M’Cheyne Bible Reading Plan
इस्साकार क सन्तान
7 इस्साकार क चार पूत रहेन। ओनकर नाउँ तोला, पूआ, यासूब, अउ सिम्रोन रहेन।
2 तोला क पूत उज्जी, रपयाह, यरीएल, यहमै, यिबसाम अउर समूएल रहेन। उ पचे सबहिं अपने परिवारन क प्रमुख रहेन। उ पचे मनसेधू अउ ओनकर सन्तान जोधा रहेन। ओनकर परिवार बाढ़त रहेन अउ जब दाऊद राजा भवा, तब हुवाँ बाईस हजार छ: सौ मनई जुद्ध बरे तइयार रहेन।
3 उज्जी क पूत यिज़ह्याह रहा। यिज़ह्याह क पूत मीकाएल, ओबद्याह, योएल, यिस्सिय्याह, रहेन। उ पचे सबहिं पाँचहु अपने परिवारन क प्रमुख रहेन। 4 ओनके परिवार क इतिहास इ बतावत ह कि ओनके लगे छत्तीस हजार जोधा जुद्ध क बरे तइयार रहेन। ओनकर बड़ा परिवार रहा। काहेकि ओनकर बहोत स मेहरारुअन अउ बच्चन रहेन।
5 परिवार इतिहास इ बतावत ह कि इस्सकार क सबहिं परिवार समूहन मँ सत्तासी हजार सक्तीसाली फउजी रहेन।
बिन्यामीन क सन्तान
6 बिन्यामीन क तीन पूत रहेन। ओनकर नाउँ बेला, बेकेर अउ यदीएल रहेन।
7 बेला क पाँच पूत रहेन। ओनकर नाउँ एसबोन, उज्जी, उज्जीएल, यरीमोत, अउ इरी रहेन। उ पचे अपने परिवारन क प्रमुखन रहेन। ओनकर परिवार इतिहास बतावत ह कि ओनके लगे बाईस हजार चौंतीस फउजी रहेन।
8 बेकेर क पूत जमीरा, योआस, एतीएजेर, एल्योएनै, ओम्री, यरेमोत, अबिय्याह, अनातोत अउ आलेमेत रहेन। उ पचे सबहिं बेकेर क बच्चा रहेन। 9 ओनकर परिवार इतिहास बतावत ह कि परिवार प्रमुख कउन रहेन अउर ओनकर परिवार इतिहास इ भी कहत ह ओनकर बीस हजार दुइ सौ फउजी रहेन।
10 यदीएल क पूत बिल्हान रहा। बिल्लन क पूत यूस, बिन्यामीन, एहद, कनान, जेतान, तर्सीस अउ अहीसहर रहेन। 11 यदीएल क सबहिं पूत अपने परिवार क प्रमुख रहेन। ओनकर सतरह हजार दुइ सौ फउजी जुद्ध बरे तइयार रहेन।
12 सुप्पीम अउ हुप्पीम ईर सन्तान रहेन। हूसी अहेर क पूत रहा।
नप्ताली क सन्तान
13 नप्ताली क पूत एसीएल, गूनी, येसेर अउ सल्लूम रहेन।
अउर इ सबइ बिल्हा क सन्तान रहेन।
मनस्से क सन्तान
14 इ सबइ मनस्से क सन्तान अहइँ। मनस्से क उसीएल नाउँ क पूत रहा। जउन ओकर अरामी रखैल स रहा। ओनकर माकीर भी रहा। माकीर गिलाद क बाप रहा। 15 माकीर हुप्पीम अउर सुप्पीम लोगन क एक मेहरारु स बियाह किहस। माका क दूसर मेहरारु क नाउँ सलोफाद रहा। सलोफाद क सिरिफ बिटियन रहिन। माकीर क बहिन क नाउँ भी माका रहा। 16 माकीर क मेहरारु माका क एक पूत भवा। माका अपने पूत क नाउँ पेरेस धरेस। पेरेस क भाई क नाउँ सेरेस रहा। सेरेस क पूत ऊलाम अउ राकेम रहेन।
17 ऊलाम क पूत बदान रहा।
इ सबइ गिलाद क सन्तान रहेन। गिलाद माकीर क पूत रहा। माकीर मनस्से क पूत रहा। 18 माकीर क बहिन हम्मोलेकेत क पूत ईसहोद, अबीएजेर, अउर महला रहेन।
19 समीदा क पूत अहयान, सेकेम लिखी अउर अनीआम रहेन।
एप्रैम क सन्तान
20 एप्रैम क सन्तानन क इ सबइ नाउँ रहेन। एप्रैम क पूत सूतेलह रहा। सूतेलह क पूत बेरेद रहा। बेरेद क पूत तहत रहा। तहत क पूत एलाद रहा। 21 एलाद क पूत तहत रहा। तहत क पूत जाबाद रहा। जाबाद क पूत सूतेलह रहा।
कछू मनइयन जउन गत नगर मँ बड़े भए रहेन, येजेर अउ एलाद क मार डाएन। इ एह बरे भवा कि येजेर अउ एलाद ओन लोगन क गइयन अउ भेड़िन चोरावइ गत गए रहेन। 22 एप्रैम एजेर अउ एलाद क बाप रहा। उ कइउ दिनन तलक रोवत रहा। काहेकि येजेर अउर एलाद मर गए रहेन। एप्रैम क परिवार ओका सांत्वना देइ आवा। 23 तब एप्रैम अपनी मेहरारु क संग तने क सम्बंध किहस। एप्रैम क मेहरारु गर्भवती भइ अउ उ एक पूत क जन्म दिहस। एप्रैम अपने नवे पूत क नाउँ बरीआ धरेस काहेकि ओकरे परिवार क संग कछू बुरा भवा रहा। 24 एप्रैम क बिटिया सेरा रही। सेरा नीच बेथोरान अउ ऊँच बेथोरान अउर नीच उज्जेनसेरा अउ ऊँच उज्जेनसेरा बसाएस।
25 रेपा एप्रैम क पूत रहा। रेसेप रेपा क पूत रहा। तेलह रेसेप क पूत रहा। तहन तेलह क पूत रहा। 26 लादान तहन क पूत रहा अम्मीहूद लादान क पूत रहा। एलीसाम अम्मीहूद क पूत रहा। 27 नून एलीसामा क पूत रहा। यहोसू नून क पूत रहा।
28 इ सबइ उ नगर अउ प्रदेस अहइँ जहाँ एप्रैम क सन्तान रहत रहेन। बेतेल अउ एकरे नगिचे क गाँव पूरब मँ नारान, गेजेर अउ पच्छिम मँ एकरे निअरे क गावँ, अउ सेकम अउ अज्जा क रास्ते तलक क निअरवाले गांँव। 29 मनस्से क भुइँया क चउहद्दी पइ बेतसान, मगिदो अउ दोर नगर अउर ओनका नजिक सक सबहिं गाँव रहेन। इस्राएल क पूत यूसुफ क सन्तान एन नगरन मँ रहत रहिन।
आसेर क सन्तान
30 आसेर क पूत यिम्ना, यिस्वा, यिस्वी अउ बरीआ रहेन। ओनकर बहिन क नाउँ सरेह रहा।
31 बरीआ क पूत हेबरे अउ मलकीएल रहेन। मलकीएल बिर्जोत क बाप रहा।
32 हेबेर यपलेत, सोमेर होताम अउर ओनकर बहिन सू्आ क बाप रहा।
33 यपलेत क पूत पासक, बिम्हाल अउ अस्नात रहेन। इ सबइ यपलेत क बच्चन रहेन।
34 सेमरे क पूत अही, रोहगा, यहुब्बा अउ अराम रहेन।
35 सेमेर क भाई क नाउँ हेलेम रहा। हेलेम क पूत सो पह, यिम्ना, सेलेस अउ आमाल रहेन।
36 सोपह क पूत सूह, हर्नेपे, सूआल, बेरी, इम्रा, 37 बेसेर, होद, सम्मा, सिलसा, यित्रान अउ बेरा रहेन।
38 येतेर क पूत यपुन्ने, पिस्पा अउ अरा रहेन।
39 उल्ला क पूत आरह, हन्नीएल, अउ रिस्चा रहेन।
40 इ सबइ मनई आसेर क सन्तान रहिन। उ पचे अपने परिवारन क प्रमुख रहेन। उ पचे उत्तिम पुरुख रहेन। उ पचे योद्धा अउ महान प्रमुख रहेन। ओनके परिवारे क इतिहास बतावत ह कि छब्बीस हजार फउजी जुद्ध बरे तइयार रहेन।
राजा साऊल क परिवार इतिहास
8 बिन्यामीन बेला क बाप रहा। बेला बिन्यामीन क पहिला पूत रहा। अबेल बिन्यामीन क दूसर पूत रहा। अहरह बिन्यामीन क तीसर पूत रहा। 2 नोहा बिन्यामीन क चउथा पूत रहा अउर रापा बिन्यामीन क पाँचवाँ पूत रहा।
3 बेला क पूत अद्दार, गेरा, अबीहूद, 4 अबीसू, नामान, अहोह, 5 गेरा, सपूपान अउ हूराम रहेन।
6 एहूद क सन्तान इ सबइ रहेन। इ सबइ गेबा मँ अपने परिवारन क प्रमुख रहेन। उ पचे आपन घर तजइ अउर मानहत मँ रहइ क मजबूर कीन्ह गए रहेन। 7 एहूद क सन्तान नामान, अहिय्याह, अउर गेरा रहेन। गेरा ओनका घर तजइ क मजबूर किहस। गेरा उज्जा अउ अहीलूद क बाप रहा।
8 सहरैम आपन पत्नियन हसीम अउ बारा क मोआब मँ तलाक दिहस। इ करइ क पाछे, ओकर कछू दूसर गदेलन दूसर पत्नी स पइदा भएन। 9-10 सहर्रेम क योआब, सिब्या, मेसा, मल्काम, यूस, सोक्या, अउर मिर्मा ओकर मेहरारु होदेस स भएन। उ पचे अपने परिवारन क प्रमुख रहेन। 11 सहरेर्म अउर हसीम क दुइ पूत अबीतूब अउ एल्पाल रहेन।
12-13 एल्पाल क पूत एबेर, मिसाम, सेमेद, बरीआ अउ सेमा रहेन। सेमेद ओनो अउ लोद नगर अउ लोद क चारिहुँ कइँती नान्ह नगर बनाएस। बरीआ अउ सेमा अय्यालोन मँ रहइवाले परिवारन क प्रमुख रहेन। ओन पूतन गत मँ रहइवालन क ओका तजइ क मजबूर किहन।
14 बरीआ क पूत सासक अउर यरमोत, 15 जबद्याह, अराद, एदेर, 16 मीकाएल, यिस्पा अउ योहा रहेन। 17 एल्पाल क पूत जबद्याह, मुसुल्लाम, हिजकी, हेबर, 18 यिसमरै, थिजलीआ अउ योबाब रहेन।
19 सिमी क पूत याकीम, जिवी, जब्दी, 20 एलीएनै, सिल्लतै, एलीएल, 21 अदायाह, बरायाह अउ सिम्रात रहेन।
22 सासक क पूत यिसपान, यबेर, एलीएल, 23 अब्दोन जिक्री, हानान, 24 हनन्याह, एलाम, अन्तोतिय्याह, 25 यिपदयाह, अउर पनूएल रहेन।
26 यरोहाम क पूत समसैरे, सहर्याह, अतल्याह, 27 योरेस्याह, एलिय्याह, अउर जिवी रहेन।
28 इ सबइ सबहिं मनई अपने परिवारन क प्रमुख रहेन। उ पचे अपने परिवार क इतिहास मँ प्रमुख क रूप मँ अंकित रहेन। उ पचे यरूसलेम मँ रहत रहेन।
29 येयील गिबोन क बाप रहा। उ गिबोन नगर मं रहत रहा। ययील क मेहरारु क नाउँ माका रहा। 30 योयील क सबस बड़का पूत अब्दोन रहा। दूसर पूत सूर, कीस, बाल, नेर, नादाब, 31 गदोर, अह्यो, जेकेर अउर मिकोत रहेन, 32 मिकोत सिमा क बाप रहा। इ सबइ पूत भी यरूसलेम मँ अपने सम्बन्धियन क नगिचे रहत रहेन।
33 नेर, कीस, क बाप रहा कीस साऊल क बाप रहा। अउर साऊल योनातान, मल्कीसू, अबीनादाब अउर एसबाल क बाप रहा।
34 योनातान क पूत मरीब्बाल रहा। मरीब्बाल मीका क बाप रहा।
35 मीका क पूत पीतोन, मेलेक, तारे अउ आहाज रहेन।
36 आहाज यहोअद्दा क बाप रहा। यहोअद्दा आलेमेत, अजमावेत अउ जिम्री क बाप रहा। जिम्री मोसा क बाप रहा। 37 मोसा बिना क बाप रहा। रापा बिना क पूत रहा। एलासा रापा क पूत रहा अउर आसेल एलासा क पूत रहा।
38 आसेल क छ: पूत रहेन। ओनकर नाउँ अज्रीकाम, बोकरु, यिस्माएल, सार्याह, ओबद्याह अउर हानान रहेन। इ सबइ सबहिं पूत आसेल क सन्तान रहेन।
39 आसेल क भाई एसेक रहा। एसेक क कछू पूत रहेन। एसेक क इ सबइ पूत रहेन: ऊलाम एसेक क सब स बड़का पूत रहा। यूसा एसेक क दूसर पूत रहा। एलीपेलेत एसेक क तीसर पूत रहा। 40 ऊलाम क पूत बलवान जोधा अउर धनुस-बाण क प्रयोग मँ वुसल रहेन। ओनकर बहोत स पूत अउ पोता रहेन। सब मिलाइके डेढ़ सौ पूत अउ पोता रहेन। सब मिलाइके डेढ़ सौ पूत अउ पोता रहेन।
इ सबइ सबहिं मनई बिन्यामीन क सन्तान रहिन।
बिसवास क महिमा
11 बिसवास क मतलब बा, जेकर हम आसा करित ह, ओकरे बरे सुनिस्चित होब। अउर बिसवास क मतलब बा कि हम चाहे कउनो चीज क देखत न अही मुला ओकरे अस्तित्व क बारे मँ सुनिस्चित होब कि उ बा। 2 इही कारण पुरानन क परमेस्सर क आदर मिला भआ रहा।
3 बिसवास क आधार पर ही हम इ जानित ह कि परमेस्सर क आदेस स जगत क रचना भइ रही। इही बरे जउन दृस्य बा, उ दृस्य स नाहीं बना बा।
4 हाबिल तउ बिसवास क कारण ही परमेस्सर क कैन स अच्छी बलि चढ़ाए रहा। बिसवास क कारण ही ओका एक धर्मी मनई क रूप मँ तब सम्मान मिला रहा जब परमेस्सर त ओकरी भेंटन क प्रसंसा किहे रहा। अउर बिसवास क कारण उ आजऊ बोल थीं जद्यपि उ मरी चुका अहइ।
5 बिसवास क कारण ही हनोक क एह जीवन स उप्पर उठाइ लिहा गवा रहा ताकि ओका मउत क अनुभव न होइ। परमेस्सर तउ काहेकि ओका दूर हटाइ दिहे रहा इही बरे उ पावा नाहीं गवा। काहेकि ओका उठावा जाइ स पहिले परमेस्सर क प्रसन्न करइवाले क रूप मँ ओका सम्मान मिल चुका रहा। 6 बिसवास के बिना परमेस्सर क खुस करब असम्मभव रहा। काहेकि हरएक उ जउन ओकरे लगे आवत ह, ओकरे बरे इ जरूरी बा कि उ एह बात क बिसवास करइ कि परमेस्सर क अस्तित्व बा अउर उ जउन ओका सच्चाई क साथ खोजत ह, उ ओन्हे ओकर प्रतिफल देत ह।
7 बिसवास क कारण ही नूह क जब ओन्हन बातन क चेतावनी दीन्ह गइ जउन उ देखे तक नाहीं रहा तउ उ पवित्तर भय स भरा आपन परिवार क बचावइ क बरे एक नाव क निर्माण किहे रहा। अपने बिसवासे स ही उ एह संसार क दोसपूर्ण मानेस अउर ओह धार्मिकता क उतराधिकारी बना जउन बिसवास स आवत ह।
8 बिसवास क कारण ही, जब इब्राहीम क अइसेन स्थान प जाइके बरे बोलावा गवा रहा, जेका बाद मँ उतराधिकार क रुप मँ ओका पावइ क रहा, जदि उ इ जानत तक नाहीं रहा कि उ कहाँ जात बा, फिन भी उ आज्ञा मानेस अउर उ चला गवा। 9 बिसवास क कारण ही जउने धरती क देइ क ओका बचन दीन्ह गवा रहा, ओह प उ एका अनाजान परदेसी क समान आपन घरे बनाइके निवास किहेस। उ तम्बुवन मँ वइसेन रहा जइसेन इसहाक अउर याकूब रहत रहेन जउन ओकरे संग परमेस्सर क ओह प्रतिज्ञा क उतराधिकारी रहेन। 10 उ मजबूत आधारवाली उ नगरी क बाट जोहत रहा जेकर सिल्पी अउर निर्माण कर्ता परमेस्सर अहइ।
11 बिसवास क कारण ही, इब्राहीम जउन बूढ़ा होइ चुका रहा अउर सारा जउन खुद बाँझ रही, जे बचन दिहे रहा, ओका बिसवासनीय समझिके गर्भवती भइ अउर इब्राहीम क बाप बनाइ दिहेस। 12 अउर एह तरह इ एक्कइ मनई स जउन मरियल स रहा, अकास क तारन जेतनी असंख्य अउर सागर-तट क रेत-कणन जेतनी अनगिनत संतान भइन।
13 बिसवास क अपने मन मँ लिए भए इ लोग मरि गएन। जिन चीजन क प्रतिज्ञा दीन्ह गइ रही, उ ओ चीजन क नाहीं पाएन। उ पचे बस ओनका दुर स ही देखेन अउर ओनकर स्वागत किहेन अउर उ इ मानि लिहेन कि ओ पचे इ धरती प परदेसी अउर अनजान अहइँ। 14 उ लोग जउन अइसेन बात कहत हीं, उ इ देखावत हीं कि उ पचे एक अइसेन देस क खोज मँ अहइँ जउन ओनकर आपन अहइ। 15 अगर उ पचे ओह देस क बारे मँ सोचतेन जेका उ छोड़ि चुका अहइँ तउ ओनके फिन स लउटइ क अवसर रहत। 16 मुला ओन्हे तउ सरगे क एक अच्छा प्रदेस क उत्कट अभिलासा बा। इही बरे परमेस्सर क ओनकर परमेस्सर कहवावइ मँ संकोच नाहीं होत काहेकि उ तउ ओनके बरे एक नगर तइयार कइ रखे अहइ।
17-18 बिसवास क कारण ही इब्राहीम तउ, जब परमेस्सर ओकर परीच्छा लेत रहा, इसहाक क बलिदान चढ़ाएस। उहइ जेका प्रतिज्ञा मिली भइ रही, अपने एक मात्र बेटवा क जब बलिदान देई बाला रहा। तउ जद्यपि परमस्सर त ओसे कहे रहा, “इसहाक क द्वारा ही तोहरा वंस बाढ़ी।” 19 मुला इब्राहीम तउ सोचेस क परमेस्सर मरे भएन क भी जियाइ सकत ह अउर अगर अलंकारित भाखा मँ कहा जाइ तउ उ इसहाक क मउत स फिन वापस पाइ लिहेस।
20 बिसवास क कारण ही इसहाक तउ याकूब अउर एसाब क ओनके भविस्स क बारे मँ आसीर्बाद दिहेस। 21 बिसवास क कारण ही याकूब तउ जब उ मरत रहा।
22 यूसुफ जब ओकर अंत निकट रहा हर बेटवा क आसीर्बाद दिहेस अउर लाठी क उपर सिरे झुकि के सहरा लेत परमेस्सर क आराधना किहेस।
23 बिसवास क अधार पर ही, मूसा क महतारी-बाप तउ, मूसा क जनम क बाद ओनका तीन महिना तक छुपाये रखेन काहेकि ओ देखि लिहे रहेन कि उ कउनो सामान्य बालक नाहीं रहा अउर उ राजा क आज्ञा स नाहीं डरेन।
24-25 बिसवास स ही, मूसा जब बड़ा भवा तउ फिरौन क बिटिया क बेटवा कहवावइ स इन्कार कइ दिहेस। उ पाप क छणिक सुक भोगन क अपेच्छा परमेस्सर क लोगन क साथे दुर्व्यवहार झेलबइ ही चुनेस। 26 उ मसीह क बरे अपमान झेलइ क मिस्र क धन भंडारन क अपेच्छा जियादा मूल्यवान मानेस काहेकि उ आपन प्रतिफल पावइ क बाट जोहत रहा।
27 बिसवास क कारण ही, राजा क क्रोध स न डरत भए उ मिस्र क परित्याग कइ दिहेस। उ डटा रहा, मान ओका अदृस्य परमेस्सर देखात अहइ। 28 बिसवास स ही, उ फसह क त्यौहार अउर लहू छिड़कइ क पालन किहेस, ताकि पहिलौठा क बिनास करइवाला इस्राएल क पहिलौठा क छू तक न पावइ।
29 बिसवास क कारण ही, लोग लाल-सागर स अइसेन पार होइ गएन जइसेन उ कउनो सूखी जमीन होइ। मुला जब मिस्र क लोगन अइसेन करइ चाहेन तउ उ पचे डूबि गएन।
30 बिसवास क कारण ही, यहीहो क नगर-परकोट लोगन क सात दिन तलक ओकरे चारिहुँ कइँती परिक्रमा कइ लेइके बाद ढह गवा।
31 बिसवास क कारण ही, राहाब नाउँ क बेस्या आज्ञा क उल्लंघन करइवालन क साथे नाहीं मारी गइ रही काहेकि उ गुप्तचरन क स्वागत सत्कार किहे रही।
32 अब मइँ अउर जियादा का कही। गिदोन, बाराक, सिमसोन, यिफतह, दाऊद, समूएल अउर ओन्हन नबियन क चर्चा करइ क मोरे लगे समइ नाहीं बाटइ। 33 जे बिसवास स, राज्यन क जीत लिहेस, निआवपूर्ण काम किहेस अउर परमेस्सर जउन देइ क बचन दिहे रहा, ओका पाएस। जे सिंहन क मुँह बन्द कइ दिहेस, 34 लपलपात लपटन क क्रोध क सान्त किहेस अउर तलवार क धार स बच निकलेन, जेकरे कमजोरी इ सकित मँ बदल गइ, अउर युद्ध मँ जउन सक्तिसाली बनेन अउर जे बिदेसी सेनन क छिन्न-भिन्न कइ डाएन।
35 स्त्रियन तउ अपने मरन हुवन क फिन स जिन्दा पाएन। बहुतन क सतावा गवा, मुला उ छुटकारा पावइ स मना कइ दिहेन ताकि ओनका एक अउर अच्छा जीवन मँ पुनरूत्थान मिलि सकइ। 36 कछू क उपहासन अउर कोड़न क सामना करइ पड़ा जबकि कछू क जंजीरन स जकड़िके बन्दी घरे मँ डालि दीन्ह गवा। 37 कछू पइ पथराऊ कीन्ह गवा। ओनका आरा स चीरके दुइ फाँक कइ दीन्ह गवा, ओनका तलवार स मउत क घाट उतारि दीन्ह गवा। उ पचे गरीब रहेन, ओनका जातना दीन्ही गइ अउर ओनके साथे बुरा व्यवहार कीन्ह गवा! उ पचे भेड़ बकरियन क खाल ओढ़े रहेन अउर एहर ओहर भटकत रहेन। 38 इ संसार ओनके योग्य नाहीं रहा। उ पचे रेगिस्तानन अउर पहाड़न मँ घूमत रहेन अउर सबइ गुफा अउर धरती मँ बने भए बिलन मँ छुपत-छुपावत फिरेन।
39 अपने बिसवासे क कारण ही इ लोग सब स सराहा गएन। फिन भी परमेस्सर क जेकर महान बचन ओनका दीन्ह गवा रहा, ओका एनमाँ स कउनो नाहीं पाइ सका। 40 परमेस्सर क लगे आपन योजना क अनुसार हमरे बरे कूछ अउर जियादा अच्छा रहा जइसेन ओनहूँ बस हमरे साथे ही पूरा सिद्ध कीन्ह जाइ।
इस्राएल बरे सोक संदेसा
5 इस्राएल क लोगो, इ सँदेसा क सुना, इ सोक सँदेसा तोहेर पचन्क बारे मँ अहइ।
2 इस्राएल क कुँवारी गिर गइ अहइ।
उ अब कबहुँ नाहीं उठी।
उ धूरि मँ पड़ी अकेल्ली तजि दीन्ह ग अहइ।
ओका उठावइवाला कउनो मनई नाहीं अहइ।
3 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह:
“हजार फउजियन क संग सहर स जाइवाले अफसर
सिरिफ सउ फउजियन क संग लउटिहीं।
सउ फउजियन क संग सहर तजइवाले अफसर सिरिफ
दस फउजियन क संग लउटिहीं।”
यहोवा इस्राएल क अपने लगे लउटइ बरे बढ़ावा देत ह
4 यहोवा इस्राएल क घराने स इ कहत ह:
“मोर खोज करत आवा अउ जिअत रहा।
5 मुला बेतेल मँ न खोजा।
गिल्गाल जिन जा।
सीमा क पार न करा अउर बेर्सेबा न जा।
गिल्गाल क लोग बन्दी क रूप मँ लइ जावा जइहीं
अउर बेतेल नस्ट कीन्ह जाइ।
6 यहोवा क लगे जा अउर जिअत रहा।
अगर तू पचे यहोवा हिआँ नाहीं जाब्या, तउ यूसुफ क घरे मँ आगी लगी।
आगी यूसुफ क परिवारे क नस्ट करी अउर बेतेल मँ कउनो भी रोक नाहीं पाई।
7-9 तू पचन्क मदद बरे यहोवा क लगे जाइ चाही।
इ उहइ अहइ जउन कचपचिया अउ मृगसिरा क बनाएस।
उ अँधियारा क भिंसोर प्रकास मँ बदल दत ह।
उ दिन क अँधेरी रात मँ बदल देत ह।
उ समुद्दर द जल क उठाइके ओका पृथ्वी पइ बरसावत ह।
ओकर नाउँ यहोवा अहइ
उ सक्तीवाले सहरन क
मजबूत किलन क ढहाइ देत ह।”
इस्राएलियन क जरिये कीन्ह गए बुरे करम
लोगो, तू पचन्क बरे इ बहोतइ बुरा होइ।
तू पचे अच्छाई क कड़ुवाहट मँ बदल दिहा।
तू पचे अच्छाई क मार डाया अउर एका धूरि मँ मिलाइ दिहा।
10 नबी समाज क ठउरन पइ जात हीं अउर ओन बुरे करमन क खिलाफ बोलत हीं जेनका लोग करत रहत हीं।
मुला लोग ओन नबियन स घिना करत हीं।
नबी फुरइ कहत हीं, मुला लोग ओन नबियन स घिना करत हीं।
11 तू पचे गरीबन स गैर मुनासिब कर वसूलत अहा।
तू पचे ओनसे ढेर क गोहूँ लेत ह
अउ इ धने क उपयोग तू पचे तरासे भए पाथरन स सुन्नर महल बनावइ मँ करत अहा।
मुला तू पचे ओन महलन मँ नाहीं रहब्या।
तू पचे अंगूरन क बेलन क सुन्नर खेत बनावत अहा।
मुला तू पचे ओनसे पाई दाखरस क नाहीं पीब्या।
12 कहेकि मइँ तू पचन्क अनेक पापन्क जानत हउँ।
तू पचे, फुरइ ही, कछू बुरे करम किह्या ह।
तू पचे मुनासिब काम करइवालन क चोट पहोंचाया।
तू पचे घूस क रूप मँ धन लिहा।
गरीब लोगन क संग अनेक मुकदमन मँ तू पचे निआव नाहीं किह्या।
13 उ समइ बुद्धिमान चुप रइहीं।
काहे काहेकि इ बुरा समइ अहइ।
14 तू पचे कहत अहा कि परमेस्सर मोरे संग अहइ।
एह बरे नीक करम करा, बुरा नाहीं।
तब तू पचे जिअन रहब्या
अउ सर्वसक्तीमान परमेस्सर यहोवा फुरइ ही तोहेर सबन्क संग होइ।
15 बुराई स घिन करा।
अच्छाई स पिरेम करा।
कचहरी मँ निआव वापस लिआवा
अउ तब संभव अहइ कि सर्वसक्तीमान परमेस्सर यहोवा
यूसुफ परिवारे क बचे भए लोगन पइ दयालु होइ।
बड़के सोक क समइ आवत अहइ
16 इहइ कारण अहइ कि मोर सुआमी सर्वसक्तीमान परमेस्सर इ कहत अहइ,
“लोग सबहिं समाज क ठहरन मँ रोइहीं,
लोग सड़कियन पइ रोइहीं।
लोग पेसेवर रोवइवालन क भाड़ा पइ रखिहीं।
17 लोग अंगूरे क सबहिं खेतन मँ रोइहीं।
काहेकि मइँ हुआँ स निकरब अउर तू पचन्क सजा देबउँ।”
यहोवा इ सब कहेस ह।
18 तू पचन मँ स कछू यहोवा क
निआव क खास दिन क लखइ चाहत हीं।
तू पचे उ दिन क काहे लखइ चाहत अहा?
यहोवा क खास दिन तोहरे पचन्क बरे अँधियारा लिआई उजियारा नाहीं।
19 तू पचे कउनो सेरे क समन्वा स बचिके पराइ निकरइवाले अइसे मनई क नाईं होब्या
जेह पइ भागत समइ रीछ हमला कइ देत ह
अउर फुन जब उ रीछ स भी बचिके निकरिके कउनो घरे मँ जाइ घुसत ह
तउ हुआँ देवारे पइ हथवा धरत ही,
साँप डसि लेत ह।
20 एह बरे यहोवा क खास दिन अँधियारा लिआई, उजियारा नाहीं,
इ सोक क समइ होइ उल्लास क नाहीं।
यहोवा इस्राएलियन क आराधना क अंगीकार नाहीं करत अहइ
21 “मइँ तोहार पचन्क पवित्तर दिनन स घिना करत हउँ।
मइँ ओनका कबूल नाहीं करब।
मइँ तोहार पचन्क धर्म क सभन क आनन्द नाहीं लेतेउँ।
22 अगर तू पचे होमबलि अउ अन्नबलि अउ भी देब्या
तउ मइँ अँगीकार नाहीं करब।
तू पचे जउन मोटवार जनावरन क सान्ति-भेंट क रूप मँ देब्या
ओनका मइँ भी लखब भी नाहीं।
23 तू पचे हिआँ स सोरगुलवाले गीतन क दूर करा।
मइँ तोहरी पचन्क वीणा क संगीत क नाहीं सुनब।
24 तू पचन्क आपन सोर देस मँ निआव क नदी क तरह बहइ देइ चाही।
अच्छाई क सदा नदी क धारा क नाई बहइ द्या जउन कबहुँ झुरात नाहीं।
25 इस्राएल, तू पचे चालीस बरिस तलक रोगिस्ताने मँ
मोका बलि अउ भेंट नाहीं चढ़ाया।
26 तू पचे आपन देवता सक्कुथ अउ नछत्र देवता कैवन क मूर्तियन क लइके चल्या।
एन देवतन क मूर्तियन क तू पचे अपने बरे बनाये रह्या।
27 एह बरे मइँ तू पचन्क बन्दी बनाइके दमिस्क क पार पहोंचाउब।”
इ सब यहोवा कहत ह।
ओकर नाउँ सर्वसक्तीमान परमेस्सर अहइ।
लूका ईसू क जीवन क बरे मँ लिखस
1 बहोत स मनई हमरे बीच होइजाइ वाली घाटना क ब्यौरा लिखइ क कोसिस करेन ह। 2 उहइ बातन हमका उ सबइ मनइयन क जरिये जान पड़िन जउन उ पचे सुरुआत स घटत देखेन अउर जउन सुसमासार क प्रचार करत रहेन। 3 हे मान्यवर थियुफिलुस! काहेकि मइँ सुरुआत स सब कछू होसियारी स पढ़ेउँ ह। एह बरे मोका इ नीक जान पड़त ह कि तोहरे बरे एक ठु एक क बाद एक एक घटना क लिखेउँ। 4 जेसे तू सब इन बातन क बेफिकिर होइके जान ल्या जउन तोहका सिखाइ ग अहइँ।
जकरयाह अउर इलीसिबा
5 उ समइया मँ जब यहूदिया प हेरोदेस क राज्य रहा। हुवाँ जकरयाह नाउँ क एक याजक रहत रहा। जउन याजकन क अबिय्याह दल[a] क रहा अउर ओकर पत्नी इलीसिबा हारून बंस क रही। 6 उ दुइनउँ परमेस्सर क निगाह मँ धर्मी रहेन। उ पचे बिना कउनो दोख क पर्भू क सबइ हुकुमन अउर बिधानन क पालन करत रहेन। 7 मुला ओनके कउनो संतान नाहीं रही, काहेकि इलीसिबा बाँझ रही अउर उ दुइनउँ बहोत बुढ़वा होइ ग रहेन।
8 जब जकरयाह क आपन दले क मन्दिर मँ याजक क काम खातिर बारी आइ, अउर उ परमेस्सर क समन्वा आराधना बरे हाजिर भवा। 9 तउ याजकन मँ चली भइ रीति रिवाजे क तरह पर्ची डाइके ओका चुना गवा कि उ पर्भू क मन्दिर मँ जाइके धूप जरावइ। 10 जब धूप जरावइ क समइ आइ तउ बाहेर ऍकट्ठा भवा मनई पराथना करत रहेन।
11 उहइ समइया जकरयाह क समन्वा एक ठु पर्भू का दूत परगट भवा। उ दूत धूप क वेदी क दाहिन कइँती खड़ा रहा। 12 जकरयाह जइसे उ दूत क निहारेस तउ उ घबराइ गवा अउर डर जइसे ओका जकड़ि लिहस। 13 फिन सरगदूत ओसे कहेस, “जकरयाह जिन डेराअ, तोहार पराथना सुनि लीन्ह गइ अहइ। एह बरे तोहार पत्नी इलीसिबा एक बेटवा क जनम देई, अउर तू ओकर नाउँ यूहन्ना धर्या। 14 उ तोहका आनंद अउर खुसी देइ, साथे ओकरे जनम स अउर भी बहोत स मनइयन क खुसी होई। 15 काहेकि उ पर्भू क निगाहे मँ महान होई। उ कबहुँ कउनो दाखरस या कउनो मदिरा क न पिई। आपन जन्म स पवित्तर आतिमा स भरपूर होई।
16 “उ इस्राएल क बहोतन मनइयन क ओनकइ पर्भू परमेस्सर कइँती लौटइ बरे फेरी। 17 उ एलिय्याह क आतिमा अउर सामर्थ मँ होइके परभू क अगवा अगवा चली। उ बापन क हिरदय ओनके संताने कइँती मोड़ देइ अउर आज्ञा न मानइवालन क मने क बदल देइ जेहसे उ पचे धर्मी मनइयन क नाई सोचइ लागइ। इ सबइ, उ मनइयन क पर्भू बरे तइयार करइ क करी।”
18 तबहीं जकरयाह दूत स कहेस, “मइँ इ कइसे जान लेउँ कि इ सच अहइ? काहेकि मइँ एक बुढ़वा हउँ अउर मोर पत्नी बुढ़िया होइ ग अहइ।”
19 तबहिं सरगदूत जवाब देत ओसे कहेस, “मइँ जिब्राईल हउँ। मइँ उहइ हउँ जउन परमेस्सर क अगवा खड़ा रहत हउँ। मोका तोसे बात करइ अउर इ सुसमाचार क बतावइ बरे पठवा ग अहइ। 20 मुला देखा, काहेकि तू मोरे सब्दन प, जउन निस्चित समइ क आइ प सच सिद्ध होइहीं, बिसवास नाहीं किहा, यह बरे तू गूँगा होइ जाब्या अउर उ दिना तलक नाहीं बोल पउब्या जबहिं ताई इ घटित न होइ जाइ।”
21 ओहर बाहेर मनई जकरयाह क इंतजार करत रहेन। ओकना अचरज भवा कि उ ऍतनी देर मन्दिर मँ काहे ठहर गवा। 22 फिन जब उ बाहेर आवा अहइ तउ उ ओनसे बोल नाहीं पावत रहा। ओनका इ लाग कि जइसे मन्दिर क भीतर कउनो दर्सन होइ गवा अहइ। उ गूँगा होइ ग अउर सिरिफ इसारा करत रहा। 23 अउर फिन अइसा भवा कि जब ओकर आराधना क काम होइ गवा तउ जकरयाह वापस आपन घर लौटि गवा।
24 थोड़े दिना बाद ओकर पत्नी इलीसिबा गर्भवती भइ। पाँच महीना तलक उ सबन स अलगइ रही। उ कहेस, 25 “अब आखिर मँ जाइके इ तरह पर्भू मोर मदद करेस ह। मनइयन क बीच मोर लाज राखइ बरे उ मोर सुधि लिहस ह।”
कुँवारी मरियम
26-27 इलीसिबा क छठा महीना चलत रहा, गलील क एक सहर नासरत मँ परमेस्सर क दूत जिब्राईल क एक कुँवारी कन्या क लगे पठएस जेकर यूसुफ नाउँ क एक मनई स गोदी भरि दीन्ह गइ। उ दाऊद क बंस मँ जनमा रहा अउर उ कुँवारी कन्या क नाउँ मरियम रहा। 28 जिब्राईल ओकरे लगे आइ अउर कहेस, “तोह पइ अनुग्रह भइ अहइ, तोहार जय होइ। पर्भू तोहरे संग बा।”
29 इ बचन सुनिके उ बहोत घबरान, उ सोच मँ पड़ि गइ, “एकर का अरथ होइ सकत ह?”
30 तब सरगदूत ओसे कहेस, “मरियम तू जिन डेराअ, तोसे परमेस्सर खुस अहइ। 31 सुना! तू गोड़वा स भारी होब्या अउर एक पूत क जनम देबू अउर ओकर नाउँ ईसू रखबिउ। 32 उ महान होई अउर उ सबन त सर्वोच्च (परमेस्सर) क पूत कहवावा जाई। पर्भू परमेस्सर ओका ओकरे बाप दाऊद क सिंहासन दइ देई। 33 उ अनन्त समइया ताई याकूब क घराने प राज करी। ओकर राज्य क नास कबहुँ न होई।”
34 एह पइ मरियम सरगदूत स कहेस, “इ सच कइसे होइ सकत ह? काहेकि मइँ तउ अबहुँ कुँवारी हउँ।”
35 जवाबे मँ सरगदूत ओसे कहेस, “तोहरे लगे पवित्तर आतिमा आई अउर सर्वोच्च (परमेस्सर) क सक्ती तोहका आपन परिछाहीं मँ लइ लेई। इ तरह उ जनम लेइवाला पवित्तर पूत परमेस्सर क पूत कहवावा जाई। 36 अउर इ भी सुनि ल्या कि तोहरे कुनबा क इलीसिबा क कुनबे मँ बुढ़ौती क गरभ मँ एक बेटवा अहइ अउर ओकरे कोखी क इ छठा महीना चलत बा। लोग कहत रहेन कि उ बाँझ बा! 37 मुला परमेस्सर बरे कछू न होइ सकइ, अइसा नाहीं!”
38 मरियम कहेस, “मइँ पर्भू क दासी हउँ जइसा तू मोरे बरे कह्या ह, वइसा ही होइ!” अउर तब उ सरगदूत ओकरे लगे स चला गवा।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.