M’Cheyne Bible Reading Plan
सीबा दाऊद स भेटंत ह
16 दाऊद जैतून पर्वत क चोटी पइ तनिक दूर चला। हुवाँ मपीबोसेत क सेवक सीबा, दाऊद स मिला। सीबा क लगे काठी क संग दुइ ठु खच्चर रहेन। खच्चरन पइ दुइ सौ रोटियन, सौ किसमिस क गुच्छन, सौ गर्मी क फल अउ दाखमधु स भरी एक ठु मसक रही। 2 राजा दाऊद सीबा स कहेस, “इ सबइ चिजियन काहे बरे अहइँ?”
सीबा जवाब दिहेस, “गदहन राजा क परिवार क सवारी बरे अहइ। रोटी अउ गर्मी क फल सेवकन क खाइ बरे अहइ अउर जदि कउनो मनई रेगिस्ताने मँ कमजोरी महसूस करइ, उ दाखमधु पी सकी।”
3 राजा पूछेस, “मपीबोसेत कहाँ अहइ?”
सीबा राजा क जवाब दिहेस, “मपीबोसेत यरूसलेम मँ ठहरा अहइ काहेकि उ सोचत ह, ‘आजु इस्राएली मोरे पितामह क राज्ज मोका वापस दइ देइहीं।’”
4 तब राजा सीबा स कहेस, “ओकरे कारण, जउन कछू मपीबोसेत क अहइ ओका अब मइँ तोहका देत हउँ।”
सीबा कहेस, “मइँ आप क प्रणाम करत हउँ। मइँ आसा करत हउँ कि मइँ आप क सदा खुस कइ सकउँ।”
सिमी दाऊद क साप देत ह
5 दाऊद बहूरीम पहोंचा। साउल क परिवारे क एक ठु मनई बहूरीम स बाहेर निकरा। इ मनई क नाउँ सिमी रहा जउन गेरा क पूत रहा। सिमी दाऊद क बुरा कहत भवा बाहेर आवा अउर उ बुरी-बुरी बातन बार-बार करत रहा।
6 सिमी दाऊद अउ ओकरे सेवकन पइ पाथर लोकाउब सुरू किहस। किन्तु लोग अउर फउजी दाऊद क चारिहुँ कइँती बटुर गएन उ पचे ओकरे चारिहुँ ओर रहेन। 7 सिमी दाऊद क सरापेस। उ कहेस, “निकरि जा, निकरि जा! तू हत्यारा अहा, तू दुस्ट अहा! 8 यहोवा तोहका दण्ड देत अहइ। काहे? काहेकि तू साऊल क परिवारे क मनइयन क मार डाया। तू साऊल क जगह एक राजा क रूप मँ चोराया। किन्तु अब, यहोवा राज्ज तोहरे पूत अबसालोम क दिहस ह। अब उ पचे ही बुरी घटनन तोहरे बरे घटित होत अहइँ। काहे? काहेकि तू हत्यारा अहा।”
9 सरूयाह क पूत अबीसै राजा स कहेस, “मोर पर्भू, राजा! इ मरा कूकुर आप क सरापत काहे अहइ? मोका आगे जाइ द्या अउ सिमी क मूँड़ काट लेइ द्या।”
10 किन्तु राजा जवाब दिहस, “सरूयाह क पूतो! तू इ चिजियन क चिन्ता काहे करत ह जउन मोर संग होत? निहचइ ही सिमी मोका सरापत अहइ। अगर यहोवा ओका कहेस कि उ मोका सरापि, अउर कउन अहइ जउन यहोवा स इ बातन बरे प्रस्न पूछ सकत्या?” 11 दाऊद अबीसै अउर आपन सबहिं सेवकन स इ भी कहेस, “लखा मोर आपन पूत ही (अबसालोम) मोका मारइ क जतन करत अहइ। इ मनई (सिमी) जउन बिन्यामीन परिवार समूह क अहइ, मोका मार डावइ क जियादा अधिकार रखत ह। ओका अकेला तजा। ओका मोका बुरा भला कहइ द्या। यहोवा ओका अइसा करइ क कहेस ह। 12 इ होइ सकत ह कि ओन बुराइयन क जउन मोरे संग होत अहइँ, यहोवा लखइ। तब होइ सकत ह कि यहोवा मोका हर बुरा सब्द क बदले मँ कछू अच्छा देइ जउन कि सिमी आजु मोहसे कहेस ह।”
13 एह बरे दाऊद अउ ओकर मनइयन अपने राहे पइ खाले सरक स उतर आवइँ। किन्तु सिमी दाऊद क पाछे लगा रहा। सिमी सरक क दूसर कइँती पहाड़ी क बगल होइ के चलइ लाग। सिमी अपने राहे पइ दाऊद क बुरा-भला कहत रहा। सिमी दाऊद पइ पाथर अउ धूरि भी लोकाएस।
14 राजा दाऊद अउर ओकर सबहिं लोग यरदन नदी पइ पहोंचेन। राजा अउ ओकर लोग थक गए रहेन। एह बरे उ पचे हुवाँ आराम किहन अउर आपन क ताज़ा किहेन।
15 अबसालोम, अहीतोपेल अउ इस्राएल क सबहिं लोग यरूसलेम आएन। 16 दाऊद क एरेकी मीत हूसै अबसालोम क लगे आवा। हूसै अबसालोम स कहेस, “राजा दीर्घायु होइँ।। राजा दीर्घायु होइँ।”
17 अबसालोम पूछेस, “तू आपन मीत दाऊद क बिस्सास पात्र काहे नाहीं अहा? तू आपन मीत क संग यरूसलेम क काहे नाहीं तज्या?”
18 हूसै कहेन, “मइँ उ मनई क अहउँ, जेका यहोवा चुनत ह। एन लोग अउ इस्राएल क लोग आप क चुनेन। मइँ आपक संग रहब। 19 बीते समइ मँ मइँ आप क बाप क सेवा किहेउँ। एह बरे, अब मइँ दाऊद क पूत क सेवा करब। मइँ आप क सेवा करब।”
अबसालोम अहीतोपेल स सलाह लेत ह
20 अबसालोम अहीतोपेल स कहेस, “कृपा कइके मोका बतावा कि का करइ चाही।”
21 अहीतोपेल अबसालोम स कहेस, “तोहार बाप आपन कछू उप-पत्नियन क घर क देख-भाल क बरे तजेस ह। जा अउर ओनके संग सारीरिक सम्बंध करा। तब सबहिं इस्राएली इ जनिहीं कि तोहार बाप तोहसे घिना करत ह। अउर तोहार सबहिं लोग तोहका जियादा समर्थन देइ बरे उत्साहित होइहीं।”
22 तब ओन लोग अबसालोम बरे महले क छते पइ एक तम्बू डाएन अउ अबसालोम अपने बाप क रखैलन क संग सारीरिक सम्बन्ध किहस। सबहिं इस्राएलियन एका लखेन। 23 उ समइ, दाऊद अउ अबसालोम अहीतोपेल क सलाह क बहोत महत्वपूर्ण समुझेस। इ ओतनी ही महत्वपूर्ण रही जेतनी मनई बरे परमेस्सर क बात।
साथियन क मदद करा
9 अब परमेस्सर क लोगन क सेवा क बारे मँ तोहे एह तरह से लिखत चला जाब मोरे बरे जरूरी नाहीं बा। 2 काहेकि सहायता क बरे तोहर लोगन क मइँ जानत हउँ अउर ओकरे बरे मैसीडोनिया निवासियन क सामने इ कहत मोका गरब बा कि अखाया क लोग तउ, पिछले साल से ही तइयार अहइँ। अउ तोहरे उत्साह तउ ओनमें से जियादातर काम बरे प्रेरणा दिहे अहइँ। 3 मुला मइँ भाइयन क तोहरे लगे इही बरे भेजत हउँ कि तोहके लइक मइँ जउन गरब करत हउँ, उ ऐह बारे मँ खराब सिद्ध न होई। अउर एह बरे की तू तइयार रहा, जइसेन की मइँ कहत आएउँ ह। 4 नाहीं तउ जब केउ मैसीडोनिया बासी मोरे साथे तोहरे लगे आवइ अउर उ पचे तोहे तइयार न पावइँ तउ तोहरे ऊपर बिसवास करइ क कारण हमार बदनामी होइ, इहइ नाहीं काहेकि एहमे तोहार बदनामी होइ। (तू अउर जियादा लज्जित होब्या।) 5 इहीं बरे मइँ भाइयन स इ कहब जरूरी समझा कि उ हमसे पहिले ही तोहरे लगे जाइँ अउर जेन उपहारन क दइ क तू पहिलेन ही बचन दइ चुका अहा ओन्हे पहिलेन से उदारतापूर्वक तइयार रखा। इही बरे इ दान स्वेच्छापूर्वक तइयार रखा जाइ न कि दबाउ क साथे तोहसे छीनी गइ कउनउ चीज के रूप मँ।
6 एका याद रक्खा। जे छितरा बोवत हीं, उ छितरा ही कटिहीं। अउर जेकर बुआइ सघन बा, उ सघनइ काटी। 7 सब कउनो बिना कउनउ कस्ट क य बिना कउनउ दबाउ क, उतनइ देइ जेतना उ मने मँ सोचे अहइ। काहेकि परमेस्सर खुस मनइयन से ही पिरेम करत ह। 8 अउ परमेस्सर तोहपे सब प्रकार क अच्छा बरदानन क वर्सा कइ सकत ह जेसे तू अपने जरूरत क सब चीजन मँ हमेसा खुस होइ सकत ह अउर सब अच्छे कामन क बरे फिन तोहरे लगे जरूरत से जियादा रही। 9 जइसेन की पवित्तर सास्तर मँ लिखा बा:
“मुक्त भाव से ऊ देत हउ देत ह दीन लोगन क
अउर बनी रहत ह ओकर हमेसा दया क हमेसा हमेसा बरे।” (A)
10 उ परमेस्सर ही बोवइवाले क बीज अउर खाइवाले क भोजन देत ह। उहइ तोहे आत्मिक बीज देई अउ ओकर बढ़वार करी। उही से तोहरे नीक क खेती फूली फली। 11 तू सब प्रकार से सम्पन्न बनावइ जाब्या ताकि तू हर असर पर उदार बन सका। तोहार उदारता परमेस्सर बरे लोगन क धन्यवाद क पैदा करी।
12 दान क इ पवित्तर सेवा मँ तोहार योगदान से न केवल पवित्तर लोगन क जरुरत पूरी होत ह। बल्कि परमेस्सर बरे बहुत जियादा धन्यवाद क भाउ भी उपजत ह। 13 काहेकि तोहरे इ सेवा स जउन प्रेरित होकर परगट होत ह, ओसे लोग परमेस्सर क स्तुति करिहीं। काहेकि ईसू मसीह क सुसमाचार मँ तोहरे बिसवासे क घोसणा से पैदा भई तोहार आग्या क कारण अउर अपने क कारण ओनके बरे अउ अपने दयालुपन क कारण क ओनके बरे अउर दुसरे सब लोगन बरे तू दान देत ह। 14 अउर पचे तोहरे बरे पराथना करत तोहसे मिलइ क बड़ी इच्छा करिहीं। तोहपे परमेस्सर क असीम अनुग्रह क कारण 15 उ भेंट क बरे जेकर बखान नाहीं कीन्ह सकत ह, परमेस्सर क धन्यवाद अहइ।
23 यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 2 “मनई क पूत, सोमरोन अउर यरूसलेम क बारे मँ इ कहानी क सुना। दुइ बहिन रहिन। उ पचे एक ही महतारी क बिटियन रहिन। 3 उ पचे मिस्र मँ तब रण्डियन होइ गइन जब छोटी लड़कियन ही रहिन। मिस्र मँ उ पचे पहिले पिरेम किहन अउर लोगन क आपन चुचुक अउर आपन नवोदित स्तनन क धरइ दिहन। 4 बड़की बिटिया ओहोला नाउँ क रही अउर ओकरी बहिन क नाउँ ओहोलीबा रहा। उ पचे मोर होइ र गइन अउर ओनके बेटवा बिटियन पइदा भइन (ओहोला असल मँ सोमरोन अहइ अउर ओहोलीबा असल मँ यरूसलेम अहइ।)
5 “तब ओहोला मोर बरे पतिव्रता नाहीं रहि गइ। उ एक रण्डी क तरह रहइ लाग। उ आपन पिरेमियन क चाह राखइ लाग। उ अस्सूर क फउजियन क ओनकर 6 नीली वर्दियन मँ लखेस। उ पचे सबहिं मन चाहे नव जवान घुड़सवार रहेन। उ पचे प्रमुख अउर अधिकारी रहेन 7 अउर ओहोला आपन क ओन सबहिं लोगन क रण्डी क रूप मँ अर्पित किहस। उ पचे सबहिं अस्सूर क सेना मँ चुना भवा विसिस्ट सिपाही रहेन अउर उ ओन सबहिं क मोहित कइ लिहेस। उ ओनकर गन्दी देवमूरतियन क संग असुद्ध होइ गइन। 8 एकरे अलावा उ मिस्र स आपन पिरेम-ब्यापार क भी बन्द नाहीं किहस। मिस्र ओहसे तब पिरेम किहेस जब उ किसोरी रही। मिस्र पहिला पिरेमी रहा जउन ओकर नवजात स्तनन क छुएस। मिस्र ओह पइ आपन झूठ पिरेम क बर्खा किहेस। 9 एह बरे मइँ ओकर पिरेमियन क ओका भोगइ दिहेउँ। उ अस्सूर क चाहत रही, एह बरे मइँ ओका ओनका दइ दिहेउँ। 10 उ पचे ओकरे संग बलात्कार किहेस। उ पचे ओकरे बच्चन क लिहेस अउर उ पचे तरवार चलाएन अउर ओका मार डाएन। उ पचे ओका दण्ड दिहेन अउर मेहररूअन अब तलक ओकर बातन करत हीं।
11 “ओकर छोटकी बहिन ओहोलीबा एन सबहिं घटनन क घटित होत लखेन। किन्तु ओहोलीबा आपन बहिन स भी जियादा पाप किहेस। उ आपन बहिन ओहोला क तुलना मँ जियादा बिभिचारी किहा। 12 इ अस्सूर क प्रमुखन अउर अधिकारियन क चाहत रही। उ नीली वर्दी मँ घोड़ा पइ सवार ओन फउजिन क चाहत रही। उ पचे सबहिं चाहइ जोग्य जुवक रहेन। 13 मइँ लखेउँ कि उ पचे दुइनउँ मेहररूअन एक ही गलती स आपन जिन्नगी नस्ट करइ जात रहिन।
14 “ओहोलीबा अपने बिभिचारी क जारी राखेस। उ बाबुल क देवारन पइ खुदा भवा मनइयन क तस्बीरन क लखेस। उ सबइ तस्बीरन कसदी लोगन क तस्बीरन ओनकर लाल पोसाकन मँ रहिन। 15 उ पचे करिहाउँ मँ पेटियन बाँध राखे रहिन अउर ओनके मूँड़ि पइ लम्बी पगड़ियन रहिन। उ पचे सबहिं रथ का अधिकारियन का तरह देखात रहेन। उ पचे सबहिं बाबुल क जन्मभूमि मँ उत्पन्न पुरूस मालूम होत रहेन। 16 ओहोलीबा ओनका चाहेस। उ ओनका आमन्त्रित करइ बरे दूत पठएस। 17 एह बरे उ पचे बाबुल क लोग ओकर पिरेम-सय्या पइ ओकरे संग तने क सम्बन्ध करइ आएन। उ पचे ओकर उपयोग किहन अउर ओका एतना गन्दा कइ दिहन कि उ ओनसे घिना करइ लाग।
18 “ओहोलीबा भी बार-बार आपन नंगा सरीर क एक बिभिचारियन क नाईं अर्पित किहेस। उ बहोत सारे मनइयन क आपन नंगा सरीर स आनन्द लेइ दिहेस कि मोका ओहसे वइसा ही घिना होइ गवा जइसा ओकरे बहिन स होइ ग रही। 19 उ बार-बार आपन बिभिचारी क बढ़ाएस। अउर तब उ आपन पिरेम-ब्यापार क याद किहस जउन उ युवा अवस्था मँ मिस्र मँ किहे रहा। 20 उ आपन पिरेमियन पइ मोहित भएस जेनका लिंग गधन क लिंग क नाईं रहेन, अउर जेनका वीर्य क प्रवाह घोड़न क वीर्य क प्रवाह क नाईं रहेन।
21 “ओहोलीबा, तू आपन ओन दिनन क याद किहा जब तू जुवती रहिउ, जब तोहार पिरेमी तोहार चूचुक क छुअत रहेन अउर तोहार नव जात स्तनन क धरत रहेन। 22 एह बरे ओहोलीबा, मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह: ‘तू आपन पिरेमियन स घिना करइ लागिउ। किन्तु मइँ तोहार पिरेमियन क हिआँ लिआउब। उ पचे तोहका घेर लेइहीं। 23 मइँ ओन सबहिं लोगन क बाबुल स, खासकर कसदी लोगन क लिआउब। मइँ पकोद, सो अउर कोआ स लोगन क लिआउब अउर मइँ ओन सबहिं लोगन क अस्सूर स लिआउब। इ तरह मइँ सबहिं प्रमुखन अउ अधिकारियन क लिआउब। उ पचे सबहिं चाहइ जोग्ग, रथपति खास जोग्यता बरे चुने घुड़सवार रहेन। 24 ओन लोगन क भीड़ तोहरे लगे आइ। उ पचे आपन घोड़न पइ सवार अउर आपन रथन पइ अइहीं। लोग बड़की तादाद मँ होइहीं। ओनके लगे ओनकर भालन, ओनकर ढालन अउर ओनके मूँड़े क सुरच्छा कबच होइहीं। उ पचे तोहरे चारिहुँ कइँती बटुरिहीं। मइँ ओनका बताउब कि तू मोरे संग का किहा अउर उ पचे आपन तरह स तोहका पचन्क सजा देइहीं। 25 मइँ तू पचन्क देखाउब कि मइँ केतना ईर्स्सालु अहउँ। उ पचे बहोत कोहान होइहीं अउर तू पचन्क चोट पहोंचइहीं। उ पचे तोहार पचन्क नाक अउर तोहार पचन्क कान लेइहीं। उ पचे तरवार चलइहीं अउर तू पचन्क मार डइहीं। तब उ पचे तोहरे पचन्क बच्चन क लइ जइहीं अउर तोहार पचन्क जउन कछू बचा होइ ओका बार देइहीं। 26 उ पचे तोहार नीक ओढ़ना गहना लइ लेइहीं 27 अउर मिस्र क साथ भए तोहरे पिरेम बइपार क सपना क मइँ रोक देब। तू फून कबहुँ मिस्र क याद नाहीं करिबिउ।’”
28 मोर सुआमी यहोवा कहत ह, “मइँ तोहका ओन लोगन क देत अहउँ, जेहसे तू घिन करति अहा। मइँ तोहका ओन लोगन क देत अहउँ जेनसे तू घिना करइ लागिउ रही 29 अउर उ पचे देखइहीं कि उ पचे तोहसे केतनी घिना करत हीं। उ पचे तोहार हर एक चीज लइ लेइहीं जउन तू कमाया ह। उ पचे तोहका खाली अउ नंगा छोड़ देइहीं। लोग तोहरे पापन्क स्पस्ट लखिहीं। उ पचे समुझिहीं कि तू एक रण्डी क तरह बेउहार किहन अउर बुरे सपनन लखेन। 30 तू उ बुरे करम तब किहा जब तू मोका ओन दूसर रास्ट्रन क पाछा करइ बरे तजे रह्या। तू ओन बुरे करम तब किहा जब तू ओनकर गन्दी देवमूरतियन क पूजा करब सुरू किहा। 31 तू आपन बहिन क अनुसरण किहा अउर उहइ क तरह रहिउ। एह बरे मइँ ओकर पियाला तोहार हाथ मँ दिहस। एह बरे तू उहइ सज़ा झेलब जउन उ झेलत रहेन।” 32 मोर सुआमी यहोवा इ कहेस,
“तू आपन बहिन क बिख क पियाला क पीबिउ।
इ बिख क पियाला लम्बा-चौड़ा अहइ।
उ पिआले मँ बहोत बिख आवत ह।
लोग तोहे पइ हँसिहीं अउ व्यगं करिहीं।
33 तू मदमस्त होइहीं
अउर सोक स भरि जाइहीं।
इ पियाला बिनास अउ बिध्वंस क अहइ।
इ उहइ पिआले क तरह अहइ जेका तोहार बहिन पिएस।
34 तू उहइ पिआले मँ बिख पीबिउ।
तू ओकर आखिरी बूँद तलक ओका पीबिउ।
तू गिलासे क लोकउबिउ अउर ओकर टूकन कइ डउबिउ।
अउर तू पीरा स आपन छाती विदीर्ण करबिउ।
इ होइ काहेकि मइँ यहोवा अउ सुआमी हउँ
अउर मइँ उ सबइ बातन कहेउँ।
35 “इ तरह, मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस, ‘यरूसलेम, तू मोका बिसरि गया। तू मोका दूर लोकाया अउर मोका पाछे छोड़ दिहा। एह बरे तोहका मोका तजइ अउर रण्डी क तरह सजा भोगइ चाही। तोहका आपन दुट्ठ सपनन बरे कस्ट जरूर पावइ चाही।’”
ओहोला अउ ओहोलीबा क खिलाफ निर्णय
36 मोर सुआमी यहोवा कहत ह, “मनई क पूत, का तू ओहोला अउर ओहोलीबा क निआउ करब्या? तब ओनका ओन भयंकर बातन क बतावा जउन उ पचे किहेन। 37 उ पचे बिभिचार क पाप किहन ह। उ पचे हत्तिया क अपराधी अहइँ। उ पचे वेस्या क तरह काम किहन, उ पचे आपन गन्दी देवमूरतियन क संग रहइ बरे मोका तजेन। उ पचे मोरे बरे बच्चे पइदा किहेन किन्तु तउ उ पचे ओनका आगी मँ होमबलि क रूप मँ चढ़ाएन। उ पचे आपन देवमूरतियन क भोजन देइ बरे इ किहस। 38 उ पचे मोर बिस्राम क दिनन अउर पवित्तर ठउरन क अइसे लिहन माना उ पचे महत्वपूर्ण न होइँ। 39 उ पचे आपन भयंकर देवमूरतियन बरे आपन बच्चन क बलि चढ़ाएन। अउर तब उ पचे मोरे पवित्तर ठउर पइ गएन अउर ओका भी गन्दा बनाएन। उ पचे इ मोरे मन्दिर क भीतर किहन।
40 “उ पचे बहोत दूर क ठउरन स मनइयन क बोलाएन ह। एन मनइयन क तू एक दूत पठया अउर उ सबइ लोग तोहका लखइ आएन। तू ओनके बरे नहाइउ, आपन आँखिन क सजाइउ अउर आपन गहनन क पहिरिउ। 41 तू सुन्नर बिछउना पइ बइठिउ जेकरे समन्वा मेज धरी रही। तू मोर सुगन्ध अउ मोरे तेल क इ मेजे पइ धरिउ।
42 “यरूसलेम मँ सोर अइसा सुनाइ पड़त रहा माना दावत उड़ावइवाले लोगन क होइ। दावत मँ बहोत लोग आएन। उ पचे रेगिस्तान स बहोत सराबी लोगन क लइ आएन। उ पचे मेहररूअन क बाजूबन्द अउ सुन्नर मुकुट देत रहेन। 43 तब मइँ एक ठु मेहरारू स बातन किहेउँ, जउन बिभिचार स ढीली होइ ग रही। मइँ ओहसे कहेउँ, ‘का उ पचे ओकरे संग बिभिचार करत रहि सकत हीं, अउर उ ओनके संग करत रहि सकत ह’ 44 किन्तु उ पचे ओकरे लगे वइसे ही जात रहेन जइसे उ पचे कउनो रण्डी क लगे जात रहे होइँ। हाँ, उ पचे ओन दुट्ठ मेहररूअन ओहोला अउर ओहोलीबा क लगे बार-बार गएन।
45 “किन्तु अच्छे लोग ओनकर निआउ अपराधी क रूप मँ करिहीं। उ पचे ओन मेहररूअन क निआउ बिभिचार करइवालिन अउ हत्तियारिन क रूप मँ करिहीं। काहेकि ओहोला अउ ओहोलीबा बिभिचार क काम किहेस ह अउर उ रक्त स ओनकर हाथ अबहुँ भी रंगे अहइँ जेनका उ पचे मार डाए रहेन।”
46 मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस, “लोगन क संग बटोरा। तब ओन लोगन क ओहोला अउर ओहोलीवा क दण्ड देइ द्या। लोगन क इ समूह ओन दुइनउँ मेहररूअन क दण्डित करी तथा एनकर मजाक उड़ाइ। 47 तब उ समूह ओनका पाथर मारी अउर ओनका मारि डाइ। तब उ समूह आपन तरवारन स मेहररूअन क टूकन करी। उ सबइ मेहररूअन क बच्चन क मार डइहीं अउर ओनकर घर बारि डइहीं। 48 इ तरह मइँ देस क लज्जा क धोउब अउर सबहिं मेहररूअन क चितउनी दीन्ह जाइ कि उ पचे उ लज्जाजनक करम न करइँ जउन तू किहा ह। 49 उ पचे तोहका ओन दुट्ठ कामन बरे दण्डित करिहीं जउन तू पचे किहा अउर तू पचन्क आपन गन्दी देवमूरतियन क पूजा बरे दण्ड मिली। तब तू पचे जनब्या कि मइँ यहोवा अउर सुआमी अहउँ।”
संगीत निर्देसक बरे दाऊद क एक ठु गीत। इ लोगन क याद दियावइ बरे रहा।
1 हे परमेस्सर, मोर रच्छा करा।
हे परमेस्सर, हाली करा, अउर मोका सहारा द्या।
2 लोग मोका मार डावइ क जतन करत अहइँ।
ओनका निरास अउ बेज्जत कइ द्या।
अइसा चाहत हीं कि लोग मोर बुरा कइ डावइँ।
ओनकर पतन अइसा होइ जाइ
कि उ पचे सर्मिन्दा होइँ।
3 लोग मोर हँसी ठट्ठन उड़ाएन।
मइँ ओनकर पराजय क आसा करत हउँ अउर इ बात क कि ओनका लज्जा महसूस होइ।
4 मोका इ आस अहइ कि अइसे उ पचे सबहिं लोग जउन तोहार आराधन करत हीं,
उ खूब खुस होइ।
उ पचे सबहिं लोग तोहरी मदद क आसा मँ रहत हीं
उ पचे सदा तोहार स्तुति करत रहइँ।
5 हे परमेस्सर, मइँ दीन अउ बेसहारा हउँ।
हाली करा! आवा, अउर मोका सहारा द्या।
हे परमेस्सर, तू ही बस अइसा अहा जउन मोका बचाइ सकत अहा,
जियादा देर जिन करा।
1 हे यहोवा, मोका तोहार भरोसा अहइ,
एह बरे मइँ कबहुँ निरास नाहीं होब।
2 आपन नेकी स तू मोका बचाई।
तू मोका छोड़ाइ लेब्या, मोर सुना।
मोर उद्धार करा।
3 तू मोर गढ़ बना।
सुरच्छा बरे अइसा गढ़ जेहमाँ मइँ दौड़ जाउँ।
मोर सुरच्छा बरे तू हुकुम द्या,
काहेकि तू ही तउ मोर चट्टान अहा:मोर सरणस्थल अहा।
4 मोर परमेस्सर, तू मोका दुट्ठ जनन स बचाइ ल्या।
तू मोका क्रूर कुटिल लोगन स छोड़ाइ ल्या।
5 मोर सुआमी, तू मोर आसा अहा।
मइँ आपन बचपन स ही तोहरे भरोसे हउँ।
6 जब मइँ आपन महतारी क गरभ मँ रहेउँ, तबहिं स तोहरे भरोसे रहेउँ।
जउने दिन स मइँ जन्म धारण किहेउँ, मइँ तोहरे भरोसे हउँ।
मइँ तोहार पराथना सदा करत रहत हउँ।
7 मइँ दूसर लोगन बरे एक उदाहरण रहेउँ ह।
काहेकि तू मोर सक्ति क सोता रह्या ह।
8 ओन अद्भुत कामन क सदा गावत रहेउँ ह, जेनका तू करत अहा।
9 सिरिफ इ कारण कि मइँ बुढ़वा होइ गवा हउँ मोका निकारिके जिन लोकावा।
सिरिफ इ कारण कि मइँ दुर्बल होइ गवा हउँ मोका निज छोड़्या।
10 फुरइ, मोर दुस्मनन मोरे खिलाफ कुचक्र रच डाए बाटेन।
फुरइ उ पचे सब बटुर ग अहइँ, अउर ओनकर जोजना मोका मार डावइ क अहइ।
11 मोर दुस्मन कहत हीं, “परमेस्सर ओका तजि दिहस ह। जा, ओका धइ ल्या।
कउनो भी मनई ओका मदद न देई।”
12 हे परमेस्सर, तू मोका जिन बिसरा।
हे परमेस्सर, हाली करा। मोका सहारा द्या।
13 मोरे दुस्मनन क पूरी तरह स हराइ द्या।
तू ओनकर नास कइ द्या।
मोका कस्ट देइ क उ पचे जतन करत अहइँ।
उ पचे लज्जा महसूस करइँ अउ अपमान सहइँ।
14 फुन मइँ तोहरे ही भरोसे, सदा रहब।
अउर तोहार गुण मइँ जियादा अउ जियादा गाउब।
15 सबहिं लोगन स, मइँ तोहार बखान करब कि तू केतॅना उत्तिम अहा।
उ समइ क बातन मइँ ओनका बताउब,
जब तू अइसे मोका एक नाहीं अनगिनत अवसर पइ बचाए रह्या।
16 हे यहोवा, मोर सुआमी।
मइँ तोहरी महानता क वर्णन करब।
बस सिरिफ मइँ तोहार अउ तोहरी ही अच्छाई क चर्चा करब।
17 हे परमेस्सर, तू मोका बचपन स ही सिच्छा दिहा।
मइँ आजु तलक बखानत रहा हउँ, ओन अद्भुत कामन क जेका तू करत अहा।
18 अब मइँ बुढ़वा होइ गवा हउँ अउर मोर बार सफेद होइ ग अहइँ।
मुला मइँ जानत हउँ कि तू मोका नाहीं तजब्या।
हर नई पीढ़ी स, मइँ तोहरी सक्ति क अउर तोहरी महानता क वर्णन करब।
19 हे परमेस्सर, तोहार धार्मिक भावना अकासन स ऊँच अहइ।
हे परमेस्सर, तोहरे समान दूसर कउनो नाहीं।
तू अजूबा अचरजभरा काम किहा ह।
20 तू मोका बुरा समइ अउ कस्ट लखइ दिहा।
मुला तू ही मोका ओन सब स बचाइ लिहा अउर जिअत राख्या ह।
एकर कउनो अरथ नाहीं, मइँ केतॅना ही गहिर बूड़ेउँ तू मोका मोर संकटन स उबारि लिहा।
21 तू अइसे काम करइ क मोका मदद द्या जउन पहिले स भी बड़ा होइँ।
मोका सुख चैन देत रहा।
22 वीणा क संग, मइँ तोहार गुण गाउब।
हे मोरे परमेस्सर, मइँ इ गाउब कि तोह पइ भरोसा धरा जाइ सकत ह।
मइँ ओकरे बरे गीत आपन सितार पइ बजावा करब
जउन इस्राएल क पवित्तर यहोवा अहइ।
23 मोरे प्राणन क तू रच्छा किहा ह।
मोर मन मगन होइ अउर आपन होंठन स, मइँ प्रसंसा क गीत गाउब।
24 मोर जिभिया हर घड़ी तोहार धार्मिक भावना क गीत गावा करी।
अइसे उ सबइ लोग जउन मोका मारइ चाहत हीं,
उ पचे हारि जइहीं अउ अपमानित कीन्ह जइहीं।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.