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M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
2 राजा 19

हिजकिय्याह यसायाह नबी क लगे अपने अधिकारियन क पठवत ह

19 राजा हिजकिय्याह उ सबइ सुनेस अउर इ देखाँवइ बरे कि उ बहोत दुःखी अहइ अउर घबरावा भवा अहइ, अपने ओढ़नन क फार डाएस अउर मोटे ओढ़नन पहिर लिहेस। तब उ यहोवा क मन्दिर मँ गवा।

हिजकिय्याह एल्याकीम (एल्याकीम राजमहल क अधीच्छक रहा।) सेब्ना (सास्त्री) अउर याजकन क अग्रजन क आमोस क पूत यसायाह नबी क लगे पठएस। उ पचे मोटे ओढ़नन पहिरेन जेहसे पता चलत रहा कि उ पचे परेसान अउर दुःखी अहइँ। उ पचे यसायाह स कहेन, “हिजकिय्याह इ कहत ह, ‘इ हमरे बरे संकट, दण्ड अउर अपमान क दिन अहइ। इ बच्चन क जनम देइ क समइ अहइ, मुला ओनका जनम देइ बरे कउनो सक्ती नाहीं अहइ। अस्सूर क राजा जिअत परमेस्सर क निन्दा करइ बरे आपन प्रमुख सेनापति क हमरे लगे पठएस ह। होइ सकत ह कि यहोवा तोहर परमेस्सर ओन सबहिं बातन क सुन लेइ। इ होइ सकत ह कि यहोवा इ प्रमाणित कइ देइ कि दुस्मन गलती पइ अहइ। एह बरे एन लोगन बरे पराथना करा जउन सबहिं तलक जिअत बचा अहइँ।’”

राजा हिजकिय्याह क अधिकारी यसायाह क लगे गएन। यसायाह ओनसे कहेस, “अपने सुआमी हिजकिय्याह क इ सँदेसा द्या: ‘यहोवा कहत ह। ओन बातन स डेराअ नाहीं जेनका अस्सूर क राजा क “अधिकारियन” मोर मसखरी उड़ावत भए कहेन ह। मइँ हाली ही ओकरे मने मँ अइसी भावना पइदा करब जेहसे उ एक अफवाह सुनिके अपने देस वापिस जाइ क मजबूर होइ अउर मइँ ओका ओकरे देस मँ एक ठु तरवार क घाट उतरवाइ देब।’”

हिजकिय्याह क अस्सूर क राजा क फुन चितउनी

प्रमुख सेनापित सुनेस कि अस्सूर क राजा लाकीस स चल पड़ा अहइ। एह बरे उ गवा अउर इ पाएस कि ओकर सम्राट लिब्ना क खिलाफ जुद्ध करत बाटइ। अस्सूर क राजा एक ठु अफवाह कूस क राजा तिर्हाका क बारे मँ सुनेस। अफवाह इ रही “तिर्हाका तोहरे खिलाफ लड़इ आवा ह।”

एह बरे अस्सूर क राजा हिजकिय्याह क लगे सँदेसवाहक क एक संदेसा क संग पठएस। 10 “यहूदा क राजा हिजकिय्याह स इ कहा:

‘जउने परमेस्सर मँ तू पतियात अहा ओका तू अपने क गुमराह करइ जिन द्या। उ कहत ह, “अस्सूर क राजा यरूसलेम क पराजित नाहीं करी।” 11 तू ओन बातन क सुन्या ह जउन अस्सूर क राजा लोग दूसर सबहिं देसन क संग घटित किहन ह। हम ओनका पूरी तहर स नस्ट कीन्ह। तू भी नाहीं बचि पउब्या। 12 ओन रास्ट्रन क देवता अपने लोगन क रच्छा नाहीं कइ सकेन। मोर पुरखन गोजान, हारान, रेसेप अउ तलस्सार मँ एदेन क लोगन क नस्ट किहन। 13 हमात अर्पाद, अउर सपवैम नगर क राजा कहाँ अहइँ? हेना अउ इला क राजा? उ पचे सबहिं समाप्त होइ गएन ह।’”

हिजकिय्याह यहोवा स पराथना करत ह

14 हिजकिय्याह संदेसबाहकन स पत्र पाप्त किहेस अउ ओनका बाँचेस। तब हिजकिय्याह यहोवा क मन्दिर तलक गवा अउर यहोवा क समन्वा पत्रन क बिखरेस। 15 हिजकिय्याह यहोवा क समन्वा पराथना किहेस अउर कहेस, “यहोवा इस्राएल क परमेस्सर। तू करूब सरगदूतन पइ सम्राट क तरह बइठत ह। तू ही सिरिफ सारी पृथ्वी क राज्जन क परमेस्सर अहा। तू पृथ्वी अउ अकासे क बनाया। 16 यहोवा मोर पराथना सुना। यहोवा अपनी आँखिन खोला अउ इ पत्र क लखा। ओन सब्दन क सुना जेनका सन्हेरीब जीवित परमेस्सर क अपमान करइ बरे पठएस ह। 17 यहोवा, इ फुरइ अहइ। अस्सूर क राजा लोग एन सबहिं रास्ट्रन क नस्ट किहन। 18 उ पचे रास्ट्रन क देवतन क आगी मँ लोकाइ दिहन। किन्तु उ पचे सच्चे देवता नाहीं रहेन। उ पचे सिरिफ काठ अउ पाथर क मूरति रहेन जेनका मनइयन बनाइ रखे रहेन। इहइ कारण रहा कि अस्सूर क राजा ओनका नस्ट कइ सकेन। 19 एह बरे यहोवा, हमार परमेस्सर, अब हमका अस्सूर क राजा स बचा। तब पृथ्वी क सारे राज्ज समुझिहीं कि यहोवा, सिरिफ तू ही परमेस्सर अहा।”

परमेस्सर हिजकिय्याह क जवाब दिहस

20 आमोस क पूत यसायाह हिजकिय्याह क इ सँदेस पठएस। उ कहेस, “यहोवा, इस्राएल क परमेस्सर इ कहत ह, ‘तू मोहसे अस्सूर क राजा सन्हेरीब क खिलाफ पराथना किहा ह। मइँ तोहार पराथना सुनि लिहेउँ ह।’

21 “सन्हेरीब क बारे मँ यहोवा क इ सँदेसा अइसा अहइ:

‘सिय्योन क कुँबरी बिटिया तोहका तुच्छ समुझत ह,
    उ तोहार मजाक उड़ावत ह।
यरूसलेम बिटिया तोहरे पीठ क पाछे
    तोहार मज़ाक उड़ावत ह।
22 तू केकर अपमान किह्या? तू केकर मजाक उड़ाया?
    केकरे खिलाफ तू बातन किह्या?
तू अइसे बातन किहा जइसा कि
    तू इस्राएल क परम पवित्तर स महान अहइ।
23 तू अपने सँदेसवाहकन क यहोवा क अपमान करइ क पठया।
    तू कहया, “मइँ अपने अनेक रथन सहित ऊँचे पर्वतन तलक आया।
    मइँ लबानोन मँ भीतर तलक आएउँ।
मइँ लबानोन क उच्चतम देवदारू क बृच्छन, अउ लबानोन क उत्तिम चीड़ क बृच्छन क काटा।
    मइँ लबानोन क सब स ऊँच अउर सब स घने बने मँ घुसेउँ।
24 मइँ खुद कुअँन खोदेस अउ विदेसन क पानी पिएउँ।
    मइँ मिस्र क नदियन क झुराएउँ
    अउर उ देस क रउँदेउँ।”

25 मुला का तू नाहीं अनक्या?
    मइँ (परमेस्सर) बहोत पहिले इ जोजना बनाए रहेउँ,
पुराने जमाने स ही इ सबइ जोजनन बनाइ दिहे रहेउँ,
    अउर अब मइँ ओका ही पूरी होइ देत हउँ।
मइँ तू पचन्क मजबूत नगरन क
    ढेर बनावइ दिहेउँ।
26 नगर मँ रहइवाले मनई कउनो ताकत नाहीं रखतेन।
    उ सबइ लोग डरे भए अउर सरमिन्दा रहेन।
लोग खेतन क जंगली पौधन क तरह होइ गएन,
    जउन बढ़इ क पहिले ही मर जात हीं,
इ लोग उ घास क तरह अहइ जउन छत पइ उगत ह
    अउर जे बढ़इ स पहिले ही मुड़झा जात ह।
27 मइँ जानत हउँ तू कब उठत ह
अउर तू कब बइठत ह।
    बइठा, मइँ जानत हउँ कि
    तू कब जुद्ध करइ जात अहा अउर कब घरे आवत अहा,
मइँ जानन हउँ कि तू अपने क कब मोरे खिलाफ करत अहा।
28 तू मोरे खिलाफ गया
    मइँ तोहरे घमण्ड क सब्द सुनेउँ।
एह बरे मइँ आपन अंकुस तोहरे नाके मँ डाउब।
    अउर मइँ आपन लगाम तोहरे मुँहे मँ डाउब।
तब मइँ तोहका पाछे लउटाउब
    अउर उ राहे लउटाउब जेहसे तू आवा रह्या।’”

हिजकिय्याह क यहोवा क सँदेसा

29 “मइँ तोहार मदद करब, एकर सँदेसा इ होइ: इ बरिस तू उहइ अन्न खाब्या जउन अपने आप उगी अउर अगले बरिस तू उहइ अन्न खाब्या जउन उ बिआ स पइदा होइ। मुला तू बिआ बोउब्या अउर तीसरे बरिस मँ आपन फसल कटब्या। तू अंगूरे क बेलन खेतन मँ लगउब्या अउर ओनसे अंगूर खाब्या। 30 अउर यहूदा क परिवारे क जउन लोग बचि गवा अहइँ उ पचे फुन फूली फरिहीं ठीक वइसे ही जइसे पौधा अपनी जड़न मजबूत कइ लेइ पइ ही फरत ह 31 काहेकि यरूसलेम मँ रहइवालन कछू लोग जिअत रहब्या। सिय्योन पर्वत पइ रहइवालन मँ स कछू लोग बच जाइँ। यहोवा क जोस इ सब करावाएब।”

32 “अस्सूर क सम्राट क बारे मँ यहोवा अइसा कहत ह:

‘उ इ नगर मँ नाहीं आई।
    उ इ नगर मँ एक ठु भी बाण नाहीं चलाइ।
उ इ नगर क खिलाफ ढाल क संग नाहीं आइ।
    उ इ नगर पइ आक्रमण क माटी क टीलन नाहीं बनाइ।
33 उ उहइ राहे स लउटी जेहसे उ आवा।
    उ इ नगर मँ नाहीं आई।
    इ यहोवा कहत ह।
34 मइँ अपने बरे अउर अपने सेवक दाऊद बरे
    इ नगर क रच्छा करब अउर बचाइ लेब।’”

अस्सूरी फउज बर्बाद होइ गइ

35 उ राति यहोवा क दूत अस्सूरी डेरा मँ गवा अउर एक लाख पचासी हजार लोगन क मार डाएस। भिन्सारे क जब लोग उठेन तउ उ पचे सारी ल्हासन लखेन।

36 एह बरे अस्सूर क राजा सन्हेरीब चला गवा अउर नीनवे वापस पहोंचा, अउर हुवइँ रुक गवा। 37 एक दिना सन्हेरीब मन्दिर मँ अपने देवता निसरोक क पूजा करत रहा। ओकरे पूतन अद्रेम्मेलेक अउर सरेसेर ओका तरवार स मार डाएन। तब उ पचे अरारात प्रदेस मँ पराइ निकरेन अउर सन्हेरीब क पूत एसर्हद्दोन ओकरे पाछे नवा राजा भवा।

इब्रनियन 1

परमेस्सर अपने पूत क माध्यम स बोलत ह

परमेस्सर त अतीत मँ नबियन क जरिये कइयउ अवसरन प कउनउ तरह स हमरे पूर्वजन स बातचीत किहेस। मुला इन आखिरी दिने मँ उ हमसे अपने पूत क जरिये बातचीत किहेस, जेका ओ सब कछू क उत्तराधिकारी नियुक्त किहेस अउर जेकरे द्वारा उ समूचे ब्रह्माण्ड क रचना किहेस। उ पूत परमेस्सर क महिमा क प्रभा-मण्डल अहइ अउर ओकरे प्रकृति क प्रतिलिपि अहइ। उ अपने समर्थ बचन क द्वारा सब चीजन क स्थिति बनाए रखत ह। सबके पापन क धोअइ क उ सरगे मँ ओह महामहिम क दहिने हाथे बइठि गवा। एह तरह उ सरगदूतन स एतना ही महान बनि गवा जेतॅना कि ओनके उ किहेन। उ सबइ नाउँ स उत्तिम नाउँ बाटइ जउन उ उत्तराधिकार मँ पाए अहइ।

काहेकि परमेस्सर तउ कउनो सरगदूतन स कभी अइसेन नाहीं कहेसः

“पूत तू मोर,
    आजू तोहार बनि गवा हउँ मइँ पिता।” (A)

अउर न ही कउनो सरगदूत स उ इ कहेस ह,

“पिता ओकर मइँ बनबइ,
    अउर होइ पूत उ मोर।” (B)

अउर फिन उ जब आपन पहिलौट क लड़का अउर महत्वपूर्ण क संसार मँ लावत ह तउ कहत ह,

“परमेस्सर क सरगदूतन सब ओकर नमन करइँ।”[a]

सरगदूतन क बारे मँ बतावत उ कहत ह,

“सरगदूतन उ अपने सब पवन बनावइ
    अउर बनावइ आपन सेवक लपट आगी क।” (C)

मुला अपने पूत क बारे मँ उ कहत हः

“हे परमेस्सर, सास्वत तोहर सिंहासन बा,
    तोहार राजदण्ड बाटइ नेकी;
नेकी ही तोहका पिआरी बा, तोहका घृणा रही पापन स
    तउन परमेस्सर, तोहर परमेस्सर तउ चुना बा तोहका अउर ओह महान आनन्द दिहेस।
    तोहका कहूउँ जियादा तोहरे साथियन स।” (D)

10 उ इहउ कहत ह,

“हे पर्भू सृस्टि क जब होत रहा जन्म मँ तुमने सरग तथा धरती क नींव राख्या
    यह तोहरे हाथ का ही कारज अहइँ।
11 अउर इ सब नस्ट होइ जइहीं
    मुला रहेगा तू चिरन्तर पुरान कपड़ा स फटि जइहीं इ सबइ
12 अउर तू परिधान जइसेन ओनका लपेटब्या
    बदल उ जइहीं फिन कपड़ा जइसेन।
मुला तू तउ अहसेन, जैसा की चाह्या रहब्या
    तोहरे समइ का कबहुँ न अन्त होई।” (E)

13 परमेस्सर त कबहूँ कउनो सरगदूत स अइसेन नाहीं कहेसः

“बइठा जा तू दहिने मोरे कि
    ब जब तलक मइँ न तोहरे दस्मनन क चरन क चौकी बनाइ देउँ चरन तल तोहरे।” (F)

14 का सबहिं सरगदूत उद्धार पावइवालन क सेवा क बरे पठई गईन सहायक आतिमा नाहीं अहइँ।

होसे 12

यहोवा इस्राएल क खिलाफ रहा

12 एप्रैम हवा पकड़इ क जतन करत ह। उ पचे सारे दिन पूर्वी हवा क पाछा करत रहत ह। सारा रास्ट्र बेईमानी अउर हिंसा मँ व्यस्थ अहइ, उ पचे अस्सूर क संग संधि किहेन। उहइ समइ नज़राना क रूप मँ मिस्र क तेल भेजत ह।

यहोवा कहत ह, “इस्राएल क खिलाफत मँ मोर एक अभियोग अहइ। याकूब जउन करम किहेन ह, ओका ओनके बरे सजा दीन्ह जाइ चाही। आपन किए भए कुकरमन बरे ओका निहचइ ही सजा दीन्ह जाइ चाही। अबहीं याकूब आपन माता क गरभ मँ ही रहा कि उ आपन भाई क संग चालबाजी करब सुरू कइ दिहस। याकूब एक ठु सक्तीवाला युवक रहा अउर उ समइ उ परमेस्सर क संग कुस्ती लड़े रहा। याकूब परमेस्सर क सरगदूत स कुस्ती लड़ेस अउ ओका जीत लिहस। उ गोहराएस अउर कृपा करइ बरे बिनती किहस। इ बेतेल मँ भवा रहा। उ जगह पइ उ ओहसे बातचीत किहे रहा। हाँ, यहोवा फउजन क परमेस्सर अहइ। ओकर नाउँ यहोवा अहइ। तउ आपन परमेस्सर कइँती लउटि आवा। ओकरे बरे वफ़ादार रहा। निआव अउर दयालुता कायम रखा। हमेसा आसावादी रहा कि परमेस्सर आपन वाचा क पूरा करब्या।

“याकूब अइसा व्यापारी क तरह अहइ जउन लोगन स छल करइ बरे गलत तराजू क उपयोग करत ह। एप्रैम कहेस, ‘मइँ धनवान हउँ। मइँ सच्ची सम्पत्ति पाइ लिहे अहउँ। मोरे अपराधन क कउनो मनई क पता ही नाहीं चली। मोरे पापन क कउनो मनई जान ही नाहीं पाई।’

“मुला मइँ तउ तबहिं स तोहार परमेस्सर यहोवा हउँ जब तू मिस्र क धरती स आवा रहा, जब मइँ तोहका रेगिस्तान मँ तम्बुअन मँ राखे रहा, ठीक वइसा ही जइसा कि पनाह क त्यौहार क समइ मँ रहा करत रहेन। 10 मइँ नबियन स बात किहेउँ। मइँ ओनका अनेक दर्सन दिहेउँ। मइँ नबियन क तू पचन्क आपन पाठ पढ़ावइ क बहोत स तरिका दिहेउँ। 11 मुला गिलाद मँ अबहुँ भी पाप अहइ। हुआँ बियर्थ देवतन अहइँ। गिलगाल मँ लोग बर्धन क बलियन क अर्पण करत हीं। हुवाँ बहुत स वेदियन मँ जोते भए खेते क कतारन क नाईं अहइँ।

12 “याकूब आराम क भुइँया कइँती भाग गवा। उ पचे दास क नाईं काम किहेन जे आपन दुई ठू पत्नियन पावइ खातिर भेड़िन क निगरानी किहेस। 13 तब यहोवा एक ठु नबी क जरिये इस्राएल क मिस्र स बाहेर लाएस, अउर पाछे दूसर नबी दुआरा इस्राएल क सुरच्छा किहेस। 14 मुला एप्रैम यहोवा क बहोत जियादा गुस्साइ दिहस, एह बरे परमेस्सर यहोवा एका आपन अपराधन बरे भुगतवाएस। ओकर सुआमी (परमेस्सर) ओहसे ओकर लज्जा बरदास्त करइ देइ।”

भजन संहिता 135-136

यहोवा क बड़कई करा।
हे यहोवा क सेवको,
    यहोवा क नाउँ क बड़कई करा।
तू लोग मन्दिर मँ खड़ा अहा।
    यहोवा क नाउँ क बड़कई करा।
तू लोग मन्दिर क आँगन मँ खड़ा ह्वा।
    ओकरे नाउँ क बड़कई करा।
यहोवा क बड़कई करा काहेकि उ खरा अहइ।
    ओकरे नाउँ क गुण गावा काहेकि उ आन्नदायक अहइ।

यहोवा याकूब क चुने रहा।
    इस्राएल परमेस्सर क अहइ।
मइँ जानत हउँ, यहोवा महान अहइ।
    हमार सुआमी दूसर देवन स महान अहइ।
यहोवा जउन कछू चाहत ह सरग मँ, अउर धरती पइ,
    समुद्दर मँ या गहिर महासागरन मँ, करत ह।
यहोवा धरती पइ सब कहूँ बादरन क रचत ह।
    उ बिजुरी अउ बर्खा क रचत ह।
    उ हवा क ओकर जगह स निकारत ह।
परमेस्सर मिस्र मँ मनइयन अउ गोरुअन क सबहिं पहिलउटी बच्चन क नास कइ दिहस।
यहोवा मिस्र मँ बहोत स अद्भुत अउर अचरज भरे कामन किहस।
    उ फिरौन अउ ओकरे सब अधिकारियन क खिलाफ अद्भुत बातन क दिखाएस।
10 परमेस्सर बहोत स देसन क हराएस।
    परमेस्सर बलवान राजा लोगन क मारेस।
11 यहोवा एमोरियन क राजा सीहोन क हराइ दिहस।
    उ बासान क राजा ओग क हराएस।
    उ कनान क सारी राज्जन क हराएस।
12 यहोवा ओनका ओनकर धरती क अधिकार क रूप मँ दिहेस, उ इस्राएल क स्थाई रूप स लेइ बरे दिहेस।

13 हे यहोवा, तू सदा बरे प्रसिद्ध होब्या।
    हे यहोवा, लोग तोहका सदा सर्वदा याद करत रइहीं।
14 काहेकि यहोवा आपन लोगन बरे निआव लावत ह
    अउर उ आपन सेवकन प तरस खात ह।
15 दूसर रास्ट्रन क लोग बस सोना अउर चाँदी क देवता बनावत रहेन।
    ओनकर देवता मात्र लोगन क जरिये बनाए भए पुतलन रहेन।
16 पुतलन क मुँइ अहइँ, पर बोल नाहीं सकतेन।
    पुतलन क आँखी अहइँ, पर लखि नाहीं सकतेन।
17 पुतलन क कान अहइँ, पर ओनका सुनाई नाहीं देत।
    पुतलन क नाक अहइँ, पर उ पचे साँस नाहीं लेइ सकतेन।
18 उ सबइ लोग जउन ऍन पुतलन क बनाएन, ओन पुतलन क समान होइ जइहीं।
    काहेकि उ सबइ लोग ओन पइ बिस्सास किहेन ह।

19 इस्राएल क संतानन, यहोवा क बड़कई करा।
    हारून क संतानन, यहोवा क बड़कई करा।
20 हे लेवी क संतानन, यहोवा क बड़कई करा।
    तू जउन यहोवा क सम्मान दिहा, यहोवा क बड़कई करा।
21 यहोवा यरूसलेम मँ बास करत ह,
    सिय्योन स ओकर स्तुति होइ।

यहोवा क बड़कई करा, काहेकि उ उत्तिम अहइ।
    ओकर बिस्ससनीय पिरेम सदा ही बना रहत ह।
देवतन क परमेस्सर क बड़कई करा।
    ओकर बिस्ससनीय पिरेम सदा बना रहत ह।
पर्भुअन क पर्भू क बड़कई करा।
    ओकर बिस्ससनीय पिरेम सदा बना रहत ह।
परमेस्सर क गुण गावा।
    बस उहइ एक अहइ, जउन बहोत अद्भुत करम करत ह।
    ओकर बिस्ससनीय पिरेम सदा बना रहत ह।
ओकर बड़कई करा, जउन आपन बुद्धि स आकास क रचेस ह।
    ओकर बिस्ससनीय पिरेम सदा बना रहत ह।
परमेस्सर सागर क बीच मँ झुरान धरती क कायम किहस।
    ओकर बिस्ससनीय पिरेम सदा बना रहत ह।
परमेस्सर महान ज्योतियन क रचेस।
    ओकर बिस्ससनीय पिरेम सदा बना रहत ह।
परमेस्सर सूरज क दिन पइ हुकूमत करइ बरे बनाएस।
    ओकर बिस्ससनीय पिरेम सदा बना रहत ह।
परमेस्सर चाँद तारन क बनाएस कि उ पचे रात पइ हुकूमत करइँ।
    ओकर बिस्ससनीय पिरेम सदा बना रहत ह।
10 उ मिस्र मँ पहिलउठी मनइयन अउर जनावरन क मारेस।
    ओकर बिस्ससनीय पिरेम सदा बना रहत ह।
11 परमेस्सर इस्राएल क मिस्र स बाहेर लइ आवा।
    ओकर बिस्ससनीय पिरेम सदा बना रहत ह।
12 परमेस्सर आपन सामरथ अउ आपन महासक्ती क परगट किहेस।
    ओकर बिस्ससनीय पिरेम सदा ही बना रहत ह।
13 परमेस्सर लाल सागर क दुइ हींसा मँ फाड़ेस।
    ओकर बिस्ससनीय पिरेम सदा ही बना रहत ह।
14 परमेस्सर इस्राएल क सागर क बीच स पार उतारेस।
    ओकर बिस्ससनीय पिरेम सदा ही बना रहत ह।
15 परमेस्सर फिरौन अउ ओकर फउज क लाल सागर मँ बोरि दिहस।
    ओकर बिस्ससनीय पिरेम सदा ही बना रहत ह।
16 परमेस्सर आपन निज भगतन क रेगिस्तान मँ राह देखाँएस।
    ओकरे बिस्ससनीय पिरेम सदा ही बना रहत ह।
17 परमेस्सर बलवान राजा क हराएस।
    ओकर बिस्ससनीय पिरेम सदा ही बना रहत ह।
18 उ सदृढ़ राजा लोगन क मारेस।
    ओकर बिस्ससनीय पिरेम सदा ही बना रहत ह।
19 परमेस्सर एमोरियन क राजा सीहोन क मारेस।
    ओकर बिस्ससनीय पिरेम सदा ही बना रहत ह।
20 परमेस्सर बासान क राजा ओग क मारेस।
    ओकर बिस्ससनीय पिरेम सदा ही बना रहत ह।
21 उ आपन भुइँया क मीरास क रूप मँ दइ दिहस।
    ओकर बिस्ससनीय पिरेम सदा ही बना रहत ह।
22 उ उ भुइँया क आपन सेवक इस्राएल क अधिकार क रूप मँ दिहस।
    ओकर बिस्ससनीय पिरेम सदा ही बना रहत ह।
23 उ हमका याद राखेस, जब हम लोगन क हरा दीन्ह गवा रहेन।
    ओकर बिस्ससनीय पिरेम सदा ही बना रहत ह।
24 उ हमका हमरे दुस्मनन स मुक्त किहेस।
    ओकर बिस्ससनीय पिरेम सदा ही बना रहत ह।
25 परमेस्सर हर एक क खइया क देत ह।
    ओकर बिस्ससनीय पिरेम सदा ही बना रहत ह।
26 सरग क परमेस्सर क गुण गावा।
    ओकर बिस्ससनीय पिरेम सदा ही बना रहत ह।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.