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M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
2 राजा 4

एक ठु नबी क राँड़ मेहरारू एलीसा स मदद माँगत ह

नबियन क समूह मँ स एक ठु मनई क मेहरारू रही। उ मनई मर गवा। ओकर मेहरारू एलीसा क समन्वा आपन दुखड़ा रोएस, “मोर भतार तोहरे सेवक क नाईं रहा। अब मोर भतार मर गवा ह। तू जानत ह कि उ यहोवा क सम्मान करत रहा। किन्तु ओह पइ एक मनई क करजा रहा अउर अब उ मनई मोर दुइ लरिकन क आपन दास बनावइ बरे लेइ आवत अहइ।”

एलीसा पूछेस, “मइँ तोहार मदद कइसे कइ सकत हउँ? मोका बतावा कि तोहरे घरे मँ का अहइ?”

उ मेहरारू कहेस, “मोरे घरे मँ कछू नाहीं। मोरे लगे सिरिफ जइतून क तेल क गगरी अहइ।”

तब एलीसा कहेस, “जा अउर आपन सब पड़ोसियन से खोरन उधार ल्या। उ सबइ खाली होइ चाही। बहोत स खोरन उधार ल्या। तब अपने घरे जा अउर दरवाजन बन्द कइ ल्या। सिरिफ तू अउर तोहार पूत घरे मँ रहिहीं। तब एन सबइ खोरन मँ तेल नावा जब उ खोरन भर जाइ तउ ओनका एक अलग ठउरे पइ धरा।”

अब उ मेहरारू एलीसा क हिआँ स चली गइ, आपन घरे पहोंची अउर दरवाजन बंद कइ लिहस। सिरिफ उ अउर ओकर पूत घरे मँ रहेन। ओकर पूतन खोरन ओकरे लगे लिआएन अउर उ तेल नाएस। उ बहोत स खोरन भरेस। आखिर मँ उ अपने पूत स कहेस, “मोरे लगे दूसर खोरन लिआवा।”

मुला सभी खोरन भर चुका रहेन। पूतन मँ स एक ठु मेहरारू स कहेस, “अब कउनो खोरा नाहीं रहि गवा ह।” उ समइ गगरी क तेल खतम होइ चुका रहा।

तब उ मेहरारू आइ अउर उ परमेस्सर क जन (एलीसा) स इ घटना बताएस। एलीसा ओहसे कहेस, “जा, तेल क बेच द्या अउर आपन करजा लउटाइ द्या। जब तू तेल क बेच चुकब्यू अउ अपना करजा लउटाइ देब्यू तब तोहार अउ तोहरे पूतन क गुजारा बची रकम स होइ।”

सूनेम मँ एक ठु मेहरारू एलीसा क कमा देत ह

एक दिना एलीसा सूनेम क गवा। सूनेम मँ एक ठु महत्वपूर्ण मेहरारू रहत रही। इ मेहरारू एलीसा स कहेस कि उ ठहरइ अउर ओकरे घरे खइया क खाइ। एह बरे जब भी एलीसा उ ठउरे स होइके जात रहा तब भोजन करइ बरे हुवाँ रुकत रहा।

उ मेहरारु अपने भतार स कहेस, “लखा मइँ समुझत हउँ कि एलीसा परमेस्सर क जन पवित्तर जन अहइ। उ सदा हमरे घरे होइके जात ह। 10 मेहरबानी कइके हम लोग एक ठु कमरा एलीसा बरे छते पइ बनाई। ओहमाँ हम लोग एक ठु बिछउना, एक ठु मेज, एक कुर्सी अउर एक ठु डीबट रख देइ। जब जब उ हमरे घर आवइ तउ उ इ कमरा क आपन रहइ बरे प्रयोग कइ सकत ह।”

11 एक दिना एलीसा उ मेहरारू क घरे आवा। उ उ कमरे मँ गवा अउर हुवाँ आराम किहेस। 12 एलीसा अपने सेवक गेहजी स कहेस, “सूनेमिन मेहरारू क बोलावा।”

सेवक सूनेमिन मेहरारू क बोलाएस अउर उ ओकरे समन्वा आइ खड़ी भइ। 13 एलीसा अपने सेवक स कहेस, “अब इ मेहरारू स कहा, ‘लखा हम लोगन क देखभाल बरे तू यथासंभव नीक किहा ह। हम लोग तोहरे बरे का करी? का तू चाहति अहा कि हम लोग तोहरे बरे राजा या सेना क सेनापति स बात करी?’”

उ मेहरारू जवाब दिहस, “मइँ हिआँ बहोत अच्छी तरह अपने लोगन मँ रहत हउँ।”

14 एलीसा गेहजी स कहेस, “हम ओकरे बरे का कइ सकित ह?”

गेहजी कहेस, “मइँ जानत हउँ कि ओकर पूतन नाहीं अहइ अउर ओकर भतार बूढ़ा अहइ।”

15 तब एलीसा कहेस, “ओका बोलावा।”

एह बरे गेहजी उ मेहरारू क बोलाएस। उ आइ अउ ओकरे दरवाजे क लगे खड़ी होइ गइ। 16 एलीसा मेहरारू स कहेस, “अगले बसन्त मँ इ समइ तू अपने पूत क गले स लगाइ रही होइब्यू।”

उ मेहरारू स कहेस, “नाहीं महोदय! परमेस्सर क जन, मोहसे झूठ जिन बोला।”

सूनेमिन मेहरारू क पूत होत ह

17 मुला उ मेहरारू क गरभ भवा। उ अगले बसन्त मँ एक ठु पूत क जन्म दिहस, जइसा एलीसा कहे रहा।

18 लड़का बड़ा भवा। एक दिना उ लड़का खेतन मँ अपने बाप अउर फसल काटत मनइयन क लखइ गवा। 19 लड़का अपने बाप स कहेस, “ओह मोर मूँड़। मोर मूँड़ फटा जात अहइ।”

बाप अपने सेवक स कहेस, “एका अपनी महतारी क लगे लइ जा।”

20 सेवक उ लरीका क ओकरी महतारी क लगे लइ गवा। लरिका दुपहर तलक अपनी महतारी क गोदी मँ बइठा। तब उ मरि गवा।

महतारी एलीसा स मिलइ जात ह

21 उ मेहरारू लरिका क परमेस्सर क जन क बिछउने पइ ओलराइ दिहस। तब उ दरवाजा बन्द किहस अउर बाहेर चली गइ। 22 उ अपने भतारे क बोलाएस अउ कहेस, “मेहरबानी कइके मोरे लगे सेवकन मँ स एक अउ गदहन मँ स एक क पठवा। तब मइँ परमेस्सर क जन स भेंटइ हाली जाबइ अउर लउटि अउबइ।”

23 उ मेहरारू क भतार कहेस, “तू आज परमेस्सर क जन क लगे काहे जाइ चाहति अहा? इ नवचन्द्र या सबित क दिन नाहीं अहइ।”

उ कहेस, “परेसान जिन ह्वा। सब कछू नीक होइ।”

24 तब उ एक गदहे पइ काठी धरेस अउ अपने सेवक स कहेस, “आवा चली अउ हाली करी। धीरे तबहिं चला जब मइँ कहउँ।”

25 उ मेहरारू परमेस्सर क जन स भेंटइ कर्म्मेल पर्वत पइ गइ।

परमेस्सर क जन सूनेमिन मेहरारू क दूर स आवत लखेस। एलीसा अपने सेवक गेहजी स कहेस, “लखा, उ सूनेमिन मेहरारू अहइ। 26 कृपा कइके अब दउड़ि के ओहसे भेंटा। ओहसे पूछा, ‘का सब कछू ठीक अहइ? का तू कुसल स अहा? का तोहार भतार कुसल स अहइ? का तोहार पूत कुसल ह?’” गेहजी उ सूनेमिन मेहरारू स इहइ पूछेस।

उ जवाब दिहस, “सब कुसल अहइ।”

27 मुला सूनेमिन मेहरारू स पर्वत पइ चढ़िके परमेस्सर क जन क लगे पहोंची। उ प्रणाम करइ निहुरी अउर उ एलीसा क गोड़ धइ लिहेस। गेहजी सूनेमिन मेहरारू क दूर हींच लेइ बरे निअरे आवा। किन्तु परमेस्सर क जन गेहजी स कहेस, “ओका अकेला छोड़ द्या। उ बहोत परेसान अहइ अउर यहोवा एकरे बारे मँ मोहसे नाहीं कहेस। यहोवा इ खबर मोहसे छुपाएस।”

28 तब सूनेमिन मेहरारू कहेस, “महोदय, मइँ आप स पूत नाहीं माँगे रहेउँ। मइँ आप स कहे रहेउँ, ‘आप मोका मूर्ख न बनावइँ।’”

29 तब एलीसा गेहजी स कहेस, “जाइ बरे तइयार होइ जा। मोर टहराइ क कुबरी लइ ल्या अउर जा। कउनो स बात करइ बरे न रूका। यदि तू कउनो मनई स मिला तउ ओका नमस्कार भी न कहा। जदि कउनो मनई नमस्कार करइ तउ तू ओकर जवाब भी न द्या। मोर टहरइ क कुबरी क बच्चा क चेहरा पइ रखा।”

30 मुला बच्चा क महतारी कहेस, “जइसा कि यहोवा सास्वत अहइ अउर आप जिअत अहइँ मइँ प्रतिग्या करति अहइँ कि मइँ तोहार बिना हिआँ स नाहीं जाब।”

एह बरे एलीसा उठा अउर सूनेमिन मेहरारू क संग चल पड़ा।

31 गेहजी सूनेमिन मेहरारू क घर, एलीसा अउ सूनेमिन स पहिले पहोंचा। गेहजी टहरइ क कुबरी क बच्चा क चेहरे पइ धरेस। मुला बच्चा न कउनो बात किहस अउर न ही कउनो अइसा संकेत दिहस जेहसे इ लागइ कि उ कछु सुनेस ह। तब गेहजी एलीसा स मिलइ लउटा। गेहजी एलीसा स कहेस, “बच्चा नाहीं जगा।”

सूनेमिन मेहरारू क पूत फुन जिअत ह

32 एलीसा घरे स आवा अउर बच्चा अपने बिछउना पइ मरा पड़ा रहा। 33 एलीसा कमरे मँ आवा अउर उ दरवाजा बन्द कइ लिहस। अब एलीसा अउर उ बच्चा कमरा मँ अकेल्ले रहेन। तब एलीसा यहोवा स पराथना किहेस। 34 एलीसा बिछउना पइ गवा अउ बच्चा पइ ओलरा। एलीसा आपन मुँह बच्चा क मुँहे पइ धरेस। एलीसा आपन आँखिन बच्चा की आँखिन पइ धरेस। एलीसा आपन हाथन क बच्चा क हाथन पइ धरेस। एलीसा आपन क बच्चा क ऊपर फइलाएस। तब बच्चा क तन गरम होइ गवा।

35 एलीसा उठा अउर कमरे मँ चारिहुँ कइँती घूमा। तब उ फुन बच्चा क ऊपर झुक गवा। तब बच्चा सात दाईं छींकेस अउर उ आँखिन खोलेस।

36 एलीसा गेहजी क बोलाएस अउर कहेस, “सूनेमिन मेहरारू क बोलावा।”

गेहजी सूनेमिन मेहरारू क बोलाएस अउर उ एलीसा क लगे आइ। एलीसा कहेस, “अपने पूत क उठाइ ल्या।”

37 तब सूनेमिन मेहरारू कमरा मँ गइ अउ एलीसा क चरणन पइ निहुरी। तब उ अपने पूत क उठाएस अउर उ बाहेर गइ।

एलीसा अउ जहरीला सुरवा

38 एलीसा फुन गिलगाल आइ गवा। उ समइ देस मँ भुखमरी क समइ रहा। नबियन क समूह एलीसा क समन्वा बइठ गवा। एलीसा अपने सेवक स कहेस, “बड़के बर्तन क आगी पइ धरा अउ नबियन क समूह बरे कछू सुरवा बनावा।”

39 एक ठु मनई खेतन मँ जड़ी-बूटी बटोरइ गवा। ओका एक जंगली बेल मिली। उ कछू जंगली लौकियन इ बेल स तोड़ेस अउ अपने लबादे क भर लिहस। तब उ आवा अउर जंगली लौकियन क बर्तन मँ डाइ दिहस। मुला न ओका अउर न ही दूसर नबियन क पता चला रहा कि उ कइसी लउकियन अहइँ?

40 तब उ पचे तनिक सुरवा मनइयन क खाइ बरे दिहन। मुला जब उ पचे सुरवा क खाब सुरू किहन, तउ उ पचे एलीसा स चिचिआइके कहेन, “परमेस्सर क जन! बर्तन मँ जहर बाटइ।” उ पचे बर्तन स कछू नाहीं खाइ सकेन काहेकि खइया खाब खतरा स रहित नाहीं रहा।

41 मुला एलीसा स कहेस, “कछू आटा लिआवा।” उ पचे एलीसा क लगे आटा लइ आएन अउर उ पचे ओका बर्तन मँ नाइ दिहन।

तब एलीसा कहेस, “सुरवा क लोगन क बरे नावा जेहसे उ पचे खाइ सकइँ।” तब सुरवा मँ कउनो दोख नाहीं रहा।

एलीसा नबियन क समूह क खइया करावत ह

42 एक ठु मनई बालसालीसा स आवा अउर पहिली फसल स परमेस्सर क जन बरे रोटी लिआवा। उ मनई बीस ठु जौ क रोटियन अउ नवा अनाज क अपनी बोरी मँ लिआवा। तब एलीसा कहेस, “इ खइया लोगन क द्या जेका उ पचे खाइ सकइँ।”

43 एलीसा क सेवक कहेस, “आप का कहेन? हिआँ तउ सौ मनई अहइँ। ओन सबहिं मनइयन क इ खइया मइँ कइसे दइ सकत हउँ?”

किन्तु एलीसा कहेस, “लोगन क खाइ बरे खइया द्या। यहोवा कहत ह, ‘उ पचे खइया कइ लेइहीं अउर खइया बच भी जाइ।’”

44 तब एलीसा क सेवक नबियन क समूह क समन्वा भोजन परोसेस। नबियन क समूह क खाइ बरे भोजन पर्याप्त भवा अउर ओनके लगे भोजन बचा भी रहा। इ वइसा ही भवा जइसा यहोवा कहे रहा।

1 तीमुथियुस 1

पौलुस कइँती स जउन हमार उद्धारकर्ता परमेस्सर अउर हमार आसा मसीह ईसू क हुकुम स मसीह ईसू क प्रेरित बना बा,

तीमुथियुस क जउन बिसवासे मँ मोर सच्चा बेटवा बा,

परमपिता परमेस्सर अउर हमरे पर्भू ईसू मसीह कइँती स अनुग्रह, दया अउर सान्ति मिलइ।

झूठा उपदेसन क विरोध मँ चेतावनी

मैसिडोनिया जात समइ मइँ तोह सबन स जउन इफिसुस मँ ठरहा रहइ क कहे रहेउँ, मइँ अबहुँ उही आग्रह-क दोहरावत रहेउँ। ताकि तू उहाँ कुछ लोगन क झूठा उपदेस देत रहइ, कल्पना स भरी कहानी अउर अनन्त वंसावलिन पर जउन लड़ाई-झगड़ा क बढ़ावा देत हीं, अउर परमेस्सर क ओह प्रयोजन क सिद्ध नाहीं होइ देत हीं, जउन बिसवासे पर टिका बा, धियान देइ स रोक सकइँ एह आग्रह क प्रयोजन बा उ पिरेम जउन पवित्तर हिरदय, उत्तिम चेतना अउर छल रहित बिसवास स पैदा होत ह। कछू जने तउ इन बातन स छिटक क भटक गवा अहइँ अउर बेकार क वाद विवादन मँ जाईके फँसा बाटेन। उ पचे व्यवस्था क उपदेसक तउ बनई चाहत हीं, मुला जउन कछू उ कहत रहेन य जेन्हन बातन पइ वो बहुत बल देत हयेन, ओन्हन तक क ओ सबइ नाहीं समझतेन।

हम अब इ जानित ह कि अगर केउ व्यवस्था क ठीक ठीक तरह स प्रयोग करइ, त व्यवस्था उत्तिम बाटइ। मतलब इ जानइ क बा कि व्यवस्था धर्मियन क बरे नाहीं बल्कि अबिसवासी, पापी, अउर अपवित्तर अधर्मियन, महतारी बाप क मारी डावइवालन, हतियारन, 10 व्यभिचारिन, समलिंग कामुकन, सोसण कर्ता लोगन, झूठ क बोलवइयन, कसम तोड़इवालन या अइसेन हीं अन्य कामन क बरे बा, जउन सिच्छा क विरोध मँ बा। 11 उ सिच्छा परमेस्सर क महिमामय सुसमाचार क अनुसार बा। उ सुधन्य परमेस्सर स मिलत ह। अउर सुसमाचार क मोहका सँउपा गवा बा।

परमेस्सर क अनुग्रह क धन्यबाद

12 मइँ, हमार पर्भू ईसू मसीह क धन्यबाद करत हउँ। मोका उहइ सक्ती दिहेस ह। उ मोका बिसवासी समझिके अपने सेवा मँ तैनात किहे बाटइ। 13 जद्यपि पहिले मइँ ओकर अपमान करइवाला, सतावइवाला अउर एक बिनयरहित मनई रहेउँ। मुला मोहे पइ दया कीन्ह गइ काहेकि एक अबिसवासी क रूपे मँ इ नाहीं जानत भए कि मइँ का कछू करत हउँ मइँ सब कछू किहेउँ। 14 अउर पर्भू इ अनुग्रह मोका बहुतायत स मिला ह अउर साथे ही उ बिसवास अउर पिरेम उ जउन मसीह ईसू मँ बा।

15 इ कथन सही बा अउर सब केउ क स्वीकार करइ जोग्ग बा कि मसीह ईसू एह संसारे मँ पापियन क उद्धार करइ बरे आई-बाटइ। सच मइँ तउ सबसे बड़ा पापी हउँ। 16 अउर इही बरे तउ मोहे पइ दया कीन्ह गइ। कि मसीह ईसू एक बड़इका पापी क रूपे मँ मोर उपयोग करत आगे चलिके जउन लोग ओहमाँ बिसवास ग्रहण करिहीं, ओनके बरे अनन्त जीवन मिलइ बरे एक उदाहरण क रूप मँ मोका स्थापित कइके आपन असीम सहनसीलता देखॉइ सकइ। 17 अब उ अनन्त सम्राट अविनासी, अदृस्य एक मात्र परमेस्सर क युग युगान्तर तक सम्मान अउर महिमा होत रहइ। आमीन।

18 मोर बच्चा तीमुथियुस! नबियन क बचनन क अनुसार बहुत पहिले स ही तोहरे सम्बन्धे मँ जउन भविस्सबाणियन कइ दीन्ह गइ रहिन, मइँ तोहका इ हुकुम देत अही जम कइ ताकि तू ओनके अनुसार 19 बिसवास अउर उत्तम चेतना स सहित होइके नेकी क लड़ाई जम कइ लड़ सका। कछू अइसेन हयेन जेनकर उत्तिम चेतना अउर बिसवास रूपी जहाज बूड़ गवा बा। 20 हुमिनयुस अउर सिकन्दर अइसेन ही हयेन। हम ओनका सइतान क सँउप दिहे हई ताकि ओनका परमेस्सर क विरोध मँ परमेस्सर क निन्दा करइ स रोकई क पाठ पढ़ावा जाइ सकइ।

दानिय्येल 8

भेड़न अउ बोकरन क बारे मँ दानिय्येल क दर्सन

बेलसस्सर क सासन काल क तीसरे बरिस मइँ इ दर्सन लखेउँ। इ उ पहिले वाल दर्सन क बाद क दर्सन रहा। मइँ लखेउँ कि मइँ सूसन नगर मँ हउँ। सूसन, एलाम प्रान्त क राजधानी रही। मइँ ऊलै नदी क किनारे पइ खड़ा रहेउँ। मइँ आँखिन ऊपर उठाएउँ तउ लखेउँ कि ऊलै नदी क किनारे पइ एक भेड़ा खड़ा अहइ। उ भेड़ा क दुइ लम्बे सींग रहेन। जदपि ओकर दुइनउँ ही सींग लम्बे रहेन। पर एक सींग दूसर स लम्बा रहा। लम्बा वाला सींग छोटेवाले सींग क बाद मँ जमा रहा। मइँ लखेउँ कि उ भेड़ा कबहुँ पच्छिम कइँती दउड़त रहा तउ कबहुँ उत्तर कइँती, अउर कबहुँ दक्खिन कइँती अउर सींग मारत फिरत रहा। उ भेड़ा क कउनो भी पसु रोक नाहीं पावत अहइ अउर न ही कउनो दूसर पसुअन क बचाइ पावत अहइ। उ भेड़ा सब कछू कइ सकत रहा, जउन कछू उ करइ चाहत रहा। इ तरह स उ भेड़ा बहोतइ सक्तिसाली होइ गवा।

मइँ उ भेड़ा क बारे मँ सोचइ लगा। मइँ अबहिं सोचत ही रहत रहा कि पच्छिम कइँती स मइँ एक बोकरा क आवत लखेउँ। इ बोकरा धरती पइ दौड़ गवा। किन्तु उ बोकरा क गोड़ धरती पइ छुए तलक नाहीं। इ बोकरा क एक लम्बा सींग रहा। जउन साफ-साफ दिखत रहा, उ सींग बोकरा क दुइनउँ आँखिन क बीचउ-बीच रहा।

फिन उ बोकरा उ दुइ सींगवाले भेड़न क लगे आवा। (इ उहइ भेड़ा रहा जेका मइँ ऊलै नदी क किनारे खड़ा लखे रहेउँ।) उ बोकरा किरोध स भरा भवा रहा। तउ उ भेड़ा क तरफ लपका। बोकरा क उ भेड़े क तरफ परात भए मइँ लखेउँ। उ बोकरा गुस्सा मँ आग बबूला होत रहा। तउ उ भेड़ा क दुइनउँ सींग तोड़ डाएस। भेड़ा बोकरा क रोक नाहीं पाएस। बोकरा भेड़ा क धरती पइ पछाड़ दिहस अउर फुन उ बोकरा उ भेड़ा क गोड़न तले कुचर दिहस। हुआँ उ भेड़ा क बोकरा स बचावइ वाला कउनो नाहीं रहा।

तउ बोकरा बहोत सक्तिसाली बन बइठा। किन्तु जब उ सक्तिसाली बना, ओकर बड़का सींग टूट गवा अउर फुन उ बड़के सींग क तरह चार सींग अउर निकरि आएन। उ सबइ चारिहुँ सींग आसानी स देखाई पड़त रहेन! उ सबइ चार सींग अलग-अलग दिसा कइँती मुड़े भए रहेन।

फुन ओन चारिहुँ सींगन मँ स एक छोटा सींग अउर निकरि आवा। उ छोटा सींग बढ़इ लाग अउर बढ़त-बढ़त बहोत बड़ा होइ गवा। इ सींग दक्खिन-पूरब कइँती बढ़ा। इ सींग सुन्नर धरती कइँती बढ़ा। 10 उ छोटा सींग बढ़िके बहोत बड़ा होइ गवा। उ बढ़त बढ़त अकास छुइ लिहेस। उ नान्ह सींग, हिआँ तलक कि कछू तारन क भी धरती पइ पटक दिहस अउर ओन सबहिं तारन क गोड़न तले मसल दिहस। 11 उ नान्ह सींग बहोत मजबूत होइ गवा अउर फुन उ तारन क सासक (परमेस्सर) क विरुद्ध हो गवा। उ नान्ह सींग उ सासक क अर्पित कीन्ह जाइवाली बलियन क रोक दिहस। उ ठउर जहाँ लोग उ सासक क उपासना किया करत रहेन, उ ओका उजाड़ दिहस 12 अउर ओनकर फउज क भी हराइ दिहस अउर एक विद्रोही कार्य क रूप मँ उ नान्ह सींग दैनिक बलियन क ऊपर अपने आप क स्थापित कइ दिहस। उ सच क धरती पइ पटक दिहस। उ नान्ह सींग जउन कछू किहस उ सब कछू मँ सफल होइ गवा।

13 फुन मइँ कउनो पवित्तर जन क बोलत सुनेउँ अउर ओकरे पाछे मइँ सुनेउँ कि कउनो दूसर पवित्तर मनई उ पहिले पवित्तर मनई क जवाब देत अहइ। पहिला पवित्तर मनई कहेस, “इ दर्सन दर्सावत ह कि दैनिक बलियन क का होइ? इ उ भयानक पाप क बारे मँ अहइ जउन बिनास डावत ह। इ दर्सावत ह कि जब लोग उ सासक क पूजा स्थल क तोड़ डइहीं तब का होइ? इ दर्सन दर्सावत ह कि जब लोग उ समूचे ठउर क गोड़न तले रौदिहीं तब का होइ। इ दर्सन दर्सावत ह कि जब लोग तास क ऊपर गोड़ धरहीं तब का होइ? किन्तु इ सबइ बातन कब तलक होत रइहीं?”

14 दूसर पवित्तर मनई कहेस, “दुइ हजार तीन सौ दिन तलक अइसा ही होत रही अउर ओकरे पाछे पवित्तर ठउर क फुन स स्थापित कइ दीन्ह जाइ।”

दर्सन क व्याख्या

15 मइँ, दानिय्येल इ दर्सन लखे रहेउँ, अउर इ प्रयत्न किहेउँ कि ओकर अरथ समुझ लेउँ। अबहिं मइँ इ दर्सन क विसय मँ सोच ही रहे रहेउँ कि मनई क जइसा देखाइवाला कउनो अचानक आइके मोरे समन्वा खड़ा होइ गवा। 16 एकरे पाछे मइँ कउनो मनई क वाणी सुनेउँ। इ वाणी ऊलै नदी क ऊपर स आवति रही। उ अवाज कहेस, “जिब्राएल, इ मनई क एकर दर्सन क अरथ समुझाइ द्या।”

17 तउ जिब्राएल जउन कउनो मनई क समान देखाँत रहा, जहाँ मइँ खड़ा रहेउँ, हुआँ आइ गवा। उ जब मोरे लगे आवा तउ मइँ बहोत डेराइ गएउँ। मइँ धरती पइ भहराइ पड़ेउँ। किन्तु जिब्राएल मोहसे कहेस, “अरे मनई, समुझ ल्या कि इ दर्सन अंत समइ बरे अहइ।”

18 अबहिं जिब्राएल बोलत ही रहत रहा कि मोका नीदं आइ गइ। नीदं बहोतइ गहरी रही। मोर मुख धरती कइँती रहा। फुन जिब्राएल मोका छुएस अउर मोहसे मोर गोड़न पइ खड़ा कइ दिहस। 19 जिब्राएल कहेस, “लखा, मइँ तोहका अब, उ दर्सन क समझावत हउँ। मइँ तोहका बताउब कि परमेस्सर क किरोध क समइ क बाद मँ का कछू घटी।

20 “तू दुइ सींगनवाला भेड़ा लखे रह्या। उ सबइ दुइ सींग अहइँ मादी अउ फारस क दुइ देस। 21 इ बोकरा युनान क राजा अहइ। ओकर दुइ आखिन क बीच क बड़ा सींग उ पहिला राजा अहइ। 22 उ सींग टूट गवा अउ ओकरे ठउर क चार सींग निकरि आएन। उ सबइ चार सींग चार राज्ज अहइँ। उ सबइ चार राज्ज, उ पहिले राजा क रास्ट्र स परगट होइहीं किन्तु उ सबइ चारिहुँ राज्ज उ पहिले राजा क स मजबूत नाहीं होइहीं।

23 “जब ओन राज्जन क अंत ओन लोगन क जरिये बुरा करम करइ क पाछे निकट होइ, तब हुवाँ एक हटी राजा जउन कि पहेलियन क समुझ सकत ह उठ खड़ा होइ। 24 इ राजा बहोत सक्तिसाली होइ किन्तु ओकर सक्ति ओकर आपन नाहीं होइ। इ राजा भयानक तबाहीं मचाइ देइ। उ जउन कछू करी ओहमाँ ओका सफलता मिली। उ सक्तिसाली लोगन-हिआँ तलक कि परमेस्सर क लोग क भी नस्ट कइ देइ।

25 “इ राजा बहोत चुस्त अउ मक्कार होइ। उ आपन कपट अउ झूठन क बल पइ सफलता पाइ। उ अपने आप क सब स बड़कवा समुझी। लोगन क उ बिना कउनो चितउनी क नस्ट करवाइ देइ। हिआँ तलक कि उ राजा लोगन क राजा (परमेस्सर) स भी जुद्ध क जतन करी किन्तु उ जफाकस राजा क सक्ति क खतम कइ दीन्ह जाइ अउर ओकर अंत कउनो मनई क हाथन नाहीं होइ।

26 “अउर साम अउ सुबह कर दर्सन फुरइ अहइँ। किन्तु इ दर्सन पइ तू मुहर लगाइके रख द्या। काहेकि उ सबइ बातन अबहिं बहोत सारे समइ तलक घटइवाली नाहीं अहइ।”

27 उ दिब्ब दर्सन क बाद मँ मइँ दानिय्येल, बहोत कमजोर होइ गवा अउर बहोत दिनन तलक बीमार पड़ा रहा। फुन बेरामी स उठिके मइँ लउटिके राजा क कामकाज करब सुरू कइ दिहस किन्तु उ दिब्ब दर्सन क कारण मँ बहोत बियाकुल रहा करत रहा। मइँ उ दर्सन क अरथ समुझ ही नाहीं पाए रहेउँ।

भजन संहिता 116

मइँ यहोवा स पिरेम करत हउँ जब उ मोर पराथनन क सुनत ह
    अउर एकर जवाब देत ह।
मइँ ओका पिरेम करत हउँ काहेकि उ मोर सुनत ह।
    मइँ आपन सारी जिन्नगी ओका मदद बरे बुलावत हउँ।
मइँ लगभग मरि चुका रहेउँ।
    मोरी चारिहुँ कइँती मउत क रस्सा बँधि चुका रहेन।
    कब्र मोका लीलत रही।
    मइँ डेरान रहेउँ अउर मइँ चिंतित रहेउँ।
तब मइँ यहोवा क ओकर मदद लेइ बरे गोहराएउँ,
    मइँ कहेउँ, “यहोवा, मेहरबानी कइक मोका बचाइ ल्या।”
यहोवा खरा अहइ अउर दया स पूर्ण अहइ।
    परमेस्सर करुणा स पूर्ण अहइ।
यहोवा असहाय लोगन क देख-रेख करत ह।
    मइँ परेसानी मँ रहेउँ अउर यहोवा मोका बचाएस।
हे मोर प्राण, फुन स आराम करा।
    काहेकि यहोवा तोहार देख-रेख करत ह।
हे परमेस्सर, तू मोर प्राण मउत स बचाया।
    मोर आँसुअन क तू रोक्या
    अउर गिरइ स तू मोका थाम लिहा।
जीवित लोगन क धरती मँ
    मइँ यहोवा क सेवा करत हउँ।

10 मइँ लगातार बिस्सास बनाए राखेउँ हिआँ तलक कि जब मइँ कहि दिहे रहेउँ,
    “मइँ बहोत पीड़ा मँ होइ गवा रहेउँ।”
11 मइँ हिआँ तलक बिस्सास संभाले राखेउँ जब कि मइँ डेरान रहेउँ अउर मइँ कहेउँ,
    “सबहिं लोग झूठा अहइँ।”

12 मइँ भला यहोवा क ओन नीक कामन क बदले मँ का अर्पित कइ सकत हउँ
    जउन उ मोर बरे किहेस?
13 मइँ ओका पेय भेंट देब
    काहेकि उ मोका बचाएस ह।
    मइँ यहोवा पइ आस्रित रहब।
14 मइँ यहोवा क लोगन क समन्वा आपन बचन क पूरा करब
    जउन मइँ ओहसे किहे रहेउँ।

15 हिआँ तलक कि कउनो एक मउत भी ओन लोगन क जउन यहोवा बरे अपराध किहेन ह,
    ओकरे बरे बहोत महत्वपूर्ण अहइ।
16 हे यहोवा मइँ तोहार एक
    मेहरारु नउकर क सन्तान हउँ।
    हे यहोवा, तू ही मोका मोरे बंधन स अजाद किहा।
17 मइँ तोहका एक धन्यवाद बलि अर्पित करब।
    मइँ यहोवा क नाउँ स गोहराउब।
18 मइँ यहोवा क लोगन क समन्वा आपन वचन क पूरा किहेउँ ह
    जउन मइँ ओहसे किहे रहेउँ।
19 मइँ यहोवा क मन्दिर क आंगन मँ जाब
    जउन यरूसलेम मँ अहइ।

यहोवा क क स्तुति करब।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.