M’Cheyne Bible Reading Plan
योनातान दाऊद क मदद करत ह
19 साऊल आपन पूत योनातान अउ आपन अफसरन क दाऊद क मार डावइ बरे कहेस। मुला योनातान दाऊद क बहोतइ चाहत रहा। 2-3 योनातान दाऊद क चिताउनी दिहेस, “होसियार रहा, साऊल तोहका जान स मारि डावइ क मौका तलासत बाटइ। भिन्सारे खेते मँ जाइके लुकाइ जा। मइँ आपन बाप क संग खेते मँ जाब। जहाँ तू लुकान रहब्या हम पचे हुआँ खेते मँ खड़ा रहब। मइँ तोहरे बारे मँ आपन बाप स बतियाब। जउन मोका जानि पड़ी तउन तोहका बताउब।”
4 योनातान आपन बाप साऊल स बतियान। योनातान दाऊद क बारे मँ नीक नीक बात कहेस। योनातान कहेस, “आप राजा अहइँ। दाऊद आपक सेवक बाटइ। दाऊद आप क कउनो नोसकान नाहीं पहुँचाए बाटइ। ऍह बरे ओकरे संग कछू बुरा जिन करा। दाऊद हमेसा आप बरे नीक रहा ह। 5 दाऊद आपन जिन्नगी प खेला रहा जब उ पलिस्ती गोलियत क मारे रहा। यहोवा समूचइ इस्राएल बरे एक बड़की जीत पाए रहेन। आप ओका निहारेन अउ आप ओह प बहोत खुस रहेन। आप दाऊद क नोसकान काहे पहुँचावइ चाहत बाटेन? उ बड़ा मासूम अहइ। ओका मारि डावइ क कउनो कारण नाहीं अहइ।”
6 साऊल योनातान क सुनेस। साऊल प्रण किहेस। साऊल कहेस, “यहोवा जब ताई जिन्दा रहत ह तब ताई दाऊद मारा न जाई।”
7 ऍह बरे योनातान दाऊद क बोलाएस। उ ओसे उहइ कहेस जउन साऊल योनातान स कहेस। तबहिं योनातान दाऊद क साऊल क लगे लइ आवा। इ तरह दाऊद साऊल क हाजिरी मँ पहिले क तरह होइ गवा।
साऊल फुन दाऊद क जान स मारि डावइ क जतन करत ह
8 फुन जुद्ध सुरु भवा। अउर दाऊद पलिस्तियन स जुद्ध करइ गवा। उ पलिस्तियन क हराएस अउर उ पचे ओकरे समन्वा पराइ गएन। 9 मुला यहोवा क जरिए पठइ गइ दुट्ठ आतिमा साऊल प सवारी भरेस। साऊल आपन घरे मँ बइठा रहा। साऊल क हाथे मँ ओकर भाला रहा। दाऊद वीणा बजावत रहा। 10 साऊल दाऊद प हमला किहेस अउ आपन भाला स ओका देवारे प ठोंक देइ क जतन किहेस। दाऊद फाँदि क निकरि गवा अउ भाला देवारे स टकराइ क रहि गवा। तउ उहइ राति दाऊद हुआँ स पराइ निकरा।
11 साऊल मनइयन क दाऊद क घरे पठएस। मनइयन दाऊद क घरे निगरानी करत रहेन। उ पचे राति भइ हुँवई ठहरेन। उ सबइ भिन्सारे दाऊद क मारि डावइ बरे जोहत रहेन। मुला दाऊद क मेहरारु मीकल ओका हुसियार कइ दिहस। उ कहेस, “तोहका आजु क राति पराइ निकरइ चाही। अउ आपन जिन्नगी क रच्छा करइ चाही। जदि तू अइसा न करब्या, तउ भियान मारि दीन्ह जाब्या।” 12 फुन मीकल दाऊद क खिड़की स खाले उतारि दिहस अउर उ हुआँ स पराइ निकरा। 13 मीकल आपन परिवार क देवता क मूरत लिहस अउ ओका बिछउना प ओलार दिहस। मीकल उ मूरत प ओढ़ना डाइ दिहस। उ ओकरे मूँड़े प बोकरी क बार भी लगाइ दिहस।
14 साऊल दाऊद क बंदी बनावइ बरे दूत पठएस। मुला मीकल कहेस, “दाऊद बेमाँर बा।”
15 तउ पचे हुवाँ स गएन अउर उ सबइ साऊल स जाइके इ बताइ दिहेन, मुला उ पचे दूतन क दाऊद क लखइ बरे वापस पठइ दिहन। साऊल इ सब मनइयन स कहेस, “दाऊद क मोरे लगे लइ आवा। अगर जरुरत होइ तउ ओका आपन बिछउना प ओलरा भवा उठाइ लिआवा। मइँ ओका मारि डाउब।”
16 तउ दूत फुन दाऊद क घरे गएन। उ पचे दाऊद क धरइ भीतर गएन, मुला हुवाँ उ पचे लखेन कि बिछउना प सिरिफ एक ठु मूरत रही। उ पचे लखेन कि ओकर बार बस बोकरी क बार रहेन।
17 साऊल मीकल स कहेस, “तू मोका इ तरह काहे धोखा दिहा? तू मोरे दुस्मन क पराइ जाइ दिहा। दाऊद पराइ गवा अहइ।” मीकल साऊल क जवाब दिहेस, “दाऊद मोसे कहे रहा कि उ मोका मारि डाइ जदि मइँ पराइ जाइ मँ ओकर मदद न करब।”
दाऊद क रामा क डेरा मँ जाब
18 दाऊद हिफाजत स बचि के निकरि गवा। दाऊद समूएल क लगे रामा पहोंचा। दाऊद समूएल स उ सब बताएस जउन साऊल ओकरे संग किहे रहा। तब दाऊद अउ समूएल ओन डेरन मँ गएन जहाँ नबियन रहत रहेन अउ उ हुवँइ थमा गएन।
19 साऊल क पता लाग कि दाऊद रामा क नगिचे डेरा मँ रहन। 20 साऊल दाऊद क बंदी बनावइ बरे मनइयन क पठएस। मुला जब उ पचे डेरन मँ पहोंचेन तउ उ टेमॅ नबियन क एक टुकरी भबिस्सबाणी करत रही। समूएल नबियन क अगुअइ करत भवा हुआँ खड़ा रहा। परमेस्सर क आतिमा साऊल क दूतन प ओतरी अउर उ पचे भविस्सबाणी करइ लागेन।
21 साऊल इ बारे मँ सुनेस, ऍह बरे उ हुवाँ दूसर दूत पठएस। मुला उ सबइ भविस्सबाणी करइ लागेन। ऍह बरे साऊल तिसरी दाई दूत पठएस। अउर उ पचे भी भविस्सबाणी करइ लागेन। 22 आखिर मँ साऊल खुद रामा पहोंचा। साऊल सेकु मँ खरिहाने क नगिचे एक ठु बड़का कुआँ क लगे आवा। साऊल पूछेस, “समूएल अउ दाऊद कहाँ बाटेन?”
मनइयन जवाब दिहेन, “रामा क नगिचे डेरा मँ।”
23 तबहिं साऊल रामा क नगिचे डेरा मँ गवा। परमेस्सर क आतिमा साऊल प उतरी अउर साऊल भविस्सबाणी करब सुरु किहेस। साऊल रामा क डेरा तलक लगातार भबिस्सबाणी करत गवा। 24 तब साऊल आपन ओढ़ना उतारेस। इ तरह साऊल भी समूएल क समन्वा भबिस्सबाणी करत रहा। साऊल हुवाँ सारा दिन अउ सारी रात नंगा होइके ओलरा रहा।
इहइ कारण स कहतूत चल गइ कि, “का साऊल नबियन मँ स कउनो एक बाटइ?”
1 हमार भाई सोस्थिनेस क साथे पौलुस क अउर जेका परमेस्सर आपन इच्छानुसार मसीह ईसू प्रेरित बनावइ बरे चुनेस।
2 कुरिन्थुस मँ रही परमेस्सर क ओन्ह कलीसिया क नाउँ अहइ यानि ओन सबन का नाउँ, जउन मसीह ईसू मँ रही परमेस्सर क सेवा करइ बरे नेउछावर रहइ, जेका परमेस्सर पवित्तर मनइयन बनवइ बरे ओकरे साथेन चुनेस। जउन सब जगह पर्भू ईसू मसीह क नाउँ लेत रहत हीं।
3 हमरे परमपिता कइँती स अउर हमरे पर्भू ईसू मसीह कइँती स तोहे सबन क अनुग्रह अउर सान्ति मिलइ।
पौलुस क परमेस्सर क धन्यबाद
4 तोहे मसीह ईसू मँ जउन अनुग्रह कींहीं गइ बा, ओकरे बरे मइँ तोहरे कइँती स परमेस्सर क हमेसा धन्यबाद करत अहउँ। 5 तोहरे पचन क ईसू मसीह मँ रहइ क कारण हर तरफ स अउर सब बानी अउर सब गियान स परिपूर्ण किहा गवा बा। 6 मसीह क बारे मँ हम जउन साच्छी दिहे अही उ तोहरे बीच मँ प्रमाणित भई बा। 7 अउर एनही क कारण तोहरे लगे ओनके कउनउ इनाम क कमी नाहीं बा। तू हमरे पर्भू ईसू मसीह क परगट होइ बरे इन्तजार करत रहा। 8 उ तोहे अन्त तक हमेसा मजबूत बनाए रही जेहसे जब ओहि दिन तोहमाँ कोई गलती न होइ, जब ईसू फिनि स आवइ। हमार पर्भू ईसू मसीह क दिनवा एकदम निहकलंक, खरा बनाए रखीन। 9 परमेस्सर एकदम बिसवासी अहइ। ओनही क कारण तोहे हमरे पर्भू अउर ओकरे बेटवा ईसू मसीह क सत संगति बरे बुलावा गवा बा।
कुरिन्थियन क कलीसिया क समस्सिया
10 भाइयो तथा बहिनियो, हमरे पर्भू ईसू मसीह क नाउँ मँ मोर तोह सबनस बिनती बा कि तू सभन मँ कउनउ मतभेद न होइ? तू सभे एक साथेन जुटा रहा, अउर तोहार चिन्तन अउर लच्छ एक्कई होइ।
11 भाइयन तथा बहिनियन, मोका खलोए क घराने क लोगन स पता चला ह कि तोहरे पचन क बीच आपस क झगड़ा बा। 12 मइँ इ कहत हउँ कि तोहमें स केऊ कहत ह, “मइँ पौलुस क हउँ” तउ केउ कहत ह, “मइँ अपुल्लोस क हउँ।” कीहीउ क मत अहइ, “उ पतरस क अहइ।” त केउ कहत ह, “उ मसीह क अहइ।” 13 का मसीह बँटि गवा बाटेन? पौलुस तउ तोहरे बरे क्रूस पर नाहीं चढ़ा रह। का वो चढ़ा रहेन? तोहे पौलुस क नाउँ क बपतिस्मा तउ नाहीं दिहा गवा। बतावा का दीहा गवा? 14 परमेस्सर क धन्यबाद बा कि मइँ तोहमा स क्रिसिपुस अउर गयुस क छोड़िके कउनो अउर क बपतिस्मा नाहीं दिहा। 15 ताकि कउनउ इ न कहि सकइ कि तू लोगन क हमरे नाउँ क बपतिस्मा दिहा गवा बा। 16 (मइँ स्तिफनुस क परिवार कभी बपतिस्मा दिहे रउँ मुला जहाँ तलक बाकी क लोगन क बात बा, तउ मोका याद नाहीं कि मइँ कउनो ही अउर क कभउँ बपतिस्मा दिहे होउँ।) 17 काहेकि मसीह हमका बपतिस्मा देइ क बरे नाहीं, बल्कि बानी क कउनउ तर्क-वितर्क तथा अलंकार क बिना सुसमाचार क प्रचार करइ क बरे पठए रहा ताकि मसीह क क्रूस अइसेन ही व्यर्थ न चला जाइ।
परमेस्सर क सक्ति अउर गियान-सरूप मसीह
18 उ जउन भटकत हयेन, ओनके बरे क्रूस क संदेस एक निरी मूरखतइ अहइ। मुला जउन उद्धार पावत हयेन ओनके बरे उ परमेस्सर क सक्ति बा। 19 पवित्तर सास्तरन मँ लिखा बा
“गियानियन क गियान क मइँ नस्ट कइ देबइ,
अउर मइँ सब चतुरन क चतुरइ कुंठित करबइ।” (A)
20 कहाँ अहइ गियानी मनइँ? कहाँ बा विद्वान? अउर एह युगे क सास्त्रार्थी कहाँ अहइ? का परमेस्सर संसारी क बुद्धिमानी क मूर्खता नाहीं सिद्ध किहेस? 21 इही बरे काहेकि परमेस्सर गियान क जरिये इ संसार अपने बुद्धि बले स परमेस्सर क नाहीं पहिचान सका तउ हम सँदेस क कही भइ मूर्खता क प्रचार करत अही।
22 यहूदियन लोग त अदभुत चीन्हन क मांग करत हीं अउर गैर यहूदियन विवेक क खोज मँ अहइँ। 23 मुला हम तउ बस क्रूस पर चढ़ावा गवा मसीह क ही उपदेस देइत अही। एक अइसेन उपदेस जउन यहूदियन क बरे विरोध क कारण अहइ अउर गैर यहूदियन क बरे निरी मूर्खता। 24 मुला ओनके बरे जेनका परमेस्सर द्वारा बोलॉइ लिहा गवा बा, फिन चाहे ओ यहूदी होइँ या गैर यहूदी, इ उपदेस मसीह अहइ जउन परमेस्सर क सक्ती अहइ, अउर परमेस्सर क विवेक अहइ। 25 काहेकि परमेस्सर क कही गइ “मूर्खता” मनइयन क गियान स कहूँ जियादा विवेकपूर्ण बा। अउर परमेस्सर क कही गइ “कमजोरी” मनइयन क सक्ती स कहूँ जियादा सच्छम बा।
26 भाइयो तथा बहिनियो, अब तनिक सोचा कि जब परमेस्सर तउ तू बोलाये रहा तउ तोहमें स बहुत जनेन संसारिक दिस्टी स न तउ बुद्धिमान रहेन अउर न त सक्तिसाली। तोहमें स कइयउ क सामाजिकइ स्तर भी कउनउ ऊँचा नाहीं रहा। 27 बल्कि परमेस्सर तउ संसार मँ जउन कही गइ मूर्खतापूर्ण रहा, ओका चुनेस ताकि बुद्धिमान लोग लज्जित होइँ। परमेस्सर तउ संमार मँ कमजोरन क चुनेस ताकि जउन मजबूत अहइँ, उ सबइ लज्जित होइँ। 28 परमेस्सर संसार मँ स इन बातन क चुनेस जउन नीचे रहिन अउर जउन तुच्छ रहिन अउर जउन कछू नाहीं रहिन। परमेस्सर एनका चुनेस ताकि संसार जेका कछू समझत ह, ओका उ खराब कइ सकइ। 29 ताकि परमेस्सर क सामने कउनउ मनई अभिमान न कइ पावइ। 30 मुला तू मसीह ईसू मँ उही क कारण स्थित ह्वा, उहइ परमेस्सर क बरदान क रूप मँ हमार बुद्धि बनिगइ अहइ। उही क जरिये हम निर्दोस ठहरावा गएन अउर हम परमेस्सर क समर्पित होइ सकी अउर हमका पापन स छुटकारा मिलि जाइ। 31 जइसेन कि पवित्तर सास्तरन मँ लिखा बा, “अगर कीहीउ क कउनउ घमण्ड करब बाटइ तउन उ पर्भू मँ घमण्ड करइ।”(B)
यरूसलेम पइ हमले क आतंक
4 लखा, कउने तरह सोना चमक रहित होइ गवा।
लखा, सारा सोना कइसे खोट होइ गवा।
चारिहुँ कइँती हीरा-जवाहरात बिखड़ा पड़ा अहइँ।
हर गली क सिर पइ इ सबइ रतन पसरा अहइँ।
2 सिय्योन क लोग अइसे ही मुल्यवान रहेन,
जइसे ओनका वजन सोना क बराबर रहा।
किन्तु अब ओनके संग दुस्मन अइसे बर्ताव करत हीं
जइसे उ पचे कोमहार क बनाए माटी क पात्र होइँ।
3 हिआँ तलक कि सियार भी आपन बच्चन क थन देत ह,
उ आपन बच्चन क दूध पिअइ देत ह।
किन्तु मोर लोग निर्दय होइ ग अहइँ।
उ पचे अइसे होइ गएन जइसे मरुभूमि मँ निवासी-सुतुर्मुग।
4 पिआस क मारे
आबोध गदेलन क जीभ तालु स चिपकति अहइ।
इ सबइ नान्ह लरिकन रोटी क तरिसत हीं।
किन्तु कउनो भी ओनका कछू भी खाई क बरे देत नाहीं।
5 अइसे लोग जउन सुआदिस्ट भोजन खावा करत रहेन,
आजु भूख स गलियन मँ मरत अहइँ।
अइसे लोग जउन उत्तिम ओढ़ना पहिरत भए पले बढ़े रहेन,
अब कुड़न क ढेरन पइ बिनत फिरत अहइँ।
6 मोरे लोगन क पाप
सदोम अउ अमोरा क पापन स बड़ा रहा।
सदोम अउ अमोरा क एकाएक नस्ट कीन्ह गवा।
ओनके बिनासे मँ कउनो भी मानव क हाथ नाहीं रहा।
7 यहूदा क लोग
परमेस्सर क समर्पित रहेन,
उ पचे बरफ स उज्जर रहेन,
दूधे स धोवा रहेन।
ओनकर तन मूँगा स जियादा लात रहिन।
ओनकर डाढ़ी नीलम स करिया रहिन।
8 किन्तु ओनकर मुहँ अब धुआँ स करिआ होइ गवा अहइँ।
हिआँ तलक कि गलियन मँ ओनका कउनो भी नाहीं पहिचान सकत ह।
ओनकर ठठरी पइ अब झुर्रियन पड़ि गइ अहइँ।
ओनकर चाम अब लकड़ी जइसा होइ गवा अहइ।
9 अइसे लोग जेनका तरवारे क घाट उतावा गवा ओनसे जियादा भाग्गवान रहेन
जउन लोग भूख-मरी क मउत मरेन।
खइया क कमी स मरिइ स
खून क कमी स मरि जान बहतर अहइ
10 ओन दिन अइसी मेहररुअन भी जउन बहोत अच्छी हुवा करत रहिन,
आपन ही बच्चन क माँस पकाए रहिन।
उ सबइ गदेलन आपन महतारी क आहार बनेन।
अइसा तब भवत रहा जब मोरे प्रिय लोगन क बिनास भवा रहा।
11 यहोवा आपन सब किरोध क प्रयोग किहेस;
आपन समूचा किरोध उ उड़ेर दिहस।
सिय्योन मँ जउन आग भड़काएस,
सिय्योन क नेवन क खाले तलक बार दिहे रहेन।
12 जउन कछू घटा रहा, धरती क कउनो भी राजा क ओकर बिस्सास नाहीं रहा।
जउन कछु घटा रहा, धरती क कउनो भी लोगन क ओकर बिस्सास नाहीं रहा।
यरूसलेम क दुआरन स होइके कउनो भी दुस्मन भीतर आइ सकत ह,
एकर कउनो क भी बिस्सास नाहीं रहा।
13 किन्तु अइसा ही भवा,
काहेकि यरूसलेम क नबी लोग पाप किहे रहेन।
अइसा भवा काहेकि यरूसलेम क याजक
बुरे काम किया करत रहेन।
यरूसलेम क नगर मँ
उ पचे नीक लोगन क खून बहावा करत रहेन।
14 याजक अउ नबी गलियन मँ
आँधे लोगन जइसे घुमत रहेन।
उ पचे रकत स रिती क अनुसार गंदे होइ ग रहेन।
यह बरे कउनो भी ओनकर ओढ़ना तलक नाहीं छुअत रहा।
15 लोग ओन लोगन पइ चिचिआइके कहत रहेन, “दूर हटा!
तू पचे अपवित्तर अहा, दूर हटा, दूर हटा! हमका जिन छुआ!”
उ सबइ लोग बिना घर-बार क भटकत रहेन।
दूसर देसन क लोग कहा करत रहेन,
“हम नाहीं चाहि कि उ पचे हमरे लगे रहेन।”
16 उ सबइ लोग खुद यहोवा क जरिये ही बिखेर दीन्ह गए रहेन।
उ ओनकी कइँती फुन कबहुँ नाहीं लखेन।
उ याजकन क आदर नाहीं दिहन।
यहूदा क मुखिया लोगन क संग उ दोस्ती स नाहीं रहा।
17 मदद पावइ क बाट जोहत-जोहत आपन आँखिन काम करब बंद किहन, अउर अब हमार आँखिन थक गइन ह।
किन्तु कउनो भी सहायता नाहीं आई।
हम प्रतीच्छा करत रहे कि कउनो अइसी जाति आवइ तउ हमका बचाइ लेइ।
हम आपन निगरानी बुर्जा स लखत रहि गए।
किन्तु कउनो भी हमका बचाएस नाहीं।
18 हर समइ दुस्मन हमरे पाछे पड़े रहेन हिआँ तलक कि हम बाहेर गली मँ भी निकर नाहीं पाए।
हमार अंत निअरे आवा।
हमार समय पुरा होइ चुका रहा।
हमार अंत आइ गवा।
19 हम लोगन क पाछा करइवालन क गति
उकाब क गति स तेज रही।
ओ लोग पहाड़न क भीतर हम पचन्क पाछा किहना।
उ पचे हमका धरइ क रेगिस्तान मँ लुका-छिपा रहेन।
20 उ राजा जउन हमरी नाकन क भीतर हमार प्राण रहा,
गडढा मँ फँसाइ लीन्ह गवा रहा,
उ राजा अइसा मनई रहा
जेका यहोवा खुद चुने रहा।
राजा क बारे मँ हम कहे रहे,
“ओकरी छत्र-छाया मँ हम जिअत रहब,
ओकरी छाया मँ हम जातियन क बीच जिअत रहब।”
21 एदोम क लोगो, खुस रहा अउर आनन्द मँ रहा।
हे ऊज क निवासी लोगो, खुस रहा।
किन्तु सदा याद रखा, तोहरे पास भी यहोवा क किरोध क पियाला आइ।
जब तू ओका पीब्या,
धुत होइ जाब्या अउर खुद क नंगा कइ डउब्या।
22 सिय्योन, तोहार दण्ड पुरा भावा।
अब फुन स तू कबहुँ बंधन मँ नाहीं पड़बिउ।
किन्तु हे एदोम क लोगो, यहोवा तोहरे पापन क दण्ड देइ।
तोहरे पापन क उ उघाड़ देइ।
दाऊद क समर्पित।
1 हे यहोवा, मोरे मुकदमन क लड़ा।
मोरे जुद्धन क लड़ा।
2 हे यहोवा, कवच अउ ढार धारण करा,
खड़ा ह्वा अउ मोर रच्छा करा।
3 बरछी अउ भाला उठावा,
अउर जउन मोरे पाछे पड़ा अहइँ ओनसे जुद्ध करा।
हे यहोवा, मोरी आतिमा स कहा, “मइँ तोहार उद्धार करब।”
4 कछू लोग मोका मारइ पाछे पड़ा अहइँ।
ओनका निरास अउ लज्जित करा।
ओनका मोड़ द्या अउ ओनका भगाइ द्या।
मोका नस्कान पहोंचावइ क कुचक्र जउन रचत अहइँ
ओनका असमंजस मँ डाइ द्या।
5 तू ओनका अइसा भूसा स बनाइ द्या, जेका हवा उड़ाइ लइ जात ह।
ओनके संग अइसा होइ द्या कि, ओनके पाछे यहोवा क दूत पड़इँ।
6 हे यहोवा, ओनकर राह अँधियारी अउ फिसल जाइवाली होइ जाइ।
यहोवा क दूत ओनकइ पाछे पड़इँ।
7 उ पचे बिना कारण मोर बरे फंदा लगाएस ह।
उ पचे बिना कारण मोका फँसावा चाहत हीं।
8 तउ, हे यहोवा, अइसे लोगन क ओनकर आपन ही जालि मँ गिरइ द्या।
ओनका आपन ही फंदन मँ पड़इ द्या।
अउर कउनो न मालूम भवा खतरा ओन पइ पड़द द्या।
9 फुन तउ यहोवा मइँ तोहे मँ आनन्द मनाउब।
यहोवा क संरच्छण मँ मइँ प्रसन्न होब।
10 मइँ आपन पूरे मन स कहब, “हे यहोवा, तोहरे समान कउनो नाहीं अहइ।
तू सबलन स दुर्बलन क बचावत ह।
जउन लोग सक्तीवाला होत हीं,
ओनसे तू चिजियन क छोर लेत अहा अउर दीन अउ बेसहारा लोगन क देत ह।”
11 एक लबार साच्छी दल मोका दुःख देइ बरे कुचक्र रचत अहइ।
उ पचे मोह पइ अपराधन क इलज़ाम लगवात ह जेकरे बरे मइँ जानत ही नाहीं हउँ।
12 मइँ तउ बस भलाई ही भलाई किहेउँ ह।
मुला उ पचे मोसे बुराई करिहीं।
हे यहोवा, मोका उ उत्तिम फल द्या जउन मोका मिलइ चाही।
13 ओन पइ जब दुःख पड़ा, ओनके बरे मइँ दुःख भएउँ।
मइँ खइया क तजिके आपन दुःख परगट किहेउँ।
(जउन मइँ ओनके बरे पराथना किहेउँ, का मोका इहइ मिलइ चाही?)
14 ओन लोगन बरे मइँ सोक वस्त्र धारण किहेउँ।
मइँ ओन लोगन क संग मीत वरन भाई जइसा बेउहार किहेउँ।
मइँ उ रोवत मनई जइसा दुःखी भएउँ, जेकर महतारी मरि गइ होइ।
अइसे लोगन स सोक परगट करइ बरे मइँ करिआ वस्त्र पहिर लिहेउँ।
मइँ दुःखे मँ बूड़ेउँ अउर मूँड़ निहुराइके चलेउँ।
15 मुला जब मोसे कउनो एक चूक होइ गइ, उ सबइ लोग मोर खिल्ली उड़ाएन।
उ सबइ लोग फुरइ मोर मीत नाहीं रहेन।
मइँ ओन लोगन क जानत तउ नाहीं।
उ पचे मोका घेरि लिहन अउर मोह पइ प्रहार किहन।
16 उ पचे मोह पइ दुर्जनता क संग मसखरी किहन
अउ उ पचे मोह पइ दाँत पीसेन।
17 मोर सुआमी, तू कब तलक इ सब बुरा होत लखब्या? इ सबइ लोग मोका नास करइ क जतन करत अहइँ।
हे यहोवा, मोर प्राण बचाइ ल्या।
मोरी पियारी जिन्नगी क रच्छा करा।
उ सबइ सिंह जइसा बन गवा अहइँ।
18 हे यहोवा, मइँ महासभा मँ तोहार स्तुति करब।
मइँ बरिआर लोगन क संग रहत भए तोहार जस बखानब।
19 मोर लबार सत्रु हँसत नाहीं रहिहीं।
फुरइ मोर दुस्मन आपन छुपी भइ
जोजना बरे सजा पइहीं।
20 मोर दुस्मन सचमुच सान्ति क जोजनन क नाहीं रचतेन।
उ पचे इ देस क सान्ति प्रिय लोगन क खिलाफत मँ छुप हुपिके बुरा करइ क कुचक्र रचत अहइँ।
21 मोर दुस्मन मोरे बरे बुरी बातन क कहत अहइँ।
उ सबइ झूठ बोलत भए कहत अहइँ, “अहा!
हम सबइ जानत अही तू का करत अहा!”
22 हे यहोवा, तू सचमुच लखत अहा कि का कछू घटत बाटइ।
तउ तू जिन छुपा रहा,
मोका जिन तजा।
23 हे यहोवा, जागा!
मोका रच्छा बरे तइयार होइ जा!
मोरे परमेस्सर यहोवा मोर लड़ाई लड़ा, अउर मोर निआउ करा।
24 हे मोरे परमेस्सर यहोवा, आपन बगइर पच्छ लिहे मोर निआउ करा,
तू ओन लोगन क मोह पइ हँसइ जिन द्या।
25 ओन लोगन क अइसा जिन कहइ द्या,
“अहा! हमका जउन चाही रहा ओका पाइ लीन्ह!”
हे यहोवा, ओनका जिन कहइ द्या, “हम ओका बरबाद कइ दीन्ह।”
26 मइँ आसा करत हउँ कि मोर दुस्मन निरास अउ लज्जित होइहीं।
उ सबइ लोग खुस रहेन जब मोरे संग बुरी बातन घटत रहिन।
उ सबइ सोचा करतेन कि उ सबइ मोसे स्रेस्ठ अहइँ!
तउ अइसे लोगन क लाज मँ बूड़ि जाइ द्या।
27 ओन लोगन क जउन मोका निर्दोख घोसित करइ चाहत ह,
खुसी अउ आनन्दित होइ द्या।
उ पचन क हमेसा कहइ द्या, “यहोवा महान बा!
उ आपन सेवक क अच्छाई चाहत ह।”
28 तउ, हे यहोवा, मइँ लोगन क तोहार अच्छाई बताउब।
हर दिन, मइँ तोहार स्तुति करब।
Awadhi Bible: Easy-to-Read Version. Copyright © 2005 Bible League International.