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M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
1 राजा 4-5

सुलैमान क राज्ज

राजा सुलैमान इस्राएल क सबहिं लोगन पइ सासन करत रहा। इ सबइ प्रमुख अधिकारियन क नाउँ अहइँ जउन सासन करइ मँ ओकर मदद करत रहेन:

सादोक क पूत अजर्याह याजक रहा।

सीसा क पूत एलीहोरेप अउ अहिय्याह उ विवरण क लिखइ क कार्य करत रहेन जउन निआबालय मँ होत रहा।

अहीलूद क पूत यहोसापात, यहोसापात लोगन क इतिहास क विवरण लिखत रहा।

यहोयादा क पूत बनायाह सेनापति रहा,

सादोक अउ एब्यातार याजक रहेन।

नातान क पूत अजर्याह जनपद-प्रसासकन क अधीच्छक रहा।

नातान क पूत जाबूद याजक अउर राजा सुलैमान क एक सलाहकार रहा।

अहीसार राजा क घर क हर एक चीज क उत्तरदायी रहा।

अब्दा क पूत अदोनीराम दासन क अधीच्छक रहा।

इस्राएल बारह छेत्रन मँ बँटा रहा। जेनका जनपद कहत रहेन। सुलैमान हर जनपद पइ सासन करइ क बरे राज्जपालन क चुनत रहा। एन राज्जपालन क आदेस रहा कि उ पचे अपने जनपद मँ भोजन क चीज एकटठा करइँ अउर ओका राजा अउ ओकरे परिवारन क देइँ। हर साल एक महीने क भोजन सामग्री राजा क देइ क जिम्मेदारी बारह राज्जपालन मँ हर एक क रहा। बारह राज्जपालन क इ नाउँ सबइ अहइँ:

बेन्हूर, एप्रैम क पर्वतीय प्रदेस क राज्जपाल रहा।

बेन्देकेर, माकस, साल्बीम, बेतसेमेस अउ एलोनबेथानान क राज्जपाल रहा।

10 बेन्हेसेद, अरूब्बोत, सौको अउर हेपेर क राज्जपाल रहा।

11 बेनबीनादाब, नपोत दोर क राज्जपाल रहा। ओकर बियाह सुलैमान क बिटिया तापत स भवा रहा।

12 अहीलूद क पूत बाना, तानाक, मगिद्दो स लइके अउर सारतान स लगे पूरे बेतसान क राज्जपाल रहा। इ यिज्रेल क खाले, बेतसान स लइके आबेलमहोला तलक योकमाम क पार रहा।

13 बेनगेबेर, रामोत गिलाद क राज्जपाल रहा। उ गिलाद मँ मनस्से क पूत याईर क सारे सहरन अउ गाँवन क भी राज्जपाल रहा। उ बासान मँ अर्गोब क जनपद क भी राज्जपाल रहा। इ पहँटा मँ ऊँची चहारदेवारवाले साठ नगर रहेन। ऍन नगरन क फाटकन मँ काँसे क छड़न लगी रहिन।

14 इद्दो क पूत अहीनादाब, महनैम क राज्जपाल रहा।

15 अहीमास, नप्ताली क राज्जपाल रहा। ओकर बियाह सुलैमान क बिटिया बासमत स भवा रहा।

16 हूसै क पूत बाना, आसेर अउ आलोत क राज्जपाल रहा।

17 पारुह क पूत यहोसापात, इस्साकार क राज्जपाल रहा।

18 एला क पूत सिमी, बिन्यामीन क राज्जपाल रहा।

19 ऊरी क पूत गेबेर गिलाद क राज्जपाल रहा। गिलाद उ पहँटा रहा जहाँ एमोरी लोगन क राजा सीहोन अउर बासान क राजा ओग रहत रहेन। किन्तु सिरिफ गेबेर ही उ जनपद क राज्जपाल रहा।

20 यहूदा अउ इस्राएल मँ बहोत बड़ी गिनती मँ लोग रहत रहेन। लोगन क गनती समुद्दर क किनारे क बालू क कणन जेतनी रही। लोग सुख स भरी जिन्नगी बितावत रहेन: उ पचे खात पिअत अउ आनन्दित रहत रहेन।

21 सुलैमान परात नदी स लइके पलिस्ती लोगन क पहँटा तलक सबहिं राज्जन पइ हुकूमत करत रहा। ओकर राज्ज मिस्र क सीमा तलक फइला रहा। इ सबइ देस सुलैमान के भेंट पठवत रहेन अउर ओकरे पूरी जिन्नगी तलक ओकर आग्या क पालन करत रहेन।

22-23 इ भोजन सामग्री अहइ जेकर जरूरत हर रोज सुलैमान क खुद अउ ओकरी मेज पइ सबहिं भोजन करइवालन क बरे होत रही: डेढ़ सौ बुसल महीन आटा, तीन सौ बुसल आटा, 23 अच्छा अन्न खाइ भवा दस ठु बर्धा, मैदानन मँ पाले गए बीस ठु बर्धा अउर सौ भेड़िन, जंगली जनावरन जइसा हिरन, चिकारे, मगृ अउ सिकारी पछियन भी!

24 सुलैमान परात नदी क पच्छिम क सबहिं देसन पइ हुकूमत करत रहा। इ प्रदेस तिप्सह स अज्जा तलक रहा अउर सुलैमान क राज्ज क चारिहुँ कइँती सान्ति रही। 25 सुलैमान क जिन्नगी क समइ इस्राएल अउ यहूदा क सबहिं लोग लगातार दान स लइके बेर्सेबा तलक सान्ति अउ सुरच्छा मँ रहत रहेन। लोग सान्ति क साथ अपने अंजीर क बृच्छन अउ अंगूरे क बेलन क तले बइठत रहेन।

26 सुलैमान क लगे ओकरे रथन क बरे चार हजार घोड़न क रखइ क जगह अउ ओकरे पास बारह हजार घोड़सवार रहेन। 27 हर महीने बारह जनपद क राज्जपालन मँ स एक ठु सुलैमान क उ सबइ चिजियन देत रहा जेकर ओकर जरूरत पड़त रही। इ राजा क मेज पइ खाइ वाले हर एक मनई बरे काफी होत रही। 28 जनपद राज्जपालन राजा क रथन क घोड़न अउ सवारी क घोड़न बरे बहोत अधिक चारा अउ सूखा घास भी देत रहेन। उ पचे इ अन्न क एक उचित जगह पइ लिआवत रहा।

सुलैमान क बुद्धि

29 परमेस्सर सुलैमान क उत्तिम बुद्धि दिहेस। सुलैमान अनेक बातन समुझ सकत रहा। ओकर बुद्धि कल्पना क परे तेज रही। 30 सुलैमान क बुद्धि पूरब क सबहिं मनइयन क बुद्धि स जियादा तेज रही। ओकर बुद्धि मिस्र मँ रहइवाले सबहिं मनइयन क बुद्धि से जियादा तेज रही। 31 उ पृथ्वी क कउनो भी मनइयन स जियादा बुद्धिमान रहा। उ एज्रेही एतान स भी जियादा बुद्धिमान रहा। उ हेमान, कलकोल अउ दर्दा स जियादा बुद्धिमान रहा। इ सबइ माहोल क पूत रहेन। राजा सुलैमान इस्राएल अउ यहूदा क चारिहुँ कइँती क सबहिं देसन मँ प्रसिद्ध होइ गवा। 32 अपने जिन्नगी क समइ मँ राजा सुलैमान तीन हजार बुद्धि क बातन अउर पन्द्रह सौ गीतन लिखेस।

33 सुलैमान प्रकृति क बारे मँ बहोत कछू जानत रहा। सुलैमान लबानोन क बिसाल देवदारू बृच्छन स लइके देवारन मँ उगलवाली जूफा क अलग प्रकार क पेड़-पौधन मँ स हर एक क बारे मँ सिच्छा दिहस। राजा सुलैमान जनावरन, पँछियन अउ रेंगइवाले जान्तुअन अउ मछरियन क चर्चा किहेस ह। 34 सुलैमान क बुद्धिमत्तापूर्ण बातन क सुनइ बरे सबहिं रास्ट्रन स लोग आवत रहेन। सबहिं रास्ट्रन क राजा अपने बुद्धिमान मनइयन क राजा सुलैमान क बातन क सुनइ बरे पठवत रहेन।

सुलैमान मन्दिर बनावत ह

हीराम सोर क राजा रहा। हीराम सदा ही दाऊद क मीत रहा। एह बरे जब हीराम क मालूम भवा कि सुलैमान दाऊद क पाछे नवा राजा भवा ह तउ उ सुलैमान क लगे आपन सेवक पठएस। सुलैमान हीराम राजा क इ सबइ संदेस पठाएस:

“तोहका याद अहइ कि मोर बाप राजा दाऊद क अपने चारिहुँ कइँती अनेक जुद्ध लड़इ पड़े रहेन। एह बरे उ यहोवा अपने परमेस्सर क मन्दिर बनवावइ मँ समर्थ नाहीं होइ सका। राजा दाऊद तब तलक प्रतीच्छा करत रहा जब तलक यहोवा ओकर सबहिं दुस्मनन क ओहसे पराजित नाहीं होइ दिहस। किन्तु अब यहोवा मोर परमेस्सर मोर देस क चारिहुँ कइँती मोका सान्ति दिहस ह। अब मोर कउनो दुस्मन नाहीं अहइ। मोर प्रजा अब कउनो खतरे मँ नाहीं अहइ।

“यहोवा मोर बाप दाऊद क संग एक ठु प्रतिग्या किहे रहा। यहोवा कहे रहा, ‘मइँ तोहरे पूत क तोहरे पाछे राजा बनाउब अउर तोहार पूत मोर सम्मान करइ बरे एक ठु मन्दिर बनाई।’ अब मइँ, यहोवा आपन परमेस्सर क सम्मान करइ बरे उ मन्दिर बनावइ क जोजना बनाएँउ ह। अउर एह बरे मइँ तोहसे मदद माँगत हउँ। अपने मनइयन क लबानोन पठवा। हुवाँ उ पचे मोरे बरे देवदारु क बृच्छन क कटिहीं। मोर सेवक तोहरे सेवकन क संग काम करिहीं। मइँ उ कउनो भी मजदूरी भुगतान करब जउन तू अपने सेवकन बरे तय करब्या। किन्तु मोका तोहार मदद क जरुरत अहइ। मोर बढ़ई सीदोन क बढ़इयन क तरह नीक नाहीं अहइँ।”

जब हीराम, जउन कछू सुलैमान माँगेस, उ सुनेस तउ उ बहोत खुस भवा। राजा हीराम कहेस, “आजु मइँ यहोवा क धन्यवाद देत हउँ कि उ दाऊद क इ विसाल रास्ट्र पइ सासन करइ बरे एक ठु बुद्धिमान पूत दिहस ह।” तब हीराम सुलैमान क एक संदेसा पठएस। संदेसा इ रहा,

“तू जउन माँग किहा ह, उ मइँ सुनेउँ ह। मइँ तोहका सारे देवदारु क बृच्छ अउर चीर क बृच्छ देब, जेनका तू चाहत अहा। मोर सेवक लबानोन स ओनका समुदद्र तलक लइहीं। तब मइँ ओनका एक संग बाँध देब अउर ओनका समुद्दर मँ उ जगह कइँती बहाइ देब जहाँ तू चाहत अहा। हुवाँ मइँ लटठ्न क अलग कइ देब अउर बृच्छन क तू लइ सकब्या। एकर बदले मँ तू मोर साही घरे क लोगन बरे भोजन प्रदान कराउब्या।”

10 एह बरे हीराम, सुलैमान क सबइ देवदार अउर सनौवर क बृच्छ दिहेन जेका उ चाहत रहेन।

11 अउर सुलैमान हर साल लगभग एक लाख बीस हजार बुसल गोहूँ अउ लगभग एक लाख बीस हजार गैलन निखालिस जइतून क तेल हीराम क ओकरे परिवार क भोजन बरे दिहस।

12 यहोवा आपनी प्रतिग्या क अनुसार सुलैमान क बुद्धि दिहस अउ सुलैमान अउ हीराम क बीच सान्ति रही। इ दुइनउँ राजा लोग आपुस मँ सन्धि किहन।

13 राजा सुलैमान इ काम मँ मदद बरे इस्राएल क तीस हजार मनइयन क मजबूर किहन। 14 राजा सुलैमान अदोनीराम नाउँ क एक ठु मनई क ओनकी ऊपर अधिकारी बनाएस। सुलैमान ओन मनइयन क तीन ठु टुकड़ियन मँ बाँटेस। हर एक टुकड़ी मँ दस हजार मनई रहेन। हर समूह एक महीना लबानोन मँ काम करत रहा अउर तब दुइ महीना बरे अपने घरे लउटत रहा। 15 सुलैमान अस्सी हजार मनइयन क भी पहाड़ी प्रदेस मँ काम करइ बरे मजबूर किहस। एन मनइयन क काम चट्टानन क काटब रहा अउर हुवाँ सत्तर हजार मनई पाथर क ढोवइवाले रहेन। 16 अउर तीन हजार तीन सौ मनई रहेन जउन काम करइवाले मनइयन क ऊपर अधिकारी रहेन। 17 राजा सुलैमान, मन्दिर क नेंव बरे बिसाल अउ कीमती चट्टानन क कटाइ क आदेस दिहस। इ सबइ पाथर सावधानी स काटे गएन। 18 तब सुलैमान क मकान बनावइया अउ कारीगरन अउ हीराम क मकान बनावइया अउ कारीगरन अउ गबाली क मनइयन पाथरन क काटेन अउ ओन पइ नक्कासी क काम किहेन। उ पचे मन्दिर क बनावइ बरे पाथरन अउ लट्ठन क तइयार किहेन।

इफिसियन 2

मउत स जीवन कइँती

एक समइ रहा जब तू लोग उन पराधन अउर पापन क कारण आध्यात्मिक रूप स मरा हुआ रह्या। जेहमें तू पचे पहिले, संसार क खराब रस्तन पर चलत-चलत अउर वह आतिमा क अनुसरण करत-करत जिअत रह्या। जउन इह धरती क बुरी सक्तियन क स्वामी रही उहइ आतिमा अब उ मनइयन मँ काम करत अहइ जउन परमेस्सर क आज्ञा क नाही मनतेन। एक समइ हमहूँ ओनही क बीच जिअत रहे अउर आपन पाप-पूर्ण प्राकृतिक भौतिक मनई सुभाऊ क तृप्त करत आपन हीये अउर पाप-पूर्ण इच्छन का जोउ हमार सरीर अउर मन चाहत रहा का पूरन करत भए संसार क दूसरे लोगन क समान परमेस्सर क किरोध क पात्र रहे।

परन्तु परमेस्सर करुना क धनी बाटइ। हमरे बरे आपन महान पिरेम क कारण उ समइ अवज्ञा क कारण हम आध्यात्मिक रूप स अबहीं मरा ही रहे, मसीह क साथे-साथे उ हमहूँ क जीवन दिहेस (परमेस्सर क अनुग्रह स ही तोहार उद्धार भवा बा।) अउर काहेकि हम मसीह ईसू मँ अही इही बरे परमेस्सर हमका मसीह क साथेन फिन स जी उठाएस। अउर ओकरे साथ ही सरगे क सिंहासन पर बइठाएस ताकि उ आवइवाले हर युगे मँ अपन अनुग्रह क अनुपम धन क देखावइ जेका उ मसीह ईसू मँ आपन दया क रूप मँ हम पर दरसाए अहइ।

परमेस्सर क अनुग्रह दुआरा आपन बिसवास क कारण तू बचावा गया ह। इ तू सबन क तोहरी कइँती स मिली नाहीं बा, बल्कि इ तउ परमेस्सर क बरदान अहइ। इ हमरे किहे कर्मन क परिणाम नाही बा कि हम एकर गरब कइ सकी। 10 काहेकि परमेस्सर हमार सृजनहार अहइ। उ मसीह ईसू मँ हमार सृस्टि इही बरे किहेस ह कि हम नेक काम करी। जेनका परमेस्सर हमरे बरे तइयार किहे अहइ कि हम ओनहीं क करत भए आपन जीवन बिताई।

मसीह मँ एक

11 इही बरे याद रखा, उ लोग जउन आपन सरीरी मँ मानुस हाथन दुआरा कीन्ह गवा खतना क कारण आपन आप क “खतना सहित” बतावत हीं, विधर्मी क रूप मँ जनमें तोहे लोगन क “खतना रहित” कहत हीं। 12 ओह समइ तू बिना मसीह क रह्या तू इस्राएल क बिरादरी स बाहेर रह्या। परमेस्सर तउ आपन भक्तन क जउन बचन दिहे रहा उ ओनपर आधारित करार स अनजाना रहा। अउर इ संसार मँ बिना परमेस्सर क बिसवास क, अउर बिना ओका जाने निराश जीवन जिअत रहा। 13 परन्तु अब तोहे सबन क, जउन कभऊँ परमेस्सर स बहुत दूर रहेन, ईसू मसीह क लहू क दुअरा मसीह ईसू मँ तोहरे स्थिति क कारण, परमेस्सर क लगे लई आवा गवा रहेन।

14 यहूदियन अउर गैर यहूदियन आपस मँ एक दूसरे स नफ़रत करत रहेन अउर अलग होइ ग रहेन। ठीक अइसेनई जइसे ओनके बीच मँ कउनउ देवार खड़ी होइ। परन्तु मसीह तउ खुद आपन देह क बलिदान दइके नफरत क ओह देवार क गिरइ दिहेस। उ हमरे लिये सान्ति लावा अउर हम दोउन का एक बनाएस। 15 उ अइसेन तब किहेस जब आपन सभन नियमन अउर व्यवस्था क विधान क खतम कई दिहेस। उ अइसेन एह बरे किहेस कि उ आपन मँ एनन्ह दुन्नऊ क एक मँ मिलाइके एक नए मनुस्य क सृस्टि कइ दिहेस। अउर एह तरह स मिलाप कराइके सान्ति लिआवा। क्रूस पर आपन मउत क द्वारा उ एह घृणा क अंत कई दिहेस। अउर उ दुन्नऊ का परमेस्सर क साथे उहइ एक सरीर मँ मिलाइ दिहेस। 16 अउर क्रूस पर आपन मउत क जरिये वैरभाव क नास कइके एक्कइ देह मँ ओनन्ह दुन्नऊँ क संयुक्त कइके परमेस्सर स फिन मिलाई दिहेस। 17 तउन आइके उ तू सबन क, जउन परमेस्सर स बहुत दुर रहेन। अउर परमेस्सर ओनके लगे रहा, ओन्हे सान्ती क सुसमाचार सुनाएन। 18 काहेकि ओन्ही क द्वारा एक्कइ आतिमा स परमपिता क लगे तलक हम दुन्नऊ क पहुँच भई।

19 परिणाम सरूप जब तू पचे न अनजान रह्या अउर न ही पराया। बल्कि पवित्तर लोगन क संगी साथी अउर परमेस्सर के कुटुम्ब क बन गया ह। 20 तू पचे एक अइसेन भवन अहा जउन प्रेरितन अउर नबियन क नींव पर खड़ा बा। अउर खुद मसीह ईसू जेकर अधिक महत्वपूर्ण कोने क पाथर अहइ। 21 उ पूरी इमारत एक साथ पर्भू ईसू मँ मिली अहइ अउर मसीह ऍका बनावत चलत ह अउ परमेस्सर मँ एक पवित्तर मंदिर बनत जात ह। 22 जहाँ आतिमा क द्वारा खुद परमेस्सर निवास करत ह अउर, दूसरे लोगन क साथे तोहार निर्माण कीन्ह जात ह।

यहेजकेल 35

एदोम क खिलाफ सँदेस

35 मोका यहोवा क बचन मिला। उ कहेस, “मनई क पूत, सेईर पर्वत कइँती धियान द्या अउर मोरे बरे एक खिलाफ कछू कहा। एहसे कहा, ‘मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह:

“‘सेईर पर्वत, मइँ तोहरे खिलाफ हउँ।
    मइँ तोहका दण्ड देब।
    मइँ तोहका खाली बरबाद छेत्र कइ देब।
मइँ तोहरे नगरन क नस्ट करब,
    अउर तू खाली होइ जाब्या।
तब तू समुझब्या कि मइँ यहोवा हउँ।

“‘काहेकि तू सदा मोरे लोगन क बिरूद्ध रह्या। तू इस्राएल क बिरूद्ध आपन तरवारन क उपयोग ओकर बिपत्ति क समइ मँ किहा, ओनकर आखिर दण्ड क समइ मँ।’” एह बरे मोर सुआमी यहोवा कहत ह, “मइँ आपन जिन्नगी क किरिया खाइके प्रतिग्या करत हउँ कि मइँ तोहरे बरे रक्तपात लिआउब। रक्त तोहार पिछा करिहीं। तोहका लोगन क रक्त बहावइ मँ घिना नाहीं भएस। एह बरे रक्त तोहार पाछा करी। मइँ सेईर पर्वत क खाली बरबाद कइ देब। मइँ उ हर एक मनई क मार डाउब जउन उ नगर स आई अउर मइँ उ हर मनई क मार डाउब जउन उ नगर मँ जाइ क जतन करी। मइँ ओकर पर्वतन क ल्हासन स ढक देब। उ सबइ ल्हास तोहार सारी पहाड़िन, तोहार घाटी अउर तोहार सारे नालन मँ फइले होइहीं। मइँ तोहका सदा बरे नस्ट कइ देब। तोहरे पचन्क नगरन मँ कउनो जिअत नाहीं रही। तब तू समुझब्या कि मइँ यहोवा हउँ।”

10 तू कहया, “इ दुइनउँ रास्ट्र अउर देस (इस्राएल अउ यहूदा) मोर होइहीं। हम ओनका आपन बनाइ लेब।”

किन्तु यहोवा हुवाँ अहइ। 11 मोर सुआमी यहोवा कहत ह, “तू मोरे लोगन बरे ईर्स्यालु रह्या। तू ओन पइ कोहान रह्या अउर तू मोहसे घिना करत रह्या। एह बरे आपन जिन्नगी क किरिया खाइके मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि मइँ तोहका वइसे ही दण्डित करब जइसे तू ओनका चोट पहोंचाया। मइँ तोहका सजा देब अउर आपन लोगन क समुझइ देब कि मइँ ओनके संग हउँ। 12 तब तू भी समुझब्या कि मइँ तोहरे सबहिं अपमानन क सुनेउँ ह। तू इस्राएल पर्वत क खिलाफ बहोत स बुरी बातन किहा ह। तू कहया, ‘इस्राएल नस्ट कइ दीन्ह गवा ह। हम लोग ओनका भोजन क तरह चबाइ जाब।’ 13 तू पचे गर्वीला रह्या अउर मोरे खिलाफ बातन किहा। तू अनेक दाइँउ कह्या अउर जउन तू कहया, ओकर हर एक सब्द मइँ सुनेउँ। हाँ, मइँ तू पचन्क सुनेउँ।”

14 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “उ समइ सारी धरती खुस होइ जब मइँ तोहका नस्ट करब। 15 तू तब खुस रह्या जब इस्राएल देस नस्ट भवा। मइँ तोहरे संग वइसा ही बेउहार करब। सेइर पर्वत अउर एदोम क पूरा देस नस्ट कइ दीन्ह जाइ। तब तू समुझब्या कि मइँ यहोवा हउँ।”

भजन संहिता 85

संगीत निर्देसक बरे कोरह क पूतन बरे एक ठु भजन।

हे यहोवा, तू आपन देस पइ कृपालु भवा।
    तू विदेस भुइँया मँ स याकूब क सन्तानन वापिस लिआवा।
हे यहोवा, तू आपन लोगन क पापन्क छिमा करा।
    तू ओनकर सबइ पाप मेट द्या। (सेला)

हे यहोवा, कोहाइ जाब क तजि द्या।
    अउर तू आपन गुस्सा क लइ लिहा।
परमेस्सर, हमार मुक्तिदाता, कृपा कइके हम पचन पइ कोहाइ जाब तजि द्या
    अउर हम लोगन क फुन हमार भुइयाँ पइ वापिस लइ आवा।
का तू हमेसा हमेसा कोहान रहब्या?
    का तू सदा आपन कोहान जारी रखब्या?
कृपा कइके हमका फुन जिआइ द्या
    ताकि तोहार लोग तोहसे फुन स खुस होइ सकइँ।
हे यहोवा, तू हमका आपन बिस्सासनीय पिरेम देखावा।
    हमार रच्छा करा।

जउन परमेस्सर कहत ह, मइँ ओह पइ कान दिहेउँ।
    उ अपने लोगन अउर अपने बिस्सासी चेलों से सान्ति क वाचा करत ह
    उ नाहीं चाहत ह कि उ पचे बेवकूफी क राहे पइ लउटि जाइँ।
फुरइ, ओकर उद्धार ओन लोगन क निचके बाटइ जउन ओहसे डेरात ह,
    एह बरे ओकर महिमा तोहार देस मँ निवास करी।
10 पिरेम अउर सच्चाई एक साथ मिलब।
    धर्मता अउ सान्ति एक दूसर क चुम्मा क संग स्वागत करिहीं।
11 सच्चाई धरती स अंकुरित होइहीं,
    अउर धार्मिकता अकासे स बसिर्हीं।
12 यहोवा बहोत स उत्तिम वस्तुअन क देइहीं।
    अउर हमार धरती प्रचुर मात्रा मँ फसल उपजिहीं।
13 परमेस्सर क अगवा अगवा नेकी चली,
    अउर उ ओकरे बरे राह बनाई।

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Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.