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M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
2 समूएल 15

अबसालोम बहोत स मीत बनावत ह

15 एकरे पाछे अबसालोम एक रथ अउ घोड़न अपने बरे लिहस। जब उ रथ चलावत रहा तउ अपने सामने पचास ठु दउड़त मनइयन क रखत रहा। अबसालोम जल्दी उठत अउर दुआरे क निचके खड़ा होत। जदि कउनो मनई अइसा होत जेकर कउनो समस्या होत अउर निआउ बरे राजा दाऊद क लगे आवत होत, अबसालोम ओहसे पूछत, “तू कउनो नगर क अहा?” उ मनई जवाब देत, “मइँ अमुक हउँ अउ इस्राएल क अमुक परिवार समूह क हूँ।” तब अबसालोम ओन मनइयन स कहा करत, “लखा, जउन तू कहत रह्या उ सुभ अउर उचित अहइ किन्तु राजा दाऊद तोहर एक ठु नाहीं सुनी।”

अबसालोम इ भी कहत, “अह, मइँ चाहत कि कउनो मोका इ भूइयाँ क निआवाधीस बनावत। तब मइँ ओन मनइयन मँ स हर एक क मदद कइ सकत जउन निआव बरे समस्या लइके अउतेन।”

जब कउनो मनई अबसालोम क लगे आवत अउर ओकरे समन्वा प्रणाम करइ क निहुरत, तउ अबसालोम हाथ बढ़ाइके ओका पकरलेत अउ ओकर चुम्बन करत जइसा उ ओकर नजिक क मीत अहइ। अबसालोम अइसा ओन सबहिं इस्राएलियन क संग करत जउन राजा दाऊद क लगे निआव बरे अउतेन। इ तरह अबसालोम इस्राएल क सबहिं लोगन क हिरदइ जीत लिहस।

अबसालोम क जरिये दाऊद क राज्ज क लेइ क जोजना

चार बरिस पाछे अबसालोम राजा दाऊद स कहेस, “कृपा कइके मोका अपनी खास प्रतिग्या क पूरी करइ जाइ द्या जेका मइँ हेब्रोन मँ यहोवा क समन्वा किहे रहेउँ। मइँ इ प्रतिग्या तब किहे रहेउँ जब मइँ गसूर अराम मँ रहत रहेउँ। मइँ कहे रहेउँ, ‘जदि यहोवा मोका यरूसलेम लउटाई तउ मइँ यहोवा क सेवा करब।’”

राजा दाऊद कहेस, “सान्तिपूर्वक जा।”

अबसालोम हेब्रोन गवा। 10 किन्तु अबसालोम इस्राएल क सबहिं परिवार समूहन मँ जासूस पठएस। एन जासूनन लोगन स कहेन, “जब तू पचे तुरही क आवाज सुना, तउ कहा कि ‘अबसालोम हेब्रोन मँ राजा होइ गवा।’”

11 अबसालोम दुइ सौ मनइयन क अपने संग चलइ बरे न्यौतेस। उ सबइ मनई ओकरे संग यरूसलेम स बाहेर गएन। किन्तु उ पचे इ नाहीं जानत रहेन कि ओकर जोजना का अहइ। 12 अहीतोपेल दाऊद क सलाहकारन मँ स एक रहा। अहीतोपेल गीलो नगर क निवासी रहा। जब अबसालोम बलि-भेंटन क चढ़ावत रहा, उ अहीतोपेल क गीलो नगर स बुलाएस। अबसालोम क जोजना ठीक-ठाक चलत रही अउर जियादा स जियादा लोग ओकर समर्थन करइ लागेन।

दाऊद क अबसालोम क जोजना क सूचना

13 एक ठु मनई दाऊद क सूचना देइ आवा। उ मनई कहेस, “इस्राएल क लोग अबसालोम क अनुसरण करब सुरू करत अहइँ।”

14 तब दाऊद यरूसलेम मँ रहइवाले आपन सबहिं अधिकारियन स कहेस, “हम पचन्क जरूर पराइ चाही, अन्यथा हम मँ स कउनो भी अबसालोम स बच के नाहीं निकरि सकब्या। अबसालोम क जरिये धरें जाइ क पहिले हम लोग हाली करी। नाहीं तउ उ हम सबहिं क नस्ट कइ देइ अउर उ यरूसलेम क लोगन क मार डाइ।”

15 राजा क सेवकन राजा स कहेन, “जउन कछू भी आप कहिहीं, हम लोग करब।”

दाऊद अउ ओकर आदमी बच निकरत हीं

16 राजा दाऊद अपने घर क सबहिं लोगन क संग बाहेर निकर गवा। राजा घर क देखभाल क बरे आपन दस उप-पत्नियन क हुवाँ तजेस। 17 राजा अपने सबहिं लोगन क साथ लइके जउन ओका अनुसरण किहा बाहेर निकरा। उ पचे नगर क आखिरी मकाने पइ रूकेन। 18 ओकर सबहिं सेवक राजा क पास स गुजरेन, अउर सबहिं करेती, सस्बहिं पलेनी अउ गती (गत स छ: सौ मनई) राजा क लगे स गुजरेन।

19 राजा गत क इत्तै स कहेस, “तू लोग भी हमरे संग काहे जात अहा? लउट जा अउर नवा राजा (अबसालोम) क संग रहा। तू बिदेसी अहा। इ तू लोगन क ग्रह-भूइँया नाहीं अहइ। 20 ठीक कछू देरी तू हमरे संग जुड़्या। का मोका अलग-अलग जगहन पइ तोहका हमारे संग भटकई चाही? नाहीं! लउटा अउर आपन भाइयन क अपने संग ल्या। मोर पराथना अहइ कि तोहरे बरे दाया अउ वफ़दारी देखाँवा जाइ।”

21 किन्तु इत्तै राजा क जवाब दिहेस, “यहोवा क जिन्नगी क किरिया, जब तलक आप जिअत अहइँ मइँ आप क संग रहब। मोर सुआमी, राजा मइँ तोहार संग रहब जहाँ कहुँ भी जाब्या चाहे इ जीवन अही या मरण।”

22 दाऊद इत्तै स कहेस, “आवा, हम लोग किद्रोन नाला क पार करी।”

एह बरे गत क इत्तै अउ ओकर सबहिं लोग अपने बच्चन सहित किद्रोन नाले क पार गएन। 23 सबहिं लोग जोर स रोवत रहेन। राजा दाऊद किद्रोन नाले क पार किहस। तब सबहिं लोग रेगिस्ताने कइँती बढ़ेन। 24 सादोक अउ ओकर संग क लवीबंसी परमेस्सर क करार क सन्दूख क लइके चलत रहेन। उ पचे परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख क खाले रखेन। एब्यातार तब तलक पराथना किहेस[a] कि जब तलक सबहिं लोग यरूसलेम स बाहेर नाहीं निकर गएन।

25 राजा दाऊद सादोक स कहेस, “परमेस्सर क पवित्तर सन्दूख क यरूसलेम लउटाइ लइ जा। जदि यहोवा मोह पइ दयालु अहइ, तउ उ मोका वापस लउटाइ अउर यहोवा मोका यरूसलेम अउर आपन मन्दिर क देखइ देइ। 26 किन्तु जदि यहोवा कहत ह कि मोहे पइ खुस नाहीं अहइ तउ उ मोरे खिलाफ, जउन कछू भी चाहत ह, कइ सकत ह।”

27 राजा याजक सादोक स कहेस, “तू एक ठु दर्शी अहा सान्तिपूर्वक नगर क जा। आपन पूत अहीमास अउ एब्यातार क पूत योनातन स अपने संग ल्या। 28 मइँ ओन ठउरन क निचके प्रतीच्छा करब जहाँ स लोग नदी पार होइ रेगिस्तान मँ जात हीं। मइँ हुवाँ तब तलक प्रतीच्छा करब जब तलक तोहसे कउनो सूचना नाहीं मिलत।”

29 एह बरे सादोक अउ एब्यातार परमेस्सर क पवित्तर सन्दूक वापस यरूसलेम लइ गएन अउर हुवँइ ठहरेन।

अहीतोपेल क खिलाफ दाऊद क पराथना

30 दाऊद जइतून क पर्वत पइ चढ़ा। उ रोवत रहा। उ आपन मूँड़ ढाँपि लिहस अउर उ बिना जूते क गवा। दाऊद क संग क सबहिं लोगन आपन मूँड़न ढाँपि लिहेन। उ पचे दाऊद क संग रोवत भए गएन।

31 एक ठु मनई दाऊद स कहेस, “अहीतोपेल लोगन मँ स एक अहइ जउन अबसालोम क संग जोजना बनाएस।” तब दाऊद पराथना किहेस, “हे यहोवा, मइँ तोहसे पराथना करत हउँ कि तू अहीतोपेल क सलाह क नाकामयाब कइ द्या।” 32 दाऊद पर्वत क चोटी पइ आवा। इहइ उ ठउर रहा जहाँ उ अक्सर परमेस्सर स पराथना करत रहा। उ समइ एरेकी हूसै ओकरे लगे आवा। हूसै क अंगरखा फटा रहा अउर ओकरे झूँड़ि पइ धूरी रही।

33 दाऊद हूसै स कहेस, “जदि तू मोरे संग चलत अहा तउ तू देख-रेख करइवाले अलावा मनई होब्या। 34 किन्तु जदि तू यरूसलेम क लउट जात ह तउ तू अहीतोपेल क सलाह क ब्यर्थ कइ सकत ह। अबसालोम स कहा, ‘महाराज, मइँ आप क सेवक हउँ। मइँ आप क बाप क सेवा किहेउँ, किन्तु अब मइँ आप क सेवा करब।’ 35 याजक सादोक अउ एब्यातार तोहरे संग होइहीं। तोहका उ सबइ बातन ओनसे कहइ चाही जेनका तू राजमहल मँ सुना। 36 सादोक क पूत अहीमास अउ एब्यातार क पूत योनातन ओनके संग होइहीं। तू ओनका, हर बात जउन सुना, मोहसे कहइ बरे पठउब्या।”

37 तब दाऊद क मीत हूसै नगर मँ गवा, अउर अबसालोम यरूसलेम आवा।

2 कुरिन्थियन 8

हमार दान

देखा भाइयो, अब हम इ चाहित ह कि तू परमेस्सर क ओह अनुग्रह क बारे मँ जान ल्या मैसिडोनिया छेत्र क कलीसियावन पर कीन्ह गवा बा। मोर मतलब इ अहइ कि जद्यपि ओनकर कठिन परीच्छा लीन्ह गइ अहइ। तबउ उ पचे खुस रहेन, अउ अपने गहन गरीबी क रहत ओनकर सब उदारता उमड़ी पड़त रही। मइँ प्रमानित करत हउँ कि उ पचे जेतना दइ सकत हीं दिहेन! एतनई नाहीं बल्कि अपने समरथ से जियादा प्रोत्साहन दइ दिहेन। उ पचे बड़े आग्रह क साथ परमेस्सर क लोग सहायता करइ मँ हमका सहयोग देइ क विनय करत रहेन। ओनका जइसेन हमसे आसा रही, वइसेन नाहीं बल्कि पहिले अपने आप क पर्भू क समर्पित किहेन अउर फिन परमेस्सर क इच्छा क अनुकुल उ पचे हमका अर्पित होइ गएन।

इहीं बरे हम तीतुस स पराथना कीन्ह कि जइसेन उ अपने काम क पूरा कइ ही दिहे बाटइ होइ। वइसेन हाँ उ अनुग्रह क काम क तोहरे बरे करी। अउ जइसेन कि तू सब बाते मँ यनि बिसवासे मँ, बानी मँ, गियान मँ, अनेक प्रकार क उपकार करइ मँ अउर हम तोहका जउनो पिरेम क सिच्छा ह दीन्ह ह उ पिरेम मँ, जउन भरपूर होइ सीख्या ह वइसेन ही अनुग्रह क इ कामें मँ सम्पन्न होइ जा।

इ मइँ आदेस क रूपे मँ नाहीं कहित ह बल्कि अउर मनइयन क मने मँ तोहारे बरे जउन तेजी बा, उ पिरेम क सच्चाई क परख करइ क बरे अइसेन करत इउँ। काहेकि हमार पर्भू ईसू मसीह क अनुग्रह स तू परिचित अहा। तू इ जानत अहा कि धनी होके तोहरे बरे उ निर्धन बन गवा। ताकि ओनकइ गरीबी स तू मालामाल होइ जा।

10 इ बिसय मँ मइँ तोहे आपन सलाह देत हउँ, तोहे इ सोभा देत ह। तू पिछले साल न केवल दान देइ क इच्छा मँ सबसे आगे रह्या। बल्कि दान देइ मँ भी सबसे आगे रह्या। 11 अब दान करइ क उ तेज इच्छा क तू जउन कछू तोहरे पास बा, ओहसे पूरा करा। तू एका ओतनेन लगन से “पूरा करा।” जेतने लगन से तू एका “चाहे” रह्या। 12 काहेकि अगर दान स देइ क लगन अहइ तउ मनइयन क लगे जउन कछू बा, उहइ क अनुसार ओकर दान ग्रहण करइ क जोग्ग बनत ह। न कि ओनके अनुसार जउन ओनके पास नाहीं बा। 13 हम इ नाहीं चाहित ह कि दुसरन क तउ सुख मिलई अउर तोहे कस्टन, बल्कि हम तउ बराबरी चाहित ह। 14 हमार इच्छा बा कि ओनके इ अभाऊ क समइ मँ तोहर सम्पन्नता ओनके अभाव क दूर कइ सकइ आवस्यकता पड़े पर आगे चलिके ओनकी सम्पन्नता भी तोहरे अभाव क दूर करइ, ताकि समता स्थापित हो सकइ। 15 जइसे कि पवित्तर सास्तर मँ कहा गवा बा:

“जे बहुत बटोरेस ओकरे लगे न जियादा रहा,
    अउर जे कम बटोरेस ओकरे लगे न तनिकउ रहा।” (A)

तीतुस अउर ओनकर संघी

16 परमेस्सर क धन्यवाद बा जे तीतुस क मने मँ तोहरे सहायता क बरे वइसेन तीव्र इच्छा भर दिहे बा, जइसेनइ हमरे मने मँ बा। 17 काहेकि उ हमार पराथना स्वीकार किहेस अउर उ ओकरे बरे विसेस रुप स आपन इच्छा भी क रखत ह। इही बरे उ खुद आपन इच्छा से ही तोहरे लगे आवई बरे बिदा होत बा। 18 हम ओकरे साथे उ भाई क भेजत अही, जेकर सुसमाचार क प्रचार की उत्सुकता सब कलीसियावन मँ सब जगह जस फइलत बा। 19 एकरे अलावा इ दयापूर्वक काम मँ कलीसियनन ओका हमरे साथे जात्रा करइ बरे नियुक्त कीन्ह गवा अहइ। इ द्या क काम जेकर प्रबन्ध हमरे कारण कीन्हा जात अहइ। खुद पर्भू क महिमा करइ बरे अउर परोपकार मँ हमार लगन क देखॉवई बरे बा।

20 हम सावधान रहइ क चेस्टा करत अही इ बड़े भेंट की व्यवस्था करत अही, केऊ हमार बुराई न करइ। 21 काहेकि हमका आपन अच्छी साख बनबइ रखइ क चिन्ता बा। न केवल पर्भू क आगे बल्कि लोगन क बीच मँ।

22 अउ ओनके साथे हम आपन उ भाई क भेजत रहे, जेका बहुत बिसय मँ अउ बहुत मौकन पर हमका परोपकार क बरे उत्सुक मनई क रूप मँ प्रभावित किहे अहइ। अउर अब त तोहरे बरे ओहमें जउन असीम बिसवास बा, ओहसे ओहमे सहायता करइ क उत्साह अउर जियादा होइ गवा बा।

23 जहाँ तलक तीतुस क विसय मँ पूछे बा, तउ तोहरे बीच सहायता क काम मँ मोर साथी अउर साथे साथे काम करइवला रहा। अउर जहाँ तलक हमरे भाइयन क सवाल बाटई, उ सबइ तउ कलीसियन क प्रतिनिधि अउ मसीह क महिमा लावत समान बा। 24 तउन तू ओन्हे अपने पिरेम क प्रमाण देब अउर तोहरे बरे हम एतना गरब काहे रक्खित ह, ऎका सिद्ध करब ताकि सब कलीसिया ओका देख सकइँ।

यहेजकेल 22

यहेजकेल यरूसलेम क खिलाफ बोलत ह

22 यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, “मनई क पूत, का तू निआउ करब्या? का तू हलिसारन क नगर का संग निआउ करब्या? का तू ओहसे ओन सब भयंकर बातन क बारे मँ कहब्या जउन उ किहेस ह तू पचन्क कहइ चाही, ‘मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह: नगर हत्तियारन स भरा अहइ। एह बरे ओकरे बरे दण्ड क समइ आइ। उ अपने बरे गन्दी देवमूरतियन क बनाएस अउर एन देवमूरतियन ओका असुद्ध बनाएन।

“‘हे यरूसलेम क लोगो, तू पचे बहोत लोगन क मार डाया। तू पचे गन्दी देवमूरतियन बनाया। तू पचे दोखी अहा अउर तू पचन्क दण्ड देइ क समइ आइ गवा अहइ। तोहार पचन्क अन्त आइ गवा अहइ। दूसर रास्ट्र तोहार मजाक उड़इहीं। उ सबइ देस तोह पइ हँसिहीं। दूर अउर निअरे क लोग तोहार पचन्क मजाक उड़इहीं। तू आपन नाउँ बदनाम किहा ह। तू हिंसा स भरा भवा अहइ।

“‘धियान द्या। यरूसलेम मँ इस्राएल क हर एक सासक अपने क सक्तिसाली बनइ द्या जेहसे उ रक्तपात कइ सकइ। यरूसलेम क लोग आपन महतारी-बाप क सम्मान नाहीं करतेन। उ पचे उ नगर मँ विदेसियन क सतावत हीं। उ पचे अनाथन अउर रांड़ मेहररूअन क उ ठउरे पइ ठगत हीं। तू लोग मोर पवित्तर चिजियन स घिना करत ह। तू पचे मोरे विस्राम क दिनन क अइसे लेत ह माना उ पचे महत्वपूर्ण न होइँ। यरूसलेम क लोग दूसर लोगन क बारे मँ झूठ बोलत हीं। उ पचे ओन भोले लोगन क मार डावइ बरे अइसा करत हीं। लोग पर्वतन पइ लबार देवतन क पूजा करइ जात हीं अउर उ पचे तोहार संग बूरी चिजन क करइ बरे एक संग जोजना बनावत हा।

“‘यरूसलेम मँ लोग अनेक यौन-संबन्धी पाप करत हीं। 10 यरूसलेम मँ लोग आपन पिता क पत्नी क संग बिभिचार करत हीं। यरूसलेम मँ लोग मासिक धर्म क समइ मँ भी नारियन स बलात्कार करत हीं। 11 कउनो आपन पड़ोसी क पत्नी के विरूद्ध भी अइसा भयंकर पाप करत ह। कउनो आपन पतोहू क संग तने क सम्बन्ध करत ह अउर ओका अपवित्तर करत ह अउर कउनो आपन पिता क बिटिया अर्थात आपन बहिन क संग तने क सम्बंध करत ह। 12 यरूसलेम मँ, तू लोग, लोगन क मार डावइ क बरे धन लेत ह। तू लोग रिण देत ह अउर ओह रिण पइ बियाज लेत ह। तू लोग तनिक धन क पावइ बरे आपन पड़ोसी क ठगत ह अउर तू लोग मोका बिसर गया ह।’” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस।

13 परमेस्सर कहेस, “‘अब धियान द्या। मइँ आपन हाथ तोह पइ उठाउब। मइँ तू पचन्क लोगन क धोखा देइ अउर मार डावइ बरे दण्ड देब। 14 का तब भी तू पचे वीर बना रहब्या? का तू पचे पर्याप्त बलवान रहब्या जब मइँ तू पचन्क दण्ड देइ आउब? नाहीं। मइँ यहोवा हउँ। मइँ इ कहि दिहे हउँ अउर मइँ उ करब जउन मइँ करइ क कहेउँ ह। 15 मइँ तू पचन्क रास्ट्रन मँ बिखेर देब। मइँ तू पचन्क बहोत स देसन मँ जाइ क मजबूर करब। मइँ नगर क गन्दी चिजियन क पूरी तरह नस्ट करब। 16 किन्तु यरूसलेम तू आपन क दूसित अउर दूसर रास्ट्रन एन घटनन क होत लखिहीं। तब तू जनब्या मइँ यहोवा अहउँ।’”

इस्राएल बेकार कचरे क तरह अहइ

17 यहोवा क बचन मोह तलक आवा। उ कहेस, 18 “मनई क पूत, काँसा, लोहा, सीसा अउ टीन, चाँदी क तुलना मँ बेकार अहइ। कारीगर चाँदी क सुद्ध करइ बरे आगी मँ डावत ह। चाँदी गल जात ह अउर कारीगर एका कचरा स अलग करत ह। इस्राएल रास्ट्र उ बेकार कचरे क तरह होइ गवा ह। 19 एह बरे यहोवा तथा सुआमी इ कहत ह, ‘तू सबहिं लोग बेकार कचरे क तरह होइ गवा अहा। एह बरे मइँ तू पचन्क इस्राएल मँ बटोरब। 20 कारीगर चाँदी, काँसा, लोहा, सीसा अउर टीन क आगी मँ डावत हीं। उ सबइ आगी क जियादा गरम करइ बरे फुँकत हीं। तब धातुअन क गलब सुरू होइ जात ह। इहइ तरह मइँ तू पचन्क आपन आगी मँ डाउब अउर तू पचन्क टेघराउब। उ आगी मोर गरम किरोध अहइ। 21 मइँ तू पचन्क उ आगी मँ डाउब अउर मइँ आपन किरोध क आगी क फूँकन मारब अउर तोहार पचन्क टेघरब सुरू होइ जाइ। 22 चाँदी आगी मँ टेघरत ह अउर कारीगर चाँदी क ढालत हीं तथा बचावत हीं। इहइ तरह तू पचे नगर मँ टेघरब्या। तब तू पचे जनब्या कि मइँ यहोवा हउँ अउर तू पचे समुझब्या कि मइँ तोहरे पचन्क खिलाफ किरोध क उड़ेरेउँ ह।’”

यहेजकेल यरूसलेम क खिलाफ बोलत ह

23 यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 24 “मनई क पूत, इस्राएल स बातन करा। ओहसे कहा कि उ पचन्क एक भुइँया अहइ जेका सुद्ध नाहीं कीन्ह गवा अहइ। मइँ उ देस पइ कोहान हउँ एह बरे उ देस आपन बर्खा नाहीं पाएस ह। 25 यरूसलेम मँ नबी बुरे जोजना बनावत अहइँ। उ पचे उ सिंह क तरह अहइँ जउन उ समइ गजरत ह जब उ आपन धरे भए जनावर क खात ह। ओन नबियन बहोत स जीवन नस्ट किहेन ह। उ पचे अनेक कीमती चिजियन लिहेन ह। उ पचे यरूसलेम मँ अनेक मेहररूअन क राँड़ बनाएन।

26 “याजकन फुरइ मोरे उपदेसन क नोस्कान पहोंचाएन ह। उ पचे मोर पवित्तर चिजियन क दूसित किहेन। उ पचे पवित्तर चिजियन अउ पवित्तर चिजियन मँ भेद नाहीं करत हीं। उ पचे लोगन क सुद्ध अउर असुद्ध चिजियन क बीच क भेद क बारे मँ सिच्छा नाहीं देतेन। उ पचे मोर पवित्तर विस्राम क दिनन पइ धियान नाहीं देत ह। एह बरे मइँ ओन लोगन क जरिये दूसित कीन्ह गवा हउँ।

27 “यरूसलेम मँ प्रमुख ओन भेड़ियन क समान अहइँ जउन आपन धरे जनावर क खात अहइ। उ पचे प्रमुख केवल आपन क धनवान बनावइ बरे आक्रमण करत हीं अउर लोगन क मारि डावत हीं।

28 “नवी, लोगन क चितउनी नाहीं देतेन, उ पचे फुरइ क ढाँक देत हीं। उ पचे ओन कारीगरन क समान अहइँ जउन दीवार क ठीक-ठीक मजबूत नाहीं बतउतेन उ पचे केवल छेदन पइ लेप कइ देत हीं। ओनकर धियान सिरिफ झूठ पइ होत ह। उ पचे आपन जादू क उपयोग भविस्स जानइ बरे करत हीं, किन्तु उ पचे केवल झूठ बोलत हीं। उ पचे कहत हीं, ‘मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस। किन्तु उ पचे सिरिफ झूठ बोलत अहइँ-यहोवा ओनसे बातन नाहीं किहेस।’

29 “सामान्य जनता एक दूसर क लाभ उठावत हीं। उ पचे एक दूसर क धोखा देत अउर चोरी करत हीं। उ पचे गरीब अउर असहाय मनई क संग अइसा बेउहार करत हीं। उ पचे बिदेसियन क भी धोखा देत रहेन, माना ओनके खिलाफ कउनो नेम न होइ।

30 “मइँ लोगन स कहेउँ कि तू लोग आपन जिन्नगी बदला अउर आपन देसन क रच्छा करा। मइँ लोगन क देवारन क मजबूत करइ बरे कहेउँ। मइँ चाहत रहेउँ कि उ पचे देवारन क छेदन पइ खड़ा रहइँ अउर आपन नगर क रच्छा करइँ। किन्तु कउनो मनई मदद बरे नाहीं आवा। 31 एह बरे मइँ आपन किरोध परगट करब, मइँ ओनका पूरी तरह नस्ट करब। मइँ ओनका ओन बुरे कामन बरे दण्डित करब जेनका उ पचे किहेन ह। इ सबइ ओनकर दोख अहइ।” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस।

भजन संहिता 69

“कुमुदिनी” नाउँ क धुन पइ संगीत निर्देसक बरे दाऊद क एक ठु भजन।

हे परमेस्सर, मोका मोर सब मुसीबतन स बचावा।
    मोरे मुँहना तलक पानी चढ़ि आवा अहइ।
कछू भी नाहीं अहइ जउने पइ मइँ खड़ा होइ जाउँ।
    मइँ दलदले क बीच खाले धँसत ही चला जात हउँ।
मइँ नीचे धँसत हउँ।
    मइँ अथाह जले मँ अहउँ अउर मोरे चारिहुँ कइँती लहरियन थपेड़ा मारति अहइँ।
    बस, मइँ बूड़इ क अहउँ।
मदद क गोहार लगावत मइँ दुर्बल होत जात हउँ।
    मोर गटइ मदद बरे गोहराव क कारण सुखन बाटइ।
मइँ बाट जोहत हउँ।
    तोहसे मदद पावइ अउ लखत-लखत मोर अँखियन दुःखति अहइँ।
मोर दुस्मन मोरे मूँड़े क बारे स भी जियादा अहइँ।
    उ सबइ मोहसे बेकार दुस्मनी रखत हीं।
    उ पचे मोरे विनास क बहोतइ जुगत करत हीं।
मोर दुस्मन मोरे बारे मँ झूठी बातन बनावत हीं।
    उ पचे मोका झूठइ ही चोर बताएन।
    अउर ओन चिजियन क भरपाई करइ क मोका मजबूर किहन, जेनका मइँ चोराए नाहीं रहेउँ।
हे परमेस्सर, तू तउ जानत अहा कि मइँ कछू अनुचित नाहीं किहेउँ।
    मइँ आपन पाप तोहसे नाहीं छुपाइ सकित।
हे मोर सुआमी, हे सर्वसक्तिमान यहोवा, तू आपन मनवइयन क मोरे कारण लज्जित जिन होइ द्या।
    हे इस्राएल क परमेस्सर, अइसे ओन लोगन क मोरे बरे असमंजस मँ मत डावा जउन तोहार उपासना करत हीं।
तोहार बरे मोर मुँह लज्जा स ढाँपि गवा।
    तोहार सेवा बरे मइँ इ लज्जा क जन्मेउँ ह।
मोरे ही भाई, मोरे संग यूँ ही बर्ताव करत हीं।
    जइसे बर्ताव कउनो अजनबी स करत होइँ।
    मोरे ही सगे भाई, मोका पराया समुझत हीं।
तोहरे मन्दिर क खातिर मोर गहरी लगन ही मोका जराइ डावत अहइ।
    उ पचे जउन तोहार मसखरी करत हीं उ मोह पइ आइ पड़ी बाटइ।
10 मइँ तउ गोहरावत हउँ अउर उपवास करत हउँ,
    एह बरे उ पचे मोर हँसी उड़ावत हीं।
11 मइँ आपन सोक दर्सावइ बरे मोटवार ओढ़नन क पहिरत हउँ,
    अउर लोग मोर मसखरी करत हीं।
12 उ पचे जनता क बीच सबइ चर्चा करत हीं,
    अउर पियक्कड़, मोर गीत रचा करत हीं।
13 हे यहोवा, जहाँ तलक मोर बात बाटइ,
    मोर तोहसे इ बिनती अहइ कि मइँ चाहत हउँ: तू मोका अपनाइ ल्या।
हे परमेस्सर, मइँ चाहत हउँ कि तू मोका पिरेम भरा जवाब द्या
    मइँ जानत हउँ कि मइँ तोह पइ सुरच्छा क भरोसा कइ सकत हउँ।
14 मोका दलदले स उबार ल्या।
    मोका दलदल क बीच जिन बूड़इ द्या।
मोका मोरे बैरी लोगन स तू बचाइ ल्या।
    तू मोका इ गहिर पानी स बचाइ ल्या।
15 बाढ़ क लहरन क मोका बुड़ावइ न द्या।
    गहराई क मोका लीलइ न द्या।
    कब्र क मोरे ऊपर आपन मुँह बन्द न करइ द्या।
16 हे यहोवा, तोहार करुणा खरी अहइ।
    तू मोका आपन सम्पूर्ण पिरेम स जवाब द्या।
    मोर मदद बरे आपन सम्पूर्ण कृपा क संग मोरी कइँती मुँह करा।
17 आपन दास स जिन मुँह मोड़ा।
    मइँ संकटे मँ पड़ा अहउँ, मोका हाली सहारा द्या।
18 आवा, मोर परान बचाइ ल्या।
    तू मोका मोरे दुस्मनन स छोड़ाइ ल्या।
19 तू मोर निरादर जानत अहा।
    तू जानत अहा कि मोर दुस्मनन मोका लज्जित किहेन ह।
    ओनका मोरे संग तू अइसा करत लख्या ह।
20 निन्दा मोका चकनाचूर कइ दिहस ह।
    बस निन्दा क कारण मइँ मरइवाला अहउँ।
मइँ सहानुभूति क बाट जोहत रहेउँ,
    मइँ दिलासा क बाट जोहत रहेउँ,
मुला मोका तउ
    कउनो नाहीं मिला।
21 उ पचे मोका जहर दिहन, खइया क नाहीं दिहन।
    सिरका मोका दइ दिहन, दाखरस नाहीं दिहन।
22 ओनकर मेजन खाना स भरी अहइ उ पचे ऍतना बड़का मैत्री भोज करत अहइँ।
    मइँ आसा करत हउँ कि उ सबइ भोजन ओनका बरबाद करइँ।
23 उ सबइ आँधर होइ जाइँ अउर ओनकर करिहाउँ निहुरिके दुहरी होइ जाइ।
24 अइसा लगइ कि ओन पइ
    तोहार भरपूर किरोध फूट पड़ा बा।
25 ओनकर घरन क तू खाली बनाइ द्या।
    हुआँ कउनो जिअत न रहइ।
26 ओनका सजा द्या, अउर उ सबइ दूर पराइ जाइँ।
    फुन ओनके लगे, ओनकर बातन क बारे मँ ओनकर दर्द अउर घाव होइँ।
27 ओनकर बुरे कर्मन क ओनका सजा द्या, जउन उ पचे किहे अहइँ।
    ओनका जिन देखाँवा कि तू अउर केतॅना भला होइ सकत ह।
28 जिन्नगी क किताबे स ओनकर नाउँ मेट द्या।
    सज्जनन क नाउँ क संग तू ओनकर नाउँ उ किताबे मँ जिन लिखा।
29 मइ दुःखी हउँ अउ दर्द मँ हउँ।
    हे परमेस्सर, मोका उबार ल्या। मोर रच्छा करा।
30 मइँ परमेस्सर क नाउँ क गुण गीतन मँ गाउब।
    मइँ ओकर जस धन्यवाद क गीतन स गाउब।
31 परमेस्सर एहसे खुस होइ जाइ।
    अइसा करब एक ठु बर्धा क बलि या पूरा गोरू क ही बलि चढ़ावइ स जियादा उत्तिम अहइ।
32 अरे दीन लोगो, तू पचे परमेस्सर क आराधना करइ आवा अहा।
    अरे दीन लोगो! ऍन बातन क जानिके तू पचे खुस होइ जाब्या।
33 यहोवा, दीन लोगन अउ बेसहारा लोगन क सुना करत ह।
    यहोवा ओनका अबहुँ चाहत ह, जउन लोग बंधन मँ पड़ा अहइँ।
34 हे सरग अउ हे धरती, हे सागर अउ एकरे बीच जउन भी समावा अहइ।
    परमेस्सर क स्तुति करा।
35 यहोवा सिय्योन क रच्छा करी।
    यहोवा यहूदा क नगर क फुन निर्माण करी।
उ लोग जउन इ धरती क सुआमी अहइँ, फिन हुआँ रइहीं।
36     ओकरे सेवकन क संतानन उ धरती क पाई।
    अउर अइसे उ सबइ लोग निवास करिहीं जेनका ओकर नाउँ पियारा बाटइ।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.