M’Cheyne Bible Reading Plan
राजा दाऊद क मउत
2 दाऊद क मरइ क समइ लगभग आइ पहोंचा। एह बरे दाऊद सुलैमान स बातन किहस अउर ओहसे कहेस, 2 “मइँ मरइ प हउँ जइसा सबहिं मनई मरत ह। लेकिन तू मज़बूती क संग बढ़त अहा अउर एक मनई बनत अहा। 3 ओन सबहिं आदेसन क होसियारी क संग पालन करा जउन यहोवा हमार परमेस्सर दिहस ह। ओकरे सबहिं नेमन, आदेसन, फइसलन अउ करारन क पालन करा जउन मूसा क बेवस्था क किताबे मँ लिखा अहइ। जदि तू एन सबहिं क पालन करब्या तउ तू जउन कछू करब्या अउर जहाँ कहूँ जाब्या, सफल होब्या। 4 अउर जदि तू यहोवा क आग्या क पालन करत रहब्या तउ यहोवा मोरे बरे कीन्ह गइ प्रतिग्यन क पालन करी। मोरे बरे यहोवा जउन प्रतिग्या किहेस, उ इ अहइ, ‘तोहरे पूतन क मोरी आग्या क पालन करइ चाहो अउर ओनका वइसे रहइ चाही जइसा रहइ बरे मइँ कहउँ। तोहरे पूतन क पूरे हिरदय अउ आतिमा स मोहमाँ बिस्सास रखइ चाही। जदि तोहरे पूत इ करिहीं तउ तोहरे परिवार क एक ठु मनई सदा इस्राएल क लोगन क सासक होइ।’”
5 दाऊद इ भी कहेस, “तू इ भी याद राखा जउन सरुयाह क पूत योआब मोरे संग किहेस ह। उ इस्राएल क फउजे क दुइ सेनापतियन क मार डाएस। उ नेर क पूत अब्नेर अउ येतेर क पूत अमासा क मारेस। तोहका जरूर याद होइ कि उ ओनका सान्ति क समइ मारेस रहा। एन मनइयन क खून क दाग ओकरी तरवार क मूठ अउ ओकरे पहिरे भए फउजियन क जूतन पइ लगा भवा रहा। मोका ओनका सज़ा देइ चाही। 6 किन्तु अब राजा तू अहा। एह बरे तोहका ओका इ तरह सजा देइ चाही जेका तू सब स जियादा बुद्धिमत्तापूर्ण समुझा। किन्तु तोहका इ निहचइ कइ लेइ चाही कि उ मार डावा जाइ। ओका बुढ़ापे क सान्ति स भरी मौत न पावइ द्या।
7 “गिलाद क बर्जिल्लै क बच्चन पइ दयालु रहा। ओनका आपन मीत होइ द्या अउ अपनी मेज पइ भोजन करइ द्या। उ पचे मोर तब मदद किहेन, जब मइँ तोहरे भाई अबसालोम स भाग खड़ा भवा रहेउँ।
8 “अउर याद राखा गेरा क पूत सिमी तोहरे संग हिआ अहइ। उ बहूरीम क बिन्यामीन परिवार समूह क अहइ। याद राखा कि उ मोका दुःखदायक सराप स सरापेस ह[a] जउने दिन मइँ महनैम क भाग गवा रहेउँ। तब उ मोहसे मिलइ यरदन नदी पइ आवा रहा। किन्तु मइँ यहोवा क समन्वा प्रतिग्या किहे रहेउँ, ‘सिमी मइँ तोहका नाहीं मारब।’ 9 किन्तु सिमी क सजा दिए बगैर न रहइ द्या। तू बुद्धिमान मनई अहा, तू समुझ जाब्या कि ओकरे संग का करइ चाही। मुला ओका बुढ़ापे क सान्ति स भरी मौत न पावइ द्या।”
10 तब दाऊद मर गवा। उ दाऊद नगर मँ दफनावा गवा। 11 दाऊद इस्राएल पइ चालीस बरिस तलक हुकूमत किहस। उ हेब्रोन मँ सात बरिस अउ यरूसलेम मँ तैतींस बरिस तलक हुकूमत किहस।
सुलैमान आपन राज क देख-रेख
12 अब सुलैमान दाऊद क सिंहासन पइ हुकूमत करइ लाग अउर उ आपन राज्ज पइ पूरा अधिकार कइ लिहेन।
13 इ समइ हग्गीत क पूत अदोनिय्याह सुलैमान क महतारी बतसेबा क लगे गवा। बलसेबा ओहसे, पूछेस्, “का तू सान्ति क भाव स आवा अहा?”
अदोनिय्याह जवाब दिहस्, “हाँ इ सान्ति स भरा मिलन अहइ। 14 मोका आप स कछू कहब अहइ।”
बतसेबा कहेस, “तउ कहा।”
15 अदोनिय्याह कहेस, “तोहका याद अहइ कि एक समइ राज्ज मोर रहा। इस्राएल क सबहिं लोग मोका आपन अगला राजा समुझत रहेन। किन्तु स्थिति बदल गइ। अब मोर भाई राजा अहइ। यहोवा ओका राजा होइ बरे चनेस। 16 एह बरे मइँ तोहसे एक ठु चीज माँगत हउँ। मेहरबानी कइके इन्कार न करइँ।”
बतसेबा पूछेस, “तू का चाहत अहा?”
17 अदोनिय्याह जवाब दिहेस, “मइँ जानत हउँ कि राजा सुलैमान उ सब कछू करिहीं जउन तू कहबिउ। एह बरे कृपा कइके ओनसे कहया कि मोका सुनेम क अबीसग क संग बियाह करइ द्या।”
18 तब बतसेबा कहेस, “ठीक अहइ, मइँ तोहरे बरे राजा स बात करब।”
19 एह बरे बतसेबा राजा सुलैमान क लगे ओहसे बात करइ गइ। राजा सुलैमान ओका लखेस अउर उ ओहसे मिलइ बरे खड़ा भवा। तब उ ओकरे समन्वा प्रणाम करइ निहुरा अउ सिंहासने पइ बइठ गवा। उ सेवकन स, अपनी महतारी बरे दूसर सिंहासन लिआवइ क कहेस। तब उ ओकरी दाहिन कइँती बइठ गइ।
20 बतसेबा ओहसे कहेस्, “मइँ तोहसे एक नान्ह चीज माँगत हउँ। कृपा कइके इन्कार न कर्या।”
राजा उत्तर दिहेस, “महतारी तू जउन चाहा, माँग सकति अहा। मइँ तोहका मना नाहीं करबेउँ।”
21 एह बरे बतसेबा कहेस, “सूनेमिन मेहरारू अबीसग क अपने भाई अदोनिय्याह क संग बियाह करइ द्या।”
22 राजा सुलैमान अपनी महतारी स कहेस, “तू अबीसग क ओका देइ बरे मोहसे काहे कहति अहा? तू मोहसे इ काहे नाहीं कहतिउ कि मइँ ओका राजा भी बनाइ देउँ काहेकि उ मोर बड़का भाइ अहइ? याजक एब्यातार अउ योआब ओकर समर्थन करिहीं।”
23 तब सुलैमान यहोवा स एक ठु प्रतिग्या किहेस। उ कहेस्, “मइँ प्रतिग्या करत हउँ कि मोहसे इ माँग करइ क बरे मइँ अदोनिय्याह स भुगतान कराउब। उ पचे इ माँग बरे आपन जिन्नगी देइ देब। 24 यहोवा मोका इस्राएल क राजा होइ दिहस ह। उ उ सिंहासन मोका दिहेस ह जउन मोर बाप दाऊद क अहइ। यहोवा अपनी प्रतिग्या पूरी किहेस ह अउ राज्ज मोका अउ मोरे परिवार क दिहस ह। मइँ सास्वत परमेस्सर क समन्वा, प्रतिग्या करत हउँ कि अदोनिय्याह आज मरी!”
25 राजा सुलैमान बनायाह क आदेस दिहस। बनायाह बाहेर गवा अउर उ अदोनिय्याह क मार डाएस।
26 तब राजा सुलैमान याजक एब्यातार स कहेस, “मोका तोहका मार डावइ चाही, किन्तु मइँ तोहका अपने घरे अनातोत मँ लउट जाइ देत हउँ। मइँ तोहका अबहुँ मारब नाहीं काहेकि मोर बाप दाऊद क संग चलत समइ तू पवित्तर सन्दूख क लइ चलइ मँ मदद किहे रह्या जब तू मोरे बाप दाऊद क संग रह्या। मइँ जानत हउँ कि तू मोर बाप क मदद किहे रहा अउर मोर बाप क सबहिं कठिन समइ मँ साथ दिहे रहा।” 27 सुलैमान एब्यातार स कहेस कि तू याजक क रुप मँ यहोवा क सेवा करत नाहीं रह सकत्या। इ सब बइसे ही भवा, जइसा यहोवा होइ बरे कहे रहा। परमेस्सर याजक एली अउ ओकरे परिवार क बारे मँ सीलो मँ इ कहे रहा अउर एब्यातार एली क परिवार स रहा।
28 योआब इ बारे मँ सुनेस अउर उ डेराइ गवा। उ अदोनिय्याह क समर्थन किहे रहा, किन्तु अबसालोम क नाहीं। योआब यहोवा क तम्बू कइँती दउड़ा अउर वेदी क सींगो क धइ लिहस। 29 कउनो राजा सुलैमान स कहेस कि योआब यहोवा क तम्बू मँ वेदी क लगे अहइ। एह बरे सुलैमान बनायाह क जाइ अउ ओका मार डावइ क आदेस दिहस।
30 बनायाह यहोवा क तम्बू मँ गावा अउ योआब स कहेस, “राजा कहत हीं, ‘बाहेर आवा।’”
मुला योआब जवाब दिहेस, “नाहीं, मइँ हिअइँ मरब।”
एह बरे बनायाह राजा क लगे वापस गवा अउ ओहसे उहइ कहेस जउन योआब कहे रहा। 31 तब राजा बनायाह क आदेस दिहस, “वइसा ही करा जइसा उ कहत ह। ओका हुवँइ मार डावा। तब ओका दफनाइ द्या। तब हमार परिवार अउर हम योआब क दोख स अजाद होब। इ अपराध एह बरे भवा कि योआव निरपराध लोगन क मारे रहा। 32 योआब दुइ मनइयन क मार डाएस, जउन ओहसे बहोत नीक रहेन। इ पचे नेर क पूत अब्नेर अउ येतेर क पूत अमासा रहेन। अब्नेर इस्राएल क फउज क प्राधान सेनापति रहा अउर अमासा यहूदा क फउज क सेनापति रहा। उ समइ, मोर बाप दाऊद इ नाहीं जानत रहेन कि योआब ओनका मार डाए रहा। एह बरे यहोवा योआब क ओन मनइयन बरे सजा देइ जेनका उ मार डाए रहा। 33 उ ओनकर मउत बरे अपराधी होइ अउर ओकर परिवार भी सदा बरे दोखी होइ। किन्तु परमेस्सर कइँती स दाऊद क, ओकरे सन्तानन, ओकरे राज परिवार अउ सिंहासन क सदा-सदा बरे सान्ति मिली।”
34 एह बरे यहोयादा क पूत बनायाह योआब क मार डाएस। योआब मरुभूमि मँ अपने घरे क लगे दफनावा गवा। 35 सुलैमान तब योहादा क पूत बनायाह क योआब क जगह पइ सेनापति बनाएस। सुलैमान एब्यातार क ठउरे पइ सादोक क महायाजक बनाएस। 36 एकरे पाछे राजा सिमी क बोलाएस। राजा ओहसे कहेस्, “हिआँ यरूसलेम मँ तू अपने बरे एक ठु घर बनावा, उहइ घरे मँ रहा अउर नगर क जिन तजा। 37 जदि तू नगर क तजब्या अउ किद्रोन क नाले क पार जाब्या तउ तू मार डावा जाब्या अउर इ तोहार दोख होइ।”
38 एह बरे सिमी जवाब दिहेस, “मोर राजा, आप जउन कहेन ह, ठीक बाटइ। मइँ आप क हुकुम क मानब।” एह बरे सिमी यरूसलेम मँ बहोत समइ तलक रहा। 39 किन्तु तीन बरिस पाछे सिमी क दुइ सेवक पराइ गएन्। उ पचे गत क राजा क लगे पहोंचेन। ओकर नाउँ आकीस रहा जउन माका क पूत रहा। सिमी सुनेस कि ओकर सेवक गत मँ अहइ। 40 एह बरे सिमी आपन काठी अपने खच्चर पइ रखेस अउर गत मँ राजा आकीस क लगे गवा। उ अपने सेवकन क प्राप्त करइ गवा। उ ओनका ढूँढ़ लिहस अउर अपने घरे वापस लिआवा।
41 मुला कउनो सुलैमान स कहेस, कि सिमी यरूसलेम सगत गवा रहा अउर लउटि आवा ह। 42 एह बरे सुलैमान ओका बोलवाएस। सुलैमान सिमी स कहेस, “मइँ तोहका चिताउनी देत हउँ कि मइँ यहोवा क नाउँ पइ इ प्रतिग्या किहे रहेउँ कि जदि तू यरूसलेम तजब्या, तउ मारा जाब्या। मइँ चितउनी दिहे रहेउँ कि जदि तू दूसर कहूँ जाब्या तउ तोहरे मारे जाइ क दोख तोहार होइ। अउर तू ओका अंगीकार किहे रहा जउन कछू मइँ कहेस रहा। तू कहेस रहा कि तू मोर आग्या अउर आदेसन क पालन करब्या। 43 तू अपनी प्रतिग्या काहे तोड़्या? तू मोरे आदेस क पालन काहे नाहीं किहा? 44 तू जानत ह कि तू मोरे बाप दाऊद क खिलाफ बहोत स गलत काम किहा, अब यहोवा ओन गलत कामन बरे तोहका सजा देइ। 45 किन्तु यहोवा मोका आसीर्वाद देइ। उ दाऊद क सिंहासन क सदा ही सुरच्छा करी।”
46 तब राजा बनायाह क सिमी क मार डावइ क आदेस दिहेस अउर इ एका पूरा किहस। अब सुलैमान अपने राज्ज पइ पूरा नियंत्रण कइ चुका रहा।
एक दुसरे क सहायता करा
6 भाइयो तथा बहिनियो, तोहरे मँ स अगर कउनउ मनई गलत काम करत पकड़ा जाय तउ आत्मिक लोगन क चाही कि नम्रता क साथे ठीक कइ देइ, धरम क मार्ग पर आवइ मँ सहायता करइँ। अउर खुद अपने बरे सावधानी बरता कि कहीं तू पचे खुदउ कउनो परीच्छा मँ न पड़ि जा। 2 परस्पर एक दूसरे क भार उठावा। इही तरह तू मसीह क व्यवस्था क पालन करब्या। 3 अगर केउ मनई महत्वपूर्ण न होत भवा तबउ अपने क महत्वपूर्ण समझत ह, तउ अपने क धोखा देत थ। 4 अपने करम क आंकलन हर कउनो क खुद करत रहइ चाही। अइसेन करइ पर ही ओका अपने पापे पर कउनो दुसरे क साथे तुलना किहे बिना, गरब करइ क अवसर मिली। 5 काहेकि आपन दायित्यव हर कउनो क खुदइ उठावइ क बा।
जीवन खेत-बोवइ जइसा बा
6 जेका परमेस्सर क बचन सुनावा गवा बा, ओका चाही कि जउन अच्छी चीज ओकरे पास बा, ओहमाँ अपने उपदेस क साच्छी बनवइ।
7 अपने आपके जिन्न छला। परमेस्सर क केऊ बुद्धू नाहीं बनाइ सकत, काहेकि जउन जइसेन बोई वइसे ही काटी। 8 जे अपने भौतिक मनई क सुभाऊ बरे बोई, उ अपने काया क बिनास क फसल काटी। मुला जउन आतिमा क खेते मँ बीया बोई उ आतिमा स अनन्त जीवन क फसल काटी। 9 इही बरे आवा हम भलाई करत कभऊँ न थकी। काहेकि अगर हम भलाई करत ही रहब तउ अच्छा समइ आए प हमका ओकर फल मिली। 10 जइसेन ही कउन अवसर मिलई, हमका सब क साथ भलाई करइ चाहीं, विसेस कर अपने बिसवासी भाइयन क साथे।
पत्र क समापन
11 देखा, मइँ तू पचन क खुद अपने हाथे स केतना बड़ा बड़ा अच्छरन मँ लिखे हउँ। 12 अइसे जने जउन सरीर क रुप स अच्छा देखॉवा करइ चाहत हीं तू पचन प खतना करावइ क दबाउ डालत हीं। मुला उ पचे अइसेन बस इही बरे करत हीं कि ओन्हे मसीह क क्रूस क (सुसमाचार) कारण यातना न सहइ पड़इ। 13 काहेकि उ सबइ खुदउ नकइ खतना होइ चुका बा, व्यवस्था क पालन नाहीं करतेन मुला फिन भी ओ पचे चाहत हीं कि तू पचे खतना करावा ताकि उ पचे तू सबन क जरिये इही सरीस क प्रथा क अपनाइ जाइ पर डींग मार सकइँ।
14 मुला जेकरे जरिये मइँ संसार क बरे अउर संसार मोरे बरे भर गवा। पर्भू ईसू मसीह क ओह क्रूस क छोड़िके मोका अउर कउनो प गरब न होइ। 15 काहेकि न तउ खतना क कउनउ महत्व बा अउर न बिना खतना क। अगर महत्व बा त उ नई सिस्टी क बा। 16 इही बरे जउन लोग ऍह विधान पर चलिहीं ओन्हन पर। अउर परमेस्सर क इस्राएल पर सान्ति अउर दया होत रहइ।
17 पत्र क खतम करत मइँ तू सबन स बिनती करत हउँ कि अब मोका कउनउ अउर दुख न द्या। काहेकि मइँ तउ पहिले स अपने सरीर मँ मसीह ईसू क घावन क लिहे घमत रहत अहउँ।
18 भाइयो तथा बहिनियो, हमरे पर्भू ईसू मसीह क अनुग्रह तू पचन क आतिमन क साथे बना रहई। आमीन!
परमेस्सर यहेजकेल क इस्राएल क पहरेदार चुनत ह
33 यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 2 “मनई क पूत, आपन लोगन स बातन करा। ओनसे कहा, ‘मइँ दुस्मन क फउजियन क उ देस क खिलाफ जुद्ध बरे लइ जाइ सकत हउँ। जब अइसा होइ तउ लोग एक मनई क पहरेदार क रूप मँ चुनिहीं। 3 जदि पहरेदार दुस्मन क फउजियन क आवत देखत ह, तउ उ तुरही बजावत ह अउर लोगन क सावधान करत ह। 4 जदि लोग उ चितउनी क सुनइँ किन्तु अनसुनी करइँ तउ दुस्मन ओनका धरी अउर ओनका बन्दी क रूप मँ लइ जाइ। उ मनई आपन मउत बरे खुद जिम्मेदार होइ। 5 उ तुरही सुनेस, पर चितउनी अनसुनी किहेस। एह बरे आपन मउत बरे उ खुद दोखी अहइ। जदि उ चितउनी पइ धियान दिए होत तउ उ आपन जिन्नगी बचाइ लिए होत।
6 “‘किन्तु इ होइ सकत ह कि पहरेदार दुस्मन क फउजियन क आवत लखत ह, किन्तु तुरही नाहीं बजावत। उ पहरेदार लोगन क चितउनी नाहीं दिहस। दुस्मन ओनका धरी अउर ओनका बन्दी बनाइके लइ जाइ। उ मनई लइ जावा जाइ काहेकि उ पाप किहेस। किन्तु पहरेदार भी उ आदमी क मउत क जिम्मेदार होइ।’
7 “अब, मनई क पूत, मइँ तोहका इस्राएल क परिवार क पहरेदार चुनत हउँ। जदि तू मोरे मुँह स कउनो सँदेसा सुना तउ तोहका मोरे बरे लोगन क चितउनी देइ चाही। 8 मइँ तोहसे कहि सकत हउँ, ‘इ पापी मनई मरी।’ तब तोहका उ मनई क लगे जाइके मोरे बरे ओका चितउनी देइ चाही। जदि तू उ पापी मनई क चितउनी नाहीं देत्या अउर ओका आपन जिन्नगी बदलइ क नाहीं कहत्या, तउ उ पापी मनई मरी, काहेकि उ पाप किहेस। किन्तु मइँ तोहका ओकर मउत क जिम्मेदार बनाउब। 9 किन्तु जदि तू उ बुरे मनई क आपन जिन्नगी बदलइ बरे अउर पाप तजइ बरे चितउनी देत अहा अउर जदि उ पाप करब तजइ स इन्कार करत ह तउ उ मरी काहेकि उ पाप किहेस, किन्तु तू आपन जिन्नगी बचाइ लिहा।”
परमेस्सर लोगन क नस्ट करइ नाहीं चाहत
10 “एह बरे मनई क पूत, इस्राएल क परिवार स मोरे बरे कहा। उ सबइ लोग कह सकत हीं, ‘हम लोग पाप किहा ह अउर नेमन क तोड़ा ह। हमार पाप हमरी सहनसक्ति क बाहर अहइँ। हम ओन पापन्क कारण मारा होत अही। हम जिअत रहइ बरे का कइ सकित ह।’
11 “तोहका ओनसे कहइ चाही, ‘मोर सुआमी यहोवा कहत ह: मइँ आपन जिन्नगी क किरिया खाइके बिस्सास दिआवत हउँ कि मइँ लोगन क मरत लखिके आनन्दित नाहीं होत हउँ, हिआँ तलक कि बुरे लोगन बरे भी नाहीं। मइँ नाहीं चाहत कि उ पचे मरइँ। मइँ चाहत हउँ कि उ बुरे लोग आपन जिन्नगी क बदलइँ जेहसे उ पचे जिअत रहि सकइँ। एह बरे बुरे काम करब तजा। इस्राएल क परिवार, तोहका मरब ही काहे चाही?’
12 “मनई क पूत, आपन लोगन स कहा, ‘जदि कउनो मनई पुराने समइ मँ पूण्य कर्म किहेस ह तउ ओहसे ओकर जिन्नगी नाहीं बचिहीं जदि उ अपराध पाप करब सुरू करइ। जदि कउनो मनई पुराने समइ मँ पाप किहेस, तउ उ नस्ट नाहीं कीन्ह जाइ, जदि उ पाप स दूर हटि जात ह। एह बरे याद राखा, एक मनई क जरिये पुराने समइ मँ कीन्ह गए पुण्य कर्म ओकर रच्छा नाहीं करिहीं, जदि उ पाप करब सुरू करत ह।’
13 “इ होइ सकत ह कि मइँ कउनो नीक मनई क बरे कहउँ कि उ जिअत रही। किन्तु इ होइ सकत ह कि उ नीक मनई इ सोचब सुरू करइ कि पुराने समइ मँ उसके जरिये कीन्ह गए करम ओकर रच्छा करिहीं। एह बरे उ बुरे करम करब सुरू कइ सकत ह। किन्तु मइँ ओकर पुराने समइ क पुण्य क याद नाहीं राखब। नाहीं, उ ओन पापन्क कारण मरी जेनका उ करब सुरू करत ह।
14 “या इ होइ सकत ह कि मइँ कउनो दुस्ट मनई क बरे कहउँ कि उ मरी। किन्तु उ आपन जिन्नगी क बदल सकत ह। उ पाप करब तजि सकत ह। उ नीक अउ उचित होइ सकत ह। 15 उ उ गिरवी क चीज क लउटाइ सकत ह जेका उ रिण मँ मुद्रा देत समइ रखे रहा। उ ओन चिजियन क भुगतान कइ सकत ह जेनका उ चोराए रहा। उ ओन नेमन क पालन कइ सकत ह जउन जीवन देत हीं। उ बुरे काम करब छोड़ देत ह। तब उ मनई निहचय इ ही जिअत रही। उ मरी नाहीं। 16 मइँ ओकरे पुराने समइ क पापन्क याद नाहीं करब। काहेकि उ अब ठीक-ठाक रहत ह अउर उचित बेउहार रखत ह। एह बरे उ जिअत रही।
17 “किन्तु तोहार लोग कहत हीं, ‘इ उचित नाहीं अहइ। यहोवा मोर सुआमी वइसा नाहीं होइ सकत।’
“परन्तु उ सबइ ही लोग अहइँ जउन उचित नाहीं अहइँ। उ सबइ ही लोग अहइँ, जेनका बदलइ चाही। 18 जदि नीक मनई पुण्य करब बन्द कइ देत ह अउर पाप करब सुरू करत ह तउ उ अपने पापन्क कारण मरी। 19 अउर जदि कउनो पापी पाप करब छोड़ देत ह अउर ठीक-ठाक तथा उचित रहब सुरू करत ह तउ उ जिअत रही। 20 किन्तु तू लोग अब भी कहत अहा कि मइँ उचित नाहीं अहउँ। किन्तु मइँ फुरइ कहित हउँ। इस्राएल क परिवार, हर एक मनई क संग निआउ, उ जउन करत ह, ओकरे अनुसार होइ।”
यरूसलेम पइ अधिकार कइ लीन्ह गवा
21 देस निकारे क बारहवें बरिस मँ, दसएँ महीने क पँचए दिन एक मनई मोर लगे यरूसलेम स आवा। उ हुवाँ क जुद्ध स बच निकरा रहा। उ कहेस, “यरूसलेम पइ अधिकार होइ गवा।”
22 अइसा भवा कि जउने दिन उ मनई मोरे लगे आवा ओकर पूर्व साँझ क, मोर सुआमी यहोवा क सक्ति मोह पइ उतरी। परमेस्सर मोका जउने समइ उ मनई मोरे लगे आवा स पहिले सुहब मँ बोलइ जोग्य बनाएस यहोवा मोर मुँह खोल दिहे रहा अउर फुन स मोका बोलइ दिहस। 23 तब यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 24 “मनई क पूत, इस्राएल क ध्वस्त नगरन मँ इस्राएली लोग रहत अहइँ। उ सबइ लोग कहत अहइँ, ‘इब्राहीम केवल एक मनई क रहा अउर परमेस्सर ओका इ सारी भुइँया दइ दिहस। अब हम अनेक लोग अही। एह बरे निहचय ही इ भुँइया क हम लोग आपन विरासत क रूप मँ हासिल करब।’
25 “तोहका ओनसे कहइ चाही कि मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, ‘तू लोग खून स सना माँस खात अहा। तू लोग आपन देवमूरतियन स मदद क आसा करत अहा। तू लोगन क मारि डावत अहा। एह बरे मइँ तू लोगन क इ भुइँया काहे देउँ। 26 तू पचे आपन तरवार पइ भरोसा करत अहा। तू पचन्मँ स हर एक भयंकर पाप करत ह। तू पचन्मँ स हर एक आपन पड़ोसी क पत्नी क संग बिभिचार करत ह। एह बरे तू भुइँया पाइ नाहीं सकत्या।’
27 “‘तू पचन्क कहइ चाही कि सुआमी यहोवा इइ कहत ह, “मइँ आपन जिन्नगी क किरिया खाइके प्रतिग्या करत हउँ, कि जउन लोग ओन ध्वस्त नगरन मँ रहत हीं, उ पचे तरवार क घाट उतारे जइहीं। जदि कउनो उ देस स बाहेर होइ तउ मइँ ओका जनावरन स मरवाउब अउर खिआउब। जदि लोग किले अउर गुफन मँ छिपे होइहीं तउ पचे रोग स मरिहीं। 28 मइँ भुइँया क खाली अउर बर्बाद करब। उ देस ओन सबहिं चिजियन क खोइ देइ जेन पइ ओका गर्व रहा। इस्राएल क पर्वत खाली होइ जइहीं। उ ठउरे स कउनो गुजरी नाहीं। 29 ओन लोग अनेक भयंकर पाप किहेन ह। एह बरे मइँ उ देस क खाली अउ बर्बाद करब। तब उ सबइ लोग जनिहीं कि मइँ यहोवा हउँ।”
30 “‘अब तोहरे बारे मँ, मनई क पूत, तोहार लोग देवारन क सहारे निहुरे भए अउर आपन दरवाजन मँ खड़े अहइँ अउर उ पचे तोहरे बारे मँ बात करत हीं। उ पचे एक दूसर स कहत हीं, “आवा, हम जाइके सुनी जउन यहोवा कहत ह।” 31 एह बरे उ पचे तोहरे पचन्क लगे वइसे ही आवत हीं जइसे उ पचे मोर लोग होइँ। इ लोग तोहरे पचन्क समन्वा अइसे बइठत ह जइसे उ पचे मोर लोग अहइ। उ पचे तोहार सँदेसा सुनत ह। किन्तु उ पचे उ नाहीं करिहीं जउन तू कहब्या। उ पचे सिरिफ उ करइ चाहत हीं जउन अनुभव करइ मँ अच्छा होइ। उ पचे लोगन क धोखा देइ चाहत हीं अउर अधिक धन कमावइ चाहत हीं।
32 “‘तू एन लोगन क दृस्टि मँ प्रेमगीत गावइवाले गायक स जियादा नाहीं अहा। तोहार स्वर अच्छा अहइ। तू आपन बाजा अच्छा बजावत अहा। उ पचे तोहार सँदेसा सुनिहीं किन्तु उ पचे उ नाहीं करिहीं जउन तू कहत अहा। 33 किन्तु जिन चिजियन क बारे मँ ओन लोगन स कहत अहा, उ सबइ फुरइ घटित होइहीं अउर तब लोग समझिहीं कि ओनके बीच फुरइ एक ठु नबी रहत रहा।’”
संगीत निर्देसक बरे आसाफ क एक ठु गीत गित्तीथ वाद्य यंत्र क संग गावा भवा।
1 परमेस्सर जउन हमार सक्ति अहइ ओकरे बरे आनन्द क गीत गावा।
याकूब क परमेस्सर क जय जयकार करा।
2 संगीत सुरू करा।
तम्बूरा बजावा।
वीणा सारंगी स मधुर धुन निकारा।
3 नवा चंदा क समय मँ तू पचे नरसिंहा फूँका।
पूर्णमासी क अवसर पइ तू पचे हम लोगन क त्यौहार क दिन मँ नरसिंहा फूँका।
4 इस्राएल क लोगन क बरे अइसा ही नेम अहइ।
इ आदेस परमेस्सर याकूब क दिहस ह।
5 परमेस्सर यूसुफ क संग एक करार तब किहे रहा
जब उ मिस्र गवा रहा
जहाँ उ उ रास्ट्र क भाखा नाहीं जानेस रहेन।
6 परमेस्सर कहत ह, “तोहरे काँधे क बोझा मइँ लइ लिहेउँ ह।
ओकर हाथन मँ मजदूर क टोपा मँ स छुरावा गवा।
7 जब तू मुसीबत मँ रह्या तू मदद क गोहार लगाया अउर मइँ तोहका बचाएउँ।
मइँ तूफानी बदरन मँ छुपा रहेउँ अउर मइँ तू पचन्क जवाब दिहेउँ।
मइँ तू पचन्क मरिबा क जल क लगे परखेउँ।”
8 “अरे मोर मनइयो, तू पचे मोर बात सुना।
अउर मइँ तू पचन्क चेताउनी देब।
इस्राएल, तू मोका सुन्या।
9 तू कउनो कउनो बिदेसी देवता क पूजा जिन करा।
कउनो बिदेसी लोगन क देवता क समन्वा आपन मुँड़ि जिन झुकावा।
10 मइँ, यहोवा तोहार परमेस्सर हउँ।
मइँ उहइ परमेस्सर हउँ
जउन तू पचन्क मिस्र स बाहेर लिआए रहेउँ।
तू आपन मुँहना खोला, मइँ ओका भर देब।
11 “मुला मोर मनइयन मोर नाहीं सुनेन।
इस्राएल मोर आग्या नाहीं मानेस।
12 एह बरे मइँ ओनका ओकरे हठी जिद् पइ छोर दिहेउँ।
इस्राएली लोग उहइ चिजियन क किहेन जेका उ उत्तिम समझेन।
13 भला होत इस्राएल क लोग मोर बात सुन लेतेन,
अउर उ लोग वइसी ही जिन्नगी जिअतेन जइसा मइँ ओहसे चाहत रहेउँ।
14 तब मइँ इस्राएल क दुस्मनन क हाली हराइ देतेउँ।
अउर मइँ ओन लोगन क सजा देतेउँ जउन इस्राएल क दुःख देतेन।
15 तब यहोवा क दुस्मन डर स थर-थर काँपत हीं।
अउर उ पचे सदा सर्वदा सजा पइहीं।
16 परमेस्सर आपन चेलन क उत्तम गोहूँ देइ।
चट्टान ओनका समूर्ण तृप्त होइ तलक सहद देब।”
आसाफ क एक ठु गीत।
1 परमेस्सर देवन क सभा[a] क बीच निआवाधीस क रूप मँ विराजत ह।
सरगदूत क बीच उ निआव करत ह।
2 परमेस्सर कहत ह, “कब तलक तू लोग अनिआव स भरा निआव करब्या?
कब तलक तू लोग दुराचारी लोगन क खास सामर्थ दिखावा?
3 “अनाथन अउ कमज़ोर लोगन क रच्छा करा।
जेनका संग उचित बेउहार नाहीं कीन्ह गवा ह।
अउर दीन लोगन क अधिकारन क रच्छा करा।
4 गरीब अउ बेसहारा लोगन क बचावा।
दुस्टन क चंगुल स ओनका बचाइ ल्या।
5 “इस्राएली नाहीं जानते कि का कछू घटत बा
एब बरे उ पचे नाहीं समझतेन।
उ पचे नाहीं जानतेन
कि बदी करने वाला का करत रहेन।”
6 मइँ कहेउँ,
“तू देवतन[b] अहा।
तू सर्वोच्च परमेस्सर क पूत अहा।
7 फिर भी तू मानव जाति क नाईं मरब्या।
तू पचे वइसेन मरब्या जइसे दूसर नेतन मरि जात हीं।”
8 हे परमेस्सर, खड़ा ह्वा! धरती पइ निआव लइ आवा,
काहेकि तू सारे ही देसन पइ नियन्त्रन रखत ह।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.