M’Cheyne Bible Reading Plan
पलिस्ती जुद्ध क तइयारी करत हीं
28 पाछे पलिस्तियन आपन फउज क इस्राएल क खिलाफ लड़इ बरे बटोरेन। आकीस दाऊद स कहेस, “का तू समुझत ह कि तोहका अउ तोहरे मनइयन क इस्राएलियन क खिलाफ मोरे संग लड़इ जाइ चाही?”
2 दाऊद जवाब दिहस, “सचमुच ही, तब आप खुद ही लखइँ कि मइँ का करि सकत हउँ।”
आकीस कहेस, “बहोत अच्छा, मइँ तोहका आपन अंग रच्छक बनउब। तू हर समइ मोर रच्छा करब्या।”
साऊल अउ एन्दोर क मेहररुअन
3 समूएल मर गवा। सबहिं इस्राएलियन समूएल क मउत प सोक मनाएन। उ पचे समूएल क निवास सहर, रामा मँ ओका दफनाए रहेन।
ऍकरे पहिले साऊल ओझा अउ भविस्स बतावइवालन क इस्राएल तजइ क मजबूर किहे रहा।
4 पलिस्तियन जुद्ध क तइयारी किहन। उ पचे सूनेम आएन अउ उ ठउरे प डेरा डाएन। साऊल सबहिं इस्राएलियन क बटोरेस अउ आपन डेरा गिलबो मँ डाएस। 5 साऊल पलिस्ती सेना क लखेस, अउर उ डेराइ गवा। ओकर हिरदय डर स धड़कइ लाग। 6 साऊल यहोवा स बिनती किहेस, मुला यहोवा ओका जवाब नाहीं दिहस। परमेस्सर साऊल स सपन मँ बात नाहीं किहस। परमेस्सर ओका जवाब देइ बरे ऊरीम क नाहीं बइपरेस। परमेस्सर साऊल स बात करइ बरे नबियन क नाहीं बइपरेस। 7 आखिर मँ साऊल आपन अफसरन स कहेस, “मोरे बरे कउनो अइसी मेहरारु क पता लगावा जउन ओझा होइ। तब मइँ ओसे पूछइ जाइ सकत हउँ कि जुद्ध मँ का होइ।”
ओकर अफसरन जवाब दिहन, “एन्दोर मँ एक ठु ओझा अहइ।”
8 साउल कइउ तरह क ओढ़वा पहिरेस। साऊल इ ऍह बरे किहस कि कउनो मनई इ न जान सकइ कि उ कउन अहइ। रात क उ आपन दुइ मनई क संग उ मेहरारु स भेंटइ गवा। साऊल उ मेहरारु स कहेस, “परेत स मोका मोर भविस्स बतवावा। उ मनई क बोलावा जेकर नाउँ मइँ लेउँ।”
9 मुला उ मेहरारु साऊल स कहेस, “तू सचमुच ही जानत ह कि साऊल का किहेस ह। उ जोझा अउ भविस्स बतावइ वालन क इस्राएल देस तजि देइ क मजबूर किहस ह। तू मोका जाल मँ फाँसइ अउ मजबूर अउ मारि डावइ चाहत ह।”
10 साऊल यहोवा क नाउँ लिहस अउ उ मेहरारु स प्रतिग्या किहस, “सचमुच ही यहोवा सास्वत अहइ। ऍह बरे तोहका इ करइ क सजा न मिली।”
11 मेहरारु पूछेस, “तू केका चाहत बाट्या कि मइँ ओका हिआँ बोलावउँ?”
साऊल जवाब दिहस, “समूएल क बोलावा।”
12 अउर इ भवा। मेहरारु समूएल क लखेस अउ जोर स चिचियान। उ साऊल स कहेस, “तू मोका धोखा दिहा। तू साऊल अहा।”
13 राजा मेहरारु स कहेस, “तू जिन डेराअ। तू का लखति अहा?”
उ मेहरारु कहेस, “मइँ एक ठु परेत आतिमा क धरती स निकरिके आवति लखत हउँ।”
14 साऊल पूछेस, “उ कइसा देखाँइ पड़त ह?”
मेहरारु जवाब दिहस, “उ लबादा पहिरे एक बुढ़वा क तरह देखाँइ पड़त ह।”
साऊल समुझ गवा कि उ समूएल रहा। साऊल धरती पर अपना माथा टेका। 15 समूएल साऊल स कहेस, “तू मोका काहे परेसान किहा?” तू मोका ऊपर काहे बोलाया?
साऊल जवाब दिहस, “मइँ मुसीबत मँ अहउँ। पलिस्ती मोरे खिलाफ लड़इ आवा अहइँ, अउर परमेस्सर मोका तजि दिहे अहइ। परमेस्सर अब मोका जवाब न देइहीं। उ मोका जवाब देइ बरे नबियन या सपन क प्रयोग न करिहीं। इहइ कारण अहइ कि मइँ तोहका बोलाएउँ। मइँ चाहत अहउँ कि तू बतावा कि मइँ का करउँ।”
16 समूएल कहेस, “यहोवा तोहका तजि दिहे अहइ। अब उ तोहरे पड़ोसी क संग अहइ। ऍह बरे तू मोका काहे बोलाया? 17 यहोवा उहइ किहस जउन उ करइ क कहे रहा। यहोवा मोर प्रयोग तोहका बतावइ बरे कि उ का करी, किहेस ह। यहोवा तोहरे हाथे स राज्ज झपट लिहस ह। यहोवा तोहरे हाथ स राज्ज तोहरे पड़ोसियन मँ स एक क दइ दिहस। उ पड़ोसी दाऊद अहइ। 18 तू यहोवा क आग्या क पालन नाहीं किहा। तू अमालेकियन क नास नाहीं किहा अउ ओनका नाहीं देखाया कि यहोवा ओन पइ केतँना कोहान बाटइ। उहइ कारण अहइ कि यहोवा तोहरे संग आजु इ किहस ह। 19 फुन यहोवा तोहरे संग इस्राएलियन क पलिस्ती स हरवइहीं। अउर भियान तू अउ तोहार पूत हिआँ मोर संग होइहीं।”
20 साऊल भुइयाँ प भहराइ पड़ा। साऊल, समूएल स कही गइ बातन स डेरान रहा। साऊल बहोत दुर्बल होइ गवा काहेकि उ पूरा दिन अउ रात कउनो खइया नाहीं खाए रहा।
21 मेहरारु साऊल क लगे आइ। उ लखेस कि साऊल फुरइ ससान रहा। उ कहेस, “लखा, मइँ आपक सेविका अहउँ। मइँ आपक आग्या क मानेउँ ह। मइ आपन जिन्नगी क खतरा मँ नाएउँ ह अउर आप जउन कहेन ह, उहइ किहेउँ। 22 अब कृपा कइके मोरउ सुना। मोका तोहरे बरे कछू खइया क देइ द्या। तब आप मँ ऍतनी सक्ती आइ कि आप अपने राहे प जाइ सकइँ।”
23 मुला साऊल इनकार किहस। उ कहेस, “मइँ न खाब।”
साऊल क अफसर लोग उ मेहरारु क साथ दिहन अउ ओसे भोजन बरे बिनती किहन। साऊल ओनकइ बात सुनेस। उ भुइयाँ स उठा अउ बिछउना प बइठा। 24 उ मेहरारु क घरे मँ एक ठु मोट बछवा रहा। उ हाली स बछवा क मारेस। उ कछू आटा लिहस अउ ओका हाथे स सानेस। तब उ बे खमीरे क रोटी बनाएस। 25 मेहरारु भोजन साऊल अउ ओकरे अफसरन क अगवा धरेस। साऊल अउ ओकर अफसरन ओका खाएन। तउ उ लोग उठेन अउर उहइ रात क चली गएन।
पौलुस भी दुसरे प्रेरितन जइसा अहइ
9 का मइँ स्वतन्त्र नाहीं हउँ? का मइँ भी एक प्रेरित नाही हऊँ? का मइँ हमार पर्भू ईसू मसीह क दर्सन नाहीं किहे अहउँ? का तू लोग पर्भू मँ मोर इ करम क उदाहरण नाहीं अहा? 2 चाहे दुसरन क बरे मइँ प्रेरित न भी होउँ तबउ मइँ तोहरे बरे त प्रेरित हउँ। काहेकि तू एक अइसेन मोहर क समान अहा जउन पर्भू मँ मोरे प्रेरित होइ क प्रमाणित करत ह।
3 उ लोग जउन मोर जाँच करइ चाहत हीं, ओनके बरे आपन आत्मरच्छा मँ मोर उत्तर इ अहइ: 4 का हमका खाइ पियइ क अधिकार नाहीं बाटइ? 5 का हमका इ अधिकार नाहीं कि कउनो बिसवासिनी पत्नी क हम अपने साथे लइ जाइ? जइसेन क दूसर प्रेरित, पर्भू क बन्धु अउर पतरस किहे रहेन। 6 अउर का बरनाबास अउर मोरे लगे ही इ अधिकार बा कि आपन आजीविका कमाइ क बरे हम कउनउ काम न करीं? 7 सेना मँ अइसेन के होइ जउन एक सिपाही क रूपे मँ अपने क वेतन देइ। अउर के होइ जउन अंगूर क बगिया लगाइके ओकर फल न चखी? या कउन अइसा अहइ जउन भेड़न क खरका क देखभाल न करत होइ पर ओकर दूध न पीअत होइ?
8 का हम मानवीय चिन्तन क रूपे मँ ही अइसेन करत हई? आखिरकार का व्यवस्था क विधान भी अइसेन नाहीं कहत? 9 मूसा क व्यवस्था मँ लिखा बा, “खरिहाने मँ बरधा क मुँह जिन बाँधा।”(A) का परमेस्सर केवल बरधन क बारे मँ बतावत अहइ? 10 निस्चित रूप स उ एका क हमरे बरे नाहीं बतावत अहइ? हाँ, इ हमरे बरे ही लिखा गवा रहा। काहेकि खेत जोतइवाला कीहीउ आसा स ही खेत जोतइ अउर खरिहाने मँ भूसा स अनाज अलगावइवाला फसल क कछू भाग पावइ क आसा तउ रखी। 11 फिन अगर हम तोहरे हिते क बरे आत्मिक बिया बोए अही तउ हम तोहसे भौतिक चीजन क फसल काटइ चाहित ह, इ का कउनउ बहुत बड़ी बात बा? 12 अगर दूसर लोग तोहसे भौतिक चीजन पावइ क अधिकार रखत हीं तउ हमार तउ तोह पइ का अउर भी जियादा अधिकार नाहीं बा? मुला हम इ अधिकार क उपयोग नाहीं किहे अही। बल्कि हम तउ सब कछू सहत रहे ताकि हम मसीह क सुसमाचार क रस्ता मँ कउनउ बाधा न डाली देइ। 13 का तू नाहीं जानत बाटया कि जउन लोग मंदिर मँ काम करत हीं उ पचे आपन खाना मंदिर स ही पावत हीं। अउर जउन नियमित रूप स वेदी क सेवा करत हीं वेदी क चढ़ावा मँ ओनकर हिस्सा होत ह? 14 इही तरह पर्भू व्यवस्था दिहे अहइ कि सुसमाचार क प्रचारकन क आजीविका सुसमाचार क प्रचार स ही होइ चाही।
15 मुला ओन्हन अधिकारन मँ स मइँ एक क कभउँ प्रयोग नाहीं किहेउँ। अउर इ बात मइँ ऍह बरे लिखेउँ नाहीं कि अइसेन कछू मोरे बिसय मँ कीन्हा जाई। बजाय एकरे कि कउनउ मोसे ओह बात केउ छीन लेइ जेकर मोका गरब बा। ऐसे तउ मइँ मरि जाब ही ठीक समझब। 16 एह बरे अगर मइँ सुसमाचार क प्रचार करित ह तउ एहमाँ मोका गरब करइके कउनउ हेतु नाहीं बा काहेकि मोर त इ कर्तव्य बा। अउर अगर मइँ सुसमाचार क प्रचार न करउँ तउ मोरे बरे इ केतना खराब होइ। 17 फिन अगर इ मइँ अपने इच्छा स करित ह तउ मइँ एकर पुरस्कार पावइ योग्ग हई, परन्तु अगर आपन इच्छा स नाहीं बल्कि कउनो नियुक्ति क कारण इ काम मोका सौंपा गवा ह। 18 तउ फिन मोर पुरस्कार काहे क? इही बरे जब मइँ सुसमाचार क प्रचार करीत हउँ बिना कउनउ मूल लिहे ही ओका करउँ। ताकि सुसमाचार क प्रचार मँ जउन कछू पावइ क मोर अधिकार बा, मइँ ओकर कुल उपयोग न करउँ।
19 जद्यपि मइँ किहू मनई क बन्धन मँ नाहीं हउँ, फन मइँ खुद क तोहरे सबन क गुलाम बनाइ लिहे हउँ। ताकि मइँ अधिकतर लोगन क जीत सकउँ। 20 यहूदियन क बरे मइँ एक यहूदी जइसेन बनउँ, ताकि मइँ यहूदियन क उद्धार मँ मदद करि सकउँ मइँ खुद व्यवस्था क अधीन नाहीं अहउँ। जउन लोग व्यवस्था क अधीन अहइँ, ओनके बरे मइँ एक अइसेन मनई बरे जउन व्यवस्था क अधीन जइसेन बनेउँ। इ मइँ एह बरे किहे कि मइँ व्यवस्था क अधीनन क उद्धार करवइ मँ मदद कइ सकउँ। 21 मइँ एक अइसेन मनई बने जउन व्यवस्था क नाहीं मानत। जद्यपि मइँ परमेस्सर क व्यवस्था स रहित नाहीं हउँ बल्कि मसीह क व्यवस्था क अधीन हउँ। तउ कि मइँ जउन व्यवस्था क नाहीं मानत हउँ ओन्हे जीत सकउँ। 22 जउन मनइयन कमजोर अहइँ, ओनके बरे मइँ कमजोर बनेउँ ताकि मइँ कमजोरन क उद्धार करावइ मँ मदद कइ सकी। हर किहू क बरे मइँ हर किहू जइसेन बनेउँ त कि हर सम्भव उपाय स ओनकर उद्धार कइ सकउँ। 23 इ सब कछू मइँ सुसमाचार क बरे करत हउँ ताकि एकरे बरदानन मँ मोर भी कछू भाग होइ।
24 का तू लोग इ नाहीं जानत अहा कि खेल क मैदान मँ दौड़त सबहिं धावक बाटेन मुला इनाम कउनो एक क मिलत ह। अइसेन दउड़ा कि जीत तोहार होइ सकइ। 25 कउनो खेल प्रतियोगिता मँ हर एक प्रतियोगी क हर तरह क आतिमा संयम करब होत ह। उ एक नासमान कीर्तिमान स सम्मानित होइ क बरे करत हीं मुला हम तउ एक अविनासी मुकुट क पावइ बरे इ करित ह। 26 एह तरह मइँ ओह मनई क समान दौड़त हउँ जेकरे सामने एक लच्छ बा। मइँ अहइ मुक्केबाज क तरह मुक्का मारत मारत हउँ मुला मइँ हवा मँ मुक्का नाहीं मारत हउँ। 27 बल्कि मइँ तउ आपन सरीर क कठोर अनुसासन मँ तपाइके, ओका अपने बस मँ करत हउँ। ताकि कहूँ अइसेन न होइ जाइ कि दुसरन क उपदेस देइ क बाद परमेस्सर क जरिये मइँ इ बेकार ठहराइ दीन्ह जाउँ।
7 तब यहोवा क बचन मोका मिला। 2 उ कहेस, “मनई क पूत, अब मोर सुआमी यहोवा क इ सँदेसा अहइ। इ सँदेसा इस्राएल देस बरे अहइ:
“अन्त!
अन्त आइ ग अहइ।
पूरा देस नस्ट होइ जाइ।
3 अब तोहार अन्त आइ ग अहइ।
मइँ देखाउब कि मइँ तोह पइ केतना कोहान हउँ।
मइँ तोहका ओन बुरे कामन बरे दण्ड देब जउन तू किहा।
जउन भयंकर काम तू किहा ओनके बरे मइँ तोहसे भुगतान कराउब।
4 मइँ तोहरे ऊपर तनिक भी दाया नाहीं करब।
मइँ तोहरे बरे अफसोस नाहीं करब।
मइँ तोहका तोहरे बुरे कामन बरे दण्ड देत हउँ।
तू भयानक कामन क किहा ह।
अब तू समुझ जाब्या कि मइँ यहोवा हउँ।”
5 मोर सुआमी यहोवा इ सबइ बातन कहेस। “एक क बाद एक बिपत्तियन अइहीं। 6 अन्त आवत अहइ अउर इ बहोत हाली आइ। 7 इस्राएल क लोगो, का तू सीटी सुन्या ह दुस्मन आवत अहइ। उ दण्ड क समइ हाली आवत अहइ। दुस्मन क सोरगुल पर्वतन पइ जियादा स जियादा बढ़त जात अहइ। 8 मइँ हाली ही देखाइ देब कि मइँ केतना कोहान हउँ। मइँ तोहरे खिलाफ आपन पूरे किरोध क परगट करब। मइँ ओन बुरे कामन बरे दण्ड देब जउन तू किहा। मइँ ओन सबहिं भयानक कामन बरे तोहसे भुगतान कराउब जउन तू किहा। 9 मइँ तोह पइ तनिक भी दाया नाहीं करब मइँ तोहरे बरे अफसोस नाहीं करब। मइँ तोहका तोहरे बुरे कामन बरे दण्ड देत हउँ। तू जउन भयानक काम किहा ह, अब तू जानब्या कि मइँ यहोवा हउँ अउर मइँ दण्ड भी देत हउँ।
10 “दण्ड क उ समइ आइ गवा। का तू सीटी सुनत अहा? परमेस्सर संकेत दिहस ह। दण्ड आरम्भ होत अहइ। डारी अकुंरित होइ लाग अहइ। घमण्डी राजा (नवूकदनेस्सर) पहिले स ही जियादा सक्तिसाली होत जात रहा। 11 उ हिंसक मनई ओन बुरे लोगन क दण्ड देइ बरे तैयार अहइ। इस्राएल मँ लोगन क गिनती बहोत अहइ, किन्तु उ ओनमाँ स नाहीं अहइ। उ उ भीड़ क मनई नाहीं अहइ। उ ओन लोगन मँ स कउनो महत्वपूर्ण प्रमुख नाहीं अहइ।
12 “उ दण्ड क समइ आइ ग अहइ। उ दिन आइ पहोंचा। जउन लोग चिजियन खरीदन हीं, प्रसन्न नाहीं होइहीं अउर जउन लोग चिजियन बेचत हीं, उ पचे ओनका बेचइ मँ बुरा नाहीं मानिहीं। काहेकि उ भयंकर दण्ड हर एक मनई बरे होइ। 13 जउन लोग आपन स्थायी सम्पत्ति बेचिहीं उ पचे ओका कबहुँ नाहीं पइहीं। जदि कउनो मनई जिअत नाहीं भी बचा रही तउ भी उ आपन स्थायी सम्पत्ति वापस नाहीं पाइ सकत। काहेकि इ दर्सन लोगन क पूरे समूह क बरे अहइ। कउनो भी मनई अन्याय कइके आपन क बलवान नाहीं कइ पाइहीं।
14 “उ सबइ लोगन क चितउनी देइ बरे तुरही बजइहीं। लोग जुद्ध बरे तइयार होइहीं। किन्तु उ पचे जुद्ध करइ क बरे नाहीं निकरिहीं। काहेकि मइँ पूरे जन-समूह क देखाउब कि मइँ केतना कोहान हउँ। 15 तरवार लिए भए दुस्मन नगर क बाहेर अहइँ। रोग अउर भूख नगर क भीतर अहइँ। जदि कउनो जुद्ध क मइदान मँ जाइ तउ सत्रु क फउजी ओका मारि डइहीं। जदि उ नगर मँ रहत ह तउ भूख अउर रोग ओका नस्ट करिहीं।
16 “किन्तु कछू लोग बचि निकरिहीं। उ पचे बचे लोग पराइके पहाड़न मँ चला जइहीं। किन्तु उ सबइ लोग सुखी नाहीं होइहीं। उ पचे आपन पापन क कारण दुखी होइहीं। उ पचे चिजियइहीं अउर कबूतरन क तरह दुःख भरी आवाज निकारिहीं। 17 लोग एतने थके अउर खिन्न होइहीं कि आपन हाथन भी नाहीं उठाइ पइहीं। ओनकर गोड़ पानी क तरह ढीला होइहीं। 18 उ पचे सोक वस्त्र पहिरहीं अउर भयभीत रहिहीं। तू पचे हर मुँहे पइ लज्जा पउब्या। उ पचे सोक प्रदर्सन बरे आपन बार मुड़वाइ लेइहीं। 19 उ पचे आपन चाँदी क देव मूरतियन क सड़कन पइ फेंक देइहीं। उ पचे आपन सोने क मूरतियन क गन्दा चिथरन क तरह समुझिहीं। काहेकि जब यहोवा आपन किरोध परगट किहस उ सबइ मूरतियन ओनका बचाइ नाहीं सकिन। उ सबइ मूरतियन लोगन बरे पतन क जालि के अलावा दूसर कछू नाहीं रहिन। उ सबइ मूरतियन लोगन क भोजन नाहीं देइहीं उ सबइ मूरतियन ओनके पेट मँ अन्न नाहीं पहोंचइहीं।
20 “ओन लोग आपन सुन्नर आभूसण क उपयोग किहन अउर मूरति बनाएन। ओनका आपन मूरति पइ गर्व रहा। उ पचे आपन भयानक मूरतियन बनाएन। ओन लोग ओन गन्दी चिजियन क बनाएन। एह बरे मइँ (परमेस्सर) ओनका गन्दा चिथरन क तरह लोकाइ देब। 21 मइँ ओनका अजनबियन क लेइ देब। उ सबइ अजनबी ओनका लूट लेइहीं। उ सबइ, अजनबी, आपन मने क मुताबिक सबइ कछू लइ लेइहीं अउ पवित्तर स्थान अपवित्तर कइ देइहीं। 22 मइँ ओनसे आपन मुँह फेर लेब, मइँ ओनकर कइँती नाहीं लखब। उ सबइ अजनबी मोरे मन्दिर क नस्ट करिहीं, उ सबइ उ पवित्तर भवन क गोपनीय हींसन मँ जइहीं अउर ओका अपवित्तर करिहीं।
23 “बन्दियन खातिर जंजीर बनावा। काहेकि बहोत स लोग दूसर लोगन क मारइ क कारण दण्डित होइहीं। नगर क हर ठउरन पइ हिंसा भड़की। 24 मइँ दूसर रास्ट्रन स बुरे लोगन क लिआउब अउर उ सबइ लोग इस्राएल क लोगन क सबहिं घरन क लइ लेइहीं। मइँ तू बरिआर लोगन क गर्बीला होइ स रोक देब। दूसर रास्ट्रन क उ सबइ लोग तोहरे पूजा ठउरन क अपवित्तर कइ देइहीं।
25 “तू लोग भय स थर्राइ उठब्या। तू लोग सान्ति चहब्या, किन्तु सान्ति नाहीं मिली। 26 तू पचे एक क पाछे दूसर दुःख कथा क सुनब्या। तू पचे बुरी खबरियन क अलावा कछू नाहीं सुनब्या। तू नबी क खोज करब्या अउर ओहसे दर्सन पुछब्या। किन्तु कउनो मिली नाहीं। याजक क लगे तू पचन्क सिच्छा देइ क कछू भी नाहीं होइ अउर अग्रजन क लगे तू पचन्क कउनो नीक सलाह नाहीं होइ। 27 तोहार पचन्क राजा ओन लोगन बरे रोइ अउर मरि गएन। प्रमुख सोक-वस्त्र पहिरहीं। साधारण लोग बहोत डेराइ जइहीं। काहेकि मइँ ओकर बदल देब जउन उ पचे किहन। मइँ ओनकर दण्ड निहचित करब। अउर मइँ ओनका दण्ड देब। तब उ सबइ समुझिहीं कि मइँ यहोवा हउँ।”
संगीत निर्देसक बरे “सोकन्नीम” राग क अनुसार कोरह परिवार क कलात्मक एक ठु पिरेम गीत।
1 सुन्नर सब्द मोरे मनवा मँ भरि जात हीं,
जब मइँ राजा बरे बातन लिखत हउँ।
मोरी जिभिया पइ सब्द अइसे आवइ लागत हीं
जइसे उ पचे कउनो कुसल लेखक क लेखनी स निकरत होइँ।
2 सबइ मनइयन मँ, तू अति सुन्नर अहइ।
तोहार मुँहे स कृपालु सब्द निकलत अहा।
एह बरे परमेस्सर तोहका सदा-सर्वदा आसीस देइ।
3 तू आपन तरवार क जोद्धन क कमर पइ बाँधा।
तू महिमा वाला वस्त्र धारण करा।
4 तू अद्भुत देखाँत अहा।
जा, धरम अउ निआउ क जुद्ध जीत ल्या।
अद्भुत करम क करइ बरे सक्ती स भरी दाहिनी भुजा क प्रयोग करा।
5 तोहार तीर तइयार अहइँ।
तू बहुतेरन क हराइ देब्या।
तू आपन दुस्मनन पइ हुकूमत करब्या।
6 हे परमेस्सर,[a] तोहार सिंहासन हमेसा रहब।
तोहार साही राजदण्ड अच्छाई तोहार राज्ज क मज़बूत बनावत ह।
7 तू नेकी स पिआर अउ बुराई स घिना करत अहा।
एह बरे सक्तीमान निआवाधीस,
तोहार परमेस्सर तोहका तोहार साथियन क ऊपर राजा चुनेस ह।
8 तोहार ओढ़ना महकत अहइँ जइसे गंध रस, अगर अउ तेज पात स मधुर गंध आवति होइ।
हाथी दाँत स जड़ा भवा राजमहलन स तोहका आनन्द मँ भरि देइ क मधुर संगीत क झंकार फइलति अहइँ।
9 राजा लोगन क बिटियन अइसा सेवा किहेन जइसा कि उ राजा क बिवाह मँ दुल्हन क सेविकन अहइँ।
तोहार महरानी ओपीर क सोना स बना मुकुट पहिरे तोहरे दाहिन कइँती विराजति अहइँ।
10 हे राजपुत्री, मोरी बात क सुना।
धियानदइके सुना, तबहिं तू मोरी बात क समझबू।
तू आपन निज लोगन अउर बाप क घराने क बिसरि जा।
11 राजा तोहरे सुन्दरता पइ मोहित अहइ।
इ तोहार नवा सुआमी होइ।
तोहका एकर सम्मान करब अहइ।
12 सूर सहर क लोग तोहरे बरे उपहार[b] लइ अइहीं।
अउर धनी मानी तोहसे मिलइ चइहीं।
13 उ राजकन्या उ मूल्यवान रत्न क नाई अहइ
जेका सुन्नर मूल्यवान सुवर्ण मँ जड़ा गवा होइ।
14 ओका रमणीक वस्त्र पहिराइके लिआवा गवा बाटइ।
ओकरी सखियन क भी जउन ओकरे पाछे अहइँ राजा क समन्वा लावा गवा।
15 उ पचे हिआँ उल्लास मँ आई अहइँ।
उ पचे आनन्द मँ मगन होइके राजमहल मँ प्रवेस करिहीं।
16 राजा, तोहरे पाछे तोहार पूत सासक होइहीं।
तू ओनका समूचे धरती क राजा बनउब्या।
17 मइँ तोहरे नाउँ क प्रचार जुग जुग तलक करब।
तू प्रसिद्ध होब्या, तोहरे जसे क गीतन क लोग सदा सदा ही गावत रइहीं।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.