M’Cheyne Bible Reading Plan
16 लेवीबंसी करार क सन्दूख लइ आएन। अउर ओका उ तम्बू मँ धरेन जेका दाऊद एकरे बरे खड़ी कइ रखे रहा। तब उ पचे परमेस्सर क होमबलि अउ मेलबलि चढ़ाएन। 2 जब दाऊद होमबलि अउ मेलबलि देब पूरा कइ चुका तउ उ लोगन क आसीर्बाद देइ क बरे यहोवा क नाउँ लिहस। 3 तब उ हर एक इस्राएली मेहरारु-मनई क एक-एक रोटी, खजूर अउ किसमिस दिहस।
4 तब दाऊद करार क सन्दूख क समन्वा सेवा बरे कछू लेवीबंसियन क चुनेस। ओन लेवीबंसियन क इस्राएलियन क यहोवा परमेस्सर बरे उत्सव क मनावइ, आभार परगट करइ अउ स्तुति करइ क जिम्मेदारी सौंपा गवा। 5 आसाप, पहिले समूह क प्रमुख रहा। आसाप क समूह सारंगी बजावत रहा। जकर्याह दूसरे समूह क प्रमुख रहा। इ सबइ दूसर लेवीबंसियन रहेन: यीएल, समीरामोत, यहीएल, मत्तित्याह, एलीआब, बनायाह, ओबेद-एदोम अउ यीएल। इ सबइ मनई वीणा अउ तम्बूरा बजावत रहेन 6 बनायाह अउर यहजीएल अइसे याजक रहेन जउन करार क सन्दूख क समन्वा सदा ही तुरही बजावत रहेन। 7 इ उहइ समइ रहा जब दाऊद पहिली बार आसाप अउर ओकरे भाइयन क यहोवा क स्तुति करइ क काम किहस।
दाऊद क आभार गीत
8 यहोवा क स्तुति करा, ओकर नाउँ ल्या।
लोगन क ओन महान कार्यन क जानकारी द्या जेनका यहोवा किहेस ह।
9 यहोवा क गीत गावा, यहोवा क स्तुतियाँ गवा।
ओकर सबहिं महान कार्यन क गुणगान करा।
10 यहोवा क पवित्तर नाउँ पइ गर्व करा।
सबहिं लोग जउन यहोवा क मदद पइ भरोसा करत हीं, खुस ह्वा।
11 यहोवा अउर ओकरी सक्ती क खोज करा।
सदा ही मदद बरे ओकरे लगे जा।
12 ओन अजूबे कार्यन क याद करा जउन यहोवा किहेन ह।
ओकरे निर्णयन क याद राखा अउर सक्ती स भरपूर कार्यन क जउन उ किहेस।
13 इस्राएल क सन्तानन यहोवा क सेवक अहइँ।
याकूब क पूतन यहोवा क जरिये चुने गए लोग अहइँ।
14 यहोवा हमार परमेस्सर अहइ,
ओकर नेमन सबहिं जगह अहइ।
15 ओकरी करार क सदा ही याद राखा,
उ अपने आदेसन हजार पीढ़ियन बरे दिहेस ह।
16 इ करार अहइ जेका यहोवा इब्राहीम क संग किहे रहा।
इ करार अहइ जउन यहोवा इसहाक क संग किहेस।
17 यहोवा एका याकूब क लोगन क बरे कानून बनाएस।
इ करार इस्राएल क संग अहइ जउन सदा ही बनी रही।
18 यहोवा इस्राएल स कहे रहा: “मइँ कनान देस तोहका देब इ प्रतिग्या क
पहँटा तोहार ही होइ।”
19 परमेस्सर क लोग गनती मँ थोड़े रहेन।
उ पचे उ देस मँ अजनबी रहेन।
20 उ पचे एक रास्ट्र स दूसर रास्ट्र क गएन।
उ पचे एक राज्ज स दूसर क गएन।
21 मुला यहोवा कउनो क ओनका चोट पहोंचवइ न दिहस।
यहोवा राजा लोगन क चितउनी दिहस कि उ पचे ओनका चोट न पहोंचावइँ।
22 यहोवा ओन राजा लोगन स कहेस, “मोर चुने लोगन क चोट न पहोंचावा।
मोरे नबियन क चोट न पहोंचावा।”
23 यहोवा बरे सारी धरती पइ गुनगान करा,
हर रोज तू पचन्क यहोवा क जरिये हमार रच्छा क सुभ समाचार परगट करइ चाही।
24 यहोवा क प्रताप क सबहिं रास्ट्रन स कहा
यहोवा क अजूबे कार्यन क सबहिं लोगन स कहा।
25 यहोवा महान अहइ, यहोवा क स्तुति होइ चाही
यहोवा दूसर “देवतन” स अधिक भए जोग्ग अहइ।
26 काहेकि ओन रास्ट्रन सबहिं “देवता” मात्र मूरतियन अहइँ।
मुला यहोवा आकासे क बनाएस।
27 यहोवा महिमा अउ सम्मान रखत अहइ।
ताकत अउर आनन्द ओकर जगह मँ मोजूद अहइ।
28 परिवार अउ लोग यहोवा क महिमा
अउ सक्ती क स्तुति करत हीं।
29 यहोवा क प्रताप क स्तुति करा।
ओकरे नाउँ क सम्मान द्या।
यहोवा क अपनी भेंटन चढ़ावा,
यहोवा अउ ओकर पवित्तर सुन्दरता क उपासना करा।
30 यहोवा क समन्वा भय स सारी धरती काँपइ चाही।
किन्तु उ धरती क मजबूत बनाएस।
एह बरे धरती हिली नाहीं।
31 धरती अउ आकासे क आनन्द मँ झूमइ द्या।
चारिहुँ कइँती लोगन क कहइ द्या, “यहोवा सासन करत ह।”
32 सागर अउ एहमाँ क सबहिं चिचियन क चिचयाइ द्या।
खेतन अउ ओनमाँ क हर एक चीज क आपन आनन्द परगट करइ द्या।
33 यहोवा क समन्वा बन क बृच्छ आनन्द स गइहीं।
काहेकि यहोवा आवत अहइ।
उ संसार क निआव करइ आवत बाटइ।
34 अहा! यहोवा क धन्य द्या, उ अच्छा अहइ।
यहोवा क पिरेम सदा बना रहत ह।
35 यहोवा स कहा,
“हे परमेस्सर, हमरे रच्छक, हमार रच्छा करा।
हम लोगन क एक संग बटोरा,
अउर हमका द्सर रास्ट्रन स बचावा।
अउर तब हम तोहरे पवित्तर नाउँ क स्तुति कइ सकित ह।
तब हम तोहरे स्तुति अपने गीतन स कइ सकित ह।”
36 इस्राएल क यहोवा परमेस्सर क सदा स्तुति होत रहइ
जइसे कि सदा ही ओकर बड़कई होत रहत ह।
सबहिं लोगन कहेन, “आमीन!” उ पचे यहोवा क स्तुति कहेन।
37 तब दाऊद आसाप अउ ओकरे भाइयन क हुवाँ यहोवा क करार क सन्दूख क समन्वा छोड़ेस। दाऊद ओनका ओकरे समन्वा हर रोज सेवा करइ बरे छोड़ेस। 38 दाऊद आसाप अउर ओकरे भाइयन क संग सेवा करइ बरे ओबेद-एदोम अउर दूसर अड़सठ लेबीबंसियन क छोड़ेस। ओबेद-एदोम अउर होसा रच्छक रहेन। ओबेद-एदोम यदूतून क पूत रहा।
39 दाऊद याजक सादोक अउ दूसर याजकन क जउन गिबोन मँ ऊँची जगह पइ यहोवा क तम्बू क समन्वा ओकरे संग सेवा करत रहेन ओकर संग छड़ेस। 40 हर भिंसारे अउ साँझ सादोद अउ दूसर याजक होमबलि क वेदी पइ होमबलि चढ़ावत रहेन। उ पचे इ यहोवा व्यवस्था मँ लिखे गए ओन नेमन क पालन करइ बरे करत रहेन जेनका यहोवा इस्राएल क दिहे रहा। 41 हेमान अउ यदूतून अउ सबहिं दूसर लेवीबंसियन यहोवा क स्तुतिगान करइ बरे नाउँ लइके चुने गए रहेन, काहेकि “ओकर पिरेम सदा ही बना रहत ह।” 42 हेमान अउ यदूतून ओनके संग रहेन। ओनकर काम तुरही अउ मँजीरा बजाउब रहा। उ पचे दूसर संगीत बाजा बजावइ क काम भी करत रहेन, जब परमेस्सर क स्तुति क गीत गाए जात रहेन। यदूतून क पूतन दुआरन क रच्छा करत रहा।
43 उत्सव मनावइ क पाछे, सबहिं लोग चले गएन। हर एक मनई अपने-अपने घर चला गवा अउर दाऊद भी अपने परिवार क आसीर्बाद देइ बरे घर गवा।
बानी क संयम
3 मोर भाइयो तथा बहिनियो, तोहमाँ स बहुतन क सिच्छक बनइ क इच्छा न करइ चाही। तू जनतइ अहा कि हम सिच्छकन क अउर जियादा कड़ाइ क साथे निआव कीन्ह जाई।
2 काहेकि मइँ सब कइयउ बातन मँ चूक जाइत ह। सभन स बहुत स भूल होतइ रहत हीं। अगर केउ बोलइ मँ कउनउ चूक न करइ तउ उ एक सिद्ध मनई अहइ तउ फिन अउर उ पूरी देह प नियन्त्रण कइ सकत ह? 3 हम घोड़न क मुँह मँ एह बरे लगाम लगावत अही कि उ हमरे बस मँ रहइ। अउर एह तरह ओनके पूरे सरीर क हम बस मँ कई सकित ह। 4 अउर जल-यानन क बारे मँ भी इ बात सत्य अहइ। देखा, चाहे उ जहानन केतनउ बड़ा होत हीं अउर सक्तिसाली हवा क द्वारा चलावा जात हीं, परन्तु एक छोटी स पतवार स ओनका नाविक ओन्हे जहाँ कहूँ लइ जाइ चाहत ह। ओह प काबू पाइ क ओन्हे लइ जात ह। 5 इही तरह जीभ, जउन सरीर क एव्क छोटी स अंग अहइ, तबहुँ बड़ी बड़ी बात कहि डावइ क डींग मारत रहत ह।
अब तनिक सोचा एक जरा स लपट पूरा जंगल क जराइ सकत ह। 6 हाँ, जीभ: एक एक आग क साथ अहइ। इ बुराइ क एक पूरा संसार अहइ। इ जीभ हमरे सरीर क अंग मँ एक अइसेन अंग अहइ, जउन पूरा सरीर क नियन्त्रण मँ रखीके भ्रस्ट कइ डावइत ह अउर हमार पूरा जीवन चक्र मँ ही आग लगाइ देत ह। इ जीभ नरक क आग स धधकत रहत ह।
7 देखा, हर तरह क हिंसक पसु, पंछी, रेंगइवाला जीव जंतु अउर मछरी प्राणी मनई द्वारा बस मँ कीन्ह जाइ सकत ह अउर कीन्ह भी गवा अहइँ। 8 परन्तु जीभ क केउ भी मनई बस मँ नाहीं कइ सकत। इ घातक बिस स भरा एक अइसेन बुराइ अहइ जउन कभउँ चैन स नाहीं रहत। 9 हम इही जीभ स अपने पर्भू अउर परमेस्सर क स्तुति करत अही अउर इही जीभ स लोगन क जउन परमेस्सर क समानता मँ पैदा कीन्ह गवा अहइँ, मनइयन क कोसत अही। 10 एक्कइ मुँहे स स्तुति अउर अभिसाप दुन्नऊ निकरत हीं! मोर भाइयो तथा बहिनियो, अइसेन तउ न होइ चाही। 11 सोतन क एक्कइ मुहाने स भला का मीठ अउर खारा दुन्नऊ तरह क जल निकर सकत ह। 12 मोर भाइयो तथा बहिनियो, का अंजीर क पेड़े पे जइतून क लता प कभउँ अंजीर लगत ह? निस्चय ही नाहीं। अउर न तउ खारा स्रोत स कभउँ मीठ जल निकर पावत ह।
सच्चा विवेक
13 भला तोहमाँ, गियानी अउर समझदार कउन हयेन? जउन हयेन, ओका अपने करमन अपने अच्छे चाल चलन स उ नम्रता स प्रकट करम जउ गियान स उत्पन्न होत ह। 14 परन्तु अगर तू जउने लोगन क हिरदइ कड़वाहट, ईर्सा अउर सुवारथ भरा हुआ बा, तउन ओनके सामने अपने गियान क ढोल न पीटा। अइसेन कइके त तू सत्य प परदा डावत भए असत्य बोलत अहा। 15 अइसेन “गियान” तउ परमेस्सर स नाहीं, बल्कि उ त सांसारिक अहइ। आत्मिक नाहीं अहइ। अउर सइतान क अहइ। 16 काहेकि जहाँ ईर्सा अउर सुवारथ पूर्ण महत्वपूर्ण इच्छा रहत ह, उहाँ अव्यवस्था अउर भरम अउर हर तरह क खराब बात रहत हीं। 17 परन्तु परमेस्सर आवइवाला गियान सबसे पहिले तउ पवित्तर होत ह, फिन सान्तिपूर्ण, सहज-खुस करुना स भरा होत ह। अउर ओसे अच्छा करमन क फसल उपजत ह। उ पच्छपात रहित अउर सच्चा भी होत ह। 18 सान्ति क बरे काम करइवाले लोगन क भी धरमपूर्ण जीवन क फल मिली अगर ओका सान्तिपूर्ण तरीके मँ कीन्ह गवा अहइ।
एदोम दण्डित होइ
1 इ ओबद्याह क दर्सन अहइ। मोर सुआमी यहोवा एदोम क बारे मँ इ कहत ह:
हम यहोवा परमेस्सर स इ संदेस पाइ गए ह।
रास्ट्रन क एक ठु दूत पठवा गवा ह।
उ कहेस, “हम पचन क एदोम क खिलाफ लड़इ बरे चलइ द्या।”
यहोवा एदोम स कहत ह
2 “एदोम, मइँ तोहार सबन त नान्ह रास्ट्र बनाइ देब।
लोग तोहसे बहोत घिना करिहीं।
3 तू आपन घमण्ड क जरिये छला गवा अहा।
तू उँचकी पहाड़ियन क गुफन मँ रहत बाट्या।
तोहार घर पहाड़ियन मँ उँचाई प बाटइ।
तू आपन मने मँ कहत अहा,
‘मोका कउनो भी धूरी नाहीं चटाइ सकत।’”
एदोम नीच कीन्ह जाइ
4 परमेस्सर यहोवा इ कहत ह:
“जदपि तू उकाब क तरह ऊपर उड़ा,
अउर आपन घोसला तारन क बीच बनाइ ल्या,
तउ भी मइँ तोहका हुआँ स खाले उतारबउँ।
5 तू फुरइ बरबाद होइ जाब्या। देखा।
कउनो चोर तोहरे हिआँ आवत हीं।
जब, राति मँ डाकू आवत ही।
तउ उ पचे भी ओतना ही चोराइके या लूटिके लइ जात ही जेतँना लइ जाइ सकत ही।
तोहार बगियन मँ जब मजदूर अंगूर तोरइ आवत हीं
तउ अंगूर तोरइ क पाछे उ पचे कछू न कछू अंगूर छोड़िके जात हीं।
6 मुला हे एदोम।
तोहसे तोहार सब कछू छोर लीन्ह जाइ।
लोग तोहरे सबहिं खजानन क हेरि लेइहीं अउर हथियाइ लेइही।
7 उ सबइ लोग जउन तोहार मीत अहइँ,
तोहका देस स बाहेर जाइ का मजबूर करिहीं।
तोहार संग सान्ति स रहइवालन
तोहका धोखा देइही अउर तोहका हरइहीं।
उ सबइ लोग जउन तोहार रोटिन्क तोहार संग खावात ह
तोहार बरे फंदा डावइ क जोजना बनात ह।
‘तू ऍका नाहीं समुझ सकब्या।’”
8 यहोवा कहत ह: “ओह दिन,
मइँ सदोम क बुद्धिमान लोगन्क बरबाद करब
अउ मइँ एसाव पहाड़े स समुझदारी क नास करब।
9 तबहिं, हे तेमान, तोहार सक्तीसली लोग भयभीत होइहीं
अउर एसाव पहाड़े क हर मनई मारि जाब्या।
10 तू सरम स धँसि जाब्या,
अउर तू हमेसा बरे बरबाद होइ जाब्या।
काहेकि आपन भाई याकूब बरे तू पचे ऍतना क्रूर निकरया।
11 ओह समइ, तू इस्राएल क दुस्मन होइ गवा।
अजनबी याकूब क खजाना लइ गया।
बिदेसी लोग इस्राएल क नगर-दुआर मँ घुसेन।
उ बिदेसी लोग गोट डाइके इ निहचय किहेन कि उ पचे यरूसलेम क कउन स हींसा लेइही।
तउ उ समइ तू ओन लोगन क दुस्मनन क नाईं रह्या।
12 तू आपन भाई क बिपत काल मँ हँस्या,
तू इ नाही करइ चाही रह्या
तू पचे तबहिं खुस रह्या
जबहिं लोग यहूदा क बरबाद किहेन।
तू वइसा नाहीं करइ चाही रह्या।
ओनकर बिपत क समइ तू ओनकर खिल्ली ओड़ॉया।
13 तू मोरे लोगन्क नगर-दुआर मँ घुस्या
अउर ओनकर समस्यन पइ हँस्या।
अउर तोहका अइसा नाहीं करइ क चाही रहा।
तोहका ओकरे खजानन क दूसर दुस्मनन क नाईं नाहीं लेइ चाही रहा।
14 तोहका ओन लोगन्क चोराहे पइ नाहीं धइ चाही
जउन बचिके निकरत चाहत रहा
अउर तोहका ओका ओकरे दुस्मनन क वापिस नाहीं देइ चाही रहा।
15 सबहिं रास्ट्रन पइ हाली ही यहोवा क दिन आवत अहइ।
तू दूसर लोगन क संग बुरा किहा।
उ सबइ ही बुरइयन तोहार संग घटिहीं।
उ सबइ बुरइयन तू तोहार कपारे पइ उतरि अइही।
16 काहेकि तू दाखरस पीके मोरे पवित्तर पहाडे पइ खुसी मनाया।
वइसेन ही सबहिं जातियन लगातार मोरे सजा क पीइहीं
अउर ओका निगरि जइही
अउ ओनकर लोप होइ जाइ।
17 सिय्योन पहाड़ी पइ रहत रहा
जिअत बचा भवा लोग मोर खास लोग होब्या।
याकूब क रास्ट्र ओन चिजियन क वापस पाई
जउन ओकर रहिन।
18 याकूब क परिवार बरत आगी जइसा होई।
यूसुफ क रास्ट्र बरत लपटन जइसा बनि जाइ।
सिरिफ एसाव क रास्ट्र राखी क नाई होइ।
यहूदा क लोग
एदोमी लोगन क बरबाद करिहीं।
एसाव क रास्ट्रन मँ कउनो जिअत नाही रही।”
काहेकि परमेस्सर यहोवा अइसे कहेस।
19 तब नेगव क लोग एसाव पर्वते पइ रइही
अउर पर्वतन क तराइयन क लोग पलिस्ती प्रदेस क लइ लेइही।
परमेस्सर क उ सबइ लोग एप्रैम अउ सोमरोन क भुइँया पइ रइही।
गिलाद, बिन्यामीन क होइ।
20 इसाएल क लोग जउन आपन घर तजि देइ क मजबूर कीन्ह ग रहेन
कनान क भूइँया पइ सारपत तलक कब्जा करिहीं।
यरूसलेम क लोगन जउन कैद कीन्ह ग रहेन अउर सपाराद लई गए रहेन
उ पचे नेगेव सहर पइ कब्जा करिहीं।
21 बिजयी लोग सिय्योन पर्वते पइ होइही।
उ सबइ लोग एसाव पहाड़े क बसइयन पइ सासन करिही
अउर राज्ज यहोवा क होइ।
ईसू क पहिले चेलन
(मत्ती 4:18-22; मरकुस 1:16-20)
5 अइसा भवा कि भीड़ मँ मनइयन ईसू क चारिहुँ कइँती स घेरिके जब परमेस्सर क बचन सुनत रहेन अउर उ गन्नेसरत नाउँ क झिलिया क किनारे खड़ा रहा। 2 तबहिं उ झीले क किनारे दुइ नाउ देखेस। मछुआरा ओहमाँ स निकरिके आपन जाल साफ करत रहेन। 3 ईसू ओहमाँ स एक नाउ प जउन समौन क रही, चढ़ि गवा अउर उ नाउ क किनारे स हटावइ बरे कहेस। फिन उ नाउ प बइठि गवा अउर हुवँई नाउ प स मनइयन क भीड़े क उपदेस देइ लाग।
4 जब उ उपदेस देब बंद किहेस तउ उ समौन स कहेस, “गहिर पानी कइँती बढ़ा अउर मछरी धरइ क आपन जालि डावा।”
5 समौन कहेस, “स्वामी हम सारी राति बहोत मेहनत कीन्ह ह, मुला हमका कछू नाहीं मिला। तउ भी तू कहत बाट्या, यह बरे मइँ जालि नाइ देत हउँ।” 6 जब उ पचे जलिया डारि दिहन तउ ढेर मछरी धरी गइन। ओनकइ जालि जइसे फाटत रहिन। 7 तउ उ पचे दूसर नाउन मँ बइठन आपन साथी संगी क इसारा कइके मदद बरे बोलाएन। उ सबइ आइ गएन अउर उ सबइ दुइनउँ नाउन प ऍतनी ढेरि क मछरी लादि दिहन कि माना उ पचे बूड़इ लागेन।
8-9 जब समौन पतरस इ निहारेस तउ उ ईसू क गोड़वा मँ गिरिके बोला, “मोसे दूर रहा, काहेकि हे पर्भू मइँ एक पापी मनई हउँ।” उ इ एह बरे कहेस कि ऍतनी मछरी बटोर पावइ क कारण ओका अउर ओकॅरे सबहीं साथी क बहोत अचरज होत रहा। 10 जब्दी क बेटवा याकूब अउर यूहन्ना क भी, जउन समौन क साथी रहेन, इ तरह बहोत अचरज भवा।
तउ ईसू समौन स कहेस, “डेराअ जिन, काहेकि अबहिं स तू मनइयन क बटोरब्या।”
11 फिन उ पचे आपन नाउन क किनारे लइ आएन अउर सब कछू तजिके ईसू क पाछे होइ गएन।
कोढ़ी क सुद्ध कीन्ह जाब
(मत्ती 8:1-4; मरकुस 1:40-45)
12 तउ अइसा भवा कि जब ईसू एक नगर मँ रहा तबहीं हुवाँ कोढ़ स बिआपा एक ठु मनई रहा। उ जइसेन ईसू क निहारेस तउ दण्डवत प्रणाम कइके ओसे बिनती किहेस, “पर्भू, जदि तू चाहा तउ मोका चंगा कइ सकत ह।”
13 ऍह पइ ईसू आपन हाथ बढ़ाइके कोढ़ी क इ कहत भवा छुएस, “मइँ चाहत हउँ, चंगा होइ जा!” अउर फउरन ओकर कोढ़ जात रहा। 14 फिन ईसू ओका हुकुम दिहेस, “ऍकरे बारे मँ उ कउनो स कछू न कहइ। मुला याजक क लगे जा अउर अपने सुद्ध होइ बरे मूसा क हुकुम क मुताबिक भेंट चढ़ाइ द्या जइसे मनइयन क तोहरे चंगा होइ क प्रमाण मिलइ।”
15 मुला ईसू क बारे मँ खबर अउर जिआदा रफ्तार स संचरइ लाग। अउर मनइयन क झुंड क झुंड ऍकट्ठा होइके ओका सुनइ अउर आपन बेरामी स जरटुट होइ बरे ओकरे नगिचे आवत रहेन। 16 मुला ईसू अक्सर कहूँ एकान्त जंगल मँ चला जात रहा अउर उहाँ पराथना करत रहा।
लकवा क रोगी क चंगा करब
(मत्ती 9:1-8; मरकुस 2:1-12)
17 अइसा भवा कि एक दिना जब उ उपदेस देत रहा तउ हुवाँ फरीसियन अउर धरम सास्तिरियन भी बइठा रहेन। उ सबइ गलील अउर यहूदिया क हर सहर अउर यरूसलेम स आए रहेन। मनइयन क चंगा करइ क पर्भू क सक्ती ओकरे साथे रही। 18 तबहीं कछू मनई खटिया प लकवा क एक बेरमिया क ओकरे लगे लइ आएन। उ पचे ओका भितरे लइ आइके ईसू क समन्वा धरइ क जतन करत रहेन। 19 मुला भीड़ क कारण भीतर जाइके रस्ता न मिल पावइ स उ सबइ छत प चढ़ि गएन अउर उ पचे ओका बिछउना क साथ छत क बीचोबीचे स खपरैल टारिके भोर के बीच मँ ईसू क समन्वा उतार दिहन। 20 ओनके बिसवास क लकत भवा ईसू कहेस, “अरे तोहार, पाप छमा होइ गएन।”
21 तब धरम सास्तिरियन अउर फरीसियन आपन मँ सोचइ लागेन, “इ कउन बा जउन परमेस्सर बरे अइसे बेज्जती स बोलत ह? परमेस्सर क तजिके दूसर कउन अहइ जउन पाप छमा कइ सकत ह?”
22 मुला ईसू ओनकइ सोचब बिचारब क ताड़ लिहस। फिन जवाबे मँ उ ओनसे कहेस, “तू पचे आपन मने मँ अइसा काहे सोचत अहा? 23-24 जिआदा असान क बाटइ? इ कहब, ‘तोहार पाप छमा हुआ’ या इ कहब, ‘उठा अउर चला’? मुला एह बरे कि तू जान ल्या कि मनई क पूत क धरती प छमा करइ क हक अहइ।” उ लकवा क बेरमिआ स कहेस, “मइँ तोहसे कहत हउँ खड़ा ह्वा! आपन बिछउना उठावा अउर घरे जा।”
25 तउ उ तुरंतहि खड़ा भवा अउर ओनके लखत लखत जउने बिछउना प उ ओलरा रहा, ओका उठाइके परमेस्सर क स्तुति करत भवा आपन घर चला गवा। 26 उ पचे जउन हुवाँ रहेन सब चकित होइके परमेस्सर क बड़कई करइ लागेन। उ पचे स्रद्धा अउर अचरज स भरि गएन अउर बोलेन, “आजु हम पचे कछू अजूवा निहारा ह!”
लेवी क ईसू क बोलॉवा
(मत्ती 9:9-13; मरकुस 2:13-17)
27 एकरे पाछे ईसू चला गवा। तबहीं उ चुंगी क चौकी पइ बइठा लेवी नाउँ क चुंगी उगहिया क लखेस। उ ओसे कहेस, “मोरे पाछे चला आवा!” 28 तउ उ खड़ा भवा अउर सब कछू तजिके ओकरे पाछे होइ गएन।
29 फिन लेवी आपन घरे प ईसू क मान बरे एक ठु स्वागत जेवनार दिहस। हुवाँ चुंगी क उगहिया अउर दूसर मनइयन क बड़का जमघट मिलिके ओकरे संग जेवंत रहा। 30 तब फरीसियन अउर धरम सास्तिरियन लोग ओकरे चेलन स इ कहत भए सिकाइत किहन, “तू चुंगी उगहिया अउर पापी मनइयन क संग काहे खात पिअत ह?”
31 जवाबे मँ ईसू ओनसे कहेस, “हिट्ठ पुट्ठ क नाहीं, मुला बेरमियन क वैद्य (डाक्टर) क जरूरत होत ह। 32 मइ मनफिराव बरे धर्मी लोगन क नाहीं मुला पापी मनइयन क बोलावइ आवा हउँ।”
उपास प ईसू क मत
(मत्ती 9:14-17; मरकुस 2:18-22)
33 उ पचे ईसू स कहेन, “यूहन्ना क चेलन अक्सर उपास राखत हीं अउर पराथना करत हीं। अउर अइसा ही फरीसियन क मनवइयन भी करत हीं मुला तोहार मनवइयन तउ खात पिअत रहत हीं।”
34 ईसू ओनसे पूछेस, “का दुल्हा क संग मेहमान जब तलक दुल्हा क लगे रहत हीं, उपास करत हीं? 35 मुला उ सबइ दिनन अबहिं जबहिं दुल्हा ओनसे छीन लीन्ह जइहीं। फिन उ दिनन मँ उ पचे उपास करिहीं।”
36 उ ओनसे एक दिस्टान्त कथा अउर कहेस, “कउनो भी नवा पोसाके स टुकड़ा फाड़िके ओका पुरान पोसाके प नाहीं लगावत अउर जदि कउनो अइसा करत ह तउ ओकर नवा पोसाक तउ फाटि जाई, ओकरे संग उ नवा पइबंद भी पुरान क साथ मेल न खाई। 37 कउनो भी पुरान मसकन मँ नई दाखरस नाहीं भरत अउर जदि भरि देत ह तउ नई दाखरस पुरान मसकन क फोरि देई, उ फैलि जाई अउर मसकन क फोरि देई। 38 मनई हमेसा नई दाखरस नई मसकन मँ ही धरत ह। 39 पुरान दाखरस पीके कउनो भी नई का नाहीं चाहत काहेकि उ कहत ह, ‘पुरान उत्तिम अहइ।’”
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