M’Cheyne Bible Reading Plan
परमेस्सर सुलैमान क लगे फुन आवत ह
9 इ तरह सुलैमान यहोवा क मन्दिर अउर अपने महल क बनाउब पूरा किहस। सुलैमान ओन सबहिं क बनाएस जेनकर निर्माण उ करइ चाहत रहा। 2 तब यहोवा सुलैमान क समन्वा फुन वइसे ही परगट भवा जइसे उ एकरे पहिले गिबोन मँ भवा रहा। 3 यहोवा ओहसे कहेस:
“मइँ तोहार पराथना सुनेउँ। मइँ तोहरे निवेदन भी सुनेउँ, जउन तू मोहसे करवावइ चाहत रह्या। तू इ मन्दिर क बनाया अउर मइँ ऍका एक पवित्तर ठउर बनाएँउ ह। एह बरे हिआँ मोर सदा ही सम्मान होइ। मइँ एह पइ अपनी निगाह रखब अउर एकरे बारे मँ सदा ही सोचत रहब। 4 तोहका मोर सेवा वइसे ही करइ चाही जइसी तोहरे बाप दाऊद किहेस। उ एका मन क खराई अउ ईमानदारी स किहेस अउर तोहका मोरे नेमन अउर ओन आदेसन क पालन करइ चाही जेनका मइँ तोहका दिहेउँ ह। 5 जदि तू इ सब कछू करत रहब्या तउ मइँ इ निहचित लखब कि इस्राएल क राजा सदा ही तोहरे परिवार मँ स ही कउनो होइ। इहइ प्रतिग्या अहइ जेका मइँ तोहरे बाप दाऊद स कहे रहेउँ। मइँ ओहसे कहे रहेउँ कि इस्राएल पइ सदा ही ओकरे सन्तानन मँ स एक क सासन होइ।
6-7 “मुला जदि तू या तोहार सन्तानन मोर अनुसरण करब तजत हीं, मोर दिए गए नेमन अउ आदेसन क पालन नाहीं करत हीं अउर दूसर देवता क सेवा करत अहीं तउ मइँ इस्राएल क उ देस तजइ क मजबूर करब जेका मइँ ओनका दिहेउँ ह। इस्राएल दूसर लोगन क बरे उदाहरण होइ अउर इस्राएल दूसर लोगन क मजाक क बिसय होइ। मइँ मन्दिर क पवित्तर किहेउँ ह। इ उ जगह अहइँ जहाँ लोग मोर सम्मान करत हीं। किन्तु जदि तू मोर आग्या क पालन नाहीं करत्या तउ एका मइँ बर्बाद कइ देब। 8 इ मन्दिर बर्बाद कइ दीन्ह जाइ। हर एक मनई जउन एका लखी अचम्भ अउ हैरान होइ। उ पचे पूछिहीं, ‘यहोवा इ देस क बरे अउर इ मन्दिर क बरे ऍतना भंयकर बात काहे किहेस?’ 9 दूसर लोग जवाब देइहीं, ‘इ एह बरे भवा कि उ पचे यहोवा अपने परमेस्सर क तजि दिहस। उ ओनके पुरखन क मिस्र स बाहेर लिआए रहा। मुला उ पचे दूसर देवतन क अनुसरण करइ क निहचइ किहेन। उ पचे ओन देवतन क सेवा अउ पूजा करब सरु किहन। इहइ कारण अहइ कि यहोवा ओनके बरे ऍतना खौफनाक कार्य किहस।’”
10 यहोवा क मन्दिर अउ अपना महल बनावइ मँ सुलैमान क बीस बरिस लगेन। 11 बीस बरिस क पाछे, राजा सुलैमान सोर क राजा हीराम क गलील मँ बीस नगर दिहस। सुलैमान राजा हीराम क उ सबइ नगर दिहस काहेकि हीराम मन्दिर अउ महल बनावइ मँ सुलैमान क मदद किहेस। हीराम सुलैमान क ओतने सारे देवदारु अउर चीर बृच्छ तथा सोना दिहस जेतना उ चाहेस। 12 एह बरे हीराम सोर स एन नगरन क लखइ बरे जात्रा किहस, जेनका सुलैमान ओका दिहस। जब हीराम ओन नगरन क लखेस तउ उ खुस नाहीं भवा। 13 राजा हीराम कहेस, “जउन नगरन तू मोका दिहा ह उ सबइ का अहइँ?” राजा हीराम उ पहँटा क नाउँ काबूल प्रदेस धरेस अउर उ छेत्र आजु भी काबूल कहा जात ह। 14 हीराम सुलैमान क लगे लगभग नौ हजार पौंड सोना मन्दिर क बनावइ मँ उपयोग करइ बरे पठए रहा।
15 राजा सुलैमान दासन क अपने मन्दिर अउ महल बनावइ क बरे काम करइ क नाते मजबूर किहस। तब राजा सुलैमान एन दासन क उपयोग बहोत स चिजियन क बनावइ मँ किहस। उ मिल्लो बनाएस। उ यरूसलेम नगर क चारिहुँ कइँती देवार भी बनाएस। तब उ हासोर, मगिद्दो अउर गेजेर नगरन क फुन बनाएस।
16 बीते समइ मँ मिस्र क राजा गेजेर नगर क बिरूद्ध लड़ा रहा अउर ओका जराइ दीन्ह ग रहा। उ ओन कनानी लोगन क मार डाएस जउन हुवाँ रहत रहेन। सुलैमान फिरौन क बिटिया स बियाह किहेस। एह बरे फिरौन उ नगर क सुलैमान क बरे बियाह क भेंट क रुप मँ दिहस। 17 सुलैमान उ नगर क फुन बनाएस। सुलैमान खाले बथोरेन नगर क भी बनाएस। 18 राजा सुलैमान जुदैन रेगिस्तान मँ बालात अउ तामार नगरन क भी बनाएस। 19 राजा सुलैमान उ सबइ नगर भी बनाएस जहाँ उ अन्न अउर दूसर चिजियन क भण्डार करत रहत रहेन। उ अपने रथन अउ घोड़न क बरे जगह बनाएस। सुलैमान दूसर बहोत स चिजियन बनाएस जेनका उ यरूसलेम, लबानोन अउ अपने सासित दूसर सबहिं जगहन मँ चाहत रहा।
20 देस मँ अइसे लोग भी रहेन जउन इस्राएली नाहीं रहेन। उ सबइ लोग एमोरी, हित्ती, परिज्जी, हिब्बी अउर यबूसी रहेन। 21 किन्तु इस्राएली ओन लोगन क बर्बाद नाहीं कइ सके रहेन। किन्तु सुलैमान ओनका दास क रुप मँ अपने बरे काम करइ क मजबूर किहस। उ पचे अबहिं तलक दास अहइँ। 22 सुलैमान कउनो इस्राएली क अपना दास होइ बरे मजबूर नाहीं किहस। इस्राएल क लोग फउजी, राज्ज कर्मचारी, अधिकारी, नायक अउर रथचालक रहेन। 23 सुलैमान क परिजोजनन क साढ़े पाँच सौ पर्यवेच्छक रहेन। उ पचे मजदूरन क अधिकारी रहेन।
24 फिरौन क बिटिया दाऊद क नगर स हुवाँ गइ जहाँ सुलैमान ओकेर बरे बिसाल महल बनाएस। तब सुलैमान मिल्लों बनाएस।
25 हर बरिस तीन दाईं सुलैमान होमबलि अउ मेलबलि वेदी पइ चढ़ावत रहा। इ उहइ वेदी रही जेका सुलैमान यहोवा बरे बनाए रहा। राजा सुलैमान यहोवा क समन्वा सुगन्धि भी बारत रहा। एह बरे मन्दिर क बरे जरूरी चिजियन दिया करत रहा।
26 राजा सुलैमान एस्योन गेबेर मँ जहाज भी बनाएस। इ नगर एदोम पहँटा मँ लाल सागर क किनारे एलोत क लगे रहा। 27 राजा हीराम क लगे नाविक रहेन जउन समुदद्र क बारे मँ बढ़िया गियान रखत रहेन। राजा हीराम ओन मनइयन क सुलैमान क नाविक बेड़ा मँ सुलैमान क मनइयन क संग सेवा करइ बरे पठएस। 28 सुलैमान क जहाज ओपोर क गएन। उ सबइ जहाज एकतीस हजार पाँच सौ पौण्ड सोना आपोर स सुलैमान क बरे लइके लउटेन।
बच्चे अउर महतारी-बाप
6 गदेलन, पर्भू मँ आस्था रखत महतारी-बाप क आज्ञा क पालन करा काहेकि इहइ तरीका पर्भू चाहत बा। 2 “आपन महतारी-बाप क सम्मान करा।”(A) इ पहली आज्ञा अहइ जउन इ परितिसिया स युक्त बा 3 कि “तोहार भला होई अउर तू धरती पर चिरायु होब्या।”(B)
4 अउर हे पिता लोगो, तू पचे आपन गदेलन क गुस्सा न दिआवा बल्कि पर्भू स मिली सिच्छा अउर निर्देसन क देत ओनकर पालन-पोसन करा।
सेवक अउर स्वामी
5 हे सेवक लोगो, तू पचे आपन संसारी स्वामियन क आज्ञा निष्कपट हिरदइ स भय अउर आदर क साथे उही तरह माना जइसे तू मसीह क आज्ञा मानत ह। 6 केवल कीहीउँ क देखत रहत ही रहा काम न करा जइसे तोहे लोगन क समर्थन क आवश्यकता होइ। बल्कि मसीह क सेवक क रूप मँ करा जउन आपन मन लगाइके परमेस्सर क इच्छा पूरी करत हीं। 7 उत्साह क साथे एक सेवक क रूप मँ अइसेन काम करा जइसे माना तू लोगन, क नाहीं पर्भू क सेवा करत अहा। 8 याद रखा, तोहमें हर एक चाहे उ सेवक होइ या स्वतंत्र होइ या केउ अच्छा काम करत ह, तउ पर्भू स ओका पुरस्कार मिली।
9 स्वामियन, तू सबहुँ आपन सेवकन क साथे वइसेन ही व्यहार करा अउर ओनका डरोवइ धमकावइ छोड़ि द्या। याद रखा, ओनकर अउर तोहर स्वामी सरगे मँ अहइ अउर उ कउनउ पच्छपात नाहीं करत।
पर्भू क अभेघ कवच धारण करा
10 मतलब इ कि पर्भू मँ स्थित होइके ओकर असीम सक्ती क साथे आपन आपक सक्तिसाली बनावा। 11 परमेस्सर क सम्पूर्ण कवच क धारण करा। ताकि तू राच्छस (दुस्टन) क सबइ योजन क सामने टिक सका। 12 काहेकि हमार संघर्ष मनइयन स नाहीं बा, बल्कि सासकन, अधिकारियन, एक अन्धकार भरा जुग क आकास क सक्तियन अउर अम्बर क दुस्टात्मिक सक्तियन क साथे बा। 13 इही बरे परमेस्सर क सम्पूर्ण कवच क धारण करा ताकि जब बुरा दिन आवइ तउ जउन कछू संभव बा ओका कइ चुकइ क बाद तू दृढतापूर्वक अडिग रहि सका।
14 तउ आपन करिहाउँ पइ सत्य क फेंटा कसिके नेकी क झिलम पहिन क 15 अउर गोड़न मँ सान्ति क सुसमाचार सुनावइ क तत्परता क पनही धारण कइके तू लोग अटल खड़ा रहा। 16 इ सबसे बड़ी बात इ बा कि विस्व क ढाल क रूप मँ लइ ल्या। जेकरे द्वारा तू ओन दुस्टन (सइतान) क समस्त अग्नि बाणन का बुझाई सका, जउन बन्दी क द्वारा छोड़ा गवा अहइँ। 17 उद्धार क बरे क सिरस्त्राण पहिन ल्या अउर परमेस्सर क सँदेसा रूपी आतिमा क तलवार उठाइ ल्या। 18 सब तरह क पराथना अउर निवेदन सहित आतिमा क सहायता सब अवसर पर विनती करत रहा। एह लच्छ स सभन प्रकार क यत्न करत सावधान रहा। अउर सभन सन्तन क बरे पराथना करा।
19 अउर मोरे बरे पराथना करा कि मइँ जब आपन मुँह खोलउँ, मोका एक सुसंदेस मिलइ ताकि निर्भयता क साथ सुसमाचार क रहस्य भरा सच क, परगट कइ साकउँ। 20 इही बरे मइँ जंजीर मँ जकड़ा भआ राजदूत क समान सेवा करत हउँ। पराथना करा कि, जेह तरह मोका बोलइ चाही उही तरह निर्भयता क साथे सुसमाचार क प्रबचन कइ सकउँ।
अन्तिम नमस्कार
21 तूहउ, मइँ कइसेन हउं अउर का करत हउँ, एका जान जा। सो तुखिकुस तोहे सबन कछू बताइ देई। इ हमार पिआरा बंधु अहइ अउर पर्भू मँ स्थित एक बिसवासपूर्ण सेवक अहइ। 22 इही बरे मइँ ओका तोहरे लगे भेजत हउँ ताकि तू मोर समाचार जानि सका अउर इही बरे कि उ तोहरे मने क सान्ति देइ सकइ।
23 भाइयो, तू सबे क परमपिता परमेस्सर अउर पर्भू ईसू मसीह कइँती स सान्ति, पिरेम अउर बिसवास मिलइ। 24 जउन हमरे पर्भू ईसू मसीह स अमर पिरेम रखत हीं, ओन पइ परमेस्सर क अनुग्रह होत ह।
गोग अउर ओकर सेना क मउत
39 “मनई क पूत, गोग क विरूद्ध मोरे बरे कहा। ओहसे कहा कि सुआमी यहोवा इ कहत ह, ‘गोग, तू मेसेक अउर तूबल देसन क सर्वाधिक महत्वपूर्ण प्रमुख अहा। किन्तु मइँ तोहरे विरूद्ध हउँ। 2 मइँ तोहका घुमा देब अउर तोहार गवाइ करब अउर तोहका सुदूर उत्तर स लिआउब। मइँ तोहका इस्राएल क पर्वतन क खिलाफ जुद्ध करइ बरे लिआउब। 3 किन्तु मइँ तोहार धनुस तोहरे बाएँ हाथ स झटक के गिराइ देब। मइँ तोहरे दाएँ हाथ स तोहार बाण झटकिके गिराइ देब। 4 तू इस्राएल क पर्वतन पइ मारा जाब्या। तू, तोहार फउजी अउर तोहरे संग क दूसर सबहिं रास्ट्र जुद्ध मँ मारा जइहीं। मइँ तोहका भोजन क रूप मँ सबइ सिकारी पच्छियन वन जनावरन क देब। 5 तू खुले मइदानन मँ मारा जाब्या। मइँ इ कहि दिहे हउँ।’” मोर सुआमी यहोवा इ कहेस।
6 परमेस्सर कहेस, “मइँ मागोग अउ ओन मनइयन क, जउन समुद्रर-तट पइ सुरच्छित रहत हीं, विरूद्ध आगी पठउब। तब उ पचे जानिहीं कि मइँ यहोवा हउँ। 7 मइँ आपन पवित्तर नाउँ इस्राएल क लोगन मँ परगट करब। भविस्स मँ, मइँ आपन पवित्तर नाउँ क, लोगन क जरिये अउर जियादा दूसित नाहीं करइ देब। रास्ट्र जनिहीं कि मइँ यहोवा इस्राएल क परम पवित्तर हउँ। 8 उ समइ आवत अहइ। इ घटित होइ।” यहोवा इ सबइ बातन कहेस। “इ उहइ दिन अहइ जेकरे बारे मँ मइँ कहत हउँ।
9 “उ समइ, इस्राएल क नगरन मँ रहइवाले लोग ओन खेतन मँ जइहीं। उ पचे दुस्मन क अस्त्र-सस्त्रन क एकट्ठा करिहीं अउर ओनका जराइ देइहीं। उ पचे सबहिं ढालन, धनुसन अउर बाणन सबइ गदा अउ भालन क जलइहीं। उ पचे ओन अस्त्र-सस्त्रन क उपयोग सात बरिस तलक ईंधन क रूप मँ करिहीं। 10 ओनका मइदानन स काठ एकट्ठी नाहीं करइ पड़ी या जगूंलन स बृच्छ नाहीं काटइ पड़ी, काहेकि उ पचे अस्त्र-सस्त्रन क उपयोग ईंधन क रूप मँ करिहीं। उ पचे ओन फउजियन क ल्हास क लूट लेइहीं जउन कि ओनसे चोरावइ बरे आए रहेन। उ पचे ओन फउजियन स अच्छी चिजियन लेइहीं जउन ओनसे नीक चिजियन लइ लिहेन।” मोर सुआमी यहोवा इ कहेस।
11 परमेस्सर कहेस, “उ समइ मँ गोग क दफनावइ बरे इस्राएल मँ एक ठउर चुनब। उ मृत सागर क पूरब मँ जात्रियन क घाटी मँ दफनावा जाइ। इ जात्रियन क मारग क रोकी। काहेकि गोग अउ ओकर सारी फउज उ ठउर मँ दफनाई जाइ। लोग एका ‘गोग क सेना क घाटी’ कहिहीं। 12 इस्राएल क परिवार देस क सुद्ध करइ बरे सात महीने तलक ओनका दफनाई। 13 देस क साधारण लोग दुस्मन क फउजियन क दफनइहीं। इस्राएल क लोग उ दिन प्रसिद्ध होइहीं जउने दिन मइँ अपने बरे सम्मान पाउब।” मोर सुआमी यहोवा इ कहेस।
14 परमेस्सर कहेस, “लोग मजदूरन क, ओन मरे फउजियन क दफनावइ बरे पूरे समइ क नौकरी देइहीं। इ तरह उ पचे देस क पवित्तर करिहीं। उ सबइ मजदूर सात महीने तलक कार्य करिहीं। उ पचे ल्हासन क हेरत भए चारिहुँ ओर जइहीं। 15 उ सबइ मजदूर चारिहुँ कइँती हरेत फिरिहीं। जदि ओनमाँ स कउनो एक हाड़ लखी तउ उ ओकरे पास एक ठु चीन्हा बनाइ देइ। चीन्हा हुवाँ तब तलक रही जब तलक कब्र खोदइवाला आवत नाहीं अउर गोग क सेना क घाटी मँ उ हाड़ क दफनावत नाहीं। 16 उ मृतक लोगन क नगर (कब्रिस्तान) हमोना कहवाई। इ तरह उ सबइ देस क सुद्ध करिहीं।”
17 मोर सुआमी यहोवा इ कहेस, “हे मनई क पूत, मोरे बरे सबइ पंछियन अउ सबइ जंगली जानवरन स बात करा। ओनसे कहा, ‘हिआँ आवा। हिआँ आवा। इ बलि क चारिहुँ कइँती एकट्ठा भवा जउन मइँ तोहरे बरे इस्राएल क पर्वतन पइ तइयार किहेउँ। आवा, माँस खा अउर खून पिआ। 18 तू ताकतवर फउजियन क सरीर क माँस खाउब्या। तू संसार क प्रमुखन क खून पीब्या। उ पचे बासान क भेड़न, मेमनन, बोकरन अउर मोटे बइलन क समान होइहीं। 19 तू जेतना चाहा, ओतनी चर्बी खाइ सकत ह अउर तू उ समइ तलक खून पी सकत ह जब तलक कि तू नसा मँ नाहीं आवत ह। तू मोर बलि स खाब्या अउर पीब्या जेका मइँ तोहारे बरे गारेउँ। 20 तू मोरे मेज पइ तब तलक खाउब्या जब तलक तू सन्तुट्ठ नाहीं होइ जाब्या। हुवाँ घोड़न अउर रथ सारथी, सक्तीसाली फउजी अउर दूसर सबहिं लड़इवाले मनई होइहीं।’” मोर सुआमी यहोवा इ कहेस।
21 परमेस्सर कहेस, “मइँ दूसर रास्ट्रन क देखाउब कि मइँ का किहेउँ ह। उ सबइ रास्ट्र मोर सम्मान करब आरम्भ करिहीं। उ सबइ मोर उ सक्ति लखिहीं जउन मइँ दुस्मन क विरूद्ध उपयोग किहेउँ। 22 तब उ दिन क पाछे, इस्राएल क परिवार जानी कि मइँ ओकर परमेस्सर यहोवा हउँ। 23 रास्ट्र इ जान जइहीं कि इस्राएल क परिवार काहे दूसर देसन मँ बन्दी बनाइके लइ जावा गवा रहा। उ पचे जनिहीं कि मोर लोग मोरे विरूद्ध होइ उठा रहेन। एह बरे मइँ ओनसे दूर हट गवा रहेउँ। मइँ ओनके दुस्मनन क ओनका हरावइ दिहेउँ। एह बरे मोर लोग जुद्ध मँ मारा गएन। 24 उ पचे पाप किहेन अउर आपन क गन्दा बनाएन। एह बरे मइँ ओनका ओन कामन बरे दण्ड दिहेउँ जउन उ पचे किहन। एह बरे मइँ ओनसे आपन मुँह फेर लिहेउँ ह।”
25 एह बरे मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “अब मइँ याकूब क परिवार क बन्धुवाई स निकारब। मइँ पूरे इस्राएल क परिवार पइ दया किहेउँ ह। मइँ आपन पवित्तर नाउँ क बरे बिसेस भावना परगट करब। 26 लोग आपन लज्जा अउर मोरे विरूद्ध विद्रोह क सारे समइ क बिसरि जइहीं। उ पचे आपन देस मँ सुरच्छा क संग रहिहीं। कउनो भी ओनका भयभीत नाहीं करी। 27 मइँ आपन लोगन क दूसर देसन स वापस लिआउब। मइँ ओनका ओनके दुस्मनन क देसन स एकट्ठा करब। तब बहोत स रास्ट्र समुझिहीं कि मइँ केतना पवित्तर हउँ। 28 उ पचे समुझिही कि मइँ यहोवा ओनकर परमेस्सर हउँ। काहेकि मइँ ओनसे ओनकर घर छोड़वाएउँ अउर दूसर देसन मँ बन्दी क रूप मँ पठएउँ अउर तब मइँ ओनका एक संग एकट्ठा किहेउँ अउर ओनका आपन देस मँ वापस लिआएउँ। मइँ ओनमाँ स कउनो हवाँ अउर नाहीं छोड़ब। 29 मइँ इस्राएल क परिवार पइ आपन आतिमा उड़ेरब अउर ओकरे पाछे, मइँ फुन आपन मुहँ आपन लोगन स नाहीं छुपाउब।” मोर सुआमी यहोवा इ कहे रहा।
चउथा भाग
(भजन 90–106)
परमेस्सर क भक्त मूसा क पराथना।
1 हे सुआमी, तू अनादि काल स हमार घर (सुरच्छा स्थल) रहा बाटइ।
2 हे परमेस्सर, तू पर्वतन क पइदा होइ स पहिले मौजूद रह्या।
तू धरती अउर संसार क रचई स पहिले मौजूद रह्या।
सुरू स अन्त तलक रह्या, तू सदा ही परमेस्सर रहब्या।
3 तू ही इ जगत मँ लोगन क लिआवत ह।
फुन स तू ही ओनका धूरी मँ बदल देत ह।
4 तोहरे बरे हजार बरिस बीते भए काल्हि जइसेन
या राति क एक ठ पहर बीत गवा बाटइ।
5 तू मोर जिन्नगी क सपना क झरना क आसीस दिहा।
अउर हम पचे बहोत भिंसार ही चला जात अही।
6 जउन भिंसारे उगत ह
अउर उ साँझ क सूखिके मुरझाइ जात ह।
7 हे परमेस्सर, जब तू कोहाइ जात ह हम पचे बर्बाद होइ जात अही।
हम तोहरे कोप स घबरान अही।
8 तू हमरे सब पापन क जानत अहा।
तू हमार हर छिपा भवा पाप क लखा करत अहा।
9 जब तू किरोधित होत ह, हमार सबइ दिनन लुप्त होइ जात हीं
अउर हमार बरिसन फुसफुसाहट क नाई खतम होइ जात हीं।
10 हम पचे सत्तर बरिस तलक जिअत रहि सकित ह,
अगर हम पचे सक्तिसाली अही तउ अस्सी बरिस जी सकी।
हमार जिन्नगी कठिन परिस्रम अउ पीरा स भरी अहइ।
एकाएक हमार जिन्नगी खतम होइ जात ह अउर हम पचे उड़िके चला जाइत ह।
11 तोहरे किरोध क सक्ति क
अउर तोहार भय योग्य गुस्सा क कउन जानत ह।
12 तू हमका सिखाइ द्या कि हम पचे फुरइ इ जानी कि हमार जिन्नगी केतॅनी कम अहइ।
ताकि हम पचे बुद्धिमान बनि सकी।
13 हे यहोवा, तू सदा हमरे लगे लउटि आवा।
हम केतॅना दिन प्रतीच्छा करी? आपन सेवकन पइ दाया करा।
14 हर रोज भिंसारे हम पचन क आपन सच्चा पिरेम स भरि दया।
ताकि हम लोग आपन जिन्नगी क हर एक दिन आनन्दित होइ खुसी मनाइ।
15 तू हम पचन क वइसा ही आनन्दित होइ द्या
जइसा तू पहिले हमका पीरा दिहा रहा।
16 तोहरे दासन क ओन अद्भुत बातन क लखइ द्या जेनका तू ओनके बरे कइ सकत ह,
अउ आपन सन्तानन क आपन महिमा देखाँवा।
17 परमेस्सर, हमार सुआमी, हम पचन पइ कृपालु ह्वा।
हम लोगन क उ कार्य दिखावा जेका हम लोगन क करइ चाही
अउर हम लोगन क कार्य क कामयाब बनावा।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.