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M’Cheyne Bible Reading Plan

The classic M'Cheyne plan--read the Old Testament, New Testament, and Psalms or Gospels every day.
Duration: 365 days
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)
Version
1 समूएल 21-22

दाऊद क याजक अहीमेलेक स मिलइ जाब

21 तब दाऊद चला गवा अउ योनातान सहर क लउट गवा। दाऊद नौब नाउँ क नगर मँ याजक अहीमेलेक स मिलइ गवा।

अहीमेलेक दाऊद स मिलइ स डरत रहेन। अहीमेलेक डर स काँपत रहा। अहीमेलेक दाऊद स पूछेस: “तू अकेले काहे अहा? तोहरे संग कउनो मनई काहे नाहीं अहइ?”

दाऊद अहीमेलेक क जवाब दिहेस, “राजा मोका खास हुकुम दिहे अहइ। उ मोसे कहेस ह कि ‘इ उद्देस क कउनो क जानइ न द्या। कउनो भी मनई ओका न जानइ जेका मइँ तोहका करइ क कहेउँ ह।’ मइँ आपन मनइयन स कहि दिहेउँ ह कि उ पचे कहाँ भेंटइँ? अब इ बतावा कि तोहरे लगे खाइ क बरे का बाटइ? मोका पाँच ठु रोटी या जउन कछू तू पाइ सका द्या।”

याजक दाऊद स कहेस, “मोरे लगे हिआँ साधारण रोटी नाहीं अहइँ। मुला मोरे लगे कछू पवित्तर रोटी तउ अहइँ। तोहार अफसर ओका खाइ सकत हीं, जदि उ पचे कउनो मेहरारु क संग यौन सम्बंध न किहे होइँ।”

दाऊद याजक क जवाब दिहेस, “हम पचे इ दिनन मँ कउनो मेहरारु क संग नाहीं रहे। हमार मनई आपन तन क पवित्तर राखत हीं हिआँ तलक कि साधरण उद्देस बरे जाए पर भी।[a] अउर आजु बरे तउ इ खास तरह स फुर बाटइ काहेकि हमार कारज बहोत खास बाटइ।”

हुआँ पवित्तर रोटी क अलावा कउनो रोटी नाहीं रही। ऍह बरे याजक दाऊद क हुवँई रोटी दिहस। इ उहइ रोटी रही जेका याजक यहोवा क समन्वा पवित्तर मेजे प धरत रहेन। उ पचे उ दिन मेज स इ रोटी क हटाइ लेत रहेन अउ ओकरी जगह ताजी रोटी धरत रहेन।

उ दिन साऊल क अफसरन मँ स एक ठु हुआँ रहा। उ एदोमी दोएग रहा। दोएग क हुआँ यहोवा क समन्वा रखा गवा रहा।[b] दोएग साऊल क गड़रियन क नेता रहा।

दाऊद अहीमेलेक स पूछेस, “का तोहरे लगे हिआँ कउनो भाला या तरवार बाटइ? राजा क कारज बहोत जल्दी बा। मोका फउरन जाइ क अहइ, अउर मइँ आपन तरवार या दूसर कउनो अउजार नाहीं लाइ।”

याजक उत्तर दिहस, “एक मात्र तरवार जउन हिआँ अहइ उ पलिस्ती गोलियत क अहइ। इ उहइ तरवार अहइ जेका तू ओका तब लिहे रहा जब तू ओका एला क घाटी मँ मारे रह्या। उ तरवार एक ओढ़ना मँ लिपटी भइ एपोद क पाछे धरी अहइ। जदि तू चाहा तउ ओका लइ सकत ह।”

दाऊद कहेस, “एका मोका द्या। गोलियत क तरवार क तरह कउनो तरवार नाहीं बा।”

दाऊद क गत क जाब

10 उ दिना दाऊद साऊल क हिआँ स पराइ गवा। दाऊद गथ क राजा अकिस क लगे गवा। 11 उ पचे कहेन, “का इ इस्राएल क राजा दाऊद नाहीं अहइ? इहइ उ मनई अहइ जेकर गवनिया इस्राएलियन गावत हीं। उ पचे गावत हीं अउ ओकरे बरे नाचत हीं। इस्राएलियन इ गीत गावत हीं:

“साऊल हजारन क मारेस।
    दाऊद दसहु हजारन क मारेस।”

12 दाऊद क इ बात याद रहिन। दाऊद गत क राजा आकीस स बहोत डेरान रहा। 13 ऍह बरे, दाऊद आकीस अउ ओकरे अफसरन क समन्वा अपने क पागल मनई जइसा बहाना किहस। जब तलक दाऊद ओनके संग रहा उ पागल मनइयन जइसा बहाना किहस। उ दरवाजा क पल्ला प थूक देत रहा। उ आपन थूक क आपन डाढ़ी प गिरइ देत रहा।

14 आकीस आपन अफसरन स कहेस, “इ मनई क लखा। इ तउ पागल जइसा अहइ। तू सबइ ऍका मोरे लगे काहे लइ आया ह? 15 का मोर लगे मनई क कमी अहइ कि तू इ मनई क मोरे घरे मँ मोरे पागलपन क खेल करई बरे लइ आवा ह?”

दाऊद क अलग-अलग ठउर प जाब

22 दाऊद गथ क तजि दिहस। दाऊद अदुल्लाम क गुफा मँ पराइ गवा। दाऊद क भइयन अउ रिस्तेदारन सुनेन कि दाऊद अदुल्लाम मँ रहा। उ पचे दाऊद क मिलइ हुआँ गएन। बहोत स मनई दाऊद क लगे होइ गएन। उ सबइ, जउन कउनो विपत्ति मँ रहेन या कर्जा मँ रहेन या संतुट्ठ नाहीं रहेन। दाऊद क संग होइ गएन। दाऊद क लगे चार सौ मनसेधू रहेन।

दाऊद अदुल्लाम क तजि दिहस अउर उ मोआब मँ बसा मिस्पा चला गवा। दाऊद मोआब क राजा स कहेस, “कृपा कइके मोरे महतारी बाप क आवइ द्या अउर आपन लगे तब तलक रहइ द्या जब ताई मइँ इ न समुझ सकउँ कि परमेस्सर मोरे संग का करइ जात अहइ।” दाऊद आपन महतारी-बाप क मोआब क राजा क लगे तजि दिहस। दाऊद क महतारी बाप मोआब क राजा क लगे तब तलक ठहरेन जब तलक दाऊद किला मँ रहा।

मुला नबी गाद दाऊद स कहेस, “किला मँ जिन ठहरा। यहूदा पहँटा मँ जा।” ऍह बरे दाऊद हुआँ स चल पड़ा अउ हरथ क जंगल मँ गवा।

साऊल अहीमेलेक क परिवार क नसावत

साऊल जानि लिहेस कि दाऊद अउ ओकरे मनइयन क बारे मँ पता चल गवा अहइँ। साऊल गीबा मँ पहाड़ी प एक पेड़ क नीचे बइठा रहा। साऊल क हाथ मँ ओकर भाला रहा। साऊल क सबहिं अफसरन ओकरे चारिहुँ कइँती खड़ा रहेन। साऊल आपन उ अफसरन स कहेस, जउन ओकरे चारिहुँ कइँती खडा रहेन, “बिन्यामीन क मनइयो, सुना। का तू पचे समुझत ह कि यिसै क पूत तोहका खेत अउ अंगूरे क बगिया देइ? का तू पचे समुझत ह कि उ तोहका तरक्की देइ अउर तू पचन्क हजार मनई अउ सौ मनइयन क ऊपर अफसर बनइ। तू पचे मोरे खिलाफ जाल रचत बाट्या। तू पचे छिपी भइ चाल चल्या ह। तू पचन मँ स कउनो भी मोर पूत योनातान क बारे मँ नाहीं बताएस ह। तोहमाँ स कउनो भी इ नाहीं बताएस ह कि उ यिसै क पूत क संग क समझौता किहेस ह। तोहमाँ स कउनो भी मोर परवाह नाहीं करत। तोहमाँ स कउनो भी इ नाहीं बताएस कि मोर पूत योनातान दाऊद क हुस्काएस ह। योनातान मोर नउकर दाऊद स कहेस कि उ लुकाइ जाइ अउर मोहे प हमला करइ। अउर इ उहइ अहइ कि जउन दाऊद अब करत बाटइ।”

एदोमीत दोएग साऊल क अफसरन क संग खड़ा रहा। दोएग कहेस, “मइँ यिसै क पूत दाऊद क नोब मँ लखेउँ ह। दाऊद अहीतूब क पूत अहीमेलेक स भेंटइ आवा। 10 अहीमेलेक यहोवा स दाऊद बरे बिनती किहस। अहीमेलेक दाऊद क भोजन भी दिहस। अउर अहीमेलेक दाऊद क पलिस्ती गोलियत क तरवार भी दिहस।”

11 ऍह बरे राजा याजक अहीतूब क पूत अउर ओकर सारा परिवार, याजकन जे नोब मँ रहत भवा, ओका अपन लगे अवइ बरे संदेस भेजेस, अउर उ पचे सबहिं राजा लगे आएन। 12 साऊल अहीमेलेक स कहेस, “अहीतूब क पूत, अब सुनि ल्या।”

अहीमेलेक जवाब दिहस, “हाँ, महाराज।”

13 साऊल अहीमेलेक स कहेस, “तू अउर यिसै क पूत दाऊद मोरे खिलाफ छिपी योजना काहे बनाया? तू दाऊद क रोटी अउ तरवार दिहा। तू परमेस्सर स ओकरे बरे बिनती किह्या। अउर अब सोझइ, दाऊद मोह पइ हमला करइ क जोहत अहइ।”

14 अहीमेलेक जवाब दिहस, “दाऊद आप क बड़का पतियाइ क काबिल अहइ। तोहरे अफसरन मँ स कउनो ओतॅना पतियाइ क काबिल नाहीं जेतेना दाऊद बा। दाऊद तोहार आपन जमाई अहइ। अउर दाऊद अंगरच्छक क नायक अहइ। तोहार आपन परिवार दाऊद क सम्मान करत ह। 15 उ पहली दाई नाहीं रहा, कि मइँ दाऊद बरे परमेस्सर स बिनती कीन्ह। अइसी बात नाहीं। मोका या मोरे कउनो नातेदार प दोख जिन लगावा। हम पचे तोहार नउकर अही। मोका कछू भी पता नाहीं कि इ सब का होत बाटइ।”

16 मुला राजा कहेस, “अहीमेलेक, तू पचन क अउ तोहरे सबहिं नातेदारन क मरब अहइ।” 17 तब राजा आपन बगल मँ खड़ा भवा रच्छकन स कहेस, “जा अउ यहोवा क याजकन क मारि डावा। ऍह बरे इ करा काहेकि उ पचे दाऊद क पच्छ मँ अहइँ। उ पचे जानत रहेन कि दाऊद परान बाटइ, मुला उ पचे मोका बताएन नाहीं।”

मुला राजा क अफसरन यहोवा क याजकन क मारइ स इन्कार कइ दिहन। 18 ऍह बरे राजा दोएग क हुकुम दिहस। साऊल कहेस, “दोएग तू जा अउ याजकन क मारि डावा।” ऍह बरे एदोमीत दोएग गवा अउ उ याजकन क मारि डाएस। उ दिना दोएग सन क एपोद पहिरइवालन पचासी मनसेधू याजकन क मारि डाएस। 19 नोब याजकन क सहर रहा। दोएग सहर क सबहिं मनइयन क मारि डाएस। दोएग आपन तरवार क भाँजेस उ सबहिं मनसेधुअन, मेहररुअन, लरिकन अउ गदेलन क जपि दिहस। दोएग ओनकइ गइयन, खच्चरन अउ भेड़ी तलक क जपि दिहस।

20 मुला एब्यातार हुआँ स बचि निकरा। एब्यातार अहीमेलेक क पूत रहा। अहीमेलेक अहीतूब क पूत रहा। एब्यातार बचिके निकरा अउ दाऊद स मिलि गवा। 21 एब्यातार दाऊद स कहेस कि साऊल यहोवा क याजकन क मारि डाएस ह। 22 तब दाऊद एब्यातार स कहेस, “मइँ एदोमी दोएग क उ दिना नोब मँ लखेउँ रहे। अउर मइँ जानत हउँ कि उ साऊल स कही। मइँ तोहरे बाप क परिवारे क मउत बरे जिम्मेदार हउँ। 23 जउन मनई साऊल तोहका मारइ चाहत ह उ मोका भी मारइ चाहत ह। मोरे संग ठहरा। जिन डेराअ। तू मोरे संग बचा रहब्या।”

1 कुरिन्थियन 3

मनइयन क अनुसरण उचित नाहीं

मुला भाइयो तथा बहिनियो, मइँ तू लोगन स वइसेन ही बात नाहीं कइ सकेउँ जइसे आत्मिक लोगन स करत हउँ। मोका एकरे विपरीत तोहे लोगन स वइसेन बात करइ पड़ी जइसे संसारिक लोगन स कइ जात ह। यानि ओनसे जउन अबहीं मसीह मँ बच्चा अहइँ। मइँ तोहे पियइ क दूध दिहेउँ, ठोस आहार नाहीं काहेकि तू अबहीं ओका खाइ नाहीं सकत रहे्या अउर न तउ तू एका आजउ खाइ सकत अहा काहेकि तू अबहिं तलक संसारी अहा। का तू संसारी नाहीं अहा? जबकि तोहमें आपसी इरसा अउर कलह मउजूद बा। अउर तू संसारिक मनइयन जइसा व्यवहार करत अहा। जब तोहमें स केऊ कहत ह, “मइँ पौलुस स हउँ” अउर दुसर कहत ह, “मइँ अपुल्लोस क हउँ” तउ का तू संसारिक मनइयन क स आचरण नाहीं करत्या?

अच्छा त बतावा अपुल्लोस का अहइ अउर पौलुस का अहइ? हम तउ केवल उ सेवक अही जेकरे द्वारा तू बिसवास किहे अहा। हमरे मँ स हर एक बस उ काम किहेस जउन पर्भू हमका सौंपे रहा। मइँ बीज बोएउँ, अपुल्लौस तउ ओका सींचेस, मुला ओकर बढ़वार तउ परमेस्सर किहस। इहइ प्रकार न तउ उ जे बोएस, बड़ा बा, अउर नाहीं उ जउन ओका सींचेस, मुला बड़ा तउ परमेस्सर अहइ जउन एनका बड़ा किहेस। उ जे बोवत ह अउर उ जउन सींचत ह, दुन्नऊँ क प्रयोजन समान बा। तउन हर एक अपने कामन क परिश्रम क अनुसारइ फल पइहीं। परमेस्सर क सेवा मँ हम सब सहकर्मी अही। तू परमेस्सर क खेत अहा।

अउर तू परमेस्सर क मंदिर अहा। 10 परमेस्सर क ओह अनुग्रह क अनुसार जउन मोका दिहा गवा रहा, मइँ एक कुसल प्रमुख सिल्पी क रूप मँ नीव डालेउँ मुला ओह पइ निर्माण तउ केऊ अउरइ करत ह, मुला हर एक क सावधानी क साथे धियान रखइ चाही कि उ ओह पर निर्माण कइसे करत बा। 11 काहेकि जउन नींव डाली गइ बा उ खुद ईसू मसीह ही अहइ अउर ओसे अलग दूसर नींव केऊ बनाइ नाहीं सकत।

12 अगर लोग ओह नींव पर निर्माण करत ही, फिन चाहे उ पचे ओहमे सोंना लगावइँ, चांदी लगावइँ बहुमूल्य रतन लगावइँ, लकड़ी लगावइ, फूस लगावइँ या तिनका क प्रयोग करइँ, 13 हर मनई क काम स्पस्ट रूप स देखॉइ देइ। काहेकि उ दिन ओका उजागर कइ देइ। काहेकि उ दिन जुवाला क साथे परगट होइ अउर उहइ जुवाला हर मनई क कामन क परखी कि उ सबइ काम कइसेन बाटेन। 14 अगर ओह नींव पर कउनउ मनई क करमन क रचना टिकाऊ होइ 15 तउ उ ओकर प्रतिफल पाइ अउर अगर कीहीउँ क काम ओह जुवाला मँ भसम होइ जाइ तउ ओका हानि उठावइ क होइ। मुला फिन भी उ खुद वइसेनही बचि निकरी जइसे कउनउ आगी स बरत भए भकान स पराइके बचत ह।

16 का तू नाहीं जानत अहा कि तू पचे खुद परमेस्सर क मंदिर अहा अउर परमेस्सर क आतिमा तोहमें निवास करत ह? 17 अगर केऊ परमेस्सर क मंदिर क हानि पहुँचावत ह तउ परमेस्सर ओका नस्ट कइ देउ। काहेकि परमेस्सर क मंदिर तउ पवित्तर बा। हाँ, तू ही तउ उ मंदिर अहा।

18 अपने आपके जिन छला, अगर तोहमें स केउ इ सोचत ह कि इह जुगे क मानदंड क अनुसार उहइ बुद्धिमान बा तउ ओका बस वइसेन ही मूर्ख बना रहइ चाही ताकि उ सही मँ बुद्धिमान बनि जाइ, 19 काहेकि परमेस्सर क दिस्टी मँ संसारिक चतुराई मूरखता अहइ। पवित्तर सास्तर कहत ह, “उहइ (परमेस्सर!) फँसाइ देत ह बुद्धिमानन क ओनकेन ही चतुराई मँ।” 20 अउर फिन, “जानत ह पर्भू बुद्धिमानन क बिचार सब केउ काम क न अहइँ।” 21 इही बरे मनइयन पर कींहीउ क गरब न करइ चाही काहेकि इ सब कछू तोहार तउ अहइँ। 22 फिन चाहे उ पौलुस होइ, अपुल्लोस होइ या पतरस चाहे संसार होइ, जीवन होइ, या मउत होइ, चाहे इ आज क बात होइ या आवइवाले भियान क। सब कछू तोहरइ ही अहइ। 23 अउर तू मसीह क अहा अउर मसीह परमेस्सर क।

यहेजकेल 1

प्रस्तावना

1-3 मइँ बूजी क पूत याजक यहेजकेल हउँ। मइँ देस स निकारा गवा रहेउँ। मइँ उ समइ बाबुल मँ कबार नदी पइ रहेउँ जब मोरे बरे सरग खुला अउर मइँ परमेस्सर क दर्सन किहेउँ। इ तीसवे बरिस क चउथे महीने जुलाई क पाँचवा दिन रहा। राजा यहोयाकीम क देस स निकारे गए पँचएँ बरिस अउर महीना क पँचए दिन यहेजकेल क यहोवा क सँदेसा मिला। उ ठउरे पइ ओकरे ऊपर यहोवा क सक्ति आइ।

यहोवा क रथ अउर ओकर सिंहासन

मइँ (यहेजकेल) एक आँधी उत्तर स आवत लखेउँ। इ एक बिसाल बादर रहा अउर ओहमाँ स आगी चमकत रही। एकरे चारिहुँ कइँती प्रकास जगमगात रहा। इ आगी मँ चमकत तपत धातु क तरह देखात रहा। बादरे क भीतर चार प्राणी रहेन। उ पचे मनइयन क तरह देखात रहेन। किन्तु हर एक प्राणी क चार मुँह अउर चार पखना रहेन। ओनकर गोड़ सोझ रहेन। ओनकर गोड़ बछवा क गोड़ जइसे देखात रहेन अउर उ पचे झलकत भए पीतर क तरह चमकत रहेन। ओनकर पखना क खाले मनई क हाथ रहेन। हुआँ चार प्राणी रहेन अउर हर एक प्राणी क चार मुँह अउर चार पखना रहेन। ओनकर पखना एक दूसर क छुअत रहेन। जब प्राणियन चलत रहेन तउ उ पचे मुड़त नाहीं रहेन। उ सबइ उ दिसा मँ चलत रहेन जेका लखत रहेन।

10 हर एक प्राणी क चार मुँह रहेन। समन्वा कइँती ओनकर चेहरा मनई क रहा। दाई कइँती सेर क चेहरा रहा। बाई कइँती बर्धा क चेहरा रहा अउर पाछे कइँती उकाब क चेहरा रहा। 11 प्राणियन क पखना ओनके ऊपर फइले भए रहेन। उ सबइ दुइनउँ पखनन स अपने लगे क प्राणी क दुइ पखनन क छुए भए रहेन अउ दुइ क आपन तन क ढाँपइ बरे उपयोग मँ लिहे रहेन। 12 उ सबइ प्राणी जब चलत रहेन तउ मुड़त नाहीं रहेन। उ सबइ उ दिसा मँ चलत रहेन जेका उ पचे लखत रहेन। उ पचे हुँवइ जात रहेन जहाँ आतिमा ओनका लइ जात रही। 13 हर एक प्राणी इ तरह देखात रहा।

ओन प्राणियन क बीच क जगह मँ बरत भइ कोयला क आगी सा देखात रही। इ आगी नान्ह-नान्ह मसालन क तरह ओन प्राणियन क बीच चलत रही। आगी बड़के प्रकास क संग चमकत रही अउर बिजुरी क तरह कौंधत रही। 14 उ सबइ प्राणी बिजुरी क तरह तेजी स पाछे अउ अगवा कइँती दउड़त रहेन।

15-16 जब मइँ प्राणियन क लखेउँ तउ चार चक्र लखेउँ। हर एक प्राणी बरे एक ठु चक्र रहा। चक्र भुइयाँ क छुअत रहेन अउर सबइ चक्र एक तरह क रहेन। चक्र अइसे देखात रहेन माना पिअर सुद्ध मणि क बना होइँ। उ सबइ अइसे देखात रहेन माना एक चक्र क भीतरे दूसर चक्र होइ। 17 उ सबइ चक्र कउनो भी दिसा मँ घूम सकत रहेन। किन्तु उ सबइ प्राणी जब चलत रहेन तउ मुड़त नाहीं रहेन।

18 ओन चक्रन क घेरन ऊँच अउर डेरावइवाला रहेन। ओन चारिहुँ चक्रन क घेरन मँ आँखिन ही आँखिन रहिन।

19 चक्र हमेसा प्राणियन क संग चलत रहेन। जदि प्राणी ऊपर हवा मँ जातेन तउ चक्र भी ओनके संग जातेन। 20 उ सबइ हुवँइ जातेन, जहाँ आतिमा ओनका लइ जात चाहत अउर चक्र ओनके संग जात रहेन। काहेकि प्राणियन क आतिमा चक्र मँ रही। 21 एह बरे जदि प्राणी चलत रहेन तउ चक्र भी चलत रहेन। जदि प्राणी रूक जात रहेन तउ चक्र भी रूक जात रहेन। जदि चक्र हवा मँ ऊपर जातेन तउ प्राणी ओनके संग जात रहेन। काहेकि आतिमा चक्र मँ रही।

22 प्राणियन क मूँड़ि क ऊपर एक अचरज करइवाली चीज रही। उ एक ठु उल्टे खोरे क नाई रही। खोरा बिल्लोर की नाईं स्वच्छ रहेन। 23 इ खोरा क खाले हर एक प्राणी क सोझ पखना रहेन जउन दूसर प्राणी तलक पहोंचत रहेन। हर एक क दूसर दुइ ठु पखना रहेन जउन ओकर तने क ढाँपत रहेन।

24 जब कबहुँ उ सबइ प्राणी चलत रहेन, ओनकर पखना बड़की तेज अवाज करत रहेन। मइँ उ अवाज क सुनेस। इ समुद्दर क गर्जना जइसी पइदा होत रही। उ सर्वसक्तीमान परमेस्सर क निचके स निकरइ क वाणी क नाई रही। उ कउनो फउजे क जन-समूह क सोर क तरह रही। जब उ प्राणी चलब बन्द करत रहेन तउ उ पचे आपन पखनन क आपन बगल मँ नीचे कइ लेत रहेन।

25 ओन प्राणियन चलब बन्द किहेन अउर आपन पखनन क समेटेन अउर हुवाँ फुन भीसन अवाज भइ। उ अवाज उ खोरे स भइ जउन मूँड़ि क ऊपर रहा। 26 उ खोरे क ऊपर हुवाँ कछू रहा जउन एक सिहांसन क तरह देखात रहा। इ नीलमणि क तरह नीला रहा। हुवाँ कउनो रहा जउन उ सिहांसने पइ बइठा भवा एक ठु मनई क तरह देखात रहा। 27 अउर मइँ ओका ओकर कमर क ऊपर लखेउँ। वह तप्त धातु की तरहा दिखा, मानो ओकरे चारिहुँ कइँती आगी होइ। अउर नीचे स कमर तलक उ आगी क नाईं दिखावइ देत रहा। अउर ओकरे चारिहुँ कइँती प्रकास जगमग करत रही। 28 ओकरे चारिहुँ कइँती चमकत प्रकास बादरन मँ इन्दर धनुस जइसा रहा। इ यहोवा क महिमा जइसा देखात रहा। जइसेन ही मइँ उ लखेउँ, मइँ धरती पइ भहराइ गएउँ। मइँ धरती पइ आपन माथा टेकेउँ। तब मइँ एक अवाज सम्बोधित करत भए सुनेउँ।

भजन संहिता 37

दाऊद क समर्पित।

दुर्जन लोगन स जिन घबरा,
    जउन बुरा करत हीं अइसे मनइयन स ईर्स्या जिन राखा।
दुर्जन मनई घास अउ हरियर पौधन क नाई हाली पिअराइ जात हीं
    अउर मरि जात हीं।
अगर तू यहोवा पइ भरोसा रखब्या अउर भला काम करब्या तउ तू जिअत रहब्या
    अउ ओन चिजियन क भोग करब्या जउन धरती देत ह।
यहोवा क सेवा मँ आनन्द लेत रहा,
    अउर यहोवा तोहका तोहार मन चाहा देइ।
यहोवा क भरोसे रहा।
    ओकर बिस्सास करा।
    उ वइसा करी जइसा करइ चाही।
दुपहरिया क सूरज जइसा,
    यहोवा तोहार नेकी अउ खरेपन क चमकावइ।
यहोवा पइ भरोसा धरा अउ ओकरे सहारे क बाट जोहा।
    तू दुट्ठन क कामयाबी लखिके घबरावा जिन करा।
    तू दुट्ठन क दुट्ठ जोजनन क कामयाब होत लखिके जिन घबरा।
तू किरोध जिन करा, तू उन्मादी जिन बना।
    ओतना जिन घबराइ जा कि तू बुरा काम करइ चाहा।
काहेकि बुरे मनइयन क तउ नास कीन्ह जाइ।
    मुला उ सबइ लोग जउन यहोवा पइ भरोसा रखत हीं, उ धरती क पइहीं जेका देइ क परमेस्सर वचन दिहेस ह।
10 तनिक समइ क पाछे कउनो दुर्जन नाहीं बच पाई।
    हेरइ स भी तोहका कउनो दुट्ठ नाहीं मिली।
11 नम्र लोग उ धरती पइहीं जेका परमेस्सर देइ क वचन दिहेस ह।
    उ सबइ सान्ति क आनन्द लेइहीं।

12 दुट्ठ लोग सज्जनन बरे कुचाल चलत हीं।
    दुट्ठ जन सज्जनन क ऊपर दाँत पीसिके देखाँवत हीं कि उ पचे कोहान अहइँ।
13 मुला हमार सुआमी ओन दुर्जनन पइ हँसत ह।
    उ ओन बातन क लखत ह जउन ओन पइ पड़इ क अहइ।
14 दुर्जन तउ आपन तरवार उठावत हीं अउर धनुस साधत हीं।
    उ पचे दीन लोगन, बेसहारा लोगन क मारइ चाहत हीं।
    उ सबइ सच्चे लोगन, सज्जन लोगन क मारइ चाहत हीं।
15 मुला ओनकर धनुस चूर चूर होइ जइहीं।
    अउर ओनकर तरवारन ओनकर आपन ही हिरदय मँ उतरिहीं।
16 थोड़ा स भला मनई,
    दुर्जनन क भीड़ स भी उत्तिम अहइँ।
17 काहेकि दुर्जनन क तउ नस्ट कीन्ह जाइ।
    मुला भले मनइयन क यहोवा धियान रखत ह।
18 सुद्ध सज्जन लोगन क यहोवा ओनकइ जिन्नगी भइ बचावत ह।
    ओनकर प्रतिफल सदा बना रही।
19 जबहिं संकट होइ,
    सज्जन बरबाद नाहीं होइहीं।
जब अकाल पड़ी,
    सज्जन लोगन क लगे खइया क भरपूर होइ।
20 मुला बुरा मनई यहोवा क दुस्मन होत रहत हीं।
    तउ ओन बुरे लोगन क नस्ट कइ दीन्ह जाइ,
ओनकर सबइ घाटी झुराइ जइहीं अउर बर जइहीं।
    ओनका तउ पूरी तरह स मेट दीन्ह जाई।
21 दुट्ठ तउ फउरन ही धन उधार माँग लेत ह, अउर ओका फुन कबहुँ नाहीं चुकावत।
    मुला एक सज्जन अउरन क खुसी स देत रहत ह।
22 अगर कउनो सज्जन कउनो क आसीर्बाद देइ, तउ उ सबइ मनई उ धरती क जेका परमेस्सर देइ क वचन दिहस ह, पइहीं।
    मुला अगर उ सराप देइ मनइयन क तउ उ सबइ नास होइ जइहीं।
23 यहोवा, सिपाही क होसियारी स चलइ मँ मदद करत ह।
    अउर उ ओका पतन स बचाइ लेत ह।
24 फउजी अगर धावत भए दुस्मन पइ प्रहार करइँ, तउ ओकरे हाथे क यहोवा सहारा देत ह,
    अउर ओका गिरइ स बचावत ह।
25 मइँ जुवक भवा रहेउँ पर अबहुँ मइँ बुढ़ाइ ग हउँ।
    मइँ कबहुँ यहोवा क सज्जन लोगन क बेसहारा तजत भए नाहीं लखेउँ।
    मइँ कबहुँ सज्जन लोगन क संतानन क भीख माँगत नाहीं लखेउँ।
26 सज्जन सदा मुक्त भाव स दान देत ह।
    सज्जन लोगन क गदेलन वरदान होत हीं।
27 अगर तू कुकरमन स आपन मुँह मोड़ ल्या, अउर अगर तू नीक करमन क करत रहा,
    तउ फिन तू सदा ही जिअत रहब्या।
28 यहोवा खरेपन स पिरेम करत ह,
    उ आपन निज मनवइयन क बेसहारा नाहीं तजत।
यहोवा आपन निज मनवइयन क हमेसा रच्छा करत ह,
    अउर उ दुट्ठ जन क नस्ट कइ देत ह।
29 सज्जन उ धरती क पइहीं जेका देइ क परमेस्सर वचन दिहस ह,
    उ पचे ओहमाँ सदा सदा ही रहा करिहीं।
30 भला मनई तउ खरी सलाह देत ह।
    ओकर निआउ सब क बरे निस्पच्छ होत ह।
31 सज्जन क हिरदय मँ यहोवा क उपदेस रहत हीं।
    उ सोझ मारग पइ चलब नाहीं तजत।

32 मुला दुर्जन सज्जन क दुःख पहोंचावइ क रस्ता हेरत रहत ह, अउर दुर्जन सज्जन क मारइ क जतन करत हीं।
33 मुला यहोवा दुर्जनन क मुक्त नाहीं तजी।
    उ सज्जन क अपराधी नाहीं ठहरइ देइ।
34 यहोवा क मदद क बाट जोहत रहा।
    यहोवा क पाछे पाछे चलत रहा, दुर्जन नस्ट होइहीं।
    यहोवा तोहका महत्वपूर्ण बनाई।
    तू उ धरती पउब्या जेका देइ क यहोवा वचन दिहस ह।

35 मइँ दुट्ठ क बरिआर लखेउँ ह।
    मइँ ओका मजबूत अउ तन्दुरुस्त बृच्छ क नाई सक्तीसाली लखेउँ।
36 मुला उ सबइ फुन मिट गएन।
    मोरे हेरे पइ ओनकर पता तलक नाहीं मिला।
37 सच्चा अउ खरा बना,
    काहेकि इहइ स सान्ति मिलत ह।
38 मुला जउन लोग व्यवस्था नेम तोड़त हीं
    नस्ट कइ दीन्ह जइहीं।
39 यहोवा नेक मनइयन क रच्छा करत ह।
    उ आपन किला मँ रहा जब विपत्तियन आइन।
40 यहोवा नेक लोगन क सहारा देत ह, अउर ओनकर रच्छा करत ह।
    सज्जन यहोवा क सरण मँ आवत हीं अउर यहोवा ओनका दुर्जनन स बचाइ लेत ह।

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-AWA)

Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.