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M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
2 राजा 5

नामान क समस्या

नामान अराम क राजा क सेना क सेनापति रहा। नामान अपने राजा बरे बहोत जियादा महत्वपूर्ण रहा काहेकि यहोवा ओकर उपयोग अराम क बिजय करावइ बरे किहे रहा। नामान एक ठु महान अउ ताकतवर मनई रहा, मुला उ विकट चरमरोग स पीड़ित रहा।

एक बार कछू आरामी सिपाहियन इस्राएल मँ छापा मारइ बरे गएन। ओनक कैदियन मँ एक ठु नान्ह लरकी रहेन जउन नामान क मेहरारू क सेविका होइ गइ। इ लरकी नामान क मेहरारू स कहेस, “मइँ चाहत हउँ कि मोर सुआमी (नामान) उ नबी (एलीसा) स मिलेन जउन सोमरोन मँ रहत ह। उ नबी नामान क बिकट चरमरोग क नीक कइ सकत ह।”

नामान आपन सुआमी (अराम क राजा) क लगे गवा। नामान अराम क राजा क उ बात बताएस जउन इस्राएली लरिको कहे रही।

तब अराम क राजा कहेस, “अबहिं जा अउर मइँ एक ठु पत्तर इस्राएल क राजा क नाउँ पठउब।”

एह बरे नामान इस्राएल गवा। नामान अपने संग कछू भेंट लइ गवा। नामान साढ़े सात सौ पौण्ड चाँदी, छ: हजार सोना क सिक्का, अउर दस हजार बदलइ क कपड़ा लइ गवा। नामान इस्राएल क राजा बरे अराम क राजा क पत्तर भी लइ गवा। पत्तर मँ इ लिखा रहा, “इ पत्तर इ जानकारी देइ बरे अहइ कि मइँ आपन सेवक नामान क तोहरे हिआँ पठवत हउँ। ओकरे विकट चरमरोग क नीक करा।”

जब इस्राएल क राजा उ पत्तर क बाँच चुका तउ उ आपन चिन्ता क परगट करइ बरे आपन ओढ़ना फारेस। इस्राएल क राजा कहेस, “का मइँ परमेस्सर अहउँ? नाहीं। जिन्नगी अउ मउत पइ मोर कउनो अधिकार नाहीं। तब अराम क राजा मोरे लगे बिकट चरमरोग क रोगी क चंगा करइ बरे काहे पठएस? एका जरा सोचा अउर तू लखब्या कि अराम क राजा मोर संग झगड़ा करइ चाहत ह।”

परमेस्सर क जन सुनेस कि इस्राएल क राजा परेसान अहइ अउर उ आपन ओढ़ना फार डाएस ह। एलीसा आपन सँदेसा राजा क लगे पठएस: “तू आपन ओढ़ना काहे फार्या? नामान क मोरे लगे आवइ द्या। तब उ समुझी कि इस्राएल मँ कउनो नबी भी अहइ।”

एह बरे नामान आपन घोड़न अउ रथन क संग एलीसा क घरे आवा अउर घरे क दुआर पई रुकि गवा। 10 एलीसा एक ठु सँदेसबाहक क नामान क लगे पठएस। सँदेसबाहक कहेस, “जा, अउर यरदन नदी मँ सात दाईं नहा। तब तोहार चरमरोग नीक हो जाइ अउर तू पवित्तर अउ सुद्ध होइ जाब्या।”

11 नामान कोहाइ गवा अउर हुवाँ स चल पड़ा। उ कहेस, “मइँ समुझे रहेउँ कि कम स कम एलीसा बाहेर आई, मोरे समन्वा खड़ा होइ अउर यहोवा, अपने परमेस्सर क समन्वा पराथना करी। मइँ समुझ रहेउँ कि उ मोरे बदन पइ आपन हाथ फेरी अउ चामरोग क नीक कइ देइ। 12 दमिस्क क नदियन अबाना अउ पर्पर इस्राएल क सबहिं जलासयन स नीक अहइँ। का मइँ ओन नदियन मँ नहाइके पवित्तर नाहीं होइ सकत रहा?” एह बरे नामान कोहाई गवा। अउ वापस जाई बरे मुड़ गवा।

13 मुला नामान क सेवक ओकरे लगे ओसे बात करइ बरे गएन उ पचे कहेन, “पिता, जदि नबी तोहार स कउनो महान काम करइ क कहे होत तउ तू ओका जरूर करतेन। एह बरे तोहका ओकर आग्या क पालन करइ चाही। जदि उ सहल काम करइ क भी कहत ह अउर उ कहेस, ‘नहा अउर तू पवित्तर अउर सुद्ध होइ जाब्या।’”

14 एह बरे नामान उ काम किहेस जउन परमेस्सर क जन कहेस, नामान खाले उतरा अउर उ सात दाईं यरदन नदी मँ नहाएस अउर नामान पवित्तर अउ सुद्ध होइ गवा। नामान क चमड़ी बच्चा क चमड़ी क तरह कोमल होइ गइ।

15 नामान अउ ओकर सारा समूह परमेस्सर क जन क लगे गवा। उ एलीसा क समन्वा खड़ा भवा अउर ओहसे कहेस, “लखा, अब मइँ समुझत हउँ कि इस्राएल क अलावा भूइँया पइ कहूँ परमेस्सर नाहीं अहइ। अब मेहरबानी कइके मोर भेंट स्वीकार करइँ।”

16 मुला एलीसा कहेस, “मइँ यहोवा क सेवा करत हउँ। मइँ यहोवा क जिन्नगी क किरिया खाइके प्रतिग्या करत हउँ कि मइँ कउनो भेंट नाहीं लेब।”

नामान बहोत जतन किहस कि एलीसा भेंट लेइ मुला एलीसा इन्कार कइ दिहस। 17 तब नामान कहेस, “जदि तू इ भेंट क स्वीकार नाहीं करतेन तउ कम स कम मोरे बरे एँतना करइँ। मोका एस्राएल क एतनी पर्याप्त धूरि लेइ देइँ जेहसे मोर दुइ खच्चरन पइ धरे टोपन भरि जाइँ, काहे? काहेकि मइँ फुन कबहुँ होमबलि या बलि कउनो दूसर देवता क नाहीं चढ़ाउब। मइँ सिरिफ यहोवा क ही बलि भेंट करब। 18 अउर अब मइँ पराथना करत हउँ कि यहोवा मोका इ बात बरे छिमा करी कि भविस्स मँ मोर सुआमी (अराम क राजा) लबार देवता क पूजा करइ बरे, रिम्मोन क मन्दिर मँ आइ। राजा सहारा बरे मोह पइ निहुरइ चाही, एह बरे मोका रिम्मोन क मन्दिर मँ निहुरइ पड़ी। अब मइँ यहोवा स पराथना करत हउँ कि मोका छिमा करइ जब वइसा होइ।”

19 तब एलीसा नामान स कहेस, “सान्तिपूर्वक जा।”

एह बरे नामान एलीसा क तजेस अउ तनिक दूर गवा। 20 मुला परमेस्सर क जन एलीसा क सेवक गेहजी बोला, “लखइँ, मोर सुआमी (एलीसा) अरामी नामान क, ओकर लिआई भइ भेंट क स्वीकार किए बिना ही जाइ दिहस ह। मइँ यहोवा क जिन्नगी क किरिया खाइके प्रतिग्या करत हउँ कि नामान क पाछे दउड़ब अउर ओहसे कछू लिआउब।” 21 एह बरे गेहजी नामान कइँती दउड़ा।

नामान आपन पाछे कउनो क दौड़िके आवत लखेस। उ गेहजी स भेंटइ क अपने रथे स उतर पड़ा। नामान पूछेस, “सब कुसल तउ अहइ?”

22 गेहजी कहेस, “हाँ, सब कुसल अहइ। मोर सुआमी एलीसा मोका पठएस ह। उ कहेस, ‘लखा, एप्रैम क पहाड़ी पहँटा क नबियन क समूह स दुइ नउजवान नबी मोरे लगे आएन ह। मेहरबानी कइके ओनका पचहत्तर पौण्ड चाँदी अउर दुइ दाईं बदलइ क ओढ़ना दइ द्या।’”

23 नामान कहेस, “मेहरबानी कइके डेढ़ सौ पौण्ड लइ ल्या।” नामान गेहजी क चाँदी लेइ बरे मनाएस। नामान डेढ़ सौ पौण्ड चाँदी क दुइ बोरियन मँ धरेस अउर दुइ दाईं बदलइ क ओढ़ना लिहस। तब नामान एन चिजियन क अपने सेवकन मँ स दुइ क दिहस। सेवक ओन चिजियन क गेहजी क बरे लइके आएन। 24 जब गेहजी पहाड़ी तलक आवा तउ उ ओन चिजियन क सेवकन स लइ लिहस। गेहजी सेवकन क लउटाइ दिहस अउर उ पचे लउटि गएन। तब गेहजी ओन चिजियन क घरे मँ छुपाइ दिहस।

25 गेहजी आवा अउर अपने सुआमी एलीसा क समन्वा खड़ा भवा। एलीसा गेहजी स पूछेस, “गेहजी, तू कहाँ गए रह्या?”

गेहजी कहेस, “मइँ कहूँ भी नाहीं गवा रहेउँ।”

26 एलीसा गेहजी स कहेस, “इ फुर नाहीं अहइ। मोर हिरदइ तोहरे संग रहा जब नामान अपने रथे स तोहसे मिलइ क मुड़ा। इ समइ पैसा, कपड़ा, जैतून, अंगूर, भेड़, गइयन या सेवक-सेविकन लेइ क नाहीं अहइ। 27 अब तोहका अउ तोहर बच्चन क नामान क बेरामी लगा जाइ। तोहका सदा ही बिकट चरमरोग रही।”

जब गेहजी एलीसा स बिदा भवा तउ गेहजी क चमड़ी बर्फ क तरह सफेद होइ गइ। गेहजी क कोढ़ होइ गवा रहा।

1 तीमुथियुस 2

स्त्री-पुरुसन बरे कछू नेम

सबसे पहिले मोर बिसेस रूपे स इ निवेदन बा कि सबके बरे आवेदन, पराथना, अनुरोध अउर सब मनइयन कहँती स धन्यबाद दिहा जाइ। सासकन अउर सभन अधिकरियन क धन्यबाद दिहा जाइ। ताकि हम चैन क साथे सांतिपूर्वक पूरे स्रद्धा अउर परमेस्सर बरे सम्मान स भरा जीवन जी सकी। इ हमार उद्धारकर्ता परमेस्सर क खुसी करईवाल अहइ। उ उत्तिम अहइ।

उ सभन मनइयन क उद्धार चाहत ह अउर सत्य का गियान चाहत ह। काहेकि परमेस्सर एक्कई बा। अउर मानुस अउर परमेस्सर क बीच मँ मध्यस्थता एक्कई बा। उ खुदइ एक मानुस अहइ ईसू मसीह। उ सबन क बरे खुद क फिरौती क रूप मँ दइ डाए अहइ। अउर परमेस्सर क सब लोगन क बचाबै क उदेस्स को व्यक्त किहे अहइ। अउर इ साच्छी क प्रचार करइ बरे मोका एक प्रचारक अउर प्रेरित रखा गवा (इ मइँ सचइ कहत हउँ, झूठ नाहीं) मोका गैर यहूदियन क बरे बिसवास अउर सत्य के उपदेसक के रूपे मँ ठहरावा गवा।

पुरुषन अउर स्त्रीयन क बरे बिसेस निर्देस

इन्ही बरे मोर इच्छा बा कि हर कहूँ सब मनइयन पवित्तर हाथन क उप्पर उठाइके परमेस्सर क बरे समर्पित होइ बिना कीहीउँ गुस्सा या मन-मोटाऊ पराथना करइँ।

इही तरह स्त्रियन स भी मइँ इ चाहित हउँ कि उ पचे सीधी-सादी वेस-भूसा मँ सालीनता अउर आतिम संयम क साथे रहइँ। अपने आपे क सजावइ सँवारइ क बरे उ बारे क बेणियन न सजावइँ अउर सोना, मोतियन अउर बहुमूल्य वस्त्रन स सृंगार न करइँ। 10 बल्कि अइसेन स्त्रियन क जउन अपने आप क परमेस्सर क उपासिका मानत हीं, ओनके बरे उचित इ बा कि वो खुदइ क उत्तिम कामे स सजावइँ।

11 एक स्त्री क चाही कि उ सांत भाव स सारे समर्पण क साथे सिच्छा ग्रहण करइ। 12 मइँ इ नाहीं चाहित कि कउनउ स्त्री कउनउ मनई क सिखावइ पढ़ावइ अउर ओह पर सासन करइ। मुला ओका तउ चुपचाप ही रहइ चाही। 13 काहेकि आदम क पहिले बनावा गवा बा अउर तब पाछे हव्वा क। 14 आदम क बहकावा नाहीं जाइ सका मुला स्त्री क बहकाइ लिहा गवा अउर उ पापे मँ पतित होइ गइ। 15 मुला अगर उ मँ जइसन क करतब क निभावत भए बिसवास, पिरेम, पवित्तर अउर परमेस्सर क बरे समर्पण मँ बनी रहइ तउ स्त्रियन क उद्धार तउ जरूर मिल जाई।

दानिय्येल 9

दानिय्येल क बिनती

मादी दारा क हुकूमत क पहिले बरिस मँ, जउन छयर्स राजा क पूत रहा जउन कसदियन क राजा रहा। दारा क राजा क पहिले बरिस मँ मइँ, दानिय्येल कछु किताबन पढ़त रहेउँ। ओन किताबन मँ मइँ लखेउँ कि यहोवा यिर्मयाह क इ बताएस ह कि यरूसलेम क पुन: निर्माण कितने बरिस बाद होइ। यहोवा कहे रहा कि एहसे पहिले कि यरूसलेम फुन स बसइ, सत्तर बरिस बीत जइहीं।

फुन मइँ आपन सुआमी परमेस्सर कइँती मुड़ेउँ अउर ओहसे पराथना करत भए मदद क याचना किहेउँ। मइँ भोजन करब तजि दिहेउँ अउर अइसे ओढ़ना पहिर लिहेउँ जेहसे इ लागइ कि मँइ दुःखी हउँ। मइँ अपने मूँड़ पइ धूरि डाल दिहेउँ। मइँ आपन परमेस्सर यहोवा स पराथना करत भए ओका आपन सबहिं पाप बताइ दिहेउँ। मइँ कहेउँ,

“हे यहोवा, तू महान अउ भयजोग्ग परमेस्सर अहा। जउन लोग तोहसे पिरेम करत हीं, जउन तोहरे आदेसन क पालन करत हीं, तू ओनके संग आपन पिरेम अउ दयालुता क करार क निभावत ह।

“मुला हे यहोवा, हम पचे पापी अही। हम पचे बुरा किहे अही। हम पचे कुकरम किहे अही। हम पचे तोहार विरोध किहा ह। तोहार निस्पच्छ निआत अउर तोहरे आदेसन स हम पचे दूर भटक गए अही। हम पचे नबियन क बात नाहीं सुनित। नबी तउ तोहार सेवक अहइँ। उ पचे तोहरे बारे मँ हमारे राजा लोगन, सासकन अउ धरती क सारे लोगन क बारे मँ भी बात किहेस।

“हे यहोवा, तू नीक अहा, अउर तोहमाँ नेकी अहइ। जबकि आजु हम आपन बुरे करम स लज्जित अही। यरूसलेम अउ यहूदा क लोग लज्जित अहइँ-इस्राएल क सबहिं लोग लज्जित अहइँ। उ सबइ लोग जउन निआरे अहइँ अउर उ सबइ लोग जउन बहोत दूर अहइँ। हे यहोवा, तू ओन लोगन क बहोत स देसन मँ फइलाइ दिहा। ओन सबहिं देसन मँ बसे इस्राएल क लोगन क लज्जा आवइ चाही। हे यहोवा, ओन सबहिं बुरी बातन क बरे, जउन उ पचे तोहर विरुद्ध किहेन ह, ओनका लज्जित होइ चाही।

“हे यहोवा, हम सब क लज्जित होइ चाही। हमरे सबहिं राजा लोगन अउ मुखिया लोगन क लज्जित होइ चाही। अइसा काहे अइसा एह बरे कि हे यहोवा, हम तोहरे विरुद्ध पाप किहे अही।

“किन्तु हे यहोवा, तू दयालु अहा। लोग, जउन बुरे करम करतेन तउ तू ओनका, छमा कइ देत ह। हम असल मँ तोहसे मुँह फेर लिहा ह। 10 हम आपन यहोवा परमेस्सर क आग्या क पालन नाहीं कीन्ह। यहोवा आपन सेवकन, आपन नबियन क जरिये हमका व्यवस्था क विधान प्रदान किहस। किन्तु हम पचे ओकर व्यवस्थन क नाहीं माना। 11 इस्राएल क कउनो भी मनई तोहरी सिच्छन पइ नाहीं चला। उ पचे सबहिं राह स भटक ग रहेन। उ पचे तोहरे आदेसन क पालन नाहीं किहन। मूसा, जउन परमेस्सर क सेवक रहा क ब्यवस्था अउर विधान मँ सरापन अउ गम्भीर चिताउनी क उल्लेख भवा ह। उ सबइ सराप अउ चिताउनी ब्यवस्था अउर विधान पइ नाहीं चलइ क दण्ड क बखान करत हीं अउर उ सबइ सबहिं बातन हमरे संग घट चुकी अहइँ काहेकि हम यहोवा क विरोध मँ पाप किहा ह।

12 “परमेस्सर बताए रहा कि हमरे संग अउ हमरे मुखिया लोगन क संग उ सबइ बातन घटिहीं अउर उ ओनका घटाइ दिहस। उ हमरे संग भयानक बातन घटाइ दिहस। यरूसलेम क जेतना कस्ट उठावइ क पड़ा, कउनो दूसर नगर नाहीं उठाएस। 13 उ सबइ सबहिं भयानक बातन जउन मूसा क व्यवस्था क विधान मँ लिखा अहइँ हमरे संग भी घटिन। किन्तु हम अबहुँ भी यहोवा हमरे परमेस्सर स मदद माँगइ नाहीं परत ह। हम अबहुँ भी आपन पाप करब नाहीं तजा ह। अबहुँ तलक भी हम तोहस सच्चाई क अनुसार रहना सीखइ मँ रूची नाहीं रखत हउँ। 14 यहोवा उ सबइ खौफनाक बातन तइयार रख छोड़े रहिन अउर उ हमरे संग ओन बातन क घटाइ दिहस। हमार परमेस्सर यहोवा अइसा एह बरे किहे रहा कि उ तउ जउन कछू भी करत ह, निआव ही करत ह। किन्तु हम अबहुँ भी ओकर नाहीं सुनित।

15 “हे सुआमी हमार परमेस्सर, तू आपन महान सक्ति क प्रयोग किहा अउर हमका मिस्र स बाहेर निकारि लिआया। हम तउ तोहार आपन लोग अही। आजु तलक उ घटना क कारण तू जाना जात अहा। हे सुआमी, हम पाप किहा ह। हम खौफनाक पाप किहा ह। 16 हे सुआमी, यरूसलेम पइ किरोध करब तजि द्या। यरूसलेम तोहार पवित्तर पर्वतन पइ टिका अहइ। तू जउन करत अहा, ठीक ही करत अहा। एह बरे यरूसलेम पइ किरोधित होब तजि द्या। हमरे आसपास क लोग हमार अपमान करत हीं अउर हमरे लोगन क हँसी उड़ावत हीं। हम लोगन क पाप अउर हम लोगन क पुरखन क पापन क कारण इ सबइ कछू भएस ह।

17 “अब, हे यहोवा, तू मोर पराथना सुनि ल्या। मइँ तोहार दास हउँ। मदद बरे मोर बिनती सुन ल्या। आपन पवित्तर ठउर बरे तू अच्छी बातन करा। उ भवन नस्ट कइ दीन्ह गवा रहा। किन्तु हे यहोवा, तू खुद आपन भले बरे इ भली बातन क करा। 18 हे मोर परमेस्सर, हम लोगन क सुना। जरा आपन आँखिन खोला अउर हमरे संग जउन खौफनाक बातन घटी अहइँ, ओनका लखा। उ नगर जउन तोहरे नाउँ स गोहरावा जात रहा, लखा ओकरे संग का होइ गवा ह। मइँ इ नाहीं कहत हउँ कि हम अच्छे लोग अही। मइँ पराथना करत हउँ काहेकि मइँ जानत हउँ कि तू बहोत दयालु अहा। 19 हे सुआमी मोर सुना, हे यहोवा, हमका छिमा करा। हे सुआमी, हम पइ धियान द्या, अउर फुन कछू करा। अब अउर प्रतीच्छा जिन करा। इहइ समइ कछू करा। ओका तू खुद अपने भले बरे करा। हे सुआमी, अब तउ आपन नगर अउर आपन ओन लोगन क बरे, जउन तोहरे नाउँ स गोहरावा जात हीं कछू करा।”

सत्तर हफ्तन क बारे मँ दर्सन

20 मइँ परमेस्सर स पराथना करत भए इ सबइ बातन कहत रहेउँ। मइँ इस्राएल क लोगन क अउर आपन पापन क बारे मँ बतावत रहेउँ। मइँ यहोवा हमार परमेस्सर क पवित्तर पर्वत पइ पराथना करत रहेउँ। 21 मइँ अबहिं पराथना करत ही रहेउँ कि जिब्राएल मोरे लगे आवा। जिब्राएल उहइ सरगदूत रहा जेका मइँ दर्सन मँ लखे रहेउँ। जिब्राएल हाली स मोरे लगे आवा। उ साँझ क बलि क समइ आवा रहा। 22 मइँ जउन बातन क समुझइ चाहत रहा, ओन बातन क समुझइ मँ जिब्राएल मोर मदद किहेस। जिब्राएल कहेस, “हे दानिय्येल, मइँ तोहका बुद्धि प्रदान करइ अउ समुझइ मँ तोर सहायता क आवा हउँ। 23 जब तू पहिले पराथना आरंभ किहे रही, आदेस देइ दीन्ह गवा रहा अउ लखा मइँ तोहका बतावइ आइ गवा हउँ। परमेस्सर तोहका बहोत पिरेम करत ह। इ आदेस तहोरी समुझ मँ आइ जाइ अउर तू उ दर्सन क अरथ जान लेब्या।

24 “हे दानिय्येल, परमेस्सर तोहार प्रजा अउ तोहार पवित्तर नगरी बरे सत्तर हफ्तन क समइ निहचित किहेस ह। सत्तर हफ्तन क समइ एह बरे निहचित कीन्ह गवा ह ताकि बुरे करम खत्म कइ दीन्ह जाइँ, अउर पाप करब बन्द कइ दीन्ह जाइ, पापन बरे प्रायस्चित कीन्ह जाइ, हमेसा बरे निआव स्थापित कीन्ह जाइ। सब लोगन क सुद्ध कीन्ह जाइ, सदा-सदा बनी रहइवाली नेकी क लिआवा जाइ, दर्सन अउ नबियन पइ मोहर लगाइ दीन्ह जाइ, अउर पवित्तर ठउरे क समर्पित कीन्ह जाइ।

25 “दानिय्येल, तू एन बातन क समुझ ल्या। एन बातन क गियान रखा। जब वापस आवइ अउ यरूसलेम क पुनःनिर्माण करइ क आदेस दीन्ह गवा रहा क समइ स लइके अभिसिक्त कीन्ह गवा क आवइ क समइ तलक सात हफ्ता लगिहीं। सर्वजिनिक बाजार क निर्माण अउ नगर क रच्छा करइ बरे नगर क चारिहुँ कइँती खाई खोदइ क संग नगर क बासठ हफ्तन मँ निमार्ण कीन्ह जाइहीं। बासठ हफ्ता तलक यरूसलेम क बसावा जाइ। 26 बासठ हफ्तन पाछे उ अभिसिक्त मनई क हत्तिया कइ दीन्ह जाइ। उ अउर नाहीं रहब्या। फुन होइवाले नेता क लोग नगर क अउर उ पवित्तर ठउरे क तहस-नहस कइ देइहीं। उ अंत अइसे आइ जइसे बाड़ आवत ह। अंत तलक जुद्ध होत रही। उ ठउरे क पूरी तरह तहस-नहस कइ देइ क परमेस्सर आदेस दइ चुका ह।

27 “एकरे पाछे उ भावी सासक बहोत स लोगन क संग एक करार करी। उ करार एक हफ्ता तलक चली। भेंटन अउ बलियन आधे हफ्ता क पाछे रुकी रहिहीं अउर फुन एक विनासकर्ता आई। उ बहोत सारा घृणित काम करिहीं। किन्तु ओनकर पूरा करइ स पहिले, जउन आदेस दीन्ह गवा ह उ विध्वंस करइवालन क खिलाफ कीन्ह जाइहीं।”

भजन संहिता 117-118

समूचइ रास्ट्रन यहोवा क नाउँ क बड़कई करा।
    हे लोगो, यहोवा क गुण गावा।
काहेकि उ हम पइ बहोत पिरेम दिखावत ह।
    ओकर बिस्सास सदा-सदा बरे रही।

यहोवा क बड़कई करा।

मइँ यहोवा क धन्यवाद देत हउँ, काहेकि उ नीक अहइ।
    ओकर पिरेम सदा ही रहत ह।
इस्राएल इ कहइ द्या,
    “ओकर बिस्ससनीय पिरेम सदा ही रहत ह।”
याजक अइसा कहत हीं,
    “ओकर बिस्ससनीय पिरेम सदा अटल रहत ह।”
तू लोग जउन यहोवा क उपासना करत अहा, कहा करत अहा,
    “ओकर बिस्ससनीय पिरेम सदा ही अटल रहत ह।”

मइँ परेसानी मँ रहेउँ, एह बरे मइँ मदद बरे यहोवा क पुकारेउँ।
    उ मोका जवाब दिहस अउर यहोवा मोका अजाद किहस।
यहोवा मोरे कइँती अहइ, मइँ कबहुँ नाहीं डेराब।
    लोग मोका कउनो हानि नाहीं पहोंचावइ सकतेन।
यहोवा मोर सहायक अहइ।
    मइँ आपन दुस्मनन क हारा देखब।
मनइयन पइ भरोसा रखइ स
    यहोवा पइ भरोसा राखब उत्तिम अहइ।
इ हमेसा उत्तिम अहइ कि पहिले आपन यहोवा पइ भरोसा करा
    तउ आपन मुखियन पइ।

10 मइँ आपन दुस्मनन दुआरा घेरि लिहे गवा रहेउँ।
    यहोवा क सक्ति स मइँ आपन बैरी लोगन क हराइ दिहेउँ।
11 बहोत सारा दुस्मनन मोका चारिहउँ कइँती स घेरि लिहन ह।
    मइँ आपन दुस्मन क यहोवा क सक्ति स हराएउँ।
12 दुस्मनन मोका मधु माखियन क झुण्ड क नाई घेरि लिहन।
    मुला, उ सबइ हाली बरत भइ झाड़ी क नाई बर्बाद भएन।
    यहोवा क सक्ति स मइँ ओका हराएउँ ह।

13 मोर दुस्मनन मोह पइ वार किहन अउ मोका लगभग बर्बाद कइ दिहन
    मुला यहोवा मोका सहारा दिहस।
14 यहोवा मोर सक्ति अउर मेार विजय गीत अहइ।
    अउर उ रच्छक बनि गवा ह।
15 सज्जनन क घर मँ जउन विजय पर्व मनत अहइ तू ओका सुन सकत ह।
    देखा, यहोवा आपन महासक्ति फुन देखाएस ह।
16 यहोवा क भुजन विजय मँ उठी भइ अहइँ।
    देखा यहोवा आपन महासक्ति फुन स देखाएस।

17 मइँ जिअत रहब, मइँ मरब नाहीं,
    अउर जउन करम यहोवा किहस ह, मइँ ओन लोगन क गनती फुन स करब।
18 यहोवा मोका दण्ड दिहस,
    मुला उ मोका मरइ नाहीं दिहस।
19 सच्चाई क दुआरन क खोला,
    ताकि मइँ भीतर आइ पाउँ अउर यहोवा क आराधना करउँ।
20 यहोवा क मौजूदगी मँ जाइ क दुआर हिआँ अहइ।
    बस सिरिफ धर्मी लोग ही ओन दुआरन स होइके जाइ सकत हीं।
21 हे यहोवा, मोर पराथना क जवाब देइ बरे
    अउर मोका रच्छा करइ बरे तोहका धन्यवाद देत अहउँ।

22 जउन पाथार क राज मिस्त्रियन नकार दिहे रहेन
    उहइ पाथर क प्रयोग कोना क पाथर क रूप मँ कीन्ह गवा।
23 यहोवा इ घटना क होइ दिहस।
    अउर हम सबइ एहमाँ अद्भूत महसूस कीन्ह।
24 इ उहइ दिना अहइ जेका यहोवा बनाएस ह।
    आवा हम खुसी क अनुभव करी अउर आजु आनन्दित होइ जाइ।

25 लोग कहेन, “हे यहोवा, हम पचन क बचाव करा,
    हे यहोवा हमार रच्छा करा।
26 उ मनई धन्न होइ जउन यहोवा क नाउँ मँ आवत अहइ।”
    “मइँ यहोवा क घर मँ तोहार स्तुति करित हउँ।
27 यहोवा परमेस्सर अहइ।
    उ आपन प्रकास स हम पचन क छाया दिहेस ह।
    वेदी क कोनन पइ भेंट क मेमना क बाँधा।”

28 हे यहोवा, तू हमार परमेस्सर अहा, अउर मइँ तोहार धन्यवाद करत हउँ।
    मइँ तोहार गुण गावत हउँ, हे मोर परमेस्सर।
29 यहोवा क बड़कई करा काहेकि उ उत्तिम अहइ।
    ओकर सच्ची करुणा सदा-सदा बनी रहत ह।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.