M’Cheyne Bible Reading Plan
योआब एका बुद्धिमती मेहरारू क दाऊद क लगे पठवत ह
14 सरूयाह क पूत योआब जानत रहा कि राजा दाऊद अबसालोम क बारे मँ सोचत अहइ अउर ओका देखइ क लालसा अही। 2 एह बरे योआब तकोआ क एक दूत हुवाँ स एक ठु बुद्धिमती मेहरारू क लिआवइ क बरे पठएस। योआब इ बुद्धिमती मेहरारू स कहेस, “कृपा कइके बहोत जियादा सोकग्रस्त होइ क देखॉवा करा। सोक-वस्त्र पहिर ल्या, आपन चाम अउ बार मँ तेलन जिन लगावा। अइसी मेहरारू क जइसा बेउहार करा जउन कउनो मरे भए क बरे कइउ दिनन स रोवत ह। 3 राजा क लगे जा अउर जउन मइँ कहत हउँ, इनही सब्दन क उपयोग करत भए ओनसे बातन करा।” तब योआब उ बुद्धिमती मेहरारू क का कहब अहइ, इ बताइ दिहस।
4 तब ताकोआ क उ मेहरारू राजा स बातन किहस। उ फर्स पइ भहराइ पड़ी ओकर ललाट फर्स पइ जाइ टिका। उ निहुरी अउ बोली, “राजा, मोका मदद द्या।”
5 राजा दाऊद ओहसे कहेस, “तोहार समस्या का अहइ?”
उ मेहरारू कहेस, “मइँ राँड़ हउँ। मोर भतार मर चुका अहइ। 6 मोरे दुइ ठु पूत रहेन। इ सब दुइनउँ बाहेर मैदानन मँ लड़ेन। ओनका कउनो रोकइवाला न रहा। एक पूत दूसर पूत क मार डाएस। 7 सारा परिवार अब मोरे खिलाफ अहइ। उ पचे मोहसे कहत रहेन, ‘उ पूत क लिआवा जउन अपने भाई क मार डाएस। तब हम ओका मार डाउब, काहेकि उ आपन भाई क मार डाएस।’ मोर पूत आगी क आखिरी चिनगारी क तरह अहइ, काहेकि उ ही सिरिफ उ ही एक पूत जिअत रही जउन ओकर पिता क सम्पत्ति क उत्तराधिकारी होइ। अगर उ ओका मार डाइ तउ उ आग जल उठब अउर खतम होइ जाब अउर उ सम्पत्ति दूसर क पास चली जाइ अउर तब मोर मरे भतार क नाउँ इ धरती स मिट जाइ।”
8 तब राजा मेहरारू स कहेस, “घरे जा। मइँ खुद तोहार मामला निपटाउब।”
9 तकोआ क मेहरारू राजा स कहेस, “हे राजा मोर सुआमी, दोख मोह पइ आवइ द्या। किन्तु आप अउर आप क राज्ज निदोर्ख अहइ।”
10 राजा दाऊद कहेस, “उ मनई क लिआवा जउन तोहका बुरा-भला कहत ह। तब उ मनई तोहका फुन परेसान न करी।”
11 मेहरारू कहेस, “कृपा कइके आपन यहोवा परमेस्सर क नाउँ पइ किरिया लेइँ कि आप एन लोगन क रोकिहीं। तब उ पचे मोर पूत क हत्या क बदले मँ नाहीं मारिहीं।”
दाऊद कहेस, “यहोवा क जिन्नगी क किरिया, तोहरे पूत क कउनो मनई चोट नाहीं पहोंचाइ। तोहरे पूत क एक ठु बार भी धरती पई नाहीं गिरी।”
12 उ मेहरारू स कहेस, “मोर सुआमी, राजा कृपा कइके मोका आप स कछू कहइ क मौका द्या”
राजा कहेस, “कहा।”
13 तब उ मेहरारू कहेस, “परमेस्सर क लोगन क खिलाफ इ जोजना काहे बनाया ह? हाँ, जब आप इ कहत हीं आप इ परगट करत हीं कि आप अपराधी अहइँ। काहे? काहेकि आप अपने पूत क वापस नाहीं लाएन ह जेका आप अपने घर तजइ क मजबूर किहे रहेन। 14 इ सही अहइ कि हम सबहिं कउनो दिन मरब। हम लोग उ पानी क तरह होब, जउन भुइँया पइ फेंका गवा ह। कउनो भी मनई भुइँया स उ पानी क एकट्ठा नाहीं कइ सकत। किन्तु परमेस्सर माफ करत ह। ओकरे लगे ओन लोगन बरे एक ठु जोजना अहइ जउन अपने घर तजइ क मजबूत कीन्ह गएन ह, उ ओनका वापिस करइ चाहत ह। 15 मोर प्रभु, राजा मइँ इ बात कहइ मइँ आप क लगे आइ। काहे? काहेकि लोग मोका ससाइ दिहन। मइँ अपने मने मँ कहेउँ कि, ‘मइँ राजा स बात करब। होइ सकत ह राजा मोर सुनइँ। 16 राजा मोर सुनिहीं, अउर मोर रच्छा उ मनई स करिहीं जउन मोका अउर मोरे पूत दुइनउँ क मारइ चाहत हीं अउर ओन चिजियन क प्राप्त करइ स रोकइ चाहत हीं जेनका परमेस्सर हम क दिहेस ह।’ 17 मइँ जानत हउँ कि मोर राजा, मोरे सुआमी क सब्द मोका सान्ति देइहीं काहेकि आप परमेस्सर क दूत क समान अहइँ। आप समुझ ह कि का अच्छा का बुरा अहइ। यहोवा आप क परमेस्सर, आप क संग अहइ।”
18 राजा दाऊद उ मेहरारू क जवाब दिहस, “तोहका उ सवाल क उत्तर देइ चाही, जेका मइँ तोहसे पूछउँ मोसे कछू जिन छुपाया।”
उ मेहरारू कहेस, “हे मोर प्रभू, मोर राजा, कृपा कइके आपन सवाल पूछइँ।”
19 राजा कहेस, “का योआब इ सबइ सारी बातन तोहसे कहइ क कहेस ह?”
उ मेहरारू जवाब दिहेस, “मोर पर्भू राजा, आप क जिन्नगी क किरिया, आप सही अहइँ। आप क सेवक योआब इ सबइ बातन कहइ बरे कहेस। 20 योआब इ एह बरे किहेस जेहसे आप तथ्यन क दूसर निगाह स लखिहीं। मोर पर्भू आप परमेस्सर क दूत क नाई बुद्धिमान अहइँ। आप सब कछू जानत हीं जउन भूइँया पइ होत ह।”
अबसालोम यरूसलेम लउटत ह
21 राजा योआब स कहेस, “लखा, मइँ इ करब। आप कृपा कइके जा अउ नउजुवक मनई अबसालोम क वापस लिआवा।”
22 योआब भुइँया आपन माथा निहुराएस। उ राजा दाऊद बरे आभार परगट किहस अउर कहेस, “आजु मइँ समुझत हउँ कि आप मोसे खुस अहइ, काहेकि आप उहइ किहन जउन मोर माँग रही।”
23 तब योआब उठा अउर गसूर गवा अउ अबसालोम क यरूसलेम लिआवा। 24 किन्तु राजा दाऊद कहेस, “अबसालोम अपने घरे क लउट सकत ह।” उ मोहसे भेंटइ नाहीं आइ सकत। एह बरे अबसालोम अपने घरे क लउट गवा। अबसालोम राजा स भेंटइ नाहीं जाइ सका।
25 अबसालोम क जियादा स जियादा तारीफ ओकरे सुन्नर रूप क बरे रही। इस्राएल मँ कउनो मनई एतना सुन्नर नाहीं रहा जेतना अबसालोम। अबसालोम क मूँड़े स गोड़े तलक कउनो दोख नाहीं रहा। 26 हर एक बरिस क आखिर मँ अबसालोम अपने मूँड़े क बार काटत रहा अउर ओका तउलत रहा। बारन क तौल लगभग पाँच पौण्ड रहीं। 27 अबसालोम क तीन पूत रहेन अउ एक ठु बिटिया। उ बिटिया क नाउँ तामार रहा। तामार एक ठु सुन्नर मेहरारू रही।
अबसालोम योआब क अपने स भेंटइ क बरे मजबूर करत ह
28 अबसालोम पूरे दुइ बरिस तलक राजा दाऊद स भेंटइ क इजाजत बिना यरूसलेम मँ रहा। 29 अबसालोम योआब क लगे इ कहइ बरे पठाएस कि मोर तरफ स राजा क लगे जाइ। किन्तु योआब अबसालोम स मिलइ नाहीं गवा। अबसालोम दूसरी दाई सँदेसा पठएस। किन्तु योआब फुन भी आउब इन्कार किहस।
30 तब अबसालोम अपने सेवकन स कहेस, “लखा, योआब क खेत मोरे खेते स लगा बाटइ। ओकरे खेते मँ जौ क फसल अहइ। जा अउर जौ क बार द्या।”
एह बरे अबसालोम क सेवक गएन अउर योआब क खेते मँ आगी लगाउब सुरू किहेन। 31 योआब उठा अउर अबसालोम क घरे गवा। योआब अबसालोम स कहेस, “तोहार सेवकन मोर खेत काहे बारेन।”
32 अबसालोम योआब स कहेस, “मइँ तोहका सँदेसा पठएँउ। मइँ तोहसे हिआँ आवइ क कहेउँ। मइँ तोहका राजा क लगे पठवइ चाहत रहेउँ। मइँ ओहसे पूछइ चाहत रहेउँ कि उ गसूर स मोका घरे काहे बोलाएस। मइँ ओहसे मिल नाहीं सकत, एह बरे गसूर मँ रहब कहूँ जियादा नीक रहा। अब मोका राजा स भेंटइ द्या। जदि मइँ पाप किहेउँ ह तउ उ मोका मार सकत ह।”
अबसालोम दाऊद स मिलत ह
33 तब योआब राजा क लगे आवा अउ अबसालोम क कहा भवा सुनाया। राजा अबसालोम क बोलाएस। तब अबसालोम राजा क लगे आवा। अबसालोम राजा क समन्वा भुइँया पइ माथा टेकिके प्रणाम किहेस, अउर राजा अबसालोम क चुम्बन किहस।
7 पिआरे मित्रन, काहेकि हमरे लगे इ प्रतिज्ञाँ अहइँ, इही बरे आवा परमेस्सर क बरे स्रद्धा क कारण हम अपने पवित्रता क परिपूरन करत भए अपने बाहेर अउर भीतर सबन दोसन क धोइ डालेन। हमका परिपूर्ण होइ चाही जइसे हम जिअत अही, काहेकि हम परमेस्सर क सम्मान करित ह।
पौलुस क आनन्द
2 अपने मने मँ हमका स्थान द्या हम कउनो क कछू बिगाड़े नाहीं अही। हम कउनो क कउनउ ठेस नाही पहुँचाए अही। हम कउनो क साथे छल नाहीं किहे अही। 3 मइँ तोहे दोसी ठहरावइ बरे अइसेन नाहीं करत अही काहेकि मइँ तोहे बताइ चुका अही कि तु तउ हमरे मने मँ बसत। हिआँ तलक कि हम तोहरे साथ मरई क अउर जिअइ क तइयार अही। 4 मइँ तोहसे खुलकर कहत रहा हउँ कि तोहपे मोका बड़ा गरब बा। मइँ सुख चैन से अहउँ। आपन सब यातना झेलत मोका आनन्द उमड़त रहत ह।
5 जब हम मैसीडोनिया आइ रहे तबहुँ हमका आराम नाहीं मिल रहा, बल्कि हमका तउ सब तरह से दुख उठावइ पड़ा रहा बाहेर क झगड़न से अउर मन क भितर डर से। 6 मुला दीन दुखिन क खुस करइवाला परमेस्सर त तीतुस क इहाँ पहुँचाइके हमाका सान्त्वना दिहे अहइ। 7 अउर उहउ केवल ओनके इहाँ पहुँचेन की नाहीं बल्कि अइसे हमका अउर जियादा सान्त्वना मिली कि तू ओका केतना सुख दिहे अहा। उ हमका बताएस कि हमसे मिलइ क तू केतना बियाकुल अहा। तोहका हमार केतॅना चिन्ता बा। ऐसे हम अउर भी खुस भए।
8 जद्यपि अपने चिठ्ठी स मइँ तोहका दुख पहुँचाए हउँ मुला फिन भी मोका ओके लिखाई क खेद नाहीं बा। चाहे पहिले मोका एकर दुख भवा मुला अब मइँ देखत अही कि उ चिठ्ठी स तोहे बस पल भरे क दुख पहुँचाइ रहेउँ। 9 तउ अब मइँ खुस हउँ। एह बरे नाही कि मइँ तोहका दुख पहुँचाए रहेउँ। बल्कि एह बरे कि उही दुखे क कारण से तू पछतावा किहे अहा। तोहका उ दुख भवा जेह तरह कि परमेस्सर चाहत रहा ताकि तोहका हमरे कारण कउनउ हानि न पहुँच पावइ। 10 काहेकि उ दुख जउन परमेस्सर की इच्छा क अनुसार होत ह एक अइसेन मनफिराव क जन्म देत ह जेहके बरे पछतावई क नाहीं पड़त अउ जउन मुक्ति देवॉवत ह। मुला उ दुख जउन संसारी होत ह, ओहसे तउ बस मउत जनम लेत ह। 11 देखा! इ दुख जउन परमेस्सर दिहे अहइ, उ तोहमें केतना उत्साह जगाइ दिहे बा। अपने भोलापन क केतॅना प्रतिरच्छा, केतना विरोध केतना आकुलता, हमसे मिलइ क केतनी बेचैनी, केतना साहस, पापी क बरे निआव चुकावइ क कइसेन भावना पैदा कइ दिहे बा। तू हर बाते मँ इ देखइ दिहे अहा कि एह बारे मँ तू केतना निर्दोस रह्या। 12 तउ इ मइँ तोहे लिखे रहे तउ उ मनई क कारण नाहीं जउन अपराधी रहा अउ न तउ ओकरे कारण जेनके प्रति अपराध किहा गवा रहा। बल्कि एह बरे लिखा गवा रहा कि परमेस्सर क सामने हमरे कारण तोहरे चिन्ता क तोहका बोध होइ जाए। 13 ऐसे हमका प्रोत्साहन मिला बा।
हमरे इ प्रोत्साहन क अलावा तीतुस क आनन्द स हम अउर जियादा आनन्दित भए काहेकि तू सबके कारण ओनके आतिमा क चइन मिला बा। 14 तोहरे बरे मइँ ओनसे जउन बढ़ चढ़ क बात किहे रहे, ओकरे बरे मोका लजाइ क नाहीं पड़ा रहा। बल्कि हम जइसे तोहसे सबकछू सच सच कहे रहे वइसेन ही तोहरे बारे मँ हमार गरब तीतुस क सामने सच सिद्ध भवा अहइ। 15 जब इ याद करत हा कि तू सब कउनो तरह ओनकर आगिया माना ह अउर डर क मारे थर थर काँपत भए तू कइसे ओनका सुवागत किहा तउ तोहरे बरे ओनकर पिरेम अउ जियादा बढ़ जात ह। 16 मइँ खुस अही कि मइँ तोहसे पूरा भरोसा रखी सकित ह।
21 एह बरे यहोवा क बचन मोका फुन मिला। उ कहेस, 2 “मनई क पूत, यरूसलेम कइँती लखा अउर ओकरे पवित्तर ठउरन क खिलाफ कछू कहा। मोरे बरे इस्राएल देस क बिरूद्ध कछू कहा। 3 इस्राएल देस स कहा, ‘यहोवा इ सबइ बातन कहेस ह: मइँ तू पचन्क खिलाफ हउँ। मइँ आपन तरवार मियान स बाहेर निकारब। मइँ सबहिं लोगन क तोहसे दूर करब, नीक अउ बुरे दुइनउँ क। 4 मइँ नीक अउ बुरे दुइनउँ प्रकार क मनइयन क तू पचन्स अलग करब। मइँ आपन तरवार मियान स निकारब अउर दक्खिन स उत्तर तलक क सबहिं लोगन क बिरूद्ध ओकर उपयोग करब। 5 तब सबहिं लोग जनिहीं कि मइँ यहोवा हउँ अउर उ पचे जान जइहीं कि मइँ आपन तरवार मियान स निकारि लिहेउँ ह। मेर तरवार मियान मँ फुन स नाहीं लउटी।’”
6 परमेस्सर मोहसे कहेस, “मनई क पूत, टूट हिरदइवाले मनई क तरह सिसका। लोगन क समन्वा कराहा। 7 तब उ पचे तोहसे पूछिहीं, ‘तू काहे कराहत अहा?’ तब तोहका कहइ चाही, ‘काहेकि कछू कस्टदायक खबर मिलइवाली अहइ, एह बरे हर एक हिरदय भय स पिघल जाइ। सबहिं हाथ कमजोर होइ जइहीं।’ हर एक अन्तात्मा कमजोर होइ जाइ। हर एक घुटना पानी जइसे होइ जइहीं। धियान द्या, उ बुरी खबर आवति बाटइ। इ सबइ घटनन घटित होइहीं।” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस।
तरवार तइयार अहइ
8 परमेस्सर क बचन मोका मिला। उ कहेस, 9 “मनई क पूत, मोरे बरे लोगन स बातन करा। इ सबइ बातन कहा, ‘मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह:
“‘धियान द्या, एक तरवार, एक तेज तरवार अहइ,
अउर तरवार चमकाई गइ अहइ।
10 तरवार क जान लेइ क बरे तेज कीन्ह गवा रहा।
बिजुरी क समान चकाचौंध करइ बरे एका चमकइ गवा रहा।
या का हम लोग आपन पूत क राजदण्ड पइ खुसी बनाउब?
उ तरवार काठे क बना भवा हरेक हथयार स जियादा मज़बूत अहइ।
11 एह बरे तरवार क झलकावा गवा अहइ।
अब इ प्रयोग कीन्ह जाइ सकी।
तरवार तेज कीन्ह गइ अउर झलकाइ गइ रही।
अब इ मानइवाले क हाथन मँ दीन्ह जाइ सकी।
12 “‘मनई क पूत, चिचिआइ अउर नरियाअ। काहेकि तरवार क उपयोग मोरे लोगन अउर इस्राएल क सबहिं सासकन क खिलाफ होइ। उ सबइ सासक जुद्ध चाहत रहेन, एह बरे उ पचे हमरे लोगन क संग तब होइहीं जब तरवार आइ। एह बरे आपन जाँघन क पीटा अउर आपन दुःख परगट करइ बरे सोर मचावा। 13 काहेकि परीच्छा आवत अहइ। तू काठे क छड़ी स दण्डित होइ स इन्कार किहा का उ ओका आवइ स रोकब?’” मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस।
14 परमेस्सर कहेस, “मनई क पूत, तालियन बजावा
अउर मोरे बरे लोगन स इ सबइ बातन करा:
दुइ दाई तरवार क वार करइ द्या, हाँ तीन दाई।
इ तरवार लोगन क मारइ बरे अहइ।
इ तरवार अहइ, बड़के नर-संहार बरे।
इ तरवार लोगन क धार पइ राखी।
15 ओनकर हिरदय भय स टेघर जइहीं
अउर बहोत स लोग गिरिहीं।
बहोत स लोग आपन नगर-दुआर पइ मरिहीं।
हाँ, तरवार बिजुरी क तरह चमकी।
इ लोगन क मारइ बरे झलकराइ गइ अहइ।
16 तरवार, धारदार बना।
तरवार दाहिन काटा,
सोझे समन्वा काटा,
बाएँ कइँती काटा,
जा हर एक ठउरे मँ जहाँ तोहार धार, जाइ बरे चुनी गइ।
17 “तब मइँ ताली बजाउब
अउर आपन किरोध परगट करब बन्द कइ देब।
मइँ यहोवा कहि चुका हउँ।”
यरूसलेम तलक क राहे क चुनब
18 यहोवा क बचन मोका मिला। उ कहेस, 19 “मनई क पूत, दुइ सड़कन क नक्सा बनावा। जेनमाँ स बाबुल क राजा क तरवार इस्राएल आवइ बरे एक क चुन सकइ। दुइनउँ सड़किया उहइ बाबुल देस स निकरिहीं। तब नगर क पहोंचावइवाली सड़क क सिरे पइ एक चीन्हा बनावा। 20 चीन्हा क उपयोग इ देखावइ बरे करा कि कउन स सड़क क उपयोग तरवार करी। एक सड़क अम्मोनी नगर रब्बा क पहोंचावत ह। दूसर सड़क यहूदा, सुरच्छित नगर, यरूसलेम क पहोंचावत ह। 21 इ स्पस्ट करत ह कि बाबुल क राजा उ सड़क क जोजना बनावत अहइ जेहसे उ छेत्र पइ हमला करइ। बाबुल क राजा उ बिन्दु पइ आइ चुका अहइ जहाँ दुइनउँ सड़कन अलग होत हीं। बाबुल क राजा जादू क संकेतन क उपयोग भविस्स क जानइ बरे किहेस ह। उ कछू बाण हिलाएस, उ परिवारे क देवमूरतियन स सवाल पूछेस, उ गुर्दे क लखेस जउन उ जनावरे क रहा जेका उ मारे रहा।
22 “संकेत ओका बतावत हीं कि उ उ दाई सड़क क धरइ जउन यरूसलेम पहोंचावत ह। उ अपने संग बिध्वंसक लट्ठन क लिआवइ क जोजना बनाएस ह। उ आदेस देइ अउर ओकर फउजी जान स मारब सुरू करिहीं। उ पचे जुद्ध-घोस करिहीं। तब उ पचे एक माटी क देवार सहर क चारिहुँ ओर बनइहीं। उ पचे एक माटी क सड़क देवार तलक पहोंचावइ वाली बनइहीं। उ सबइ नगर पइ हमला बरे लकड़ी का मीनार बनइहीं। 23 उ सबइ जादुई क चीन्हा इस्राएल क लोगन बरे कउनो अरथ नाहीं रखतेन। उ सबइ ओन बचनन क पालन करत हीं जउन उ पचे दिहेन ह। किन्तु यहोवा ओनकर पाप याद राखी। तब इस्राएली लोग बन्दी बनावा जइहीं।”
24 मोर सुआमी यहोवा इ कहत ह, “तू पचे बहोत स बुरे काम किहा ह। तोहार पचन्क पाप पूरी तरह स्पस्ट अहइँ। तू पचे मोका इ याद रखइ क मजबूर किहा कि तू पचे दोखी अहा। एह बरे दुस्मन तू पचन्क आपन हाथन मँ कइ लेइ 25 हे इस्राएल क बुरे लोगो, तू पचे मारा जाब्या। तोहरे पचन्क दण्ड क समइ आइ पहोंचा अहइ। अब अन्त निअरे अहइ।”
26 मोर सुआमी यहोवा इ संदेस देत अहइ, “पगड़ी उतारा। मउर उतारा। परिवर्तन क समइ आइ पहोंचा अहइ। महत्वपूर्ण प्रमुख खाले लिआवा जइहीं अउर जउन लोग महत्वपूर्ण नाहीं अहइँ, उ सबइ महत्वपूर्ण बनिहीं। 27 मइँ उ नगर क पूरी तरह नस्ट करब। किन्तु इ तब तलक नाहीं होइ जब तलक उपयुक्त मनई नवा राजा नाहीं होत। तब मइँ ओका नगर पइ अधिकार करइ देब।”
अम्मोन क खिलाफ भविस्सवाणी
28 परमेस्सर कहेस, “मनई क पूत, मोरे बरे लोगन स कहा। उ सबइ बातन कहा, ‘मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन अम्मोन क लोगन अउर ओनकर लज्जाजनक देवता स कहत ह:
“‘धियान द्या एक तरवार
एक ठु तरवार आपन मियान स बाहेर अहइ।
तरवार झलकाइ गइ अहइ।
तरवार मारइ बरे तइयार अहइ।
बिजुरी क तरह चमकइ बरे एका झलकावा गवा रहा।
29 “‘तोहार दर्सन बियर्थ अहइँ।
तोहार जादू तोहार मदद नाहीं करिहीं।
इ सिरिफ झूठ क गुच्छा अहइ।
अब तरवार पापियन क गर्दन पइ अहइ।
उ पचे हाली ही मुर्दा होइ जइहीं।
ओनकर अन्त समइ आइ पहोंचा अहइ।
ओनकर पाप क समाप्ति क समइ आइ गवा अहइ।
बाबुल क खिलाफ भविस्सवाणी
30 “‘अब तू तरवार क मियान मँ वापस राखा। बाबेल, मइँ तोहरे संग निआउ, तू जहाँ बना हवा उहइ ठउरे पइ करब अर्थात उहइ देस मँ जहाँ तू पइदा भवा ह। 31 मइँ तोहरे खिलाफ आपन किरोध क बर्खा करब। मोर किरोध तू पचन्क तपत हवा क तरह जराइ। मइँ तू पचन्क क्रूर मनइयन क हाथन मँ देब। उ सबइ मनई मनइयन क मार डावइ मँ कुसल अहइँ। 32 तू पचे आगी बरे ईधंन बनब्या। तोहार पचन्क खून भुइँया मँ गहिर बहि जाइ अर्थात् लोग तू पचन्क फुन याद नाहीं करिहीं। मइँ अर्थात यहोवा इ कहि दिहेउँ ह।’”
संगीत निर्देसक बरे दाऊद क एक ठु भजन।
1 हे परमेस्सर, उठा, आपन दुस्मनन क एहर ओहर करा।
ओकर सबहिं दुस्मनन ओकरे लगे स पराइ जाइँ।
2 जइसे हवा स उड़ावा भवा धुआँ बिखरि जात ह,
वइसे ही तोहार दुस्मन बिखरि जाइँ।
जइसे आगी मँ मोम टेघर जात ह,
वइसे ही तोहरे दुस्मनन क नास होइ जाइ।
3 परमेस्सर क संग सज्जन सुखी होत हीं, अउर सज्जन सुखद पल बितावत हीं।
सज्जन खुद ही आनन्द मनावत अउ खुद ही बहोत खुस रहत हीं।
4 परमेस्सर क गीत गावा।
ओकरे महिमा नाउँ क गुणगान करा।
परमेस्सर बरे राह तइयार करा जउन आपन रथे क रेगिस्तान मँ हाँकत ह।
ओकरे समन्वा आन्दित भवा जेकर नाउँ याह अहइ।
5 परमेस्सर अनाथन क पिता क समान अहइ अउर राँड़ मेहररूअन क धियान रखत ह।
उ आपन पवित्तर मन्दिर मँ अहइ।
6 जेकर कउनो घर नाहीं होत, अइसे अकेले मनई क परमेस्सर घर देत ह।
आपन मनवइयन क परमेस्सर बंधन स अजाद करत ह।
उ पचे बहोत खुस रहत हीं।
मुला जउन परमेस्सर क खिलाफ होत हीं, ओनका तपत भइ भुइँया पइ रहइ क होइ।
7 हे परमेस्सर, तू आपन मनवइयन क मिस्र स निकार्या,
अउ रेगिस्तान स पैदर ही पार निकार्या।
8 इस्राएल क परमेस्सर जब सिय्योन पर्वत पइ आवा रहा,
तउ धरती काँप उठी रही, अउ अकास टेघरा रहा।
9 हे परमेस्सर, बर्खा क तू पठए रह्या,
अउ पुरान अउ दुर्बल पड़ी धरती क तू फुन ससक्त किहा।
10 उहइ धरती पइ तोहार गोरू वापस आइ गएन।
हे परमेस्सर, हुआँ क दीन लोगन क तू उत्तिम चिजियन दिहा।
11 परमेस्सर हुकुम दिहस
अउर बहोत लोग सुसंदेस सुनावइ गएन।
12 “बरिआर राजा लोगन क फउजन एहर ओहर पराइ गइन।
जुद्ध स जउन चिजियन क फउजी लिआवत हीं, ओनका घरे पइ रुकी मेहररूअन बाँटि लेइही।
जउन लोग घरे म्ँ रूका बाटेन, उ सबइ उ धने क बाँटि लेइहीं।
13 उ सबइ चाँदी स मढ़ा भवा कबूतरे क पखना पइहीं।
उ सबइ सोना स चमकत भवा पखनन क पइहीं।”
14 परमेस्सर जब सल्मोन पर्वत पइ दुस्मन राजा लोगन क बिखेर दिहस,
तउ उ पचे अइसे छितरानेन जइसे बरफ गिरत ह।
15 बासान पर्वत महान पर्वत अहइ,
जेकर चोटियन बहोत सी बाटिन।
16 बासान पर्वत, तू काहे सिय्योन पर्वत क नान्ह समुझत बाट्या?
परमेस्सर ओहसे पिरेम करत ह।
परमेस्सर ओका हुआँ सदा रहइ बरे चुनेस ह।
17 यहोवा पवित्तर पर्वत सिय्योन पइ आवत अहइ।
अउ ओकरे पाछे कई लाख रथ अहइँ।
18 उ ऊँचे पइ चढ़ गवा।
उ बंदियन क अगुआई किहस,
उ मनइयन स हिआँ तलक कि
आपन विरोधी लोगन स भेंट लिहस।
यहोवा परमेस्सर हुआँ रहइ गवा।
19 यहोवा क गुण गावा।
उ हर दिन हमार, हमरे संग भार उठावइ मँ मदद करत ह।
परमेस्सर हमार रच्छा करत ह।
20 उ हमार परमेस्सर अहइ।
उ उहइ परमेस्सर अहइ जउन हमका बचावत ह।
हमार यहोवा परमेस्सर मउत स हमार रच्छा करत ह।
21 परमेस्सर देखाँइ देइ कि आपन दुस्मनन क उ हराइ दिहस ह।
अइसे ओन मनइयन क जउन ओकरे खिलाफ लड़ेन, उ सजा देइ।
22 मोर सुआमी कहेस, “मइँ बासान स दुस्मन क वापस लिआउब,
मइँ दुस्मन क समुद्दर क गहराई स वापस लाउब,
23 ताकि तू ओनकर खून मँ विचरि सका,
तोहार कूकुरन ओनकर खून चाट जाइँ।”
24 लोग लखत हीं, परमेस्सर क विजय अभियान क अगुआइ करत भए।
लोग मोरे पवित्तर परमेस्सर, मोरे राजा क अभियान क अगुआई करत लखत हीं।
25 अगवा-अगवा गवइयन क मण्डली चलत ह, पाछे-पाछे वादक लोगन क मण्डली आवति अहइ,
अउ बीच मँ कुमारियन तम्बूरन बजावति अहइँ।
26 परमेस्सर क बड़कई महासभा क बीच करा।
इस्राएल क लोगो, तू यहोवा क गुण गावा।
27 नान्ह बिन्यामीन ओनकर अगुआई करत बाटइ।
यहूदा क बड़का परिवार हुआँ बाटइ।
जबूलून अउ नपताली क नेता हुआँ पइ अहइँ।
28 हे परमेस्सर, हमका आपन सक्ति देखाँवा।
हमका उ आपन सक्ति देखाँवा जेकर उपयोग तू हमरे बरे बीते भए जमाने मँ किहे रहा।
29 राजा लोग, जरूसलेम मँ तोहरे मन्दिर क बरे
निज सम्पत्ति लिअइहीं।
30 ओन “गोरूअन” स काम मनचाहा करावइ बरे
आपन कुबरी क प्रयोग करा।
ओन जातियन क “बर्धन”
अउर “गइयन” क आग्या मानइवालन बनावा।
तू जउन रास्ट्रन क जुद्ध मँ हराया।
अब तू ओनसे चाँदी मँगवाइ ल्या।
31 तू ओनसे मिस्र स धन मँगवाइ ल्या।
हे परमेस्सर, तू आपन धन कूस स मँगवाइ ल्या।
32 धरती क राजा लोगो, परमेस्सर बरे गावा।
हमरे सुआमी बरे तू जसगान गावा।
33 परमेस्सर बरे गावा, उ रथे पइ चढ़िके सनातन अकासन स निकरत ह।
तू ओकरे सक्तीसाली स्वर क सुना।
34 इस्राएल क परमेस्सर,
तोहरे कउनो भी देवतन स जियादा बलवान अहइ।
उ जउन निज मनवइयन क सुदृढ़ बनावत ह।
35 परमेस्सर आपन मन्दिर मँ अद्भुत बाटइ।
इस्राएल क परमेस्सर भक्तन क सक्ति अउ सामरथ देत ह।
परमेस्सर क गुण गावा।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.