू बहोत सी चिरइयन स कहूँ जिआदा कीमत क अहा।”
ईसू क नाउँ प जिन सर्मा
(मत्ती 10:32-33; 12:32; 10:19-20)
8 “मुला मइँ तोहसे कहत हउँ जउन कउनो मनई सबहीं क समन्वा मोका मानत ह, मनई क पूत भी उ मनई क परमेस्सर क दूतन क समन्वा मानी। 9 मुला ज जउन मोका दुसरे क समन्वा न मानी, ओका परमेस्सर क दूतन क समन्वा इन्कार कइ दीन्ह जाइ।
10 “अउर हर उ मनई क तो छमा कइ दीन्ह जाइ जउन मनई क पूत क खिलाफ कउनो सब्द बोलत ह, मुला जउन पवित्तर आतिमा क बुराई करत ह, ओका छमा नाहीं कीन्ह जाइ।
11 “तउ जब उ पचे तोहका आराधनालय मँ, राज्य क करइवालन अउर अधिकारियन क समन्वा लइ जाइँ तउ फिकिर जिन कर्या काहे तू आपन क कइसे बचउब्या या तोहका का कछू कहे होइ। 12 चिंता जिन करा काहेकि पवित्तर आतिमा तोहका सिखाइ कि उ समइया तोहका का बोलइ चाही।”
सुआरथ क खिलाफ चिताउनी
13 फिन भीड़ मँ स ओसे कउनो कहेस, “गुरु, मोरे भइया स मोरे बाप क धन दौलत क हींसा बाँटइ बरे कहि द्या।”
14 ऍह प ईसू ओसे कहेस, “अरे भले मनई, मोका तोहरे बरे निआववाला या पंच कउन बनएस ह” 15 तउ ईसू ओनसे कहेस, “होसियारी क संग आपन क लालच स दूर राखा। काहेकि जरूरत स जिआदा धन-दौलत होइ प जिन्नगी क आधार ओकर संग्रह नाहीं होत।”
16 फिन उ ओनका एक दिस्टान्त कथा सुनाएस: “कउनो धनी मनई क धरती प खूब पैदावार भइ। 17 उ आपन मनवा मँ सोचत भवा कहइ लाग, ‘मइँ का करुँ, मोरे लगे फसिल क रखइ बरे ठउर तउ अहइ नाहीं।’
18 “फिन उ बोला, ‘ठीक अहइ मइँ इ करब कि आपन अनाज क कोठिला गिराइके बड़का कोठा बनवाउब अउर आपन समूचा अनाज क अउर सामान हुवाँ रखब। 19 फिन आपन आतिमा स कहब, अरे मोर आतिमा अब बहोत स उत्तिम बस्तु, बहोत स बरिस बरे तोहरे लगे ऍकट्ठी अहइँ। घबरा जिन, खावा, पिआ अउर मउज उड़ावा!’
20 “मुला परमेस्सर ओसे बोला, ‘अरे मूर्ख! इहइ राति मँ तोहार आतिमा तोहसे लइ लीन्ह जाइ। जउन कछू तू तइयार किहे अहा, ओका कउन लेइ?’
21 “लखा, उ मनई क संग भी कछू अइसा ही भवा ह, उ अपने बरे बटोरत ह मुला परमेस्सर क निगाह मँ उ धनी नाहीं।”
परमेस्सर क राज क महत्ता
(मत्ती 6:25-34,19-21)
22 तब उ आपन चेलन स कहेस, “एह बरे मइँ तोहसे हउँ, आपन जिन्नगी क फिकिर जिन करा कि तू का पहिनब्या? 23 काहेकि जिन्नगी खइया स अउर तन ओढ़ना स जिआदा जरूरी अहइ। 24 कउअन क लखा, न उ पचइ बोवत हीं, न ही उ पचे काटत हीं। न ओनके लगे भण्डारा बा अउर न आजु अन्न क कोठिला, फिन भी परमेस्सर ओनका भोजन देत ह। तू तउ चिरइयन स केतॅना जिआदा कीमती अहा। 25 चिन्ता कइके, तू पचन मँ स कउन अइसा अहइ, जउन आपन उमिर मँ एक घड़ी भी अउर जोर सकत ह? 26 काहेकि तू जदि छोटका काम क भी नाहीं कइ सकत्या तउ बाकी बरे काहे फिकिर करत ह?
27 “कोका बेली क लखा, उ कइसे उगत हीं? न उ सबइ मेहनत करत हीं, न कताई, फिन भी मइँ तोहसे कहत हउँ कि सुलैमान आपन समूचे धन दौलत क संग ओहमाँ स कउनो एक क नाई नाहीं सज पाएस। 28 एह बरे जब मैदान क घास क, जउन आज हिआँ बा अउर भियान ही ओका भार मँ झोंक दीन्ह जाइ, परमेस्सर अइसे ओढ़नन स सजावत ह तउ अरे ओ कम बिसवास करइया मनइयो! तोहका तउ उ केतॅना अउर जिआदा ओढ़ना पहिराइ।
29 “अउर फिकिर जिन करा कि तू का खाब्या अउर का पीब्या। ऍनके बरे जिन सोचा। 30 काहेकि संसार क अउर सबहीं मनई चीजन्क क पाछे धावत अहइँ मुला तोहार परमपिता तउ जानत ही अहइ कि तोहका इ चीजन्क जरूरत अहइ। 31 मुला तू तउ परमेस्सर क राज्य क चिन्ता करा। इ चीजन तउ तोहका दइ दीन्ह जइहीं।
धने प भरोसा जिन करा
32 “हे भोली भेड़ी क झुण्ड! जिन डेराअ, काहेकि तोहार परमपिता तोहका राज्य देइ क तइयार अहइ। 33 तउ आपन धन दौलत बेंचिके धन गरीबन मँ बाँटि द्या। आपन लगे अइसी झोरी राखा जउन पुरान न होई अरथ बा कबहुँ न टूटइवाला सरगे मँ खजाना जहाँ ओह तलक कउनो चोर क पहुँच न होइ। अउर न ओका न किरवा नास कइ पावइँ। 34 काहेकि जहाँ तोहार खजाना अहइ, हुवँई तोहार मनवा भी रही।
सदा तइयार रहा
(मत्ती 24:42-44)
35 “काम करइ क सदा तइयार रहा। अउर आपन दिया बारे रहा। 36 अउर ओ मनइयन जइसा बना जउन बियाह क भोज स लौटिके आवत आपन स्वामी क जोहत होइँ जेहसे उ जब आवइ अउर दुआर खटखटावइ तउ उ पचे फउरन खोलि सकइँ। 37 उ नउकर धन्य अहइँ जेका स्वामी वापस आइके जागत अउर तइयार पइहीं। मइँ तोहसे सच कहत हउँ कि उ भी ओनकर सेवा बरे करिहाउँ बाँधि लेइ अउर ओनका खइया क पीढ़ा प जेवइं बरे बइठाई। उ आई अउर ओनका जेंवाइ। 38 उ चाहे आधी राति स पहिले आवइ अउर चाहे आधी राति क पाछे जदि उ ओनका तइयार पावत ह तउ उ सबइ धन्य अहइँ।
39 “इ बात बरे निस्चित रहा कि जदि घरे क स्वामी क इ पता होइ कि चोर कउनो घड़ी आवत अहइ, तउ उ ओका आपन घरे मँ सेंध नाहीं लगावइ देइ। 40 तउ तू भी तइयार रहा काहेकि मनई क पूत अइसी घड़ी मँ आई जेका तू सोच नाहीं सकत्या।”
बिसवास क जोग्ग सेवक कउन?
41 तब पतरस पूछेस, “पर्भू इ दिस्टान्त कथा तू हमरे बरे कहत अहा या सब बरे?”
42 ऍह प पर्भू कहेस, “तउ फिन अइसा बिसवास क जोग्ग, बुद्धिमान संरजाम अधिकारी कउन होइ जेका पर्भू आपन नउकरन क ठीक समइ प खइया क चीज देइ बरे ठहराइ? 43 उ नउकर धन्य अहइ जेका ओकर स्वामी जब आवइ तउ ओका वइसा ही करत पावइ। 44 मइँ सच कहत हउँ कि उ ओका आपन सबहिं धन दौलत क अधिकारी ठहराइ।
45 “मुला उ नउकर आपन मनवा मँ सोचइ कि मोर स्वामी तउ आवइ मँ देर करत अहइ अउर उ दूसर पुरुस अउर स्त्री नउकरन क मारब पीटब सुरु कइ देइ अउर खाइ पिअइ अउर नसा मँ चूर होइ। 46 तउ उ जउकर क स्वामी अइसे दिन आइ जाइ जेका उ सोचत नाहीं। एक ठु अइसी घरी जेकरे बारे मँ निसाखातिर अहइ। फिन भी ओकर टुकरा टुकरा कइ डाइ अउर ओका न बिसवास करइयन क बीच ठउर देइ।
47 “उ नउकर जउन आपन स्वामी क इच्छा जानत ह अउर ओकरे बरे तइयार नाहीं होत या जइसा ओकर स्वामी चाहत ह, वइसहु नाहीं करत, तउ नउकर प जमिके मार परी। 48 मुला उ जेका आपन स्वामी क इच्छा क ग्यान नाहीं अउर कउनो अइसा काम कइ डावइ जउन मार खाइ काबिल होइ तउ उ नउकर प हल्की मार परी। काहेकि उ हर मनई स जेका बहोत जिआदा दीन्ह ग अहइ, जिआदा माँगा जाइ। उ मनई जेका ढेर सौंपा ग अहइ ओसे जिआदा ही माँगा जाइ।”
मनइयन क मत ईसू स मेल नाहीं खात
(मत्ती 10:34-36)
49 “मइँ धरती प एक आगी बारइ आवा हउँ मोर केतॅनी इच्छा अहइ कि उ साइद अबहुँ ताई बरि जात। 50 मोरे लगे एक बपतिस्मा अहइ जउन मोका लेब बा जब ताईं उ पूरा नाहीं होइ जात, मइँ केतॅना बियाकुल हउँ। 51 तू का सोचत बाट्या कि मइँ इ धरती प सान्ति लइ आवइ क बरे आवा हउँ? नाहीं, मइँ तोहका बतावत हउँ, मइँ अलगावइ आवा हउँ। 52 काहेकि अब स आगे एक घरे क पाँच आदमी एक दूसर क खिलाफ बँटि जइहीं। तीन दुइ क बिरोध मँ अउर दुइ तीन क बिरोध मँ होइ जइहीं।
53 बाप बेटवा क बिरोध मँ,
अउर बेटवा बाप क बिरोध मँ,
महतारी बिटिया क बिरोध मँ,
अउर बिटिया महतारी क बिरोध मँ,
सास दुलहिन क बिरोध मँ
अउर दुलहिन सास क बिरोध मँ होइ जइहीं।”
समइ क पहिचान
(मत्ती 16:2-3)
54 फिन उ भीड़ स बोला, “जब तू पच्छूँ कइँती कउनो बदरे क उठत भइ लखत ह तउ कहि देत ह, ‘बरखा आवति अहइ।’ अउर फिन अइसा ही होत ह। 55 अउर फिन जब दखिनी हवा चलत ह, तू कहत ह, ‘गरमी पड़ी’ अउर अइसा ही होत ह। 56 अरे कपटी मनइयो! तू धरती अउर अकासे क रूपे क समझाउब तउ जानत बाट्या, फिन अइसा काहेकि इ जुग क बारे मँ समझउत्या नाहीं?”
आपन समसिया हल करा
(मत्ती 5:25-26)
57 “जउन नीक अहइ, ओकर फैसला करइवाला तू खुद काहे नाहीं बनत्या? 58 जब तू आपन बैरी क संग न्यायाधीस क लगे जात रहब्या तउ रास्ता मँ ही ओकरे संग समझौता करइ क जतन करया। नाहीं तउ कहूँ अइसा न होइ कि उ तोहका न्यायाधीस क लगे खैंच लइ जाइँ अउर न्यायाधीस एक अधिकारी क सौंपि देइ। अउर अधिकारी तोहका जेलि मँ धाँध देइ। 59 मइँ तोहका बतावत हउँ, तू हुवाँ स तब ताईं छूटि नाहीं पउब्या जब तलक आखिरी दमड़ी तक न चुकाइ द्या।”
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.