M’Cheyne Bible Reading Plan
सीबा क रानी सुलैमान स मिलइ आवत ह
10 सीबा क रानी सुलैमान क बारे मँ सुनेस। एह बरे उ कठिन सवालन स ओकर परीच्छा लेइ आइ। 2 उ सेवकन क बिसाल गिनती क संग यरूसलेम क जात्रा किहस। अनेक ऊँट मसालन, रतन अउ बहोत सा सोना ढोवत रहेन। उ सुलैमान स मिली अउर उ ओन सब सवालन क पूछेस जेनका उ सोच सकत रही। 3 सुलैमान सबहिं सवालन क जवाब दिहेस। ओकर कउनो भी सवाल ओका जवाब देइ बरे बहोत जियादा कठिन नाहीं रहा। 4 सीबा क रानी समुझ लिहस कि सुलैमान बहोत बुद्धिमान अहइ। उ उ सुन्नर महल क भी लखेस जेका उ बनाए रहा। 5 रानी राजा क मेज पइ भोजन भी लखेस। उ ओकरे अधिकारियन क एक संग मिलत लखेस। उ महल क सेवकन अउर पिलाइवालन जउन अच्छे ओढ़नन क पहिर रखे रहा ओनका भी लखेस। उ ओकर दावतन अउर उ भेंटन क लखेस जउन उ यहोवा क मन्दिर मँ चढ़ाएस रहा। ओन सबहिं चिजियन असल मँ ओका चकित कइ दिहन। “मानो ओकर मुँह क बोली बन्द होइ गवा!”
6 एह बरे रानी राजा स कहेस, “मइँ अपने देस मँ आप क बुद्धिमानी अउ बहोत सी बातन क बारे मँ सुनेउँ जउन आप किहन। उ सबइ सबहिं बातन फुरइ अहइँ। 7 मइँ एन बातन मँ तब तलक नाहीं पतियात जब तलक मइँ हिआँ नाहीं आइ अउर एन चिजियन क अपनी आँखियन स नाहीं लखेउँ। अब मइँ लखत हउँ कि मोका एकर आधा भी नाहीं कहा गवा रहा। जेतना मोका लोग कहे रहा तोहार बुद्धिमत्ता अउ सम्पत्ति ओहसे बहोत जियादा अहइ। 8 आप क मेहररुअन अउ आप क अधिकारी बहोत भाग्गसाली अहइँ। उ पचे रोजाना आप क सेवा कइ सकत हीं अउर आपका बुद्धिमत्ता स भरी बातन सुन सकत हीं। 9 आप क यहोवा परमेस्सर स्तुति जोग्गा अहइ। उ तोहका इस्राएल क राजा बनावइ मँ खुस भइ रहा। यहोवा परमेस्सर इस्राएल स हमेसा पिरेम करत ह। एह बरे उ आप क राजा बनाएस। आप नेमन क अनुसरण करत हीं अउर लोगन क संग निआव स भरा बेउहार करत हीं।”
10 तब सीबा क रानी राजा क लगभग नौ हजार पौण्ड सोना दिहेन। उ ओका अनेक मसालन अउ रतन भी दिहस। जेतना मसाला पहिले कबहुँ कउनो इस्राएल क लिआइके दिहे रहा। सीबा क रानी ओहसे जियादा मसालन सुलैमान क दिहस।
11 हीराम क जहान ओपोर स सोना लइ आएन। उ सबइ जहाज बहोत जियादा लकड़ी अउ रतन भी लिआएन। 12 सुलैमान लकड़ी क उपयोग मन्दिर अउ महल क सम्भारइ बरे किहस। उ लकड़ी क उपयोग गायकन क बरे वीणन अउ बाँसुरियन बनावइ मँ भी किहेस। दूसर कउनो भी मनई उ तरह क लकड़ी इस्राएल मँ कबहुँ नाहीं लिआवा, अउर कउनो भी मनई तब स उ प्रकार क लकड़ी नाहीं लखेस।
13 तब राजा सुलैमान सीबा क रानी क उ सबइ भेंटन दिहस जउन कउनो कउनो दूसर देस क सासक क सदा ही देत ह। तब उ ओका सब कछू दिहस जउन कछू भी उ माँगेस। एकरे पाछे रानी सेवकन सहित अपने देस क वापस लउट गइ।
14 राजा सुलैमान हर बरिस लगभग उन्नासी हजार नौ सौ बीस पौण्ड सोना प्राप्त करत रहा। 15 बइपार क जहाजन स सोना लिआए जाइ क अलावा उ वाषिक, बइपारियन अउ अरब क राजा लोग अउ देस क प्रसासकन क भी सोना प्राप्त किहन।
16 राजा सुलैमान दुइ सौ बड़की ढारन पीटा भवा सोना स बनाएस। हर एक ढार मँ लगभग पन्द्रह पौण्ड सोना लगा रहा। 17 उ पीटा भवा सोना स तीन सौ नान्ह ढारन भी बनाएस। हर एक ढार मँ लगभग चार पौण्ड सोना लगा रहेन। राजा ओनका उ भवन मँ धरेस जेका “लबानोन क वन” कहा जात रहा।
18 राजा सुलैमान एक ठु बिसाल हाथी दाँत क सिंहासन भी बनाएस। उ ओका निखालिस सोना स मढ़ेस। 19 सिंहासने पइ पहोंचइ बरे ओहमाँ छ: पैड़ियन रहिन। सिंहासन क पिछला भाग सिरे पइ गोल रहा। कुस्री क दुइनउँ कइँती हत्थन अउर कुर्सी क बगल लगे रहेन, अउ कुर्सी क दुइनउँ हत्थन क खाले सिंहन क मूरती बनी रहिन। 20 छ: पैड़ियन मँ स हर एक पइ दुइ सिंह रहेन। हर एक क सिरे पइ एक सेर रहा। कउनो भी दूसर राज्ज मँ इ तरह क कछू भी नाहीं रहा।
21 सुलैमान क सबहिं पियालन अउ मग सोना क बने रहेन। सबहिं बरतन “लबानोन क वन” नाउँ क भवन मँ रखा रहेन उ सबइ भी निखालिस सोना क बने रहेन। हुवाँ महल मँ कछू भी चाँदी क नाहीं बना रहा। सुलैमान क समइ मँ सोना ऍतना जियादा रहा कि लोग चाँदी क महत्वपूर्ण नाहीं समुझत रहेन।
22 राजा क लगे बहोत स बइपार क जहाज भी रहेन जेनका उ दूसर देसन स चिजियन क बइपार करइ बरे बाहेर पठवत रहा। इ सबइ जहाज हीराम क जहाज क संग जात्रा करत रहेन। हर तीसरे बरिस जहाज सोना, चाँदी, हाथी दाँत अउ गोरु लिआवत रहेन।
23 सुलैमान भुइँया पइ महानतम राजा रहा। उ सबहिं राजा लोगन स जियादा धनवान अउ बुद्धिमान रहा। 24 सर्वत्र लोग राजा सुलैमान क लखइ चाहत रहेन। उ पचे परमेस्सर क जरिये दीन्ह गइ ओकर बुद्धिमानी क बात सुनइ चाहत रहेन। 25 हर बरिस लोग राजा क दर्सन करइ आवत रहेन अउ हर मनई भेंट लिआवत रहा। उ पचे सोना, चाँदी, ओढ़नन, अस्त्र-सस्त्र, मसालन, घोड़न अउ खच्चरन लिआवत रहेन।
26 एह बरे सुलैमान क लगे अनेक रथ अउर घोड़न रहेन। ओकरे पास चौदह सौ रथ अउर बारह हजार घोड़न रहेन। सुलैमान एन रथन क बरे बिसेस नगरन बनाएस। राजा सुलैमान इ नगरन मँ कछू रथन राखेन अउर कछू क अपने लगे यरूसलेम मँ भी रखेस। 27 राजा इस्राएल क बहोत सम्पन्न बनाइ दिहस। यरूसलेम नगर मँ चाँदी ऍतनी साधारण रही जेतनी चट्टानन, देवदारु क लकड़ी अउ पहाड़न पइ उगइवाले असंख्य अंजीर क बृच्छ साधारण रहेन। 28 सुलैमान घोड़न क मिस्र अउ कुए स मँगाएस। ओकरे बइपारी ओनका कुए मँ खरीदेस रहेन अउर ओनका इस्राएल लिआवत रहेन। 29 मिस्र क एक ठु रथ क कीमत लगभग पन्द्रह सौ पौण्ड चाँदी रही अउर एक ठु घोड़े क कीमत पौने चार पौण्ड चाँदी रही। सुलैमान घोड़न अउर रथ हित्ती अउ अरामी राजा लोगन क हाथ बेचत रहा।
1 ईसू मसीह क सेवक पौलुस अउर तीमुथियुस कइँती स,
मसीह ईसू मँ स्थित फिलिप्पी क रहइवाले बुजुर्गन संत जनन क नाउँ जउन उहाँ निरीच्छकन अउर कलीसिया क सेवकन क साथे निवास करत थीं:
2 हमार परमपिता परमेस्सर अउर हमार पर्भू ईसू मसीह कइँती स तू पचन क अनुग्रह अउर सान्ति मिलइ।
पौलुस क पराथना
3 मइँ जब-जब तू पचन क याद करत हउँ, तब-तब परमेस्सर क धन्यबाद देत हउँ। 4 अपने हर पराथना मँ मइँ हमेसा खुशी क साथे तोहरे बरे पराथना करत हउँ। 5 काहेकि पहिले ही दिना स आज तलक तू सुसमाचार क प्रचार मँ मोर सहयोगी रह्या ह। 6 मोका इ बात क पूरा भरोसा बाटइ कि उ परमेस्सर जे तोहरे बीच मँ अइसेन अच्छा काम सुरु किहे अहइ, उहइ ओका उहइ दिना तक बनाए रखी, जब ईसू मसीह फिन आइके ओका पूरा करी।
7 तू सब क बारे मँ मोरे बरे अइसेन सोचब ठीकही बा। काहेकि तू सब मोरे मने मँ बसा भवा अहा। अउर न केवल तब जब तक मइँ जेल मँ हउँ, बल्कि तब भी जब मइँ सुसमाचार क सत्य क रच्छा करत भए, ओकरे प्रतिस्ठा मँ लगा रहेउँ, तू सभे ऍह अनुग्रह मँ मोर सहभागी रह्या ह। 8 परमेस्सर मोर साछी अहइ कि मइँ मसीह ईसू द्वारा परगट पिरेम स मइँ तू सभन क बरे केतना बियाकुल रहत हउँ।
9 मइँ इहइ पराथना करत रहत हउँ:
पिरेम हमेसा बढ़इ तोहार साथे गियान क, गहन दिस्टि क। 10 पाइके इ गुन, भला-बुरा मँ भेद कइके, अपनाइ लेब्या हमेसा भले क। अउर एह तरह बन जाब्या तू सुद्ध अकलुस ओह दिना क जब मसीह आइ। 11 धारमिकता क फल स ईसू मसीह स मिलत ही परिपूर्ण होत जा जेहसे परमेस्सर क महिमा अउर स्तुति होत रह्या।
पौलुस क विपत्तियन पर्भू क काम मँ सहायक
12 भाइयो, मइँ तू सबन का जनाइ देइ चाहित हउँ कि मोरे साथे जउन कछू भवा बा, ओसे सुसमाचार क बढ़ावा ही मिला बाटइ। 13 परिणामसरूप स संसार क पूरी रच्छा दल अउर अन्य दूसरे सबहिं लोगन क इ पता चलि गवा बा कि मोका मसही क बिसवासी होई क कारण ही बन्दी बनावा गवा बाटइ। 14 एकरे अलावा पर्भू मँ स्थित ज्यादातर भाई मोर बन्दी होइके कराण उत्साह स भरा भवा अहइँ। अउर बहुत जियादा साहस क साथ सुसमाचार क निडरता पूर्वक सुनावत अहइँ।
15 इ सच अहइ कि ओहमाँ स कछू इरसा अउर बैर क कारण मसीह क उपदेस देत हीं परन्तु दुसरे जने सद्भावना स प्रेरितन होइके मसीह क उपदेस देत हीं। 16 ये सब जने पिरेम क कारण अइसेन करत हीं काहेकि इ जानत हीं कि परमेस्सर सुसमाचरे क बचाउ करइ बरे ही मोका इहाँ रखे अहइ। 17 परन्तु कछू अउर जने त सचाई क साथे नाहीं, बल्कि सुवारथ स भरी इच्छा स मसीह क प्रचार करत हीं काहेकि उ सोचित हीं कि एहसे उ पचे बन्दी-घरे मँ मोरे बरे कस्ट पइदा कइ सकिहीं। 18 परन्तु ऐहसे कउनउ फरक नाहीं पड़त। जरुरी तउ इ बा कि एक ढंग स, या दूसरे ढंग स, चाहे बुरा उद्देस्य होइ, चाहे भला प्रचार तउ मसीह क ही होत ह अउर ऐहसे मोका आनन्द मिलत ह।
अउर आनन्द मिलतइ रही। 19 काहेकि मइँ जानत हउँ कि तू पचन पराथना क द्वारा अउर ओह सहायता स जउन ईसू मसीह क आतिमा स मिलत ह, परिणाम मँ मोका छुटकारा ही मिली। 20 मोर तेज इच्छा अउर आसा इहइ बा अउर मोका इ बिसवास बा कि मइँ कउनो बाते स निरास नाहीं होब बल्कि सब तरह स निडर होइके जइसे मोरे सरीर स मसीह क महिमा हमेसा होत रही, वइसेन आगेउ होत रही, चाहे मइँ जिअउँ अउर चाहे मरि जाउँ। 21 काहेकि मोरे जीवन क मतलब अहइ मसीह अउर मउत क मतलब अहइ एक प्राप्ति। 22 मुला अगर मइँ अपने एह सरीर स जिन्दइ रहउँ तउ एकर मतलब इ होइ कि मइँ अपने कर्मे क परिणामे क आनन्द लेउँ। तउन मइँ नाहीं जानित हउँ कि मइँ का चुनउँ। 23 दुन्नउ विकल्पे क बीच चुनाव मँ मोका कठिनाई होत बा। मइँ अपने जीवन स विदा होइके मसीह क पास जाइ चाहित ह काहेकि उ अधिक अच्छा होइ। 24 दूसरी तरफ परन्तु एह सरीर क साथे ही मोर इहाँ रहब तोहरे बरे अधिक जरूरी बा। 25 अउर काहेकि इ मइँ निस्चय क साथे जानित हउँ कि मइँ इही रहबइ अउर तू सभन क आध्यात्मिक उन्नति अउर बिसवास स पइदा भवा आनन्द बरे तोहरे साथे रहतइ रहब। 26 ताकि तोहरे लगे मोरे लउटी आवई क परिणाम सहित तू पचन क मसीह ईसू मँ स्थित मोहे प गरब करइ क अउर अधिक आधार मिलि जाई।
27 परन्तु हर तरह स अइसा करा कि तू सबन आचरण मसीह क सुसमाचार क अनुकूल रहइ। जेहसे चाहे मइँ तोहरे लग आएके तू सबन क देखउँ अउर चाहे तु सबन स दूर रहउँ, तू सबन क बारे मँ इहइ सुनउँ कि तू पचे एक्कई आतिमा मँ मजबूती स टिका ह्वा अउर सुसमाचार स पइदा बिसवासे क बरे एक जुट होइके संघर्ष करत रहा। 28 अउर मइँ इहउ सुनई चाहित हउँ कि तू पचे अपने विरोधियन स कउनउ तरह स नाहीं डेरात अहा। तू सबन क इ साहस ओनके विनाश क प्रमाण अहइ। तू पचन क मुक्ति का संकेत अहइ जउन स्वयं परमेस्सर कइँती स अइसा ही कीन्ह जाई। 29 काहेकि मसीह कइँती स तू पचन क न केवल ओहमे बिसवास करइ क बल्कि ओकरे बरे यातना झेलइ क बिसेष अधिकार दीन्ह गवा बा। 30 तू पचे जानत अहा क तू उही संघर्ष मँ जुटा अहा जेहमे मइँ जुटा रहेउँ अउर जइसेन कि तू सुनत अहा आज तलक मइँ ऊहीं मँ लगा रहउँ।
नवा मन्दिर
40 हम लोगन क बन्दी क रूप मँ लइ जावा जाइके पच्चीसवें बरिस मँ, बरिस क सुरुआत मँ प्रथम महीने क दसएँ दिन, यहोवा क आतिमा मोह पइ आई। यरूसलेम क जीतइ क पाछे इ चउदहवाँ बरिस रहा। उहइ दिना यहोवा क सक्ति मोका हुवाँ लइ गवा।
2 दर्सन मँ परमेस्सर मोका इस्राएल देस लइ गवा। उ मोका एक बहोत ऊँचे पर्वत क समीप उतारेस। पर्वत पइ एक भवन रहा जउन नगर क समान देखात रहा। 3 यहोवा मोका हुवाँ लइ गवा। हुवाँ एक मनई रहा जउन चमचमात गए काँसे क तरह चमकत भवा देखात रहा। उ मनई एक कपड़ा नापइ क फीता अउर नापइ क एक छड़ आपन हाथे मँ लिहे रहा। उ फाटक स लगा खड़ा रहा। 4 उ मनई मोहसे कहेस, “मनई क पूत, आपन आँखिन अउ आपन कान क उपयोग करा। एन चिजियन पइ धियान द्या अउर मोर सुना। जउन मइँ तोहका देखावत हउँ ओह पइ धियान द्या। काहेकि तू हिआँ लाए गवा अहा, एह बरे मइँ तोहका एन चिजियन क देखाइ सकत हउँ। तू इस्राएल क परिवार स उ सबइ बतावा जउन तू हिआँ लखा।”
5 मइँ एक देवार लखेउँ जउन मन्दिर क बाहर चारिहुँ कइँती स घेरत रहिन। उ मनई क हाथे मँ चिजियन क नापइ क एक छड़ रही। इ एक छे हाथ लम्ब रहा। (प्रत्येक हाथ साधारण हाथ स चार अगुँल लम्बा रहा।) एह बरे उ मनई देवार क मोटाइ नापेस उ एक छड़ मोटी रही। उ मनई देवार की ऊँचाई नापेस। इ एक छड़ ऊँची रही।
6 तब मनई पूरबी दुआर क गवा। उ मनई ओकर सीढ़ियन पइ चढ़ेस अउर फाटक क डेवढ़ी क नापेस। इ एक छड़ चौड़ी रही। 7 रच्छकन क कमरन एक छड़ लम्बे अउर एक छड़ चौड़े रहेन। कमरन क बीच क देवारन क मोटाई पाँच हाथ रही। भीतर क ओर फाटक क डेवढ़ी जउन कच्छ क बगल मँ रहा एक छड़ चौड़ी रही। 8 तब उ मनई मन्दिर स लगे फाटक क प्रवेस कच्छ क नापेस। इ एक छड़ चौड़ा रहा। 9 तब उ मनई फाटक क प्रवेस कच्छ क नापेस। इ आठ हाथ लम्बा रहा। उ मनई फाटक क दुइनउँ बगल क देवारन क नापेस। हर एक बगल देवार दुइ हाथ चौड़ा रहा। फाटक क ओसारा दरवाजा क भीतर क कइँती रहा। 10 फाटक क हर कइँती तीन नान्ह कमरन रहेन। इ सबइ तीनहुँ नान्ह कमरन हर कइँती स एक नाप क रहेन। दुइनउँ कइँती क दुआर खम्भन एक नाप क रहेन। 11 उ मनई फाटक क प्रवेसद्वार क चौड़ाई नापेस। इ दस हाथ चौड़ी अउर फाटक क लम्बाइ तेरह हाथ रही। 12 हर एक कमरा क सामने एक नीची देवार रही। इ देवार एक हाथ ऊँची अउर एक हाथ मोटी रही। कमरन वर्गाकार रहेन अउर हर कइँती स छ: हाथ लम्बे रहेन।
13 उ मनई फाटक क हर कमरे क छत स दूसर कमरे क छत तलक नापेस। इ पच्चीस हाथ लम्बा रहा। एक दुआर दूसर दुआर क ठीक विपरीत रहा। 14 उ मनई प्रवेस कच्छ क नापेस। इ साठ हाथ चउड़ा रहा। प्रवेस कच्छ क चारिहुँ ओर आँगन रहा। 15 प्रवेस कच्छ क फाटक पूरे बाहर स, फाटक क भीतर तलक नाप मँ पचास हाथ रहा। 16 रच्छकन क कमरन मँ चारिहुँ कइँती खिड़कियन रहिन। प्रेवेस क कइँती खिड़िकियन बहोत जयादा पातर हो ग रहिन। अउर अन्दर क कइँती चउड़ा रहेन। प्रवेस कच्छ मँ भी चारिहुँ कइँती उहइ प्रकार क खिड़कियन रहिन। हर एक दुआर खम्भन पइ खजूर क बृच्छ खुदा रहेन।
बाहर क आँगन
17 तब उ मनई मोका बाहरी आँगन मँ लिआवा। मइँ कमरन अउर पक्के भूईंया क लखेस। उ पचे आँगन क चारिहुँ कइँती रहेन। पक्के भूईंया पइ सामने तीस कमरन रहेन। 18 पक्का रास्ता फाटक क बगल स गवा। पवका फर्स ओतना ही लम्बा रहा जेतने फाटक रहेन। इ खाले क रास्ता रहा। 19 तब उ मनई खाले फाटक क सामने भीतर कइँती स लइके आँगन क देवार क समन्वा भीतर कइँती तलक नापेस। इ पूरब अउर उत्तर क अउर सौ-सौ हाथ रहेन।
20 उ मनई बाहरी आँगन, जेकर सामना उत्तर कइँती अहइ, क फाटक क लम्बाई अउ चौड़ाइ क नापेस। 21 एकरे हर एक कइँती तीन कमरा अहइँ। एकर दुआर खम्भन अउर प्रवेस-दुआर क नाप उहइ रही जउन पहिले फाटक क रही। फाटक पचास हाथ लम्बा अउर पच्चीस हाथ चौड़ा रहा। 22 एकर खिड़कियन एकर ओसारा अउर एकर खजूर क बृच्छन क नक्कासी क नाप उहइ रही जउन पूरब कइँती मुखवाले फाटक क रही। फाटक तलक सात सीढ़ियन रहिन। फाटक क प्रवेस कच्छ भीतर रहा। 23 भीतरी आँगन मँ उत्तर क फाटक तलक पहोंचइवाला एक फाटक रहा। इ पूरब क फाटक क नाई रहा। उ मनई एक फाटक स दूसर तक नापेस। इ एक फाटक स दूसर फाटक तलक सौ हाथ रहा।
24 तब उ मनई मोका दक्खिन कइँती लइ गवा। मइँ दक्खिन मँ एक दुआर लखेउँ। उ मनई दुआर खम्भन अउर प्रवेस कच्छ क नापेस। उ पचे नाप मँ ओतने ही रहेन जेतने दूसर फाटक। 25 दुआरा रास्ता अउर एकर ओसारा पचास हाथ लम्बा अउर पच्चीस हाथ चउड़ा रहा। एकर चारिहुँ कइँती दूसर फाटकन क नाईं खिड़कियन रहेन। 26 सात पैड़ियन इ फाटक तलक पहोंचावत रहिन। एकर प्रवेस कच्छ भीतर क रहा। हर एक कइँती एक-एक दुआर-खम्भा पइ खजूर क नवकासी रही। 27 भीतरी आँगन क दक्खिन कइँती एक फाटक रहा। उ मनई दक्खिन कइँती एक फाटक स दूसर फाटक तलक नापेस। इ सौ हाथ चउड़ा रहा।
भीतरी आँगन
28 तब उ मनई मोका दविखन फाटक स होइके भीतर आँगन मँ लइ गवा। दविखन क फाटक क नाप ओतनी ही रही जेतनी दूसर फाटकन क। 29 दक्खिन फाटक क कमरन, दुआर-खम्भा अउर प्रवेस दुआर क नाप ओतनी ही रही जेतनी दूसर फाटकन क रही। खिड़कियन, फाटक अउर प्रवेस कच्छ क चारिहुँ ओर रहिन। फाटक पचास हाथ लम्बा अउर पच्चीस हाथ चउड़ा रहा। 30 ओकरे चारिहुँ कइँती प्रवेस कच्छ रहेन। प्रवेस कच्छ पच्चीस हाथ लम्बा अउ पाँच हाथ चउड़ा रहा। 31 दक्खिन फाटक क प्रवेस कच्छ क समन्ना बाहरी आँगन कइँती रहा। एकरे दुआर खमम्भन पइ खजूरे क बृच्छन क नक्कासी रही। एकर सीढ़ी क आठु पैड़ियन रहिन।
32 उ मनई मोका पूरब कइँती क भीतरी आँगन मँ लिआवा। उ फाटक क नापेस। ओकर नाप उहइ रही जउन दूसर फाटकन क। 33 पूरबी दुआर क कमरन, दुआर खम्भा अउ प्रवेस कच्छ क नाप उहइ रहेन जउन अन्य फाटकन क। फाटक अउ प्रवेस कच्छ क चारिहुँ कइँती खिड़कियन रहिन। पूरबी फाटक पचास हाथ लम्बा अउ पच्चीस हाथ चउड़ा रहा। 34 एकर प्रवेस कच्छ क सामना बाहरी आँगन कइँती रहा। हर कइँती क दुआर-खम्भन पइ खजूरे क बृच्छन क नक्कासी रही। एकरी सीढ़ी मँ आठ पैड़ियन रहिन।
35 तब उ मनई मोका उत्तरी दुआरे पइ लिआवा। उ एका नापेस। एकर नाप उ रही जउन दूसर फाटकन क नाप क समान रहि 36 एकर दुआरपाल क कमरन, खम्भन, प्रवेस कच्छ अउर ओसारा भी रहेन। फाटक क चारिहुँ ओर खिड़कियन रहिन। इ पचास हाथ लम्बा अउर पच्चीस हाथ चउड़ा रहा। 37 दुआर खम्भन क सामना बाहरी आँगन कइँती रहा। हर एक कइँती क दुआर खम्भन पइ खजूरे क बृच्छन क नवकासी रहिन अउर एकर सीढ़ी क आठ पैड़ियन रहिन।
बलियन तइयार करइ क कमरें
38 एक कमरा रहा जेकर दरवाजा फाटक क प्रवेस कच्छ क लगे रहा। इ हुवाँ रहा जहाँ याजक होमबलि बरे जनावरन क नहवावत हीं। 39 फाटक क प्रवेस कच्छ क दुइनउँ कइँती दुइ मेजन रहिन। होमबलि पाप बरे भेंट अउर अपराध बरे भेंट क जनावरन ओनहीं मेजन पइ मारा जात रहेन। 40 प्रवेस कच्छ क बाहर, जहाँ उत्तरी फाटक खुलत ह, दुइ मेजन रहिन अउर फाटक क प्रवेस कच्छ क दूसर कइँती दुइ मेजन रहिन। 41 फाटक क भीतर चार मेजन रहिन। चार मेजन फाटक क बाहेर रहिन। सब मिलाइके आठ मेजन रहिन। याजक एन मेजन पइ बलि बरे जनावरन क मारत रहेन। 42 होमबलि बरे कटी सिला क चार मेजन रहिन। इ सबइ मेजन डेढ़ हाथ लम्बी, डे़ढ़ हाथ चउड़ी अउर एक हाथ ऊँची रहिन। योजक होमबलि अउर बलिदानन बरे जउन जनावरन क मारा करत रहेन, ओनका मारइ क अउजारन क एन मेजन पइ धरत रहेन। 43 तीन इंच लम्बा हुक पूरे मन्दिर मँ लगाए गए रहेन। भेंट बरे माँस मेजन पइ रखइ रहत रहा।
याजकन क कमरन
44 प्रमुखन के लिए भीतरी आँगन क फाटक क दुइ कमरन रहेन। एक उत्तरी फाटक क साथ रहा। एकर सामना दक्खिन क रहा। दूसर कमरा दक्खिन क फाटक क साथ रहा। एकर सामना उत्तर क रहा। 45 उ मनई मोहसे कहेस, “इ कमरा, जेकर सामना दक्खिन क अहइ, ओन याजक क बरे अहइ जउन काम पइ अहइँ अउर मन्दिर मँ सेवा करत अहइँ। 46 किन्तु उ कमरा जेकर सामना उत्तर क अहइ, ओन याजकन बरे अहइ जउन आपन काम पइ अहइँ अउर वेदी पइ सेवा करत अहइँ। इ सबहिं याजक सादोक क बंसज अहइँ। सादोक क बंसज ही लेवी बंस क एकमात्र मनई अहइँ जउन यहोवा क सेवा ओनके लगे बलि लाइके कइ सकत हीं।”
47 उ मनई आँगन क नापेस। आँगन पूर्ण वर्गाकार रहा। इ सौ हाथ लम्बा अउर सौ हाथ चउड़ा रहा। वेदी मन्दिर क समन्वा रही।
मन्दिर क प्रवेस कच्छ
48 उ मनई मोका मन्दिर क ओसारा मँ लिआवा अउर दुइनउँ कइँती क हरे क नापेस। ओन मँ हर एक पाँच-पाँच हाथ मोटा अउर तीन-तीन हाथ चउड़ा रहा। प्रवेस क चउड़ाइ चौदह हाथ रहा। 49 प्रवेस कच्छ बीस हाथ लम्बा अउर बारह हाथ चउड़ा रहा। प्रवेस कच्छ तलक दस सीढ़ियन पहोंचावत रहिन। दुआर खम्भा क सहारे दुइनउँ ओर खम्भा रहेन।
1 उ जउन कउनो सर्वोच्च परमेस्सर क सरण मँ रहत ह,
तउ उ सर्वसक्तिमान परमेस्सर क सुरच्छा मँ रहत ह।
2 मइँ यहोवा स कहत हउँ, “तू मोर सुरच्छा स्थल अहा मोर गढ़।
हे परमेस्सर, मइँ तोहरे भरोसे हउँ।”
3 यहोवा तोहका सबहिं छिपे भए खतरा स बचाइ।
उ तोहका सब खउफनाक विपत्तियन स बचाइ।
4 तू परमेस्सर क सरण मँ संरच्छण पावइ बरे जाइ सकत ह।
उ तोहार अइसे रच्छा करी जइसे एक ठु पंछी आपन पखना फइलाइके आपन बच्चन क रच्छा करत ह।
परमेस्सर क बिस्सास एक बिसाल ढाल क नाईं अहइ जउन चारिहुँ कइँती स रच्छा करत ह।
5 राति मँ तोहका कउनो क भय नाहीं होइ,
अउ दुस्मन क बाणन स तू दिन मँ डेराब्या नाहीं।
6 तोहका अँधियारे मँ आवइवालन रोगन
अउ उ खउफनाक रोग स जउन दुपहर मँ आवत हीं डर नाहीं होइ।
7 तू हजार दुस्मनन क हराइ देब्या।
तोहार खुद दाहिना हाथ दस हजार दुस्मनन क हराइ।
अउर तोहार दुस्मन तोहका छुइ तलक नाहीं पइहीं।
8 जरा लखा, अउर तोहका देखाँइ देइ कि
उ पचे कुटिल मनई सजा पाइ चुका अहइँ।
9 काहेकि तू यहोवा क भरोसे अहा।
तू परम परमेस्सर क आपन सरणस्थल बनाया ह।
10 तोहरे संग कउनो भी बुरी बात नाहीं घटी।
कउनो भी रोग तोहरे घर क नजदीक नाहीं आइ।
11 काहेकि परमेस्सर आपन सरगदूतन क तू जहाँ भी जाब्या हुआँ तोहार रच्छा करइ बरे नियुक्त करी।
12 ओकर सरगदूतन तोहका आपन हाथन पइ ऊपर उठइहीं,
ताकि तोहार गोड़ चट्टान स न टकराइ।
13 तू कोबरा अउर नाग पइ बगैर कउनो नोस्कान क चलब्या;
तू सेर अउर अजगर क कुचरब्या।
14 यहोवा कहत ह, “मइँ आपन सेवकन क रच्छा करब जउन मोहसे पिरेम करत ह।
मइँ ओनॅ व्यक्ति क पालन-पोसन करब जउन मोर उपासना करत ह।”
15 उ सहारा पावइ बरे मोका गोहरइहीं, मइँ ओनकर जवाब देब।
उ पचे जब कस्ट मँ होइहीं मइँ ओनके संग रहब।
मइँ ओनकर बचाव करब अउर ओनका आदर देब।
16 मइँ आपन व्यक्तियन क एक लम्बी उमिर क आसीस देब।
अउर मइँ ओका ओकर आपन बचान क सक्ति दिखाउब।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.